हिंदुस्तान

लगभग हर सीट पर हमारी चर्चा पूरी हो चुकी है : शिवसेना नेता संजय राउत

मुंबई (एएनआई)। शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने शुक्रवार को कहा कि महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सीट बंटवारे पर चर्चा लगभग पूरी हो चुकी है और आगे कहा कि इसके लिए सूची सोमवार तक जारी कर दी जाएगी। मीडिया से बात करते हुए राउत ने कहा, "लगभग हर सीट पर हमारी चर्चा पूरी हो चुकी है। आज हमारे गठबंधन में शामिल छोटे दलों से भी चर्चा हो जाएगी। सोमवार को पूरी सूची जारी कर दी जाएगी। 20 नवंबर को होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है।
महाराष्ट्र विधानसभा में 288 सीटें हैं। नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। राउत ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के दिल्ली दौरे पर भी बात की और कहा कि बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना कभी भी सीट बंटवारे के लिए दिल्ली नहीं गई, हालांकि डुप्लीकेट शिवसेना का बॉस दिल्ली में है और इसलिए उन्हें वहीं उठक-बैठक करनी होगी।उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना का आलाकमान दिल्ली में अमित शाह के आवास पर है। बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना कभी सीट बंटवारे के लिए दिल्ली नहीं गई। उन दिनों भाजपा के नेता सीट बंटवारे के लिए मुंबई आते थे। डुप्लीकेट शिवसेना का बॉस दिल्ली में है, इसलिए उन्हें वहां जाकर उठक-बैठक करनी पड़ती है। वे असली शिवसेना नहीं, बल्कि गैर-जैविक शिवसेना हैं और अमित शाह ने उन्हें जन्म दिया है।"गुरुवार को दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा नीत महायुति गठबंधन के नेताओं के बीच अहम बैठक हुई। बैठक में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार, चंद्रशेखर बावनकुले, प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे समेत अन्य नेता शामिल हुए।आगामी चुनावों में महायुति गठबंधन की जीत को लेकर देवेंद्र फडणवीस के भरोसे पर राउत ने कहा कि नतीजे आने के बाद ही उन्हें गणित का पता चलेगा।राउत ने कहा, "यह सिर्फ सुपर कंप्यूटर का गणित है, उन्हें नहीं पता। नतीजे आने के बाद ही उन्हें पता चलेगा कि हमारा गणित क्या है। आप हिसाब लगाते रहिए, उन्हें कभी पता नहीं चलेगा।" राउत ने बारामूला में सैन्य वाहन पर हुए आतंकी हमले पर भी बात की और सरकार पर हमला करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री देश में पूरी तरह विफल हैं। उन्होंने सवाल किया, "प्रधानमंत्री और गृह मंत्री देश की सुरक्षा के लिए पूरी तरह विफल हैं। विदेश यात्रा करने से देश की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं होगी। उनका एकमात्र काम राजनीतिक सीटों का बंटवारा और सरकार गिराना है। मुझे बताएं कि गृह मंत्रालय का काम कब पूरा होगा?" बारामूला में सैन्य वाहन पर आतंकवादियों के हमले में भारतीय सेना के दो जवान और दो नागरिक कुली मारे गए। भारतीय सेना के अधिकारियों ने कहा कि एक जवान और एक कुली घायल हैं और उनका इलाज चल रहा है। (एएनआई)
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दिग्विजय सिंह ने शिवराज चौहान के बेटे को अपने शब्दों पर ध्यान देने की सलाह दी

