हिंदुस्तान

नक्सल पीड़ितों को पेंशन देने सरकार अग्रसर

रायपुर। नक्सलियों से पीड़ितों के लिए प्रदेश सरकार ने अहम फैसला लिया है। सरकार ने सभी नक्सल पीड़ितों को पेंशन देने की तैयारी कर रही है। यह राशि सरकार उन लोगों को दी जाएगी, जिनके परिवार ने नक्सली हिंसा से शरीर का कोई अंग गंवाया हो। उन लोगों को सरकार के तरफ से पेंशन मिलेगा।
प्रदेश के गृह मंत्री विजय शर्मा ने इस बात की संकेत देते हुए कहा कि सिर्फ पेंशन ही नहीं अन्य मुद्दों पर भी काम जारी है। इस पर केंद्र और राज्य सरकार विचार कर रही है। इसकों लेकर विष्णुदेव सरकार जल्द ही निर्णय लेंगे।
बता दें कि इसकी राशि केंद्र सरकार फंड करेगी। राज्य सरकार जल्द ही इसकी तैयारी शुरू करेंगीं। यह पेंशन सरकार छत्तीसगढ़ समेत अन्य राज्यों के नक्सली पीड़ित परिवारों को भी देगी। इस योजना की शुरुआत छत्तीसगढ़ से होगी। बताया जा रहा है कि 2-3 महीनों में पीड़ितों के लिए सरकार कोई नई योजना लाएगी।
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कर्मचारियों के लंबित वेतन को भुगतान करने का आदेश

रायपुर। डिप्टी सीएम उप नगरीय प्रशासन अरुण साव की अध्यक्षता में नगरीय निकायों की समीक्षा बैठक ले रहे हैं। वरिष्ठ विभागीय अधिकारियों और नगर निगम आयुक्तों के साथ नगर निगमों के कार्यों की समीक्षा कर रहे हैं। विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन और विकास कार्यों की जानकारी ले रहे हैं।
विभाग के सचिव डॉ. बसवराजु एस. और संचालक कुंदन कुमार भी बैठक में मौजूद हैं। साव ने सभी नगरीय निकायों में कर्मचारियों के लंबित वेतन का भुगतान प्राथमिकता से करने कहा। अगस्त और सितम्बर के वेतन का भुगतान 1 अक्टूबर तक करने के निर्देश दिए। साव ने कहा समय पर वेतन भुगतान नहीं होने की शिकायत नहीं आना चाहिए। राजस्व की वसूली बढ़ाने सभी निकाय, बड़े बकायादारों से कड़ाई से टैक्स वसूले।सभी आयुक्त और सीएमओ गंभीरता और सक्रियता से करें कर संग्रहण, वसूली की नियमित समीक्षा करें।
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भूखंडों के फ्री होल्‍ड को लेकर छत्‍तीगसढ़ सरकार का बड़ा फैसला

रायपुर। छत्‍तीगसढ़ गृह निर्माण मंडल के आवासीय मकान और व्‍यवसायिक भवन अब फ्री होल्‍ड नहीं होंगे। यानी भवन खरीदने वालों को अब जमीन का मालिकाना हक नहीं मिलेगा। हाउसिंग बोर्ड ने फ्री होल्‍ड की प्रक्रिया पर तत्‍काल प्रभाव से रोक लगाने का निर्देश जारी किया है।
बता दें कि पूर्ववर्ती कांग्रेस शासन के दौरान सरकार ने 2020 में हाउसिंग बोर्ड के मकानों को फ्री होल्‍ड करने की प्रक्रिया शुरू की थी। अफसरों के अनुसार इसमें कई तरह की दिक्‍कतें आ रही है। बताया जा रहा है कि हितग्राहियों के द्वारा फ्री-होल्ड के बाद जब राजस्व अभिलेख में नामांतरण कराया जाता है तो भूमि स्वामी के नाम रूप में उसका नाम तो दर्ज हो जाता है, लेकिन अभिलेख में रिकार्ड दुरूस्तीकरण नहीं होने के कारण धारणाधिकार / राजस्व भू उपयोग में आवासीय के स्थान पर "कृषि अथवा शासकीय भूमि" दर्शित होता है, जिस कारण से हितग्राही को व्यपवर्तन के पुर्ननिर्धारण की जटिल प्रक्रिया से गुजरना पड़ रहा है।
इसके लिये उसे प्रीमियम, वार्षिक पुनरीक्षित भू राजस्व, अधोसंरचना उपकर, पर्यावरण उपकर, वर्तमान दर पर अर्थदण्ड का अतिरिक्त भुगतान करना पड़ रहा है। इसे ध्‍यान में रखते हुए आगामी आदेश तक बिना व्यपवर्तन के अथवा धारणाधिकार में कृषि दर्शित भूमि के फी-होल्ड पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है।
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मानहानि केस में सांसद संजय राउत को 15 दिन जेल की सजा

