हिंदुस्तान

बाढ़ के कारण हाल बेहाल मध्य प्रदेश के 23 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

देश के अलग-अलग हिस्सों में बाढ़  के कारण हाल बेहाल हो रहा है. पहाड़ी इलाकों में बारिश के साथ-साथ लैंडस्लाइड की घटना हो रही हैं, तो वहीं मैदानी इलाकों में बाढ़-बारिश ने हाल बेहाल किया हुआ है.पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में बाढ़ की घटनाओं की वजह से करीब 3 लाख लोग प्रभावित हुए हैं, बीते दिन भले ही बारिश कम हुई लेकिन स्थिति अभी भी खतरनाक बनी हुई है. 

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, बाढ़ के कारण पश्चिम बंगाल के सात जिलों में तीन लाख लोग प्रभावित हैं और अबतक 23 लोगों की मौत हो चुकी है. अधिकारी के मुताबिक, अभी भी स्थिति क्रिटिकल बनी हुई है, जो लोग फंसे हुए हैं उन्हें लगातार पीने का पानी और अन्य जरूरी चीज़ों की सप्लाई की जा रही है. अधिकारियों के मुताबिक, बाढ़ के कारण करीब 4 लाख हेक्टेयर खेती वाली जमीन इस वक्त पानी के अंदर है. पश्चिम बंगाल के पूर्व और पश्चिम बर्धमान, पश्चिम मेदिनीपुर, हुगली, हावड़ा, साउथ 24 परगना और बीरभूम जिले इस वक्त सबसे अधिक प्रभावित हैं. बंगाल में स्थिति को काबू में करने के लिए लगातार डैम से पानी भी छोड़ा जा रहा है.

पश्चिम बंगाल के अलावा मध्य प्रदेश में भी बाढ़ के कारण हाल बेहाल हो गया है. मौसम विभाग के अनुसार, मध्य प्रदेश के 23 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है. ग्वालियर और चंबल क्षेत्र के कई जिलों में बारिश की वजह से बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक, प्रदेश में अभी तक बारिश से जुड़ी कुल 12 मौतें हुई हैं. इनमें से कुछ मौत बारिश या बाढ़ की वजह से घर या दीवार गिरने की वजह से हुई हैं. वहीं, एक व्यक्ति नदी पार करते हुए बह गया. अभी तक ग्वालियर और चंबल के इलाकों में 30 हज़ार लोगों को रेस्क्यू किया गया है और 126 रिलीफ कैंप में रुके हुए हैं. 

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बीते दिन ग्वालियर, दतिया और शिवपुरी समेत अन्य इलाकों का दौरा किया. शिवराज सिंह चौहान ने बाढ़ के हालात को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी फोन पर बात की. सीएम ने पीएम मोदी के अलावा गृह मंत्री अमित शाह से भी बात की, केंद्र की ओर से लगातार मदद का भरोसा दिलाया गया है |
 

 

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