हिंदुस्तान

राहुल गांधी ने पुंछ में पाकिस्तानी गोलाबारी पीड़ितों से की मुलाकात

जम्मू। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले का दौरा किया और इस महीने की शुरुआत में पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा सीमा पार से की गई गोलाबारी के पीड़ितों से मुलाकात की। संयुक्त राष्ट्र सम्मेलनों के प्रति बहुत कम सम्मान दिखाते हुए, पाकिस्तानी सेना ने शहर के क्राइस्ट स्कूल पर तोपखाने से गोलाबारी की। क्राइस्ट स्कूल में पढ़ने वाले रमीज खान के 13 वर्षीय जुड़वां बच्चे अयान और अरूबा 7 मई की सुबह अपने किराए के घर के बाहर पाकिस्तानी गोलाबारी में मारे गए। क्राइस्ट स्कूल के छात्रों से बातचीत करते हुए गांधी ने कहा: “आपने थोड़ा खतरा देखा है, लेकिन चिंता न करें, सब कुछ सामान्य हो जाएगा। इस समस्या का जवाब देने का आपका तरीका यह होना चाहिए कि आप कड़ी मेहनत से पढ़ाई करें, खूब खेलें और स्कूल में ढेर सारे दोस्त बनाएं। क्या आप ऐसा करेंगे?” राहुल ने इस बात पर भी खेद व्यक्त किया कि गोलाबारी में दो छात्र मारे गए।
उन्होंने कहा, “आपने अपने दोस्तों को खो दिया है, मुझे इसके लिए वाकई बहुत दुख है।” 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से लोकसभा में विपक्ष के नेता का यह दूसरा केंद्र शासित प्रदेश का दौरा है। इस हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी, जिनमें से अधिकतर पर्यटक थे। गांधी ने 25 अप्रैल को आतंकी हमले में घायल हुए लोगों से मिलने के लिए श्रीनगर का दौरा किया था। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और कई हितधारकों से भी मुलाकात की थी। शनिवार की सुबह गांधी जम्मू हवाई अड्डे पर पहुंचे और सीमा पार से गोलाबारी से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने और शोक संतप्त परिवारों से मिलने के लिए हेलीकॉप्टर से पुंछ के लिए रवाना हुए। जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने कहा कि गांधी ने गुरुद्वारा, मंदिर, मदरसा और ईसाई मिशनरी स्कूल सहित गोलाबारी से प्रभावित संरचनाओं का दौरा किया। उन्होंने कहा, "गांधी प्रभावित आबादी तक अपनी एकजुटता व्यक्त करने और उनका दर्द साझा करने के लिए पहुंचने वाले पहले राष्ट्रीय नेता हैं।"
पहलगाम नरसंहार के जवाब में 7 मई को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के तहत सटीक हमले किए जाने के बाद पुंछ सेक्टर में तोपखाने और मोर्टार की गोलाबारी बढ़ गई थी। जम्मू-कश्मीर में 7 से 10 मई के बीच पाकिस्तान द्वारा की गई गोलाबारी, मिसाइलों और ड्रोन हमलों में 28 लोग मारे गए, जिनमें से 13 अकेले पुंछ जिले में मारे गए और 70 से अधिक लोग घायल हुए। नियंत्रण रेखा (एलओसी) और अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्रों के पास के इलाकों से बड़ी संख्या में लोग अपने घरों से भागकर सरकारी राहत शिविरों में शरण लेने लगे। चार दिनों तक सीमा पार से ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद सैन्य टकराव को समाप्त करने के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच 10 मई को समझौता हुआ। आतंकवादी हमले के बाद पिछले महीने जम्मू-कश्मीर की अपनी यात्रा के दौरान, गांधी ने कहा था कि आतंकवादी हमले के पीछे का विचार देश के लोगों को विभाजित करना था और यह जरूरी है कि भारत आतंकवाद को हमेशा के लिए हराने के लिए एकजुट हो।
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AIIMS ऋषिकेश की डॉक्टर समेत दो महिलाएं कोरोना पॉजिटिव

  • स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप
ऋषिकेश। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश की एक डॉक्टर सहित दो महिलाओं के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। दोनों महिलाएं हाल ही में बेंगलुरु और गुजरात से उत्तराखंड आई थीं। पॉजिटिव पाए जाने के बाद दोनों को आइसोलेशन में रखा गया है और इनके संपर्क में आए लोगों की पहचान की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए त्वरित कदम उठाए हैं।
जानकारी के अनुसार, एम्स ऋषिकेश में कार्यरत एक डॉक्टर जो बेंगलुरु से लौटी थीं, में कोरोना के हल्के लक्षण दिखाई दिए। जांच में उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है और वे घर पर ही आइसोलेशन में इलाज करवा रही हैं। डॉक्टर ने बताया कि उन्हें बुखार और गले में खराश जैसे लक्षण थे, जिसके बाद उन्होंने तुरंत जांच कराई। एम्स प्रशासन ने डॉक्टर के संपर्क में आए स्टाफ और मरीजों की सूची तैयार कर उनकी स्क्रीनिंग शुरू कर दी है।
दूसरी महिला जो गुजरात से ऋषिकेश धार्मिक प्रवचन सुनने आई थीं, वह भी कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं। यह महिला पहले से ही कई गंभीर बीमारियों से पीड़ित थीं। लक्षण दिखने पर उनकी जांच की गई, जिसके बाद उन्हें तुरंत एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया। अस्पताल सूत्रों के अनुसार उनकी स्थिति नाजुक बनी हुई है और विशेषज्ञ डॉक्टरों की निगरानी में उनका इलाज चल रहा है।
स्वास्थ्य विभाग ने दोनों मामलों को गंभीरता से लेते हुए कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग शुरू कर दी है। अधिकारियों ने बताया कि दोनों महिलाओं के यात्रा और संपर्क में आए लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है। साथ ही, लोगों से अपील की गई है कि वे कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करें, मास्क पहनें और सामाजिक दूरी बनाए रखें।
कोरोना के मामलों में हाल के महीनों में कमी देखी गई थी लेकिन इन नए मामलों ने स्वास्थ्य विभाग को फिर से सतर्क कर दिया है। विशेषज्ञों का कहना है कि मौसम बदलने और यात्रा में वृद्धि के कारण मामलों में उछाल की आशंका बनी हुई है।
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दिल्ली में कोविड-19 के 23 नए मामले, अस्पतालों को प्रोटोकॉल पुनः लागू करने का निर्देश