भोपाल (एएनआई)। वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान को सलाह दी है कि बुधनी विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए प्रचार करते हुए उनका कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। कांग्रेस नेता सिंह ने शुक्रवार सुबह अपने एक्स हैंडल पर वीडियो शेयर किया और कार्तिकेय चौहान को इस तरह के भाषण न देने और अपने पिता शिवराज सिंह चौहान से सीखने की सलाह दी। सिंह ने अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट किया, "कार्तिके, आगे से इस तरह के भाषण न दें। अपने पिता शिवराज सिंह चौहान से सीखें। लोकतंत्र में सरकार और विपक्ष दोनों मिलकर राष्ट्र निर्माण में सहयोग करते हैं। मैं 10 साल तक मुख्यमंत्री रहा, लेकिन मैंने कभी इस तरह की भाषा का इस्तेमाल नहीं किया। आपके पिता इसके गवाह हैं। पंचायत राज अधिनियम में निर्माण कार्य की जिम्मेदारी सरपंच की होती है, विधायक की नहीं। और आप अभी न तो सरपंच हैं और न ही विधायक। आप मेरे पोते जैसे हैं। यह मेरी राय है। आप मानें या न मानें, यह आप पर निर्भर है।"
सीहोर जिले में एक जनसभा को संबोधित करते हुए छोटी वीडियो क्लिप में कार्तिकेय चौहान कहते सुने जा सकते हैं, "अगर चुनाव में कोई गड़बड़ी हुई तो कौन भुगतेगा? हम क्यों परेशानी में पड़ें? अपने पैर पर कुल्हाड़ी क्यों मारें? मतदान में गड़बड़ी करके हम अपनी प्रतिष्ठा क्यों खराब करें? क्या हमें काम के लिए मुख्यमंत्री और हमारे कृषि मंत्री के पास जाने की जरूरत नहीं है? अगर कोई गड़बड़ी हुई तो हम किस मुंह से अपने नेताओं के पास काम करवाने जाएंगे?" वीडियो क्लिप में चौहान आगे कहते सुने जा सकते हैं,"
अगर गलती से यहां कांग्रेस का कोई विधायक जीत गया तो किसी के गांव में एक ईंट भी नहीं लगेगी, आप सभी को यह बात समझनी चाहिए।" गौरतलब है कि मध्य प्रदेश की दो विधानसभा सीटों श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा सीट और सीहोर जिले की बुधनी सीट पर अगले महीने 13 नवंबर को उपचुनाव होगा. बुधनी विधानसभा सीट भारतीय जनता पार्टी ( भाजपा ) के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का गढ़ है और हाल ही में संपन्न आम चुनाव 2024 में विदिशा निर्वाचन क्षेत्र से सांसद (एमपी) के रूप में चुने जाने के बाद यह खाली हो गई है. भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) के अनुसार, उपचुनाव के लिए 18 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक नामांकन पत्र भरे जाएंगे. 28 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी. 30 अक्टूबर तक नामांकन पत्र वापस लिए जा सकेंगे. 13 नवंबर को मतदान होगा और 23 नवंबर को मतगणना होगी. (एएनआई)
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अंतरिक्ष क्षेत्र को बढ़ावा देने कैबिनेट ने 1,000 करोड़ रुपये के VC फंड को दी मंजूरी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए 1,000 करोड़ रुपये के वेंचर कैपिटल फंड (वीसी फंड) की स्थापना को मंजूरी दी है। सरकार के इस कदम से निजी निवेश को बढ़ावा मिलेगा।
यह कोष भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष संवर्धन एवं प्राधिकरण केंद्र (आईएन-स्पेस) के तहत काम करेगा और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के साथ मिलकर इसका संचालन किया जाएगा। आईएन-स्पेस के तहत प्रस्तावित वीसी फंड का डेप्लॉयमेंट पीरियड, फंड ऑपरेशन की शुरुआत की तारीख से अगले पांच वर्ष तक रहेगा। प्रस्तावित फंड के साथ अंतरिक्ष सप्लाई चेन में स्टार्टअप को बढ़ावा मिलने के साथ भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र में रोजगार के सृजन की उम्मीद है।
कैबिनेट ने कहा कि निवेश के अवसरों और फंड की आवश्यकताओं के आधार पर एवरेज डेप्लॉयमेंट अमाउंट प्रति वर्ष 150-250 करोड़ रुपये हो सकता है। सरकार के अनुसार, किसी कंपनी की स्थिति, उसकी विकास की क्षमताओं और राष्ट्रीय अंतरिक्ष क्षमताओं पर उसके प्रभाव के आधार पर फंड की राशि तय की जाएगी।
कंपनियों के लिए यह राशि 10 करोड़ से 60 करोड़ रुपये तक रहेगी। सरकार की ओर से इक्विटी निवेश सीमा विकास चरण के लिए 10-30 करोड़ रुपये और विकास के अंतिम चरण के लिए 30 करोड़ रुपये-60 करोड़ रुपये रहेगी। मंत्रिमंडल ने कहा, "बताई गई निवेश सीमा के आधार पर, इस फंड से लगभग 40 स्टार्टअप्स को सहायता मिलने की उम्मीद है।"
2020 के अंतरिक्ष क्षेत्र सुधारों के हिस्से के रूप में, सरकार ने अंतरिक्ष गतिविधियों में निजी क्षेत्र की भागीदारी को बढ़ावा देने और उसकी देखरेख करने के लिए आईएन-स्पेस की स्थापना की थी। आईएन-स्पेस ने अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था के विकास का समर्थन करने के लिए 1,000 करोड़ रुपये के वीसी फंड का प्रस्ताव रखा, जिसका वर्तमान मूल्य 8.4 अरब डॉलर है और इसका लक्ष्य 2033 तक 44 अरब डॉलर तक पहुंचना है।
कैबिनेट नोट के अनुसार, वैल्यू चेन के तहत लगभग 250 अंतरिक्ष स्टार्टअप उभर रहे हैं, इसलिए उनके व‍िकास और प्रतिभाओं को व‍िदेश जाने से रोकने के लिए समय पर उनकी वित्तीय सहायता सुनिश्चित करना जरूरी है।
सरकार समर्थित प्रस्तावित फंड निवेशकों का विश्वास बढ़ाएगा, निजी पूंजी को आकर्षित करेगा और अंतरिक्ष सुधारों को आगे बढ़ाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाने में महत्वपूर्ण होगा। यह फंड पूंजी निवेश के माध्यम से इनोवेशन और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने, भारत में कंपनियों को बनाए रखने, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी विकास में तेजी लाने, वैश्विक प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने और एक अनुकूल इनोवेशन इकोसिस्टम बनाने के लिए बनाया गया है।
मंत्रिमंडल ने कहा कि पूंजी निवेश से बाद के चरण के विकास के लिए अतिरिक्त निधि आकर्षित कर गुणक प्रभाव पैदा होगा, जिससे निजी निवेशकों में विश्वास पैदा होगा। मंत्रिमंडल ने कहा कि पूंजी निवेश अतिरिक्त फंडिंग को लाने में महत्वपूर्ण होगा। इसी के साथ निजी निवेशकों का विश्वास बढ़ेगा।
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चक्रवात दाना को खड़गे और राहुल गांधी ने बताया गंभीर प्राकृतिक आपदा

  • केंद्र से लगाई मदद की गुहार
नई दिल्ली। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और सांसद राहुल गांधी ने ओडिशा से उठे चक्रवात दाना को संकट की घड़ी बताया है। इसके साथ ही केंद्र सरकार से हर संभव मदद पहुंचाने का आग्रह किया है।
एक्स पोस्ट पर मल्लिकार्जुन खड़गे ने लिखा, ओडिशा में चक्रवात दाना के आने और पश्चिम बंगाल तथा अन्य पूर्वी तटीय क्षेत्रों पर इसके प्रभाव के कारण अत्यधिक तैयारी और त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता है। केंद्र सरकार को प्रभावित राज्यों को व्यापक सहायता प्रदान करनी चाहिए, तथा जन सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक निवारक और आपातकालीन उपाय करने चाहिए। मैं सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि वे जरूरतमंद लोगों की सहायता करें।
कुछ ऐसी ही बात लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सोशल मीडिया साइट फेसबुक पर कही। लंबे पोस्ट में दाना को लेकर फिक्र, केंद्र से अपेक्षा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मदद की अपील थी। उन्होंने लिखा, चक्रवात दाना का ओडिशा के तटों पर आगमन, पश्चिम बंगाल और अन्य पूर्वी तट के प्रदेशों में इसका असर और मौसम विभाग की चेतावनी एक गंभीर प्राकृतिक आपदा का अंदेशा है। प्रभावित क्षेत्रों के नागरिकों से आग्रह है कि वो प्रशासन के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए स्वयं को सुरक्षित दायरे में रखें।
उन्होंने आगे लिखा, केंद्र सरकार से अपेक्षा है कि वो इस संकट की घड़ी में प्रभावित राज्यों को पूर्ण सहायता प्रदान करे। नागरिकों के जान-माल की सुरक्षा के लिए और किसी भी तरह के नुकसान की रोकथाम के लिए हर संभव प्रयास किए जाने चाहिए। कांग्रेस के साथियों से अनुरोध है कि स्वयं को सुरक्षित रखते हुए राहत कार्यों में प्रशासन की पूरी मदद करें। इस संकट का देश को एकजुट हो कर सामना करना है।
इस बीच, चक्रवाती तूफान दाना के कारण एहतियाती उपायों के तहत निलंबित किए गए भुवनेश्वर के बीजू पटनायक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उड़ानें शुक्रवार सुबह फिर से शुरू कर दी गईं। कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भी उड़ानें शुरू हो गई हैं।
चक्रवात दाना ने गुरुवार आधी रात को केंद्रपाड़ा जिले के भीतरकनिका और भद्रक के धामरा के बीच ओडिशा तट पर दस्तक दी, जिसके कारण कई इलाकों में भारी बारिश और 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं।
दाना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी से राज्य की तैयारियों को लेकर चर्चा की थी और केंद्र की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया था।
ओडिशा ने चक्रवात के प्रभाव से निपटने के लिए व्यापक तैयारी की है। राज्य ने 5,209 चक्रवात आश्रय स्थल स्थापित किए हैं और 3,62,000 से अधिक लोगों को संवेदनशील क्षेत्रों से निकाला है, जिनमें 3,654 गर्भवती महिलाएं शामिल हैं, जिन्हें पास के अस्पतालों और प्रसूति प्रतीक्षा गृहों में पहुंचाया गया है। इसके अतिरिक्त, 19 एनडीआरएफ, 51 ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल (ओडीआरएएफ) और 220 अग्निशमन सेवा टीमों को हर स्थिति से निपटने के लिए तैनात किया गया है।
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बारामूला में आतंकवादी हमले में मृतक के परिजनों में शोक की लहर

