अतीक की कथित चैट ने दिखाया माफिया अंदाज.....देखिये झूठा-सच में रिपोर्ट
- अतीक की कथित चैट ने दिखाया माफिया अंदाज
- माफिया ब्रदर्स की दबंगई का खुलासा
- पर्ची के रंग पर तय होती थी वसूली की रकम
प्रयागराज (झूठा-सच) | अतीक-अशरफ हत्याकांड में हर रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं. शनिवार की रात साढ़े दस बजे के करीब अतीक-अशरफ का शरीर गोलियों से छलनी कर दिया गया. अब इसको लेकर अलग-अलग एंगल सामने आ रहे हैं. हालांकि एसआईटी ने मामले की जांच शुरू कर दी है,,लेकिन माफिया का कथित चैट जो वायरल हो रहा है, उसके मुताबिक अतीक जेल से रहकर भी कांड जारी रखता था. चैट की लिखावट बताती है कि अतीका का लेवल ही अलग था. वो प्रॉपर वॉट्सअप से कारोबारियों को धमकाता था. उनसे वसूली करता था. धमकी देता था,, कि अगर पैसा नहीं पहुंचा तो उसका काम तमाम कर दिया जाएगा.
अतीक का एक वॉट्सअप चैट वायरल हो रहा है. ये चैट 6 और 7 जनवरी 2022 का है. इस वक्त वो साबरमती जेल में बंद था. वहां से वो लखनऊ के किसी बिल्डर को धमका रहा था. इस चैट में मुस्लिम साहब का जिक्र था. अतीक के आतंक की कहानियां प्रयागराज के घर-घर गूंजती थी. उसकी मौत के बाद अब वो एक-एक करके सामने आ रही हैं. एक और चैट में लिखा है कि मेरे बेटे वकील या डॉक्टर नहीं बनेंगे मुस्लिम साहब. माफिया अतीक चुनाव टैक्स भी वसूलता था. बड़े बिल्डर और व्यवसाय से जुड़े बड़े कारोबारियों से चुनाव लड़ने के लिए चुनाव टैक्स लेता था . अतीक के चुनाव लड़ने पर जारी होती थी गुंडा टैक्स वसूली पर्ची. आपको पता है कि गुंडा टैक्स वसूली पर्ची में रंग के हिसाब से पैसे तय होते थे. दो तरह की पर्ची बड़े कारोबारियों और व्यवसाय से जुड़े बड़े कारोबारियों को दी जाती थी. तीन लाख से लेकर 5 लाख तक था गुलाबी पर्ची का रेट, सफेद पर्ची का 5 लाख से ऊपर का रेट था, बहुत सारा पैसा तो कैश आता था मगर बैंक अकाउंट में भी पैसा जमा कराया था. बैंक ऑफ महाराष्ट्र के एकाउंट नंबर में चुनाव टैक्स के पैसे जमा होते थे. बैंक एकाउंट माफिया अतीक अहमद के नाम का होता था....