हिंदुस्तान

PM मोदी ने इंदौर मेट्रो, सतना, दतिया में हवाई अड्डों का किया उद्घाटन

भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को मध्य प्रदेश में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। भोपाल में लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के अवसर पर 'लोकमाता देवी अहिल्याबाई महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन' में पीएम मोदी ने दतिया और सतना हवाई अड्डों का उद्घाटन किया, जिससे क्षेत्र में कनेक्टिविटी में बदलाव आया।
उन्होंने मध्य प्रदेश की पहली मेट्रो रेल सेवा इंदौर मेट्रो का भी उद्घाटन किया, जिसमें 28 स्टेशन शामिल हैं और इसकी अनुमानित लागत 7,500 करोड़ रुपये है। जनसमूह को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, "ये सभी परियोजनाएं मध्य प्रदेश में सुविधाएं बढ़ाएंगी, विकास को गति देंगी और रोजगार के कई नए अवसर पैदा करेंगी।"
अहिल्याबाई होल्कर को श्रद्धांजलि देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका नाम सुनते ही गहरी श्रद्धा की भावना पैदा होती है। उन्होंने कहा, "वह इस बात की प्रतीक हैं कि जब जनता की इच्छाशक्ति और दृढ़ निश्चय हो, तो सबसे प्रतिकूल परिस्थितियों पर भी विजय प्राप्त की जा सकती है और उन्हें उल्लेखनीय परिणामों में बदला जा सकता है। सदियों पहले, जब देश गुलामी की जंजीरों में जकड़ा हुआ था, ऐसे महान कार्य करना, जिनके बारे में आने वाली पीढ़ियाँ हमेशा बात करती रहें, कोई आसान काम नहीं था।" "ऐसे समय में जब हमारी संस्कृति और मंदिरों पर हमला हो रहा था, लोकमाता ने उनकी रक्षा और संरक्षण का बीड़ा उठाया। उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर सहित देश भर में अनगिनत मंदिरों और तीर्थ स्थलों का जीर्णोद्धार किया। यह मेरा सौभाग्य है कि जिस काशी में लोकमाता अहिल्याबाई ने इतने विकास कार्य किए, उसी काशी ने मुझे भी सेवा करने का अवसर दिया है," पीएम मोदी ने कहा।
इसके अलावा, उन्होंने किसानों से फसल विविधीकरण अपनाने का आग्रह किया, जिसके बारे में उन्होंने कहा कि अहिल्याबाई ने 250-300 साल पहले कहा था। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "किसानों की आय बढ़ाने के लिए लोकमाता अहिल्याबाई ने 250-300 साल पहले हमें कपास और मसालों की खेती को बढ़ावा देने के लिए कहा था। आज 250-300 साल बाद भी हमें अपने किसानों को लगातार फसल विविधीकरण अपनाने के लिए कहना पड़ रहा है। आप सिर्फ़ धान या गन्ने की खेती तक ही सीमित नहीं रह सकते।" इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर के सम्मान में 'स्मारक सिक्का और डाक टिकट' जारी किया। (एएनआई)
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PM मोदी के मार्गदर्शन में दिल्ली में विकास की रफ्तार थमेगी नहीं : रेखा गुप्ता

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में भाजपा सरकार के 100 दिन पूरे होने पर शनिवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि पीएम मोदी के मार्गदर्शन में दिल्ली में विकास की रफ्तार नहीं थमेगी।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट किया। उन्होंने पोस्ट में लिखा, “पीएम मोदी ने जब मुझे दिल्ली की सेवा का अवसर दिया, तो यह सिर्फ एक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि एक संकल्प था- जनसेवा पर केंद्रित राजनीति, और नीति जो जनकल्याण के लिए हो। इन 100 दिनों में हमने हर वादा जमीन पर उतारने की दिशा में प्रभावी काम किया। हमारी प्राथमिकता साफ थी- विकास ऐसा जो दिखाई भी दे और महसूस भी हो। स्वच्छता, सुरक्षा, महिला सशक्तिकरण और ई-गवर्नेंस- हर मोर्चे पर हमारी कोशिश यही रही कि दिल्ली एक सशक्त, सुरक्षित और समावेशी राजधानी बने। पीएम मोदी की प्रेरणा, मार्गदर्शन और ‘सबका साथ, सबका विकास’ के विजन से ही यह संभव हो पाया है। दिल्ली की जनता का विश्वास ही मेरी सबसे बड़ी ताकत है। बदलाव की नींव रखी जा चुकी है, विकास की रफ्तार अब थमेगी नहीं। दिल्ली अब सुशासन और सेवा के संकल्प के साथ, निरंतर आगे बढ़ती रहेगी।"
शुक्रवार को दिल्ली सरकार के 100 दिन पूरे होने पर एक वर्कबुक जारी की गई। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि इस वर्कबुक में सरकार की अब तक की प्रमुख उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं का विवरण शामिल है। आयुष्मान भारत योजना का विस्तार, यमुना सफाई अभियान और महिला समृद्धि योजना जैसे महत्वपूर्ण कदम इन 100 दिनों की सेवा का प्रतिबिंब है। हमारी सरकार पीएम मोदी के दिखाए गए 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास' के राह पर अग्रसर है। इसी राह पर चलते हुए यह वर्कबुक सभी विधानसभाओं में वितरित की जाएंगी, ताकि नागरिकों को भी उनके चुने हुए सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों का ब्यौरा मिल सके। यह केवल 100 दिनों की रिपोर्ट नहीं, बल्कि बदलाव के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रत्यक्ष प्रमाण है।
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'विरासत भी विकास भी' के मंत्र पर मध्यप्रदेश आगे बढ़ रहा : PM मोदी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को मध्यप्रदेश के दौरे पर हैं। पीएम मोदी ने दौरे को लेकर कहा कि 'विरासत भी विकास भी' के मंत्र पर मध्यप्रदेश आगे तेजी से बढ़ रहा है।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट किया। उन्होंने पोस्ट में लिखा, “मध्य प्रदेश 'विरासत भी विकास भी' के मंत्र पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। आज सुबह करीब 11:15 बजे भोपाल में लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती से जुड़े कार्यक्रम का हिस्सा बनने का सौभाग्य मिलेगा। यहां कई प्रोजेक्ट के लोकार्पण का भी अवसर मिलेगा।“
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के अवसर पर महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन में भाग लेंगे। प्रधानमंत्री भोपाल में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे तथा एक सार्वजनिक समारोह को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री लोकमाता देवी अहिल्याबाई महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन में शामिल होने के साथ-साथ लोकमाता देवी अहिल्याबाई को समर्पित एक स्मारक डाक टिकट और एक विशेष सिक्का भी जारी करेंगे। 300 रुपये के सिक्के पर अहिल्याबाई होल्कर का चित्र होगा
प्रधानमंत्री जनजातीय, लोक और पारंपरिक कलाओं में योगदान के लिए एक महिला कलाकार को राष्ट्रीय देवी अहिल्याबाई पुरस्कार भी प्रदान करेंगे। अंतिम छोर तक हवाई संपर्क को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री दतिया और सतना हवाई अड्डों का उद्घाटन करेंगे जिससे विंध्य क्षेत्र में उद्योग, पर्यटन, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा के लिए नए अवसर खुलेंगे। शहरों में यात्रा के बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने की अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप, प्रधानमंत्री इंदौर मेट्रो की येलो लाइन के सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर पर भी यात्री सेवाओं का उद्घाटन करेंगे।
इससे यातायात और प्रदूषण में कमी आने के साथ ही यात्रियों को आरामदायक यात्रा की सुविधा मिलेगी। प्रधानमंत्री 1,271 अटल ग्राम सुशासन भवनों के निर्माण के लिए 480 करोड़ रुपये से अधिक की पहली किस्त हस्तांतरित करेंगे। ये भवन ग्राम पंचायतों को स्थायी बुनियादी ढांचा प्रदान करेंगे, जिससे उन्हें प्रशासनिक कार्यों का प्रबंधन, बैठकों का आयोजन करने और रिकॉर्ड को अधिक कुशलता से बनाए रखने में सहायता मिलेगी।
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देशभर में पैर पसार रहा कोरोना, 2710 एक्टिव केस

