दुनिया-जगत

यूएई ने हटाया शादी से पहले शारीरिक संबंधों को अपराध की श्रेणी से

शारजाह। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने बीते वर्ष नवंबर में शादी से पहले शारीरिक संबंधों को अपराध की श्रेणी से हटा दिया। हालांकि, इस फैसले के एक वर्ष बाद भी तमाम बिन ब्याही माएं बच्चों के जन्म प्रमाणपत्र हासिल करने के लिए भटक रही हैं। बहरहाल, दो सप्ताह में लागू होने वाले एक नए कानून में अविवाहित महिलाओं के बच्चों के लिए जन्म प्रमाणपत्र प्राप्त करने के बारे में कोई उपाय नहीं किया है, जबकि कानून इसके अभाव में बच्चे रखने पर महिलाओं को अपराधी घोषित करता है।
बच्चों के लिए जन्म प्रमाणपत्र प्राप्त करना एक महंगी प्रक्रिया है, गरीब लोग, खासतौर पर विदेशी घरों या दफ्तारों में मामूली वेतन पर काम करते हैं, वे इस खर्च उठाने में असमर्थ होते हैं। दिसंबर 2020 में शारजाह सेंट्रल जेल से तीन महीने की बेटी के साथ रिहा हुई स्टार ने बताया कि वह और छह अन्य अविवाहित महिलाएं जेल में बंद थीं, जिनमें से ज्यादातर फिलिपींस की थीं। स्टार ने बताया कि कैद के दौरान उनसे बेटी को छीन लिया गया था। 15 महिलाओं को एक बाथरूम साझा करना होता था, खाने में केवल चावल और रोटी मिलती थीं। महज 30 मिनट कोठरी से बाहर निकलने दिया जाता था। पुलिस अपमानजनक तरीके से बच्चे के जन्म व शारीरिक संबंधों की पूछताछ करती थी।
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काबुल भी वायु प्रदूषण से बुरी तरह प्रभावित, अफगानिस्तान सरकार ने जताई चिंता

अफगानिस्तान की राजधानी काबुल भी इस वक्त वक्त वायु प्रदूषण से बुरी तरह प्रभावित है। यहां पर लगातार एक्यूआई का स्तर बढ़ रहा है। कई इलाकों में एक्यूआई 'गंभीर' श्रेणी में दर्ज हो रहा है। आलम यहा है कि यहां की आबोहवा में लोगों को सांस लेना मुश्किल हो रहा है। ऐसे में सरकार की तरफ से भी लोगों से अनुरोध किया गया है कि वह बढ़ते वायु प्रदूषण को रोकने के लिए वह अपना सहयोग करे। बता दें कि वायु प्रदूषण को लेकर ये चिंता ऐसे वक्त में सामने आई है जब सरकार ने किसी को राष्ट्रीय पर्यावरण संरक्षण एजेंसी (एनईपीए) का नेतृत्व करने के लिए नियुक्त नहीं किया है।

काबुल निवासियों ने शनिवार को बताया कि शहर में गंभीर वायु प्रदूषण के चलते सांस की बीमारी की दर बढ़ रही है। बताया जा रहा है कि ठंड के मौसम में वायु प्रदूषण बहुत बढ़ जाता है क्योंकि लोग ज्यादातर सस्ते ईंधन का उपयोग करते हैं।यहां पर स्थित निवासी नूर गुल ने कहा, 'काबुल में प्रदूषण बढ़ रहा है, और यह बहुत खतरनाक है, जिससे कई समस्याएं और बीमारियां पैदा हो रही हैं।' सरकारी और निजी अस्पतालों के स्वास्थ्य कर्मचारियों ने काबुल में प्रदूषण पर चिंता व्यक्त करते हुए पुष्टि की है कि सर्दी शुरू होते ही सांस की बीमारियों के मरीज बढ़ जाते हैं।

एक डॉक्टर टैंकीन ने कहा, 'प्रदूषण से संबंधित बीमारियां बढ़ रही हैं और कई मरीज अस्पतालों में इलाज के लिए आ रहे हैं।' इस बीच, काबुल नगर पालिका के अधिकारियों ने सभी निवासियों से प्रदूषण कम करने में सहयोग करने का आग्रह किया है। काबुल के डिप्टी मेयर हमदुल्ला नोमानी ने कहा, 'यह हमारी जिम्मेदारी है, और हम अपने प्रयास जारी रखेंगे, इसलिए हम लोगों से सहयोग करने का अनुरोध करते हैं।'
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तुर्की में महंगाई की मार से लोगों का जीना हुआ मुश्किल

तुर्की में महंगाई ने आम आदमी की कमर तोड़ कर रख दी है. तुर्की में जिस स्पीड के साथ महंगाई बढ़ रही है, उससे उबरना काफी मुश्किल लग रहा है. देश में बढ़ती महंगाई की वजह से अर्थव्यस्था भी चौपट होती जा रही है. तुर्की की करेंसी लीरा का भी बुरा हाल हो रखा है. लीरा की वैल्यू में ऐतिहासिक गिरावट देखी गई. अमेरिकी डॉलर के मुकाबले लीरा में करीब 50 फीसदी की गिरावट आई है. अर्थशास्त्रियों का कहना है कि राष्ट्रपति रजब तैयब अर्दोआन की नीतियों की वजह से तुर्की की ये हालत हो रही है.

