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मासिक जन्माष्टमी 22 नवंबर को, जानिए...मुहूर्त एवं पूजा विधि

हिंदू धर्म में कई सारे पर्व त्योहार मनाएं जाते हैं और सभी का अपना महत्व भी होता है लेकिन मासिक कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व बेहद ही खास माना जाता है जो कि माह में पड़ता है। यह तिथि भगवान कृष्ण को समर्पित होती है इस दिन भक्त भगवान कृष्ण की विधिवत पूजा करते हैं और उपवास आदि भी रखते हैं
मान्यता है कि ऐसा करने से भगवान कृष्ण की कृपा से जीवन में सुख शांति बनी रहती है और कष्टों का निवारण हो जाता है। इस बार मासिक जन्माष्टमी 22 नवंबर दिन शुक्रवार को मनाई जाएगी तो आज हम आपको पूजा की विधि बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
मासिक जन्माष्टमी की तारीख और मुहूर्त-
हिंदू पंचांग के अनुसार इस बार मार्गशीर्ष माह में आने वाली कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि का आरंभ 22 नवंबर को शाम 6 बजकर 7 मिनट पर हो रहा है और इस तिथि का समापन अगले दिन यानी की 23 नवंबर को शाम 7 बजकर 56 मिनट पर हो जाएगा। वही उदया तिथि के अनुसार इस बार 22 नवंबर दिन शुक्रवार को मासिक कृष्ण जन्माष्टमी का व्रत किया जाएगा।
मासिक जन्माष्टमी की पूजा विधि-
आपको बता दें कि मासिक जन्माष्टमी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करें इसके बाद लाल वस्त्र धारण करें। अब घर के मंदिर में एक चौकी रखें उस पर लाल वस्त्र बिछाएं। इसके बाद भगवान कृष्ण की प्रतिमा को स्थापित करें। प्रतिमा के समक्ष घी का दीपक जलाएं और व्रत पूजा का संकल्प करें। पंचामृत या गंगाजल से भगवान को स्नान कराएं। इसके बाद भगवान कृष्ण को नए वस्त्र पहनाएं और बाद में श्रृंगार भी करें। श्री कृष्ण को रोली से तिलक लगाएं। तुलसी के पत्ते, माखन, मिश्री, फल और पुष्प अर्पित करें इस दौरान भगवान कृष्ण के मंत्रों का जाप करें अंत में आरती कर पूजा का समापन करें।

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