हिंदुस्तान

जम्मू कश्मीर का चुनाव तीन खानदानों और नौजवानों के बीच : PM मोदी

  • प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर में चुनाव प्रचार के दौरान विपक्ष को घेरा
जम्मू। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर में भाजपा उम्मीदवारों के लिए चुनाव प्रचार के दौरान परिवारवाद, आतंकवाद, पत्थरबाजी, कश्मीरी पंडित और अनुच्छेद 370 जैसे मुद्दे उठाये तथा विपक्ष को घेरने की कोशिश की।
केंद्रशासित प्रदेश में 18 सितंबर को पहले चरण के तहत 24 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा। पीएम मोदी ने यहां डोडा में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, "जम्मू-कश्मीर में होने वाला इस बार का चुनाव तीन खानदानों और जम्मू-कश्मीर के नौजवानों के बीच है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि एक खानदान कांग्रेस का है, एक नेशनल कॉन्फ्रेंस का और एक पीडीपी का। जम्मू-कश्मीर में इन तीन खानदानों ने मिलकर जनता के साथ जो किया है वह "किसी पाप से कम नहीं है"। उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल में यहां जो बदलाव आया है, वह किसी सपने से कम नहीं है। आतंकवाद अब अपनी अंतिम सांसे गिन रहा है। जम्मू-कश्मीर में होने वाला यह चुनाव यहां की किस्मत तय करेगा।
जम्मू-कश्मीर की पुरानी हालातों का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, "आप याद कीजिए वह समय, जब दिन ढलते ही यहां अघोषित कर्फ्यू लग जाता था। हालत ऐसे थे कि तब कांग्रेस की केंद्र सरकार के गृह मंत्री तक लाल चौक जाने से डरते थे। जो पत्थर पहले पुलिस और फौज पर फेंकने के लिए उठते थे, उन पत्थरों से आज नया जम्मू-कश्मीर बन रहा है।"
जम्मू-कश्मीर में मतदान तीन चरणों में होंगे। पहले चरण के लिए मतदान 18 सितंबर को, दूसरे चरण के लिए 25 सितंबर और तीसरे तथा अंतिम चरण के लिए 1 अक्टूबर को होगा। चुनाव परिणाम 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे। चुनाव आयोग के मुताबिक, केंद्रशासित प्रदेश में 90 निर्वाचन क्षेत्रों में 87.09 लाख मतदाता हैं। इनमें 42.6 लाख महिलाएं हैं। यहां पहली बार वोट देने वाले युवा मतदाताओं की संख्या 3.71 लाख है जबकि कुल 20.7 लाख युवा मतदाता हैं, जिनकी आयु 20 से 29 वर्ष के बीच है।
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कांग्रेस ने अशोक गहलोत सहित वरिष्ठ पर्यवेक्षक की नियुक्ति की

  • हरियाणा विधानसभा चुनाव
नई दिल्ली (एएनआई)। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पार्टी नेता अजय माकन और प्रताप सिंह बाजवा को आगामी हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए एआईसीसी के वरिष्ठ पर्यवेक्षक नियुक्त किया है, पार्टी की एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है। आम आदमी पार्टी (आप) के साथ सीट बंटवारे की व्यवस्था तक पहुंचने में विफल रहने के बाद, कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में 90 में से 89 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। पार्टी ने एक सीट भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के लिए छोड़ी है।
हरियाणा में सत्तारूढ़ भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद है। भाजपा पिछले दस वर्षों से राज्य में सत्ता में है और पिछले दो लगातार विधानसभा चुनाव जीत रही है। लेकिन इस बार पार्टी को कांग्रेस से कड़ी टक्कर मिल रही है। 2024 के लोकसभा चुनाव में, भाजपा और कांग्रेस ने राज्य की 10 सीटों में से पांच-पांच सीटें जीतीं हरियाणा में पांच अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कुल 1561 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया है।
हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पंकज अग्रवाल ने शुक्रवार को बताया कि विभिन्न राजनीतिक दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों के 1561 उम्मीदवारों ने 1747 नामांकन पत्र दाखिल किए हैं, जिनकी जांच की जा चुकी है। अग्रवाल ने बताया कि चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने वाले उम्मीदवार 16 सितंबर तक अपना नामांकन वापस ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि इस तिथि के बाद राज्य के 90 विधानसभा क्षेत्रों के उम्मीदवारों की अंतिम सूची प्रकाशित की जाएगी और उसी दिन संबंधित रिटर्निंग अधिकारियों द्वारा चुनाव चिन्ह भी आवंटित किए जाएंगे। 2014 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में 1351 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था, जबकि 2019 के विधानसभा चुनाव में यह संख्या 961 थी। हरियाणा में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान पांच अक्टूबर को होगा। जम्मू-कश्मीर में मतगणना के साथ ही आठ अक्टूबर को मतगणना होगी। (एएनआई)
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CM केजरीवाल ने पत्नी के साथ हनुमान मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की

नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शनिवार को कनॉट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर पहुंचे। उनके साथ पत्नी सुनीता केजरीवाल, पार्टी के तमाम नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पत्नी सुनीता केजरीवाल, पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, राज्यसभा सांसद संजय सिंह समेत अन्य आप नेताओं के साथ कनॉट प्लेस स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर में बजरंगबली के दर्शन-पूजन करने पहुंचे।
मंदिर पहुंचकर केजरीवाल ने पत्नी के साथ विधिवत रूप से बजरंगबली और शिवजी की पूजा की। मंदिर के पुजारी ने उन्हें एक गदा देकर चुन्नी उड़ाई। पूजा के बाद अरविंद केजरीवाल राजघाट जाएंगे। वे महात्मा गांधी के समाधि स्थल पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
शराब नीति केस में जमानत मिलने के बाद मनीष सिसोदिया और संजय सिंह ने भी इसी हनुमान मंदिर में बजरंगबली की पूजा की थी। अंतरिम जमानत के बाद 2 जून को सरेंडर करने से पहले भी केजरीवाल ने इसी मंदिर में बजरंगबली के दर्शन किए थे।
बता दें कि बीते शुक्रवार शाम को जेल से छूटने के बाद अरविंद केजरीवाल का आम आदमी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने ढोल नगाड़ों और आतिशबाजी के साथ स्वागत किया था। शुक्रवार शाम के वक्त काफी बारिश होने के बावजूद भी कार्यकर्ताओं की भीड़ देखने को मिल रही थी। रिपोर्ट के अनुसार, राजघाट के कार्यक्रम के बाद अरविंद केजरीवाल आम आदमी पार्टी के कार्यालय पहुंचेंगे और वहां पर अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे।
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सोनिया गांधी ने सीताराम येचुरी को अर्पित की श्रद्धांजलि