नई दिल्ली। कोविड-19 के मामलों में हाल ही में हुई वृद्धि का हवाला देते हुए, दिल्ली सरकार ने एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें अस्पतालों को बिस्तरों, ऑक्सीजन, आवश्यक दवाओं की उचित उपलब्धता और इन्फ्लूएंजा के मामलों की दैनिक जांच सहित महामारी की तैयारी के प्रोटोकॉल को फिर से शुरू करने के लिए कहा गया है। स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने पुष्टि करते हुए कहा कि गुरुवार तक दिल्ली में 23 मामले सामने आने के बाद यह एडवाइजरी जारी की गई है। उन्होंने कहा कि सभी मरीज स्थिर हालत में हैं।
उन्होंने कहा, "दो से तीन मरीज निजी अस्पतालों में भर्ती हैं, जबकि अन्य की निगरानी की जा रही है। घबराने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि यह स्ट्रेन इन्फ्लूएंजा जैसा ही है।" सरकार वर्तमान में मामलों के विवरण की पुष्टि करने की प्रक्रिया में है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि मरीज दिल्ली के निवासी हैं या शहर के बाहर से आए हैं। सिंह ने शांति बनाए रखने का आग्रह किया और आश्वासन दिया कि वर्तमान में कोई घबराहट की स्थिति नहीं है। उन्होंने कहा, "दिल्ली सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। हमने पहले ही राजधानी के सभी अस्पतालों के सभी चिकित्सा अधीक्षकों, डॉक्टरों और उनकी टीमों के साथ समन्वय कर लिया है।"
तैयारियों के संदर्भ में, एडवाइजरी के माध्यम से अस्पतालों और स्वास्थ्य सुविधाओं को अलर्ट पर रखा गया है। तैयारियों को सुनिश्चित करने के लिए, समर्पित स्वास्थ्य सेवा कर्मचारियों के लिए जल्द ही रिफ्रेशर प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए जा सकते हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों ने सभी ओपीडी और आईपीडी इकाइयों से इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (ILI) और गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी (SARI) के मामलों की दैनिक रिपोर्टिंग को एकीकृत स्वास्थ्य सूचना प्लेटफ़ॉर्म (IHIP) पर अनिवार्य कर दिया है, साथ ही पुष्टि किए गए इन्फ्लूएंजा और COVID-19 के मामलों की भी जानकारी देनी है। इसी तरह, दिल्ली राज्य स्वास्थ्य डेटा प्रबंधन पोर्टल पर दैनिक अपडेट प्रस्तुत किए जाने हैं। ICMR दिशानिर्देशों के अनुरूप, COVID-19 परीक्षण प्रोटोकॉल को सुदृढ़ किया जा रहा है, जिसमें ILI मामलों के 5 प्रतिशत और SARI मामलों के 100 प्रतिशत परीक्षण करने का निर्देश दिया गया है। राज्य निगरानी इकाई को रिपोर्ट करने के साथ, किसी भी उभरते हुए वेरिएंट की शुरुआती पहचान में सहायता के लिए पूरे जीनोम अनुक्रमण (WGS) के लिए सकारात्मक नमूने लोक नायक अस्पताल भेजे जाने हैं।
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संजय राउत ने राहुल गांधी के सवाल को बताया जनता की आवाज

  • बोले- पाकिस्तान पर नहीं कर सकते भरोसा
मुंबई। शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्र की मोदी सरकार और भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा। उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के सवालों का समर्थन करते हुए कहा कि राहुल गांधी ने जो सवाल पूछे हैं, वे देश के 140 करोड़ लोगों के मन की बात है।
संजय राउत ने कहा, "राहुल गांधी ने पूछा है कि पाकिस्तान पर भरोसा क्यों करें? यह सवाल गलत कैसे हो सकता है? पूरा विश्व जानता है कि पाकिस्तान पर भरोसा नहीं किया जा सकता। सिर्फ भाजपा के ट्रोलर्स को ही शायद यह सवाल नहीं समझ आता।"
संजय राउत ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, "ट्रंप से भारत को क्या फायदा हुआ? ट्रंप ने तो भारत को नुकसान ही पहुंचाया। हमारा आतंकवाद के खिलाफ युद्ध जमीन हड़पने के लिए नहीं, बल्कि देश की सुरक्षा के लिए था। हमने पाकिस्तान से आतंकवाद खत्म करने के लिए लड़ाई शुरू की थी, लेकिन ट्रंप ने हमारा साथ देने के बजाय नुकसान पहुंचाया। राहुल गांधी का यह सवाल जनता की आवाज है। अगर राहुल गांधी ने यह सवाल पूछा है, तो मैं समझता हूं कि यह जनता के मन की बात है।"
संजय राउत ने आगे कहा, "हमारा खून खौलता है। हमारी रगों में देशभक्ति और भारत प्रेम का खून दौड़ता है। जब हमारे 26 निर्दोष लोग मारे गए, जब हमारी महिलाओं का सिंदूर मिटा, तब भी हमारा खून खौलता है। हमारे पास खून के अलावा कुछ नहीं, और वही खून देश के लिए बहता है।"
संजय राउत ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, "क्या भाजपा डोनाल्ड ट्रंप की पोस्टर बॉय बन गई है? राहुल गांधी ने क्या गलत सवाल पूछा है? पहले सवाल को समझिए। जब आपको सवाल की समझ नहीं होती तो आपको विपक्ष के सांसदों को विदेश भेजना पड़ता है ताकि वे देश की भूमिका स्पष्ट करें।"
उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के बयान पर भी आपत्ति जताई, जिसमें शरीफ ने कहा था कि उन्होंने 1971 की हार का बदला ले लिया है। उन्होंने कहा, "मैंने देखा है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा है कि उन्होंने 1971 की हार का बदला ले लिया है। यह कहने की हिम्मत उन्हें कैसे हो गई? 1971 में जब इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान को हराया था, तब भी पाकिस्तान की भाषा ऐसी नहीं थी। 1965 में लाल बहादुर शास्त्री के नेतृत्व में हमने पाकिस्तान को लोहे के चने चबवाए थे। तब भी उनके नेताओं की भाषा इतनी उग्र नहीं थी। लेकिन आज मोदी सरकार के कार्यकाल में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ कह रहे हैं कि उन्होंने भारत से 1971 का बदला लिया है, यह सरकार के लिए शर्म की बात है।"
तमिलनाडु में टीएएसएमएसी छापों को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को सुप्रीम कोर्ट की फटकार पर राउत ने कहा, "ईडी भाजपा, पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का हथियार है। मैं भी ईडी का शिकार रहा हूं। मेरे जैसे कई लोग इससे गुजर चुके हैं। जब तक ईडी है, तब तक मोदी-शाह और भाजपा का राज है।"
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पूर्वोत्तर राज्य बन रहे भारत का डिजिटल गेटवे : PM नरेंद्र मोदी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नॉर्थ ईस्ट को भारत का डिजिटल गेटवे बताया। नॉर्थ ईस्ट में एजुकेशन और स्किल डेवलपमेंट इकोसिस्टम को लेकर केंद्र सरकार की क्या प्लानिंग है और अब तक उन्होंने कैसे इस पर काम किया है इसकी जानकारी भी पीएम मोदी ने दी।
पीएम मोदी ने कहा, "बीते दशक में 21,000 करोड़ रुपए नॉर्थ ईस्ट के एजुकेशन सिस्टम पर निवेश किए गए हैं। करीब 850 नए स्कूलों का निर्माण किया गया है। 9 नए मेडिकल कॉलेज बनाए गए हैं। मिजोरम में इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन का कैंपस बनाया गया है। करीब 200 नए स्किल डेवलपमेंट इंस्टिट्यूट स्थापित किए गए हैं।" शुक्रवार को 'राइजिंग नॉर्थईस्ट इंवेस्टर समिट' के मंच से सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इस भव्य मंच पर आकर मन गौरव से भर गया है और यहां भविष्य को लेकर अपार विश्वास नजर आता है।
उन्होंने कहा, "अभी कुछ समय पहले यहां भारत मंडपम में हमने अष्टलक्ष्मी महोत्सव मनाया था और आज हम यहां नॉर्थईस्ट में इंवेस्टमेंट का उत्सव मना रहे हैं। इस कार्यक्रम का हिस्सा बड़ी संख्या में आए इंडस्ट्री लीडर्स बने हैं, जो दिखाता है कि नॉर्थईस्ट को लेकर सभी में उत्साह, उमंग और नए सपने हैं।"
प्रधानमंत्री ने पूर्वोत्तर को देश का विविधता से परिपूर्ण हिस्सा बताया। बोले, "भारत, दुनिया के समक्ष सबसे डायवर्स नेशन के रूप में अपनी एक अलग पहचान बनाता है और नॉर्थईस्ट इस डायवर्स नेशन का डायवर्स हिस्सा है। ट्रेड से ट्रेडिशन तक, टेक्सटाइल से टूरिज्म तक पूर्वोत्तर राज्य की डायवर्सिटी इसकी बहुत बड़ी ताकत है।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश 2047 तक विकसित भारत बनने की राह पर अग्रसर है और इस सपने को पूरा करने के लिए पूर्वी भारत का विकास मायने रखता है। उन्होंने विकसित भारत के लक्ष्य में नॉर्थईस्ट की महत्ता पर जोर देते हुए कहा, "पूर्वोत्तर भारत का सबसे अहम अंग है। हमारे लिए ईस्ट का मतलब, एम्पावर, एक्ट, स्ट्रेंथ और ट्रांसफॉर्म से है।"
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में पूर्वोत्तर राज्यों में एक बड़े परिवर्तन के दौर से गुजरा है, जो आंकड़ों तक सीमित न होकर जमीन पर महसूस होने वाला बदलाव है। उन्होंने इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर कहा कि हमने इंफ्रास्ट्रक्चर को केवल ईंट और सीमेंट से नहीं देखा बल्कि उसे इमोशनल कनेक्ट का रास्ता बनाया। हमने लुक ईस्ट से आगे बढ़कर एक्ट ईस्ट का मंत्र अपनाया। उन्होंने आगे कहा, "एक समय था जब नॉर्थ ईस्ट को केवल फ्रंटियर रिजन के रूप में जाना जाता था, वहीं आज नॉर्थ ईस्ट ग्रोथ का फ्रंट रनर बन रहा है।"
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मैन्युफैक्चरिंग विकास को गति देने के लिए फ्यूचर-रेडी वर्कफोर्स करें तैयार : केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव

नई दिल्ली। केंद्रीय रेल और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ‘विकसित भारत 2047’ मिशन को ध्यान में रख टैलेंट और क्षमता निर्माण को बढ़ावा देने की अपील की है। उद्योग जगत के नेताओं और शिक्षाविदों की एक राउंडटेबल बैठक को संबोधित करते हुए मंत्री ने हितधारकों से भारत के विनिर्माण विकास को गति देने के लिए फ्यूचर-रेडी वर्कफोर्स को बेहतर बनाने का आग्रह किया।
राउंडटेबल बैठक में वैश्विक परिप्रेक्ष्य को स्थानीय कार्रवाई के साथ जोड़ते हुए टैलेंट डेवलपमेंट, सस्टेनेबल मैन्युफैक्चरिंग के लिए क्षमता निर्माण पर ध्यान केंद्रित किया गया। केंद्रीय मंत्री ने एक नए सेक्टर, मैन्युफैक्चरिंग; इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी (एमईटी) के उद्भव की प्रशंसा की। यह सेक्टर एनएएमटीईसीएच (न्यू एज मेकर्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी), मेट इनोवेशन स्कूल की एक पहल है।
इस पहल का उद्देश्य इंडस्ट्री 4.0 और उससे आगे की मांगों को पूरा करना है। विशेष रूप से उभरती टेक्नोलॉजी में टैलेंट की कमी को दूर करना और भारत में परिवर्तनकारी बदलाव लाने में सक्षम हाई-स्किल्ड वर्कफोर्स; फ्यूचर लीडर्स को तैयार करना इस पहल के उद्देश्यों में शामिल है।
केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने कार्यक्रम में एमआईटी प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया और उन्हें विश्व स्तर पर बेहतरीन संस्थानों में से एक बताया, जिसकी कल्पना एडवांस मैन्युफैक्चरिंग के लिए विश्व स्तरीय संस्थान के रूप में की गई है। उन्होंने सुजुकी, सीमेंस, एबीबी, आईनॉक्स जैसे भारतीय उद्योग जगत के नेताओं को भी धन्यवाद दिया और इस बात पर जोर दिया कि एनएएमटीईसीएच को वास्तव में प्रभावशाली बनाने और प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप बनाने के लिए उद्योग की भागीदारी आवश्यक है।
सरकार ने इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन, एआई मिशन, नेशनल रोबोटिक्स स्ट्रेटेजी, मोबिलिटी मैन्युफैक्चरिंग मिशन और नेशनल हाइड्रोजन मिशन सहित कई लीडिंग मिशन शुरू किए हैं, जो एडवांस टेक्नोलॉजी के विकास और अडॉप्शन को दी जा रही प्राथमिकता को दर्शाते हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय एक ऐसे इकोसिस्टम को सपोर्ट करना जारी रखता है, जहां महत्वपूर्ण स्किल गैप को कम करने, एडवांस टेक्नोलॉजी एजुकेशन को लोकतांत्रिक बनाने और इलेक्ट्रॉनिक्स; विनिर्माण क्षेत्रों में भारत की वैश्विक प्रतिस्पर्धा को बनाए रखने में योगदान दिया जाता है। इस कार्यक्रम में एनएएमटीईसीएच और गति शक्ति विश्वविद्यालय (जीएसवी), वडोदरा के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर भी हुए।
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राष्ट्रपति मुर्मू ने कैप्टन दीपक सिंह को शौर्य चक्र से सम्मानित किया

नई दिल्ली। राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक भव्य समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उत्तराखंड के वीर सपूत कैप्टन दीपक सिंह को मरणोपरांत शौर्य चक्र प्रदान कर उनकी वीरता और सर्वोच्च बलिदान को सम्मानित किया। रक्षा अधिकारियों के अनुसार, अगस्त 2024 में डोडा के अस्सर में चल रहे ऑपरेशन के दौरान कैप्टन दीपक सिंह शहीद हो गए। वे 48 राष्ट्रीय राइफल्स से थे।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कैप्टन दीपक सिंह को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। सीएम धामी ने कैप्टन सिंह की वीरता और राष्ट्र की भावना और उत्तराखंड के लोगों पर उनके अंतिम बलिदान के महत्वपूर्ण प्रभाव पर जोर दिया। "अगस्त 2024 में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान, घायल होने के बावजूद, उन्होंने अतुलनीय साहस दिखाया और अपनी अंतिम सांस तक राष्ट्र की रक्षा करते हुए शहीद हो गए। उत्तराखंड की सैन्य भूमि को इस वीर सपूत पर गर्व है", धामी ने अपने ट्विटर(X) पर लिखा।
रक्षा मंत्रालय के एक आधिकारिक बयान के अनुसार, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में रक्षा अलंकरण समारोह 2025 के पहले चरण के दौरान सशस्त्र बलों, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और राज्य/केंद्र शासित प्रदेश पुलिस के कर्मियों को चार मरणोपरांत सहित छह कीर्ति चक्र और सात मरणोपरांत सहित 33 शौर्य चक्र प्रदान किए। मंत्रालय के अनुसार, वीरता पुरस्कार कर्मियों को कर्तव्य के दौरान अदम्य साहस, अद्वितीय बहादुरी और व्यक्तिगत सुरक्षा की पूरी तरह उपेक्षा करने के लिए दिए गए। जिस बहादुरी से सम्मानित किया गया है, वह जम्मू-कश्मीर और उत्तर-पूर्व में आतंकवाद/विद्रोह से संबंधित विभिन्न अभियानों के दौरान दिखाई गई थी। इसमें कहा गया है, "इन अभियानों के दौरान खूंखार आतंकवादियों को मार गिराया गया और उन्हें पकड़ लिया गया तथा हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए।" बयान में कहा गया है कि भारतीय नौसेना के अधिकारियों ने समुद्री डकैती विरोधी अभियानों का नेतृत्व किया, जिसके परिणामस्वरूप समुद्री डाकुओं ने आत्मसमर्पण किया और बंधकों को बचाया, साथ ही जलते हुए तेल टैंकर पर अग्निशमन अभियान के दौरान बहादुरी का परिचय भी दिया।
बयान में कहा गया है कि भारतीय वायु सेना के पुरस्कार विजेताओं ने जान-माल के किसी भी नुकसान से बचने के लिए नागरिक क्षेत्रों से दूर युद्धाभ्यास करते हुए जीवन-धमकाने वाली परिस्थितियों में विमान को बचाने के दौरान अत्यधिक साहस दिखाया। वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित क्षेत्रों में विभिन्न अभियानों में सीआरपीएफ अधिकारियों ने वीरतापूर्ण कार्य किया। माओवादी विद्रोहियों को पकड़ा गया और हथियार बरामद किए गए। (एएनआई)
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यूट्यूबर जासूसी कांड : ज्योति मल्होत्रा से कई राज्यों की पुलिस पूछताछ करना चाह रही