  • जानिए...पूरा मामला
मुंबई। मुंबई की एक मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट अदालत ने गुरुवार को भाजपा के पूर्व सांसद किरीट सोमैया की पत्नी डॉ. मेधा सोमैया द्वारा दायर मानहानि के मामले में शिवसेना (यूबीटी) के राज्यसभा सांसद को दोषी करार देते हुए सजा सुनाई है. अदालत ने राउत को 15 दिन के साधारण कारावास की सजा सुनाई है, साथ ही 25,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया है, जिसे राउत से मुआवजे के तौर पर वसूला जाएगा.
राउत को भारतीय दंड संहिता की धारा 500 के तहत मानहानि का दोषी ठहराया गया है. मुंबई के रुइया कॉलेज में ऑर्गेनिक केमिस्ट्री की प्रोफेसर मेधा ने राउत के खिलाफ धारा 499 (किसी तरह का आरोप लगाना या प्रकाशित करना) और 500 (मानहानि) के तहत कार्रवाई की मांग की थी.राउत ने उन पर और उनके एनजीओ युवा प्रतिष्ठान पर 100 करोड़ रुपये के शौचालय घोटाले का आरोप लगाया है.
सोमैया द्वारा अधिवक्ता विवेकानंद गुप्ता के माध्यम से दायर शिकायत में कहा गया है कि 15 अप्रैल, 2022 और उसके बाद राउत ने उनके खिलाफ मीडिया में दुर्भावनापूर्ण और अनुचित बयान दिए गए. इन बयानों को इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया के माध्यम से बड़े पैमाने पर आम जनता के लिए प्रकाशित और प्रसारित किया गया. शिकायत में कहा गया है कि उक्त दुर्भावनापूर्ण बयान उसी दिन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी वायरल हुए और बड़े पैमाने पर लोगों ने इसे पढ़ा और सुना.
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शेयर बाजार नए रिकॉर्ड ऊंचाई पर खुला

मुंबई। भारतीय शेयर बाजार गुरुवार के कारोबारी सत्र में रिकॉर्ड-हाई पर खुला। कारोबार की शुरुआत में ही सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ने क्रमश: 85,372 और 26,056 का नया ऑल-टाइम हाई रिकॉर्ड बनाया। सुबह 9:40 पर सेंसेक्स 166 अंक या 0.20 प्रतिशत की तेजी के साथ 85,340 और निफ्टी 42 अंक या 0.16 प्रतिशत की बढ़त के साथ 26,046 पर था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर 938 शेयर हरे निशान और 856 शेयर लाल निशान में थे, जो दिखाता है कि व्यापक बाजार का रुझान सकारात्मक बना हुआ है। हालांकि, मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में बिकवाली देखी जा रही है। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 158 अंक या 0.25 प्रतिशत की गिरावट के साथ 60,309 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 70 अंक या 0.36 प्रतिशत की गिरावट के साथ 19,289 पर था।
आईटी, फिन सर्विस, फार्मा, एफएमसीजी, रियल्टी, मीडिया और सर्विसेज इंडेक्स में तेजी थी। ऑटो, पीएसयू बैंक, फार्मा, मेटल, एनर्जी और इन्फ्रा इंडेक्स में दबाव के साथ कारोबार हो रहा था। सेंसेक्स पैक में मारुति सुजुकी, विप्रो, टाटा मोटर्स, नेस्ले, एचसीएल टेक, टेक महिंद्रा, इन्फोसिस, आईटीसी, टीसीएस, बजाज फिनसर्व, एचयूएल, भारती एयरटेल, एक्सिस बैंक और एसबीआई टॉप गेनर्स थे। पावर ग्रिड, एनटीपीसी, टाटा स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील, टाइटन, बजाज फाइनेंस, एचडीएफसी बैंक, एलएंडटी और कोटक महिंद्रा बैंक टॉप लूजर्स थे।
एशियाई बाजारों में तेजी का रुझान देखा जा रहा है। टोक्यो, हांगकांग, शंघाई, जकार्ता और सोल सबसे ज्यादा बढ़ने वाले बाजार हैं। अमेरिकी बाजार बुधवार को मिले जुले बंद हुए थे। बाजार के जानकारों का कहना है कि बाजार में फिलहाल ऐसा कोई कारण नहीं है, जिससे बड़ी तेजी या फिर मंदी की उम्मीद की जा सकती है। वैल्यूएशन आकर्षक होने के कारण विदेशी निवेशक हांगकांग और शंघाई के बाजारों में निवेश कर रहे हैं, लेकिन घरेलू निवेशकों द्वारा लगातार निवेश किए जाने के कारण बाजार में गिरावट की संभावना कम है। ऐसे में आने वाले समय में बाजार एक सीमित दायरे में कारोबार कर सकता है।
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दशहरा से दीपावली तक 15 दिन बंद रहेंगे बैंक, छुट्टियों की भरमार

