हिंदुस्तान

प्रधानमंत्री मोदी का गांधीनगर में भव्य रोड शो, हजारों की उमड़ी भीड़

गुजरात। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज मंगलवार को गुजरात दौरे के दूसरे दिन गांधीनगर में एक भव्य रोड शो किया। इस दौरान पीएम मोदी ने अभिलेखागार कार्यालय से महात्मा मंदिर तक करीब 2.5 किलोमीटर का रोड शो किया। इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और केंद्रीय मंत्री सी.आर. पाटिल भी मौजूद रहे।
रोड शो के दौरान सड़क के दोनों ओर ऑपरेशन सिंदूर के बैनर और हाथों में तिरंगा लेकर हजारों लोग उमड़ पड़े। लोग सड़कों के किनारे खड़े होकर ‘मोदी-मोदी’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाते दिखे। प्रधानमंत्री ने भी अपनी कार से हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया।  
गांधीनगर में प्रधानमंत्री का स्वागत करने के लिए बड़ी संख्या में लोग जुटे। लोग गाजे-बाजे और परंपरागत वेशभूषा में प्रधानमंत्री की एक झलक के लिए टकटकी लगाए रहे। परंपरागत लोकनृत्य और देशभक्ति के गीतों ने रोड शो में समां बांध दिया। जो हमसे टकराएंगे तो चूर-चूर हो जाएंगे….जैसे गीत लोगों में जोश भर रहे थे। खुली जीप में प्रधानमंत्री ने लोगों का अभिवादन स्वीकार किया।
इससे एक दिन पहले 26 मई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वडोदरा, भुज और अहमदाबाद में रोड शो किया था। मंगलवार को दौरे के दूसरे दिन चौथा रोड शो किया। इससे पूर्व प्रधानमंत्री मोदी के रोड शो को लेकर सुबह से ही भारी संख्या में लोग जुट गए।
गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी का पूरा स्टाफ भी खासतौर पर प्रधानमंत्री का अभिवादन करने और रोड शो में भाग लेने पहुंचा। अभिलेखागार कार्यालय से महात्मा मंदिर तक 2.5 किलोमीटर के मार्ग पर आयोजित रोड शो में लोग तिरंगा लहराकर प्रधानमंत्री का स्वागत किया। गांधीनगर पूरी तरह से तिरंगामय हो गया। सिंदूरी साड़ी में सजी महिलाओं ने ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए। जिले की महिला शक्ति पारंपरिक परिधानों में प्रधानमंत्री का अभिवादन करने के लिए उपस्थित रहीं। महात्मा मंदिर में प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए युवाओं से लेकर वृद्ध और बच्चे तक उत्साह से भरे रहे।
कुछ प्रतिभागियों ने हाल ही में किए गए ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सशस्त्र बलों और प्रधानमंत्री के नेतृत्व का सम्मान करने वाली वेशभूषा पहनी थी। इनमें विंग कमांडर व्योमिका सिंह और कर्नल सोफिया कुरैशी की वेशभूषा में दो महिलाएं भी शामिल थीं। 
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पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की 61वीं पुण्यतिथि पर सोनिया, राहुल और खड़गे ने अर्पित की श्रद्धांजलि

नई दिल्ली। दिल्ली स्थित शांति वन में पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की 61वीं पुण्यतिथि पर कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने पूर्व पीएम पंडित जवाहरलाल नेहरू की तस्वीर शेयर कर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की पुण्यतिथि पर उन्हें सादर नमन। सशक्त और समावेशी भारत का सपना लिए, नेहरू ने अपने दूरदर्शी नेतृत्व से स्वतंत्र भारत की मजबूत नींव रखी। सामाजिक न्याय, आधुनिकता, शिक्षा, संविधान और लोकतंत्र की स्थापना में उनका योगदान अमूल्य है। हिंद के जवाहर की विरासत और उनके आदर्श सदैव हमारा मार्गदर्शन करते रहेंगे।“
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने पोस्ट में लिखा, “भारत को शून्य से शिखर तक पहुंचाने वाले, आधुनिक भारत के निर्माता, लोकतंत्र के निर्भीक प्रहरी, भारत को वैज्ञानिक, आर्थिक, औद्योगिक व विभिन्न क्षेत्रों में विकासशील बनाने वाले, देश को निरंतर ‘विविधता में एकता’ का संदेश देने वाले, हमारे प्रेरणास्रोत, पंडित जवाहरलाल नेहरू की पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि। पंडित जवाहरलाल नेहरू जी के योगदान के बिना 21वीं सदी के भारत की कल्पना नहीं की जा सकती।“
सचिन पायलट ने उनके अतुलनीय योगदान को याद करते हुए लिखा, “देश की स्वतंत्रता से लेकर एक आधुनिक, सशक्त और प्रगतिशील भारत के निर्माण में पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का अतुलनीय योगदान राष्ट्र सदैव कृतज्ञता के साथ स्मरण करता रहेगा। उनकी दूरदर्शिता, विचार और राष्ट्र के प्रति समर्पित जीवन हम सभी के लिए प्रेरणास्त्रोत है। उनकी पुण्यतिथि पर मैं विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।“
वहीं, पार्टी के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने लिखा, “आधुनिक भारत के सबसे ऊंचे स्तंभों में से एक हमारे प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को उनकी पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि। स्वतंत्रता संग्राम के लिए और हमारे राष्ट्र को खंडहरों से निकालकर एक आत्मनिर्भर, लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण गणराज्य बनाने में उनके अपार समर्पण और बलिदान को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा, चाहे उनके विरोधी कुछ भी करें। पंडित नेहरू हमेशा स्वतंत्रता, समानता और सामाजिक उत्थान के लोकतांत्रिक सिद्धांतों के पक्षधर रहे, जो भारत के संविधान के साथ-साथ उनके कार्यकाल के दौरान उनके द्वारा बनाए गए कई मौलिक कानूनों में भी परिलक्षित होते हैं। ऐसा कोई दूसरा नेता कभी नहीं होगा, और उनकी विरासत आने वाले दशकों और सदियों तक बेमिसाल रहेगी।“
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दिल्ली में कोविड के 104 सक्रिय मामले, 24 मरीज हुए ठीक

  • अस्पताल अलर्ट पर
नई दिल्ली। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में कुल 104 सक्रिय COVID-19 मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि पिछले सप्ताह 24 मरीज ठीक हुए हैं। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के COVID-19 डैशबोर्ड के अनुसार, पिछले सप्ताह कुल सक्रिय मामलों की संख्या 99 थी। दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने आँकड़ों की पुष्टि की और कहा कि स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन अधिकारी किसी भी संभावित उछाल पर बारीकी से नज़र रख रहे हैं। अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली में हाल के हफ्तों में किसी भी कोविड से संबंधित मौत की सूचना नहीं है।
दिल्ली सरकार ने पिछले शुक्रवार को एक एडवाइजरी जारी की, जिसमें अस्पतालों को बेड, ऑक्सीजन, आवश्यक दवाओं और वेंटिलेटर और BiPAP मशीनों जैसे कार्यात्मक उपकरणों की उपलब्धता सहित तैयारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सोमवार को कहा कि COVID-19 मामलों को लेकर घबराने की कोई ज़रूरत नहीं है, साथ ही उन्होंने जोर देकर कहा कि अगर संख्या बढ़ती है तो अस्पताल इससे निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, "हमारे पास कोविड-19 मामलों का विवरण है। हमारे अस्पतालों में सभी सुविधाएं हैं। हमने एक एडवाइजरी भी जारी की है।" उन्होंने कहा, "हमने परिदृश्य का विश्लेषण किया है और कोई घबराहट की स्थिति नहीं है।" शुक्रवार को दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने कहा कि गुरुवार तक 23 कोविड मामले सामने आए थे और सरकार इस बात की पुष्टि कर रही है कि संक्रमित लोग, अगर वे दिल्ली के निवासी हैं, तो क्या हाल ही में शहर से बाहर गए थे। मंत्री ने कहा कि मामले निजी प्रयोगशालाओं द्वारा रिपोर्ट किए गए थे और घबराने की कोई जरूरत नहीं है, उन्होंने कहा कि इस वैरिएंट में सामान्य इन्फ्लूएंजा जैसे लक्षण हैं।

