कोरबा जिले के इस इलाके में टीके की जगह हाई एंटीबॉयोटिक इंजेक्शन लगाने से 50 मवेशियों की मौत, कई बीमार
छत्तीसगढ़ : - कोरबा जिले के पोड़ी-उपरोड़ा इलाके में टीके की जगह मवेशियों को हाई एंटीबायोटिक इंजेक्शन लगा दिया गया। जिससे 50 मवेशियों की मौत हो गई। मामले में कलेक्टर रानू साहू ने जांच के निर्देश दिए हैं। साथ ही पशुपालन विभाग भी गांव पहुंचकर पूरे मामले की जांच में जुट गया है। दरअसल, कोरबी गांव में मवेशियों को टीका लगाया गया। लेकिन इसके बाद 50 मवेशियों की हालत बिगड़ी और उकी मौत हो गई। वहीं कई मवेशी बीमार हो गए हैं।
मामले की जांच शुरू हुई प्रारंभिक तौर पर ये जानकारी सामने आई है कि टीके के नाम पर जो इंजेक्शन लगाया गया, वो हाई एंटीबायोटिक इंजेक्शन है। इसे खुरहा और मुंह चपका जैसी जानलेवा बीमारी में घाव ठीक करने के लिए लगाया जाता है। पशुओं के वजन के हिसाब से इंजेक्शन की मात्रा तय की जाती है। 40 लाख यूनिट वाला इंजेक्शन 3 से 4 क्विंटल वजनी मवेशियों को लगाया जाता है। लेकिन इस इंजेक्शन का ओवरडोज मौत की वजह हो सकती है। ये भी कहा जा रहा है कि ये इंजेक्शन पशु चिकित्सक ने नहीं, बल्कि उनके सहयोगी ने लगाया है। कलेक्टर के निर्देश के बाद जांच शुरू हो गई है और अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। इधर सांसद प्रतिनिधि प्रशांत मिश्रा और विधायक मोहितराम केरकेट्टा ने भी मामले में जांच की मांग की है
40 लाख यूनिट वाला इंजेक्शन 3 से 4 क्विंटल वजनी मवेशियों को लगाया जाता है। लेकिन इस इंजेक्शन का ओवरडोज मौत की वजह हो सकती है। ये भी कहा जा रहा है कि ये इंजेक्शन पशु चिकित्सक ने नहीं, बल्कि उनके सहयोगी ने लगाया है। कलेक्टर के निर्देश के बाद जांच शुरू हो गई है और अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। इधर सांसद प्रतिनिधि प्रशांत मिश्रा और विधायक मोहितराम केरकेट्टा ने भी मामले में जांच की मांग की है