रोजाना बढ़ रही हैं फल-सब्जी की कीमतें
तुर्की में बढ़ती महंगाई ने राष्ट्रपति रजब तैयब अर्दोआन की मुश्किलें अब हद से ज्यादा बढ़ा दी हैं. आलम ये है कि देश की मौजूदा वित्तीय हालत को देखते हुए विपक्ष ने समय से पहले ही चुनाव कराने की मांग उठी दी है. बीबीसी हिंदी की एक खबर के मुताबिक तुर्की में फल-सब्जी बेचने वाले दुकानदारों को रोजाना कीमतों में बढ़ोतरी करनी पड़ रही है. यही वजह है कि खरीदार भी अब इन हालातों से बुरी तरह परेशान हो चुके हैं. यहां तक कि राष्ट्रपति के गढ़ माने जाने वाले इलाके में रहने वाले लोग भी अब इस महंगाई से हार मान चुके हैं और राष्ट्रपति की जमकर आलोचना कर रहे हैं.

राष्ट्रपति की नीतियों से जनता में नाराजगी
राजधानी इस्तांबुल के पास रहने वाले एक 76 साल के यिलमाज छोरू ने बीबीसी को बताया, "मैंने अपनी जिंदगी में कभी ऐसी सरकार नहीं देखी. इससे पहले की बेकार सरकारें और मिलिट्री शासन में भी ऐसा कभी नहीं हुआ. मैंने रजब तैयब अर्दोआन को तुर्की का राष्ट्रपति बनाने के लिए वोट दिया था और अब मुझे अपने फैसले पर अफसोस हो रहा है." रिपोर्ट में कहा गया है कि यिलमाज लोगों से उधार पैसा लेकर अपना जीवन चलाने के लिए मजबूर हैं. कई बार तो वे फल-सब्जियों की कीमत सुनकर आगे निकल जाते हैं. अर्थव्यवस्था को लेकर दिया जाने वाला राष्ट्रपति का एक-एक बयान तुर्की को वित्तीय संकट की खाई में ले जा रहा है. खबर में बताया गया कि राष्ट्रपति जब कभी भी देश की अर्थव्यवस्था के बारे में कुछ बोलते हैं तो लीरा की वैल्यू गिरने लगती है

भारत की स्थिति भी खराब!
भारत में भी महंगाई ने आम आदमी को बुरी तरह से परेशान कर रखा है. रोजमर्रा के सामान से लेकर खाने-पीने की चीजें, तेल, पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस जैसी जरूरी चीजों की कीमतों ने बीते सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. इतना ही नहीं, देश में अब जरूरी सेवाओं के लिए भी पहले से ज्यादा कीमत चुकानी पड़ रही है. महंगाई के इस दौर में निम्न वर्ग के लोगों के लिए जीवन व्यतीत करना काफी मुश्किल हो गया है. बताया जा रहा है कि जरूरी सामानों की मैन्यूफैक्चरिंग में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल और अन्य जरूरी चीजों की बढ़ती कीमतों की वजह से महंगाई बढ़ती ही जा रही है | 
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ताइवान में फिर भेजे चीन ने लड़ाकू विमान

ताइवान और चीन के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है। चीन ने एक बार फिर ताइवान के वायु रक्षा पहचान क्षेत्र में 13 मिलिट्री एयरक्राफ्ट भेजे हैं। यह ऐसे वक्त में हुआ है जब निकारागुआ ने ताइवान के साथ संबंध तोड़कर चीन के साथ राजनयिक संबंध स्थापित किए हैं।ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने बताया है कि 13 चीनी विमानों में से दो H-6 बॉम्बर्स और एक Y-8 इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर प्लेन दक्षिण पूर्वी ताइवान के वायु क्षेत्र में बहुत अंदर तक गया। अन्य 10 एयरक्राफ्ट की बात करें तो एक Y-8 पनडुब्बी रोधी युद्धक विमान, एक KJ-500 थर्ड जनरेशन एयरबोर्न, छह शेनयांग J-16 और दो चेंगदू J-10 फाइटर जेट्स शामिल थे।जवाब में ताइवान ने एक लड़ाकू हवाई गश्ती अभियान चलाया, रेडियो चेतावनी भेजी और चीनी सैन्य बेड़े को ट्रैक करने के लिए एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम की तैनाती की। वायु रक्षा पहचान क्षेत्र शुरुआती चेतावनी प्रणाली हैं जो देशों को अपने हवाई क्षेत्र में घुसपैठ का पता लगाने में मदद करते हैं। बता दें कि चीन लगातार ताइवान के वायु रक्षा क्षेत्र में युद्धक विमान भेजता रहा है।