 

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पीएम मोदी की अध्यक्षता में कल होगी केंद्रीय कैबिनेट की बैठक

नई दिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट की बैठक कल बुधवार सुबह 11 बजे प्रधानमंत्री आवास पर होगी। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसलों पर चर्चा हो सकती है। पीएम मोदी दो दिवसीय गुजरात दौरे पर हैं। यहां वह कई कार्यक्रमों में हिस्सा ले रहे हैं। गुजरात दौरे के बाद वह दिल्ली लौटेंगे और बुधवार को केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में हिस्सा लेंगे।
इससे पहले, 14 मई को केंद्रीय कैबिनेट की बैठक हुई थी, जिसमें इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (आईएसएम) के तहत उत्तर प्रदेश में सेमीकंडक्टर यूनिट की स्थापना को मंजूरी दी गई थी। इससे 3,700 करोड़ रुपए का निवेश आकर्षित होगा। यह यूनिट एचसीएल और फॉक्सकॉन का संयुक्त उद्यम है। दोनों मिलकर यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट ऑथोरिटी (यीडा) क्षेत्र में जेवर हवाई अड्डे के पास प्लांट स्थापित करेंगे। यह प्लांट 20,000 वेफर्स प्रति माह के लिए डिजाइन किया गया है और डिजाइन आउटपुट क्षमता 36 मिलियन यूनिट प्रति माह है।
इस प्लांट में मोबाइल फोन, लैपटॉप, ऑटोमोबाइल, पीसी और डिस्प्ले वाले अन्य डिवाइस के लिए डिस्प्ले ड्राइवर चिप्स का निर्माण होगा। कैबिनेट नोट के अनुसार, ''भारत में लैपटॉप, मोबाइल, सर्वर, मेडिकल डिवाइस, पावर इलेक्ट्रॉनिक्स, रक्षा उपकरण और उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग के तेजी से विकास के साथ सेमीकंडक्टर की मांग बढ़ रही है, यह नई यूनिट प्रधानमंत्री मोदी के 'आत्मनिर्भर भारत' के दृष्टिकोण को और आगे बढ़ाएगी।''
इसके अलावा, 7 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीईए) ने संशोधित 'शक्ति' नीति के अंतर्गत केंद्रीय क्षेत्र, राज्य क्षेत्र और स्वतंत्र विद्युत उत्पादकों (आईपीपी) के ताप विद्युत संयंत्रों को नए कोयला लिंकेज प्रदान करने की मंजूरी दी थी।
आधिकारिक बयान में कहा गया कि इस मंजूरी के तहत कोयला लिंकेज को 'विंडो-I' में अधिसूचित कीमत पर केंद्रीय और राज्यों को दिया जाना है। वहीं, कोयला लिंकेज को 'विंडो-II' में अधिसूचित कीमत से प्रीमियम पर उत्पादन इकाइयों (जेनको) को दिया जाता है।
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मोदी सरकार में 1.35 लाख करोड़ हुआ स्वास्थ्य बजट, 23 एम्स को मिली मंजूरी : अमित शाह

  • केंद्रीय गृह मंत्री नागपुर के राष्ट्रीय कैंसर संस्थान में ‘स्वास्ति निवास’ की आधारशिला रखने के बाद सभा को किया संबोधित
नागपुर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र को जबरदस्त मजबूती मिली है। उन्होंने सरकार के प्रयासों में निजी संस्थानों के योगदान की भी सराहना की। अमित शाह नागपुर के राष्ट्रीय कैंसर संस्थान में ‘स्वास्ति निवास’ की आधारशिला रखने के बाद एक सभा को संबोधित कर रहे थे। स्वास्ति निवास कैंसर मरीजों और उनके देखभाल करने वालों के लिए सुविधा प्रदान करेगी।
उन्होंने कहा, मोदी सरकार के तहत 60 करोड़ गरीबों को सालाना 5 लाख रुपये तक का निशुल्क उपचार मिल रहा है। अमित शाह ने कहा, आज देश में 23 अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) को मंजूरी मिल चुकी है, जबकि आजादी के बाद से 2014 तक केवल 7 एम्स बने थे। उन्होंने कहा, मनमोहन सिंह सरकार के दौरान स्वास्थ्य बजट 37,000 करोड़ रुपये था, जबकि अब मोदी सरकार में यह 1.35 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
अमित शाह ने कहा कि उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को भरोसा दिलाया है कि केंद्र सरकार की तरफ से कैंसर संस्थान परिसर में एक अत्याधुनिक अनुसंधान सुविधा स्थापित करने में पूरा सहयोग मिलेगा। केंद्रीय गृह मंत्री ने भरोसा जताया कि यह संस्थान आने वाले वर्षों में देश का सबसे अच्छा कैंसर उपचार केंद्र बन जाएगा। उन्होंने कहा कि कैंसर का उपचार लंबा चलता है और मरीजों व उनके परिवारों को बहुत पीड़ा होती है। जो लोग खुद उस दर्द को महसूस करते हैं, वही समाज के लिए सेवा की भावना से काम करते हैं।
गृह मंत्री शाह ने काह, अच्छी नीयत से किए गए कामों का समाज को फायदा मिलता है। सरकार और निजी संस्थानों की पहल दोनों मददगार होती हैं। अमित शाह ने कहा कि 2012 में फडणवीस ने इस कैंसर संस्थान की परिकल्पना की थी और आज वह दो बार के मुख्यमंत्री बन चुके हैं। 
अमित शाह ने राष्ट्रीय कैंसर में कैंसर मरीजों और उनकी देखभाल करने वालों के लिए बन रहे रिहायशी परिसर 'स्वस्ति निवास' की आधारशिला रखी। इस मौके पर उनके साथ महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और राज्य के राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले भी मौजूद थे। राष्ट्रीय कैंसर संस्थान की स्थापना वर्ष 2012 में हुई थी। केंद्रीय गृह मंत्री शाह रविवार रात तीन दिवसीय महाराष्ट्र दौरे पर नागपुर पहुंचे। वह आज ही नांदेड़ और मुंबई का भी दौरा करेंगे।
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दाहोद में 24,000 करोड़ की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण

