दुनिया-जगत

आईएस ने किया तालिबान की नाक में दम

काबुल। जब से अफगानिस्तान पर तालिबान का राज हुआ है। आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट वहां पर ज्यादा ही सक्रिय हो गया है। तालिबान के खिलाफ तो उसने मोर्चा खोल दिया है। उसके आतंकी अफगानिस्तान में एक के बाद एक हमले किए जा रहे हैं, जिसमें तालिबानियों और शिया मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है। अब खबर आ रही है कि तालिबान के सबसे खास काबुल कमांडर हमदुल्ला मुखलिस को भी आईएस ने मार गिराया है। काबुल पर किए गए हमले में उसका खास कमांडर मारा गया है।
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ऑस्ट्रेलिया के बाद गयाना ने भी भारत बायोटेक की वैक्सीन को दी मान्यता

गयाना ने भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को मान्यता दे दी है। मंगलवार को गयाना के जॉर्ज टाउन में भारतीय उच्चायोग ने इसकी जानकारी दी। भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया- भारत और गयाना के बीच COVID के बाद की साझेदारी में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए गयाना ने भारत की स्वदेशी कोरोना वैक्सीन वैक्सीन भारत और गयाना के बीच COVID के बाद की साझेदारी में महत्वपूर्ण कदम को मान्यता दी है।

आस्ट्रेलिया ने दी मान्यता
आस्ट्रेलिया के औषधि व चिकित्सा उपकरणों के नियामक ने सोमवार को भारत के कोरोनारोधी टीके कोवैक्सीन को औपचारिक रूप से मान्यता दे दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर अपने आस्ट्रेलियाई समकक्ष स्काट मारीसन को इसके लिए धन्यवाद दिया। भारत बायोटेक के कोवैक्सीन व एस्ट्राजेनेका-आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के कोविशील्ड टीके का इस्तेमाल भारत में व्यापक रूप से किया जा रहा है। आस्ट्रेलिया कोविशील्ड को पहले ही मान्यता दे चुका है

छात्रों और नौकरीपेशा लोगों को फायदा
कोवैक्सीन की दोनों खुराक ले चुके लोग अब पूर्ण टीकाकृत माने जाएंगे और उन्हें आस्ट्रेलिया में प्रवेश की इजाजत होगी। इसका फायदा भारत समेत अन्य देशों के छात्रों और आस्ट्रेलिया में नौकरी अथवा कारोबार करने वालों को मिलेगा, जो प्रतिबंधों की वजह से फिलहाल अपने कालेज व काम पर नहीं लौट पा रहे थे।

डब्ल्यूएचओ से इसी हफ्ते हरी झंडी मिलने की उम्मीद
भारत बायोटेक ने 19 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) से कोवैक्सीन को आपातकालीन इस्तेमाल वाली कोविड वैक्सीन की सूची में शामिल करने का आग्रह किया था। संभावना है कि डब्ल्यूएचओ की तकनीकी समिति अगले हफ्ते इसे हरी झंडी दे देगी। फिलहाल डब्ल्यूएचओ ने फाइजर-बायोएनटेक, एस्ट्रजेनेका-एसके बायो/सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया, जानसन एंड जानसन, माडर्ना व सिनोफर्मा की कोरोना वैक्सीन को आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति दी है।

नोवावैक्स व सीरम की वैक्सीन को इंडोनेशिया ने दी हरी झंडी
जैव प्रौद्योगिकी कंपनी नोवावैक्स व उसकी भारतीय साझेदार सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया ने बताया कि इंडोनेशिया ने उसकी कोविड-19 वैक्सीन को हरी झंडी दे दी है। कोवोवैक्स नामक इस वैक्सीन का उत्पादन सीरम करेगी, जबकि इंडोनेशिया में इसकी मार्केटिंग की जिम्मेदारी नोवावैक्स के पास होगी। नोवावैक्स के प्रेसिडेंट व सीईओ स्टेनली सी एर्क ने कहा कि प्रोटीन आधारित इस वैक्सीन के तीसरे चरण के परीक्षण के आधार पर पहली बार किसी देश ने मान्यता दी है।
 
