दुनिया-जगत

भारतीय-अमेरिकी मेडिकल छात्रा रिजुल मैनी को मिस इंडिया यूएसए 2023 का ताज

वाशिंगटन। अमेरिका के मिशिगन में मेडिकल की पढ़ाई कर रही भारतीय-अमेरिकी मेडिकल छात्रा रिजुल मैनी को न्यू जर्सी में आयोजित वार्षिक प्रतियोगिता में ‘मिस इंडिया यूएसए 2023’ का ताज पहनाया गया। प्रतियोगिता के दौरान मैसाचुसेट्स की स्नेहा नांबियार ने ‘मिसेज इंडिया यूएसए’ तथा पेंसिल्वेनिया की सलोनी राममोहन ने ‘मिस टीन इंडिया यूएसए’ का खिताब जीता।
रिजुल मैनी एक सर्जन बनना चाहती हैं और हर जगह महिलाओं के लिए एक रोल मॉलड के रूप में काम करने की इच्छा रखती हैं। इस प्रतियोगिता में वर्जीनिया की ग्रीष्मा भट को पहली उपविजेता और नॉर्थ कैरोलिना की इशिता पाई रायकर को दूसरी उपविजेता घोषित किया गया।
आयोजकों के मुताबिक 25 से अधिक राज्यों के 57 प्रतिभागियों ने 3 अलग-अलग प्रतियोगिताओं- ‘मिस इंडिया यूएसए, मिसेज इंडिया यूएसए और मिस टीन इंडिया यूएसए’ में भाग लिया। तीनों श्रेणियों के प्रतिभागियों को एक ही समूह द्वारा आयोजित ‘मिस-मिसेज-टीन इंडिया वर्ल्डवाइड’ में भाग लेने के लिए सम्मानार्थ हवाई टिकट मिलेंगे। ‘वर्ल्डवाइड पेजेंट्स’ के संस्थापक और अध्यक्ष धर्मात्मा सरन ने कहा कि मैं वर्षों से समर्थन के लिए दुनियाभर में भारतीय समुदाय का बहुत आभारी हूं।
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चीन ने कहा- बातचीत से सुलझाया जाना चाहिए कश्मीर मुद्दा

बीजिंग। कश्मीर मुद्दे को भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत और परामर्श के माध्यम से हल किया जाना चाहिए, चीन ने मंगलवार को अनुच्छेद 370 पर भारत के सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पूर्ववर्ती राज्य जम्मू और कश्मीर पर केंद्र सरकार के फैसले को बरकरार रखा।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, “अतीत से छोड़े गए कश्मीर मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र चार्टर, सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों और प्रासंगिक द्विपक्षीय समझौते के अनुसार शांतिपूर्ण और उचित तरीके से हल करने की जरूरत है।”
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गाजा में छिपे आतंकियों का सफाया करने को इस्राइल की नई तरकीब

  • समुद्री पानी से हमास की सुरंगों को भर रहा
वॉशिंगटन। इस्राइल-हमास संघर्ष दो महीने से अधिक समय से जारी है। जहां एक तरफ फलस्तीन संघर्ष को रोकने का समर्थन मांग रहा है, तो वहीं इस्राइल की जवाबी कार्रवाई और कड़ी होती जा रही है। इस्राइल ने हमास के आतंकवादियों को जड़ से खत्म करने का संकल्प लिया है और इसके लिए वह नए-नए कदम उठा भी रहा है। अब इस्राइली रक्षा बलों ने सुरंगों में छिपे आतंकियों को बाहर निकालने और उन्हें मिटाने के लिए समुद्र के पानी का सहारा लिया है। 
सुरंगों को नष्ट करने के लिए-
एक रिपोर्ट में अज्ञात अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से मंगलवार को बताया कि इस्राइली सेना गाजा में हमास की सुरंगों को समुद्र के पानी से भर रहा है। इससे सुरंगों को नष्ट करने में मदद मिलेगी। 
इसलिए मिटाना चाहता है इस्राइल-
अधिकारियों ने कहा कि इस्राइल का मानना है कि हमास बंधकों, लड़ाकों और युद्ध सामग्री को छिपाने के लिए सुरंगों का सहारा ले रहा है। हालांकि, समुद्री पानी की मदद से सुरंगों को नष्ट करने की प्रक्रिया में हफ्तों का समय लग सकता है। 
ताजे पानी पर डलेगा असर-
इसके अलावा बाइडन प्रशासन के कुछ अधिकारियों ने इस कदम पर चिंता भी व्यक्त की है। उनका कहना है कि इस्राइल का यह कदम गाजा के ताजे पानी की आपूर्ति को खतरे में डाल सकता है। हालांकि इस रिपोर्ट पर इस्राइली सेना ने कोई टिप्पणी नहीं दी है। 
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टूटने वाला था होटल, साबुन से खिसकाकर 220 टन की ऐतिहासिक इमारत बचाई

