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धनतेरस पर बन रहे शुभ संयोग से इन 5 राशियों की चमक जाएगी किस्मत

इस धनतेरस 29 अक्टूबर 2024 को पड़ रहा है। इसमें विशेष महासंयोग बन रहे हैं, जिसमें त्रिग्रही योग, त्रिपुष्कर योग, इंद्र योग और लक्ष्मी नारायण योग शामिल हैं। ये सभी योग धन की वर्षा करने वाले माने जाते हैं। इस अवसर पर लोग नए निवेश, खरीददारी और आर्थिक योजनाओं में सफलता प्राप्त कर सकते हैं, जिससे समृद्धि और खुशहाली की संभावना बढ़ती है।
वृषभ-
इस साल धनतेरस वृषभ राशि वालों के लिए विशेष रूप से लाभकारी रहेगा। प्रमोशन के योग बन रहे हैं, जिससे उनकी कमाई में वृद्धि होगी। पार्टनरशिप में व्यापार करने वालों को अच्छा मुनाफा मिलने की उम्मीद है, और इस दौरान पार्टनर का पूरा सहयोग भी प्राप्त होगा।
वृश्चिक-
धनतेरस पर वृश्चिक राशि वालों के लिए कई सकारात्मक अवसर आएंगे। इस दिन उन्हें बेहतरीन डील्स मिल सकती हैं, जो उनकी सफलता के नए आयाम स्थापित करेंगी। गाड़ी या घर खरीदने की योजनाएं भी सफल रहेंगी। इसके साथ ही, लव लाइफ में खुशियों की बहार आने से व्यक्तिगत जीवन में भी आनंद और संतोष बढ़ेगा।
कर्क-
धनतेरस पर कर्क राशि वालों के लिए विशेष योग बने हुए हैं, जो बेहद शुभ साबित होंगे। इस दिन आकस्मिक धन लाभ की संभावना है, जिससे आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। पारिवारिक सहयोग भी प्राप्त होगा, जो व्यवसाय में उन्नति के लिए सहायक रहेगा। इसके अलावा, इस समय लग्जरी वस्तुओं की खरीदारी भी संभव है, जो आपके घर में खुशहाली और समृद्धि लाएगी। यह दिन आपके लिए विशेष रूप से लाभकारी रहेगा।
सिंह-
सिंह राशि वालों के लिए धनतेरस इस साल बेहद शुभ साबित होगा। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, जिससे कमाई अच्छी रहेगी। व्यापार का ग्राफ बढ़ने की उम्मीद है, जो सफलता की नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा। साथ ही, जीवनसाथी के साथ रिश्ते भी बेहतर होंगे, जिससे घरेलू जीवन में खुशहाली आएगी।
मीन-
धनतेरस पर मीन राशि वालों के लिए दुर्लभ संयोग बन रहे हैं, जो उन्हें लाभ प्रदान करेंगे। इस दिन पैतृक संपत्ति से लाभ होने की संभावना है, जिससे वित्तीय स्थिति मजबूत होगी। साथ ही, समाज में सम्मान भी बढ़ेगा, जिससे आपके व्यक्तित्व में और निखार आएगा। यह समय आपके लिए शुभ रहेगा।
इस शुभ मुहूर्त में करें खरीददारी-
ज्योतिषाचार्य डा. दत्तात्रेय ने बताया कि 29 और 30 नवंबर को पञ्च महायोग और अक्षय लक्ष्मी कारक योग का संयोग बनेगा। 29 नवंबर को द्वादशी तिथि सुबह 10:31 बजे तक रहेगी, जबकि शाम को त्रयोदशी होगी। इस दिन ऐन्द्र, प्रजापति, और सर्वार्थ सिद्धि योग जैसी शुभ स्थितियां होंगी। सूर्यास्त के समय प्रदोष मुहूर्त में की गई खरीददारी लक्ष्मी का कारक बनेगी।

डिसक्लेमर-
इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।

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