नई दिल्ली। देश में कोरोना के मरीजों में लागातर इजाफा हो रहा है। एक सप्ताह में कुल केसों की संख्या पांच गुना तक बढ़ गई है। आंकड़ों के मुताबिक देशभर में कोरोना के 2710 ऐक्टिव मरीज हैं। सबसे ज्यादा मरीज केरल में पाए गए हैं। वहीं बीते 24 घंटे में ऐसे 7 लोगों की मौत भी हुई है जो कि कोरोना से संक्रमित थे। कोरोना केसों के बढ़ते आंकड़ों ने चिंता बढ़ा दी है।
आंकड़ों के मुताबिक केरल में 1147 केस, महाराष्ट्र में 424, दिल्ली में 294 और गुजरात में 223 ऐक्टिव केस हैं। कर्नटाक और तमिलनाडु 148-148 केस सामने आए हैं। पश्चिम बंगाल में भी कोरोना के 116 केस पाए गए हैं। बीते पांच महीनों में कोरोना से 22 लोगों की जान गई है। बीते 24 घंटे में महाराष्ट्र में ही दो मरीजों की मौत हो गई। वहीं दिल्ली, गुजरात, कर्नाटक, पंजाब और तमिलनाडु में एक-एक मरीज की जान गई है।
जानकारों का कहना है कि ओमिक्रॉन के दो वेरिएंट LF.7 और NB1.8 की वजह से कोरोना के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। राजधानी दिल्ली में कोरोना से मौत का इस बार पहला मामला सामने आया है। दिल्ली में बीते 24 घंटे में कोरोना के 56 नए मरीज आए हैं।दिल्ली में कोरोना से जिस मरीज की मौत हुई है वह पहले से भी कई बीमारियों से ग्रसित था।
जानकारों का कहना है कि नए वेरिएंट का असर हल्का है। हालांकि इससे अन्य बीमारियों के गंभीर होने का खतरा बना रहता है। यह इम्यून पावर कम कर देता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोरोना के इस वेरिएंट से डरने की जरूरत नहीं है।
26 मई को देशभर में कोरोना के 1010 मरीज थे। वहीं 30 मई को यह आंकड़ा बढ़कर 2710 हो गया। इस हिसाब से चार दिनों में ही 1700 मरीज बढ़ गए हैं। बिहार में कोरोना के आंकड़े मिलने मुश्किल हो रहे हैं। पटना में जरूर बीते 24 घंटे में सात कोरोना मरीज पाए गए हैं। यहां अब तक कुल 17 पॉजिटिव केस पाए गए हैं। वहीं सिक्किम में अब तक कोविड का कोई केस सामने नहीं आया है।
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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार 2025 प्रदान किए

नई दिल्ली। भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को देश भर की नर्सों को उनकी सराहनीय सेवाओं के सम्मान में वर्ष 2025 के लिए राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार प्रदान किए। राष्ट्रपति सचिवालय ने एक बयान में कहा कि पुरस्कार समारोह राष्ट्रपति भवन में आयोजित किया गया था। इस वर्ष के पुरस्कार विजेताओं में विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के नर्सिंग पेशेवर शामिल हैं, जो सहायक नर्स मिडवाइफ (एएनएम), लेडी हेल्थ विजिटर (एलएचवी) और स्टाफ नर्स जैसी श्रेणियों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
एएनएम श्रेणी से, पुरस्कार विजेताओं में रेबा रानी सरकार (अंडमान और निकोबार द्वीप समूह), वलिवेती सुभावती (आंध्र प्रदेश), सरोज फकीरभाई पटेल (दादर और नगर हवेली और दमन और दीव), रजिया बेगम पीबी (लक्षद्वीप), और सुजाता अशोक बागुल (महाराष्ट्र) शामिल हैं।
एलएचवी श्रेणी में, असम की सुश्री बीना पानी डेका को सम्मानित किया गया। नर्स श्रेणी के तहत, यह पुरस्कार किजुम सोरा करगा (अरुणाचल प्रदेश), डिंपल अरोड़ा (दिल्ली), मेजर जनरल शीना पीडी (दिल्ली), डॉ बानू एमआर (कर्नाटक), लीमापोकपम रंजीता देवी (मणिपुर), सुश्री वी लालहमंगइही (मिजोरम), एलएस मनिमोझी (पुडुचेरी), के अलामेलु मंगयारकारसी (तमिलनाडु), और डोली बिस्वास (पश्चिम बंगाल) को प्रदान किया गया।
इस समारोह में उन नर्सों के अटूट समर्पण और प्रतिबद्धता को स्वीकार किया गया, जिन्होंने भारत की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, खासकर वंचित और दूरदराज के क्षेत्रों में। इस बीच, गुरुवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन सांस्कृतिक केंद्र में दो दिवसीय "साहित्य सम्मेलन: साहित्य में कितना बदलाव आया है?" का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर बोलते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि छात्र जीवन से ही उनके मन में साहित्य और लेखकों के प्रति सम्मान और कृतज्ञता की भावना रही है। समय के साथ साहित्य के प्रति विशेष सम्मान की यह भावना और भी गहरी होती गई है। उनकी इच्छा थी कि राष्ट्रपति भवन में कई लेखक आएं। उन्होंने इस सम्मेलन के आयोजन के लिए संस्कृति मंत्रालय और साहित्य अकादमी की सराहना की। राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे देश में अनेक भाषाएं और साहित्यिक परंपराओं की अनंत विविधता है। लेकिन इस विविधता में भारतीयता की झलक मिलती है। भारतीयता की यह भावना हमारे देश के सामूहिक अवचेतन में भी गहराई से समाई हुई है। उन्होंने कहा कि वह देश की सभी भाषाओं और बोलियों को अपनी भाषा और बोली और सभी भाषाओं के साहित्य को अपना मानती हैं। (एएनआई)
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PM मोदी ने कहा- पहलगाम हमले का बदला लेने का वादा पूरा करके बिहार लौटे