  • शारदीय नवरात्रि, दशहरा और दिपावली, छुट्टियां रहेगी
नई दिल्ली। अक्‍टूबर त्‍योहारी महीना होने वाला है। सितंबर की तरह ही अक्टूबर में भी बैंकों में छुट्टियों की भरमार है। इस महीने में शारदीय नवरात्रि, दशहरा और दीपावली की छुट्टियां रहेगी। दरअसल अक्‍टूबर में बैंकों में 15 दिन अवकाश रहने वाला है। ऐसे में आपका बैंक से जुड़ा कोई काम है, तो इसको पहले ही निपटा लें या फिर बैंकों की छुट्टियों की सूची देखकर ही जाएं।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) की ओर से बैंकों में छुट्टियों की जारी सूची के मुताबिक अक्‍टूबर में कुल 31 दिनों में से 15 दिन बैंक बंद रहेंगे, जिनमें रविवार और शनिवार की छुट्टियां शामिल हैं। ऐसे में अक्टूबर, 2024 में बैंकों में कब-कब बैंक बंद रहेंगे।
ये हैं छुट्ट‍ियों की पूरी लिस्‍ट-
1 अक्टूबर को जम्मू में विधानसभा चुनाव के चलते बैंक बंद रहेंगे।
2 अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर देशभर के बैंकों में अवकाश रहेंगा।
3 अक्टूबर को नवरात्रि की शुरुआत और घट स्थापना के कारण जयपुर में बैंक बंद रहेंगे।
6 अक्टूबर को इस दिन रविवार का सप्‍ताहिक अवकाश है, जिसके कारण देशभर में बैंकों में छुट्टी रहेगा।
10 अक्टूबर को महासप्तमी के अवसर के कारण गुवाहाटी, अगरतला, कोलकाता, कोहिमा में बैंक बंद रहेंगे।
11 अक्टूबर को महाअष्टमी, आयुध पूजा, दुर्गा अष्टमी की वजह से देश के कई हिस्सों में छुट्टि‍यों के कारण बैंक बंद रहेंगे। इनमें कोलकाता, पटना, अगरतला, बेंगलुरु, भुवनेश्वर, गुवाहाटी, कोहिमा, चेन्नई, गंगटोक, इंफाल, ईंटानगर, इंफाल, रांची और शिलांग जैसे शहर शामिल हैं।
12 अक्टूबर को दशहरा यानी विजयदशमी पर पूरे देश में बैंकों में अवकाश रहेगा।
13 अक्टूबर को रविवार का सप्‍ताहिक अवकाश के चलते पूरे देश में बैंकों में छुट्टियां रहेगी।
14 अक्टूबर को दासेन या दुर्गा पूजा के कारण गंगटोक में बैंक बंद रहेंगे।
16 अक्टूबर को लक्ष्मी पूजा के अवसर पर कोलकाता और अगरतला में बैंकों में अवकाश रहेंगे।
17 अक्टूबर को महर्षि वाल्मीकि, कांटी बिहू के चलते गुवाहाटी और बेंगलुरु में बंद रहेंगे।
20 अक्टूबर को रविवार का सप्‍ताहिक अवकाश के कारण देशभर में बैंकों में छुट्टियां रहेगी।
26 अक्टूबर को महीने का चौथा शनिवार के कारण देशभर में बैंक बंद रहेगा।
27 अक्टूबर को रविवार का सप्‍ताहिक अवकाश होने के कारण देशभर में बैंक बंद रहेंगे।
31 अक्टूबर को दीपावली के अवसर पर देशभर के बैंक बंद रहेंगे।
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92 साल के हुए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी ने दी शुभकामनाएं
नई दिल्ली। देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को उनके 92वें जन्मदिन पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कई नेताओं ने उन्हें शुभकामनाएं दी हैं।
मनमोहन सिंह भारत के 13वें प्रधानमंत्री थे और उनका जन्म 26 सितंबर, 1932 को हुआ था। वह एक अर्थशास्त्री भी हैं, भारत की अर्थव्यवस्था को नए आयाम देने में उनकी आर्थिक नीतियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
प्रधानमंत्री मोदी ने मनमोहन सिंह को बधाई देते हुए एक्स पर लिखा, "पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को जन्मदिन की हार्दिक बधाई। मैं प्रार्थना करता हूं कि उन्हें दीर्घायु और स्वस्थ जीवन मिले।"
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने लिखा, "पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को उनके जन्मदिन के अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं। राजनीति के क्षेत्र में वह सादगी, गरिमा और सरलता के एक दुर्लभ अवतार के रूप में खड़े हैं। एक दूरदर्शी राजनेता, जिनके कार्यों ने शब्दों से अधिक जोर दिया, हम राष्ट्र के लिए उनके जबरदस्त और अमूल्य योगदान के लिए गहराई से आभारी हैं। उनके अच्छे स्वास्थ्य, खुशहाली और लंबी उम्र की कामना करता हूं।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने जन्मदिन की बधाई देते हुए लिखा, "डॉ. मनमोहन सिंह को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। हमारे देश के भविष्य को आकार देने में आपकी विनम्रता, बुद्धिमत्ता और निस्वार्थ सेवा मुझे और लाखों भारतीयों को प्रेरित करती रहेगी। मैं हमेशा आपके अच्छे स्वास्थ्य और खुशी जीवन की कामना करता हूं!"
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने देश के आर्थिक सुधारों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। पीवी नरसिम्हा राव की सरकार में वित्त मंत्री रहते हुए उन्होंने उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण से जुड़े कई ऐलान किए, जिससे देश की अर्थव्यवस्था को नई गति मिली। साल 1987 में उन्हें भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से नवाजा गया।
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सोने-चांदी के भाव में आज जबरदस्त उछाल

नई दिल्ली। सर्राफा बाजारों में सोने-चांदी के भाव में आज बड़ा उछाल है। दोनों धातुएं ऑल टाइम हाई पर पहुंच गई हैं। 24 कैरेट सोने का भाव आज 496 रुपये मंहगा होकर 75260 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है। जबकि, चांदी 1922 रुपये प्रति किलो उछलकर 90324 रुपये प्रति किलो के रेट से खुली। बता दें सोने-चांदी के ये रेट आईबीजेए द्वारा जारी किए गए हैं। इस पर जीएसटी और ज्वेलरी मेकिंग चार्ज नहीं लगे हैं। बहुत हद तक संभव है कि आपके शहर में सोने-चांदी के भाव में 1000 से 2000 का अंतर आ रहा हो।
आज 23 कैरेट गोल्ड का रेट 494 रुपये महंगा होकर ₹74959 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है। जबकि, 22 कैरेट गोल्ड 454 रुपये की बढ़त के साथ 68938 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है। 18 कैरेट गोल्ड के रेट में आज 372 रुपये की बढ़त है और यह ₹56445 प्रति 10 ग्राम के रेट से खुला। वहीं, 14 कैरेट गोल्ड का भाव आज 290 रुपये मजबूत होकर 44027 रुपये प्रति 10 ग्राम पर खुला।
24 कैरेट सोने का रेट अब जीएसटी के साथ 77517 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है। इसमें 2257 रुपये जीएसटी के जुड़े हैं। वहीं, 23 कैरेट गोल्ड का जीएसटी के साथ भाव 77207 रुपये है। इसमें 3 पर्सेंट जीएसटी के हिसाब से 2248 रुपये और जुड़ गया है। अगर 22 कैरेट गोल्ड के रेट की बात करें तो आज यह जीएसटी के साथ 71006 रुपये पर पहुंच गया है। इसमें जीएसटी के रूप में 2068 रुपये जुड़े हैं।
18 कैरेट गोल्ड की कीमत अब 1693 रुपये जीएसटी के साथ 58138 रुपये हो गई है। इस पर अभी ज्वेलरी मेकिंग चार्ज और ज्वेलर्स का मुनाफा नहीं जुड़ा है। एक किलो चांदी की जीएसटी समेत कीमत 93033 रुपये पर पहुंच गई है।
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Asia Power Index : जापान को पछाड़कर तीसरा सबसे ताकतवर देश बना भारत

