साल 2024 की आखिरी सफला एकादशी 26 दिसंबर को
20-Dec-2024 1:02:18 pm
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- इस मुहूर्त में करें पूजा, दूर होंगे सारे संकट
सनातन धर्म में कई सारे व्रत त्योहार पड़ते हैं और सभी का अपना महत्व भी होता है लेकिन एकादशी व्रत को बेहद ही खास माना जाता है जो कि हर माह में दो बार पड़ती है ऐसे साल में कुल 24 एकादशी का व्रत किया जाता है इस दिन पूजा पाठ और व्रत करने का विधान हैं एकादशी की तिथि भगवान विष्णु को समर्पित है
इस दिन पूजा पाठ करने से श्री हरि की असीम कृपा बरसती है दिसंबर माह में पड़ने वाली एकादशी को सफला एकादशी के नाम से जाना जाता है जो कि साल 2024 की आखिरी एकादशी है तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा सफला एकादशी की तारीख और मुहूर्त की जानकारी प्रदान कर रहे हैं तो आइए जानते हैं।
हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल पौष माह की एकादशी तिथि का आरंभ 25 दिसंबर को रात 10 बजकर 29 मिनट पर होगा। वही तिथि का समापन 26 दिसंबर की रात 12 बजकर 43 मिनट पर हो जाएगा। ऐसे में सफला एकादशी का व्रत 26 दिसंबर को मनाया जाएगा। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करना लाभकारी होता है।
इसके अलावा सफला एकादशी व्रत का पारण अगले दिन सूर्योदय के बाद किया जाता है इसलिए एकादशी व्रत का पारण 27 दिसंबर को किया जाएगा। इस दिन सुबह 7 बजकर 12 मिनट से लेकर 9 बजकर 16 मिनट तक पारण करने का शुभ मुहूर्त है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सफला एकादशी के दिन उपवास रखकर भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करने से घर में सुख शांति और समृद्धि आती है साथ ही सभी परेशानियों का भी अंत हो जाता है।
एकादशी पर न करें ये गलतियां-
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार एकादशी के दिन मांस, मदिरा और तामसिक चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से भगवान विष्णु नाराज़ हो सकते हैं इसके अलावा इस दिन लहसुन प्याज और चावल का सेवन करने से भी बचना चाहिए ऐसा करने से कष्ट भोगना पड़ सकता है। सफला एकादशी के दिन झूठ बोलने से बचना चाहिए। ऐसा करने से जीवन में दुखों का सामना करना पड़ सकता है। एकादशी के दिन क्रोध भी नहीं करना चाहिए। शांत रहकर पूजा पाठ में अपना ध्यान लगाएं।
एकादशी के दिन अधिक से अधिक समय भगवान विष्णु की पूजा में लगाना चाहिए और अन्य कार्यों को कम ही समय देना चाहिए। इसके अलावा इस दिन भूलकर भी काले रंग के वस्त्रों को नहीं धारण करना चाहिए ऐसा करना अशुभ माना जाता है इस दिन पीले वस्त्रों को पहनना शुभ होता है।