हिंदुस्तान

कल्याणी माझेरहाट लोकल ट्रेन उतरी पटरी से

बंगाल। पश्चिम बंगाल में डाउन कल्याणी-मझेरहाट लोकल ट्रेन दमदम स्टेशन में प्रवेश करते समय पटरी से उतर गई. घटना से यात्रियों में दहशत फैल गई है. हालांकि किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है. रेलवे का मानना ​​है कि लोकल ट्रेन की स्पीड कम होने से बड़ा हादसा टल गया है. दरअसल, दमदम स्टेशन पर पिछले पांच दिनों में यह दूसरी ऐसी घटना है. इससे पहले पिछले मंगलवार को सियालदह जाने वाली एक लोकल ट्रेन दमदम स्टेशन में प्रवेश किए बिना मध्य लाइन में घुस गई थी. यात्रियों में हड़बड़ी मच गई क्योंकि स्टेशन प्लेटफार्म के बाहर होने से यात्री ट्रेन से चढ़ और उतर नहीं सके. 20 मिनट तक लोकल ट्रेन वैसे ही खड़ी रही. उस समय रेलवे ने तर्क दिया था कि यह घटना तकनीकी खराबी के कारण हुई थी.
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नए संसद भवन में मंत्रियों को कार्यालय के लिए आवंटित किए गए कमरे

नई दिल्ली। संसद का विशेष सत्र 18 सितंबर से शुरू होने जा रहा है। पांच दिन तक चलने वाले इस सत्र के लिए तीन दिनों के रिहर्सल के बाद संसद का पुराना और नया, दोनों ही भवन सत्र के लिए तैयार है। विशेष सत्र के दूसरे दिन यानी 19 सितंबर से संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही नए भवन में शुरू होनी है और इसके लिए तमाम तैयारियां पूरी कर ली गई है। बताया जा रहा है कि, नए संसद भवन में सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले सरकार के मंत्रियों को उनके कार्यालय के लिए कमरों का आवंटन भी कर दिया गया है। केंद्र सरकार के वरिष्ठ 11 कैबिनेट मंत्रियों - अमित शाह, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, पीयूष गोयल, निर्मला सीतारमण, एस जयशंकर, धर्मेंद्र प्रधान, स्मृति ईरानी, नरेंद्र सिंह तोमर, अश्विनी वैष्णव और अर्जुन मुंडा को नए संसद भवन में अपर ग्राउंड फ्लोर पर कार्यालय के लिए कमरा आवंटित किया गया है।
जानकारी के मुताबिक, अमित शाह को अपर ग्राउंड फ्लोर पर कमरा नंबर जी-33, राजनाथ सिंह को जी-34, नितिन गडकरी को जी-31, पीयूष गोयल को जी-30, निर्मला सीतारमण को जी-12, एस जयशंकर को जी-10, धर्मेंद्र प्रधान को जी-41, स्मृति ईरानी को जी-8, नरेंद्र सिंह तोमर को जी-11, अश्विनी वैष्णव को जी-17 और अर्जुन मुंडा को नए संसद भवन में कमरा नंबर जी-9 आवंटित किया गया है। आपको बता दें कि पुराने संसद भवन में इन वरिष्ठ कैबिनेट मंत्रियों का कार्यालय ग्राउंड फ्लोर पर स्थित कमरों में था। सरकार के अन्य कैबिनेट मंत्रियों को नए संसद भवन में फर्स्ट फ्लोर पर कार्यालय के लिए कमरे का आवंटन किया गया है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया को फर्स्ट फ्लोर पर कमरा नंबर एफ-20, गिरिराज सिंह को एफ-36, गजेंद्र सिंह शेखावत को एफ-18, नारायण राणे को एफ-39, सर्बानंद सोनोवाल को एफ-38, वीरेंद्र कुमार को एफ-37, पशुपति पारस को एफ-19, किरेन रिजिजू को एफ-17 और आरके सिंह को नए संसद भवन के फर्स्ट फ्लोर पर कमरा नंबर एफ-16 का आवंटन किया गया है।
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PM मोदी की वैश्विक उपलब्धियों को लोगों तक पहुंचाना चाहती है भाजपा