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अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में धमाका, अस्पताल के सामने हुआ आत्मघाती हमला

अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक जबरदस्त धमाका हुआ है. बताया जाता है कि यह धमाका एक आत्मघाती हमला था, जो सरदार दाऊद खान अस्पताल के सामने हुआ. मौके पर मौजूद सूत्रों का कहना है कि घटना वाली जगह से गोलियों की आवाज भी सुनी गई है | 
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भारत के उत्सर्जन में नेट जीरो के लक्ष्य को पाने की अवधि का ऐलान

झूठा सच @ रायपुर/ग्लासगो:- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्कॉटलैंड के ग्लासगो में यूएन के जलवायु परिवर्तन कार्यक्रम कॉप26 में हिस्सा लिया। मोदी ने यहां पहली बार भारत के उत्सर्जन में नेट जीरो के लक्ष्य को पाने की अवधि का ऐलान किया। मोदी ने कहा कि भारत 2070 तक नेट जीरो को हासिल कर लेगा। यानी भारत की तरफ से नेट जीरो तक पहुंचने का जो टारगेट रखा गया है, वो 2050 के वैश्विक लक्ष्य से दो दशक ज्यादा है। हालांकि, मोदी ने भारत की ओर से हो रही इस देरी पर कई तर्क दिए और विकसित देशों से विकासशील देशों के सहयोग की भी मांग की।

 

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फेसबुक पर लगे सवालों से निवेशकों को नहीं पड़ा फर्क

झूठा सच @ रायपुर/वाशिंगटन:- एक व्हिसलब्लोअर के खुलासों से फेसबुक कंपनी की दुनिया भर में बदनामी हुई है। व्हिसलब्लोअर फ्रांसिस हॉगेन ने जो दस्तावेज सार्वजनिक किए, उन्हें अब दुनिया भर में फेसबुक पेपर्स के नाम से जाना जाता है। इन दस्तावेजों से सामने आया कि फेसबुक कंपनी ने हमेशा सामाजिक हितों पर अपने मुनाफे को तरजीह दी। इसके लिए उसने वे पोस्ट और पेज भी बने रहने दिए, जिन्हें खतरनाक श्रेणी में बताया गया है। लेकिन इन पेपर्स से सार्वजनिक चर्चाओं में फेसबुक पर चाहे जितने सवाल उठाए गए हों, उसके यूजर्स, विज्ञापनदाताओं, और निवेशकों पर इनसे कोई फर्क नहीं पड़ा है। 

 

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ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने भारत की स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सिन को दी मंजूरी

ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने भारत की स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सिन को मंजूरी दे दी है. भारत बायोटेक की कोवैक्सिन को ऑस्ट्रेलिया में ट्रैवलर वैक्सीन स्टेटस मिलने के बाद अब यहां से जाने वाले लोगों को कई सहूलियतें मिलेंगी. एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) से कोविड-19 के खिलाफ भारत की स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सिन को मंजूरी मिलने के बाद, नई दिल्ली विकासशील देशों में वैक्सीन असमानताओं को कम करने के लिए पांच अरब खुराक की आपूर्ति कर सकता है | 
 
 
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तस्लीमा नसरीन का फेसबुक अकाउंट फिर हुआ बैन

झूठा सच @ रायपुर /नई दिल्ली:-  बांग्लादेश की लेखिका और इस्लामिक कट्टरपंथ के खिलाफ मुखर रहने वालीं तस्लीमा नसरीन का फेसबुक अकाउंट फिर से बैन कर दिया गया. उन्होंने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी.तस्लीमा नसरीन ने बताया कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर मुसलमानों की ओर से हो रहे अत्याचारों के खिलाफ लिखने पर उनके फेसबुक अकाउंट को 7 दिन के लिए बैन कर दिया गया है.तस्लीमा नसरीन बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों को लेकर लगातार बांग्लादेश सरकार की आलोचना करती रही हैं. 