  • पाकिस्तानी जासूसों के संपर्क में थी
हिसार। हरियाणा के हिसार जिले में जासूसी के आरोप में गिरफ्तार की गई यू-ट्यूबर ज्योति मल्होत्रा का मामला अब देश के कई राज्यों तक पहुंच चुका है. पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के शक में पकड़ी गई ज्योति को लेकर जांच एजेंसियों के साथ-साथ नौ राज्यों की पुलिस ने भी हिसार पुलिस से संपर्क किया है. बताया जा रहा है कि ज्योति ने जिन राज्यों में ट्रैवल किया और वहां की वीडियो अपने इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपलोड की, वहां की लोकल पुलिस अब जांच में जुट गई है. दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, पंजाब, जम्मू-कश्मीर और राजस्थान जैसे राज्यों की पुलिस ने भी इस मामले में पूछताछ करना चाह रही है.
सूत्रों के अनुसार, ज्योति के खिलाफ कई गंभीर पहलुओं की जांच की जा रही है. उसके मोबाइल फोन और लैपटॉप की फॉरेंसिक रिपोर्ट एक-दो दिनों में आने की उम्मीद है. पुलिस का कहना है कि आने वाले चार दिन की रिमांड में इन्हीं रिपोर्टों के आधार पर आमना-सामना कराकर पूछताछ की जाएगी. पुलिस को संदेह है कि ज्योति उन स्थानों की वीडियो अपलोड कर रही थी जो संवेदनशील हैं.
ज्योति ने राजस्थान के भारत-पाकिस्तान बॉर्डर, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम, गुलमर्ग, श्रीनगर, दिल्ली के विभिन्न ऐतिहासिक स्थलों, यूपी के बनारस, अयोध्या, प्रयागराज और वृंदावन, उड़ीसा के पुरी, बिहार के भागलपुर, पश्चिम बंगाल में कोलकाता, अमृतसर के स्वर्ण मंदिर और अटारी बॉर्डर सहित कई जगहों पर जाकर वीडियो बनाए थे. इन सभी जगहों की वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट भी किए थे. पुलिस को शक है कि इन वीडियो के माध्यम से जानबूझकर संवेदनशील जानकारियां साझा की गईं. यही वजह है कि संबंधित राज्यों की पुलिस भी जांच में जुट गई है.
इतना ही नहीं, ज्योति ने विदेश की यात्रा भी की थी. पाकिस्तान, चीन, भूटान, नेपाल, इंडोनेशिया, दुबई, बांग्लादेश और थाईलैंड जैसे देशों में जाकर बनाए गए वीडियो भी उसके अकाउंट पर मौजूद हैं. पुलिस को शक है कि इनमें से कुछ यात्राएं किसी खास मकसद से की गई थीं और इन देशों के नागरिकों से उसकी संदिग्ध बातचीत भी हो सकती है. हिसार पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जांच में एक और गंभीर बात सामने आई है. पुलिस का दावा है कि किसी सैन्य संघर्ष (कांफ्लिक्ट) के समय ज्योति एक PIO (पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव) के संपर्क में थी. हालांकि इस बात को लेकर अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है. पुलिस इस एंगल को ध्यान में रखते हुए गहन पूछताछ कर रही है.
गौरतलब है कि ज्योति को पांच दिन की रिमांड पर लेने के बाद अब दोबारा चार दिन की रिमांड दी गई है. पुलिस को उम्मीद है कि आगे की पूछताछ से कई और कड़ियां सामने आ सकती हैं. अभी तक पुलिस ने रिमांड पेपर में ज्यादा जानकारी नहीं दी है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि ज्योति की गतिविधियां बेहद संदिग्ध रही हैं.
वहीं दूसरी ओर, ज्योति के पिता हरीश मल्होत्रा इस पूरे मामले से बेहद आहत हैं. उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्हें नहीं पता था कि ज्योति विदेश यात्रा करती रही है. उनके अनुसार, ज्योति जब भी घर से जाती थी तो यही कहती थी कि दिल्ली जा रही है और चार-पांच दिन में लौट आती थी. हरीश ने बताया कि पुलिस की जांच के दौरान दिन में करीब 10 बजे पांच पुलिसकर्मी उनके घर आए थे, जिनमें दो महिला और तीन पुरुष अधिकारी थे. उन्होंने पूरे घर की तलाशी ली और जाते समय उनके दो पुराने फोन भी साथ ले गए. उन्होंने यह भी कहा कि उनके पास निजी वकील रखने के लिए पैसे नहीं हैं, इसलिए उन्होंने सरकारी वकील की मांग की है. पुलिस द्वारा दोबारा रिमांड लेने पर उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, जब पांच दिनों में कुछ नहीं मिला तो चार दिन की और रिमांड क्यों ली गई.
उन्होंने कहा कि ज्योति के कमरे से पुलिस ने उसका लैपटॉप जब्त कर लिया है, ज्योति के पिता का कहना है कि उनकी बेटी किसी से ज्यादा मेलजोल नहीं रखती थी, किसी का उनके घर आना-जाना भी नहीं था. वह अकेले ही वीडियो बनाती, एडिट करती और अपने कमरे में ही रहती थी. फिलहाल, ज्योति पुलिस की हिरासत में है और आने वाले दिनों में फॉरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद इस केस में और भी कई खुलासे हो सकते हैं. पुलिस का कहना है कि जहां-जहां वह गई थी, वहां की पुलिस को भी अलर्ट किया गया है और जरूरत पड़ने पर उन राज्यों की स्थानीय पुलिस भी उससे पूछताछ कर सकती है.
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पंजाब पुलिस ने बुलडोजर चलाकर अमृतसर में दो ड्रग तस्करों की अवैध संपत्तियों को ध्वस्त किया