नई दिल्ली। सोनिया गांधी ने आज शनिवार को नई दिल्ली में गोल मार्केट स्थित सीपीआई (एम) मुख्यालय में सीताराम येचुरी को अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान वहां सीपीआई (एम) और कांग्रेस के कई दिग्गज नेता मौजूद रहे।
बता दें कि मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव और पूर्व सांसद सीताराम येचुरी का गुरुवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वह 72 साल के थे और दिल्ली एम्स में उनका इलाज चल रहा था, यहीं उन्होंने अंतिम सांस ली।
येचुरी को निमोनिया और फेफड़े में संक्रमण के बाद 19 अगस्त को एम्स में भर्ती कराया गया था। बाद में उन्हें आईसीयू में स्थानांतरित कर दिया गया था। वामपंथी नेता की हाल ही में मोतियाबिंद की सर्जरी भी हुई थी।
चेन्नई में 12 अगस्त 1952 को जन्मे येचुरी अगस्त 2005 से 2017 तक लगातार दो बार राज्यसभा के सदस्य रहे थे। वह अप्रैल 2015 से माकपा के महासचिव पद पर थे। इससे पहले 1992 से वह माकपा पोलित ब्यूरो के सदस्य और 1984 से माकपा की केंद्रीय समिति से सदस्य रहे थे। उनके निधन के बाद इंडी गठबंधन के अलग-अलग दलों के नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
उनके निधन पर शोक जताते हुए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा था, "सीताराम येचुरी जी एक मित्र थे। हमारे देश की गहरी समझ रखने वाले भारत के विचार के रक्षक थे।" उन्होंने एक्स पोस्ट में कहा था, "मैं हमारे बीच होने वाली लंबी चर्चाओं को याद करता हूं और दुख की इस घड़ी में उनके परिवार, दोस्तों और अनुयायियों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है।"
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लिखा था, "यह जानकर दुख हुआ कि सीताराम येचुरी का निधन हो गया है। वह एक अनुभवी सांसद थे और उनका निधन राष्ट्रीय राजनीति के लिए एक क्षति होगी। मैं उनके परिवार, दोस्तों और सहकर्मियों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।"
उल्लेखनीय है कि येचुरी ने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई की और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की। उनके परिवार में पत्नी सीमा चिश्ती येचुरी और दो बच्चे हैं। उन्होंने दिवंगत पार्टी नेता हरकिशन सिंह सुरजीत के मार्गदर्शन में सियासत में कदम रखा था। वह 2015 में प्रकाश करात के बाद माकपा महासचिव बने थे।
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प्रधानमंत्री आवास में एक नए सदस्य का हुआ शुभ आगमन

दिल्ली। प्रधानमंत्री आवास में एक नए सदस्य का शुभ आगमन हुआ है। X पर वीडियो पोस्ट कर मोदी ने लिखा, हमारे शास्त्रों में कहा गया है- गाव: सर्वसुख प्रदा:'। लोक कल्याण मार्ग पर प्रधानमंत्री आवास परिवार में एक नए सदस्य का शुभ आगमन हुआ है।
प्रधानमंत्री आवास में प्रिय गौ माता ने एक नव वत्सा को जन्म दिया है, जिसके मस्तक पर ज्योति का चिह्न है। इसलिए, मैंने इसका नाम 'दीपज्योति' रखा है।
दरअसल पीएम मोदी ने एक वीडियो साझा किया है, जिसमें वह गाय के बछड़े के साथ दिखाई दे रहे हैं। अपने पोस्ट में पीएम मोदी ने लिखा कि 'लोक कल्याण मार्ग पर प्रधानमंत्री आवास परिवार में एक नए सदस्य का शुभ आगमन हुआ है। प्रधानमंत्री आवास में प्रिय गौ माता ने एक नव वत्सा को जन्म दिया है, जिसके मस्तक पर ज्योति का चिह्न है। इसलिए, मैंने इसका नाम 'दीपज्योति' रखा है।'
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हिंदी सभी स्थानीय भाषाओं की सखी, पीएम ने वैश्विक मंचों पर भी हिंदी को बढ़ावा दिया : अमित शाह

नई दिल्ली। हिंदी दिवस के अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देश की जनता के नाम संदेश जारी किया। शुभकामानएं देते हुए बड़ी जानकारी दी कि राजभाषा विभाग आठवीं अनुसूची की सभी भाषाओं में हिंदी से अनुवाद के लिए एक पोर्टल ला रहा है।
केंद्रीय गृहमंत्री ने एक्स पोस्ट में लिखा, इस वर्ष हिंदी दिवस हमारे लिए इसलिए भी अधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि हिंदी को राजभाषा के रूप में स्वीकार किए जाने के बाद आज 75वें साल में ‘राजभाषा हीरक जयंती’ मनाई जाएगी। 75 वर्षों की यह यात्रा हिंदी के लिए, राजभाषा के लिए और सभी राज्यों की अपनी-अपनी भाषाओं के लिए महत्वपूर्ण रही है। हिंदी ने अनेक उतार-चढ़ाव देखे हैं। लेकिन आज हिंदी और किसी स्थानीय भाषा के बीच कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है। एक तरह से हिंदी सभी स्थानीय भाषाओं की सखी है। दोनों एक-दूसरे की पूरक हैं। गुजराती हो, मराठी हो, तेलुगु हो, मलयालम हो, तमिल हो या बंगाली हो, हर भाषा हिंदी को मजबूत करती है और हिंदी हर भाषा को मजबूत करती है।
उन्होंने कहा, "हिंदी आंदोलन को ध्यान से देखें तो राज गोपालाचार्य हों, महात्मा गांधी हों, सरदार वल्लभ भाई पटेल हों, लाला लाजपत राय हों, नेताजी सुभाष चंद्र बोस हों या आचार्य कृपलानी हों, सभी ऐसे क्षेत्रों से आए थे जहां हिंदी नहीं बोली जाती थी। फिर भी इन लोगों ने हिंदी को राजभाषा के रूप में मान्यता दिलाई। पिछले दस सालों में पीएम मोदी के नेतृत्व में हिंदी और स्थानीय भाषाओं को मजबूत करने के लिए काफी काम हुआ है। पीएम मोदी ने कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर हिंदी में संबोधित कर देश को ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के सामने गर्व से पेश किया है।"
उन्होंने कहा, "पिछले दस वर्षों में हमने कई स्थानीय भाषाओं को मजबूत करने के लिए कई प्रयास किए हैं। हमने हिंदी को सरकारी कामकाज का प्रमुख हिस्सा बनाने का प्रस्ताव दिया है। आने वाले दिनों में राजभाषा विभाग आठवीं अनुसूची की सभी भाषाओं में हिंदी से अनुवाद के लिए एक पोर्टल ला रहा है, जिसके माध्यम से हम बहुत ही कम समय में एआई की मदद से सभी भाषाओं में पत्रों और भाषणों का अनुवाद कर सकेंगे। इस पहल से हिंदी और स्थानीय भाषाओं को बहुत मजबूती मिलेगी।"
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लगातार दूसरे दिन VL-SRSAM मिसाइल का सफल परीक्षण