 

 

 

उन्होंने पिछले महीने एक ट्वीट कर लिखा था कि बांग्लादेश का नया नाम जिहादीस्तान हो गया है. हिंदुओं के पूजा पंडालों, मंदिरों, घरों और दुकानों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है.बांग्लादेश के कोमिल्ला में पिछले महीने उस वक्त हिंसा भड़क गई थी, जब एक दुर्गा पूजा पंडाल में हनुमानजी की मूर्ति पर कुरान रखे जाने की अफवाह फैली थी. इस अफवाह के बाद बांग्लादेश में जबरदस्त सांप्रदायिक हिंसा भड़की थी. जगह-जगह हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा था और मंदिरों में तोड़फोड़ की जा रही थी. इस मामले में मंदिर में कुरान रखने वाले इकबाल हुसैन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ भड़की हिंसा में कई लोग मारे गए | 

 

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इटली में 16वीं G20 Summit शुरू

झूठा सच @ रायपुर / इटली:-  इटली में 16वीं G20 Summit शुरू हो गई है. इस समिट में भाग लेने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी भी रोम के रोमा कन्वेंशन सेंटर में पहुंच गए हैं. इटली के पीएम मारिओ द्राघी ने उनका कंवेंशन में स्वागत किया | 
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अमेरिका ने अफगानिस्तान को 14.4 करोड़ डॉलर की मदद देने की घोषणा

अफगानिस्ताान में तालिबान के शासन के अधीन गंभीर मानवीय संकट  का सामना कर रहे लोगों की मदद के लिए अमेरिका 14.4 करोड़ डॉलर की मदद देगा. अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन  ने गुरुवार को बताया कि सहायता स्वतंत्र अंतरराष्ट्रीय और गैर-सरकारी मानवीय संगठनों को सीधे प्रदान की जाएगी, जिनमें शरणार्थियों से जुड़ा संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त (यूएनएचसीआर), संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ), अंतरराष्ट्रीय आव्रजन संगठन (आईओएम) और विश्व स्वास्थ्य संगठन शामिल हैं

ब्लिंकन ने कहा, 'इस कोष के जरिए क्षेत्र के 1.8 करोड़ से अधिक जरूरतमंद अफगानिस्तान के लोगों को सीधे मदद मुहैया कराई जाएगी, जिसमें पड़ोसी देशों में पनाह लेने वाले अफगानिस्तान के शरणार्थी भी शामिल हैं.' ब्लिंकन ने कहा कि इसके साथ ही, अफगानिस्तान में और इस क्षेत्र में अफगान शरणार्थियों के लिए कुल अमेरिकी मानवीय सहायता 2021 में बढ़कर लगभग 47.4 करोड़ डॉलर हो गई, जो किसी भी राष्ट्र द्वारा दी गई सबसे अधिक आर्थिक मदद है.

विदेश मंत्री ने कहा, 'यह मदद हमारे भागीदारों को स्वास्थ्य देखभाल की कमी, कोविड-19, सूखा, कुपोषण और आने वाले सर्दी के मौमस में बढ़ती मानवीय जरूरतों के मद्देनजर जरूरी जीवन सुरक्षा, खाद्य सुरक्षा, आवश्यक स्वास्थ्य देखभाल, सर्दी के समान से जुड़ी सहायता, अन्य साजो-समान और आपातकालीन खाद्य संबंधी सहायता प्रदान करने में सक्षम बनाएगी.' उन्होंने कहा, 'इस मानवीय सहायता  से अफगानिस्तान के लोगों को लाभ होगा ना कि तालिबान को, जिन्हें हम उनके द्वारा की गई प्रतिबद्धताओं के लिए जवाबदेह ठहराते रहेंगे.'

ब्लिंकन ने इस बात पर जोर दिया कि अफगानिस्तान के पड़ोसियों ने लंबे समय से दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे लंबी शरणार्थी स्थितियों में से एक का सामना किया है  उन्होंने इन देशों को धन्यवाद दिया और उनसे अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा की मांग करने वाले अफगान के लोगों के लिए अपनी सीमाएं खुली रखने का आग्रह किया. ब्लिंकन ने कहा, 'इस नई मानवीय सहायता के जरिए, हम अफगान शरणार्थियों को सुरक्षा प्रदान करना और इस क्षेत्र में अपने भागीदारों का समर्थन करना जारी रखेंगे. साथ ही हम अफगानिस्तान में भी जरूरतमंद लोगों की मदद करना जारी रखेंगे |
 