अमृतसर। पंजाब पुलिस ने गुरुवार को पंचायत की जमीन पर बनी दो ड्रग तस्करों की अवैध संपत्तियों को ध्वस्त कर दिया। अवैध संपत्ति जगप्रीत उर्फ ​​जग्गा और सतनाम उर्फ ​​सतनाम ने बनाई थी, जो वर्तमान में ड्रग तस्करी के आरोप में जेल में बंद हैं। अमृतसर ग्रामीण के एसएसपी मनिंदर सिंह ने कहा कि पंजाब के सीएम भगवंत मान और डीजीपी गौरव यादव ने पुलिस को ड्रग के धंधे से धन कमाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं।
एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा, "हमें पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और डीजीपी गौरव यादव से आदेश मिले हैं कि ड्रग के धंधे से धन कमाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। आज धरड़ गांव में जगप्रीत उर्फ ​​जग्गा और सतनाम उर्फ ​​सत्ता की संपत्तियों पर कार्रवाई की जा रही है।"
उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग ने बताया कि ये संपत्ति पंचायत की जमीन पर बनी है। उन्होंने कहा, "हमें राजस्व विभाग से सूचना मिली कि ये संपत्तियां अवैध भूमि, पंचायत की भूमि पर बनाई गई हैं। उनके परिवार को वैधता साबित करने के लिए नोटिस दिया गया था और जब वे असफल रहे तो हमने कार्रवाई की।" इससे पहले, सीमा पार से नशीली दवाओं की तस्करी पर एक बड़ी कार्रवाई में, कमिश्नरेट पुलिस, जालंधर ने एक अंतरराष्ट्रीय नार्को तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ किया और 5 किलोग्राम हेरोइन के साथ एक आरोपी को गिरफ्तार किया, पंजाब पुलिस ने कहा। पंजाब पुलिस ने कहा कि आरोपी की पहचान शिवा (उर्फ सोढ़ी) के रूप में हुई है जो पिछले 2 वर्षों से विदेशी तस्करों के संपर्क में था और उसकी गिरफ्तारी से तस्करी के एक प्रमुख नेटवर्क का भंडाफोड़ हुआ। अधिकारियों ने जालंधर में नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट (एनडीपीएस) के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की है।
पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ने ड्रग सिंडिकेट को खत्म करने, सीमा पार नार्को मार्गों को बाधित करने और नशा मुक्त पंजाब सुनिश्चित करने के लिए पंजाब पुलिस की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला। सोमवार को पंजाब सीमा पर सीमा सुरक्षा बल ने पंजाब सीमा पर कई स्थानों से पिस्तौल के पुर्जे, दो ड्रोन और दो पैकेट हेरोइन जब्त की। बीएसएफ ने एक बयान में कहा, "आज बीएसएफ खुफिया विंग की विश्वसनीय सूचना पर कार्रवाई करते हुए, पंजाब सीमा पर कई घटनाओं में बीएसएफ के जवानों ने 02 ड्रोन, पिस्तौल के पुर्जे और 02 पैकेट हेरोइन जब्त की। बीएसएफ के जवानों द्वारा आज व्यापक तलाशी के दौरान तरनतारन जिले के नूरवाला गांव से सटे एक खेत से लगभग 506 ग्राम वजन के संदिग्ध हेरोइन के एक पैकेट के साथ एक डीजेआई माविक 3 क्लासिक ड्रोन बरामद किया गया।" (एएनआई)
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इंसान नहीं, रोबोट करेंगे अनाउंसमेंट!

  • पीरपैंती रेलवे स्टेशन के प्रवेश द्वार के पास बनाई गई तीन रोबोट की आकृति
भागलपुर। बिहार के भागलपुर जिले के अधीन अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पीरपैंती रेलवे स्टेशन का भव्य कायाकल्प हो चुका है। इसमें स्टेशन के सौंदर्यीकरण के साथ यात्री सुविधाओं का विस्तार भी शामिल है। अमृत भारत योजना के तहत पीरपैंती रेलवे स्टेशन के प्रवेश द्वार के पास तीन रोबोट की आकृति बनाई गई है। जिसमें रेलवे अनाउंसमेंट भी सुनाई देता है।
इसके साथ ही क्षेत्र के टूरिज्म और ईको टूरिज्म के स्पॉट और धरोहर में विक्रमशिला महाविहार का भग्नावशेष, गंगा नदी किनारे का बटेश्वर धाम मंदिर और गंगा नदी के बीच तीन पहाड़ी पर बने मंदिर की तस्वीर भी लगाई गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 86 जिलों में 103 पुनर्विकसित रेलवे स्टेशनों का वर्चुअल उद्घाटन करेंगे। यह अमृत भारत स्टेशन योजना का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य भारतीय रेलवे के आधुनिकीकरण को बढ़ावा देना है।
डीआरएम मनीष कुमार गुप्ता ने बताया कि एनएसजी-5 श्रेणी में वर्गीकृत पीरपैंती स्टेशन, पूर्व रेलवे क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण केंद्र है। अमृत भारत स्टेशन योजना के पहले चरण के तहत पीरपैंती स्टेशन के लिए 18.93 करोड़ की लागत से पुनर्विकास कार्य किया जा रहा है। इस व्यापक कार्य योजना में सिविल, इलेक्ट्रिकल, सिग्नलिंग और दूरसंचार (एसएंडटी), साइनेज, लिफ्टों की स्थापना और रूफ प्लाजा के साथ 12 मीटर चौड़े फुट ओवर ब्रिज (एफओबी) का निर्माण शामिल है।
इसके अतिरिक्त, स्टेशन की कार्यक्षमता और दृश्य सौंदर्य को बढ़ाने के लिए अलग-अलग आगमन और प्रस्थान ब्लॉक, पैदल यात्री मार्ग, आकर्षक मूर्तियां, मानक आंतरिक सज्जा और सौंदर्यपूर्ण प्रकाश व्यवस्था के साथ एक आधुनिक प्रांगण को भी शामिल किया गया है।
डीआरएम ने बताया कि इसके अलावा स्टेशन का डिजाइन और इंटीरियर स्थानीय कला और आस-पास के ऐतिहासिक स्मारकों से प्रेरित है, जो आधुनिक वास्तुकला को क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत के साथ जोड़ता है। यह मिश्रण पीरपैंती स्टेशन को एक अलग पहचान प्रदान करता है, जो बिहार की समृद्ध परंपराओं को दर्शाता है।
बता दें कि अमृत भारत स्टेशन योजना का उद्देश्य देश भर में 1,300 से अधिक रेलवे स्टेशनों को उन्नत यात्री सुविधाओं और क्षेत्रीय वास्तुकला एकीकरण के साथ आधुनिक परिवहन केंद्रों में बदलना है।
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ISI की आतंकी साजिश नाकाम, दो जासूस गिरफ्तार