  • इन कारणों से पूरी दुनिया में बढ़ी साख
नई दिल्ली। एशिया पावर इंडेक्स में जापान को पछाड़कर भारत तीसरा सबसे ताकतवर देश बन गया है। बुधवार को भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी।
एशिया पावर इंडेक्स (Asia Power Index) में जापान को पछाड़कर भारत तीसरा सबसे ताकतवर देश बन गया है। बुधवार को भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी। मंत्रालय ने बताया कि भारत के तेज आर्थिक विकास, युवा जनसंख्या, अर्थव्यवस्था का विस्तार की वजह से भारत की स्थिति बेहतर हुई है। साथ ही ये भारत की दुनिया में बढ़ती साख को भी दर्शाता है।
एशिया प्रशांत क्षेत्र के ताकतवर देशों की सूची दर्शाता है एशिया पावर इंडेक्स-
मंत्रालय ने बयान में कहा कि 'एक बड़े बदलाव के तहत भारत ने जापान को पछाड़कर एशिया पावर इंडेक्स में तीसरे सबसे ताकतवर देश का दर्जा हासिल किया है। ये भारत की दुनियाभर में बढ़ रही साख को दर्शाता है।' एशिया पावर इंडेक्स की शुरुआत साल 2018 में लॉवी इंस्टीट्यूट द्वारा की गई थी। इसमें एशिया प्रशांत क्षेत्र में सालाना आधार पर ताकतवर देशों की एक सूची तैयार की जाती है। इसमें एशिया प्रशांत के 27 देशों की स्थिति का आकलन किया जाता है।
इन वजहों से बढ़ रही दुनिया में भारत की साख-
मंत्रालय ने बताया कि एशिया पावर इंडेक्स में पता चला है कि क्षेत्रीय ताकतों की सूची में भी भारत की स्थिति लगातार बेहतर हो रही है और भारत का प्रभाव भी बढ़ रहा है। भारत के उछाल में सबसे अहम फैक्टर इसका आर्थिक विकास है। मंत्रालय ने कहा कि भारत ने कोरोना महामारी के बाद जबरदस्त आर्थिक रिकवरी की, जिसकी वजह से भारत की आर्थिक क्षमताओं में 4.2 अंकों की बढ़ोतरी दर्ज की गई। देश के आर्थिक विकास में इसकी बड़ी जनसंख्या की अहम भूमिका है और मजबूत आर्थिक वृद्धि दर के चलते भारत दुनिया दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। 
युवा जनसंख्या भारत की ताकत-
भारत को अपने क्षेत्रीय प्रतिद्वंदियों चीन और जापान की तुलना में जनसांख्यिकी का भी फायदा मिला है। चीन और जापान जहां अपनी बुजुर्ग होती जनसंख्या से जूझ रहे हैं, वहीं भारत के पास विशाल युवा आबादी है, जो इसके आर्थिक विकास को आने वाले दशकों में मजबूती देती रहेगी। क्वाड और विभिन्न वैश्विक संगठनों में भारत की मौजूदगी से कूटनीति की दुनिया में भी भारत का प्रभाव बढ़ा है। एशिया पावर इंडेक्स में किसी भी देश की ताकत का आकलन उसकी आर्थिक क्षमता, सैन्य क्षमता, भविष्य के संसाधनों, आर्थिक साझेदारी, रक्षा नेटवर्क, कूटनीतिक प्रभाव और सांस्कृतिक प्रभाव के आधार पर किया जाता है।
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जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में भाजपा जीतेगी: केंद्रीय मंत्री अठावले