  • प्रधानमंत्री मोदी की चेतावनी- 'अगर कोई हमारी बहनों के सिंदूर को मिटाएगा, तो उसका भी मिटना तय'
दाहोद। प्रधानमंत्री मोदी ने दाहोद में करीब 24,000 करोड़ रुपये की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने वेरावल और अहमदाबाद के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस और वलसाड और दाहोद स्टेशनों के बीच एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। इस दौरान उन्होंने विशाल जनसभा को संबोधित भी किया।
पीएम मोदी ने 'ऑपरेशन सिंदूर' का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि ये क्षेत्र मां भारती की, मानवता की रक्षा के लिए हमारे तप और त्याग को दर्शाता है। सोचिए, जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने जो कुछ किया, क्या भारत चुप बैठ सकता है? क्या मोदी चुप बैठ सकता है? अगर कोई हमारी बहनों के सिंदूर को मिटाएगा, तो उसका भी मिटना तय हो जाता है। इसलिए ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं है। ये हम भारतीयों के संस्कारों और हमारी भावनाओं की अभिव्यक्ति है। आतंकवादियों ने 140 करोड़ भारतीयों को चुनौती दी थी। इसलिए मोदी ने वही किया, जिसके लिए देशवासियों ने मुझे प्रधान सेवक की जिम्मेदारी दी है।
पीएम मोदी ने कहा, 'मोदी ने अपनी तीनों सेनाओं को खुली छूट दी और हमारे शूरवीरों ने वो कर दिखाया, जो दुनिया ने पिछले कई दशकों से नहीं देखा था। हमने सीमापार चल रहे 9 आतंकी ठिकानों को ढूंढ निकाला और 22 तारीख को उन्होंने जो खेल खेला था, 6 तारीख की रात को 22 मिनट में हमने उन्हें मिट्टी में मिला दिया। भारत की इस कार्रवाई से बौखलाकर जब पाकिस्तानी सेना ने दुस्साहस दिखाया, तो हमारी सेनाओं ने पाकिस्तानी फौज को भी धूल चटा दी।'
उन्होंने कहा कि विभाजन के बाद नए-नए बने देश का एक ही लक्ष्य था- भारत से नफरत करना और हमारी प्रगति को रोकने की कोशिश करना, लेकिन हमारा एक ही लक्ष्य है- आगे बढ़ते रहना, गरीबी को खत्म करना और विकसित भारत का निर्माण करना। वास्तव में विकसित भारत तभी संभव है, जब हमारी सशस्त्र सेनाएं मजबूत हों और हमारी अर्थव्यवस्था भी मजबूत हो। हम पूरी लगन और दृढ़ संकल्प के साथ लगातार उस दिशा में काम कर रहे हैं।
इससे पहले सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'आज 26 मई है। 2014 में इसी तारीख को मैंने पहली बार प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली थी। सबसे पहले गुजरात के लोगों ने मुझे आशीर्वाद दिया, फिर करोड़ों भारतीयों ने मुझे आशीर्वाद दिया।' उन्होंने कहा कि गुजरात के आप सभी लोगों में मुझे भरपूर आशीर्वाद दिया और बाद में देश के कोटि-कोटि जनों ने भी मुझे आशीर्वाद देने में कोई कमी नहीं रखी। आपके आशीर्वाद की शक्ति से मैं दिनरात देशवासियों की सेवा में जुटा रहा। इन वर्षों में देश ने वो फैसले लिए जो अकल्पनीय और अभूतपूर्व हैं। इन वर्षों में देश ने दशकों पुरानी बेड़ियों को तोड़ा है। देश हर सेक्टर में आगे बढ़ा है।
पीएम मोदी ने कहा कि आज देश निराशा के अंधकार से निकलकर विश्वास के उजाले में तिरंगा फहरा रहा है। आज हम 140 करोड़ भारतीय मिलकर अपने देश को विकसित भारत बनाने के लिए जी-जान से जुटे हैं। देश की तरक्की के लिए जो कुछ भी चाहिए वो हम भारत में ही बनाएं ये आज के समय की मांग है। भारत आज तेज गति से मैन्युफैक्चरिंग की दुनिया में आगे बढ़ रहा है। देश की जरूरत के सामान का निर्माण हो या फिर दुनिया के अलग-अलग देशों में हमारे देश की बनी हुई चीजों का निर्यात लगातार बढ़ रहा है। 
उन्होंने कहा कि आज हम स्मार्ट फोन से लेकर, गाड़ियां, खिलौने, सेना के अस्त्र-शस्त्र और दवाओं जैसी चीजें दुनिया के देशों में निर्यात कर रहे हैं। आज भारत रेल, मेट्रो और इसके जरूरी तकनीक खुद बनाता भी है और दुनिया में निर्यात भी करता है। हमारा ये दाहोद इसका जीता-जागता प्रमाण है।
हजारों करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण
पीएम मोदी ने कहा कि थोड़ी देर पहले यहां हजारों करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। इसमें सबसे शानदार दाहोद की इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव फैक्ट्री है। 3 साल पहले मैं इसका शिलान्यास करने आया था। तब लोगों को तरह तरह की बातें कीं। गालियां दीं। कहा कि चुनाव आने वाले हैं इसलिए ये सब किया जा रहा है। काम कुछ नहीं होगा। देखिए, अब इस फैक्ट्री में पहला इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव बनकर तैयार हो गया है। आज गुजरात को एक और उपलब्धि हासिल हुई है। गुजरात के शत-प्रतिशत रेलवे नेटवर्क का विद्युतीकरण पूरा हो चुका है। इसके लिए मैं आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वलसाड-दाहोद ट्रेन को दिखाई हरी झंडी

  • केंद्रीय रेल राज्य मंत्री बोले- "रेलवे के अन्य प्रोजेक्ट पर चल रहा काम"
वलसाड। दो दिवसीय गुजरात दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कई रेल परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वलसाड-दाहोद ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। साथ ही दाहोद स्थित लोको मैन्युफैक्चरिंग शॉप राष्ट्र को समर्पित की।
वलसाड रेलवे स्टेशन पर आयोजित इस कार्यक्रम में केंद्रीय रेल राज्य मंत्री वी. सोमन्ना मौजूद रहे। उन्होंने रेलवे विभाग के विकास कार्यों और चल रहे प्रोजेक्ट्स की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेलवे विभाग को विपक्ष शासित राज्यों में भी विकास कार्यों को गति देने के निर्देश दिए हैं। रेलवे के नए प्रोडक्शन यूनिट और स्लीपर वंदे भारत ट्रेन पर भी काम चल रहा है। जल्द ही रेलवे के क्षेत्र में प्रगति देखने को मिलेगी।
वलसाड रेलवे स्टेशन पर आयोजित इस कार्यक्रम में केंद्रीय रेल राज्य मंत्री वी. सोमन्ना, लोकसभा के मुख्य सचेतक और वलसाड-डांग के सांसद धवल पटेल, भाजपा के विधायक समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
उल्लेखनीय है कि दाहोद से बड़ी संख्या में लोग रोजगार की तलाश में वलसाड, वापी और आसपास के क्षेत्रों में बस चुके हैं। अब तक इन लोगों को अपने गृह नगर जाने के लिए बस या अन्य निजी वाहनों का सहारा लेना पड़ता था, जिनमें अक्सर जगह नहीं मिलती थी और आरक्षण भी संभव नहीं हो पाता था।
हालांकि, अब वलसाड-दाहोद ट्रेन की शुरुआत से रोजगार के सिलसिले में यात्रा करने वाले हजारों लोगों को फायदा मिलेगा। इसके साथ ही वलसाड और दाहोद के बीच के रेलवे स्टेशनों पर आवागमन करने वाले अन्य यात्रियों को भी सुविधा मिलेगी। बता दें कि 27 मई की सुबह 10:30 बजे प्रधानमंत्री मोदी गांधीनगर में दो किलोमीटर लंबा रोड शो करेंगे, जहां 30,000 से अधिक भाजपा कार्यकर्ता उनका स्वागत करेंगे।
रोड शो के बाद वह महात्मा मंदिर में 5,536 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 1,006 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 22,055 घरों का उद्घाटन भी करेंगे और साबरमती रिवरफ्रंट के तीसरे चरण की आधारशिला रखेंगे, जिसे 1,000 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जाएगा।
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"प्रधानमंत्री मोदी से मिलना सौभाग्य की बात", बोले कर्नल सोफिया कुरैशी के माता-पिता

