पुरी रथ यात्रा में भगदड़ से 3 लोगों की मौत, दो अधिकारी निलंबित, बदले गए कलेक्टर और एसपी
29-Jun-2025 12:37:27 pm
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- मृतकों के परिजनों को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा
पुरी। ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के दौरान रविवार सुबह भीषण भगदड़ की घटना सामने आई, जिसमें तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 50 से अधिक लोग घायल हो गए। हादसे के बाद राज्य सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए संबंधित अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की है। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने लापरवाही बरतने वाले पुरी के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को तत्काल प्रभाव से हटा दिया, वहीं दो अन्य अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।
जारी आदेश के अनुसार, पुरी के जिलाधिकारी सिद्धार्थ शंकर स्वैन और पुलिस अधीक्षक विनीत अग्रवाल का तबादला कर दिया गया है। इनकी जगह अब चंचल राणा को नया कलेक्टर और पिनाक मिश्रा को नया एसपी नियुक्त किया गया है। वहीं, ड्यूटी में कोताही बरतने के आरोप में डीसीपी विष्णु पति और कमांडेंट अजय पाधी को निलंबित कर दिया गया है।
हादसा कैसे हुआ?
रविवार तड़के करीब चार बजे रथ यात्रा उत्सव के दौरान यह भगदड़ गुंडिचा मंदिर के पास उस समय हुई जब हजारों श्रद्धालु भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के रथों के दर्शन करने उमड़े थे। अधिकारियों के मुताबिक, जब अनुष्ठान के लिए सामग्री लेकर दो ट्रक रथों के पास अत्यधिक भीड़ में घुस गए, तो वहां अचानक अफरा-तफरी मच गई। इससे भगदड़ मच गई, जिसमें तीन लोगों की जान चली गई और कई घायल हो गए।
हादसे में जान गंवाने वालों की पहचान बोलागढ़ निवासी बसंती साहू, बालीपटना के प्रेमकांत मोहंती और प्रवती दास के रूप में हुई है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, जबकि घायलों का स्थानीय अस्पतालों में इलाज जारी है। छह लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
मृतकों के परिजनों को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा
मुख्यमंत्री मोहन माझी ने मृतकों के परिजनों को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। साथ ही उन्होंने इस दुखद घटना को लेकर सभी श्रद्धालुओं से क्षमा मांगी। मुख्यमंत्री ने कहा, हम भगवान जगन्नाथ के सभी भक्तों से क्षमा याचना करते हैं। इस हादसे में जिन्होंने अपनों को खोया, उनके प्रति हमारी संवेदना है। इसके अलावा उन्होंने विकास आयुक्त की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय प्रशासनिक जांच के आदेश भी दिए हैं।