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बांग्लादेश में कोविड टीके की दूसरी खुराक देने के लिए आज विशेष राष्ट्रव्यापी अभियान की शुरूआत

बांग्लादेश सरकार ने कोविड टीकाकऱण के अंतर्गत टीके की दूसरी खुराक देने के लिए आज विशेष राष्ट्रव्यापी अभियान की शुरूआत की। पहला टीका लगवा चुके 80 लाख से अधिक लोगों को दूसरा टीका लगाने के लिए ये विशेष अभियान शुरु किया गया है. बांग्लादेश के स्वास्थ्य मंत्री जा़हिद मालेक ने 12 से 17 वर्ष की आयु के बच्चों का टीकाकरण पहली नवंबर से शुरू करनी की घोषणा की है। बच्चों को अमरीका में बनी फाइजर बायो एनटेक की वैक्सीन दी जाएगी बांग्लादेश में 4 करोड़ 12 लाख से अधिक लोगों को टीके की पहली खुराक दे दी गई है। जबकि दो करोड़ 13 लाख से अधिक लोग दूसरा टीका लगवा चुके है।
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सेना क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए द्विपक्षीय वार्ता

 झूठा सच @बांग्लादेश  :- सेना अध्‍यक्ष जनरल मनोज नरवणे और बांग्‍लादेश के नौ सेना प्रमुख एडमिरल एम शाहीन इकबाल ने रक्षा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने  के लिए द्विपक्षीय विचार विमर्श किया है। वहीं एडमिरल एम.शाहीन इकबाल  सप्‍ताह भर की भारत यात्रा पर हैं। इस दौरान वे सेना के उच्‍च अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि बातचीत में दोनों देशों की सेनाओं के बीच सहयोग बढ़ाने संबंधी मुद्दों पर विचार-विमर्श होगा।

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रूस के केमिकल प्लांट में धमाका, 16 की मौत

मॉस्को:- रूस में एक केमिकल प्लांट में धमाका होने से 16 लोगों की मौत की खबर है। समाचार एजेंसी तास के मुताबिक, पश्चिमी रियाजान प्रांत में एक केमिकल प्लांट में तकनीकि खामियों के चलते ये हादसा हुआ। हालांकि, आपात स्थिति मंत्रालय ने हादसे में 12 लोगों की मौत की पुष्टि करते हुए कहा कि चार लोग लापता हैं। तास ने अपने स्रोत के हवाले से कहा कि दुर्घटना तकनीकी प्रक्रिया का पालन करने में विफलता के कारण हुई। धमाके के बाद लगी आग को बुझाने के लिए कई दमकल गाड़िया पहुंच मौके पर पहुंचीं और बचाव कार्य शुरू किया। राजधानी मास्को के दक्षिणपूर्व में स्थित इस प्लांट में विस्फोटक के अलावा हथियार बनाए जाते हैं। सोशल मीडिया पर इस हादसे से जुड़े कई वीडियो वायरल हो रहे हैं।
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उत्तर कोरिया ने मिसाइल परीक्षण किया

दक्षिण कोरिया और जापान की सेनाओं ने बताया कि उत्तर कोरिया  ने हथियारों का परीक्षण जारी रखते हुए मंगलवार को समुद्र में एक बैलिस्टिक मिसाइल) दागी. मिसाइल का परीक्षण ऐसे वक्त में हुआ जब कुछ घंटों पहले अमेरिका ने उत्तर कोरिया के परमाणु हथियार कार्यक्रम पर कूटनीति बहाल करने की अपनी पेशकश दोहरायी. उत्तर कोरिया पिछले कुछ हफ्तों से लगातार मिसाइलों का परीक्षण कर रहा है. इस वजह से एक बार फिर कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव बढ़ गया है.

दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ  ने अभी यह नहीं बताया कि यह किस तरह की बैलिस्टिक मिसाइल थी या कितनी दूर गिरी. हालांकि, इसने ये जरूर कहा कि दक्षिण कोरियाई और अमेरिकी सेना बारीकी से लॉन्च का विश्लेषण कर रही हैं. लेकिन जापानी रक्षा मंत्री नोबुओ किशी ने कहा कि उनके देश के शुरुआती विश्लेषण से पता चलता है कि उत्तर कोरिया ने दो बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं. जापान के तटरक्षक बल ने जहाजों की सुरक्षा के लिए एक परामर्श जारी किया लेकिन अभी यह नहीं बताया कि मिसाइल कहां गिरी.