काराकाट। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ऑपरेशन सिंदूर की सराहना की और इस बात पर जोर दिया कि पहलगाम आतंकी हमलों के बाद जवाबी कार्रवाई करने और आतंकी शिविरों को नष्ट करने का अपना वादा पूरा करके वे बिहार लौटे हैं। काराकाट में एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, "सासाराम की धरती का नाम भी राम के नाम से जुड़ा है। सासाराम के लोग भगवान राम की रीति-नीति जानते हैं। 'प्राण जाए पर वचन न जाए'... पहलगाम में हुए भयानक आतंकी हमले के ठीक एक दिन बाद मैंने बिहार की धरती से देश को वचन दिया था कि आतंकवाद के आकाओं के ठिकानों को धूल में मिला दिया जाएगा और उन्हें ऐसी सजा मिलेगी जिसकी वे कल्पना भी नहीं कर सकते। आज मैं बिहार आया हूं, अपना वादा पूरा करके लौटा हूं।" उन्होंने कहा कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा किए गए जघन्य आतंकी कृत्य में कई निर्दोष नागरिकों की जान चली गई।
पीएम मोदी ने कहा कि पाकिस्तान और दुनिया ने भारत की बेटियों के 'सिंदूर' की ताकत देखी है। उन्होंने कहा कि आतंकवादी पाकिस्तानी सेना के संरक्षण में खुद को सुरक्षित महसूस करते थे, लेकिन भारतीय सेना ने उन्हें 'घुटने टेकने' पर मजबूर कर दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा, "भारत की बेटियों के 'सिंदूर' की ताकत... यह पाकिस्तान के साथ-साथ दुनिया ने भी देखी है! आतंकवादी पाकिस्तानी सेना के संरक्षण में खुद को सुरक्षित मानते थे... हमारी सेना ने एक झटके में उन्हें घुटनों पर ला दिया।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ रैली में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी शामिल हुए। उन्होंने 48,520 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। एक प्रमुख आकर्षण औरंगाबाद जिले में नबीनगर सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट के चरण-II (3x800 मेगावाट) का शिलान्यास है, जिसकी लागत 29,930 करोड़ रुपये से अधिक है। इस परियोजना से क्षेत्र में बिजली उत्पादन, औद्योगिक विकास और रोजगार को काफी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। पीएम मोदी एनएच-119ए के पटना-आरा-सासाराम खंड को चार लेन का बनाने, वाराणसी-रांची-कोलकाता राजमार्ग (एनएच-319बी) को छह लेन का बनाने, रामनगर-कच्ची दरगाह खंड (एनएच-119डी) और बक्सर और भरौली के बीच एक नए गंगा पुल सहित प्रमुख सड़क बुनियादी ढांचे की पहल की आधारशिला भी रखेंगे।
इसके अलावा, उन्होंने NH-22 के पटना-गया-डोभी खंड के चार लेन के निर्माण और NH-27 पर गोपालगंज टाउन में सड़क उन्नयन का उद्घाटन किया है। रेल क्षेत्र में, प्रधानमंत्री 1,330 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित सोन नगर और मोहम्मद गंज के बीच तीसरी रेल लाइन राष्ट्र को समर्पित करेंगे, जिसका उद्देश्य रेल क्षमता और क्षेत्रीय संपर्क को बढ़ाना है।
पीएम मोदी ने गुरुवार शाम पटना में एक रोड शो किया। बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे और उनका उत्साहपूर्वक स्वागत किया। पीएम मोदी ने लोगों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया, जिनमें से कई तिरंगा लिए हुए थे। उन्होंने नारे भी लगाए। मार्ग के किनारे अपने घरों वाले लोग पीएम मोदी की एक झलक पाने के लिए छतों और बालकनियों में आए थे। पीएम मोदी ने गुरुवार शाम पटना में जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री बिहटा हवाई अड्डे पर नए सिविल एन्क्लेव की आधारशिला भी रखेंगे, जो 1,410 करोड़ रुपये की परियोजना है जिसका उद्देश्य पटना के निकट तेजी से फैल रहे शैक्षणिक और आवासीय क्षेत्रों की सेवा करना है। (एएनआई)
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केंद्रीय गृहमंत्री का जम्मू-कश्मीर दौरा, पुंछ पीड़ितों से मिले अमित शाह

  • मृतकों के परिवारों को दी सरकारी नौकरी की सौगात
गृहमंत्री अमित शाह ने पुंछ नगर स्थित डाक बंगला में पाकिस्तानी गोलाबारी में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों और घायलों से मिले। इस दौरान उन्होंने मृतकों के परिजनों को सरकारी नौकरी के नियुक्ति पत्र प्रदान किए। अमित शाह ने कहा कि जम्मू कश्मीर का विकास रुकेगा नहीं थमेगा नहीं। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर सरकार ने नॉर्म्स के हिसाब से सहायता कर दी है और भारत सरकार भी व्यापारिक संस्थानों में हुई क्षति के लिए एक पैकेज लेकर आएगी।
इस अवसर पर शाह ने पाकिस्तान की कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा, "पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाया और पुंछ में सबसे अधिक नुकसान हुआ। आजादी के बाद पहली बार पुंछ पर गोलीबारी की गई...पूरी दुनिया पाकिस्तान के हमले की निंदा कर रही है...भारतीय सशस्त्र बलों ने नौ पाकिस्तानी हवाई ठिकानों को नष्ट करके मुंहतोड़ जवाब दिया और परिणामस्वरूप उन्हें युद्धविराम के लिए आगे आना पड़ा"
अमित शाह ने आगे कहा कि 7 मई, 2025 की रात को भारतीय सशस्त्र बलों ने निर्णायक अभियान चलाया, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकवादी ठिकानों को नष्ट किया गया।
उन्होंने इस कार्रवाई को भारत के नागरिकों की ओर से आतंकवादियों को "करारा जवाब" बताया, जिसके परिणामस्वरूप सैकड़ों आतंकवादियों का सफाया हो गया। उन्होंने कहा, "7 मई की रात को हमने पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया...यह करोड़ों भारतीयों की ओर से आतंकियों को करारा जवाब था...इस ऑपरेशन में सैकड़ों आतंकी मारे गए...हमने आतंकियों पर हमला किया, लेकिन पाकिस्तान ने इसे खुद पर हमला माना। उन्होंने दुनिया को दिखा दिया कि वे ही आतंकियों को पनाह दे रहे हैं।" उन्होंने कहा, "हमने संदेश दिया है कि भारत निर्दोष नागरिकों, भारतीय सशस्त्र बलों पर किसी भी हमले को बर्दाश्त नहीं करेगा और हर हमले का अधिक सटीकता और सटीकता के साथ जवाब दिया जाएगा।" अपने दौरे के दौरान गृह मंत्री ने खानेतर में अपने यूनिट मुख्यालय में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों से भी बातचीत की और ऑपरेशन सिंदूर में उनकी भूमिका की प्रशंसा की।
अमित शाह ने गोलाबारी में क्षतिग्रस्त धार्मिक स्थलों का दौरा किया और अमरनाथ यात्रा से पहले सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। यह दौरा 7 मई को किए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद जम्मू और कश्मीर के नागरिक इलाकों में बिना उकसावे के पाकिस्तानी गोलाबारी के बाद हुआ। यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में किया गया था, जिसमें एक आतंकी समेत 26 लोग मारे गए थे। नेपाली नागरिक।
7 मई की सुबह, भारतीय सशस्त्र बलों ने पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के अंदरूनी इलाकों में नौ आतंकवादी ठिकानों पर हमले किए। (एएनआई)