नई दिल्ली (एएनआई)। केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने विश्वास जताया कि उनकी पार्टी जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत से जीतेगी और सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा, "मेरा मानना ​​है कि मतदान का उच्च प्रतिशत एक बहुत अच्छा संकेत है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री अमित शाह के प्रयासों से जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद कम हुआ है और मुझे पूरा विश्वास है कि भाजपा इन चुनावों में विजयी होगी।" उन्होंने आगे कहा, "जम्मू-कश्मीर विकास की ओर अग्रसर है और मुझे पूरा विश्वास है कि वहां भाजपा की सरकार बनेगी।" उन्होंने यह भी कहा कि बड़ी संख्या में लोग चुनाव में भाग लेने के लिए अपने घरों से बाहर निकले और अधिक मतदान से उत्साहित हैं।
उन्होंने कहा, "इन सभी स्थानों पर उच्च मतदान वास्तव में प्रेरणादायक है। लोगों की आंखों में उत्साह और उम्मीद देखना अद्भुत है।" उन्होंने यह भी कहा कि समाचार रिपोर्टों के माध्यम से दृश्य दिखाते हैं कि इस बार महिलाएं भी जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में उत्साहपूर्वक भाग ले रही हैं। जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए मतदान बुधवार सुबह 7 बजे शुरू हुआ। केंद्र शासित प्रदेश के छह जिलों की 26 सीटों पर 25 लाख से अधिक मतदाता 239 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे।
प्रमुख उम्मीदवारों में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला बडगाम और गंदेरबल दोनों सीटों से, जम्मू-कश्मीर भाजपा प्रमुख रविंदर रैना नौशेरा विधानसभा सीट से और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष तारिक हामिद कर्रा सेंट्रल-शालटेंग सीट से हैं।
जिन सीटों पर चुनाव हो रहे हैं वे हैं कंगन (एसटी), गंदेरबल, हजरतबल, खानयार, हब्बाकदल, लाल चौक, चन्नपोरा, जदीबल, ईदगाह, सेंट्रल शालटेंग, बडगाम, बीरवाह, खानसाहिब, चरार-ए-शरीफ, चडूरा और गुलाबगढ़ (एसटी), रियासी, श्री माता वैष्णो देवी, कालाकोट-सुंदरबनी, नौशेरा, राजौरी (एसटी), बुधल (एसटी), थन्नामंडी (एसटी), सुरनकोट (एसटी), पुंछ हवेली और मेंढर (एसटी)। (एएनआई)
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हम सब मिलकर विकसित भारत बनाएंगे : PM नरेंद्र मोदी

  • मेक इन इंडिया के 10 वर्ष पूरे होने पर बोले प्रधानमंत्री
नई दिल्ली। 'मेक इन इंडिया' के 10 वर्ष पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन पिछले एक दशक से उन सभी लोगों के लगातार प्रयासों का परिणाम है, जो इसे सफल बनाने के लिए काम कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "आज हम मेक इन इंडिया के 10 साल पूरे होने का जश्न मना रहे हैं। मैं उन सभी लोगों को बधाई देता हूं जो पिछले एक दशक से इस अभियान को सफल बनाने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं। ‘मेक इन इंडिया’ हमारे देश को विनिर्माण और नवाचार का केंद्र बनाने के लिए 140 करोड़ भारतीयों के सामूहिक संकल्प को दर्शाता है।"
उन्होंने आगे कहा, "यह उल्लेखनीय है कि विभिन्न क्षेत्रों में निर्यात कैसे बढ़ा है, क्षमताएं निर्मित हुई हैं और इस प्रकार से देश की अर्थव्यवस्था मजबूत हुई है। भारत सरकार हर संभव तरीके से ‘मेक इन इंडिया’ को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है। सुधारों में भारत की प्रगति भी जारी रहेगी। हम सब मिलकर एक आत्मनिर्भर और विकसित भारत का निर्माण करेंगे!"
वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "प्रधानमंत्री मोदी ने विनिर्माण में भारत की जबरदस्त क्षमता को उजागर किया है। आत्मनिर्भर भारत के मंत्र के साथ, हमारा देश विनिर्माण में अग्रणी और निवेश के लिए एक प्रमुख गंतव्य के रूप में उभरा है, जिससे हमारे युवाओं के लिए अवसरों की दुनिया बन गई है।"
बता दें कि 'मेक इन इंडिया' अभियान का उद्देश्य भारत को विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करना है, ताकि रोजगार के नए अवसर पैदा हो और देश की आर्थिक स्थिति और मजबूत हो सके। सरकार ने इस अभियान के तहत, स्थानीय उत्पादन को बढ़ावा देने और विदेशी निवेश को आकर्षित करने के लिए कई नीतियां लागू की हैं। 25 सितंबर, 2014 को ‘मेक इन इंडिया' पहल शुरू की गई थी। यह ‘वोकल फॉर लोकल' पहल में से एक है जिसने देश के विनिर्माण क्षेत्र को दुनिया के सामने बढ़ावा दिया।
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'कोई भी भारत के किसी हिस्से को पाकिस्तान नहीं कह सकता" : सुप्रीम कोर्ट

  • सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक हाईकोर्ट के जज को लगाई फटकार
नई दिल्ली। कर्नाटक हाई कोर्ट के एक जज द्वारा बेंगलुरु की एक कॉलोनी को 'पाकिस्तान' कहकर संबोधित किए जाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को फिर तीखी टिप्पणी की। इस केस की सुनवाई के आखिरी दिन शीर्ष अदालत ने कहा कि ऐसी टिप्पणी तो भारत की ही संप्रभुता के खिलाफ है। जज ने मुस्लिम बहुल गोरी पाल्या इलाके को 'पाकिस्तान' कहकर संबोधित किया था। इसी पर 5 जजों की सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने कहा, 'कोई भी भारत के किसी हिस्से को पाकिस्तान नहीं कह सकता। यह तो भारत की संप्रभुता के ही खिलाफ है।'
बेंच ने कहा कि जजों को डिजिटल युग में बात करते हुए सावधानी बरतनी चाहिए। आज हर चीज की लाइव स्ट्रीमिंग होती है और उस पर लोग करीबी नजर रखते हैं। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली बेंच में जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस भूषण आर. गवई, जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस ऋषिकेश रॉय शामिल थे। हालांकि अदालत ने हाई कोर्ट जज की ओर से कार्यवाही के दौरान माफी मांगने पर भी संज्ञान लिया। उन्होंने कहा कि ऐसा करना न्याय के हित में था। इसके अलावा हाई कोर्ट के सम्मान के लिहाज से भी यह अहम है। इसके साथ ही अदालत ने मामले को सुनवाई समाप्त कर दी, जिसका उसने स्वत: संज्ञान लिया था।
शीर्ष अदालत ने कहा कि ऐसी मनमानी टिप्पणियां करना गलत है। कई बार जजों की बात से लोगों को लगता है कि व्यक्तिगत तौर पर किसी के लिए पूर्वाग्रह रखते हैं। बेंच ने कहा कि किसी जेंडर या कम्युनिटी के खिलाफ नहीं बोलना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसी बातें अदालत और जजों की इमेज के लिए भी गलत हैं, जबकि उनका काम सिर्फ न्याय देना है। बता दें कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक उच्च न्यायालय के रजिस्ट्री विभाग से रिपोर्ट मांगी थी। यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था और जज की आलोचना की जा रही थी। इसी पर शीर्ष अदालत ने स्वत: संज्ञान लिया था।
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भारतीय शेयर बाजार सपाट खुला, रियल्टी शेयरों में हुई बिकवाली