  • प्रियंका गांधी ने की घटना की निंदा
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के बारामूला जिले में गुरुवार रात को सेना के एक वाहन में हुए हमले में नौशेरा के 27 वर्षीय मुश्ताक अहमद चौधरी के पैतृक स्थान पर गम का माहौल है, जहां गुलमर्ग में एक आतंकवादी हमले में सेना के साथ काम करने वाले एक पोर्टर की मौत हो गई थी।
मृतक के परिजन ने इस घटना पर बात करते हुए कहा, यह घटना अफसोसजनक है। यह नौजवान आर्मी के साथ एक पोर्टर के तौर पर काम कर रहा था। यह स्थायी नौकरी नहीं थी। कल रात को हमने जब यह खबर सुनी तो नौशेरा में सभी लोगों सन्न रह गए। मरने वाले की उम्र केवल 27 साल थी, जिसकी शादी हो चुकी थी और उसका केवल तीन साल का बच्चा है। उसके पिता को भी कैंसर है।
उन्होंने आगे कहा कि उनकी आमदनी का और जरिया नहीं था। वह मजदूरी करने के लिए पोर्टर के तौर पर आर्मी के साथ गया था। उसके घर की हालत खस्ता है। ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए थी। घरवाले ही यह दर्द समझ सकते हैं। मैं सरकार से कहना चाहता हूं कि इस बारे में एक्शन लें और इनको इंसाफ दिलाएं। कश्मीर में आए दिन ऐसे हादसे हो रहे हैं। हम उम्मीद करेंगे कि ऐसे हादसे न हों। उल्लेखनीय है कि इस हमले में दो सैनिक भी शहीद हो गए थे और दो नागरिकों की भी मौत हुई थी।
इस मामले पर कांग्रेस लीडर प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने लिखा, गुलमर्ग, जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले में दो जवानों की शहादत का समाचार अत्यंत दुखद है। हमले में दो पोर्टर ने भी जान गंवाई है। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं। सभ्य समाज में हिंसा और आतंकवाद अस्वीकार्य है। इसकी जितनी भी निंदा की जाए, कम है।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी हमले की निंदा की। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "उत्तरी कश्मीर के बूटा पाथरी इलाके में सेना के वाहनों पर हमले की बहुत दुर्भाग्यपूर्ण खबर है, जिसके परिणामस्वरूप कुछ लोग हताहत और घायल हुए हैं। कश्मीर में हाल ही में हुए हमलों की यह श्रृंखला गंभीर चिंता का विषय है। मैं इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं और अपनी जान गंवाने वाले लोगों के प्रियजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। मैं यह भी प्रार्थना करता हूं कि घायल पूरी तरह से और जल्दी ठीक हो जाएं।"
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चक्रवात दाना : 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाएं

  • बारिश के बीच गिरे पेड़ और बिजली के खंभे, भुवनेश्वर-कोलकाता एयरपोर्ट बंद
भुवनेश्वर। बंगाल की खाड़ी से उठा साइक्लोन दाना ने ओडिशा के तट पर धामरा और भितरकनिका के बीच लैंडफॉल किया, जिससे भारी तबाही की खबरें आ रही हैं। तेज हवाओं और भारी बारिश ने दोनों राज्यों में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है।
ओडिशा और बंगाल में बाढ़ की संभावना को देखते हुए सरकारें अलर्ट पर हैं। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने आश्वासन दिया है कि मेरी सरकार इस स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले कुछ घंटों तक बारिश जारी रहेगी, जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
साइक्लोन दाना का लैंडफॉल ओडिशा के धामरा और भितरकनिका के बीच हुआ, जहां इसकी गति 120 किलोमीटर प्रति घंटा तक रही। लैंडफॉल के दौरान तेज हवाएं चलीं और भारी बारिश हुई, जिससे कई इलाकों में पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए। मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ घंटों तक भारी बारिश और तेज हवाओं का सिलसिला जारी रहेगा। सरकार ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
भुवनेश्वर और कोलकाता एयरपोर्ट बंद-
चक्रवात दाना के कारण भुवनेश्वर और कोलकाता एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया है। सुरक्षा के मद्देनजर सभी उड़ानों को रोक दिया गया है। भुवनेश्वर एयरपोर्ट पर रात 9 बजे तक उड़ानें बंद रहेंगी, जबकि कोलकाता में भी 9 बजे तक उड़ानों पर रोक रहेगी। दोनों एयरपोर्ट्स पर विमानों और उपकरणों की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी उपाय किए गए हैं।
राहत और बचाव कार्य जारी-
ओडिशा और बंगाल दोनों राज्यों में राहत और बचाव कार्य जोरों पर है। ओडिशा सरकार ने NDRF और ODRF की कुल 288 टीमें तैनात की हैं। ये टीमें प्रभावित इलाकों में राहत कार्य कर रही हैं। राहत टीमें लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचा रही हैं। चक्रवात से प्रभावित क्षेत्रों में स्कूल और कॉलेजों को बंद कर दिया गया है।सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।
भारी बारिश और बाढ़ की आशंका-
IMD ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कई जिलों में भारी बारिश की आशंका जाहिर की है। ओडिशा के जगतसिंहपुर, भद्रक, कटक और बालासोर जिलों में 20 सेंटीमीटर तक बारिश हो सकती है। बाकी तटीय इलाकों में भी भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इसके अलावा, बंगाल के कई इलाकों में बाढ़ की आशंका जाहिर की गई है, जिसके चलते लोगों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
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महा विकास अघाड़ी के घटक दलों के बीच हो सकती है सीट की अदला-बदली