पिछले 2 महीने में चीन ने सैंकड़ों एयरक्राफ्ट ताइवान की वायु सीमा में भेजा है। इसे लेकर ताइवान ने चिंता जताई है और बीजिंग को चेतावनी दी है। बता दें कि बीजिंग ताइवान पर अपनी संप्रभुता का दावा करता है। हालांकि सच ये है कि दोनों पक्ष सात दशक से अधिक वक्त से अलग-अलग शासित हैं।हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से एक बैठक के दौरान यह पूछे जाने पर कि अगर चीन ताइवान पर हमला करता है, तो क्या अमेरिका ताइवान की रक्षा करेगा? इसका जवाब देते हुए बाइडेन ने कहा कि हां, हम ऐसा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। ताइवान के रक्षा मंत्री रक्षा मंत्री चिउ कुओ-चेंग ने ताइवान में चीनी विमानों द्वारा घुसपैठ की रिकॉर्ड संख्या के बाद कहा कि चीन के साथ ताइपे का सैन्य तनाव 40 से अधिक वर्षों में सबसे खराब स्थिति में है।
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भारतीय वास्तुकार बालकृष्ण रॉयल गोल्ड मेडल से नवाजे गए

रॉयल इंस्टीट्यूट ऑफ ब्रिटिश आर्किटेक्ट्स (आरआईबीए) ने यह घोषणा करते हुए बताया कि 70 वर्षीय करियर और 100 से ज्यादा परियोजनाओं के साथ 94 साल के दोशी ने बेहद अहम उपलब्धि हासिल की है।

आरआईबीए ने कहा, दोशी ने भारत व आसपास वास्तुकला की दिशा को प्रभावित किया
आरआईबीए ने कहा, दोशी ने अपने अभ्यास और अपने शिक्षण दोनों के माध्यम से भारत और उसके आसपास के क्षेत्रों में वास्तुकला की दिशा को प्रभावित किया है। आजीवन किए गए काम को मान्यता देने वाले रॉयल गोल्ड मेडल को व्यक्तिगत रूप से महारानी एलिजाबेथ द्वितीय द्वारा अनुमोदित किया जाता है और इसे ऐसे व्यक्ति या लोगों को दिया जाता है, जिनका वास्तुकला की उन्नति पर महत्वपूर्ण प्रभाव रहा है।

दोशी ने इस जीतपर कहा, मैं आश्चर्यचकित हूं और इंग्लैंड की महारानी से 'रॉयल गोल्ड मेडल' प्राप्त करने की बात से सम्मानित महसूस कर रहा हूं। यह बहुत बड़ा सम्मान है। आरआईबीए ने कहा कि उनकी इमारतों में भारत की वास्तुकला, जलवायु, स्थानीय संस्कृति और शिल्प की परंपराओं की गहरी छाप के साथ आधुनिकतावाद का भी संगम दिखता हैं।

गुरु और सहयोगियों को आभार
पदक जीतने पर बालकृष्ण दोशी ने कहा, आज छह दशक बाद, मैं अपने गुरु ले कॉर्बूजियर के समान इस पुरस्कार से सम्मानित होकर अभिभूत हूं। मैं अपनी पत्नी, अपनी बेटियों और सबसे महत्वपूर्ण मेरी टीम और सहयोगियों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं। दोशी 1927 में पुणे में फर्नीचर निर्माण से जुड़े परिवार में जन्मे और जेजे स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर, मुंबई से बाद में अध्ययन किया। उन्होंने पेरिस में भी काम किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय वास्तुकार बालकृष्ण दोशी को ब्रिटेन के प्रतिष्ठित शाही स्वर्ण पदक से सम्मानित किए जाने पर बधाई दी और कहा कि वास्तुकला की दुनिया में उनका योगदान स्मारकीय है। मोदी ने ट्वीट किया, दोशी के कार्यों को उनकी रचनात्मकता, विशिष्टता और विविध प्रकृति के लिए विश्व स्तर पर सराहा जाता है। उन्हें बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं।
 
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NASA ने एक नए एक्स रे मशीन को किया लॉन्च

 

अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने एक नए एक्स रे मिशन (आईएक्सपीई) को आज दोपहर लांच किया है। यह मिशन अंतरिक्ष में होने वाली कई रहस्यमयी घटनाओं को उजागर करने के लिए मददगार साबित होगा। इससे ब्लैक होल, सुपरनोवा और ब्रह्मांड की प्रकृति के बारे में कई अहम जानकारी सामने आने पूरी मदद मिलेगी। आज दोपहर करीब एक बजे स्पेस एक्स कंपनी के फॉल्कन 9 के रॉकेट की मदद से नासा के केनेडी स्पेस सेंटर फ्लोरिडा से लांच किया गया है। यह मिशन नासा और इटली की अंतरिक्ष एजेंसी का संयुक्त कार्यक्रम है।

इस खास अवसर पर नासा की तरफ से जानकारी देते हुए कहा गया कि आईएक्सपीई एक्स-रे मिशन सुबह 1 बजे लांच हो गया है। साथ ही कहा कि यह मिशन अंतरिक्ष में होने वाली रहस्यमयी घटनाओं जेसे ब्लैक होल और न्यूट्रॉन तारे आदि की जानकारी जुटाने में मददगार साबित होगा। हालांकि, आईएक्सपीई नासा के एक्स रे टेलिस्कोप चंद्र एक्स-रे की तरह बड़ा और मजबूत नहीं है। लांच के खास मौके पर आईएक्सपीई के प्रिसिपल इन्वेस्टिगेटर मार्टिन वेसकॉफ ने बताया कि इस मिशन की शुरुआत एक्स-रे एस्ट्रोनॉमी के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है। आईएक्सपीई मिशन से अंतरिक्ष में कॉस्मिक एक्स-रे के सटीक प्रकृति और मूल की जानकारी प्राप्त की जा सकेगी।
 
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बेकाबू ट्रक ने यात्रियों को रौंदा, 53 की मौत

मैक्सिको। दक्षिणी मैक्सिको में भीषण हादसा हुआ। एक बेकाबू ट्रक ने भीड़ वाली सड़क पर लोगों को रौंद दिया। इस हादसे में अभी तक 53 लोगों की मौत हो गई। वहीं, 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है। यह दर्दनाक हादसा चियापास राज्य की राजधानी जाने वाली सड़क पर हुआ। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, मालवाहक ट्रक जैसे ही पुल पर चढ़ा कि ड्राइवर ने अपना नियंत्रण खो दिया। जिससे सड़क किनारे चल रहे लोगों को रौंदते हुए डिवाइडर से टकरा गया। बताया जा रहा है कि मृतकों की संख्या बढ़ भी सकती है।
चियापास राज्य नागरिक सुरक्षा कार्यालय के प्रमुख लुइस मैनुअल मोरेनो ने बताया कि मरने वालों और घायलों में ज्यादातर मध्य अमेरिका के अप्रवासी हैं, हालांकि उनकी राष्ट्रीयता की अभी पुष्टि नहीं हुई। मोरेनो ने बताया कि बचे हुए लोगों में से कुछ ने कहा कि वे पड़ोसी देश ग्वाटेमाला से हैं।

 

 

 

 

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ईरान की परमाणु कूटनीति विफल

वाशिंगटन। ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जेन साकी ने कहा कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम में चल रही प्रगति को देखते हुए, राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपनी प्रशासनिक टीम को कूटनीति विफल होने की स्थिति में तैयार रहने के लिए कहा है और साथ ही कहा कि हमें अन्य विकल्पों की ओर रुख करना चाहिए।
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ओमिक्रान से निपटने के लिए उपयोगी हैं 'लेबोरेटरी डाटा

दुनियाभर में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट 'ओमिक्रान' का खतरा लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में इससे निपटने के लिए सभी देश अपने स्तर पर तैयारी में जुटा हुआ है। अब दुनिया भर में ओमिक्रान वैरिएंट प्रसार के बीच संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य एजेंसी की तरफ से कहा गया है कि नए वैरिएंट के खिलाफ प्रारंभिक प्रयोगशाला डेटा उपयोगी है, लेकिन यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि ये कितने प्रभावी होंगे।

संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य एजेंसी के पैनल ने गुरुवार को कहा कि कोरोना के नए वैरिएं के खिलाफ मौजूदा टीकों की प्रभावशीलता पर प्रारंभिक प्रयोगशाला डेटा उपयोगी है, लेकिन यह अभी ये साफ नहीं है कि ये कितने प्रभावी होंगे। गंभीर रूप से बीमार मरीजों का इलाज कर रहे हैं। बता दें कि यह बयान ऐसे समय में आया है जब कहा जा रहा है जिस शख्स ने कोरोना वैक्सीन की दोनो डोज ली हुई है उसको छह महीने तक ओमिक्रान का खतरा कम है।
डब्ल्यूएचओ में टीकाकरण, टीके और जैविक विज्ञान विभाग के निदेशक डॉ केट ओ'ब्रायन ने कहा, 'निष्क्रियता डेटा में एक आधार है, लेकिन यह वास्तव में नैदानिक ​​डेटा है जो ओमिक्रान से लड़ने में सहायता प्रदान कर सकता है।

 
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मिस यूनिवर्स में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी लीवा मिस की विजेता

मिस यूनिवर्स में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी लीवा मिस की विजेता, देखे ग्लैमर गर्ल की तस्वीर इस प्रतियोगिता के लिए हरनाज काफी लंबे समय से मॉडलिंग से जुड़ गई थीं.
 
