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कब है निर्जला एकादशी मंगलवार 30 मई को, जानिए नियम...

हिंदू धर्म में वैसे तो कई सारे व्रत त्योहार पड़ते हैं लेकिन एकादशी का व्रत बेहद ही खास होता हैं जो कि हर माह में पड़ता हैं। धार्मिक पंचांग के अनुसार हर साल ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर निर्जला एकादशी का पावन व्रत किया जाता हैं जो कि इस बार 30 मई दिन मंगलवार को पड़ रही हैं।
एकादशी का व्रत भगवान विष्णु की पूजा आराधना को समर्पित होता हैं इस दिन भक्त भगवान की विधिवत पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं मान्यता है कि एकादशी के दिन प्रभु की आराधना करने से जीवन के सभी कष्टों का निवारण हो जाता हैं और सुख समृद्धि का आशीर्वाद मिलता हैं। लेकिन इसी के साथ ही एकादशी के दिन कुछ नियमों का पालन करना जरूरी होता हैं तो आज हम आपको बता रहे हैं कि निर्जला एकादशी के दिन क्या करें और क्या नहीं।
निर्जला एकादशी के नियम-
निर्जला एकादशी के व्रत को सबसे अधिक कठिन माना गया हैं क्योंकि इस दिन व्रत रखने वाले को जल का त्याग करना होगा। इस दिन जल की एक बूंद भी ग्रहण करना ​वर्जित होता हैं। एकादशी व्रत के एक दिन पहले से ही मांस, मदिरा और तामसिक भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके अलावा एकादशी व्रत के पारण के बाद भी सात्विक भोजन ही ग्रहण करना चाहिए।
एकादशी का व्रत करने वाले को संयम और ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए। इस दिन दान पुण्य के कार्य करना भी उत्तम माना जाता हैं। निर्जला एकादशी पर आप जल से भरे कलश का दान कर सकते हैं और इस दिन पानी पिलाना भी उत्तम माना जाता हैं। निर्जला एकादशी के दिन घर में झाड़ू नहीं लगाना चाहिए इससे छोटे जीवन मर सकते हैं जिससे जातक पर जीव हत्या का दोष लग सकता हैं।

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