  • शिवसेना नेता संजय राउत ने दिए संकेत...
मुंबई। शिवसेना नेता संजय राउत ने गुरुवार को संकेत दिया कि महा विकास आघाड़ी (एमवीए) के सहयोगी दल आपस में कुछ सीट की अदला-बदली कर सकते हैं। राउत ने यह बात महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन एमवीए द्वारा तीनों घटक दलों को 85-85 सीट दिये जाने के फार्मूले की घोषणा के एक दिन बाद कही। उन्होंने यह भी कहा कि बुधवार को उनकी पार्टी द्वारा घोषित उम्मीदवारों की सूची में ‘कुछ सुधार’ हो सकते हैं।
कई दिनों के गतिरोध के बाद कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद चंद्र पवार) और शिवसेना (यूबीटी) से मिलकर बने महा विकास आघाड़ी (एमवीए) ने बुधवार को 288 सदस्यीय राज्य विधानसभा के लिए 85-85 सीट पर चुनाव लड़ने की घोषणा की, जबकि अंतिम समझौते पर मुहर लगाने के लिए विचार-विमर्श अभी भी जारी है। तीनों सहयोगी दल शेष 33 सीट आपस में तथा छोटे दलों के बीच बांटने पर चर्चा कर रहे हैं।
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) ने बुधवार को राज्य विधानसभा चुनाव के लिए 65 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की। राउत ने आज कहा, ‘सीट की अदला-बदली हो सकती है।’ उन्होंने कहा कि उम्मीदवार चुनने में योग्यता और जीतने की संभावना मुख्य कारक होंगे। राउत ने कहा, ‘एक या दो स्थानों पर सीट की अदला-बदली हो सकती है। कुछ स्थानों पर उम्मीदवारों को अंतिम समय में बदलना पड़ता है। मुझे नहीं लगता कि इससे आगे कुछ बड़ा हो सकता है।’
तीनों दल 85-85-85 (फॉर्मूले) पर सहमत हो गए हैं। राउत ने कहा कि शेष सीट पर निर्णय बृहस्पतिवार शाम तक लिया जाएगा। राज्यसभा सदस्य राउत ने यह भी संकेत दिया कि उनकी पार्टी 100 सीट पर चुनाव लड़ सकती है। राउत ने क्रिकेट मैच के साथ तुलना करते हुए कहा, ‘हम शतक बनाने के करीब पहुंच गए हैं। हम दो-तीन छक्के लगाएंगे। हमने 85 रन बनाए हैं और मैच अभी भी जारी है। हम शेष रन बना लेंगे।’ राज्य विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होंगे और मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी।
कल सुबह होगी एमवीए में सीट बंटवारे पर अंतिम घोषणा : नाना पटोले
इस बीच, महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने बताया कि महा विकास अघाड़ी में सीट बंटवारे की अंतिम घोषणा शुक्रवार सुबह की जाएगी। उन्होंने कहा कि पार्टी ने पहले ही उन उम्मीदवारों से नामांकन पत्र भरने के लिए कह दिया है, जिनका विधानसभा चुनाव के लिए टिकट हासिल करना तय है। पटोले ने पत्रकारों से कहा, अंतिम सीट बंटवारे की घोषणा आज शाम या कल सुबह होगी।पटोले से जब पूछा गया कि कांग्रेस कार्यकर्ता उन्हें पार्टी के मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार मानते हैं, तो उन्होंने कहा कि हमारा पहला काम एमवीए को सत्ता में लाना है। उन्होंने आगे कहा, मुख्यमंत्री के पद पर फैसला हाई कमान द्वारा लिया जाएगा।
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तोड़फोड़ से प्रभावित लोग अदालत आ सकते हैं : सर्वोच्च न्यायालय

  • राज्यों के खिलाफ अवमानना याचिका सुप्रीम कोर्ट ने की खारिज
नई दिल्ली। सर्वोच्च न्यायालय ने गुरुवार को उत्तराखंड, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में अधिकारियों द्वारा अदालत के आदेश की अवमानना का आरोप लगाने वाली याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया। न्यायमूर्ति बी.आर. गवई, न्यायमूर्ति पी.के. मिश्रा और न्यायमूर्ति के.वी. विश्वनाथन की पीठ ने कहा कि याचिकाकर्ता प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से मामले से नहीं जुड़ा है, इसलिए वह याचिका पर विचार नहीं कर रहे हैं। हालांकि कोर्ट ने साफ किया है कि जो लोग बुलडोजर कार्रवाई से प्रभावित हैं, वो अदालत आ सकते हैं।
पीठ ने कहा कि 'हम भानुमती का पिटारा नहीं खोलना चाहते हैं। विध्वंस से प्रभावित लोगों को न्यायालय आने दें'। दरअसल याचिकाकर्ता के वकील ने आरोप लगाया कि हरिद्वार, जयपुर और कानपुर में अधिकारियों ने सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद संपत्तियों को ध्वस्त किया। याचिकाकर्ता ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में साफ कहा था कि उनकी अनुमति के बगैर तोड़फोड़ की कार्रवाई नहीं की जाएगी, लेकिन उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और राजस्थान के अधिकारियों द्वारा कोर्ट के आदेश की अवमानना की गई।
याचिकाकर्ता के वकील ने कहा, 'सर्वोच्च न्यायालय का आदेश स्पष्ट था कि इस न्यायालय की अनुमति के बिना कोई तोड़फोड़ नहीं की जाएगी'। उन्होंने आरोप लगाया कि एक मामले में एफआईआर दर्ज होने के तुरंत बाद संपत्ति को ध्वस्त कर दिया गया। उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से पेश हुए अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल के एम नटराज ने कहा कि याचिकाकर्ता एक तीसरा पक्ष है और उसे तथ्यों की जानकारी नहीं है। सॉलिसिटर जनरल ने कहा कि जिसके खिलाफ तोड़फोड़ की कार्रवाई की गई, वह फुटपाथ पर अतिक्रमण था जिसे अधिकारियों ने हटाया था। उन्होंने कहा कि याचिकाकर्ता ने कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर अदालत का रुख किया था। 
इसके बाद पीठ ने याचिका पर विचार करने से इनकार करते हुए कहा कि याचिकाकर्ता इस कार्रवाई से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित नहीं है। तोड़फोड़ से प्रभावित व्यक्ति अदालत आ सकते हैं, उनकी याचिका पर पीठ सुनवाई करेगी। इस पर याचिकाकर्ता के वकील ने कहा कि तीन में से दो मामलों में प्रभावित व्यक्ति जेल में हैं। जिस पर पीठ ने कहा कि प्रभावित व्यक्तियों के परिवार के सदस्य भी अदालत का दरवाजा खटखटा सकते हैं।  
सुप्रीम कोर्ट ने बुलडोजर एक्शन पर लगाई थी रोक-
गौरतलब है कि शीर्ष अदालत ने 17 सितंबर को आदेश दिया था कि 1 अक्टूबर तक पूरे देश में उसकी अनुमति के बिना कोई भी ध्वस्तीकरण कार्रवाई नहीं की जाएगी। कोर्ट ने कहा था कि किसी व्यक्ति का आरोपी या दोषी होना संपत्तियों को ध्वस्त करने का आधार नहीं है। हालांकि कोर्ट ने साफ किया था कि यह आदेश सार्वजनिक सड़कों, फुटपाथों, रेलवे लाइनों और जल निकायों पर अवैध निर्माणों पर लागू नहीं होगा। शीर्ष अदालत ने 1 अक्टूबर को मामले में अपना फैसला सुरक्षित रखते हुए कहा था कि अगले आदेश तक उसका 17 सितंबर का अंतरिम आदेश लागू रहेगा।
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चक्रवात दाना : बंगाल सुंदरबन में दो दिनों के लिए नौका सेवाएं स्थगित

