झूठा-सच

न्याय के लिए भटक रहा नेत्रहीन दिव्यांग, थाने से लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय तक लगा चुका है गुहार

 

 
कानपुर: नेत्रहीन दिव्यांग न्याय की गुहार लगाते हुए थाने से लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय तक जा चुका, लेकिन उसे न्याय नहीं मिला। दरअसल नेत्रहीन दिव्यांग और उसकी बुज़ुर्ग मां पिछले ढाई महीने से अधिकारियों से लेकर थाने के चक्कर लगा चुके हैं। इसके बाद मुख्यमंत्री कार्यालय में भी प्रार्थना पत्र दिया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। वहीं गुरुवार को एक बार फिर पुलिस कमिश्नर ऑफिस पहुंचकर नेत्रहीन दिव्यांग और उसकी बुज़ुर्ग मां ने न्याय की गुहार लगाई है।
 
बता दें कि नेत्रहीन दिव्यांग भगवानदास शास्त्री नगर स्थित 178/6 के सामने दुकान नंबर 21 के बगल में एक टट्टर की दुकान लगाते थे। उन्होंने बताया कि 24 मार्च 2023 को उनके साथ रहने वाले दबंग रजनीश कटियार, नरेंद्र कटियार और उनके दो तीन सहयोगियों ने रोककर गाली गलौज की व मारपीट की। भगवान दास ने बताया कि उन्होंने उससे झोपड़ी हटाए जाने की बात कही और उससे कहा की झोपड़ी अवैध है। 25 मार्च को एक बार फिर मारपीट की गई। पुलिस ने मामले में मेडिकल भी कराया। इसके बाद वहां मौजूद भगवानदास की झोपड़ी को दबंगों ने उजाड़ दिया।
 
गौरतलब है कि पिछले ढाई महीने से लगातार वह अधिकारियों के चक्कर काट रहा है। उसने ज़िलाधिकारी से भी इस मामले को लेकर शिकायत की। जब वह परेशान हो गया तो उसने लखनऊ जाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दरबार में प्रार्थना पत्र दिया। भगवानदास और उसकी मां पुष्पा लगातार दबंगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। गुरुवार को जब पुलिस कमिश्नर ऑफिस पहुंचे, तो उन्हें आश्वासन दिया कि उनका सारा सामान वापस दिलाया जाएगा।

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