नई दिल्ली। सरकार द्वारा 5 दिनों के लिए बुलाया गया संसद का विशेष सत्र सोमवार 18 सितंबर से शुरू हो रहा है। 18 से 22 सितंबर के दौरान आयोजित होने वाले संसद के इस विशेष सत्र में कुल 5 बैठकें होंगी। हालांकि, तकनीकी रूप से संसदीय भाषा में यह 17वीं लोकसभा का 13वां सत्र और राज्यसभा का 261वां सत्र है। लेकिन, यह माना जा रहा है कि इस विशेष सत्र के दौरान सरकार अपने किसी बड़े और महत्वपूर्ण एजेंडे को बिल या प्रस्ताव की शक्ल देकर संसद से पारित करवा सकती है।
जस्टिस रोहिणी कमीशन की रिपोर्ट से लेकर महिला आरक्षण बिल, यहां तक कि 'एक देश, एक चुनाव' के लिए भी बिल लाने की बात कही गई। हालांकि, बाद में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में 'एक देश, एक चुनाव' को लेकर मोदी सरकार ने आठ सदस्यीय उच्चस्तरीय समिति का गठन कर यह साफ कर दिया कि इस विशेष सत्र में तो इससे जुड़ा विधेयक नहीं ही आ रहा है।
उच्चस्तरीय सूत्रों से यह भी खबर आई कि, आजादी के अमृतकाल में गुलामी की मानसिकता और गुलामी से जुड़े हर प्रतीक से देश और देशवासियों को मुक्ति दिलाने के मिशन में जुटी मोदी सरकार विशेष सत्र में भारत के संविधान से 'इंडिया' शब्द को भी हटाकर देश का नाम सिर्फ 'भारत' करने की तैयारी कर रही है। दिलचस्प बात यह रही कि इस एक्सक्लूसिव खबर के सामने आने के अगले ही दिन से केंद्र सरकार ने जी-20 जैसे दुनिया के सबसे ताकतवर और अमीर वैश्विक संगठन के शिखर सम्मेलन से जुड़े कार्यक्रमों में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री दोनों के लिए देश के नाम में इंडिया की बजाय भारत शब्द का प्रयोग करना शुरू कर दिया।
विपक्षी दलों ने विशेष सत्र के एजेंडे को लेकर जब लगातार सवाल पूछना शुरू कर दिया तो केंद्र सरकार ने संसदीय नियमों के अनुसार विशेष सत्र के एजेंडे को सार्वजनिक कर दिया। एजेंडे के मुताबिक, विशेष सत्र के दौरान संसद में आजादी के 75 सालों - संविधान सभा से लेकर आज तक की उपलब्धियां - पर चर्चा होगी। इसके साथ ही सरकार ने चार विधेयकों को भी संसद के इस विशेष सत्र के एजेंडे में शामिल किया है।
हालांकि, सत्र को लेकर सरकार की तैयारियों, सांसदों को व्हिप जारी कर पांचों दिन सदन में उपस्थित रहने का निर्देश देने, मंत्रियों को भी पांचों दिन सदन में उपस्थित रहने का निर्देश देने, सत्र शुरू होने से एक दिन पहले यानी 17 सितंबर को सुबह उपराष्ट्रपति एवं राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में संसद के नए भवन के गजद्वार पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराने (17 सितंबर को विश्वकर्मा पूजा का भी दिन है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन भी है। ), सत्र के पहले दिन 18 सितंबर को संसद भवन की पुरानी इमारत में ही फोटो सेशन होने और सत्र के दूसरे दिन 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी के अवसर पर विधिवत ढंग से पूजा करने के बाद नए संसद भवन में दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू होने को लेकर जिस स्तर पर तैयारी की जा रही है, उससे यह लग रहा है कि सरकार इस सत्र के जरिए आगामी लोकसभा चुनाव का एजेंडा अभी से सेट कर देना चाहती है।
आईएएनएस से बात करते हुए भाजपा के एक दिग्गज नेता ने बताया कि जी- 20 के सफल शिखर सम्मेलन के दौरान पूरे देश ने देखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में किस तरह से विश्व भर में भारत का डंका बज रहा है और चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग ने तो भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम को नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है। उन्होंने कहा कि आजादी के 75 वर्षों की यात्रा पर संसद में चर्चा के दौरान भाजपा सांसद निश्चित तौर पर संसद के जरिए पूरे देश को इन उपलब्धियों की जानकारी देंगे।
वहीं, सरकार के एक मंत्री ने आईएएनएस से बात करते हुए यह दावा किया कि सरकार अमृतकाल को लेकर बुलाए गए संसद के विशेष सत्र को आरोप-प्रत्यारोप से अलग रखकर भारत की 75 वर्षों की उपलब्धियों और अगले 25 वर्षों के लिए विकसित भारत बनाने के रोडमैप पर चर्चा कर इस सत्र को भारतीय संसदीय इतिहास का एक यादगार सत्र बनाना चाहती है।
हालांकि, इस चुनावी माहौल और सत्ताधारी गठबंधन एनडीए और विपक्षी गठबंधन इंडिया के बीच बढ़ रही तल्खी को देखते हुए फिलहाल तो ऐसा होना मुश्किल ही नजर आ रहा है क्योंकि भाजपा और कांग्रेस दोनों के अपने-अपने एजेंडे हैं।
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CWC की बैठक में हिस्सा लेने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैदराबाद में