मुंबई। भारतीय शेयर बाजार बुधवार के कारोबारी सत्र में सपाट खुला। बाजार के ज्यादातर सूचकांकों में मिलाजुला कारोबार हो रहा है। सुबह 9:25 बजे सेंसेक्स 10 अंक की तेजी के साथ 84,924 और निफ्टी 2 अंक की कमजोरी के साथ 25,938 पर था।
बाजार का रुझान सकारात्मक बना हुआ है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर 1,254 शेयर हरे निशान में और 919 शेयर लाल निशान में थे। शुरुआती कारोबार में मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी मिलाजुला कारोबार देखा गया।
निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 93 अंक या 0.18 प्रतिशत की गिरावट के साथ 60,724 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 36 अंक या 0.19 प्रतिशत की तेजी के साथ 19,476 पर था। एनएसई पर रियल्टी, आईटी, पीएसयू बैंक, एफएमसीजी और सर्विसेज सबसे ज्यादा गिरने वाले इंडेक्स थे। ऑटो, फिन सर्विस, मेटल, मीडिया और एनर्जी इंडेक्स में तेजी के साथ कारोबार हो रहा था।
सेंसेक्स पैक में पावर ग्रिड, एमएंडएम, एचडीएफसी बैंक, मारुति सुजुकी, टाटा स्टील, आईसीआईसीआई बैंक, एलएंडटी और अल्ट्राटेक सीमेंट टॉप गेनर्स थे। टेक महिंद्रा, एशियन पेंट्स, एचसीएल टेक, विप्रो, जेएसडब्ल्यू स्टील, एचयूएल, टाटा मोटर्स और टीसीएस टॉप लूजर्स थे।
एशिया बाजारों में मिलाजुला कारोबार हो रहा है। टोक्यो, शंघाई, हांगकांग और बैंकॉक के बाजारों में तेजी है। सोल और जकार्ता के बाजारों में लाल निशान में कारोबार हो रहा है। अमेरिका के बाजार मंगलवार को हरे निशान में बंद हुए थे।
बाजार के जानकारों का कहना है कि चीन की सरकार की ओर से मॉनेटरी पैकेज दिए जाने का कारण चीन और हांगकांग के बाजार में तेजी के साथ कारोबार हो रहा है। आकर्षक वैल्यूएशन के कारण विदेशी निवेश इन बाजारों का रुख कर सकते हैं। हालांकि, भारतीय बाजार में घरेलू निवेश से आने वाले प्रवाह का ज्यादा प्रभाव है। ऐसे में अगर बाजार 26,000 के पार जाकर रुकता है तो बड़ी तेजी देखने को मिल सकती है।
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यूपी में खानपान में मिलावट पर सख्त कार्रवाई तय : CM योगी

यूपी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खानपान की वस्तुओं में मानव अपशिष्ट या गंदी चीजों की मिलावट करने वालों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। देश के विभिन्न क्षेत्रों में घटी ऐसी घटनाओं का संज्ञान लेते हुए मंगलवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में सीएम योगी ने प्रदेश के सभी होटल, ढाबा, रेस्टोरेंट आदि संबंधित प्रतिष्ठानों की गहन जांच, सत्यापन के साथ ही आमजन की स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए नियमों में आवश्यकतानुसार संशोधन के भी निर्देश दिए।
सीएम योगी ने बैठक में निर्देश दिए कि हाल के दिनों में देश के विभिन्न क्षेत्रों में जूस, दाल और रोटी जैसी खानपान की वस्तुओं में मानव अपशिष्ट, गंदी चीजों की मिलावट की घटनाएं देखने को मिली हैं। ऐसी घटनाएं वीभत्स हैं और आम आदमी के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाली हैं। ऐसे कुत्सित प्रयास कतई स्वीकार नहीं किए जा सकते। उत्तर प्रदेश में ऐसी घटनाएं नहीं हों, इसके लिए ठोस प्रबंध किए जाने आवश्यक हैं। ऐसे ढाबा, रेस्टोरेंट आदि खानपान के प्रतिष्ठानों की जांच की जानी आवश्यक है। प्रदेशव्यापी सघन अभियान चलाकर इन प्रतिष्ठानों के संचालक सहित वहां कार्यरत सभी कर्मचारियों का सत्यापन किया जाए। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, पुलिस व स्थानीय प्रशासन संयुक्त टीम द्वारा यह कार्रवाई शीघ्रता से संपन्न कराई जाए।
उन्होंने कहा कि खानपान के प्रतिष्ठानों पर संचालक, प्रोपराइटर, मैनेजर आदि के नाम और पता प्रमुखता से डिस्प्ले किए जाने चाहिए। इस संबंध में खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम में आवश्यकतानुसार संशोधन भी किया जाए। सभी ढाबा, होटल, रेस्टोरेंट आदि खानपान के प्रतिष्ठानों में सीसीटीवी की व्यवस्था हो। ना केवल ग्राहकों के बैठने के स्थान पर बल्कि प्रतिष्ठान के अन्य हिस्सों को भी सीसीटीवी से कवर होना चाहिए। यह सुनिश्चित किया जाए कि हर प्रतिष्ठान संचालक सीसीटीवी की फीड को सुरक्षित रखेगा और आवश्यकता पड़ने पर पुलिस या स्थानीय प्रशासन को उपलब्ध कराएगा। सीएम योगी ने कहा कि खानपान के केंद्रों पर साफ-सफाई होनी चाहिए। यह सुनिश्चित किया जाए कि खाद्य पदार्थों को तैयार करने तथा सर्विस के समय संबंधित व्यक्ति मास्क, ग्लव्स का उपयोग जरूर करें। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। आमजन के स्वास्थ्य हितों से किसी भी प्रकार का खिलवाड़ नहीं किया जा सकता। ऐसा प्रयास करने वालों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाए। खाद्य पदार्थों को बनाने, बेचने अथवा अन्य संबंधित गतिविधियों से जुड़े नियमों को व्यवहारिकता का ध्यान रखते हुए और सख्त किया जाए। नियमों की अवहेलना पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए।
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अक्टूबर में घट सकती है ब्याज दर