कर रही हैं ये डिग्री
हरनाज संधू पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स कर रही हैं. वह पढ़ाई में काफी रुचि रखती हैं.

ये है खूबसूरती का राज
अपनी खूबसूरती का राज बताते हुए उन्होंने कहा था कि वह योगा और मेडिटेशन बहुत करती हैं.

काफी फिट हैं हरनाज
इन तस्वरों से साफ पता लग रहा है कि अपने आपको हरनाज ने काफी फिट रखा हुआ है.

करना चाहती हैं ये काम
उन्होंने इस प्रतियोगिता में चुने जाने के बाद कहा था कि वह भारत-इजरायल के संबंधों को मजबूत बनाने की कोशिश करेंगी |
 
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अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन को मिला आब्जर्वर का दर्जा

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन को आब्जर्वर का दर्जा दिया है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी राजदूत टी एस तिरुमूर्ति ने ट्वीट करके ये जानकारी दी। टी एस तिरुमूर्ति ने इसे ऐतिहासिक निर्णय बताते हुए कहा कि आइएसए वैश्विक ऊर्जा बढ़ोतरी और विकास के लिए साझेदारी के माध्यम से सकारात्मक वैश्विक जलवायु कार्रवाई का एक उदाहरण बन गया है। 
तिरुमूर्ति ने अपने ट्वीट में लिखा, अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन को आब्जर्वर का दर्जा देने का संयुक्त राष्ट्र महासभा ने ऐतिहासिक निर्णय लिया है। छह वर्षों में अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन वैश्विक ऊर्जा विकास और वृद्धि के लाभ के लिए साझेदारी के माध्यम से सकारात्मक वैश्विक जलवायु कार्रवाई का एक उदाहरण बन गया है। 

 

 

 

 

 

 

 

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बच्चों को वैक्सीन लगाने के विरोध में कई माता-पिता

दक्षिण कोरिया में कई माता-पिता यूनियन ने किशोरों के बीच COVID-19 के प्रसार को रोकने के उद्देश्य से बच्चों के लिए पास किए वैक्सीन लगाने के जनादेश के खिलाफ गुरुवार को विरोध प्रदर्शन किया। सरकार ने कहा है कि फरवरी से, 12 साल या उससे अधिक उम्र के किसी भी व्यक्ति को सार्वजनिक स्थानों में प्रवेश करने के लिए वैक्सीन पास दिखाना होगा, जिसमें निजी ट्यूशन सेंटर, पुस्तकालय और अध्ययन कैफे शामिल हैं, जहां अधिकांश छात्र स्कूल के बाद जाते हैं। छूट की आयु वर्तमान में 17 वर्ष निर्धारित की गई है।

हालांकि, जनादेश ने कुछ माता-पिता के बीच माहौल बिगाड़ दिया, जो संभावित दुष्प्रभावों और जो समझते हैं कि टीका लगवाने के बावजूद संक्रमण हो रहा है, तो ऐसी सब रिपोर्ट का हवाला देते हुए अपने बच्चों का टीकाकरण करने से इनकार करते हैं।माता-पिता संघों के कम से कम 70 सदस्य गुरुवार को चेओंगजू शहर में कोरिया रोग नियंत्रण और रोकथाम एजेंसी की इमारत के सामने इकट्ठा हुए, जिसमें 'वैक्सीन तानाशाही' लिखा हुआ था।
 
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दुनिया की सबसे शक्तिशाली महिलाओं की सूची में निर्मला सीतारमण

दुनिया की सबसे चर्चित मैगजीन Forbes ने दुनिया की 100 सबसे ताकतवर महिलाओं की लिस्ट जारी कर दी है. लिस्ट में देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को भी जगह मिली है, उन्हें 37वां स्थान दिया गया है. आपको जानकर हैरानी होगी कि Forbes ने निर्मला सीतारमण को लगातार तीसरी बार 'दुनिया की 100 सबसे ताकतवर महिलाओं' की लिस्ट में जगह मिली है. बताते चलें कि निर्मला सीतारमण ने इस बार लिस्ट में अपने स्थान में काफी अच्छा सुधार किया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, अमेरिका की ट्रेजरी सेक्रेटरी जैनेट येलेन  से भी दो स्थान आगे हैं

Forbes ने 'दुनिया की 100 सबसे ताकतवर महिलाओं' की लिस्ट में Nykaa की फाउंडर और सीईओ फाल्गुनी नायर को भी जगह दी है, उन्हें इस लिस्ट में 88वां स्थान मिला है. बताते चलें कि फाल्गुनी नायर, शेयर बाजार में अपनी कंपनी की शानदार शुरुआत के बाद अभी हाल ही में भारत की सातवीं महिला अरबपति और सबसे धनी स्व-निर्मित अरबपति बनी हैं. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और फाल्गुनी नायर के अलावा Forbes ने 'दुनिया की 100 सबसे ताकतवर महिलाओं' की लिस्ट में भारत की एक और महिला को स्थान दिया है. जी हां, फोर्ब्स ने HCL Technologies की चेयरपर्सन रोशनी नाडर को 52वां स्थान दिया है. 