हैदराबाद। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा समेत पार्टी के वरिष्ठ नेता कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में हिस्सा लेने के लिए शनिवार को हैदराबाद पहुंचे। वरिष्ठ नेता एक साथ शहर पहुंचे। यहां से वह सीधे ताज कृष्णा होटल पहुंचे, जहां सीडब्ल्यूसी की बैठक हो रही है।
राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर उनके आगमन पर, मल्लिकार्जुन खड़गे और गांधी परिवार का एआईसीसी महासचिव केसी वेणुगोपाल, तेलंगाना के एआईसीसी प्रभारी माणिकराव ठाकरे, राज्य कांग्रेस प्रमुख रेवंत रेड्डी और अन्य नेताओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया। नवगठित सीडब्ल्यूसी की पहली बैठक दोपहर में शुरू हुई। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को छोड़कर सीडब्ल्यूसी के सभी सदस्य बैठक में शामिल हो रहे हैं। बैठक में तेलंगाना सहित पांच राज्यों में आगामी विधानसभा चुनावों और 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी की रणनीति पर चर्चा की जाएगी। सीडब्ल्यूसी रविवार को सभी पीसीसी अध्यक्षों और सीएलपी नेताओं के साथ एक विस्तारित बैठक करेगी।
रविवार शाम को हैदराबाद के बाहरी इलाके में एक मेगा सार्वजनिक रैली आयोजित की जाएगी, जिसे पार्टी के शीर्ष नेता संबोधित करेंगे। पार्टी तेलंगाना के लिए अपनी छह गारंटी का खुलासा करेगी।
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दुर्गम स्थानों पर 20 टन गोला-बारूद भेज सकेंगे

उत्तरप्रदेश। डीआरडीओ की सहयोगी इकाई एडीआरडीई ने टाइप-5 हैवी ड्रॉप सिस्टम विकसित किया है. इसका सफल परीक्षण किया गया. इसकी मदद से युद्ध के मैदान या दुर्गम स्थानों पर 20 टन तक वजन के साजो-सामान (सैन्य सामान या गोला बारूद) को पैराशूट के जरिए आसानी से पहुंचाया जा सकेगा. सौ फीसदी स्वदेशी संसाधनों से निर्मित होने के कारण भारतीय सशस्त्रत्त् बलों ने सिस्टम को मेक इन इंडिया के तहत बड़ी सफलता घोषित किया है.
टाइप-5 हैवी ड्रॉप सिस्टम को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के सानिध्य में आगरा स्थित एडीआरडीई(एरियल डिलिवरी रिसर्च एंड डेवलपमेंट एस्टेब्लिशमेंट) ने डिजाइन किया है. इस तकनीक का परीक्षण संयुक्त रूप से एडीआरडीइ, भारतीय सशस्त्रत्त् बल उपयोगकर्ता और एयरबोर्निक्स डिफेंस एंड स्पेस प्राइवेट लिमिटेड (जेसीबीएल की डिफेंस डिवीजन) की मदद से पूरा किया गया.
टाइप-5 हैवी ड्रॉप सिस्टम का उपयोग सी-17, सी-130 एवं अन्य सी सीरीज विमानों के लिए किया जा सकेगा. टाइप-5 हैवी ड्रॉप सिस्टम में एक प्लेटफार्म और विशेष मल्टीस्टेज पैराशूट सिस्टम है. इसमें आठ मुख्य कैनोपी, तीन एक्सट्रैक्टर पैराशूट, एक डरोगे पैराशूट, इलेक्ट्रिकल, एल्क्ट्रॉनिक्स, मैकेनिकल सिस्टम एवं लैचिंग एक्सेसरीज शामिल हैं. सिस्टम का प्लेटफार्म एक विशेष अल्युमिनियम धातु से बना है.
सेना में शामिल करने की तैयारी पूरी
टाइप-5 हैवी ड्रॉप सिस्टम को सेना में शामिल करने के लिए तैयारी पूरी हो चुकी है. सशस्त्रत्त् बलों की जरूरतों के लिए ऐसी प्रणालियों के विकास के लिए एयरबोर्निक्स डिफेंस एंड स्पेस प्राइवेट लिमिटेड (जेसीबीएल की डिफेंस डिविजन) वर्ष 2018 से डीआरडीओ की आगरा स्थित प्रयोगशाला एडीआरडीई के साथ रिसर्च एंड डेवलपमेंट की गतिविधिओं में शामिल है.
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सांस्कृतिक महोत्सव के विजेताओं से मिलेंगे PM नरेंद्र मोदी