 

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प्रभु श्री राम की नीति नए भारत की नीति बन गई है : PM मोदी

  • प्रधानमंत्री मोदी ने बिक्रमगंज में जनसभा को संबोधित करते हुए पाकिस्तान को दी चेतावनी 
बिक्रमगंज। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद पहली बार बिहार पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार बिक्रमगंज में एक जनसभा को संबोधित करते हुए पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि प्रभु श्रीराम की रीति नए भारत की नीति बन गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'प्राण जाय पर वचन न जाई' की चर्चा करते हुए कहा कि पहलगाम में आतंकी हमले के बाद बिहार की ही धरती से आतंकवाद को चेताया था और ऑपरेशन सिंदूर के जरिए उस वचन को निभाने के बाद यहां आया हूँ। उन्होंने महत्ती जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हुआ, कितने निर्दोष नागरिक मारे गए। इस जघन्य आतंकी हमले के एक दिन बाद मैं बिहार आया था और मैंने बिहार की धरती से देश को वादा किया था, वचन दिया था, बिहार की धरती पर आंख में आंख मिलाकर हमने कह दिया था कि आतंक के आकाओं के ठिकानों को मिट्टी में मिला दिया जाएगा।
उन्होंने कहा, "बिहार की धरती पर मैंने कहा था उन्हें कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी। आज जब मैं बिहार आया हूं तो अपने वचन पूरा करने के बाद आया हूं। इन लोगों ने पाकिस्तान में बैठकर हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ा था। हमारी सेना ने उनके ठिकानों को खंडहर में बदल दिया है। ये नया भारत है, ये नए भारत की ताकत है।"
पीएम मोदी ने आगे कहा कि आज दुनिया ने देख लिया कि हमारे देश की बेटियों के सिंदूर में क्या शक्तियां होती हैं, देश ने भी देखा, दुनिया ने भी देखा। पाकिस्तान की सेना की छत्रछाया में आतंकी सुरक्षित मानते थे, लेकिन भारतीय सेना ने एक ही झटके में इन्हें घुटने पर ला दिया है। पाकिस्तान के एयरबेस और सैन्य ठिकानों को हमने कुछ ही समय में तबाह कर दिया। यह नया भारत है और नए भारत की ताकत है।
उन्होंने कहा कि बिहार के सैकड़ों नौजवान सुरक्षा के लिए सेना और बीएसएफ में अपनी जवानी खपा देते हैं। देश और दुनिया ने ऑपरेशन सिंदूर में बीएसएफ के अभूतपूर्व पराक्रम और अदम्य साहस को देखा है। ये बीएसएफ सीमा पर अभेद चट्टान है। उन्होंने शहीद इम्तियाज को भी श्रद्धांजलि दी और नमन किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने यह भी कहा कि अभी तो तरकश से एक ही तीर निकाला है। आतंकवाद की लड़ाई न रुकी है न थमी है। आतंकवाद का फन अगर निकला तो बिल से खींचकर कुचलने का काम किया जाएगा।
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ऑपरेशन सिंदूर : नौसेना के जाबांजों से मिले रक्षा मंत्री, किया नया खुलासा

  • भारतीय नौसेना की तैयारी देख पाकिस्तान का हौसला हो गया पस्त : राजनाथ सिंह
नई दिल्ली। दो दिनों की गोवा यात्रा पर गए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को आईएनएस विक्रांत पर सवार भारत के बहादुर नौसैनिकों के साथ बातचीत करके उनका हौसला बढ़ाया। उन्होंने कहा कि जब तक राष्ट्र की समुद्री सीमाओं की सुरक्षा आपके मजबूत हाथों में है, तब तक भारत को कोई तिरछी निगाहों से देख नहीं सकता। उन्होंने पहली बार खुलासा किया कि भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन 'सिंदूर' अपनी शर्तों पर रोका है, किसी के दबाव में नहीं। ऑपरेशन के दौरान भारतीय सेनाओं ने न केवल आतंकवादियों बल्कि उन्हें पालने पोसने वाले सरपरस्तों को भी स्पष्ट संदेश दे दिया है कि भारत अब सहन नहीं करता, बल्कि अब सीधा जवाब देता है। 
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सशस्त्र बलों को ऑपरेशन 'सिंदूर' की सफलता पर बधाई देते हुए कहा कि पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने के लिए हमने महज कुछ ही समय में पाकिस्तान के आतंकी अड्डे और उसके इरादों को ध्वस्त कर दिया। हमारा प्रहार इतना तगड़ा था कि पाकिस्तान पूरी दुनिया से भारत को रोकने की गुहार लगाने लग गया। अंत में हमने अपनी शतों पर, मैं फिर दोहरा रहा हूं कि हमने अपनी शर्तों पर अपने सैन्य एक्शन को रोका है। अभी तो हमारी सेनाओं ने अपनी आस्तीनें पूरी मोड़ी भी नहीं थी, अभी तो हमने अपना पराक्रम दिखाना शुरू भी नहीं किया था। इस पूरे एकीकृत ऑपरेशन में नौसेना की भूमिका गौरवशाली रही है। 
उन्होंने कहा कि ऑपरेशन के दौरान अरब सागर में आपकी आक्रामक भूमिका, बेजोड़ समुद्री डोमेन जागरुकता और समुद्री वर्चस्व ने पाकिस्तानी नेवी को उसके ही तटों के पास सीमित कर दिया। वे खुले समुद्र में आने का साहस तक नहीं जुटा सके। समुद्र में हमारे पश्चिमी बेड़े के जहाजों ने आतंकवादी हमले के 96 घंटे के भीतर पश्चिमी और पूर्वी तट पर सतह से सतह और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों और टॉरपीडो से कई सफल फायरिंग की, जो प्लेटफॉर्म, सिस्टम और चालक दल की युद्ध तत्परता को दिखाता है। इन लंबी दूरी के सटीक हमलों ने दुश्मन के खिलाफ हमारे इरादों और तत्परता को भी दिखाया और दुश्मन इसी से रक्षात्मक मुद्रा में आ गया। 
ऑपरेशन 'सिंदूर' के दौरान आईएनएस विक्रांत की तैनाती ने हमारे इरादे और क्षमता का प्रभावशाली संकेत दिया। आपकी इस मजबूत तैयारी ने दुश्मन के हौसले को पहले ही पस्त कर दिया। पाकिस्तान के लिए आपकी तैयारी मात्र ही बहुत थी। आपको तो एक्शन की जरूरत ही नहीं पड़ी, आपकी तैयारी से ही दुश्मन सकते में आ गया। पाकिस्तान ने भारतीय नौसेना की प्रचंड शक्ति, उसकी सैन्य सूझबूझ और विध्वंसक क्षमताओं को न सिर्फ महसूस किया, बल्कि उससे भयभीत भी हुआ। आपकी मौजूदगी ने दुश्मन को शुरू होने से पहले ही रोक दिया। 
रक्षा मंत्री ने कहा कि आज हम गोवा के तट से कुछ ही दूरी पर हैं। आप सभी जानते होंगे कि 1961 में गोवा की आजादी के ऑपरेशन में भी भारतीय नौसेना ने दुश्मनों के युद्धपोतों और उनके सैन्य ठिकानों पर अलग-अलग ऑपरेशन किया था। उस अभियान ने भारत से उपनिवेशीकरण को खत्म कर दिया था। उस ऑपरेशन में भी पूर्ववर्ती आईएनएस विक्रांत ने भारतीय नौसेना के बेड़े की अगुवाई की थी। आज एक बार फिर आईएनएस विक्रांत अपने नए अवतार में उग्रवादियों के खिलाफ भारत के संकल्प का नेतृत्व कर रहा है।
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खुली गाड़ी पर सवार होकर मंच तक पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी

  • बिक्रमगंज से प्रदेश को दी 48,520 करोड़ रुपये की सौगात
बिक्रमगंज। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय बिहार दौरे के दूसरे दिन शुक्रवार को रोहतास जिले के बिक्रमगंज पहुंचे। यहां उन्होंने 48,520 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन, शिलान्यास और लोकार्पण किया।
इससे पहले पीएम मोदी खुली गाड़ी पर सवार होकर लोगों के बीच से गुजरते हुए मंच तक पहुंचे। गाड़ी पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी उपस्थित रहे। इस दौरान पीएम मोदी पर पुष्प की वर्षा होती रही और उपस्थित लोग 'मोदी जिंदाबाद' के नारों और 'ऑपरेशन सिंदूर' से जुड़े नारे लगाते रहे। पीएम मोदी भी लोगों का हाथ हिलाकर अभिवादन करते रहे। इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए।
प्रधानमंत्री मोदी ने क्षेत्र में बिजली के बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देते हुए औरंगाबाद जिले में 29,930 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली नबीनगर सुपर थर्मल पावर परियोजना, चरण-II (3x800 मेगावाट) की आधारशिला रखी। इस योजना का उद्देश्य बिहार और पूर्वी भारत के लिए ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
बताया जा रहा है कि इससे औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा, रोजगार के अवसर पैदा होंगे और क्षेत्र में सस्ती बिजली उपलब्ध होगी। इस क्रम में पीएम मोदी ने क्षेत्र में सड़क अवसंरचना और कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए एनएच-119ए के पटना-आरा-सासाराम खंड को चार लेन का बनाने, वाराणसी-रांची-कोलकाता राजमार्ग (एनएच-319बी) और रामनगर-कच्ची दरगाह खंड (एनएच-119डी) को छह लेन का बनाने और बक्सर और भरौली के बीच एक नए गंगा पुल के निर्माण सहित विभिन्न सड़क परियोजनाओं की आधारशिला रखी।
इन परियोजनाओं से राज्य में निर्बाध हाई-स्पीड कॉरिडोर का निर्माण होगा और साथ ही व्यापार और क्षेत्रीय संपर्क को बढ़ावा मिलेगा। प्रधानमंत्री ने करीब 5,520 करोड़ रुपये लागत वाले एनएच-22 के पटना-गया-डोभी खंड के चार लेन के निर्माण कार्य का उद्घाटन किया। इसके अलावा एनएच-27 पर गोपालगंज शहर में एलिवेटेड हाईवे के चार लेन के निर्माण और ग्रेड सुधार का भी उद्घाटन किया।
साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने देश भर में रेल अवसंरचना में सुधार लाने की अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप अन्य परियोजनाओं के अलावा 1,330 करोड़ रुपये की लागत वाली सोन नगर-मोहम्मदगंज के बीच तीसरी रेल लाइन राष्ट्र को समर्पित की। इसके अलावा भी कई परियोजनाओं की सौगात पीएम मोदी ने बिहार को दी। इस मौके पर बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित कई केंद्रीय मंत्री और बिहार के मंत्री उपस्थित रहे।
उल्लेखनीय है कि पीएम मोदी गुरुवार को पटना पहुंचे थे। यहां उन्होंने पटना हवाई अड्डे के नए टर्मिनल का उद्घाटन किया था और एक रोड शो में शामिल हुए थे। पीएम मोदी ने पटना में भाजपा के बड़े नेताओं के साथ बैठक भी की थी।
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अंकिता भंडारी हत्याकांड : तीनों आरोपी दोषी करार, कोर्ट ने सुनाई उम्रकैद की सजा

  • अदालत ने अपना फैसला सुना दिया
कोटद्वार। उत्तराखंड के कोटद्वार में अंकिता भंडारी हत्याकांड में तीनों आरोपियों को दोषी पाया गया है. कोर्ट ने पुलकित आर्य, सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता को दोषी करार दिया है. तीनों आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है. इस मामले में करीब दो साल आठ महीने चली सुनवाई में 47 गवाहों ने गवाही दी. अंकिता का शव चीला नहर से बरामद हुआ था.
उत्तराखंड के कोटद्वार में करीब 3 साल पुराने अंकिता भंडारी हत्याकांड में कोर्ट का फैसला सामने आ चुका है. कोर्ट ने तीनों आरोपियों को दोषी करार दिया है. अंकिता भंडारी का शव कैनाल से बरामद किया गया था. अब इस बहुचर्चित हत्याकांड में मामले में कोटद्वार की अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत ने आज फैसला सुनाया है. कोर्ट ने तीनों आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है.
उत्तराखंड के कोटद्वार स्थित अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश न्यायालय में अंकिता की हत्या के मामले में तीन आरोपियों पुलकित आर्य, सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता को दोषी पाया गया है. कोर्ट ने तीनों आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है. करीब दो साल और आठ महीने तक चली सुनवाई में 47 गवाहों ने कोर्ट में बयान दिए. इसके अलावा पूरे मामले में एसआईटी ने 97 गवाह बनाए थे, जिनमें से 47 अहम गवाहों को ही अदालत में पेश कराया गया.
इस हाई प्रोफाइल मामले को देखते हुए कोर्ट के आस-पास के इलाके में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है. इसके साथ ही लोगों का जमावड़ा भी कोर्ट परिसर और आसपास के इलाके में देखने को मिल रहा है. यही कारण है कि इलाके में सुरक्षा के पख्ता इंतजाम किए गए हैं. वहीं अगर अंकिता के परिवार की बात की जाए तो वे सभी आरोपियों के लिए फांंसी की मांग कर रहे थे.
क्या है अंकिता भंडारी मर्डर केस?
उत्तराखंड के ऋषिकेश के करीब पौड़ी जिले के गंगा भोगपुर इलाके में वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट का काम करने वाली 19 साल की अंकिता भंडारी का सितंबर 2022 में मर्डर कर दिया गया था. घटना के एक सप्ताह बाद चीला नहर से अंकिता शव बरामद हुआ था. इस मामले में उस समय पुलिस ने रिजॉर्ट मालिक संचालक पुलकित आर्य और उसके दो कर्मचारियों सौरभ भास्कर व अंकित गुप्ता को गिरफ्तार किया गया था. जांच में खुलासा हुआ था कि आरोपियों ने अंकिता को हत्यारोपियों ने चीला नहर में धक्का देकर मार डाला था.
अंकित मर्डर करने के पीछे की वजह रिजॉर्ट में वीआईपी को एक्स्ट्रा सर्विस देने से इनकार करना बताया गया था. इस घटना के बाद उत्तराखंड में भारी बवाल देखने को मिला था. बवाल के बाद उत्तराखंड सरकार ने जांच के लिए उप महानिरीक्षक पी रेणुका देवी के नेतृत्व में स्पेशल जांच टीम का गठन किया था.
32 महीनों में क्या-क्या हुआ?
अंकिता की हत्या के बाद आरोपियों को 24 घंटे के अंदर जेल भेजा गया और अभी तक वह सलाखों के पीछे हैं. अंकिता भंडारी हत्या मामले में जांच के लिए किया गया SIT का गठन किया गया था. इसके अलावा आरोपियों पर गैंगस्टर अधिनियम के तहत भी केस दर्ज किया गया था. धामी सरकार की तरफ से अंकिता भंडारी के परिवार को ₹25 लाख की आर्थिक मदद दी गई थी.
पूरे मामले में मामले में 500 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की गई. अंकिता के परिजनों की मांग पर 3 बार सरकारी वकील बदले गए. इसके साथ ही अंकिता के भाई और उसके पिता को सरकारी नौकरी दी गई. कोर्ट में सरकारी वकील की तरफ से की गई सख्त पैरवी की वजह से आरोपियों द्वारा दी गई जमानत अर्जी हर बार खारिज हो गई.
 