कोलकाता। देश के पूर्वी तटीय इलाकों में चक्रवात दाना का खतरा बढ़ता दिख रहा है। वहीं, पश्चिम बंगाल के सुंदरबन इलाकों में एहतियात के तौर पर नाव सेवाएं रद्द कर दी गई हैं। पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना और उत्तर 24 परगना जिलों में फैले तटीय इलाकों में गुरुवार और शुक्रवार को नाव सेवाएं निलंबित रहेंगी।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, चक्रवात दाना के गुरुवार रात से शुक्रवार सुबह के बीच ओडिशा में केंद्रपाड़ा जिले के भीतरकनिका और भद्रक जिले के धामरा के बीच पहुंचने की संभावना है।
जिला प्रशासन के सूत्रों ने बताया कि सुंदरबन के तटीय क्षेत्र 2009 में आए चक्रवात आइला और 2020 में आए चक्रवात अम्फान के कारण काफी प्रभावित हुए थे। जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा, “हालांकि कोलकाता में क्षेत्रीय मौसम कार्यालय से आश्वासन मिला था कि चक्रवात दाना का प्रभाव पश्चिम बंगाल में आए चक्रवात आइला और चक्रवात अम्फान के प्रभाव के आसपास भी नहीं होगा, लेकिन हम कोई जोखिम नहीं उठा रहे हैं और उसी तरह की सावधानियां बरत रहे हैं, जैसा कि पिछले चक्रवातों के दौरान बरती गई थीं। तटीय सुंदरबन में नौका सेवाओं को स्थगित करना उन एहतियाती उपायों का एक हिस्सा है।”
साथ ही, अधिकारी ने कहा कि जिला प्रशासन के अधिकारी नियमित आधार पर तटीय सुंदरवन में नदी के तटबंधों की स्थिति का निरीक्षण कर रहे हैं और संकट की अवधि समाप्त होने तक आम लोगों को उन तटबंधों पर जाने से रोक रहे हैं। तटीय सुंदरवन में फैले द्वीपों के दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। जिला प्रशासन के अधिकारी ने कहा कि क्षेत्रों में अस्थायी राहत केंद्रों को पहले ही पूरी तरह से चालू कर दिया गया है।
इस बीच, दक्षिण बंगाल के कुछ जिलों में हल्की से मध्यम बारिश शुरू हो गई है। खासकर दक्षिण 24 परगना और पूर्वी मिदनापुर के दो तटीय जिलों में बारिश रुकने के नाम नहीं ले रही है। इन दोनों जिलों में हवा की गति भी काफी तेज है। यहां तक कि राज्य की राजधानी कोलकाता में भी बारिश हुई, हालांकि रिपोर्ट दर्ज किए जाने के समय इसकी मात्रा नाममात्र थी। पूर्वी मिदनापुर जिले के दीघा और मंदारमणि जैसे समुद्री रिसॉर्ट्स में, जिला प्रशासन के अधिकारियों को कुछ साहसिक पर्यटकों को समुद्र तटों के पास जाने से रोकने में मुश्किल हो रही है।
पूर्वी मिदनापुर जिले के एक अधिकारी ने कहा," हमने पर्यटकों को बुधवार रात तक इन समुद्री रिसॉर्ट्स को छोड़ने की सलाह दी है, लेकिन कुछ अति उत्साही लोग तटीय क्षेत्रों में चक्रवात का अनुभव करने के लिए यहीं रुके हुए हैं।"
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85 विमानों को उड़ाने की धमकी से हड़कंप, अलर्ट पर सुरक्षा एजेंसियां

नई दिल्ली। विमानों को बम से उड़ाने की धमकी से जुड़े मामले थम नहीं रहे हैं. अब 85 विमानों को उड़ाने की धमकी मिली है. इनमें एअर इंडिया के 20 विमान शामिल हैं. जिन विमानों को धमकी मिली है, उनमें 20 इंडिगो, 20 विस्तारा और 25 अकासा की उड़ानें शामिल हैं.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, इससे पहले दिल्ली पुलिस ने पिछले आठ दिनों में 90 से ज्यादा घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बम से उड़ाने की धमकी के संबंध में आठ अलग-अलग एफआईआर दर्ज की हैं. जिन उड़ानों को धमकी मिली हैं, उनमें अकासा, एअर इंडिया, इंडिगो और विस्तारा की सेवाएं शामिल हैं. ये उड़ानें दिल्ली से विभिन्न घरेलू और अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिए संचालित होती हैं. पुलिस का कहना है कि इन मामलों में जांच की जा रही है.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, धमकी भरे मैसेज एक्स पर प्राप्त हुए थे जिन्हें बाद में अधिकारियों ने खारिज कर दिया. पहला मामला 16 अक्टूबर को बेंगलुरु जाने वाली अकासा की फ्लाइट को निशाना बनाने से जुड़ा आया था. एक्स के माध्यम से मिली बम की धमकी के बाद केस दर्ज किया गया था. इस विमान में 180 से ज्यादा यात्री सवार थे. विमान को दिल्ली लौटना पड़ा था. पुलिस ने अगले दिन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स को पत्र लिखकर धमकी भरे मैसेज पोस्ट करने वाले अकाउंट की डिटेल मांगी थी.
दिल्ली पुलिस की साइबर सेल की विभिन्न टीमें उड़ानों पर जारी खतरों को लेकर एक्स और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर गतिविधियों पर नजर रख रही हैं. एक हफ्ते से भी कम समय में 170 से अधिक उड़ानों को बम की धमकी मिली है. इस बीच, सरकार एयरलाइनों को बम की धमकियों से निपटने के लिए विधायी कार्रवाई की योजना बना रही है, जिसमें अपराधियों को नो-फ्लाई सूची में डालना भी शामिल है.
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भाजपा ने प्रियंका गांधी वाड्रा के हलफनामे पर उठाया सवाल