बताते चलें कि रोशनी नाडर, देश की किसी आईटी कंपनी को लीड करने वाली पहली महिला अधिकारी हैं.

फोर्ब्स ने अपनी इस लिस्ट में Biocon की फाउंडर और एग्जीक्यूटिव चेयरपर्सन किरण मजूमदार शॉ को भी जगह दी है, उन्हें 72वें स्थान पर रखा गया है. फोर्ब्स ने दुनिया की 100 सबसे शक्तिशाली महिलाओं की लिस्ट में मैकेंजी स्कॉट को पहला स्थान दिया है. बता दें कि मैकेंजी स्कॉट, दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति जेफ बेजोस (अमेजन ग्रुप के मालिक) की पूर्व पत्नी हैं. साल 2019 में दोनों के बीच तलाक हो गया था. लिस्ट में दूसरे स्थान पर अमेरिका की उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस हैं | 

 

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आज WHO के विशेषज्ञों के रणनीतिक सलाहकार समूह की बैठक

कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर पूरी दुनिया दहशत के साए में है। विकसित राष्ट्रों के अलावा कई देशों में बूस्टर खुराक देने की मांग हो रही है। आज विश्व स्वास्थ्य संगठन के विशेषज्ञों के रणनीतिक सलाहकार समूह की बैठक होने जा रही है। बैठक में बूस्टर खुराक को मंजूरी मिलने की संभावना है। बैठक में इम्यूनोजेनेसिटी, प्रभावशीलता, सुरक्षा, साक्ष्य पर भी चर्चा हो सकती है।

नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के मामलों को लेकर सोमवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) ने केंद्र सरकार से डाक्टर स्वास्थ्यकर्मियों व सफाईकर्मियों सहित सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स को बूस्टर डोज देने की मांग की थी। साथ ही इसके अलावा संसद की एक समिति ने मौजूदा वैक्सीन के प्रभाव का मूल्यांकन करने और बूस्टर डोज की आवश्यकता पर शोध करने की सिफारिश की है।

बच्चों के टीकाकरण पर अभी फैसला नहीं
हालांकि अभी इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। इसके साथ ही बच्चों के टीककरण को लेकर सवाल उठ रहे हैं। हालांकि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कुछ दिन पहले कहा था कि वैज्ञानिक सलाह पर सरकार बच्चों के टीकाकरण और बूस्टर डोज पर निर्णय लेगी।

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अमेरिका में 12 हजार लोगों को मिलेगी नौकरी, जानें कैसे ..

अमेरिकी अक्सर ये आरोप लगाते रहते हैं कि विदेशी खासकर भारतीयों के चलते उनका हक मारा जाता है. पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप  ने तो इसे चुनावी मुद्दा बनाते हुए कई ऐसे नियम बनाए थे, जिससे नौकरियों में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता मिले और दूसरे देशों के लोगों के लिए यूएस जाकर काम करना मुश्किल हो जाए. अब एक भारतीय कंपनी अमेरिका में 12 हजार लोगों को नौकरी देने जा रही है. दूसरे शब्दों में कहें तो ये कंपनी हजारों अमेरिकियों का पेट पालेगी.

अगले पांच सालों में मिलेगा मौका
इंफोसिस , टीसीएस , विप्रो और एचसीएल टेक्नोलॉजीज जैसी भारतीय आईटी कंपनियों  ने बीते कुछ सालों के दौरान अमेरिका में हायरिंग तेज की है. यह अमेरिकी नौकरियों को आउटसोर्स किए जाने की बात को गलत साबित करने का एक प्रयास है. 'बिजनेस टुडे' की रिपोर्ट के अनुसार, अब HCL अमेरिका में 12 हजार लोगों को नौकरी देने जा रही है. कंपनी इन लोगों को अगले पांच साल के दौरान नौकरी के मौके देगी.

