हिंदुस्तान

डिजिटल माध्यम से होगी देश में जनगणना, जानें क्या होंगे बदलाव, कैसी होगी जानकारी

नई दिल्ली। गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने आज को राज्यसभा में बड़ी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि देश में होने वाली आगामी जनगणना देश की पहली डिजिटल जनगणना होगी. उन्होंने यह बात भाजपा सांसद रूपा गांगुली के सवाल के जवाब देते हुए बताई. उन्होंने कहा कि आगामी जनगणना में स्व-गणना का प्रावधान होगा.
राज्य मंत्री ने कहा कि जगणना में आंकड़ों को जुटाने के लिए एक मोबाइल ऐप तैयार किया जाएगा. जनगणना से संबंधित गतिविधियों और कार्यों के साथ साथ इसके प्रबंधन के लिए एक पोर्टल भी तैयार किया गया है. उन्होंने सदन को बताया कि कोरोना महामारी के कारण जनगणना 2021 और दूसरी क्षेत्रों में होने वाली जनगणना की गतिविधियों को रोक स्थगित कर दिया गया है.
बता दे कि सरकार ने मार्च में इस बात की घोषणा की थी कि इस साल दो चरणों में जनगणना 2021 को आयोजित कराया जाएगा. पहली जनगणना अप्रैल सितंबर 2020 में होनी थी जिसमें मकानसूची करण और आवास की जनगणना की जानी थी और जनसंख्या जनगणना को 9 फरवरी से 28 फरवरी 2021 तक आयोजित कराया जाना था. कोविड के बढ़ते प्रकोप को देखते हए जनगणना के कार्य को अगले आदेश तक स्थगित कर दिया गया है.
डाटा जाति के आधार पर नहीं जारी होगा 
इससे पहले मार्च में केंद्रीय राज्य मंत्री राय ने जानकारी देते हुए कहा था कि सामाजिक-आर्थिक और जाति जनगणना 2011 का आयोजन ग्रामीण विकास मंत्रालय  और ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में क्रमश: आवास और शहरी गरीबी उन्मूलन मंत्रालय द्वारा किया गया. राय ने बताया था कि जाति आधारित कच्चे आंकड़ों को डेटा के वर्गीकरण और कैटेगराइजेशन के लिए सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय  को दिया गया है. जैसा कि मंत्रालय द्वारा बताया गया है, इस स्तर पर जाति के आंकड़े जारी करने का कोई प्रस्ताव नहीं है. आजादी के बाद, भारत संघ ने, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के अलावा अन्य जातिगत जनसंख्या की गणना न करने की नीति के रूप में फैसला लिया है.

Leave Your Comment

Click to reload image