  • कांग्रेस पर खड़गे के अपमान का भी लगाया आरोप
नई दिल्ली। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने वायनाड लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार प्रियंका गांधी वाड्रा के हलफनामे का जिक्र करते हुए कहा है कि यह मोहब्बत की दुकान नहीं बल्कि दलाली की दुकान है। कांग्रेस में योग्यता की कोई कद्र नहीं है। दलितों और पिछड़ों का अपमान करना कांग्रेस और गांधी परिवार की आदत है। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान दलितों का अपमान नहीं सहेगा।
भाजपा के राष्ट्रीय मुख्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए भाटिया ने कहा कि यह हलफनामा अपने आप में नकली गांधी परिवार के भ्रष्टाचार का कबूलनामा है। कानूनी बाध्यता के कारण, प्रियंका गांधी वाड्रा को अपने हलफनामे में इन सभी बातों का खुलासा करना पड़ा। इस हलफनामे में उनके पति रॉबर्ट वाड्रा की घोषित नेटवर्थ कम है, लेकिन इनकम टैक्स डिपार्टमेंट जो डिमांड कर रहा है, वो इससे ज्यादा है। यह 75 करोड़ रुपए की है। इससे साफ होता है कि गांधी परिवार कितनी वसूली कर रहा था।
उन्होंने आरोप लगाया कि गांधी परिवार के दिखाने के दांत कुछ और हैं और खाने के दांत कुछ और है। प्रियंका गांधी वाड्रा के हलफनामे से एक और बात साफ होती है कि ये एसयूवी और फॉर्म हाउस वाले हैं। इनके पास एसयूवी गाड़ी, बड़ा बंगला और फॉर्म हाउस है। शिमला में भी इनके पास घर है। जबकि पहाड़ों में घर खरीदने की अनुमति नहीं मिलती है, लेकिन वहां पर गांधी परिवार ने कानून को झुकवाया और उस बंगले की कीमत भी सही नहीं बताते हैं।
गौरव भाटिया ने गांधी परिवार पर मल्लिकार्जुन खड़गे का अपमान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि पिछड़े और दलित समाज के व्यक्ति को इस्तेमाल करना गांधी परिवार और कांग्रेस पार्टी की आदत है। उन्होंने एक फोटो दिखाते हुए कहा कि गांधी परिवार के सदस्य आगे बैठे हैं और खड़गे पीछे बैठे हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कल एक वीडियो वायरल हुआ, जिसके बारे में बताना जरूरी है।
कल जिस कमरे में प्रियंका गांधी वाड्रा का नामांकन हो रहा था, उस कमरे में मल्लिकार्जुन खड़गे बाहर से झांक रहे थे और कमरे को बंद कर दिया गया था। इससे ज्यादा आपत्तिजनक बात और क्या हो सकती है कि गांधी परिवार ओछी राजनीति करते हुए पिछड़े समाज के लोगों और दलितों का इस्तेमाल करता है। नामांकन के दौरान पांच लोग ही अंदर कमरे में रह सकते हैं, इसलिए गांधी परिवार के पांच सदस्यों को अंदर रखने के लिए खड़गे को बाहर रख दिया गया। गांधी परिवार और कांग्रेस ने पहले भी दलितों का अपमान किया। इससे पहले सीताराम केसरी के साथ भी अपमानजनक व्यवहार किया गया था।
उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने सांसद होने के बावजूद वायनाड में आई भयानक आपदा के समय एक पैसा भी डोनेट नहीं किया और ना ही इतने अमीर गांधी परिवार के किसी सदस्य ने कोई डोनेशन दिया। एक सवाल के जवाब में उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी स्वयं यह कह चुके हैं कि कांग्रेस एक मुस्लिम पार्टी है। राहुल गांधी तो मुस्लिम लीग को भी सेक्युलर पार्टी बता चुके हैं। पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती के बयान को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद राजनीतिक तौर पर वहां उनकी पार्टी को कोई कंधा देने वाला नहीं है।
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भारत में चार वर्षों में 2,500 ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर स्थापित होने का अनुमान

नई दिल्ली। भारत में ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर (जीसीसी) की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है। इसी बीच एक नई रिपोर्ट के अनुसार, अगले चार वर्षों में देश में 2,500 ऐसे केंद्र स्थापित होने का अनुमान है, जिनका कार्यालय स्थान 300 मिलियन वर्ग फुट से अधिक होगा। देश में वर्तमान में 1800 से अधिक जीसीसी हैं, जो टॉप सात शहरों में 240 मिलियन वर्ग फुट ग्रेड ए कार्यालय स्थान पर स्थित हैं। इस संख्या के साथ भारत ग्लोबली जीसीसी को लेकर अग्रणी बना हुआ है।
रियल एस्टेट सलाहकार फर्म जेएलएल इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, 2022 से देश में मुंबई, दिल्ली-एनसीआर, कोलकाता, बेंगलुरु, चेन्नई और पुणे सहित अन्य स्थानों पर 100 नए केंद्र स्थापित किए गए हैं।
जीसीसी की कुल जगह का लगभग 42 प्रतिशत हिस्सा अकेले बेंगलुरु में है। इसके अलावा, जीसीसी टॉप सात शहरों में करीब 50 प्रतिशत एक्टिव और ऑनगोइंग स्पेस रिक्वायरमेंट को दिखाते हैं। अमेरिका बेस्ड कंपनियों ने देश में जीसीसी की जगह का कुल 60 प्रतिशत हिस्सा ले रखा है। जेएलएल इंडिया के राहुल अरोड़ा के अनुसार, भारत में जीसीसी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और एडवांस मैन्युफैक्चरिंग में रिसर्च और डेवलपमेंट का नेतृत्व कर रहे हैं।
जीसीसी अब केवल सेवा प्रदाता नहीं रह गए हैं; वे वैश्विक निगमों के केंद्र बन रहे हैं, जहां भारतीय नेतृत्व दुनिया भर में व्यापार रणनीतियों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि यह बदलाव भारत के इनोवेशन के केंद्र के रूप में उभरने को रेखांकित करता है, जहां बहुराष्ट्रीय उद्यम अपना भविष्य बना रहे हैं।
इस बीच, जीसीसी ने तीसरी तिमाही में भारत में अपनी मजबूत गति जारी रखी और कुल ग्लोबल लीजिंग वॉल्यूम (जीएलवी) में 30 प्रतिशत का योगदान दिया। कुशमैन एंड वेकफील्ड के अनुसार, तीसरी तिमाही में टॉप आठ शहरों में समग्र कार्यालय क्षेत्र में जीएलवी 24.8 मिलियन वर्ग फीट (एमएसएफ) तक पहुंच गया, जो इस क्षेत्र के इतिहास में दूसरी सबसे अधिक तिमाही लीजिंग मात्रा है।
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झामुमो ने रांची विधानसभा सीट से राज्यसभा सांसद महुआ माजी को बनाया प्रत्याशी

रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा ने विधानसभा चुनाव के लिए अब तक 36 प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए हैं। बुधवार को पार्टी ने दूसरी सूची जारी की, जिसमें एकमात्र नाम महुआ माजी का है। वह रांची सीट से उम्मीदवार हैं।
महुआ माजी फिलहाल राज्यसभा की सांसद हैं और उनका कार्यकाल करीब तीन साल बचा हुआ है। वह 2014 और 2019 में भी रांची विधानसभा सीट से झारखंड मुक्ति मोर्चा की प्रत्याशी रही हैं। वर्ष 2019 के चुनाव में वह भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार सीपी सिंह से करीब पांच हजार मतों से पराजित हुई थीं। पार्टी ने मंगलवार देर रात 35 सीटों पर प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की थी। हेमंत सोरेन अपनी परंपरागत सीट बरहेट से चुनाव मैदान में उतरेंगे, जबकि उनकी पत्नी कल्पना सोरेन गिरिडीह जिले की गांडेय सीट से उम्मीदवार होंगी। हेमंत सोरेन के भाई बसंत सोरेन एक बार फिर दुमका सीट से प्रत्याशी बनाए गए हैं।
हाल में दुमका लोकसभा सीट से सांसद चुने गए नलिन सोरेन के पुत्र आलोक सोरेन को शिकारीपाड़ा से टिकट दिया गया है, जबकि मनोहरपुर सीट से चाईबासा की सांसद जोबा मांझी के पुत्र जगत मांझी को मैदान में उतारा गया है। पार्टी ने अपने मौजूदा विधायकों में एकमात्र लिट्टीपाड़ा से दिनेश विलियम मरांडी का टिकट काटा है। उनकी जगह हेमलाल मुर्मू को प्रत्याशी बनाया गया है।
राजमहल से एमटी राजा, बोरियो से धनंजय सोरेन, महेशपुर से स्टीफन मरांडी, नाला से रविंद्र नाथ महतो, मधुपुर से हफीजुल हसन अंसारी, सारठ से उदय शंकर सिंह उर्फ चुन्ना सिंह, गिरिडीह से सुदिव्य कुमार सोनू, डुमरी से बेबी देवी, चंदनकियारी से उमाकांत रजक, टुंडी से मथुरा प्रसाद महतो, बहरागोड़ा से समीर कुमार मोहंती को उम्मीदवार बनाया गया है।
इसी तरह घाटशिला से रामदास सोरेन, पोटका से संजीव सरदार, जुगसलाई से मंगल कालिंदी, इचागढ़ से सविता महतो, चाईबासा सीट से दीपक बिरुआ, मझगांव से निरल पूर्ति, खरसावां से दशरथ गगरई और तमाड़ सीट से विकास मुंडा, तोरपा से संदीप गुड़िया, गुमला से भूषण तिर्की, लातेहार से वैद्यनाथ राम, गढ़वा से मिथिलेश कुमार ठाकुर, जमुआ से केदार हाजरा, भवनाथपुर से अनंत प्रताप देव, सिमरिया से मनोज चंद्रा, सिल्ली से अमित महतो, बरकट्ठा से जानकी यादव और धनवार से निजामुद्दीन अंसारी प्रत्याशी हैं।
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सीपी योगेश्वर ने BJP-JDS गठबंधन को अपने राजनीतिक विकास में बाधा बताया

बेंगलुरु (एएनआई)। पूर्व भाजपा नेता सीपी योगेश्वर बुधवार को कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए । उन्होंने कांग्रेस का आभार व्यक्त किया और बताया कि उनका यह फैसला जनता दल (सेक्युलर) के साथ भाजपा के गठबंधन के कारण उनके 'राजनीतिक विकास' में बाधा उत्पन्न होने के कारण लिया गया। योगेश्वर ने कहा, "मैं डीके सुरेश को मुझे कांग्रेस पार्टी में लाने के लिए धन्यवाद देता हूं। मैंने अपनी राजनीति कांग्रेस पार्टी से शुरू की थी। मैं कांग्रेस पार्टी छोड़कर भाजपा पार्टी में चला गया और अब मैं कांग्रेस पार्टी में वापस आ गया हूं। मैं कांग्रेस पार्टी में शामिल हुआ हूं क्योंकि भाजपा -जेडीएस पार्टी के एकजुट होने के बाद मेरा राजनीतिक विकास एक समस्या बन गया है ।" पूर्व भाजपा नेता कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए।
शिवकुमार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, " सीपी योगेश्वर सुबह 8 बजे मुझसे मिलने आए। उन्होंने मुझसे कहा कि उनकी राजनीति कांग्रेस पार्टी से शुरू हुई थी और वह वापस आना चाहते हैं। मैंने तुरंत उनके लिए सीएम से मिलने की व्यवस्था की। मैं सीपी योगेश्वर को हमारे कांग्रेस आलाकमान के नेताओं के ध्यान में लाऊंगा। सभी की मौजूदगी में सीपी योगेश्वर आज कांग्रेस पार्टी में शामिल होंगे। मुझे वायनाड जाना था क्योंकि आज प्रियंका गांधी वहां अपना नामांकन दाखिल कर रही हैं, लेकिन इन सभी घटनाक्रमों के कारण मैं वायनाड नहीं जा पाऊंगा।"
इससे पहले सीपी योगेश्वर ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से उनके कावेरी स्थित आवास पर मुलाकात की, जहां डिप्टी सीएम शिवकुमार और अन्य कांग्रेस नेता मौजूद थे। पूर्व सांसद डीके सुरेश, मंत्री बीजेड ज़मीर अहमद खान, शिवराज तंगदागी, विधायक कदलूर उदय गौड़ा, पोन्नन्ना और यतींद्र सिद्धारमैया भी बैठक में शामिल हुए।
सीपी योगेश्वर चन्नपटना से पांच बार विधायक रह चुके हैं। यह सीट केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी द्वारा लोकसभा चुनाव जीतने के बाद खाली की गई थी। जेडीएस एनडीए की ओर से इस सीट पर उम्मीदवार उतारेगी, जिससे योगेश्वर को कांग्रेस में शरण लेनी पड़ेगी । योगेश्वर को अब कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतारा जा सकता है। डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कहा, "चन्नपटना उपचुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार कल नामांकन करेंगे। चन्नपटना से कांग्रेस उम्मीदवार का नामांकन कल सुबह 11 बजे होगा। मैं चन्नपटना टिकट के लिए कांग्रेस हाईकमान को दो नाम भेज रहा हूं। देखते हैं हाईकमान के नेता किसे टिकट देते हैं।" (एएनआई)
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AI का उपयोग कर भारतीय रेलवे बदल रहा यात्री सेवाओं का अनुभव

दिल्ली। भारतीय रेलवे की हेल्पलाइन 139 प्रतिदिन 3 लाख से ज्यादा कॉल हैंडल करती है। पिछले साल इसमें बड़ा बदलाव आया और इसे कॉल सेंटर आधारित सिस्टम से हटाकर और प्राइमरी तौर पर ऑटोमेटिक पर शिफ्ट कर दिया गया। इसका फायदा यह हुआ है कि लोगों को ज्यादातर भारतीय भाषाओं में रेलवे से जुड़ी जानकारियां जैसे ट्रेन टाइमिंग, टिकट कंफर्मेशन और ट्रेन रूट से जुड़ी रियल-टाइम मिल रही है।
इससे पहले कॉल-सेंटर आधारित सिस्टम में लोगों को कॉल के दौरान जानकारी प्राप्त करने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता था। रेलवे की ओर से आईवीआर सिस्टम में भी बड़ा बदलाव किया गया है। यात्री अब गंदे टॉयलेट-कोच, गायब बेडरोल और तत्काल मेडिकल जरूरतों के लिए शिकायत दर्ज करा सकते हैं। एआई आधारित इस शिकायत सिस्टम से काफी बदलाव आया है। इसकी मदद से यात्री वॉयस के जरिए भी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। शिकायत के समय उन्हें पीएनआर नंबर भी बताना होगा। इस शिकायत को रियल-टाइम में रेलवे स्टाफ को दी जाएगी और अगले स्टेशन पर आपकी समस्या का समाधान किया जाएगा।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह जेन एआई द्वारा संचालित है और इसे बेंगलुरु की उबोना ने विकसित किया है। पहले 90 प्रतिशत कॉल हिंदी या अंग्रेजी में होती थी, लेकिन अब यह आंकड़ा 58 प्रतिशत पर पहुंच गया है। 139 के अलावा भारतीय रेलवे की टिकट बुकिंग कंपनी आईआरसीटीसी द्वारा 14646 हेल्पलाइन को ऑटोमेट करने पर काम किया जा रहा है, यह आने वाले महीनों में लाइव हो सकती है। एआई का इस्तेमाल रेलवे के साथ सभी सेक्टर्स में बढ़ता जा रहा है। इस कारण एआई स्टार्टअप की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है।
टेक उद्योग निकाय नैसकॉम की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 2023 की पहली छमाही की तुलना में 2024 की पहली छमाही में जनरेटिव एआई स्टार्टअप की संख्या 260 प्रतिशत बढ़ी है। पिछले साल समान अवधि में केवल 66 जनरेटिव एआई स्टार्टअप थे।
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महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव : NCP ने 38 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की