ओटावा। कनाडा के नोवा स्कोटिया के हेलीफैक्स इलाके में स्थित एक ऐतिहासिक होटल को साबुन की मदद से खिसकाया गया है। दरअसल यह होटल तोड़ा जाना था लेकिन एक तरकीब से इस ऐतिहासिक होटल को ना सिर्फ टूटने से बचाया गया बल्कि उसे एक नई जगह भी शिफ्ट कर दिया गया है। खबर के अनुसार, एलमवुड होटल विक्टोरियन युग की इमारत है। साल 1826 में बनी इस इमारत को बाद में एलमवुड होटल में तब्दील कर दिया गया था। 
साल 2018 में इस होटल को तोड़े जाने का आदेश जारी किया गया। हालांकि एक रियल एस्टेट कंपनी गैलेक्सी प्रॉपर्टीज ने इसे खरीद लिया और इसे खरीदकर एक नई जगह शिफ्ट कराने की योजना बनाई। इसकी जिम्मेदारी एस रुश्टन कंस्ट्रक्शन कंपनी को दी गई। यह कंपनी इमारतों को एक जगह से दूसरी जगह शिफ्ट करने की विशेषज्ञ मानी जाती है। हालांकि 220 टन के होटल को शिफ्ट करना बेहद चुनौतीपूर्ण था। 
ऐसे में एस रुश्टन कंपनी के मालिक शेलडन रुश्टन ने एक नई तरकीब निकाली। इस तरकीब में शेलडन ने  इमारत को शिफ्ट करने के लिए पारंपरिक रोलर्स का इस्तेमाल करने के बजाय साबुनों का इस्तेमाल किया, जिससे इमारत आसानी से शिफ्ट हो गई। इस काम में शेलडन ने 700 से ज्यादा साबुन की टिक्कियों का इस्तेमाल किया। इमारत को 30 फीट तक खिसका दिया गया है और जल्द ही उसे नई जगह शिफ्ट कर दिया जाएगा।
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वैज्ञानिकों को मिले 15 करोड़ साल पुराने खूंखार समुद्री जीव के अवशेष

नासा। वैज्ञानिकों ने एक समुद्री जीव की खोपड़ी की खोज की है जो लगभग 150 मिलियन वर्ष पहले इंग्लैंड के तट पर रहता था। यह खोपड़ी जैसा जीवाश्म प्लियोसॉर का है। यह दो मीटर लंबा जीवाश्म प्लिसॉरस का अब तक खोजा गया सबसे संपूर्ण उदाहरण है। वैज्ञानिकों का मानना ​​है कि इससे प्लियोसॉर के व्यवहार और मनोविज्ञान के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिलती है। प्लियोसॉरस एक भयंकर समुद्री सरीसृप था जो अपने शिकार को अपने पंजों से कुचल सकता था।
बीबीसी की रिपोर्ट है कि यह खोपड़ी अधिकांश मानव खोपड़ियों से बड़ी है। इससे हम यह अनुमान लगा सकते हैं कि प्लियोसॉर कितना विशाल था। इस रिपोर्ट के मुताबिक, प्लियोसॉरस के सामने के दांत लंबे और बहुत नुकीले थे। वह बहुत घातक था और मांस काट सकता था। इनसे प्लियोसॉर प्रभावी शिकारी बन गए। द गार्जियन की रिपोर्ट है कि इस जीवाश्म के बारे में अनोखी बात यह है कि इसमें अभी भी दर्जनों नुकीले दांत हैं।
प्लियोसॉरस इतना खतरनाक था कि उसने अन्य प्लियोसॉर को भी नहीं बख्शा। उनका भी शिकार किया गया. इस खोज में शामिल स्टीव एच ने बीबीसी को बताया कि यह अब तक खोजे गए सबसे अच्छे जीवाश्मों में से एक है। इसकी विशेषता पूर्ण होना है। इस जीवाश्म में अधिकांश खोपड़ी के अवशेष पाए जाते हैं। हालाँकि, यह जीवाश्म थोड़ा विकृत है।
इस जीवाश्म के बारे में एक डॉक्यूमेंट्री पूरी हो चुकी है और नए साल में बीबीसी पर प्रसारित की जाएगी। डॉ। खोज के बारे में ब्रिस्टल विश्वविद्यालय के आंद्रे लो ने कहा कि जानवर इतना बड़ा रहा होगा कि वह आसानी से किसी भी जीवित प्राणी का शिकार कर सकता था। उन्होंने प्लियोसॉरस की तुलना डायनासोर की एक खतरनाक प्रजाति से की, लेकिन जो बात इसे खास बनाती है वह यह थी कि जीवाश्म तब सामने आया जब जीवाश्म विज्ञानी स्टीव एच. और उनके दोस्त फिल जैकब्स दक्षिणी इंग्लैंड के जुरासिक तट पर किमरिज खाड़ी के पास पदयात्रा कर रहे थे। इसने मुझे आकर्षित किया. कई महीनों के शोध के बाद वह इसे खोजने में कामयाब रहे। अब वैज्ञानिकों को इस जीवाश्म का बाकी हिस्सा मिलने की उम्मीद है।
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गुयाना-वेनेजुएला विवाद पर विदेश मंत्रालय का बयान