सितंबर से हथियारों का परीक्षण तेज कर रहा है उत्तर कोरिया

दक्षिण कोरिया का राष्ट्रपति कार्यालय इस परीक्षण पर चर्चा करने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक करने की योजना बना रहा है. दक्षिण कोरिया की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया उत्तर कोरिया को आक्रोशित कर सकती है. उत्तर कोरिया सियोल l पर उसके हथियार परीक्षणों की निंदा करने जबकि अपनी पारंपरिक सैन्य क्षमताओं को बढ़ाने का आरोप लगाता रहा है. उत्तर कोरिया ने कई महीनों बाद सितंबर में अपने हथियारों का परीक्षण तेज कर दिया. उसने दक्षिण कोरिया को सशर्त शांति वार्ता का प्रस्ताव भी दिया था.

सितंबर से हथियारों का परीक्षण तेज कर रहा है उत्तर कोरिया

दक्षिण कोरिया का राष्ट्रपति कार्यालय इस परीक्षण पर चर्चा करने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक करने की योजना बना रहा है. दक्षिण कोरिया की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया उत्तर कोरिया को आक्रोशित कर सकती है. उत्तर कोरिया सियोल पर उसके हथियार परीक्षणों की निंदा करने जबकि अपनी पारंपरिक सैन्य क्षमताओं को बढ़ाने का आरोप लगाता रहा है. उत्तर कोरिया ने कई महीनों बाद सितंबर में अपने हथियारों का परीक्षण तेज कर दिया. उसने दक्षिण कोरिया को सशर्त शांति वार्ता का प्रस्ताव भी दिया था.

परमाणु वार्ता शुरू करेगा अमेरिका
कुछ दिनों में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के उत्तर कोरिया के लिए विशेष दूत सुंग किम का, प्योंगयांग के साथ वार्ता बहाल करने की संभावनाओं पर, सियोल में अमेरिका के सहयोगियों के साथ वार्ता करने का कार्यक्रम है. अमेरिका और उत्तर कोरिया  के बीच परमाणु वार्ता दो साल से अधिक समय से रुकी हुई है सुंग किम ने सोमवार को पत्रकारों से कहा, 'अमेरिका वार्ता बहाल करने के लिए लगातार प्योंगयांग से संपर्क कर रहा है. हमारी मंशा पहले की तरह है. हम लोकतांत्रिक कोरिया गणराज्य के प्रति कोई शत्रुपूर्ण मंशा नहीं रखते और हम बिना शर्तों के बैठक करने के लिए तैयार हैं. वार्ता के लिए तैयार रहने के बावजूद हमारी उत्तर कोरिया को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों को लागू करने की भी जिम्मेदारी है.'
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बाजवा पहुंचे आईएसआई हेडक्वार्टर, टेंशन में इमरान

झूठा सच @ रायपुर :- पाकिस्तान सेना और इमरान खान सरकार के बीच अगले आईएसआई प्रमुख की नियुक्ति को लेकर चल रही खींचतान के बीच, सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने सोमवार को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के मुख्यालय का दौरा किया। इसदौरान उन्होंने आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हामिद के साथ आंतरिक सुरक्षा और अफगानिस्तान में चल रही स्थिति पर चर्चा की। 

डान की रिपोर्ट के मुताबिक, आईएसआई के महानिदेशक फैज हामिद ने बाजवा की अगवानी की। इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आइएसपीआर) के बयान में कहा गया है कि उन्हें आंतरिक सुरक्षा और अफगानिस्तान में मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी गई थी। जनरल बाजवा ने संगठन की तैयारियों पर संतोष जताया। 