  • रक्षा मंत्री ने नौसेना और डीआरडीओ को दी बधाई
चांदीपुर (ओडिशा)। ओडिशा में लगातार दूसरे दिन वर्टिकल लॉन्च शॉर्ट रेंज सरफेस-टू-एयर मिसाइल (वीएल-एसआरएसएएम) का सफल परीक्षण किया गया। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय नौसेना ने ओडिशा के चांदीपुर एकीकृत परीक्षण रेंज (आईटीआर) से वीएल-एसआरएसएएम मिसाइल का लगातार दूसरी बार सफल परीक्षण किया। वर्टिकल लॉन्चर से दागी गई मिसाइल की मदद से तेज गति वाले हवाई लक्ष्य पर सटीक निशाना साधा गया। डीआरडीओ के मुताबिक, परीक्षण के दौरान हथियार प्रणाली वीएल-एसआरएसएएम ने सफलतापूर्वक लक्ष्य को ट्रैक किया और सटीक निशाना साधा।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वीएल-एसआरएसएएम के लगातार सफल उड़ान परीक्षणों के लिए डीआरडीओ, भारतीय नौसेना और संबंधित टीमों की सराहना की। उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीकों से लैस यह मिसाइल सशस्त्र बलों को और अधिक तकनीकी बढ़ावा देगी।
इसके अलावा, रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष ने वीएलएसआरएसएएम प्रणाली की लगातार दूसरे दिन सफलता मिलने पर उड़ान परीक्षणों में शामिल सभी टीमों को बधाई दी।
कल भी हुए थे परीक्षण-
इससे पहले, गुरुवार को मिसाइल के साथ-साथ चांदीपुर आईटीआर पर प्रॉक्सिमिटी फ्यूज और सीकर सहित रडार, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम (ईओटीएस) और टेलीमेट्री जैसे अपडेट किए गए हथियार प्रणाली का भी परीक्षण किया गया था। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वीएल-एसआरएसएएम की सफलता पर डीआरडीओ, भारतीय नौसेना और संबंधित टीमों की सराहना की थी।
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भाजपा ने राहुल गांधी के आरक्षण संबंधी बयान के खिलाफ किया प्रदर्शन

  • कांग्रेस ने बताया नौटंकी
मुंबई। राहुल गांधी के अमेरिका में आरक्षण को लेकर दिए बयान पर महाराष्ट्र भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को प्रदेशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया। महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि लोगों को राहुल गांधी की आरक्षण विरोध मानसिकता के बारे में बताने के लिए प्रदर्शन करना जरूरी है। वहीं कांग्रेस नेता बालासाहब थोराट ने भाजपा पर फर्जी खबरें फैलाने और नौटंकी करने का आरोप लगाया।
राहुल गांधी के बयान पर हुआ था विवाद
राहुल गांधी इन दिनों अमेरिका दौरे पर हैं। हाल ही में अमेरिका के जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय के छात्रों से बातचीत में राहुल गांधी ने कहा था कि भारत जब एक निष्पक्ष जगह होगी तो कांग्रेस आरक्षण खत्म करने के बारे में विचार करेगी। हालांकि राहुल गांधी ने ये भी कहा कि भारत फिलहाल अभी निष्पक्ष जगह नहीं बना हैं। वाशिंगटन में नेशनल प्रेस क्लब में मीडिया से बात करते हुए राहुल गांधी ने ये भी आरोप लगाया कि पिछले 10 वर्षों से भारत में लोकतंत्र कमजोर था, लेकिन अब यह वापस मजबूती से लड़ रहा है।
भाजपा का प्रदेशव्यापी विरोध प्रदर्शन
भाजपा ने राहुल गांधी की इसी कथित 'आरक्षण विरोधी' टिप्पणी के खिलाफ राज्यव्यापी प्रदर्शन की घोषणा की। छत्रपति संभाजीनगर में महाराष्ट्र के आवास मंत्री अतुल सावे के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने हाथों में तख्तियां लेकर राहुल गांधी के खिलाफ नारे लगाए। मुंबई में विरोध प्रदर्शन के दौरान, भाजपा की दहिसर सीट से विधायक मनीषा चौधरी ने दावा किया कि कांग्रेस दिवंगत प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू से लेकर राहुल गांधी तक आरक्षण का विरोध करती रही है। उन्होंने कहा कि गांधी का 'आरक्षण विरोधी' रुख उजागर हो गया है। 
कांग्रेस ने भाजपा के प्रदर्शन को बताया नौटंकी
वहीं कांग्रेस ने भाजपा के विरोध प्रदर्शन की आलोचना की। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बालासाहब थोराट ने भाजपा पर फर्जी खबरें फैलाने और नौटंकी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि गांधी ने अपनी टिप्पणी में कभी नहीं कहा कि आरक्षण खत्म कर दिया जाएगा। थोराट ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर साझा एक पोस्ट में लिखा, 'भाजपा नेता किस लिए विरोध कर रहे हैं? उन्हें जानकारी को सत्यापित करने की भी आवश्यकता महसूस नहीं होती। लेकिन लोग उनके झूठे बयानों से प्रभावित नहीं होंगे। लोग जानते हैं कि यह भाजपा ही है जो संविधान विरोधी और आरक्षण विरोधी है।'
भाजपा नेता के बयान पर कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन
राहुल गांधी ने अमेरिका दौरे पर सिख समुदाय को लेकर भी टिप्पणी की थी, जिस पर भी विवाद हुआ था। राहुल गांधी ने कहा था कि 'भारत में सिख समुदाय के बीच इस बात की चिंता है कि उन्हें पगड़ी, कड़ा पहनने का इजाजत मिलेगी या नहीं? क्या वे गुरुद्वारे जा पाएंगे? यह चिंता सिर्फ सिखों की नहीं बल्कि सभी धर्मों की है।'
राहुल गांधी के इस बयान के खिलाफ भाजपा नेताओं ने बुधवार को सोनिया गांधी के दिल्ली स्थित आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान भाजपा नेता तरविंदर सिंह मारवाह ने कथित तौर पर राहुल गांधी को जान से मारने की धमकी दी। भाजपा नेता की इस धमकी के विरोध में शुक्रवार को नागपुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान जमकर हंगामा हुआ। 
 
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CM केजरीवाल को जमानत मिलने पर आप नेता खुश