  • कहा- हमारी विवाद पर नजर, शांति से सुलझना चाहिए मामला
नई दिल्ली। गुयाना-वेनेजुएला के बीच जारी सीमा विवाद पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने बयान जारी किया है। बयान में कहा गया है कि 'हम नजदीक पर इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं। हमें जानकारी है कि गुयाना-वेनेजुएला सीमा विवाद इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में विचाराधीन है। हमारा मानना है कि मामले को शांतिपूर्वक सुलझाया जाना चाहिए। हम दोनों देशों के बीच इस मुद्दे पर हुई राजनयिक स्तर की बातचीत का स्वागत करते हैं।'
बता दें कि वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो पड़ोसी देश गुयाना द्वारा नियंत्रित तेल समृद्ध क्षेत्र एस्सेक्विबो पर कब्जा करने की योजना पर आगे बढ़ रहे हैं। मादुरो ने देश की तेल कंपनियों को वहां से तेल निकालने के लिए लाइसेंस जारी कर दिए हैं, जिससे दोनों देशों के बीच जारी सीमा विवाद गहरा गया है। वहीं गुयाना ने अपने रक्षा बलों को अलर्ट कर दिया है। बता दें कि एस्सेक्विबो एक सदी से भी अधिक समय से गुयाना और उससे पहले ब्रिटिश गुयाना के अधिकार में है लेकिन वेनेजुएला इस पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है। दरअसल वेनेजुएला का दावा है कि एस्सेक्विबा उसका हिस्सा है। एस्सेक्विबो में तेल का भंडार है। यही वजह है कि दोनों देशों में इसे लेकर विवाद बढ़ गया है। 
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खैबर पख्तूनख्वा के पुलिस स्टेशन पर आत्मघाती हमला

  • 6 पुलिसकर्मियों की मौत,  कई घायल
इस्लामाबाद। पाकिस्तान से एक बड़े आतंकी हमले की खबर आई है। दरअसल वहां के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक पुलिस स्टेशन पर आत्मघाती हमला हुआ है, जिसमें 6 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई है। हमले में 16 अन्य लोग घायल भी हैं। खबर के अनुसार, घटना खैबर पख्तूनख्वा के डेरा इस्माइल खान जिले की है, जहां के दाराबान पुलिस स्टेशन पर हमला हुआ। बता दें कि डेरा इस्माइल खान जिला आदिवासी बहुल दक्षिणी वजीरिस्तान जिले से लगता है।
पुलिस ने बताया कि आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से भरे वाहन को पुलिस स्टेशन की इमारत से टकरा दिया। हमला करने वाले सभी आतंकी सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए हैं। मौके पर अतिरिक्त पुलिस बल भेजा गया है और इलाके में सर्च अभियान चलाया जा रहा है। तहरीक ए जिहाद पाकिस्तान नामक संगठन ने हमले की जिम्मेदारी ली है। बता दें कि इस संगठन ने पाकिस्तान में कई बड़े हमलों को अंजाम दिया है। तहरीक ए जिहाद पाकिस्तान के प्रवक्ता मुल्ला कासिम ने बताया कि यह एक आत्मघाती हमला था। फिलहाल डेरा इस्माइल खान जिले के अस्पतालों में आपातकाल लागू कर दिया गया है। साथ ही सभी स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं।
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इज़राइल ने लेबनान से छोड़े गए छह रॉकेटों को मार गिराया