वडोदरा। गुजरात के वडोदरा में प्रधानमंत्री मोदी के रोड शो में शामिल होने के बाद कर्नल सोफिया कुरैशी के परिवार ने खुद को सौभाग्यशाली बताया। परिजनों ने कहा कि यह हर किसी के नसीब में नहीं होता कि उन्हें देश के प्रधानमंत्री से मिलने का मौका मिले। लेकिन, यह हमारे लिए गर्व और खुशी की बात है कि हमें प्रधानमंत्री को आमने-सामने देखने का अवसर मिला। प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद कर्नल सोफिया कुरैशी के परिवार ने पत्रकारों से बातचीत में अपना सुखद अनुभव साझा किया।
कर्नल सोफिया की मां हलीमा कुरैशी ने प्रधानमंत्री मोदी से हुई मुलाकात को अपनी जिंदगी का अविस्मरणीय पल बताया। कहा कि प्रधानमंत्री से मिलकर हमें अच्छा लगा। उनसे मिलने के बाद हम पूरी तरह से सकारात्मक ऊर्जा से भर गए। उन्होंने हमारी हौसला अफजाई भी की।
हलीमा कुरैशी ने समाज की रूढ़िवादी मानसिकता को खारिज करते हुए बेटियों को पढ़ाने की वकालत की। उन्होंने कहा, "हमें अपने बेटे-बेटी दोनों को पढ़ाना चाहिए। बेटे-बेटी के बीच किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं करना चाहिए। मैं लोगों से अपील करूंगी कि वे अपनी बेटियों को भी सेना में जाने के लिए तैयार करें।"
उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता पर खुशी जाहिर की। कहा कि अगर निकट भविष्य में पाकिस्तान ने फिर से ऐसी हिमाकत की, तो उसे निश्चित तौर पर ऐसे ही परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना चाहिए।
उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में महिलाओं को अहम भूमिका दिए जाने पर कहा, "जिस तरह से दुश्मन देश ने हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ने का काम किया है, उसका बदला हमारी बहनों ने लिया है। यह हम सभी लोगों के लिए एक अद्भुत पल है।" कर्नल कुरैशी के पिता ने प्रधानमंत्री मोदी से हुई मुलाकात को अपनी जिंदगी का अद्भुत पल बताया। कहा कि हम सभी लोगों को अपने राष्ट्र के लिए जागरूक होना चाहिए।
उन्होंने देश के युवाओं से राष्ट्र सेवा में शामिल होने की अपील की। कहा कि सभी युवाओं को राष्ट्र की सेवा में शामिल होना चाहिए। उन्होंने समाज में बेटियों के हितों की उपेक्षा किए जाने को गलत बताया। बोले, "अगर हमें समाज को आगे बढ़ाना है, तो इसके लिए हमें अपनी बेटियों को आगे बढ़ाना होगा। अगर हम अपनी बेटियों को ही नहीं पढ़ाएंगे, तो ऐसी स्थिति में भारत माता के सिद्धांत का क्या मतलब रह जाएगा।"
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भारत में बढ़ रहा कोरोना का खतरा, सावधानी बरतने की सलाह

  • नए आंकड़े अब डराने लगे...
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक बार फिर कोरोना वायरस के मामलों में उछाल देखने को मिल रहा है. स्वास्थ्य विभाग के ताजा आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में वर्तमान में कोरोना के 104 एक्टिव केस (मामले) हैं. बीते एक हफ्ते में 99 नए मामले सामने आए हैं जो स्वास्थ्य प्रशासन और नागरिकों के लिए चिंता का विषय बन गया है. वहीं, अब पूरे देश में कोरोना के मरीजों की संख्या एक हजार के पार पहुंच गई है.
स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, बीते हफ्ते में 99 नए मामलों का दर्ज होना इस बात का संकेत है कि वायरस अभी-भी पूरी तरह नियंत्रित नहीं हुआ है. 104 सक्रिय मामलों के साथ, दिल्ली सरकार और स्वास्थ्य विभाग ने निगरानी और जांच को और तेज करने का फैसला किया है.
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, सबसे ज्यादा मामले केरल में 430 में है, उसके बाद महाराष्ट्र में 209 और दिल्ली 104 एक्टिव केसों के साथ तीसरे स्थान है. जबकि कर्नाटक में 34 नए मामले सामने आए हैं. इसके साथ ही राज्य में एक्टिव मामलों की संख्या 47 हो गई है. स्वास्थ्य विभाग ने आगे बताया कि गुजरात में 76 नए मामले सामने आए हैं, अब राज्य में एक्टिव मामलों की संख्या 83 हो गई है. तो हरियाणा में 8 नए मामले सामने आए हैं. इसके साथ ही राज्य में एक्टिव केसों की संख्या 9 हो गई है. तो राजस्थान में 11 नए केस सामने आए हैं.
इसके साथ ही एक्टिव केसों की संख्या 13 हो गई है. इसके अलावा पश्चिम बंगाल में भी 11 नए केस मिले हैं, इसके साथ ही एक्टिव केसों की संख्या 12 हो गई है. साथ ही यूपी में 15 नए केस मिले हैं.
वहीं, पुडुचेरी में एक मरीज ठीक हो कर घर चला गया है. अब राज्य में एक्टिव केसों की संख्या 9 हो गई है. साथ ही सिक्किम में भी एक मरीज ठीक होकर घर चला गया है. इसके साथ ही राज्य एक्टिव केसों की संख्या जीरो हो गई है. इलके अलावा कई राज्य और केंद्र शासित प्रदेश, जैसे अंडमान और निकोबार, असम, बिहार आदि में भी कोई एक्टिव केस नहीं है.
अधिकारी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों पर कड़ी नजर रख रहा है. साथ ही इससे पहले दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना को लेकर एक एडवाइजरी भी जारी की थी, जिसमें लोगों को भीड़ भाड़ वाली जगहों पर ना जाने की सलाह दी गई थी.
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'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद पहली बार भुज में पीएम मोदी का रोड शो