  • महाराष्ट्र में 20 नवंबर को होंगे चुनाव
मुंबई। एनसीपी ने 38 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की. उपमुख्यमंत्री और पार्टी प्रमुख अजित पवार बारामती से, छगन भुजबल येवला से, दिलीप वाल्से पाटिल अम्बेगांव से चुनाव लड़ेंगे.
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों के लिए 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे. पिछले चुनाव में बीजेपी को 105, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली थीं. हालांकि, चुनाव के बाद शिवसेना एनडीए से अलग हो गई और उसने एनसीपी-कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बना ली. शिवसेना के उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने. जून 2022 में शिवसेना में आंतरिक कलह हो गई. इसके बाद एकनाथ शिंदे ने पार्टी के 40 विधायकों को तोड़ दिया. एकनाथ शिंदे बीजेपी के समर्थन से मुख्यमंत्री बन गए. अब शिवसेना दो गुटों में बंट चुकी है. शरद पवार की एनसीपी भी दो गुट- शरद पवार और अजित पवार में बंट गई है.
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कर्नाटक उपचुनाव : सीपी योगेश्वर कांग्रेस में हुए शामिल

बेंगलुरु। कर्नाटक में उपचुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लगा है। बुधवार को भाजपा नेता सीपी योगेश्वर ने मुख्यमंत्री सिद्दारमैया से बेंगलुरु में उनके 'कावेरी' आवास पर मुलाकात की और कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए।
सीपी योगेश्वर भाजपा के टिकट पर हाई प्रोफाइल चन्नापटना सीट से उपचुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन उन्हें पार्टी ने टिकट नहीं दिया था। बुधवार को योगेश्वर ने मुख्यमंत्री सिद्दारमैया से मुलाकात की और उनके पैर छूकर आशीर्वाद भी लिया।
योगेश्वर सीएम और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार की मौजूदगी में बेंगलुरु स्थित पार्टी मुख्यालय में औपचारिक रूप से कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए हैं। इससे पहले उन्होंने उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार, मंत्री जमीर अहमद खान, कन्नड़ एवं संस्कृति मंत्री शिवराज तंगदागी, पूर्व कांग्रेस सांसद डीके सुरेश और अन्य की मौजूदगी में मुख्यमंत्री सिद्दारमैया के साथ बैठक की थी।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मुख्यमंत्री सिद्दारमैया के घर जाने से पहले योगेश्वर सुबह-सुबह उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के बेंगलुरु स्थित आवास पर गए और उनसे मुलाकात की। शिवकुमार के साथ बैठक के बाद योगेश्वर उपमुख्यमंत्री के साथ उसी कार में मुख्यमंत्री आवास गए। योगेश्वर ने एनडीए उम्मीदवार के रूप में जेडीएस के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था। उन्होंने भाजपा को चन्नापटना विधानसभा क्षेत्र से उन्हें उम्मीदवार घोषित करने के लिए मंगलवार शाम तक का समय दिया था।
हालांकि, भाजपा उन्हें चुनावी मैदान में उतारने को तैयार थी, लेकिन जेडीएस नेता और केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी (जो इस सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं) आम सहमति पर नहीं पहुंच सके थे। योगेश्वर ने 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर कुमारस्वामी के खिलाफ चुनाव लड़ा था और चुनाव हार गए थे।
गौरतलब है कि योगेश्वर उन नेताओं में से एक हैं, जिन्होंने 2019 में भाजपा को सत्ता में लाने के लिए 'ऑपरेशन लोटस' में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। योगेश्वर का कांग्रेस में शामिल होना भाजपा और जेडीएस के लिए झटका है।
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चक्रवाती तूफान 'दाना' तेजी से बंगाल की खाड़ी की ओर आगे बढ़ रहा

  • जगन्नाथ मंदिर और कोणार्क टेंपल बंद, सरकार ने की तमाम तैयारियां
भुवनेश्वर। चक्रवाती तूफान 'दाना' तेजी से बंगाल की खाड़ी की ओर आगे बढ़ रहा है. इस तूफान से ओडिशा सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाला है. इसे देखते हुए ओडिशा सरकार ने तमाम तैयारियां की है. ओडिशा सरकार ने राज्य के दो प्रमुख मंदिरों जगन्नाथ मंदिर और कोणार्क टेंपल को श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया है. ये आदेश फिलहाल 25 अक्टूबर तक प्रभावी है. इसके बाद स्थिति का आकलन किया जाएगा. फिर इन मंदिरों को खोलने पर सरकार फैसला लेगी.
जगन्नाथ मंदिर और कोणार्क टेंपल विश्व विख्यात तीर्थस्थल हैंं. यहां पर रोजाना हजारों लोग भारत समेत दुनिया से तीर्थाटन से आते हैं. इस भीड़ को मैनेज करने के लिए प्रशासन को बड़े पैमाने पर इंतजाम करना पड़ता है. तूफान की स्थिति में श्रद्धालु परेशान न हो इसलिए राज्य सरकार ने पहले ही इन दोनों मंदिरों को 25 तारीख तक बंद कर दिया है. मंदिरों के अलावा राज्य के संग्रहालयों को भी बंद कर दिया गया है.
बता दें कि 'दाना' 24 अक्टूबर यानी गुरुवार को गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा और 25 अक्टूबर की सुबह 100-110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ओडिशा-पश्चिम बंगाल तटों पर लैंडफॉल करेगा. IMD के अनुसार, इस दौरान हवाएं 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं.
तूफान की आशंका को देखते हुए पुरी में मौसम विभाग ने मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की हिदायत दी है. किसी भी स्थिति से निपटने के लिए NDRF की टीमें मौजूद हैं और लोगों को समुद्र से दूर रखा जा रहा है. वहीं, चक्रवाती तूफान को देखते हुए रेलवे भी अलर्ट है. ओडिशा, बंगाल रूट की दर्जनों ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं. दक्षिण 24 परगना में भी साइक्लोन डाना को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक हुई है. आपात स्थिति से निपटने के लिए सरकार ने सैकड़ों टन अनाज और खाने के सामान को ओडिशा भेजा है.
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