आईडीएफ (इजरायल डिफेंस फोर्सेज) ने बताया कि उसने इजरायली क्षेत्र में लेबनान स्थित आतंकवादियों द्वारा लॉन्च किए गए एक समूह के छह रॉकेटों को सफलतापूर्वक मार गिराया। आईडीएफ बलों ने तब तोपखाने की आग से प्रक्षेपण के स्रोतों पर हमला किया।
इस बीच, संयुक्त राज्य अमेरिका उन रिपोर्टों से चिंतित है कि इज़राइल ने अक्टूबर में दक्षिणी लेबनान में किए गए हमले में अमेरिका द्वारा आपूर्ति किए गए सफेद फास्फोरस हथियारों का इस्तेमाल किया था, रणनीतिक संचार के लिए अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के समन्वयक जॉन किर्बी ने सोमवार (स्थानीय समय) को कहा। फिलाडेल्फिया जाते समय पत्रकारों से बात करते हुए जॉन किर्बी ने कहा कि अमेरिका इसके बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए प्रश्न पूछेगा।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अमेरिका पूरी उम्मीद के साथ दूसरी सेना को सफेद फास्फोरस जैसी सामग्री प्रदान करता है कि इसका उपयोग वैध उद्देश्यों के लिए और सशस्त्र संघर्ष के कानून को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा।
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यूरोप पहुंचा नया चीनी वायरस

  • ब्रिटिश वैज्ञानिक बोले- यह कोविड का ही रूप, इससे घबराने की जरूरत नहीं
नई दिल्ली। चीन में बड़ी संख्या में बच्चों को बीमार करने के बाद निमोनिया के लक्षणों वाले नए वायरस ने यूरोप में भी दस्तक दी है। इस बीच यूके मेडिकल साइंस और चेस्टर मेडिकल स्कूल के प्रोग्राम लीड डॉक्टर गैरेथ नी ने कहा, यह स्थिति कोविड-19 जैसी कोई नई बीमारी नहीं है बल्कि, यह एक और कोविड वायरस हो सकता है। ब्रिटिश वैज्ञानिक के अनुसार, कई जगह अस्पतालों में बीमार बच्चों की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है, बावजूद इसके इस वायरस से फिलहाल घबराने की कोई जरूरत है।
चीन के बाद डेनमार्क और नीदरलैंड में बच्चों में निमोनिया जैसे लक्षण देखे गए हैं। इंफेक्शन डिजीज न्यूज ब्लॉग एवियन फ्लू डायरी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, माइक्रोप्लाज्मा निमोनिया संक्रमण महामारी के स्तर तक पहुंच गया है।
बाइडन के पूर्व सहयोगी का दावा, वुहान की लैब से ही निकला था कोविड का संक्रमण... राष्ट्रपति जो बाइडन के पूर्व विशेष सहायक डॉ. राज पंजाबी ने दावा किया है कि चीन की वुहान लैब से ही कोविड का संक्रमण निकला था। बता दें कि बाइडन ने मई 2020 में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ऐसे ही बयान की आलोचना की थी।
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मिस्र के राष्ट्रपति चुनाव में मतदान केंद्र खुले

मिस्र में मतदान केंद्र सोमवार को खुल गए, यह राष्ट्रपति चुनाव का दूसरा मतदान दिवस है, जिससे राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी का एक और कार्यकाल सुनिश्चित होना निश्चित है। पूरे मध्य पूर्वी देश में रविवार को शुरू हुए मतदान पर मिस्र की पूर्वी सीमा पर गाजा में इजरायल-हमास युद्ध का साया पड़ गया है।
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, मिस्र में चौंका देने वाले आर्थिक संकट के बीच भी मतदान हो रहा है, 105 मिलियन लोगों का देश जिसमें लगभग एक तिहाई गरीबी में रहते हैं।
यह संकट अर्थव्यवस्था के कुप्रबंधन के साथ-साथ कोरोनोवायरस महामारी और यूक्रेन में चल रहे रूसी युद्ध के नतीजों से भी उत्पन्न हुआ है, जिसने वैश्विक अर्थव्यवस्था को हिलाकर रख दिया है।
अल-सिसी के सामने कोई गंभीर चुनौती नहीं है, हालांकि तीन अन्य उम्मीदवार हैं: विपक्षी सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रमुख फरीद ज़हरान; वफ़द पार्टी के अध्यक्ष अब्देल-सनद यामामा; और रिपब्लिकन पीपुल्स पार्टी के प्रमुख हेज़म उमर।
एल-सिसी 2014 में सत्ता में आए, जिसके एक साल बाद उन्होंने रक्षा मंत्री के रूप में अपने शासन के वर्ष के खिलाफ व्यापक सड़क विरोध प्रदर्शनों के बीच एक निर्वाचित लेकिन विभाजनकारी इस्लामवादी राष्ट्रपति को सैन्य पद से हटा दिया था।
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बाइडन के बेटे और मस्क में छिड़ी जुबानी जंग