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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गोवा के स्थापना दिवस पर दी शुभकामनाएं

नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को गोवा के स्थापना दिवस के मौके पर शुभकामनाएं दी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट किया। उन्होंने पोस्ट में लिखा, “गोवा के लोगों को राज्य स्थापना दिवस पर हार्दिक बधाई। गोवा की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, सुंदर समुद्र तट, गर्मजोशी से भरा आतिथ्य और कई अन्य आकर्षण दुनिया भर से पर्यटकों को आकर्षित करते रहते हैं। पर्यटकों और निवासियों को टिकाऊ पर्यटन प्रथाओं को अपनाकर और स्थानीय समुदायों का समर्थन करके गोवा की संस्कृति और विरासत को संरक्षित करने के लिए एक साथ आना चाहिए। गोवा राज्य निरंतर समृद्ध होता रहे और विकसित भारत के निर्माण में योगदान देता रहे।“
अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने पोस्ट में लिखा, “गोवा के हमारे बहनों और भाइयों को उनके राज्य दिवस पर हार्दिक बधाई। जीवंत संस्कृतियों और विरासत से भरपूर गोवा ने देश के विकास में बहुत योगदान दिया है, तथा वैश्विक पर्यटन स्थल के रूप में चमक रहा है। मैं राज्य की निरंतर समृद्धि के लिए प्रार्थना करता हूं।“
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने पोस्ट में लिखा, “गोवा राज्य के स्थापना दिवस की सभी गोवा वासियों को हार्दिक बधाई। प्राकृतिक सौंदर्य से समृद्ध यह राज्य, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत के नेतृत्व में निरंतर प्रगति और समृद्धि की ओर अग्रसर रहे, यही मंगलकामना है।
गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा,”आज हम उस ऐतिहासिक क्षण का जश्न मना रहे हैं जब गोवा भारतीय संघ का 25वां राज्य बना, एक ऐसा राज्य जो अपनी विविध संस्कृति और उत्थान की भावना के लिए जाना जाता है, जिसे अब एक प्रगतिशील दृष्टि से और मजबूत किया गया है। आइए हम आने वाली पीढ़ियों के लिए एक मजबूत, स्वयंपूर्ण और विकसित गोवा के निर्माण के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करें।“
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एनडीए से 17 महिला कैडेट्स हुई पास

  • राज्यपाल ने कहा, "यह नारी शक्ति का प्रतीक है"
पुणे। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद शुक्रवार को पुणे के खडकवासला स्थित एनडीए परिसर में हुई 148वीं पासिंग आउट परेड में 17 महिला कैडेट्स ने इतिहास रच दिया।
दरअसल, एनडीए के इतिहास में पहली बार हुआ है जब महिला कैडेट्स ग्रेजुएट हुई। यहां 300 से अधिक पुरुष कैडेट्स के साथ 17 महिला कैडेट्स ने स्नातक की पढ़ाई पूरी की। अब यह महिला कैडेट्स देश की सेनाओं में जाकर देश की सेवा करेंगी।
परेड के दौरान मिजोरम के राज्यपाल जनरल विजय कुमार सिंह, पीवीएसएम, एवीएसएम, वाईएसएम (सेवानिवृत्त) ने कहा कि आज अकादमी के इतिहास में एक विशेष रूप से महत्वपूर्ण दिन है। आज एनडीए से महिला कैडेट्स का पहला बैच पास आउट हुआ है। यह सबसे बड़ी समावेशिता और सशक्तिकरण की दिशा में हमारी सामूहिक यात्रा में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है। ये युवा महिलाएं 'नारी शक्ति' का प्रतीक हैं, जो न केवल महिला विकास बल्कि महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास का प्रतीक हैं। उन्‍होंने कहा कि ये लड़कियों के लिए ट्रेनिंग का अंत नहीं है, बल्कि नई संभावनाओं की शुरुआत है।
उन्होंने सभी कैडेट्स के प्रदर्शन की प्रशंसा की और कहा कि यहां आना मेरे लिए सम्मान की बात है। एनडीए के बारे में आपको जो बात सबसे ज्यादा प्रभावित करती है, वह यह है कि कुछ भी नहीं बदला है, बल्कि सब कुछ बदल गया है। समय के साथ विकसित होते हुए भी इसके मूल मूल्य मजबूत बने हुए हैं। आज, 17 महिला कैडेट पास आउट हुईं, लेकिन आप उन्हें पहचान नहीं पाए। एनडीए ने उन्हें एकीकृत करने के लिए कितनी सहजता से काम किया है, इसकी खूबसूरती यही है। यह एक बदलाव की शुरुआत है जो उस समय के साथ तालमेल बिठाता है जिसमें हम आगे बढ़ रहे हैं।
इस अवसर पर वाइस एडमिरल गुरचरण सिंह भी मौजूद थे। एक औपचारिक फोटो सत्र आयोजित किया गया, जिसमें एनडीए से पास होने वाली पहली महिला कैडेट्स को दिखाया गया, जो राष्ट्रीय रक्षा में अधिक समावेशी भविष्य के प्रतीक के रूप में खड़ी थीं। परेड से पासआउट होने वाली यह महिलाएं भविष्य में उन महिलाओं के लिए एक उम्मीद के तौर पर उभरेंगी जो देश के लिए कुछ करने का जज्बा रखती हैं।
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जम्मू-कश्मीर पुलिस की CIK ने आतंकी मामलों को लेकर कई जगहों पर मारा छापा