यह बैठक अगले आईएसआई प्रमुख की नियुक्ति को लेकर प्रधानमंत्री इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार और सेना के बीच जारी गतिरोध के बीच हो रही है। सेना ने 6 अक्टूबर को घोषणा की थी कि मौजूदा आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल हमीद को पेशावर कोर कमांडर बनाया गया है, जबकि उनकी जगह लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अहमद अंजुम को नियुक्त किया गया है।

हालांकि, प्रधानमंत्री कार्यालय ने तब से लेफ्टिनेंट जनरल अंजुम की नियुक्ति की आधिकारिक अधिसूचना जारी नहीं की है, जिसके बाद से ही सरकार और सेना के बीच संबंधों में तनाव की स्थिति पैदा हो गई है। कई दिनों की अटकलों के बाद 12 अक्टूबर को सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा था कि आईएसआई प्रमुख की नियुक्ति का अधिकार प्रधानमंत्री के पास है और इस उद्देश्य के लिए निर्धारित प्रक्रिया का पालन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नए डीजी आईएसआई की नियुक्ति में कानूनी प्रक्रिया का पालन किया जाएगा, जिसके लिए जनरल बाजवा और प्रधानमंत्री इमरान दोनों सहमत हैं।
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फ्लू का टीका करता हैं हार्ट की बीमारी के खतरे को कम

फ्लू को लोग आमतौर पर हल्के में लेते हैं। लेकिन एक हालिया शोध में बताया गया है कि फ्लू का संक्रमण हृदय रोगियों के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकता है, जो जानलेवा भी हो सकता है। इसलिए बचाव जरूरी है। इस संबंध में अमेरिकी शोधकर्ताओं ने बताया है कि फ्लू का वार्षिक टीका हार्ट डिजीज के खतरे की गंभीरता की रोकथाम में भी कारगर हो सकता है।

यह बात सर्वविदित है कि फ्लू में फेफड़े में संक्रमण और श्वसन तंत्र से संबंधित ब्रानकाइटिस जैसी तकलीफें होती हैं। लेकिन संक्रमणकारी वायरसों का हार्ट पर असर के बारे में ज्यादा नहीं सोचा गया है। हालांकि कई अध्ययनों में यह बताया गया है कि इन्फ्लूएंजा संक्रमण में सामान्य स्थितियों की तुलना में हार्ट अटैक का खतरा छह गुना तक बढ़ जाता है और इसकी आशंका एक सप्ताह से लेकर सालभर या उसके बाद तक बनी रहती है। लेकिन अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन जर्नल में प्रकाशित नए अध्ययन के मुताबिक, फ्लू का टीका न सिर्फ आम लोगों बल्कि ज्यादा जोखिम उम्र वर्ग (दो साल से कम उम्र के बच्चों और 65 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों) के लोगों की हालत गंभीर होने से बचाने के साथ ही कार्डियोवस्कुलर रोगों से मौत के खतरे को भी कम करता है.

ह्यूस्टन मेथोडिस्ट के शोधकर्ताओं ने बताया है कि जिन लोगों ने फ्लू का टीका लिया था, उनके अस्पताल में भर्ती होने की नौबत 37 प्रतिशत तक कम थी और आइसीयू में भर्ती होने का जोखिम तो 82 प्रतिशत कम रहा।अध्ययन की लेखिका प्रियंका भुगरा ने बताया कि इसी तरह फ्लू के टीके की वजह से सर्वाधिक जोखिम वाले समूह के लोगों में कार्डियोवस्कुलर रोगों में भी उल्लेखनीय कमी आई। इसका कारण यह है कि इन्फ्लूएंजा- हार्ट और वस्कुलर सिस्टम में स्ट्रेस (तनाव) उत्पन्न करता है ताकि संक्रमण के प्रतिकार के लिए शरीर में इंफ्लेमेट्री रिस्पांस पैदा हो सके। उन्होंने डाक्टरों को सलाह दी कि कार्डियोवस्कुलर समस्याओं वाले पुराने रोगियों को हृदय रोगों से जुड़े गंभीर परेशानियों से बचाने के लिए इंफ्लूएंजा का टीका लगवाया जाना सुनिश्चित करें।

 

 

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चंद्रमा पर वाई-फाई नेटवर्क स्थापित करने की तैयारी में नासा