  • हंटर ने बताया सबसे मूर्ख बुद्धिमान, टेस्ला चीफ ने दिया जवाब
वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के बेटे हंटर बाइडन और टेस्ला एवं स्पेसएक्स के प्रमुख एलन मस्क के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है। हंटर ने मस्क को दुनिया का सबसे मूर्ख बुद्धिमान व्यक्ति बताते हुए कहा कि मस्क को लोकतंत्र या अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की परवाह नहीं है। इसके अलावा उन्होंने मस्क पर गलत जानकारी फैलाने का भी आरोप लगाया। वहीं, दिग्गज कारोबारी ने भी करारा जवाब दिया।
हंटर ने एक्स के मालिक को बहुत बिगड़ैल इंसान बताया। उन्होंने कहा कि एलन मस्क पहले संशोधन की चिंता नहीं करते हैं। वह खुद के अलावा किसी और की परवाह नहीं करते हैं। यह सब विचार है कि वह पहले संशोधन के लिए चैंपियन है। क्या आपने कभी उन्हें कुछ ऐसा करता देखा है, जो लोकतंत्र की रक्षा के लिए हो?
इस पर मस्क ने पूछा कि वास्तव में वह किस गलत जानकारी के बारे में बात कर रहे हैं?  दुनिया के सबसे अमीर लोगों में शामिल एलन मस्क ने तंज कसते हुए कहा, 'हंटर ने अपराध करते हुए खुद के इतने सारे वीडियो बनाए कि उसे सिनेमैटोग्राफी के लिए पुरस्कार मिलना चाहिए!'
बाइडन के बेटे पर यह आरोप-
इस बीच, हंटर बाइडन को गुरुवार देर रात टैक्स चोरी के कई मामलों में आरोपित किया गया। इस साल दूसरी बार राष्ट्रपति जो बाइडन के बेटे पर एक विशेष वकील द्वारा उनके व्यक्तिगत और व्यावसायिक लेनदेन की जांच करने का आरोप लगाया गया है। अभियोग से पता चलता है कि उन पर टैक्स दाखिल करने और भुगतान करने में विफल रहने, टैक्स चोरी और गलत रिटर्न दाखिल करने के नौ आरोप लगाए गए थे।
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हमास की चेतावनी के बाद भी गाजा में हमले जारी

  • इस्राइल सेना ने दागे रॉकेट
यरूशलम। हमास की चेतावनी के बाद इस्राइल ने दक्षिणी गाजा के मुख्य शहर में सोमवार को भी हमला जारी रखा है। दरअसल, हमास ने कहा था कि जब तक कैदियों की रिहाई की उसकी मांग को पूरा नहीं किया जाता, तबतक कोई भी इस्राइली बंधक इस क्षेत्र से जीवित नहीं जाएगा। हमास ने सात अक्तूबर को इस्राइल पर हमला किया था। इस दौरान उन्होंने करीबन 240 लोगों को बंधक बनाकर गाजा ले गए थे।
हमास के हमले का इस्राइल ने भी सैन्य हमले से पलटवार किया है। इस्राइल के लगातार हमले से गाजा पट्टी मलवे में तबदील हो गया। इस हमले में ज्यादातर महिलाए और बच्चे मारे गए। फलस्तीनी इस्लामिक जिहाद के आतंकियों ने बताया कि उन्होंने एक घर को उड़ा दिया, जहां इस्राइली सैनिक सुरंग की तलाश कर रहे थे। 
हमास ने रविवार को चेतावनी दी कि इस्राइल बिना आदान-प्रदान के बंधकों को जीवित नहीं ले जा सकता है। इस चेतावनी के बाद भी इस्राइली सेना ने सोमवार को गाजा में रॉकेट दागे। इस्राइल का कहना है कि करीबन 137 बंधक अभी भी हमास के कब्जे में हैं। वहीं कार्यकर्ताओं का मानना है कि लगभग 7000 फलस्तीनी इस्राइली जेलों में बंद है। संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि गाजा के 2.4 मिलियन लोगों में से 1.9 मिलियन लोग अपने घरों से विस्थापित हो गए हैं, उनमें से आधे बच्चे शामिल हैं। 
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डेटिंग एप के विज्ञापन ने मचाया तहलका