  • आतिशी ने कहा- सत्यमेव जयते
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट ने आबकारी नीति मामले से जुड़े कथित घोटाले के मामले में जमानत दे दी है। उनके शुक्रवार को जेल से बाहर आने की खबर है। जिसके बाद वह आम लोगों से संवाद करेंगे।
सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले पर खुशी जताते हुए आम आदमी पार्टी सांसद राघव चड्ढा ने अरविंद केजरीवाल के जेल से बाहर आने पर खुशी जताई है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म के अपनें हैंडल पर लिखा, “बाहर आने पर आपका स्वागत। हमने आपको मिस किया। सत्य परेशान हो सकता है मगर पराजित नहीं! अंततः माननीय सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली के बेटे अरविंद केजरीवाल को जेल की बेड़ियों से आजाद करने का फैसला सुना दिया है। माननीय सुप्रीम कोर्ट का शुक्रिया!”
दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, “सत्यमेव जयते.. सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं।” वहीं मनीष सिसोदिया ने अपने एक्स हैंडल पर अरविंद केजरीवाल की तिरंगा हाथ में पकड़े एक फोटो शेयर करते हुए लिखा, “झूठ और साज़िशों के खिलाफ लड़ाई में आज पुनः सत्य की जीत हुई है। एक बार पुनः नमन करता हूं बाबा साहेब अंबेडकर जी की सोच और दूरदर्शिता को, जिन्होंने 75 साल पहले ही आम आदमी को किसी भावी तानाशाह के मुकाबले मजबूत कर दिया था।”
बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आबकारी नीति मामले से जुड़े कथित घोटाले के मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है। उन्हें 10-10 लाख रुपए के दो मुचलके जमा करने के बाद सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली है। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने इस केस को लेकर सार्वजनिक टिप्पणी करने पर रोक लगाई है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि मुकदमे में केजरीवाल सहयोग करें। केजरीवाल को सीबीआई वाले केस में भी जमानत पहले ही मिल चुकी है। केजरीवाल मामले में सुनवाई करते हुए दोनों जजों ने अलग-अलग बातें रखी है।
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देश के सर्वोच्च न्यायालय की बड़ी टिप्पणी

  • कहा- सीबीआई को दिखाना होगा कि अब वह पिंजरे में बंद तोता नहीं रहा
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली शराब घोटाले मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शुक्रवार को जमानत दे दी. लेकिन 11 साल बाद एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को पिंजरे में बंद तोते की याद दिला दी. केजरीवाल को जमानत देते हुए जस्टिस भुइयां ने कहा कि सीबीआई को पिंजड़े में बंद तोते की छवि से बाहर आना होगा और दिखाना होगा कि अब वह पिंजरे में बंद तोता नहीं रहा.
ये टिप्पणी इसलिए भी अहम हो जाती है, क्योंकि ठीक 11 साल और 4 महीने पहले भी सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को तोते की याद दिलाई थी. उस समय सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को 'पिंजरे में बंद तोता' बताया था. 9 मई 2013 को सुप्रीम कोर्ट ने कोयला ब्लॉक आवंटन घोटाले मामले में सीबीआई जांच की प्रोग्रेस रिपोर्ट में सरकार के हस्तक्षेप पर कड़ी नाराजगी जताते हुए सरकार और सीबीआई दोनों को कड़ी फटकार लगाई थी. कोर्ट ने कहा था कि सीबीआई पिंजरे में बंद ऐसा तोता बन गई है, जो अपने मालिक की बोली बोलता है.
जस्टिस आर एम लोढ़ा की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा था कि सीबीआई पिंजड़े में बंद तोते की तरह है, जो अपने मालिक के सुर में सुर मिलाता है. इस पीठ में जस्टिस मदन बी लोकुर और जस्टिस कुरियन जोसेफ भी थे. पीठ ने तीन घंटे तक सीबीआई निदेशक रंजीत सिन्हा के 9 पन्नों के हलफनामे पर गौर करने के बाद यह टिप्पणी की थी.
सीबीआई को तोता कहने वाली सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी पर सीबआई निदेशक रंजीत सिन्हा ने सहमति जताई थी. कोर्ट की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर सीबीआई निदेशक ने कहा था कि कोर्ट ने जो कहा, सही कहा. सुप्रीम कोर्ट की यह टिप्पणी सीबीआई निदेशक रंजीत सिन्हा की ओर से दाखिल दूसरे हलफनामे पर आई थी. इस हलफनामे में कहा गया था कि उस समय के केंद्रीय कानून मंत्री अश्विनी कुमार, प्रधानमंत्री कार्यालय और कोयला मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने कोयला ब्लॉक आवंटन की जांच रिपोर्ट में खास बदलाव किए थे.
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मंडी में कथित अवैध मस्जिद निर्माण को लेकर विरोध प्रदर्शन

मंडी (एएनआई)। हिंदू संगठनों ने शुक्रवार को मंडी में कथित तौर पर अवैध रूप से निर्मित मस्जिद के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। जब भीड़ ने बैरिकेड्स हटाने की कोशिश की, तो पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारें कीं। मस्जिद प्रशासन द्वारा कथित तौर पर अनधिकृत परिसर के कुछ हिस्सों को ध्वस्त करने के बाद भी हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था। मंडी में जेल रोड पर प्रदर्शनकारियों की बड़ी भीड़ जमा हो गई और कथित अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हु।
ए राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इससे पहले, हिमाचल प्रदेश पुलिस ने शुक्रवार को मंडी में जेल रोड इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी और बैरिकेड्स लगा दिए। मंडी की पुलिस अधीक्षक साक्षी वर्मा के अनुसार, किसी संगठन द्वारा बुलाई गई सभा की सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बढ़ा दी गई। यह विरोध प्रदर्शन बुधवार को शहर के संजौली इलाके में एक मस्जिद के अवैध निर्माण को लेकर हुए विरोध प्रदर्शनों के बाद हुआ। वर्मा ने कहा कि शहर भर में करीब 300 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया और मंडी शहर के प्रवेश द्वार पर पुलिस नाके लगाए गए। एसपी वर्मा ने कहा, "कानून-व्यवस्था बनाए रखी जाएगी। विभिन्न स्रोतों से हमें जानकारी मिली है कि कुछ संगठनों ने यहां एकत्र होने का आह्वान किया है।
300 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है और मंडी शहर के प्रवेश द्वार पर पुलिस नाके लगाए गए हैं। निषेधाज्ञा के उल्लंघन पर 163 बीएनएस के तहत कार्रवाई की जाएगी।" हालांकि, भाजपा प्रवक्ता चेतन ब्रगटा ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग करने के लिए पुलिस की आलोचना की, "हिमाचल की कांग्रेस सरकार द्वारा हिंदुओं पर एक और बेशर्म हमला, इस बार मंडी में। पहले शिमला, अब यह- लोगों को दबाने के लिए पानी की बौछारें और बल का प्रयोग। यह सरकार आखिर क्या हासिल करना चाहती है?" इससे पहले आज पुलिस ने शिमला में मस्जिद के कथित अवैध निर्माण को लेकर संजौली में बुधवार को हुए विरोध प्रदर्शन का पथराव करने वाला वीडियो जारी किया। अब तक आठ एफआईआर दर्ज की गई हैं और विरोध प्रदर्शन में छह पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिनमें एक महिला पुलिस अधिकारी भी शामिल है, जिसकी रीढ़ की हड्डी टूट गई है और वह गंभीर हालत में है। इससे पहले बुधवार को प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेडिंग की पहली परत हटा दी और अपने विरोध मार्च के दौरान ढली टनल ईस्ट पोर्टल में प्रवेश करते समय सुरक्षा बलों के साथ भिड़ गए। शिमला के संजौली इलाके की ओर बढ़ रहे प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस कर्मियों ने पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया और लाठीचार्ज किया। (एएनआई)
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वंदे भारत ट्रेन में अब तक 3 करोड़ से ज्यादा यात्रियों ने किया सफर