  • गांव-गांव से पहुंचे लोग
कच्छ। ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार पीएम मोदी सोमवार से दो दिवसीय गुजरात दौरे पर हैं। पीएम मोदी अपने दौरे के दौरान कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे। पीएम मोदी के भुज में होने वाले मेगा रोड शो को लेकर भी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। पीएम भुज में भी विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे और सार्वजनिक समारोह को भी संबोधित करेंगे। पीएम को देखने के लिए भुज के लोग काफी उत्साहित हैं।
कार्यक्रम के अनुसार, पीएम मोदी दोपहर 3:30 बजे रोड शो करेंगे। यह रोड शो एकता सुपर मार्केट रोड से शुरू होकर हिल गार्डन तक किया जाएगा। पीएम मोदी के स्वागत में रोड शो के दोनों तरफ यहां के विभिन्न समुदायों के लोग अपनी पारंपरिक पोशाक में नजर आएंगे। कलाकारों की ओर से कच्छ की समृद्ध संस्कृति की प्रस्तुति भी दी जाएगी।
पीएम मोदी के रोड शो को लेकर कच्छ के स्थानीय निवासी फतेह सिंह ने बताया कि कच्छ के लिए पीएम मोदी ने बहुत सारे विकास कार्य किए हैं और हमें उम्मीद है कि वह आगे भी कच्छ के लिए काम करते रहेंगे। पीएम 10वीं बार यहां आ रहे हैं। पूरे गांव में जश्न का माहौल है। कच्छ पाकिस्तान के बॉर्डर से सटा हुआ है। पाकिस्तान परमाणु हमले की धमकी देता है। लेकिन, हमें अपनी भारतीय सेना के जवानों पर गर्व है। सेना ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर दुश्मनों को उनके घर पर मात दी। कच्छ के लोग अपनी सेना के साथ हैं और अगर जरूरत पड़ी तो हम बॉर्डर पर जाने के लिए भी तैयार हैं।
एक और निवासी विक्रमसिंह ने कहा कि हमारा गांव बॉर्डर के समीप है। पीएम मोदी के रोड शो को देखने के लिए सुबह घर से जल्दी आ गए हैं। ऑपरेशन सिंदूर के बाद देश में जश्न का माहौल है और हमें उम्मीद है कि यह अब तक का सबसे बड़ा रोड शो होगा। कच्छ के गांव-गांव से लोग पीएम मोदी को आशीर्वाद देने के लिए पहुंच रहे हैं।
संदीप ने कहा कि सिर्फ भुज ही नहीं पूरा कच्छ मोदीमय हो चुका है। सभी के दिलों में एक ही बात है कि पीएम मोदी के नेतृत्व में जिस तरह से ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया गया, पाकिस्तान को मात दी गई है, इसे लेकर यहां के लोग काफी उत्साहित हैं। लोग पीएम मोदी के रोड शो का इंतजार कर रहे हैं और उन्हें धन्यवाद देना चाहते हैं।
एक अन्य निवासी कीर्ति सिंह जडेजा ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद पीएम मोदी कच्छ आ रहे हैं। यहां उनका रोड शो होना है। इसके लिए हम लोगों ने विशेष तिरंगा तैयार किया है।
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ईयू पर अमेरिकी टैरिफ टलने का असर, सोने की कीमतों में आई गिरावट

नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से यूरोपीय यूनियन (ईयू) के साथ ट्रेड डील पर बातचीत के लिए समय सीमा 9 जुलाई तक बढ़ाए जाने के बाद सोमवार को सोने की कीमतों में कमी आई।
वायदा बाजार में मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर सोने के 5 जून 2025 के कॉन्ट्रैक्ट का दाम 0.76 प्रतिशत घटकर 95,690 रुपए प्रति 10 ग्राम और चांदी के 4 जुलाई 2025 के कॉन्ट्रैक्ट की कीमत करीब 98,048 रुपए प्रति किलो थी।
वायदा के साथ हाजिर बाजार में भी सोने की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है। इंडिया बुलियन ज्वैलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) के मुताबिक, 24 कैरेट के 10 ग्राम सोने का दाम घटकर 95,382 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गया है, जो कि पहले 95,471 रुपए प्रति 10 ग्राम था।
वहीं, 22 कैरेट सोने का दाम घटकर 87,370 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गया है जो कि पहले 87,451 रुपए प्रति 10 ग्राम था। 18 कैरेट सोने की कीमत घटकर 71,537 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गई है, जो कि पहले 71,603 रुपए पर थी। हाजिर बाजार में चांदी की कीमत में तेजी देखी गई है। चांदी का भाव 801 रुपए बढ़कर 97,710 रुपए प्रति किलो हो गया है, जो कि पहले 96,909 रुपए प्रति किलो था।
एलकेपी सिक्योरिटीज के जतीन त्रिवेदी ने कहा कि बड़े संस्थानों द्वारा बॉन्ड खरीद में वृद्धि सुरक्षित परिसंपत्तियों की ओर बदलाव का संकेत है, जिससे वैश्विक एक्सचेंजों पर सोने का आकर्षण बढ़ रहा है। त्रिवेदी ने कहा, "आने वाले सत्रों में सोने के 95,000 से 96,500 रुपए के बीच में कारोबार करने की उम्मीद है । अमेरिकी मैन्युफैक्चरिंग और सेवा पीएमआई आंकड़ों के साथ-साथ नए घरों की बिक्री के आंकड़ों सहित प्रमुख आर्थिक आंकड़ों पर निवेशकों की कड़ी नजर रहेगी।" अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने और चांदी में विपरित दिशा में कारोबार हो रहा है। सोना करीब प्रतिशत नीचे 3,362 डॉलर प्रति औंस और चांदी हल्की तेजी के साथ 33.61 डॉलर प्रति औंस पर था।
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सोनीपत से 46 बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार

हरियाणा। सोनीपत पुलिस ने रविवार को सोनीपत के खरखौदा में एक ईंट भट्टे पर छापेमारी के दौरान महिलाओं और बच्चों समेत 46 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया, जो कथित तौर पर बिना किसी कानूनी दस्तावेजों के रह रहे थे। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। सोनीपत पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि एक गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी की गई। उन्होंने कहा, "उनके दस्तावेजों की जांच की जा रही है और पुलिस अधिकारी पता लगा रहे हैं कि ये लोग कब और कैसे अवैध रूप से भारत में घुसे।" दो दिन पहले पलवल पुलिस ने भी बिना दस्तावेजों के ईंट भट्टे पर काम कर रहे 59 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया था। पलवल के उटावड़ थाने के इंस्पेक्टर दिनेश कुमार ने बताया कि खुफिया विभाग की सूचना पर छापेमारी की गई और 59 कथित बांग्लादेशियों को हिरासत में लिया गया।
झज्जर पुलिस ने भी पिछले सप्ताह जिले में रह रहे 174 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया था। 20 मई को रोहतक पुलिस ने भी कलानौर में एक ईंट भट्टे पर काम कर रहे 29 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा था। 21 मई को भिवानी में छह पुरुषों और चार महिलाओं समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया और हिसार के हांसी से 11 महिलाओं और 14 बच्चों समेत 39 लोगों को पकड़ा गया। भिवानी पुलिस के प्रवक्ता अभिषेक राव ने बताया कि पुलिस ने 10 संदिग्ध लोगों की पहचान की है और उनके आधार कार्ड की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा, "हर टीम अब वयस्कों को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है और बांग्लादेश से आए हर अवैध प्रवासी को वापस भेजा जाएगा। उनमें से ज्यादातर ईंट भट्टों पर काम कर रहे हैं।"
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विदेश मंत्री जयशंकर ने पहली बार कनाडा की विदेश मंत्री अनीता आनंद से की बात

नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने पहली बार कनाडा की विदेश मंत्री अनीता आनंद से फोन पर बात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत और कनाडा के बीच रिश्ते बेहतर बनाने पर चर्चा की।
अनीता आनंद ने रविवार को अपने सोशल मीडिया अकाउंट 'एक्स' पर यह जानकारी दी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर को भारत-कनाडा संबंधों पर उपयोगी बातचीत के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने 'एक्स' पर लिखा, "कनाडा और भारत के रिश्ते मजबूत करने, आर्थिक सहयोग बढ़ाने और हमारी साझा प्राथमिकताओं को आगे बढ़ाने पर आज हुई उपयोगी बातचीत के लिए मंत्री डॉ. जयशंकर का धन्यवाद। मैं आगे भी मिलकर काम करने की उम्मीद करती हूं।"
इसके थोड़ी देर बाद विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी रविवार को अपने आधिकारिक 'एक्स' अकाउंट पर अनीता आनंद से हुई बातचीत की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि इस बातचीत में भारत और कनाडा के रिश्तों की संभावनाओं पर चर्चा हुई। उन्होंने 'एक्स' पर लिखा, "कनाडा की विदेश मंत्री अनीता आनंद से हुई बातचीत सराहनीय रही। हमने भारत-कनाडा रिश्तों की संभावनाओं पर चर्चा की। उन्हें सफल कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं देता हूं।"
कनाडा के नए प्रधानमंत्री मार्क कार्नी भारत के साथ आर्थिक सहयोग बढ़ाना चाहते हैं। भारतीय मूल की 58 साल की सांसद अनीता आनंद को इस महीने की शुरुआत में कनाडा की नई विदेश मंत्री नियुक्त किया गया। यह नियुक्ति तब हुई जब प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने कैबिनेट में बदलाव की घोषणा की। यह फेरबदल लिबरल पार्टी की संसद चुनावों में जीत के करीब दो हफ्ते बाद किया गया।
14 मई को विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अनीता आनंद को कनाडा की विदेश मंत्री बनने पर बधाई दी। चुनाव से पहले अनीता आनंद कनाडा की नवाचार, विज्ञान और उद्योग मंत्री थीं। इससे पहले वह रक्षा मंत्री समेत कई अहम जिम्मेदारियां संभाल चुकी हैं। उन्होंने मेलानी जोली की जगह ली है, जो अब कनाडा की उद्योग मंत्री हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफे के बाद कनाडा का प्रधानमंत्री चुने जाने पर मार्क कार्नी को बधाई दी थी। अपने संदेश में प्रधानमंत्री मोदी ने भारत और कनाडा के लोगों के बीच मजबूत रिश्तों पर जोर दिया और कहा कि वे दोनों देशों के लिए "और ज्यादा अवसर खोलने" के लिए उत्साहित हैं।
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पुलिस को बड़ी कामयाबी, 5 लाख का इनामी नक्सली ढेर

लातेहार। झारखंड के लातेहार में पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। लातेहार पुलिस ने 5 लाख रुपए के इनामी नक्सली मनीष यादव को मार गिराया है। इसके अलावा, 10 लाख रुपए के इनामी नक्सली कुंदन खेरवार को भी गिरफ्तार किया है।
यह मुठभेड़ महुआडांड़ थाना क्षेत्र के करमखाड़ और दौना के बीच हुई। जानकारी के अनुसार, लातेहार पुलिस को सूचना मिली थी कि नक्सली मनीष यादव अपने दस्ते के साथ महुआडांड़ थाना क्षेत्र के दौना और करमखाड़ के बीच जंगल में मौजूद है। इसके बाद नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर टीम गठित की गई और पुलिस ने नक्सलियों को पकड़ने के लिए इलाके की घेराबंदी की।
इस दौरान नक्सलियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में नक्सली कमांडर मनीष यादव को मार गिराया गया। यह मुठभेड़ रविवार देर रात शुरू हुई थी, जो सोमवार सुबह तक जारी रही। इस कार्रवाई के दौरान पुलिस ने 10 लाख रुपए का इनामी नक्सली कुंदन खेरवार को भी गिरफ्तार कर लिया। पलामू के डीआईजी वाईएस रमेश ने नक्सली के मारे जाने की पुष्टि की है।
पुलिस ने घटनास्थल से दो एक्स.95 ऑटोमेटिक राइफल भी बरामद की हैं। इसके अलावा, पुलिस द्वारा इलाके में सर्च अभियान चलाया जा रहा है।
इससे पहले, 23 मई को लातेहार में एक मुठभेड़ में दो इनामी नक्सली मारे गए थे। इनमें से एक पर 10 लाख रुपए का और दूसरे पर पांच लाख रुपए का इनाम था। पुलिस को मिली इस कामयाबी को झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने "बहुत बड़ी सफलता" करार दिया था।
अनुराग गुप्ता ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि इस मुठभेड़ में मारा गया नक्सली पप्पू लोहरा राज्य का टॉप वांटेड अपराधी था। उसके खिलाफ 100 से अधिक मामले दर्ज थे। यह सिर्फ "सफलता नहीं, बहुत बड़ी सफलता" है। पप्पू लोहरा के खिलाफ हत्या, जमीन लूट और अन्य संगीन अपराधों के कई मामले थे। वह केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के डिप्टी कमांडेंट की हत्या में भी वांटेड था। लातेहार में उसने कई लोगों की हत्याएं की थीं और जमीन हथियाई थी। एक तरह से कहा जाए तो "धरती पर का एक बड़ा बोझ" खत्म हुआ है।
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"ऑपरेशन सिंदूर" को लेकर सियासी बयानबाज़ी से पीएम मोदी नाराज़