  • जानिए क्या है मामला...
करांची। पाकिस्तान में एक डेटिंग एप का विज्ञापन सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। डेटिंग एप 'मज' ने एक ऐसा टैगलाइन बनाया जिसने बड़े पैमाने पर सबका ध्यान आकर्षित किया है। टैगलाइन में  चचेरे भाईयों को छोड़कर किसी और को ढूंढने के लिए कहा जा रहा है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस डेटिंग एप के विज्ञापन में लिखा था, 'कजिन को छोड़ो कोई और ढूंढो।' इस तस्वीर को तेजी से वायरल किया जा रहा है। यूजर्स इस विज्ञापन पर प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं। इस विज्ञापन को देखकर एक यूजर ने लिखा, 'मज एप भी तुमलोगों से परेशान हो चुका है।' 
एक दूसरे यूजर ने लिखा, 'जिन्नाह ने पाकिस्तान को बनाया, जिससे कि यहां रहने वाले सभी मुसलमान अपने चचेरे भाई बहनों से आसानी से शादी कर सके।' मज डेटिंग एप के संस्थापक शहजाद यूनुस है। उन्होंने 2015 में इसे लॉन्च किया था।
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जापान की इन्फ्लुएंसर ने ‘गुलाबी शरारा’ पर किया ज़ोरदार डांस

जापान के एक इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर का एक ट्रेंडिंग भारतीय गाने का आनंद लेते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इसमें मेयो जापान को एक खूबसूरत पीली साड़ी में लोकप्रिय बीट ‘गुलाबी शरारा’ पर नाचते हुए दिखाया गया है। उनके डांस मूव्स ने न केवल उनके प्रशंसकों और अनुयायियों से प्रशंसा हासिल की, बल्कि गायक इंदर आर्य का भी ध्यान आकर्षित किया।
इस दिसंबर में कुछ दिन पहले साझा की गई क्लिप में मेयो को प्रकृति-समृद्ध पृष्ठभूमि में खुशी से कैमरे के सामने पोज़ देते हुए दिखाया गया है। गाने पर ऊर्जावान ढंग से नृत्य करते हुए उसने अपना साइड ब्रेडेड हेयरस्टाइल दिखाया। उनके डांस स्टेप्स सरल लेकिन जीवंत थे। रील को इंस्टाग्राम पर पोस्ट करते हुए उन्होंने इसे कैप्शन दिया: “जापान से गुलाबी शरारा।”
अब तक, डांस रील ने कंटेंट-शेयरिंग प्लेटफॉर्म पर 450K से अधिक बार देखा है। 600 से अधिक नेटिज़न्स ने मेयो के प्रदर्शन पर टिप्पणी की और अपने शब्दों में इसकी प्रशंसा की। जबकि कुछ ने इसे “आज देखी गई सबसे प्यारी चीज़” कहा, दूसरों ने उसकी सराहना करने के लिए इमोजी साझा किए।
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गाजा के अस्पतालों में सड़ी-गली हालत में मिले नवजात बच्चों के शव