नई दिल्ली। स्वदेशी भारतीय ट्रेन वंदे भारत में शुरुआत से लेकर 20 अगस्त तक करीब 3.17 करोड़ लोग यात्रा कर चुके हैं। रेलवे प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, मौजूदा समय में 54 वंदे भारत ट्रेन देश में चल रही हैं और 20 अगस्त तक 35,428 फेरों में 3.17 करोड़ यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचा चुकी हैं।
वंदे भारत ट्रेन फरवरी, 2019 को शुरू की गई। वंदे भारत ट्रेन का नेटवर्क देश के 280 जिलों और 24 राज्यों में फैला हुआ है। वित्त वर्ष 2023-24 में वंदे भारत ट्रेनों ने पृथ्वी के 310 चक्कर लगाने जितनी यात्रा की थी।
दक्षिण सेंट्रल रेलवे के मुख्य पब्लिक रिलेशन ऑफिसर ए श्रीधर ने कहा कि वंदे भारत ट्रेनों के नेटवर्क में लगातार विस्तार किया जा रहा है और नई ट्रेनों को जोड़ा जा रहा है। भारत में 'मेक इन इंडिया' पहल के तहत विकसित हुई वंदे भारत एक्सप्रेस लग्जरी अनुभव के साथ लाखों लोगों को किफायती सफर उपलब्ध कराती है।
तेज रफ्तार के साथ एडवांस सेफ्टी फीचर और विश्व स्तरीय सुविधाओं के साथ रेलवे ने यात्रा के लिए नए बेंचमार्क तय किए हैं। रेलवे अथॉरिटी की ओर से बताया गया कि यह सेमी-स्पीड ट्रेन, भारत के आधुनिक और वर्ल्ड क्लास ट्रेन के परिदृश्य को दिखाता है।
देश में पहली वंदे भारत ट्रेन को 15 फरवरी, 2019 को नई दिल्ली से वाराणसी के बीच शुरू किया गया। देश में फिलहाल वंदे भारत केवल चेयरकार श्रेणी में ही चल रही है। इस महीने की शुरुआत में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आईएएनएस को बताया था कि वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का ट्रायल अगले डेढ़ से दो महीने में शुरू हो जाएगा। यह ट्रेन सर्विस में तीन महीने के बाद आ जाएगी।
उन्होंने बताया, "वंदे भारत स्लीपर, वंदे चेयर, वंदे मेट्रो और अमृत भारत। यह चार ट्रेन आने वाले समय में हमारे देशवासियों को एक अच्छी सर्विस देंगी। ट्रेनों में अनुभव के हिसाब से कई बदलाव किए गए हैं। वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में बर्थ को सुरक्षित करने के लिए जंजीर को हटाकर नया मैकेनिज्म लाया गया है। शौचालय की सुविधा को लेकर विशेष ध्यान रखा गया है। ड्राइवर की केबिन पर ध्यान दिया गया है।"
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इंदौर की घटना पर राहुल गांधी का सवाल, जिम्मेदारी से कब तक आंख चुराएंगे?

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के इंदौर में सेना के ट्रेनी अधिकारी से लूटपाट और उनकी महिला मित्र से कथित गैंगरेप मामले को लेकर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भाजपा पर निशाना साधा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा शासित राज्यों की कानून व्यवस्था लगभग अस्तित्वहीन है और महिलाओं के खिलाफ दिन-प्रतिदिन बढ़ते अपराधों पर भाजपा सरकार का नकारात्मक रवैया अत्यंत चिंताजनक है। राहुल गांधी ने भाजपा सरकार पर वार करते हुए पूछा कि देश की आधी आबादी की रक्षा की जिम्मेदारी से कब तक आंख चुराएंगे?
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ''मध्य प्रदेश में सेना के दो जवानों के साथ हिंसा और उनकी महिला साथी के साथ दुष्कर्म पूरे समाज को शर्मसार करने के लिए काफी है। भाजपा शासित राज्यों की कानून व्यवस्था लगभग अस्तित्वहीन है और महिलाओं के खिलाफ दिन-प्रतिदिन बढ़ते अपराधों पर भाजपा सरकार का नकारात्मक रवैया अत्यंत चिंताजनक है।'' उन्होंने आगे लिखा, ''अपराधियों की ये निर्भीकता प्रशासन की पूर्ण नाकामी का परिणाम है और इस कारण देश में पनपता असुरक्षित वातावरण भारत की बेटियों की स्वतंत्रता, उनकी आकांक्षाओं पर बंदिश है। समाज और सरकार दोनों शर्मिंदा हों और गंभीरता से विचार करें, देश की आधी आबादी की रक्षा की जिम्मेदारी से कब तक आंख चुराएंगे।''
वहीं, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी इंदौर की घटना को लेकर सोशल मीडिया पर आक्रोश जाहिर किया। उन्होंने एक्स पोस्ट में लिखा, ''मध्य प्रदेश में सेना के अधिकारियों को बंधक बनाकर महिला से गैंगरेप एवं उत्तर प्रदेश में हाईवे पर एक महिला का निर्वस्त्र शव मिलने की घटनाएं दिल दहलाने वाली हैं। देश में हर दिन 86 महिलाएं बलात्कार और बर्बरता की शिकार हो रही हैं। घर से लेकर बाहर तक, सड़क से लेकर दफ्तर तक, महिलाएं कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं। देश की आधी आबादी ना सिर्फ असुरक्षित है, बल्कि ऐसी बर्बरताओं की वजह से हर दिन करोड़ों महिलाओं का हौसला टूटता है। महिलाओं की सुरक्षा को लेकर प्रधानमंत्री जी बड़ी-बड़ी बातें तो करते हैं, लेकिन देशभर की महिलाएं अब भी अपनी सुरक्षा के लिए एक गंभीर प्रयास का इंतजार कर रही हैं। यह इंतजार आखिर कब खत्म होगा?''
मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने एक्स पर लिखा, ''किसान, महिला और जवान, मध्य प्रदेश को बना दिया है, इनके लिए श्मशान। महू में सैन्य अधिकारियों को बंदी बनाकर उनकी साथी के साथ बलात्कार की घटना बहुत पीड़ादायक है। विडंबना देखिए कि जो जवान सीमा पर देश की सुरक्षा करता है, वही आज मध्य प्रदेश में सुरक्षित नहीं है। इससे ज़्यादा शर्मनाक बात क्या होगी? मुख्यमंत्री ने मध्य प्रदेश को अपराध प्रदेश बना दिया है, जहां महिला, दलित, आदिवासी, जवान, किसान, सब पर अत्याचार हो रहा है।''
बता दें कि इंदौर के महू में दो ट्रेनी आर्मी जवान अपनी दो महिला मित्रों के साथ फायरिंग रेंज पर पिकनिक के लिए निकले थे। इस दौरान करीब छह बदमाशों ने चारों को बंधक बनाया और मारपीट कर उनसे लूटपाट की। इतना ही नहीं बदमाशों ने उनसे 10 लाख रुपये की डिमांड भी की। इसी दौरान बदमाशों ने एक महिला जवान और उसके साथी को बंधक बना लिया। जबकि, दूसरे जवान और उसकी महिला साथी को पैसे लेने के लिए भेज दिया। आरोप है कि एक महिला साथी से बंदूक की नोक पर गैंगरेप भी किया गया। पुलिस ने वारदात में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
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CM केजरीवाल की जमानत याचिका पर सुप्रीम कोर्ट कल सुनाएगा फैसला