श्रीनगर। आधिकारिक सूत्रों ने ग्रेटर कश्मीर को बताया कि काउंटर इंटेलिजेंस कश्मीर (CIK) ने शुक्रवार को कश्मीर में कई स्थानों पर तलाशी ली। उन्होंने कहा कि बडगाम, पुलवामा, कुपवाड़ा, शोपियां और श्रीनगर जिलों में तलाशी चल रही है। एक अधिकारी ने कहा, "जम्मू-कश्मीर पुलिस की काउंटर इंटेलिजेंस कश्मीर - CIK, कश्मीर भर में विभिन्न स्थानों पर तलाशी ले रही है।" उन्होंने आगे कहा, "अभी तक बडगाम, अवंतीपोरा पुलवामा, कुपवाड़ा, शोपियां और श्रीनगर जिलों में तलाशी चल रही है।"
सूत्रों ने कहा कि जांच के दौरान, कई संदिग्ध एक विशिष्ट एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग एप्लिकेशन का उपयोग करते हुए पाए गए, जिसका उपयोग आमतौर पर आतंकवादियों और सीमा पार से काम करने वाले उनके हैंडलर करते हैं। इन व्यक्तियों पर संदिग्ध संस्थाओं के संपर्क में होने का संदेह है, जिससे संभावित सीमा पार समन्वय पर चिंता बढ़ गई है। उन्होंने कहा, "छापे CIK के साथ जांच के तहत एक आतंकी अपराध मामले में मारे गए हैं।"
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सदी के अंत तक हिंदू कुश हिमालय की 75% बर्फ पिघलने का खतरा : अध्ययन

नई दिल्ली। एक नए अध्ययन के अनुसार, यदि वैश्विक तापमान में 2 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होती है, तो हिंदू कुश हिमालय, जहाँ ग्लेशियर नदियों को पोषण देते हैं, दो अरब लोगों का भरण-पोषण करते हैं, सदी के अंत तक अपनी 75 प्रतिशत बर्फ खो सकते हैं। यदि देश पूर्व-औद्योगिक स्तरों से 1.5 डिग्री सेल्सियस अधिक तापमान को सीमित कर सकते हैं, तो जर्नल साइंस में प्रकाशित अध्ययन में कहा गया है कि हिमालय और काकेशस में ग्लेशियर की 40-45 प्रतिशत बर्फ संरक्षित रहेगी। इसकी तुलना में, अध्ययन में पाया गया कि यदि दुनिया इस सदी के अंत तक 2.7 डिग्री सेल्सियस तक गर्म हो जाती है, तो वैश्विक स्तर पर ग्लेशियर की बर्फ का केवल एक-चौथाई हिस्सा ही बचेगा, जिस रास्ते पर आज की जलवायु नीतियाँ जारी रहती हैं।
इसमें कहा गया है कि मानव समुदायों के लिए सबसे महत्वपूर्ण ग्लेशियर क्षेत्र, जैसे कि यूरोपीय आल्प्स, पश्चिमी अमेरिका और कनाडा के रॉकीज़ और आइसलैंड, विशेष रूप से कठिन रूप से प्रभावित होंगे। ये क्षेत्र 2 डिग्री सेल्सियस पर अपनी लगभग सभी बर्फ खो सकते हैं, जो 2020 के स्तर का केवल 10-15 प्रतिशत ही बचेगा। स्कैंडिनेविया का भविष्य और भी भयावह हो सकता है, क्योंकि इस स्तर की गर्मी के कारण ग्लेशियर की बर्फ बिल्कुल भी नहीं बचेगी।
अध्ययन में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि 2015 के पेरिस समझौते द्वारा निर्धारित लक्ष्य 1.5 डिग्री सेल्सियस तक तापमान को सीमित करने से सभी क्षेत्रों में ग्लेशियर की कुछ बर्फ को संरक्षित करने में मदद मिलेगी। इसने भविष्यवाणी की कि यदि यह लक्ष्य पूरा हो जाता है, तो वर्तमान ग्लेशियर की बर्फ का 54 प्रतिशत वैश्विक स्तर पर और चार सबसे संवेदनशील क्षेत्रों में 20-30 प्रतिशत बर्फ बची रहेगी। ये निष्कर्ष ऐसे समय में सामने आए हैं, जब वैश्विक ध्यान ग्लेशियरों के पिघलने और उसके प्रभावों की ओर मुड़ रहा है, विश्व के नेता शुक्रवार से शुरू होने वाले ग्लेशियरों पर पहले संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन के लिए ताजिकिस्तान के दुशांबे में एकत्रित हो रहे हैं। इसमें 50 से अधिक देश भाग ले रहे हैं, जिनमें 30 मंत्री स्तर या उससे ऊपर के देश शामिल हैं।
दुशांबे में बोलते हुए, एशियाई विकास बैंक के उपाध्यक्ष यिंगमिंग यांग ने कहा, "पिघलते ग्लेशियर अभूतपूर्व पैमाने पर जीवन को खतरे में डाल रहे हैं, जिसमें एशिया में 2 बिलियन से अधिक लोगों की आजीविका भी शामिल है। ग्रह-वार्मिंग उत्सर्जन को कम करने के लिए स्वच्छ ऊर्जा पर स्विच करना ग्लेशियरों के पिघलने को धीमा करने का सबसे प्रभावी तरीका है।" उन्होंने कहा, "साथ ही, एशिया और प्रशांत क्षेत्र में बाढ़, सूखे और बढ़ते समुद्र के स्तर के भविष्य के लिए सबसे कमज़ोर लोगों को अनुकूल बनाने में मदद करने के लिए वित्तपोषण जुटाना ज़रूरी है।" इन परिणामों को प्राप्त करने के लिए, 10 देशों के 21 वैज्ञानिकों की एक टीम ने वैश्विक तापमान परिदृश्यों की एक विस्तृत श्रृंखला के तहत दुनिया भर में 200,000 से अधिक ग्लेशियरों के संभावित बर्फ के नुकसान की गणना करने के लिए आठ ग्लेशियर मॉडल का उपयोग किया।
प्रत्येक परिदृश्य के लिए, उन्होंने माना कि तापमान हजारों वर्षों तक स्थिर रहेगा। सभी परिदृश्यों में, ग्लेशियर दशकों में तेजी से द्रव्यमान खो देते हैं और फिर बिना किसी और गर्मी के भी सदियों तक धीमी गति से पिघलते रहते हैं। इसका मतलब है कि वे आज की गर्मी के प्रभाव को लंबे समय तक महसूस करेंगे, इससे पहले कि वे उच्च ऊंचाई पर वापस जाने पर एक नए संतुलन में आ जाएँ। व्रीजे यूनिवर्सिटिट ब्रुसेल के सह-प्रमुख लेखक डॉ हैरी ज़ेकोलारी कहते हैं, "हमारा अध्ययन यह स्पष्ट रूप से स्पष्ट करता है कि एक डिग्री का हर अंश मायने रखता है।" "आज हम जो निर्णय लेंगे, उसका प्रभाव सदियों तक रहेगा और यह निर्धारित होगा कि हमारे कितने ग्लेशियर संरक्षित रह सकते हैं।"
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अमित शाह ने सुरक्षाबलों को शांतिपूर्ण अमरनाथ यात्रा सुनिश्चित करने के साथ आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाने के दिए निर्देश

