झूठा-सच

आज "विश्व कविता दिवस" पर पढ़े मेरी नजर में साहित्य वह मलहम हैं जो....

झूठा-सच@संजीव दुबे .भावों की संवेदनशीलता की अभिव्यक्ति का सबसे सशक्त माध्यम हैं कविता | 21 मार्च को "विश्व कविता दिवस" WORLD POETRY DAY  के रूप में मनाया जाता हैं. लेकिन विडम्ब्ना हैं कि आज अच्छे कवि,लेखक और साहित्यकार होने के बावजूद साहित्य में एक अजीब सी रिक्तता और सूनापन नजर आता हैं | पता नहीं क्यों,कविताओं से प्रेम,वियोग, श्रृंगार और संवेदनाओ के एहसास की अनुभूति नजर नहीं आती जो मन की प्यास बुझाने में सक्षम हो| मेरी नजर में साहित्य वह मलहम हैं जो हर जख्म को भरते हुए इंसान को जीने की प्रेरणा देता हैं| शायद इसी लिए साहित्य को व्यक्ति का मार्गदर्शक माना जाता हैं| क्योकि साहित्य सृजन ही व्यक्ति के भटकते मन और भटकते क़दमों को दिशा दिखाते हुए स्थिरता प्रदान करने वाला होता हैं| 



झूठा-सच की तरफ से सभी रचनाधर्मी और साहित्य प्रेमियों को विश्व कविता दिवस के अवसर पर अपनी शुभकामनाएं प्रेषित करता हैं| 


 

 

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