'राइज एट HCL' प्रोग्राम का हिस्सा
12 हजार लोगों में से करीब दो हजार लोगों को अगले डेढ़ साल के भीतर एचसीएल के साथ काम करने का मौका दिया जाएगा. कंपनी ने जानकारी देते हुए कहा कि यह हायरिंग अमेरिका में स्थानीय लोगों को रोजगार देने के उसके प्रोग्राम राइज एट एचसीएल का हिस्सा है. HCL टेक्नोलॉजीज के सीईओ एवं एमडी सी विजयकुमार  ने बताया कि 'राइज एट एचसीएल' प्रोग्राम फ्रेशर्स को ट्रेनिंग देने पर फोकस्ड है. इसमें फ्रेशर्स को जॉब लर्निंग से लेकर सॉफ्ट स्किल डेवलपमेंट तक का प्रशिक्षण दिया जाता है.

इन Roles के लिए होगी Hiring
उन्होंने आगे कहा कि हम इस प्रोग्राम के जरिए हाल ही में ग्रेजुएट हुए या जल्दी ही ग्रेजुएट होने जा रहे युवाओं को एचसीएल में काम करने के लिए तैयार करेंगे कंपनी अपने इस प्रोग्राम के माध्यम से ऐप डेवलपमेंट, क्लाउड, आईटी इंफ्रा सर्विस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, डेटा एनालिटिक्स और डिजिटल इंजीनियरिंग जैसे रोल के लिए हायरिंग करेगी. यह हायरिंग अमेरिका के नॉर्थ कैरोलाइना, टेक्सास, कैलिफोर्निया, मिशीगन, मिनेसोटा और कनेक्टीकट आदि जैसे राज्यों में केंद्रित रहेगी | 
 
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नेपाल के राजतंत्र समर्थक पार्टी में उथल-पुथल

  • कमल थापा के हाथ से नेतृत्व निकला
काठमांडो। नेपाल में हिंदू राष्ट्र और राजतंत्र समर्थक प्रमुख दल- राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के सांगठनिक चुनाव में अप्रत्याशित नतीजे आए हैं। इनसे पार्टी के नेता कमल थापा को तगड़ा झटका है। नतीजों के ऐलान के बाद उनके लिए यह यकीन करना मुश्किल साबित हुआ कि पार्टी अध्यक्ष पद के चुनाव में वे हार गए हैं। इस सदमे का इजहार उनके ट्विट से भी हुआ। अब राजेंद्र लिंग्डेन पार्टी के नए अध्यक्ष चुने गए हैं।
पूर्व राजा ज्ञानेंद्र को दोषी ठहराया
अपने ट्विट में थापा ने अपनी हार के लिए पूर्व राजा ज्ञानेंद्र को दोषी ठहराया। उन्होंने आरोप लगाया कि ज्ञानेंद्र ने राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के अंदरूनी मामलों में दखल दिया है। अध्यक्ष पद के चुनाव में 65 वर्षीय थापा को 58 वर्षीय लिंग्डेन ने 200 से अधिक वोटों से हरा दिया। पर्यवेक्षकों का कहना है कि जब लिंग्डेन ने चुनाव लड़ने का ऐलान किया था, तब यह अनुमान लगाया था कि इस बार थापा को कड़ी चुनौती मिलेगी। लेकिन थापा हार जाएंगे, यह अंदाजा शायद किसी को नहीं था।
पर्यवेक्षकों के मुताबिक वैसे थापा इस बात पर संतोष कर सकते हैं कि पार्टी पदाधिकारियों के चुनाव में ज्यादा उम्मीदवार उनके पैनल के ही जीते हैं। लिंग्डेन नेपाली संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा के सदस्य हैं। 2017 के आम चुनाव में वे चर्चा में आए थे, जब उन्होंने नेपाली कांग्रेस वरिष्ठ नेता कृष्ण प्रसाद सितौला को हरा दिया था। उससे राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी में भी उसकी हैसियत बढ़ी, जिस पर अब तक थापा का पूरा नियंत्रण था।

 

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रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने ताइवान पर बढ़ते चीनी खतरे पर दी चेतावनी

अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने शनिवार को ताइवान पर बढ़ते चीनी खतरे पर चेतावनी देते हुए कहा कि ताइवान का अमेरिका मजबूती से समर्थन करता रहेगा. ऑस्टिन ने कहा कि ताइवान के पास हाल ही में हुआ चीनी सेना का अभियान काफी हद तक एक 'रिहर्सल' जैसा था. राष्ट्रपति जो बाइडेन के पेंटागन प्रमुख ने कहा कि अमेरिका 'ताइवान की अपनी रक्षा करने की क्षमता' का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है.ऑस्टिन ने अपने भाषण में चीन से मिल रही चुनौतियों पर बात करते हुए बताया कि अमेरिका का उसके साथ किन वजहों से विवाद हो रहा है. ऑस्टिन कैलिफोर्निया के सिमी वैली में रीगन प्रेसिडेंशियल लाइब्रेरी में एक राष्ट्रीय रक्षा फोरम में बोल रहे थे हाल के महीनों में, चीनी सेना ने ताइवान के पास समुद्री और हवाई सैन्य अभियानों में तेजी दिखाई है. उसके ये सभी अभियान बेहद आक्रामक थे. इस बीच चीन के लड़ाकू विमानों ने कई बार ताइवान के हवाई क्षेत्र में घुसपैठ की. इसपर ऑस्टिन ने कहा, 'ऐसा लगता है कि वे अपनी क्षमताओं को बढ़ा रहे हैं. ये किसी रिहर्सल जैसा है.'