नई दिल्ली। इस्राइल हमास की लड़ाई अकल्पनीय मानवीय आपदा लेकर आई है। बता दें कि गाजा के अल नस्र अस्पताल के आईसीयू में नवजात बच्चों के शव सड़ी-गली हालत में मिले हैं। गाजा के एक रिपोर्टर ने अस्पताल का वीडियो बनाया है, जिसमें दिख रहा है कि अस्पताल में नवजात बच्चों के शव अभी भी आईसीयू के बेड पर लाइफ सेविंग इक्विपमेंट्स से जुड़े हुए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वीडियो में चार नवजातों के शव दिख रहे हैं और कुछ तो कंकाल में बदल चुके हैं।
बता दें कि नवंबर की शुरुआत में इस्राइल और हमास के बीच गाजा के अस्पतालों में लड़ाई लड़ी गई थी। इस्राइल का आरोप था कि इन अस्पतालों में हमास के आतंकियों ने अपने ठिकाने बनाए हुए हैं। इस्राइल ने हमले से पहले अस्पताल खाली करने का निर्देश दिया था। जिसके चलते अस्पताल का स्टाफ जल्दबाजी में यहां से निकल गया था और माना जा रहा है कि इसी दौरान कई नवजात बच्चों को अस्पताल में ही छोड़ दिया गया, जिनकी बाद में मौत हो गई। अस्पताल के एक डॉक्टर ने बताया कि अस्पताल खाली करने से पहले ही दो नवजात बच्चों की मौत हो गई थी, जबकि अन्य बच्चे जीवित थे लेकिन बाद में देखभाल नहीं मिलने के चलते उनकी भी मौत हो गई। 
इस्राइल ने आरोपों को नकारा-
अस्पताल के पीडियाट्रिक विभाग के प्रमुख डॉ. मुस्तफा अल कहलौत का कहना है कि 9 नवंबर को अस्पताल के आईसीयू की ऑक्सीजन सप्लाई काट दी गई थी। इस दौरान अंतरराष्ट्रीय संगठनों, रेड क्रॉस आदि से भी सप्लाई फिर से शुरू करने की अपील की गई थी लेकिन इसके बावजूद सप्लाई बंद रही। साथ ही युद्ध के चलते अस्पताल में एंबुलेंस भी नहीं पहुंच पाईं। साथ ही अस्पताल के स्टाफ को भी जल्दबाजी में अस्पताल परिसर खाली करने का आदेश दिया गया। वहीं इस्राइली सेना ने नवजात बच्चों की जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया है और कहा है कि उन पर लगे आरोप बेबुनियाद और फर्जी हैं। 
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इज़रायल ने गाजा में सबसे पुरानी, ​​सबसे बड़ी मस्जिद को किया नष्ट

गाजा। इजरायली युद्धक विमानों ने गाजा शहर की सबसे पुरानी और सबसे बड़ी मस्जिद को नष्ट कर दिया. फिलिस्तीनी सुरक्षा सेवाओं के सूत्रों ने यह जानकारी दी।
सूत्रों ने सिन्हुआ को बताया- “अल-ओमारी मस्जिद, गाजा पट्टी की सबसे बड़ी और सबसे पुरानी मस्जिद, इजरायली हमलों से काफी हद तक नष्ट हो गई थी।”
ओमारी मस्जिद की स्थापना 1,400 साल पहले हुई थी और यह लगभग 4,100 वर्ग मीटर के क्षेत्र में फैली हुई है। इसकी मीनार तीन हफ्ते पहले इजरायली तोपखाने की आग से नष्ट हो गई थी।
गाजा पट्टी पर शासन करने वाले आतंकवादी समूह हमास ने “गाजा शहर में एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्मारक और धार्मिक स्थल” पर इजरायली हमले की निंदा की।
इसमें कहा गया है कि इजरायली बलों ने अब तक गाजा पट्टी में 104 मस्जिदों और तीन चर्चों को नष्ट कर दिया है। फ़िलिस्तीनी संस्कृति मंत्री आतिद अबू सेफ़ ने कहा कि इज़रायली हमलों ने ऐतिहासिक इमारतों, मस्जिदों, संग्रहालयों और पुरातात्विक स्थलों सहित गाजा के पुराने शहर का अधिकांश भाग नष्ट कर दिया।
गाजा स्थित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 7 अक्टूबर से गाजा बड़े पैमाने पर इजरायली घेराबंदी और बमबारी के अधीन है, जिसमें 17,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं।
इज़रायली रिपोर्टों के अनुसार, इज़रायली हमलों में वृद्धि हमास के हमले के जवाब में हुई थी जिसमें इज़रायल में लगभग 1,200 लोग मारे गए थे और 200 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया गया था।
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9 मई के दंगों के मामले में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ नेताओं की जमानत अवधि बढ़ी