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट कल शुक्रवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जमानत याचिका पर फैसला सुनाएगा। केजरीवाल ने कथित शराब नीति घोटाले से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की ओर से उनकी गिरफ्तारी को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।
सुप्रीम कोर्ट वेबसाइट पर प्रकाशित वाद सूची के अनुसार, जस्टिस सूर्यकांत की अध्यक्षता वाली पीठ 13 सितंबर को अपना फैसला सुनाएगी। पिछले हफ्ते, जस्टिस उज्ज्वल भुइयां की सदस्यता वाली पीठ ने केजरीवाल की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी और सीबीआई की ओर से अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल (एएसजी) एसवी राजू की दलीलें सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। सुनवाई के दौरान सिंघवी ने कहा था कि सीबीआई ने अरविंद केजरीवाल को एफआईआर दायर होने के बाद दो साल तक गिरफ्तार नहीं किया, लेकिन मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उनकी रिहाई को रोकने के लिए जल्दबाजी में "बीमा गिरफ्तारी" की।
उन्होंने कहा था कि सीबीआई ने केजरीवाल को "उनके असहयोग और टालमटोल वाले जवाब" के लिए गिरफ्तार किया, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के कई फैसले हैं, जिनमें कहा गया है कि जांच में सहयोग करने का मतलब यह नहीं होना चाहिए कि आरोपी खुद को दोषी ठहराए और कथित अपराधों को कबूल करे।
सिंघवी ने कहा था कि दिल्ली के मुख्यमंत्री के पद पर आसीन संवैधानिक पदाधिकारी केजरीवाल ने जमानत देने के लिए ट्रिपल टेस्ट को पूरा किया है। उनके भागने का खतरा नहीं है, वह जांच एजेंसी के सवालों का जवाब देने के लिए आएंगे और दो साल बाद लाखों पन्नों के दस्तावेजों और डिजिटल सबूतों से छेड़छाड़ नहीं कर सकते। दूसरी ओर, केंद्रीय एजेंसी को आशंका है कि केजरीवाल की रिहाई से कई गवाह अपने बयान से पलट जाएंगे और इसलिए उसने सुप्रीम कोर्ट से उन्हें जमानत पर रिहा न करने का आग्रह किया।
एएसजी राजू ने कहा था कि गोवा विधानसभा चुनाव में आप की तरफ से मैदान में उतरने वाले कई उम्मीदवार केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद ही केंद्रीय एजेंसी के समक्ष अपना बयान देने के लिए आगे आए। उन्होंने तर्क दिया था, "यदि आप केजरीवाल को जमानत पर रिहा करते हैं, तो वे (गवाह) अपने बयान से पलट जाएंगे। केजरीवाल की जमानत याचिका को ट्रायल कोर्ट में वापस भेजा जाना चाहिए और उन्हें पहली बार में ही दिल्ली हाईकोर्ट में जमानत के लिए याचिका नहीं दायर करनी चाहिए थी।"
एएसजी ने कहा था कि गिरफ्तारी जांच का एक हिस्सा है और आम तौर पर किसी जांच अधिकारी को गिरफ्तारी के लिए अदालत से किसी अनुमति की जरूरत नहीं होती है। लेकिन, वर्तमान मामले में, अदालत ने (गिरफ्तारी करने का) अधिकार देने का आदेश दिया था। जब अदालत के आदेश के अनुसार गिरफ्तारी की जाती है, तो कोई आरोपी मौलिक अधिकारों के उल्लंघन की दलील नहीं दे सकता।
बता दें कि हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने आबकारी नीति मामले में वरिष्ठ आप नेता और दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, बीआरएस नेता के. कविता और आप के पूर्व संचार प्रभारी विजय नायर को जमानत दी थी। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने 12 जुलाई को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सीएम केजरीवाल को अंतरिम जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया था। हालांकि, उनकी रिहाई से पहले ही सीबीआई ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था।
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भारत के मुख्य न्यायाधीश के घर पहुंचे PM मोदी, भड़के इस पार्टी के नेता

