हिंदुस्तान

40 मिनट में पूरी होगी 2 घंटे की दूरी, पीएम मोदी ने दिल्ली को दी ये सौगात

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (17 अगस्त) को दिल्ली और हरियाणा को जोड़ने वाले दो बड़े हाई-स्पीड कॉरिडोर अर्बन एक्सटेंशन रोड-II (UER-II) और द्वारका एक्सप्रेसवे (दिल्ली हिस्सा) का उद्घाटन किया। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी मौजूद रहे।
करीब 11,000 करोड़ की लागत से तैयार ये दोनों प्रोजेक्ट एनसीआर की ट्रैफिक तस्वीर बदल देंगे। अब सिंघु बॉर्डर से दिल्ली एयरपोर्ट तक का सफर, जो पहले 2 घंटे लेता था, सिर्फ 40 मिनट में पूरा होगा। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि लक्ष्य है दिल्ली को जाम और प्रदूषण से मुक्त करना, और ये सड़कें उसी दिशा में बड़ा कदम हैं।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इन परियोजनाओं की सराहना करते हुए इन्हें "दिल्ली की गति में क्रांति" बताया। उन्होंने कहा: "किसने सोचा होगा कि सिंघु बॉर्डर से हवाई अड्डे तक का सफ़र सिर्फ़ 40 मिनट में पूरा हो सकता है? किसने सोचा होगा कि मुकरबा चौक, धौला कुआँ और एनएच-8 के भयानक ट्रैफ़िक जाम से इतनी आसानी से निपटा जा सकेगा? यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शिता और दृढ़ संकल्प से संभव हुआ है।" द्वारका एक्सप्रेसवे के 19 किलोमीटर लंबे हरियाणा खंड का उद्घाटन मार्च 2024 में किया गया था, जिससे एक महत्वपूर्ण गलियारा पूरा हो गया, जिसे अब दिल्ली-एनसीआर की गतिशीलता के लिए एक बड़ा परिवर्तनकारी कदम माना जा रहा है।
द्वारका एक्सप्रेसवे : देश का पहला अर्बन एक्सप्रेसवे
कुल लंबाई: 29 किलोमीटर (18.9 किमी गुरुग्राम, 10.1 किमी दिल्ली)।
एलिवेटेड हिस्सा: 23 किमी, टनल: 4 किमी।
3.6 किमी लंबी सुरंग सीधे पालम एयरपोर्ट तक।
4 पैकेजों में बंटा, दिल्ली हिस्से का काम जय कुमार इंफ्रा और गुरुग्राम का काम L&T ने किया।
निर्माण में 2 लाख टन स्टील और 20 लाख क्यूबिक मीटर कंक्रीट का इस्तेमाल।
12 हजार पेड़ों का ट्रांसप्लांट।
शुरू होने के बाद दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक का दबाव 25% कम।
UER-II: दिल्ली का तीसरा रिंग रोड
कुल लंबाई: 75.71 किलोमीटर।
दिल्ली-एनसीआर का नया 6-लेन एक्सेस-कंट्रोल एक्सप्रेसवे।
बवाना, नरेला, कंझावला, मुंडका, द्वारका समेत सोनीपत, रोहतक, जींद, बहादुरगढ़ तक कनेक्टिविटी।
27 फ्लाईओवर, 26 छोटे पुल और 17 सबवे।
ग्रीन रोड: गाजीपुर लैंडफिल से निकले 20 लाख टन कचरे का इस्तेमाल।
भविष्य में ई-हाईवे: ई-बसें, ई-कारें और ई-ट्रॉली चलाने की योजना।
आने वाले समय में NCR का बड़ा लॉजिस्टिक हब बनने की संभावना।

Leave Your Comment

Click to reload image