  • 20 राज्यों के मुख्यमंत्रियों को दी चेतावनी
नई दिल्ली। "ऑपरेशन सिंदूर" की सैन्य सफलता के बाद शुरू हुई राजनीतिक बयानबाज़ी ने अब शीर्ष स्तर पर गंभीरता ले ली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनडीए शासित 20 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन में इस मुद्दे पर तीखा संदेश दिया। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि इस तरह के संवेदनशील मुद्दों पर “लूज टॉक” यानी गैर-जिम्मेदाराना बयानबाज़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि सुरक्षा अभियानों की सफलता को राजनीतिक बयानबाज़ियों से कमजोर करना राष्ट्रीय हित के खिलाफ है और नेताओं को सार्वजनिक मंचों पर जिम्मेदारी के साथ बोलना चाहिए।
पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार जाति की राजनीति से ऊपर उठकर काम कर रही है और असल मकसद है- वंचितों, पिछड़ों और हाशिए पर खड़े वर्गों को सक्षम और सशक्त बनाना।
ऑपरेशन सिंदूर: आत्मनिर्भर भारत की नई परिभाषा
प्रधानमंत्री ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता को आत्मनिर्भर भारत के विज़न का जीवंत उदाहरण बताया। उन्होंने इशारों में कहा कि हाल के भारत-पाक तनाव के दौरान स्वदेशी रक्षा तकनीक की भूमिका यह दर्शाती है कि भारत अब रणनीतिक क्षेत्र में भी आत्मनिर्भरता की दिशा में ठोस कदम बढ़ा चुका है।
‘विकसित भारत’ के लिए साझा प्रयासों पर ज़ोर
सम्मेलन में उत्तराखंड की ओर से समान नागरिक संहिता (UCC) समेत सात प्रमुख सुशासन मॉडल प्रस्तुत किए गए, जिस पर पीएम मोदी ने सुझाव दिया कि एक विशेष समिति बनाई जाए जो इन मॉडलों के अध्ययन के साथ यह भी देखे कि इन्हें अन्य राज्यों में कैसे लागू किया जा सकता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि एनडीए शासित राज्य यदि समन्वय के साथ कार्य करें, तो ‘विकसित भारत’ का सपना जल्द साकार किया जा सकता है।
राजनीतिक बयानबाजी पर फटकार
‘ऑपरेशन सिंदूर’ की पृष्ठभूमि में हुई कुछ असंवेदनशील टिप्पणियों पर अप्रसन्नता जताते हुए प्रधानमंत्री ने नेताओं को सलाह दी कि वे अनावश्यक और भड़काऊ बयान देने से बचें। उनका यह संदेश साफ था कि राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे मुद्दों पर राजनीति से ऊपर उठकर व्यवहार किया जाना चाहिए।
जेपी नड्डा ने किया दो प्रस्तावों का ऐलान
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बताया कि इस सम्मेलन में 20 मुख्यमंत्री और 18 उपमुख्यमंत्री शामिल हुए। बैठक में दो प्रमुख प्रस्ताव पारित हुए- पहला, सेना की वीरता और प्रधानमंत्री के निर्णायक नेतृत्व की सराहना करता है, जबकि दूसरा प्रस्ताव आगामी जनगणना में जातिगत आंकड़े शामिल करने के निर्णय का समर्थन करता है। जेपी नड्डा ने यह भी याद दिलाया कि जातिगत जनगणना की पहल सबसे पहले बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने की थी, जो एनडीए का हिस्सा थी। इससे स्पष्ट होता है कि यह विचार लंबे समय से गठबंधन के दृष्टिकोण में शामिल रहा है।
 
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अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर में 31 मई को भगवान शिव की मूर्ति स्थापित की जाएगी

अयोध्या। निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने घोषणा की कि 31 मई को राम मंदिर में भगवान शिव की पवित्र मूर्ति स्थापित की जाएगी। "कल, सभी आवश्यक मूर्तियाँ मंदिर पहुँच गईं। अब, ट्रस्ट प्राण प्रतिष्ठा का काम शुरू करेगा... भगवान शिव की मूर्ति 31 मई को स्थापित की जाएगी। 3 जून से, सभी मूर्तियों की पूजा शुरू हो जाएगी... मंदिर का निर्माण अपने समापन की ओर बढ़ रहा है... सप्त मंदिर बनकर तैयार हो गया है। जून-जुलाई तक 'परकोटा' का 90% काम पूरा हो जाएगा... 'परकोटा' का काम सितंबर तक पूरा हो जाएगा... हमें उम्मीद है कि इस साल के अंत तक मंदिर का पूरा निर्माण पूरा हो जाएगा...,' उन्होंने कहा।
'परकोटा' का काम मुख्य मंदिर परिसर के चारों ओर परिक्रमा पथ को संदर्भित करता है। राम जन्मभूमि परिसर सात मंदिरों का निर्माण, जिसमें हिंदू पौराणिक कथाओं के श्रद्धेय ऋषियों और महत्वपूर्ण व्यक्तियों की मूर्तियाँ होंगी। इसमें ऋषि वाल्मीकि की मूर्तियाँ होंगी: रामायण महाकाव्य के महान लेखक; ऋषि अगस्त्य: वैदिक ऋषि जो अपने आध्यात्मिक ज्ञान के लिए जाने जाते हैं; ऋषि विश्वामित्र: एक ऋषि जिन्होंने राम की यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई; गुरु वशिष्ठ: भगवान राम के पारिवारिक पुजारी और गुरु; अहिल्या: एक समर्पित पत्नी जो राम के स्पर्श से मुक्त हुई; शबरी: एक आदिवासी महिला जिसने राम को उनके वनवास के दौरान फल चढ़ाए और निषादराज: निषाद जनजाति के राजा जिन्होंने अपने वनवास के दौरान राम का साथ दिया। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी और सभागार का निर्माण भी शुरू हो गया है, जिसका निर्माण मार्च 2026 तक पूरा होने की उम्मीद है। भक्तों को अगले दो महीनों के भीतर मंदिर के सभी हिस्सों में जाने की अनुमति दी जाएगी।
उन्होंने कहा, "प्रदर्शनी और सभागार का निर्माण हाल ही में शुरू हुआ है। वे मार्च 2026 तक पूरे हो जाएंगे... मंदिर के बारे में, भक्तों को अगले दो महीनों के भीतर इसके सभी हिस्सों में जाने की अनुमति दी जाएगी।' इससे पहले शुक्रवार को नृपेंद्र मिश्रा ने राम मंदिर की पहली मंजिल पर भगवान राम, लक्ष्मण, सीता और हनुमान की स्थापना की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सितंबर-अक्टूबर तक राम मंदिर के बाकी निर्माण कार्य भी पूरे हो जाएंगे। "तैयारियां पूरी हो चुकी हैं, जिसमें वॉटरप्रूफिंग और रिपेलेंसी जैसे आवश्यक कार्य शामिल हैं, जो आवश्यकतानुसार जारी रहेंगे। हालांकि, मुख्य मंदिर के मुख्य निर्माण को अंतिम रूप दिया जाएगा, जो एक ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित होगा। मंदिर परिसर के भीतर बाकी निर्माण कार्य सितंबर-अक्टूबर तक तय कार्यक्रम के अनुसार पूरा होने की राह पर हैं। केंद्र में पुष्करणी जलाशय का निर्माण पूरा हो चुका है। 2025 के अंत तक, 2020 में शुरू की गई सभी निर्माण परियोजनाएं पूरी तरह से साकार होने की उम्मीद है," उन्होंने कहा।
श्री राम जन्मभूमि मंदिर पारंपरिक नागर शैली में बनाया गया है। इसकी लंबाई (पूर्व-पश्चिम) 380 फीट, चौड़ाई 250 फीट और ऊंचाई 161 फीट है। 392 खंभे और 44 दरवाजे इसे सहारा देते हैं। मंदिर के खंभों और दीवारों पर हिंदू देवी-देवताओं की जटिल नक्काशी की गई है। भूतल पर मुख्य गर्भगृह में भगवान श्री राम के बाल रूप (श्री रामलला की मूर्ति) को स्थापित किया गया है। भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद से ही लाखों श्रद्धालु अयोध्या में उमड़ रहे हैं। हनुमानगढ़ी राम मंदिर में भी प्रतिदिन आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है। (एएनआई)
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जब हर राज्य विकसित होगा तभी भारत भी विकसित होगा : PM मोदी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को नीति आयोग की 10वीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक में अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि भारत को भविष्य के लिए तैयार शहरों के विकास की दिशा में काम करना चाहिए।
उन्होंने केंद्र और सभी राज्यों से एक साथ मिलकर विकास की गति बढ़ाने का आग्रह किया। पीएम मोदी ने कार्यक्रम में कहा, "भारत में तेजी से शहरीकरण हो रहा है। हमें भविष्य के लिए तैयार शहरों की दिशा में काम करना चाहिए। विकास, नवाचार और स्थिरता हमारे शहरों के विकास का इंजन होना चाहिए।"
उन्होंने आगे कहा, "हमें विकास की गति बढ़ानी होगी। अगर केंद्र और सभी राज्य एक साथ मिलकर टीम इंडिया की तरह काम करें तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं हो सकता है।" उन्होंने राज्यों से देश में पर्यटन को बढ़ावा देने में योगदान देने का भी आह्वान किया।
उन्होंने कहा, "राज्यों को वैश्विक मानकों के अनुरूप तथा सभी सुविधाएं और इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध करवाते हुए प्रत्येक राज्य में कम से कम एक पर्यटन स्थल विकसित करना चाहिए। 'एक राज्य, एक वैश्विक गंतव्य' बनाया जाना चाहिए। इससे पड़ोसी शहरों का भी पर्यटन स्थल के रूप में विकास होगा।" पीएम मोदी ने 140 करोड़ नागरिकों की आकांक्षा को ‘विकसित होना’ बताया और कहा, "विकसित भारत हर भारतीय का लक्ष्य है। जब हर राज्य विकसित होगा तभी भारत भी विकसित होगा। यह 140 करोड़ नागरिकों की आकांक्षा है।"
इसके अलावा, उन्होंने देश के वर्कफोर्स में महिलाओं की संख्या बढ़ाने का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा, "हमें अपने वर्कफोर्स में महिलाओं को शामिल करने की दिशा में काम करना चाहिए। हमें ऐसे कानून और नीतियां बनानी चाहिए, जिससे महिलाओं को वर्कफोर्स में सम्मानपूर्वक शामिल किया जा सके।"
भारत मंडपम, नई दिल्ली में आयोजित होने वाली इस गवर्निंग काउंसिल की बैठक का विषय ‘विकसित भारत : 2047 के लिए विकसित राज्य’ है। यह बैठक केंद्र, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 'विकसित भारत : 2047' के विजन को आगे बढ़ाने के उपायों पर विचार-विमर्श करने और इस बात पर आम सहमति बनाने के लिए एक मंच प्रदान करती है कि कैसे राज्य भारत को एक 'विकसित राष्ट्र' बनाने के लिए आधारशिला बन सकते हैं। इसके अलावा, बैठक में उद्यमिता को बढ़ावा देने, कौशल बढ़ाने और देश भर में स्थायी रोजगार के अवसर पैदा करने के उपायों पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा।
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आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने नीति आयोग की बैठक में विकसित भारत मिशन के लिए तीन उप-समूहों के गठन का प्रस्ताव रखा

नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने शनिवार को नीति आयोग की 10वीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक में केंद्र सरकार और नीति आयोग के सहयोग से राज्यों के तीन केंद्रित उप-समूहों के गठन का प्रस्ताव रखा, ताकि 2047 में विकसित भारत की दिशा में प्रगति को गति दी जा सके। राज्य सरकार की आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, जीडीपी वृद्धि पर पहले उप-समूह का उद्देश्य पीपीपी परियोजनाओं के लिए केंद्रीय व्यवहार्यता अंतर निधि द्वारा समर्थित निवेश, विनिर्माण, निर्यात और रोजगार सृजन को बढ़ावा देना है।
जनसंख्या प्रबंधन पर दूसरा उप-समूह भारत को बुढ़ापे और कम प्रजनन क्षमता जैसी भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयारी करते हुए अपने जनसांख्यिकीय लाभ का लाभ उठाने में मदद करेगा। विज्ञप्ति में कहा गया है कि तीसरा उप-समूह प्रौद्योगिकी-संचालित शासन पर ध्यान केंद्रित करेगा, जिसमें वास्तविक समय, नागरिक-केंद्रित प्रशासन के लिए एआई, क्वांटम कंप्यूटिंग, ड्रोन और डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित बैठक की अध्यक्षता की। इस वर्ष की थीम 'विकसित भारत के लिए विकसित राज्य@2047' है, जिसका मुख्य ध्यान राज्यों पर है और इस प्रकार भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना है। गवर्निंग काउंसिल की बैठक में 2047 में विकसित भारत के लिए विकसित राज्य के दृष्टिकोण पर चर्चा की गई। बैठक में राष्ट्रीय नीति और सहकारी संघवाद पर चर्चा करने के लिए पूरे भारत के मुख्यमंत्रियों, उपराज्यपालों, केंद्रीय मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों को बुलाया गया। आंध्र प्रदेश सरकार की विज्ञप्ति के अनुसार, इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री की बातचीत एक बड़ी सफलता थी, क्योंकि प्रधानमंत्री ने स्वयं "आंध्र प्रदेश के विकास खाके" की सराहना की।
विज्ञप्ति के अनुसार, सीएम नायडू द्वारा संचालित एपी सरकार द्वारा लाए गए सुधारों की प्रशंसा करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा, "सभी राज्यों को आंध्र प्रदेश के सुधारों की जांच और अध्ययन करना चाहिए। सीएम नायडू द्वारा अन्य राज्यों के लिए प्रस्तावित विकास खाके में बहुत सारे इनपुट हो सकते हैं।" इसके अलावा, बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नायडू ने 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकवादी हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी और सशस्त्र बलों के निर्णायक ऑपरेशन सिंदूर की सराहना की। उन्होंने संकट के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मजबूत नेतृत्व की भी सराहना की और भारत के लचीलेपन और आत्मनिर्भरता पर जोर दिया। बैठक का मुख्य फोकस "विकसित भारत के लिए विकसित राज्य @2047" थीम पर था, जिसका उद्देश्य अपनी शताब्दी तक एक समृद्ध, समावेशी और भविष्य के लिए तैयार भारत का निर्माण करना है।
परिषद ने उद्यमिता, रोजगार और कौशल विकास में तेजी लाने, टियर-2 और टियर-3 शहरों को विकास केंद्रों में बदलने पर विचार-विमर्श किया और राष्ट्रीय विकास की दिशा में सहकारी संघवाद और सामूहिक प्रगति को मजबूत करने के लिए प्रमुख परिणामों और निर्णयों की समीक्षा की। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पिछले एक दशक में भारत की उल्लेखनीय वृद्धि की प्रशंसा की, जिसमें दुनिया की 10वीं से चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में देश की प्रगति पर प्रकाश डाला। उन्होंने डिजिटल इंडिया, जीएसटी, स्टार्टअप इंडिया, पीएम गति शक्ति और जल जीवन मिशन जैसे परिवर्तनकारी सुधारों को स्वीकार किया, जिन्होंने भारत के विकास परिदृश्य को फिर से परिभाषित किया है। ऑपरेशन सिंदूर के उदाहरण के रूप में भारत की मजबूत वैश्विक स्थिति पर जोर देते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि सही समय पर सही नेता का होना राष्ट्र को सही दिशा में अपने महत्वाकांक्षी लक्ष्यों की ओर ले जाने में महत्वपूर्ण रहा है। (एएनआई)
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