मुंबई। शिवसेना (UBT) अब भारत के मुख्य न्याधीश (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ की निष्पक्षता पर सवाल उठा रही है। पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने तो सीजेआई को शिवसेना से जुड़े मामले से अलग होने की नसीहत तक दे दी है। राउत ने सवाल ऐसे समय पर उठाए हैं, जब एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीजेआई के आवास पर पहुंचे थे और गणेश पूजा में शामिल हुए थे। इसके अलावा कई वकीलों ने भी इस मीटिंग पर सवाल उठाए। जबकि, भारतीय जनता पार्टी ने इसे सिर्फ पूजा में शामिल होना करार दिया है।
पीएम मोदी ने इससे जुड़ी तस्वीर भी सोशल मीडिया पर शेयर की है। उन्होंने लिखा, 'सीजेआई न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ जी के आवास पर गणेश पूजा में शामिल हुआ। भगवान श्री गणेश हम सभी को सुख, समृद्धि और अद्भुत स्वास्थ्य प्रदान करें।'
राउत ने पीएम मोदी के सीजेआई के घर जाने पर सवाल उठाए हैं। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, उन्होंने कहा, 'देखिए, यह गणपति जी का त्योहार है। प्रधानमंत्री अब तक कितने लोगों के घर गए हैं? मुझे जानकारी नहीं है। दिल्ली में कई स्थानों पर गणेश त्योहार मनाया जाता है, लेकिन प्रधानमंत्री मुख्य न्यायाधीश के घर पर गए और प्रधानमंत्री और मुख्य न्यायाधीश ने साथ मिलकर आरती की।'
उन्होंने कहा, 'भगवान के बारे में हमें इतना पता है कि अगर संविधान के रक्षक इस तरह से राजनेताओं से मिलेंगे, तो लोगों को शक होगा।' उन्होंने कहा कि एक केस में पार्टी प्रधानमंत्री को मुख्य न्यायाधीश के साथ ऐसे करीबी होकर बात नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा, 'बीते 3 सालों से एक के बाद एक तारीखें दी जा रही हैं। एक अवैध सरकार चल रही है।' उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और शिवसेना को तोड़े जाने पर सवाल उठाए हैं।
राउत ने सीजेआई चंद्रचूड़ को महाराष्ट्र सरकार से जुड़े केस से हटने की सलाह दी है। राउत ने कहा, 'मुझे ऐसा लगता है कि ऐसी परंपरा है कि ऐसे मामलों में अगर जज और पार्टी का कोई संबंध होता है, तो वह खुद के केस से अलग कर लेते हैं। अब मुझे लगता है कि चंद्रचूड़ साहब को खुद को इससे अलग कर लेना चाहिए।' शिवसेना (UBT) नेता सुनील प्रभु ने महाराष्ट्र विधानसभा स्पीकर राहुल नार्वेकर के फैसले को चुनौती दी है।
शिवसेना (UBT) की प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने लिखा, 'ठीक है, त्योहार के बाद उम्मीद है कि सीजेआई महाराष्ट्र पर सुनवाई और महाराष्ट्र में संविधान के अनुच्छेद 10 के उल्लंघन पर सुनवाई को ठीक समझेंगे। अरे, लेकिन चुनाव तो बस आ ही गए, ये अगले दिन के लिए स्थगित की जा सकती है।'
एडवोकेट प्रशांत भूषण ने भी पीएम मोदी के सीजेआई के आवास पर जाने पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा, 'हैरानी है कि सीजेआई चंद्रचूड़ ने निजी मुलाकात के लिए मोदी को उनके घर आने दिया। इससे न्यायपालिका के लिए बुरे संकेत मिलते हैं। न्यायपालिका, जिसपर कार्यपालिका से नागरिकों के अधिकारों की सुरक्षा की जिम्मेदारी है और यह सुनिश्चित करती है कि सरकार संविधान के दायरे में रहकर काम करे। यही वजह है कि कार्यपालिका और न्यायपालिका में दूरी होनी चाहिए।'
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता बीएल संतोष ने पीएम मोदी के सीजेआई के आवास पर जाने के विरोधियों पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने लिखा, 'रोना शुरू हो गया!!! इन वामपंथी उदारवादियों के लिए शिष्टाचार, सौहार्द, एकजुटता, देश की यात्रा में सहयात्री, ये सब अभिशाप हैं। यह सामाजिक मिलना-जुलना नहीं था, गणपति पूजा को पचा पाना बहुत मुश्किल है।'
उन्होंने एडवोकेट इंदिरा जयसिंह पर सवाल उठाए थे। जयसिंह ने सीनियर एडवोकेट कपिल सिब्बल को टैग कर SCBA से इस मुलाकात की सार्वजनिक रूप से निंदा करने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि इसके चलते सीजेआई की स्वतंत्रता पर से भरोसा उठ गया है।
भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, 'गणेश पूजा में शामिल होना कोई अपराध नहीं है। शुभ समारोहों, शादियों, कार्यक्रमों में कई मौकों पर न्यायपालिका और राजनेता मंच साझा करते हैं। लेकिन अगर प्रधानमंत्री सीजेआई के घर पर इसमें शामिल होते हैं, तो उद्धव सेना के सांसद CJI और सुप्रीम कोर्ट की अखंडता पर सवाल उठाते हैं। कांग्रेस ईकोसिस्टम सुप्रीम कोर्ट पर ऐसे हमले करता है, जैसे राहुल गांधी ने पूर्व में किए थे। यह न्यायालय की शर्मनाक अवमानना और न्यायपालिका का अपमान है।'
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फर्जी पासपोर्ट पर भारत में रह रहा तिब्बती नागरिक गिरफ्तार