बाइडेन को टेस्ट कर रहा चीन
कुछ विश्लेषकों का कहना है कि चीन जो बाइडेन के काम करने के तरीकों को जानने की कोशिश कर रहा है. कि वह चीन के प्रति कैसी प्रतिक्रिया देते हैं. चीन ताइवान पर अपना दावा करता है उसका कहना है कि वह इसे अपनी मुख्यभूमि में शामिल कर लेगा. जबकि ताइवान खुद को एक स्वतंत्र देश बताता है. जिसे अमेरिका का समर्थन प्राप्त है. ऑस्टिन ने कहा, चीन एकमात्र ऐसी शक्ति है, जो अब अपनी 'आर्थिक, राजनयिक, सैन्य और तकनीकी शक्ति का इस्तेमाल कर एक स्थिर और खुली अंतरराष्ट्रीय प्रणाली में निरंतर चुनौती का सामना करने में सक्षम है.'

शीत युद्ध नहीं चाहता अमेरिका
अमेरिकी रक्षा मंत्री ने बताया कि कैसे चीनी नेता मुखर होकर चीन को वैश्विक शक्ति बनाने और अमेरिका की जगह लेने के लिए बोलते हैं. उन्होंने कहा, 'हम ना तो टकराव चाहते हैं और ना ही संघर्ष… हम एक नए शीत युद्ध या कठोर गुटों में विभाजित दुनिया की तलाश नहीं कर रहे.' ऑस्टिन ने कहा कि अमेरिका चीनी चुनौती का सामना करने के लिए मित्र देशों के साथ अपने संबंधों को गहरा करेगा. उन्होंने कहा कि 'हम अपनी वन चाइना पॉलिसी पर दृढ़ हैं' लेकिन ताइवान की खुद की रक्षा करने की क्षमता का समर्थन भी करते रहेंगे |
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इंडोनेशिया में ज्वालामुखी फटने से अब तक 13 की मौत

इंडोनेशिया के जावा द्वीप के सेमेरू ज्वालामुखी में विस्फोट के बाद वहां फंसे दस लोगों को निकाल लिया गया है। यह जानकारी देश के आपदा प्रबंधन एजेंसी (BNPB) ने रविवार को दी। बताया जा रहा है कि इस विस्फोट में अभी तक 13 लोगों की हो चुकी है और दर्जनों जख्मी हैं। पिछले कुछ दिनों से इस ज्वालामुखी से राख और धुआं निकल रहा था। ज्वालामुखी से निकले राख और धूल की परत इतनी मोटी है कि पूरे जावा द्वीप पर दिन में ही रात जैसा नजारा दिखने लगा। इस क्षेत्र में आपरेट होने वाली विमानन कंपनियों ने पायलटों को निर्देश भी जारी कर दिए हैं।

ज्वालामुखी के फटने के तुरंत बाद पूर्वी जावा प्रांत की आपदा प्रबंधन एजेंसी सक्रिय हो गई थी एजेंसी के प्रमुख बुडी सैंटोसा ने कहा था कि उनकी टीम अब ज्वालामुखी के पास के क्षेत्र में निकासी करने की कोशिश में जुटी है। सरकार ने विस्फोट से विस्थापित लोगों के लिए आवास और भोजन देने के निर्देश जारी कर दिए थे। उन्होंने यह भी कहा था कि पूर्वी जावा प्रांत के दो जिले इस घटना से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। इन जिलों पर विशेष रूप से ध्यान दिया जा रहा है। बता दें कि विस्फोट के कारण निकले घने धुएं के गुबार से लोगों को निकालने के प्रयास में काफी बाधा आई। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कुछ लोग ऐसे क्षेत्रों में फंसे हुए थे जहां बचावकर्मियों का पहुंचना काफी कठिन था।

ज्वालामुखी विस्फोट के कारण आसमान से राख, मिट्टी और पत्थरों की बारिश हुई। इस कारण प्रोनोजीवो और कैंडिपुरो के दो मुख्य गांवों को जोड़ने वाला एक पुल टूट गया। इंडोनेशियाई हवाई क्षेत्र को नियंत्रित करने वाली एजेंसी AirNav इंडोनेशिया ने आसमान में फैले राख और धूल को लेकर एयरलाइंस को चेतावनी जारी की है।
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