झूठा सच @ रायपुर :-  अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा अब चांद पर वाई-फाई नेटवर्क लगाने की तैयारी कर रही है. एक हालिया स्टडी में ये जानकारी दी गई है. नासा के ग्लेन रिसर्च सेंटर में डायरेक्टर मैरी लोबो ने एक प्रेस रिलीज में कहा कि यह आर्टेमिस के तहत चांद पर अंतरिक्ष यात्रियों  को भेजने में आने वाली चुनौतियों और हमारे समाज में बढ़ती समस्याओं का समाधान विकसित करने का एक शानदार मौका है

वाई-फाई प्रोग्राम को लेकर हालिया स्टडी नासा की कम्पास लैब ने किया है. इन्साइडर से बात करते हुए कम्पास लैब के स्टीव ओल्सन ने कहा कि यह स्टडी बेहद अहम है, क्योंकि आर्टेमिस बेसकैंप से जुड़े क्रू, रोवर्स, विज्ञान और खनन उपकरणों को पृथ्वी से संपर्क में रहने के लिए एक बेहतर कनेक्शन की जरूरत होगी.

नासा ने प्रेस रिलीज में बताया कि डिजिटल असमानता और बेहतर इंटरनेट सेवा तक पहुंच की कमी पूरे अमेरिका में फैली एक सामाजिक आर्थिक चिंता है. एक रिपोर्ट के अनुसार क्लीवलैंड के लगभग 31 फीसदी घरों में ब्रॉडबैंड की सुविधा नहीं है. इससे पहले खबर आई थी कि नासा चांद को लेकर अपने अगले 'मून मिशन' शुरुआत करने जा रहा है. इस मिशन का लक्ष्य चांद की सतह पर एक स्थायी क्रू स्टेशन का निर्माण करना है.

इसके लिए किसी अंतरिक्ष यात्री को चांद पर भेजने से पहले एजेंसी चंद्रमा के ठंडे, छायादार दक्षिणी ध्रुव पर गोल्फ-कोर्ट के आकार का एक रोबोट लॉन्च कर रही है. इस रोवर का नाम VIPER यानी Volatiles Investigating Polar Exploration Rover होगा. यह रोवर चंद्रमा की सतह पर जल स्रोतों की खोज में 100 दिन बिताएगा. यह चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव से जुड़ा पहला सर्वे होगा.

चांद का निर्माण 4.5 अरब साल पहले पृथ्वी और थेया नाम के एक ग्रह के टकराने से बचे अवशेषों से चंद्रमा का निर्माण हुआ था. अपोलो मिशन के दौरान अंतरिक्ष यात्री चांद से कुछ टुकड़े लेकर आए थे. ये टुकड़े उसी ग्रह के हैं. चांद का वजन लगभग 81 अरब टन है. चांद पूर्णता गोल नहीं है, यह अंडे के आकार का है |
 
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चीन के हाथाें PAK की फिर फजीहत, डैम का काम शुरू करने से पहले रखी ये शर्त

चीन के हाथों एक बार फिर पाकिस्तान की फजीहत हुई है. इस बार चीन ने पाकिस्तान ने 285 करोड़ रुपए का मुआवजा मांगा है. यह मुआवजा दासू डैम प्रोजेक्ट पर काम कर रहे इंजीनियरों की मौत की ऐवज में मांगा गया है. दासू हाइड्रोपावर प्रोजेक्‍ट का काम शुरू करने से पहले उसने अपने 9 चीनी इंजीनियरों की मौत का मुआवजे की मांग की है. बता दें कि जुलाई 2021 में परियोजना में काम करने वाले इंजीनियरों को ले जा रही बस खाई में गिर गई थी, उसे विस्फोटकों से लदी कार ने टक्कर मार दी थी. इस आतंकी हमले में नौ चीनी इंजीनियरों, दो स्थानीय लोग और फ्रंटियर कांस्टेबुलरी के दो कर्मियों सहित कुल तेरह लोगों की मौत हो गई थी.