  • भारतीय सुरक्षा एजेंसियों का एक्शन...
नई दिल्ली। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने दिल्ली और एनसीआर में बड़े आतंकी हमले की पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की साजिश को नाकाम कर दिया है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गुरुवार को तीन महीने के गुप्त ऑपरेशन के बाद दो जासूसों को गिरफ्तार किया, जिनमें एक नेपाली मूल का पाकिस्तानी नागरिक और दूसरा भारतीय है। इस ऑपरेशन से देश की सुरक्षा को बड़ा खतरा टल गया।
सुरक्षा एजेंसियों को जनवरी में खुफिया जानकारी मिली थी कि आईएसआई ने भारत में हमले की साजिश रची है और इसके लिए एक पाकिस्तानी जासूस को नेपाल के रास्ते भारत भेजा गया है। इस जानकारी के आधार पर दिल्ली पुलिस ने जनवरी से मार्च तक गुप्त ऑपरेशन चलाया। 15 फरवरी को सेंट्रल दिल्ली से स्पेशल सेल ने पाकिस्तानी जासूस अंसारुल मियां अंसारी को गिरफ्तार किया, जब वह नेपाल के रास्ते पाकिस्तान वापस जाने की कोशिश कर रहा था। अंसारुल के पास से भारतीय सेना से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेज भी बरामद किए गए।
जांच में पता चला कि अंसारुल नेपाली मूल का है, लेकिन वह 2008 से कतर में टैक्सी चला रहा था। वहीं उसका आईएसआई से संपर्क हुआ। जून 2024 में वह रावलपिंडी पहुंचा और अपने पाकिस्तानी हैंडलर से मिलकर भारत में जासूसी और हमले की योजना बनाई। अंसारुल को भारतीय सेना की खुफिया जानकारी जुटाने की जिम्मेदारी दी गई थी।
इसके बाद मार्च में रांची के रहने वाले अखलाक आजम को गिरफ्तार किया गया, जो अंसारुल का सहयोगी था। दोनों जासूस लगातार पाकिस्तानी हैंडलर के संपर्क में थे। सुरक्षा एजेंसियों ने इस मामले में चार्जशीट दाखिल कर दी है।
यह ऑपरेशन भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता और समन्वय का परिणाम है। इस सफलता ने न केवल आतंकी साजिश को नाकाम किया, बल्कि देश की आंतरिक सुरक्षा को और मजबूत करने का संदेश भी दिया है।
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22 अप्रैल का बदला 22 मिनट में लिया : PM नरेंद्र मोदी

  • प्रधानमंत्री ने बीकानेर में सभा को संबोधित करते हुए "ऑपरेशन सिंदूर" का जिक्र किया
बीकानेर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राजस्थान के बीकानेर में एक सभा को संबोधित करते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि हमने 22 अप्रैल का बदला 22 मिनट में ले लिया। पीएम मोदी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा, "22 अप्रैल के हमले के जवाब में हमने 22 मिनट में आतंकियों के 9 सबसे बड़े ठिकाने तबाह कर दिए। दुनिया ने और देश के दुश्मनों ने भी देख लिया है कि जब सिंदूर बारूद बन जाता है तो नतीजा क्या होता है।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "हमारी सरकार ने तीनों सेनाओं को खुली छूट दी। तीनों सेनाओं ने मिलकर ऐसा चक्रव्यूह रचा कि पाकिस्तान को घुटने टेकने के लिए मजबूर कर दिया। राजस्थान की ये वीर धरा हमें सिखाती है कि देश और देशवासियों से बड़ा और कुछ नहीं है। 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने धर्म पूछकर हमारी बहनों की मांग का सिंदूर उजाड़ दिया था। वो गोलियां पहलगाम में चली थी, लेकिन उन गोलियों से 140 करोड़ देशवासियों का सीना छलनी हुआ था। इसके बाद हर देशवासी ने एकजुट होकर संकल्प लिया था कि आतंकवादियों को मिट्टी में मिला देंगे। उन्हें कल्पना से भी बड़ी सजा देंगे। आज आपके आशीर्वाद से देश की सेना के शौर्य से हम सब उस प्रण पर खरे उतरे हैं।"
प्रधानमंत्री ने आतंकवाद से निपटने के लिए तीन सूत्रों पर भी बात की। पीएम मोदी ने कहा, "ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकवाद से निपटने के तीन सूत्र तय कर दिए हैं। पहला- भारत पर आतंकी हमला हुआ तो करारा जवाब मिलेगा। समय हमारी सेनाएं तय करेंगी, तरीका भी हमारी सेनाएं तय करेंगी और शर्तें भी हमारी होंगी। दूसरा- एटम बम की गीदड़ भभकियों से भारत डरने वाला नहीं है। तीसरा- हम आतंक के आकाओं और आतंक की सरपरस्त सरकार को अलग-अलग नहीं देखेंगे, उन्हें एक ही मानेंगे। पाकिस्तान का ये खेल अब नहीं चलेगा।"
पीएम मोदी ने पाकिस्तान को भारी कीमत चुकाने की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अब भारत ने दो टूक साफ कर दिया है कि हर आतंकी हमले की पाकिस्तान को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। ये कीमत पाकिस्तान की सेना और वहां की अर्थव्यवस्था चुकाएगी। पाकिस्तान ने अगर आतंकियों को एक्सपोर्ट करना जारी रखा तो उसको पाई-पाई के लिए मोहताज होना होगा। पाकिस्तान को भारत के हक का पानी नहीं मिलेगा। भारतीयों के खून से खेलना पाकिस्तान को अब महंगा पड़ेगा।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि ये संयोग ही है कि 5 साल पहले जब बालाकोट में देश ने एयर स्ट्राइक की थी, उसके बाद मेरी पहली जनसभा राजस्थान में ही सीमा पर हुई थी। वीरभूमि का ही ये तप है कि ऐसा संयोग बन जाता है। अब इस बार जब ऑपरेशन सिंदूर हुआ, तो उसके बाद मेरी पहली जनसभा फिर यहां बीकानेर में आप सभी के बीच हो रही है।
उन्होंने आगे कहा, "एयर स्ट्राइक के बाद मैं जब चुरू आया था, तो मैंने कहा था कि "सौगंध मुझे इस मिट्टी की, मैं देश नहीं मिटने दूंगा, मैं देश नहीं झुकने दूंगा।" आज मैं राजस्थान की धरती से देशवासियों से बड़ी नम्रता से कहना चाहता हूं कि जो सिंदूर मिटाने निकले थे, उन्हें मिट्टी में मिलाया गया है। जो हिंदुस्तान का लहू बहाते थे, आज कतरे-कतरे का हिसाब चुकाया है। जो सोच चुके थे कि भारत चुप रहेगा, आज वो घरों में दुबके पड़े हैं। जो अपने हथियारों पर घमंड करते थे, आज वो मलबे के ढेर में दबे हुए हैं।"
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "ये शोध-प्रतिशोध का खेल नहीं, ये न्याय का नया स्वरूप है। ये 'ऑपरेशन सिंदूर' है। ये सिर्फ आक्रोश नहीं है, ये समग्र भारत का रौद्र रूप है। ये भारत का नया स्वरूप है। पहले घर में घुसकर वार किया था, अब सीधा सीने पर प्रहार किया है। आतंक का फन कुचलने की यही नीति है, यही रीति है। यही भारत है, नया भारत है।"
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नारळीकर को दी गई अंतिम विदाई, राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार

पुणे। में प्रख्यात खगोल वैज्ञानिक डॉ. जयंत नार्लीकर के अंतिम संस्कार में समाज के सभी वर्गों के लोग शामिल हुए। बुधवार को शहर में पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार पुणे के वैकुंठ विद्युत श्मशान घाट पर किया गया। इससे पहले दिन में, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने नार्लीकर द्वारा स्थापित संस्थान इंटर-यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स (IUCAA) में उनके पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की। पद्म विभूषण से सम्मानित 86 वर्षीय नार्लीकर का मंगलवार सुबह नींद में ही निधन हो गया। IUCAA, पड़ोसी राष्ट्रीय रेडियो खगोल भौतिकी केंद्र (NCRA), सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय और अन्य संस्थानों के छात्रों, शिक्षकों, शोधकर्ताओं और रंगमंच, साहित्य और कला सहित विभिन्न क्षेत्रों के लोगों ने उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी।
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PM मोदी ने आतंकवाद पर किया जमकर प्रहार, गरजे पाकिस्तान पर