  • साइबर जालसाज को देता था बैंक खाते
  • भारत में अपना नाम बदलकर रह रहा था
ग्रेटर नोएडा। एसटीएफ गौतमबुद्ध नगर की टीम ने फर्जी दस्तावेज के जरिए भारतीय पासपोर्ट बनवाकर साइबर फ्रॉड करने वाले एक तिब्बती नागरिक को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। आरोपी भारत में अपना नाम बदलकर रह रहा था। आरोपी भारतीय पासपोर्ट के जरिए विदेशों में आता जाता था। वह साइबर अपराधियों के साथ मिलकर करोड़ों की साइबर ठगी भी कर चुका है।
तिब्बती नागरिक ने फर्जी दस्तावेज का इस्तेमाल कर भारतीय नाम चंद्रा ठाकुर रखा और इसी नाम से पासपोर्ट भी बनवाया था। एसटीएफ अधिकारियों के मुताबिक, 11 सितंबर को एसटीएफ ने आरोपी छीन्जों थारचिंन उर्फ चंद्रा ठाकुर उर्फ तंजीम को दिल्ली के द्वारका में उसके फ्लैट से गिरफ्तार किया है
एसटीएफ के मुताबिक, उसके पास से पासपोर्ट, एक फर्जी वोटर आईडी कार्ड, एक पैन कार्ड, एक आधार कार्ड, दो एटीएम कार्ड, एक कंबोडिया का सिम कार्ड, दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं। एसटीएफ टीम ने बताया है कि कुछ दिनों से एसटीएफ को विदेशी नागरिकों द्वारा फर्जी दस्तावेजों के जरिए भारतीय नागरिकता के दस्तावेज तैयार कर पासपोर्ट आदि बनाने की सूचनाएं प्राप्त हो रही थीं।
एसटीएफ ने द्वारका में रह रहे चंद्रा ठाकुर को पूछताछ के लिए एसटीएफ ऑफिस बुलाया था। गहन पूछताछ में आरोपी के खिलाफ साइबर फ्रॉड के लिए बैंक खाते विदेशी नागरिकों को उपलब्ध कराने के सबूत मिले। आरोपी चंद्रा ठाकुर के तिब्बती नागरिक होने की पहचान को छिपाते हुए पश्चिमी बंगाल से फर्जी दस्तावेज तैयार करके फर्जी पासपोर्ट बनाने के साक्ष्य भी एसटीएफ के हाथ लगे। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
एसटीएफ के मुताबिक, वह 14 साल की उम्र में भागकर तिब्बत आ गया। जहां से वह 50-60 लोगों के ग्रुप के साथ नेपाल आया और लगभग 3 माह काठमांडू के रिफ्यूजी सेंटर में रहा। वहां से दिल्ली के बुद्ध विहार रिफ्यूजी सेंटर आया। करीब एक माह बाद उसने हिमाचल प्रदेश के एक स्कूल में पढ़ाई शुरू की और लगभग 3 वर्ष पढ़ाई करने के बाद दिल्ली भाग आया था।
उसके बाद धर्मशाला एवं दिल्ली के विभिन्न रेस्टोरेंट में चार साल तक काम किया। आरोपी साल 2008 में मजनू का टीला (दिल्ली) में आकर रहने लगा। वह नेपाल से चाइनीज इलेक्ट्रॉनिक सामान वहां से लाकर चोरी छिपे दिल्ली के मार्केट में बेचने लगा। धीरे-धीरे इसे चाइनीज भाषा का भी अच्छा ज्ञान हो गया। साल 2010-11 में फेसबुक पर एक महिला से दोस्ती करने के बाद गंगटोक (सिक्किम) आ गया और एक होटल में कुक का काम करने लगा।
यहीं पर इसकी मुलाकात दार्जिलिंग में होटल चलाने वाले एक लड़के से हो गई। फिर वह दार्जिलिंग आकर रहने लगा। दार्जिलिंग में रहते हुए उसने चंद्रा ठाकुर के नाम से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड बनवाया। इसके बाद उसने चंद्र ठाकुर के नाम से साल 2013 में भारतीय पासपोर्ट हासिल कर लिया। इसके बाद उसने चीन, मलेशिया, थाईलैंड और दुबई जैसे कई देशों की यात्राएं की।
आरोपी की साल 2021 में नेपाल यात्रा के दौरान काठमांडू में चीन के रहने वाले "ली" से मुलाकात हुई थी। ली ने उसे नेट बैंकिंग समेत भारतीय बैंक के करंट अकाउंट को उपलब्ध कराने को कहा, जिसका प्रयोग विभिन्न प्रकार के गेमिंग ऐप, लॉगिन ऐप, ट्रेडिंग ऐप में किया गया।
आरोपी ने एक भारतीय बैंक अकाउंट, चाइनीज को उपलब्ध कराया था। उस अकाउंट में लगभग साढ़े चार करोड़ रुपये का ट्रांजेक्शन होने के बाद खाता धारक ने दिल्ली के जीटीबी एनक्लेव थाने में 9 दिसंबर 2021 को मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में तिब्बती नागरिक जेल गया था। उसने करीब नौ महीने जेल में बिताए।
जेल से छूटने के बाद छीन्जों थारचिंन की मुलाकात द्वारका के रहने वाले नंदू उर्फ नरेंद्र यादव से हुई, जो पहले से ही चाइनीज के संपर्क में था, जो उनको पैसा लेकर भारतीय अकाउंट उपलब्ध कराता था। आरोपी छीन्जों थारचिंन नेपाल और श्रीलंका में बैठे चाइनीज के संपर्क में आ गया और भारतीय व्यक्तियों के एंव फर्मों के बैंक खाते सक्रिय करके अपने परिचित विदेशी नागरिकों को उपलब्ध कराने लगा। जिसका प्रयोग वे लोग साइबर क्राइम में कर रहे थे। पूछताछ में लगभग 26 भारतीय बैंक अकाउंट आरोपी से जुड़े हुए सामने आए हैं जिनके संबंध में गहन छानबीन की जा रही है।
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CM विष्णुदेव साय ने ओडिशा की भाजपा सरकार का जताया आभार

रायपुर। CM विष्णुदेव साय ने ओडिशा की भाजपा सरकार का आभार जताया है। X पोस्ट में सीएम ने लिखा- प्रतिवर्ष भारी बारिश की वजह से हीराकुंड डैम के डुबान क्षेत्र में आने के कारण छत्तीसगढ़ के लगभग दो दर्जन से ज्यादा गांवों को बाढ़ की विपदा झेलनी पड़ती थी।
इस वर्ष भी विगत कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश की वजह से बाढ़ की आशंका के मद्देनजर मेरे आग्रह पर ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने दोनों प्रदेशों के हितों को ध्यान में रखते हुए हीराकुंड डैम से आवश्यक मात्रा में पानी छोड़ने का आदेश दे कर दो दर्जन से ज्यादा गांवों को जन-धन की हानि से बचाया है। मैं ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।
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भारी बारिश के चलते आगरा, झांसी समेत कई जिलों के स्कूल बंद

आगरा : यूपी में भारी बारिश के चलते कई जिलों में स्कूलों बंद रहेंगे. इस संबंध में देर रात संबंधित जिलों के डीएम ने आदेश जारी कर दिए हैं. चलिए जानते हैं किन जिलों में आज और किन जिलों में आज और कल दोनों दिन स्कूल बंद रहेंगे.
आगरा में आज और हाथरस में दो दिन की छुट्टी: जिले में भारी बारिश की संभावना के चलते डीएम की ओर से 12 सितंबर को सभी बोर्ड के स्कूल बंद रखने का आदेश जारी किया गया है. इस संबंध में डीएम भानु चन्द्र गोस्वामी ने बुधवार देर शाम आदेश जारी कर दिया है. डीएम भानु चन्द्र गोस्वामी का आदेश है कि बुधवार को ​निरंतर वर्षा होती रही. ऐसे में गुरुवार को मौसम विभाग की पूर्व चेतावनी के अनुसार भारी वर्षा की सम्भावना के चलते जिले के सभी बोर्ड के विद्यालयों का अवकाश घोषित कर दिया गया है. 12 सितंबर को सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल (नर्सरी से 12वीं तक) बंद रहेंगे. इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है. वहीं, हाथरस में भारी बारिश की संभावना के चलते 12 और 13 सितंबर को स्कूलों के अवकाश की घोषणा कर दी गई है. इस संबंध में डीएम ने आदेश जारी कर दिया है.
अलीगढ़, झांसी, कन्नौज, इटावा और एटा में भी आज स्कूल बंद: अलीगढ़ में बारिश आज भारी बारिश की संभावना के चलते डीएम की ओर से गुरुवार को सभी सरकारी और गैर सरकारी स्कूल बंद रखने का आदेश जारी किया गया है. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ राकेश कुमार सिंह ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है. आदेश के मुताबिक गुरुवार को जिले के स्कूल में एक दिन का अवकाश घोषित किया गया है. नर्सरी से इंटर तक के सभी स्कूल कॉलेज बंद रहेंगे. वहीं, झांसी में भी भारी बारिश के चलते आज सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल बंद रहेंगे. वहीं, एटा में भी भारी बारिश के चलते नर्सरी से लेकर इंटर तक सभी सरकारी औऱ गैर सरकारी स्कूल बंद आज बंद हैं. इस संबंध में डीएम की ओर से देर रात आदेश जारी कर दिया गया है. उधर, कन्नौज और इटावा में भी आज कक्षा 1 से आठ तक सभी स्कूल भारी बारिश के चलते बंद रहेंगे. इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है.
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