पाकिस्तान के कई मंत्रालयाें में हड़कंप
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जल संसाधन के सचिव डॉ शाहजेब खान बंगश ने बताया है कि इंजीनियरों पर हमले के बाद से परियोजना में सिविल निर्माण से जुड़ा काम ठप पड़ा है. चीनी नागरिकों को मुआवजे के मुद्दे पर उच्च स्तर पर चर्चा हो रही है. पाकिस्तान का विदेश मंत्रालय, वित्त मंत्रालय, आंतरिक मंत्रालय, जल संसाधन मंत्रालय और चीनी दूतावास मुआवजे के पैकेज के साथ परियोजना पर फिर से कार्य शुरू करने को लेकर काम कर रहे हैं.

इतना बड़ा पैकेज तर्कहीन: पाकिस्तान
रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि संबंधित मंत्रालयों के सचिवों वाली संचालन समिति चीनी सरकार से मुआवजे की रकम को लेकर निगोशिएट कर रहे हैं. वर्तमान में चीन की तरफ से मुआवजे को लेकर मांगे गए पैकेज को तर्कहीन बताया जा रहा है. ऐसे में कई सारे मंत्रालय चीनी दूतावास के साथ मुआवजे के पैकेज पर चर्चा कर रहे हैं. सचिव जल संसाधन को उम्मीद है कि मुआवजे के मामले को एक दो सप्ताह के भीतर सुलझा लिया जाएगा, जिसके बाद साइट पर सिविल वर्क फिर से शुरू हो जाएगा.
 
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अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने हबल टेलिस्कोप से लिए गए एंड्रोमेडा गैलेक्सी का वीडियो किया जारी

झूठा सच @ रायपुर /वॉशिंगटन :- अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने हबल टेलिस्कोप से लिए गए एंड्रोमेडा गैलेक्सी का वीडियो जारी किया है। इस वीडियो में इतने सितारे दिखाई दे रहे हैं कि जैसे कोई मेला लगा हो। लाल रंग में चमक रहे तारे पुराने हैं, जबकि नीले रंग वाले तारों की उम्र अभी कम है। नासा के इंस्टाग्राम अकाउंट पर 1 घंटे पहले पोस्ट किए गए इस वीडियो को 16 हजार से ज्यादा बार देखा जा चुका है।नासा ने अपने इंस्टा पोस्ट के कैप्शन में लिखा कि पास की एंड्रोमेडा गैलेक्सी स्थानीय समूह की सबसे बड़ी गैलेक्सी है। हमारा मिल्की वे भी इसी गैलेक्सी से संबंधित है। हबल टेलिस्कोप ने एंड्रोमेडा गैलेक्सी के एक हिस्से में लाखों तारों को कैप्चर किया है। इसमें लाल रंग में चमक रहे पुराने तारे और नीले रंग के युवा तारे भी नजर आ रहे है। कभी-कभी पीछे की तरफ दूसरी आकाशगंगा और धूल के कण भी नजर आते हैं।

एंड्रोमेडा गैलेक्सी के बारे में जानें
एंड्रोमेडा गैलेक्सी पृथ्वी से 2,500,000 प्रकाश वर्ष (1.6×1011 खगोलीय इकाई) की दूरी पर स्थित है। इस गैलेक्सी में इतने चमकीले तारे मौजूद हैं कि इन्हें धरती से आसानी से देखा जा सकता है। एंड्रोमेडा हमारी पृथ्वी के सबसे नजदीक स्थित गैलेक्सी है। इसे अमावस्या की रात को आसमान में धब्बे के रूप में देखा जा सकता है।

1990 में लॉन्च हुआ था हबल टेलिस्कोप
नासा और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी ने अप्रैल 1990 में हबल स्पेस टेलीस्कोप लॉन्च किया था। इसे डिस्कवरी स्पेस शटल के जरिए अंतरिक्ष में भेजा गया था। अमेरिकी एस्ट्रोनॉमर एडविन पोंवेल हबल के नाम पर इस टेलिस्कोप को 'हबल' नाम दिया गया। नासा का एकमात्र ऐसा टेलिस्कोप है, जिसे अंतरिक्ष में ही सर्विसिंग के हिसाब से डिजाइन किया गया है। 13.2 मीटर लंबा यह टेलिस्कोप 11 हजार किलोग्राम वजनी है। यह धरती की लोवर ऑर्बिट में परिक्रमा करता है।

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