  • बोले- "अब पाकिस्तान का असली चेहरा पूरी दुनिया को दिखाया जाएगा"
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीकानेर में आतंकवाद पर एक बार फिर जमकर प्रहार किया. उन्होंने कहा कि आतंकियों ने धर्म पूछकर हमारी बहनों की मांग का सिंदूर उजाड़ दिया था. वो गोलियां पहलगाम में चली थी लेकिन उन गोलियों से 140 करोड़ देशवासियों का सीना छलनी हुआ था. इसके बाद हमने एकजुट होकर संकल्प लिया था कि आतंकियों को मिट्टी में मिला देंगे. उन्हें कल्पना से भी बड़ी सजा देंगे. आज आपके आशीर्वाद से देश की सेना के शौर्य से हम सब उस पर खरे उतरे हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने सेना को खुली छूट दी और तीनों सेनाओं ने मिलकर ऐसा चक्रव्यूह रचा कि पाकिस्तान को घुटने टेकने के लिए मजबूर कर दिया. 22 तारीख के हमले के जवाब में हमने 22 मिनट में आतंकियों के नौ सबसे बड़े ठिकाने तबाह कर दिए.
उन्होंने कहा कि जो सिंदूर मिटाने निकले थे, उन्हें मिट्टी में मिला दिया. जो सोचते थे कि भारत चुप रहेगा, जो अपने हथियारों पर घमंड करते थे, आज वो मलबे के ढेर में दबे हुए हैं. मेरे प्यारे देशवासियों, ये शोध-प्रतिशोध का खेल नहीं, ये न्याय का नया स्वरूप है. ये ऑपरेशन सिंदूर है. ये सिर्फ आक्रोश नहीं है.
पीएम मोदी ने कहा कि एटम बम की गीदड़ भभकियों से भारत डरने वाला नहीं है. हम आतंक के आकाओं और आतंकी सरपरस्त सरकार को अलग-अलग नहीं देखेंगे. उन्हें एक ही मानेंगे. पाकिस्तान का ये स्टेट और नॉन स्टेट एक्टर वाला खेल अब नहीं चलेगा. आपने देखा होगा, पूरी दुनिया में पाकिस्तान की पोल खोलने के लिए हमारे देश के सात अलग-अलग प्रतिनिधिमंडल विश्वभर में पहुंच रहे हैं. इसमें देश के समस्त राजनीतिक दलों के लोग हैं. अब पाकिस्तान का असली चेहरा पूरी दुनिया को दिखाया जाएगा. पाकिस्तान भारत से कभी सीधी लड़ाई जीत भी नहीं सकता. जब भी सीधी लड़ाई होती है, तो बार-बार पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ती है. इसलिए पाकिस्तान ने आतंकवाद को भारत के खिलाफ लड़ाई का हथियार बनाया है. आजादी के बाद पिछले कई दशकों से यही चला आ रहा है. पाकिस्तान आतंक फैलाता था, निर्दोष लोगों की हत्या करता था. भारत में डर का माहौल बनाता था लेकिन पाकिस्तान एक बात भूल गया. अब मां भारती का सेवक मोदी यहां सीना तानकर खड़ा है. मोदी का दिमाग ठंडा है, ठंडा रहता है लेकिन लहू गर्म रहता है.
उन्होंने कहा कि हर आतंकी हमले की पाकिस्तान को भारी कीमत चुकानी पडे़गी और ये कीमत पाकिस्तान की सेना चुकाएगी, पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था चुकाएगी. जब मैं दिल्ली से यहां आया तो बीकानेर के नाल एयरपोर्ट पर उतरा. पाकिस्तान ने इस एयरबेस को भी निशाना बनाने की कोशिश की थी लेकिन वो इस एयरबेस को रत्तीभर भी नुकसान नहीं पहुंचा पाया और वहीं यहां से कुछ ही दूर सीमापार पाकिस्तान का रहमयार एयबेस है, पता नहीं कम खुलेगा. आईसीयू में पड़ा है. पाकिस्तान के साथ ना ट्रेड होगा, ना टॉक. अगर बात होगी तो पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की. पाकिस्तान को भारत के हक का पानी मिलेगा. भारतीयों के खून से खेलना, पाकिस्तान को भारी पड़ेगा. ये भारत का संकल्प है कि दुनिया की कोई ताकत हमें इस संकल्प से टिका नहीं सकती.
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PM मोदी ने 26 हज़ार करोड़ की विकास परियोजनाओं का किया शिलान्यास एवं उद्घाटन

  • कहा- "विकसित भारत बनाने का हमारा संकल्प और मजबूत हो रहा"
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज राजस्थान के बीकानेर दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने 26 हज़ार करोड़ रुपये से ज़्यादा की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया. इन परियोजनाओं की कुल लागत 26,000 करोड़ रुपए से ज्यादा है. पीएम मोदी सुबह करणी माता मंदिर में दर्शन के बाद अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत बने देशनोक रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया. यहीं से प्रधानमंत्री 103 अमृत स्टेशन राष्ट्र को समर्पित किया. साथ ही बीकानेर-मुंबई एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई. इसके अलावा सड़क, बिजली, पानी, रेल और अक्षय ऊर्जा से जुड़ी दर्जनों योजनाएं राष्ट्र को समर्पित किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "मैं यहां करणी माता का आशीर्वाद लेकर आपके बीच आया हूं. करणी माता के आशीर्वाद से विकसित भारत बनाने का हमारा संकल्प और मजबूत हो रहा है. थोड़ी देर पहले विकास से जुड़ी 26 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं का यहां शिलान्यास, लोकार्पण हुआ है. मैं इन परियोजनाओं के लिए देशवासियों को बधाई देता हूं."
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया 103 रेलवे स्टेशनों का उद्घाटन

  • आज से बीकानेर-मुंबई एक्सप्रेस ट्रेन दौड़ी
रायपुर/राजस्थान। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 मई 2025 को प्रातः 9:30 बजे वर्चुअल माध्यम से अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत देशभर के 103 पुनर्विकसित रेलवे स्टेशनों का उद्घाटन किया। इन स्टेशनों का उन्नयन यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से किया गया है। इस महत्वपूर्ण अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय अम्बिकापुर रेलवे स्टेशन में आयोजित उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल हुए।
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत देशभर में कुल 1337 स्टेशनों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है, जिनमें से 103 स्टेशन अब पूरी तरह तैयार हैं। इनमें छत्तीसगढ़ राज्य के 05 स्टेशन शामिल हैं, जिसमें बिलासपुर मंडल के अम्बिकापुर स्टेशन, रायपुर मंडल के उरकुरा भिलाई एवं भानुप्रतापपुर स्टेशन तथा नागपुर मंडल के डोंगरगढ़ स्टेशन शामिल हैं।
बता दें कि सुबह करीब साढ़े दस बजे बीकानेर एयरबेस पहुंचे। यहां से सीधे करणी माता मंदिर पहुंचे और पूजा-अर्चना की। इसके बाद देशनोक में राजस्थान के शूरवीरों की लगी प्रदर्शनी का अवलोकन किया। देशनोक रेलवे स्टेशन पर बीकानेर-मुंबई एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। यहां उन्होंने बच्चों से मुलाकात भी की।
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नेशनल हेराल्ड केस : ED का अदालत में बड़ा दावा, सोनिया और राहुल गांधी को पहुंचा 142 करोड़ रुपये का फायदा