दिल्ली। वैश्विक रेटिंग एजेंसी एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स की ओर से मंगलवार को वित्त वर्ष 2024-25 के लिए भारत की जीडीपी विकास दर अनुमान को 6.8 प्रतिशत पर बरकरार रखा गया है। साथ ही कहा है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा अक्टूबर में ब्याज दरों में कटौती की जा सकती है। रेटिंग एजेंसी की ओर से एशिया-प्रशांत क्षेत्र के लिए निकाले गए इकोनॉमिक आउटलुक में कहा गया कि वित्त वर्ष 2025-26 में भारत की जीडीपी 6.9 प्रतिशत की दर से बढ़ सकती है। भारत की मजबूत विकास दर महंगाई में प्रबंधन में आरबीआई की मदद करेगी।
रिपोर्ट में बताया गया कि जुलाई के बजट में भारत सरकार की ओर से स्पष्ट किया गया कि वह वित्तीय समेकन के लिए प्रतिबद्ध है। साथ ही इन्फ्रास्ट्रक्चर पर भी खर्च जारी रखा जाएगा। वित्त वर्ष 2024-25 के बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से पूंजीगत खर्च के लिए 11.11 लाख करोड़ रुपये का फंड आवंटित किया गया। वहीं, वित्त वर्ष 2025-26 के लिए राजकोषीय घाटे का लक्ष्य घटाकर 4.5 प्रतिशत कर दिया गया है।
रिपोर्ट में बताया गया कि महंगाई आरबीआई के टारगेट 4 प्रतिशत के नीचे आ गई है। ऐसे में आरबीआई द्वारा अक्टूबर में होने वाली एमपीसी की बैठक में ब्याज दरों को कम किया जा सकता है। हमें उम्मीद है कि चालू वित्त वर्ष में दो बार ब्याज दरों में कटौती हो सकती है। वैश्विक रेटिंग एजेंसी की ओर से 2024 के लिए चीन की विकास दर को 4.8 प्रतिशत से घटाकर 4.6 प्रतिशत कर दिया गया है।
एसएंडपी का मानना है कि देश में प्रॉपर्टी सेक्टर में मंदी, कमजोर घेरलू मांग और नीतिनिर्माताों द्वारा राजकोषीय नीति को सरल न बनाने के कारण चीन की अर्थव्यवस्था की विकास दर 2025 तक घटकर 4.3 प्रतिशत हो सकती है।
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पश्चिम बंगाल में मालगाड़ी के 6 डिब्बे पटरी से उतरे

कोलकाता। पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार जिले में न्यू मयनागुड़ी स्टेशन के पास मंगलवार सुबह एक मालगाड़ी के छह डिब्बे पटरी से उतर गए। मालगाड़ी खाली थी, इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर सामने नहीं आई है।
ट्रेन के पटरी से उतरने के बाद रेल सेवाओं में किसी तरह की बाधा उत्पन्न होने की खबर नहीं है। चश्मदीदों ने बताया कि घटना के समय मालगाड़ी की रफ्तार काफी धीमी थी, इसलिए इसका कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ा।
पटरी से उतरे डिब्बों की चपेट में आने से स्टेशन पर दो बिजली के खंभे और पानी की पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गईं। सूचना मिलने पर वरिष्ठ रेलवे अधिकारी तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गए। रेलवे सूत्रों ने बताया कि ट्रेन के पटरी से उतरने का कारण अभी पता नहीं चल पाया है और मामले की गहन जांच शुरू कर दी गई है।
बता दें कि 17 जून को दार्जिलिंग जिले के रंगापानी स्टेशन के पास कंचनजंगा एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी के बीच टक्कर में कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई थी। मालगाड़ी कंचनजंगा एक्सप्रेस से पीछे से टकराई थी। गनीमत यह रही थी कि हताहतों की संख्या बहुत ज़्यादा नहीं थी, क्योंकि कंचनजंगा एक्सप्रेस के आखिरी दो डिब्बे पार्सल कोच और गार्ड के डिब्बे थे।
शुरुआती जांच में पता चला है कि मालगाड़ी ने पेपर लाइन क्लियर टिकट (पीएलसीटी) के साथ रंगापानी और चट्टर हाट के बीच की दूरी तय करते समय 15 किलोमीटर प्रति घंटे की प्रतिबंधित गति सीमा को पार कर लिया था। उस दूरी के भीतर ऑटोमैटिक सिग्नलिंग सिस्टम काम नहीं कर रहा था। रफ्तार सीमा से अधिक होने के कारण मालगाड़ी ने कंचनजंगा एक्सप्रेस को पीछे से टक्कर मार दी थी।
पीएलसीटी एक पेपर ऑथराइजेशन है जो किसी ट्रेन को उस दूरी के भीतर लाल सिग्नल को अनदेखा करने के लिए जारी किया जाता है, जहां ऑटोमैटिक सिग्नलिंग सिस्टम खराब होता है। हालांकि, ऐसे पीएलसीटी में उस दूरी के भीतर 15 किलोमीटर प्रति घंटे की प्रतिबंधित गति सीमा होती है जहां ऑथराइजेशन सिग्नलिंग काम नहीं करता है। 31 जुलाई को फिर दार्जिलिंग जिले में उसी स्थान पर एक मालगाड़ी के दो डिब्बे पटरी से उतर गये थे।
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मेंढर सब डिविजन में कल मतदान, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