  •  केंद्रीय गृहमंत्री ने सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की
जम्मू। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सभी सुरक्षा एजेंसियों को अत्यधिक सतर्कता और चौकसी बनाए रखते हुए आगामी अमरनाथ यात्रा को पूरी तरह शांतिपूर्ण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
अमित शाह ने राजभवन में सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव अटल डुल्लू, डीजीपी नलिन प्रभात और गृह मंत्रालय, सेना, अर्धसैनिक बलों, जम्मू-कश्मीर पुलिस, नागरिक प्रशासन और केंद्र और केंद्र शासित प्रदेश की खुफिया एजेंसियों के अन्य शीर्ष अधिकारी शामिल हुए।
केंद्रीय गृह मंत्री ने आगामी अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था और तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने यात्रा को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि केंद्र और केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन तीर्थयात्रियों को सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा। बैठक लगभग एक घंटा 30 मिनट तक चली।
अमित शाह ने 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए लिखा, "अमरनाथ तीर्थयात्रा के लिए समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की और तीर्थयात्रियों के लिए सुरक्षा व्यवस्था और तैयारियों का मूल्यांकन किया। अत्यंत सतर्कता बनाए रखने और पवित्र यात्रा को निर्बाध रूप से पूरा करने के निर्देश दिए। केंद्र सरकार और जम्मू-कश्मीर प्रशासन तीर्थयात्रियों को सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा।"
गृह मंत्री शुक्रवार को सीमावर्ती पुंछ जिले का दौरा करेंगे, जहां वे पाकिस्तान की गोलाबारी से प्रभावित नागरिकों से मुलाकात करेंगे। वे खानेतर स्थित यूनिट मुख्यालय में बीएसएफ के जवानों को भी संबोधित करेंगे, क्षतिग्रस्त धार्मिक स्थलों का दौरा करेंगे और गोलाबारी में मारे गए लोगों के परिजनों को नियुक्ति पत्र वितरित करेंगे।
गुरुवार की बैठक का फोकस अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं के साथ-साथ घुसपैठ और आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस पर था। 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद की सुरक्षा व्यवस्था पर गहन चर्चा हुई, जिसमें पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने केंद्रीय गृह मंत्री को अपडेट दिया। अमरनाथ यात्रा 2025 3 जुलाई से शुरू होगी और 38 दिनों के बाद 9 अगस्त को समाप्त होगी।

 

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पंजाब में पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट, पांच लोगों की मौत

  • कई अन्य घायल
चंडीगढ़। पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब जिले के लांबी क्षेत्र में स्थित एक पटाखा निर्माण और पैकेजिंग इकाई में हुए धमाके में पांच लोगों की मौत हो गई, और करीब 30 अन्य घायल हो गए। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार, यह हादसा गुरुवार को देर रात करीब एक बजे हुआ। लांबी के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) जसपाल सिंह ने फोन पर बताया कि धमाका सिंहावाली-कोटली रोड पर स्थित दो मंजिला फैक्टरी में हुआ जहां प्रवासी मजदूर काम करते थे। डीएसपी ने बताया कि घायलों को एम्स बठिंडा समेत विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। घायल लोगों में से ज्यादातर की हालत खतरे से बाहर है। उन्होंने कहा कि धमाके के कारणों की जांच जारी है। श्री मुक्तसर साहिब के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) डॉ. अखिल चौधरी ने बताया कि धमाका फैक्टरी के निर्माण खंड के एक कमरे में हुआ जिससे छत ढह गई। एसएसपी ने कहा कि कई लोग मलबे के नीचे दब गए थे, जिन्हें निकालने के लिए, पुलिस को सूचना मिलते ही तुरंत बचाव अभियान शुरू किया गया। उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया प्रतीत होता है कि धमाका पटाखा निर्माण इकाई में प्रयुक्त सामग्री के कारण हुआ, लेकिन वास्तविक कारण का पता जांच और फॉरेंसिक परीक्षण के बाद ही चलेगा।
 
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शशि थरूर के बयान पर कांग्रेस-भाजपा में सियासत तेज

  • नकवी बोले- सुसाइड करना चाहती है 'परास्त पार्टी'
नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद शशि थरूर के सर्जिकल स्ट्राइक वाले बयान पर अब कांग्रेस और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। कांग्रेस नेताओं द्वारा शशि थरूर के बयान पर सवाल उठाए जाने पर भाजपा ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी कभी देश की सुरक्षा के प्रति गंभीर नहीं रही है।
भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने न्यूज़ एजेंसी से बातचीत में कहा, "मैं यह बात नहीं समझ पा रहा हूं कि पीएम मोदी की सफलता के प्रति कांग्रेस ने दुराग्रह और दुष्प्रचार का सिलसिला जो शुरू किया है, वह अगर देश की सुरक्षा के दुष्प्रचार की सोच में बदल जाता है तो कांग्रेस पार्टी का इससे भला नहीं होने वाला है। अभी तक वह (कांग्रेस) भाजपा और केंद्र सरकार पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते थे, क्योंकि सरकार के प्रति उनकी असहिष्णुता जगजाहिर है। कांग्रेस पार्टी कभी भी देश की सुरक्षा के प्रति गंभीर नहीं रही है।"
उन्होंने कहा, "एक तरफ हमारी सेना ने आतंकियों के ठिकानों को नष्ट किया और पाकिस्तान पिटी हुई हालत में भी हमसे सबूत मांग रहा है। तो दूसरी तरफ यहां से 'परास्त कांग्रेस पार्टी' सवाल कर रही है। कांग्रेस की सोच से साफ जाहिर होता है कि आने वाले दिनों में उनका और भी बंटाधार होगा। मुझे लगता है कि अगर उनकी सोच राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर भी ऐसी है और उनके आत्मघाती दस्ते ने स्वीकार कर लिया है कि उन्हें सुसाइड करना है तो हम उन्हें कभी नहीं बचा सकते हैं।"
वहीं, कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने सांसद शशि थरुर के सर्जिकल स्ट्राइक वाले बयान पर कहा, "आज उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करके कह दिया है कि उन्होंने ऐसा नहीं कहा था, तो यह बात वहीं खत्म हो जाती है।"
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के एक्स पोस्ट पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "मैंने उनका पोस्ट (पूर्व में ट्वीट) पढ़ा। वह पत्र भी पढ़ा और हम उन्हें धन्यवाद देते हैं। मैं प्रधानमंत्री मोदी को भी धन्यवाद देता हूं कि हमारा प्रचार और उस समय की कांग्रेस सरकारों के इकबाल का प्रचार निशिकांत दुबे हमसे बेहतर कर रहे हैं। यह हमें बहुत अच्छा लगा। उस पत्र में रीगन राजीव गांधी से अफगानिस्तान मामले पर मदद मांगते हैं। यह हमारा इकबाल था। उन्होंने अपनी ओर से सहायता की पेशकश भी की कि 'मैं इस क्षेत्र में शांति स्थापित करने के लिए सहायता करने को तैयार हूं।' यह हमारी ताकत थी। आज डोनाल्ड ट्रंप हमारे प्रधानमंत्री को ब्लैकमेल करते हैं कि 'अगर यह नहीं किया तो व्यापार रोक देंगे।' यही फर्क है। आज जो भाजपा ने प्रचारित किया, उसके लिए हम उन्हें बहुत-बहुत धन्यवाद देते हैं।"
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