नई दिल्ली। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की ओर से दाखिल प्रोसिक्यूशन कंप्लेंट यानी अभियोजन शिकायत पर आज सुनवाई हुई. यह मामला नेशनल हेराल्ड केस से जुड़ा है जिसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत अन्य नाम शामिल हैं.
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कोर्ट को बताया कि मामले में आरोपी सोनिया और राहुल गांधी ने अपराध की आय में 142 करोड़ रुपये का फायदा लिया. केंद्रीय एजेंसी का प्रतिनिधित्व कर रहे अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने कहा कि आरोपी "अपराध की आय का आनंद तब तक ले ले रहे थे जब तक कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नवंबर 2023 में नेशनल हेराल्ड से जुड़ी 751.9 करोड़ रुपये की संपत्तियों को जब्त नहीं कर लिया."
ईडी ने आगे दावा किया कि गांधी परिवार ने न केवल अपराध की आय हासिल करके मनी लॉन्ड्रिंग की, बल्कि उस आय को अपने पास रखकर भी इस अपराध को जारी रखा. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आगे दावा किया कि गांधी परिवार ने न केवल अपराध की आय हासिल करके मनी लॉन्ड्रिंग की, बल्कि उस आय को अपने पास रखकर भी इस अपराध को जारी रखा. ईडी ने बताया कि गांधी परिवार, सैम पित्रोदा, सुमन दुबे और अन्य के खिलाफ नेशनल हेराल्ड मामले में मनी लॉन्ड्रिंग का प्रथम दृष्टया मामला स्थापित हो चुका है.
इसके अलावा कोर्ट ने भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी की उस याचिका को मंजूरी दी, जिसमें उन्होंने चार्जशीट और अन्य दस्तावेजों की प्रति मांगी थी. मामले की सुनवाई के दौरान ईडी ने सबसे पहले यह दलील दी कि सरकारी मंजूरी की जरूरत क्यों नहीं है, क्योंकि उन्हें आशंका है कि बचाव पक्ष यह सवाल उठा सकता है.
ईडी की तरफ से एएसजी एस.वी. राजू ने कहा कि उन्होंने आरोप पत्र अधिकृत अधिकारी के माध्यम से दायर किया है, जो प्रवर्तन निदेशालय में सहायक निदेशक के पद पर हैं. उन्होंने एक सरकारी आदेश का हवाला भी दिया, जिसमें स्पष्ट है कि सरकार किसी अधिकारी को धारा 45 के तहत शिकायत दाखिल करने के लिए अधिकृत कर सकती है.
बचाव पक्ष के वरिष्ठ वकील एएम सिंघवी और आरएस चीमा ने कोर्ट से समय की मांग की. उनका कहना था कि उन्हें करीब 5000 पन्नों के दस्तावेज हाल ही में प्राप्त हुए हैं और मई का महीना अदालतों और वकीलों दोनों के लिए बेहद व्यस्त रहता है, इसलिए उन्हें तैयारी के लिए जून के अंत या जुलाई के पहले सप्ताह तक का समय दिया जाए.
इस पर कोर्ट ने कहा कि वह आज ईडी की शुरुआती दलीलें सुनना चाहती है और फिर मामले को जुलाई के पहले सप्ताह में आगे बढ़ाया जा सकता है. कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि यह मामला एमपी-एमएलए कोर्ट में है और नियमित सुनवाई आवश्यक है.
पहली शिकायत 2012 में दायर की गई थी. हालांकि, ईडी ने इस मामले की जांच मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत 2014 में शुरू की. यह तब हुआ जब एक ट्रायल कोर्ट ने स्वामी द्वारा 2012 में दायर एक निजी आपराधिक शिकायत के आधार पर आयकर जांच में अनियमितताओं का संज्ञान लिया. 2010 में, नेशनल हेराल्ड प्रकाशित करने वाली एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) में 1,057 शेयरधारक थे. स्वामी की शिकायत के अनुसार, गांधी परिवार ने यंग इंडियन लिमिटेड के माध्यम से एजेएल को धोखाधड़ी, आपराधिक दुरुपयोग और विश्वासघात के जरिए हासिल किया था.

 

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‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ ने बदला ओरछा और पुखरायां स्टेशन का स्वरूप

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 मई को करेंगे उद्घाटन
झांसी। भारत सरकार और रेल मंत्रालय की महत्वाकांक्षी ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के प्रथम फेज में चयनित और पुनर्विकसित स्टेशनों का लोकार्पण 22 मई को किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पुनर्विकसित 103 स्टेशनों का लोकार्पण संपन्न होगा। इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत झांसी रेल मंडल के भी दो स्टेशनों का पुनर्विकास किया गया है।
दरअसल, ओरछा और पुखरायां स्टेशन को विकसित भारत की संकल्पना को ध्यान में रखते हुए विकसित किया गया है। ओरछा रेलवे स्टेशन को 6.5 करोड़ रुपए की लागत से अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत विकसित किया गया है। इससे यहां के स्थानीय नागरिकों के साथ ही इस नगर में पूरी दुनिया से आने वाले पर्यटकों को आधुनिक सुविधाएं भी मिल सकेंगी। इस स्टेशन को ओरछा मंदिर की तर्ज पर डिजाइन किया गया है। यहां राजा राम और हनुमान जी की मूर्तियां भी स्थापित की गई हैं। यात्रियों की सुविधा और सुगम आवागमन के लिए सर्कुलेटिंग एरिया का विस्तार किया गया है। सर्कुलेटिंग एरिया की बाउंड्री वॉल पर रामायण के दृश्य को दर्शाया गया है। साइकिल और अन्य गाड़ियों के लिए अलग-अलग पार्किंग स्थल बनाए गए हैं।
इसके अलावा, यहां पर टिकटिंग के लिए आधुनिक और सुविधाजनक टिकट काउंटर बनाए गए हैं और एटीवीएम की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। यात्री प्रतीक्षालय को यात्रियों की सुविधा हेतु आधुनिक और आरामदायक बनाया गया है।
झांसी मंडल के डीआरएम दीपक कुमार सिन्हा ने बताया कि ओरछा और पुखरायां स्टेशन का पुनर्विकास किया गया है। यात्रियों की सुरक्षित और सुविधाजनक आवागमन के लिए यहां सभी जरूरी इंतजाम किए गए हैं। दिव्यांगजनों के लिए शौचालय और रैंप बनाए गए हैं। साथ ही अन्य यात्रियों के लिए पे-एंड-यूज टॉयलेट भी बनाए गए हैं। दोनों ही स्टेशनों में बदलाव दिखाई देगा, जो विकसित भारत की झलक को पेश करता है।
बता दें कि पुखरायां रेलवे स्टेशन को 7.22 करोड़ रुपए की लागत से विकसित किया गया है। इससे यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं मिल सकेंगी। इस पुनर्विकास कार्य के तहत स्टेशन के सर्कुलेटिंग क्षेत्र का विकास और जल निकासी में सुधार किया गया है। साथ ही मौजूदा स्टेशन भवन के अग्रभाग में सुधार के अतिरिक्त एक वीआईपी कक्ष का प्रावधान, प्रतीक्षालय में सुधार, कवर ओवर प्लेटफॉर्म और प्लेटफॉर्म सरफेसिंग का विस्तार किया गया है।
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