  • 142 पोलिंग बूथों पर रखी जाएगी पैनी नजर
पुंछ। पुंछ जिले के मेंढर सब डिविजन में 25 सितंबर (बुधवार) को होने वाले मतदान को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। संवेदनशीलता को देखते हुए केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ), जम्मू-कश्मीर पुलिस और अन्य सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है।
चुनाव आयोग ने चुनाव प्रक्रिया को सुचारू और सुरक्षित सम्पन्न कराने के लिए 142 पोलिंग बूथों पर सुरक्षाबलों को तैनात करने का निर्णय लिया है। सुरक्षा बलों की तैनाती का मुख्य उद्देश्य चुनाव के दौरान किसी भी प्रकार की अशांति को रोकना और वोटरों को सुरक्षित माहौल देना है।
स्थानीय प्रशासन और चुनाव आयोग ने मतदाताओं से अपील की है कि वह बिना किसी भय के अपने मताधिकार का प्रयोग करें। चुनावों के दौरान संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए भी विशेष निगरानी की जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि तैनात किए गए जवानों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
बता दें कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के चुनाव के लिए सोमवार को चुनाव-प्रचार थम गया है। दूसरे चरण में 26 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। कश्मीर के तीन जिलों की 15 सीट और जम्मू के तीन जिलों की 11 सीट पर वोट डाले जाएंगे। दूसरे चरण के मतदान में 239 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होना है।
दूसरे चरण के चुनाव को देखते हुए तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं ने वोटरों को साधने के लिए तरह-तरह के वादे किए हैं। कुछ नेताओं ने विशेष रूप से आर्टिकल 370 की वापसी की बात कही है, जो पिछले कुछ वर्षों से चर्चा का विषय बना हुआ है। उनका कहना है कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है, तो वह आर्टिकल 370 को वापस लागू करने का प्रयास करेंगे। इसके अलावा, विकास, रोजगार और सामाजिक कल्याण से जुड़े वादे भी किए गए हैं।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से की मुलाकात

  • भारत ने यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान की दोहराई बात
न्यूयॉर्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को न्यूयॉर्क में द्विपक्षीय बैठक के दौरान यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की से कहा कि भारत यूक्रेन में संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान को सुगम बनाने के लिए हरसंभव मदद को तैयार हैं।
दोनों नेताओं ने संयुक्त राष्ट्र शिखर सम्मेलन के इतर मुलाकात की और यूक्रेन की स्थिति के साथ-साथ शांति के मार्ग पर आगे बढ़ने के तरीके पर चर्चा की। विदेश मंत्रालय (एमईए) के अनुसार, बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कूटनीति और संवाद के साथ-साथ सभी हितधारकों के बीच जुड़ाव के माध्यम से यूक्रेन में संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के पक्ष में भारत के "स्पष्ट, सुसंगत और रचनात्मक" दृष्टिकोण को दोहराया।
प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक के बाद एक्स पोस्ट में कहा, "न्यूयॉर्क में राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात की। पिछले महीने यूक्रेन की मेरी यात्रा के दौरान हमने जिन द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया था उसे हम लागू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यूक्रेन में संघर्ष के शीघ्र समाधान और शांति एवं स्थिरता की बहाली के लिए भारत के समर्थन की बात दोहराई।"
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि दोनों नेताओं ने प्रधानमंत्री की हाल की यूक्रेन यात्रा को याद किया और द्विपक्षीय संबंधों के निरंतर सुदृढ़ीकरण पर संतोष व्यक्त किया। तीन महीने से भी कम समय में दोनों नेताओं के बीच यह तीसरी बैठक थी। विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों नेताओं ने संपर्क में बने रहने पर सहमति व्यक्त की।
प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति जेलेंस्की के निमंत्रण पर अगस्त में यूक्रेन का दौरा किया था। यह यात्रा महत्वपूर्ण थी क्योंकि 1992 में द्विपक्षीय संबंधों की स्थापना के बाद से यह पहली बार था जब किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने यूक्रेन का दौरा किया था। यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री ने यह स्पष्ट कर दिया था कि रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष में अक्सर तटस्थ कहे जाने वाले भारत ने हमेशा शांति के लिए दृढ़ता से पक्ष लिया है।
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