लाहौर में एक आतंकवाद-रोधी अदालत (एटीसी) ने 9 मई के मामले में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) नेता ज़ैन हुसैन क़ुरैशी और पूर्व पीटीआई प्रमुख की दो बहनों की जमानत अवधि बढ़ा दी है। दंगों का मामला, जैसा कि एआरवाई न्यूज़ ने शनिवार को रिपोर्ट किया था। लाहौर में एटीसी जज अरशद जावेद ने मामले में इमरान खान की बहनों अलीमा खान और उज्मा खान और पीटीआई नेता ज़ैन कुरेशी की जमानत 9 जनवरी तक बढ़ा दी।
इससे पहले 22 नवंबर को लाहौर की आतंकवाद विरोधी अदालत ने 9 मई की आगजनी और हिंसा मामले में इमरान खान की बहनों की अंतरिम जमानत बढ़ा दी थी। अलीमा और उज़्मा खान की अंतरिम जमानत 9 दिसंबर तक बढ़ा दी गई। शनिवार को अदालती कार्यवाही के दौरान, एटीसी एडमिन जज आभार गुल खान की अध्यक्षता में, तीनों आरोपियों ने गैर-दोषी याचिका दायर की और आरोपों को चुनौती देने का विकल्प चुना।
अदालत ने अभियोजन पक्ष के गवाहों को उनके बयान के लिए तलब करते हुए अगली सुनवाई 16 दिसंबर तय की। 24 जुलाई को, एक आतंकवाद विरोधी अदालत ने 9 मई के मामलों में जांच में सहयोग करने में विफलता के लिए अलीमा और उज़्मा सहित 21 पीटीआई नेताओं को भगोड़ा घोषित करने की प्रक्रिया शुरू करने की कार्रवाई की।
पुलिस ने अदालत को सूचित किया था कि, मामलों में अपनी संलिप्तता के बारे में पता होने के बावजूद, पीटीआई नेताओं ने जांच का पालन नहीं किया और वर्तमान में छिपे हुए हैं। इसके अलावा, मुल्तान के कैंट पुलिस स्टेशन में दर्ज 9 मई के दंगों के मामले में भी पुलिस को कुरेशी की तलाश थी।
इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में तोशाखाना मामले में पीटीआई के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री की गिरफ्तारी के बाद 09 मई को देश भर में हिंसक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए, जिसके बाद लाहौर के सरवर रोड पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया। इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में पूर्व प्रधान मंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) प्रमुख इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पूरे पाकिस्तान में व्यापक अशांति फैल गई।
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79 दिनों के युद्धविराम के बाद रूस ने यूक्रेन पर फिर बरसाए बम

  • मिसाइल हमलों में दो की मौत, कई घायल
कीव। करीब 80 दिनों के युद्धविराम के बाद रूस ने फिर से यूक्रेन पर जोरदार हमला किया। बता दें कि बीते 79 दिनों से दोनों देशों के बीच अनौपचारिक शांति थी लेकिन शुक्रवार को यूक्रेन की राजधानी कीव पर बड़ा हमला हुआ। यूक्रेन के आंतरिक मामलों के मंत्री ने बताया कि कीव पर करीब दो घंटे तक हवाई हमले हुए। हालांकि कीव के एयर डिफेंस सिस्टम ने सफलतापूर्वक कई मिसाइलों को रास्ते में ही नेस्तानाबूत कर दिया, जिससे कीव में काफी कम नुकसान हुआ।
वहीं यूक्रेन के केंद्रीय क्षेत्र में भी रूसी मिसाइलों ने हमला किया। इस हमले में एक व्यक्ति की मौत हुई है और चार अन्य घायल हुए हैं। साथ ही खारकीव क्षेत्र में हुए हमले में भी एक व्यक्ति की मौत हुई है और कई अन्य घायल हुए हैं। इस दौरान एक रिहायशी इमारत को भी भारी नुकसान हुआ, जिसमें कई मकान और कारें क्षतिग्रस्त हो गईं। यूक्रेनी अधिकारियों का कहना है कि रूस ने एस-300 मिसाइलों से हमला किया। 
यूक्रेन के पावर प्लांट्स को निशाना बना रहा रूस-
बताया जा रहा है कि 19 रूसी मिसाइलों ने यूक्रेन के अलग-अलग हिस्सों पर हमला किया। इन 19 मिसाइलों में से 14 मिसाइलों को सफलतापूर्वक रोक लिया गया। बीते दो महीनों में यह सबसे बड़ा हमला है। उल्लेखनीय है कि पश्चिमी खुफिया एजेंसियों ने भी यूक्रेन को इनपुट दिया था कि रूस सर्दियों के मौसम में नागरिक ठिकानों को निशाना बना सकता है। रूस द्वारा यूक्रेन के ऊर्जा केंद्रों पर हमले किए जा रहे हैं, जिससे यूक्रेन में हालात खराब हो सकते हैं। यूक्रेन ने भी अपने नागरिकों से अपील की है कि वह इलेक्ट्रिसिटी बचाएं क्योंकि रूस के हमलों में यूक्रेन के थर्मल पावर प्लांट्स को नुकसान पहुंचा है, जिससे बिजली की कमी हो गई है। 
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