उत्तरप्रदेश| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम स्थल अब करसड़ा की जगह हरहुआ-राजातालाब रिंग रोड के किनारे गंजारी में स्थानांतरित हो गया है. 23 सितम्बर को प्रधानमंत्री यहीं से पूरे प्रदेश में नवनिर्मित 16 अटल आवासीय विद्यालयों का वर्चुअल शुभारम्भ करेंगे. साथ ही काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव के विजेता प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित करेंगे. इसके पूर्व विजेताओं से संवाद करेंगे. वह गंजारी में प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का शिलान्यास भी करेंगे.
प्रधानमंत्री 23 सितम्बर को काशी में साढ़े तीन घंटे तक प्रवास करेंगे. कार्यक्रमस्थल में अचानक परिवर्तन के बाद करसड़ा में तैयारियों पर विराम लगा गया. पीएम 23 को दिल्ली से बाबतपुर एयरपोर्ट और वहां से सेना के हेलीकॉप्टर से गंजारी पहुंचेंगे. यहां क्रिकेट स्टेडियम का मॉडल देखेंगे. कार्यक्रमस्थल पर ही काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव के विजेताओं से संवाद भी करेंगे. कार्यक्रम में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों को भी आमंत्रित किया जा रहा है.
पीएम देखेंगे 50 मिनट तक बच्चों की प्रतिभा प्रधानमंत्री काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव में अव्वल आए प्रतिभागियों की प्रतिभा से रूबरू होंगे. इसके लिए अलग से मंच बनेगा. उस पर विजेता प्रतिभागी अलग-अलग विधाओं का प्रदर्शन करेंगे. 50 मिनट में आठ से 10 कार्यक्रम होंगे. उधर, महोत्सव के पहले चरण का रिजल्ट घोषित कर दिया गया. प्रधानमंत्री की सभा में 20 हजार लोग आएंगे. उनमें प्रतिभागी बच्चों व अटल आवासीय विद्यालय के छात्र व उनके माता-पिता या अभिभावक भी रहेंगे. विविध क्षेत्रों की विभूतियों को भी निमंत्रण भेजने की तैयारी है.
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निपाह वायरस : कर्नाटक सरकार ने जारी किया सर्कुलर

बैंगलूरू। केरल में निपाह वायरस के मामलों को देखते हुए पड़ोसी राज्य कर्नाटक ने वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सीमावर्ती जिलों में सतर्कता बढ़ा दी है। कर्नाटक सरकार ने सर्कुलर जारी कर आम जनता को केरल के प्रभावित इलाकों में अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है।
इसके अलावा, सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली सरकार ने अधिकारियों से कोडागु, दक्षिण कन्नड़, चामराजनगर और मैसूर सहित केरल की सीमा से लगे जिलों में निगरानी तेज करने को कहा है। एहतियात के तौर पर, अधिकारियों को कर्नाटक में एंट्री बिंदुओं पर जांच करने का निर्देश दिया है।
कर्नाटक सरकार ने यह भी कहा है कि जिन लोगों ने कोझिकोड की यात्रा की है और उन्हें बुखार भी है या वे निपाह संक्रमित व्यक्ति के सीधे संपर्क में आए हैं, उन्हें संक्रमण के प्रति संभावित रूप से संवेदनशील माना जाएगा।
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अनंतनाग में एनकाउंटर जारी, एक और जवान शहीद

  • ड्रोन से सर्च ऑपरेशन
अनंतनाग/राजौरी। कश्मीर में अनंतनाग के गडूल कोकेरनाग में चौथे दिन शुक्रवार को भी आतंकियों से मुठभेड़ जारी है। गुरुवार को आतंकियों की गोली लगने से एक जवान घायल हो गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, घायल जवान की मौत हो गई है। हालांकि, सेना ने इसकी पुष्टि नहीं की है। कोकेरनाग के एनकाउंटर स्पॉट में सेना ने आतंकियों की लोकेशन का पता लगाने के लिए ड्रोन की मदद ली। सुरक्षाबलों ने आतंकियों को घेर रखा है।
दो से तीन आतंकी राजौरी तक फैले पीर पंजाल के घने जंगल में छिपे हैं। इनमें एक लश्कर-ए-तैय्यबा का कमांडर उजैर खान है। इन्हीं आतंकियों के हमले में बुधवार को सेना के कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धौंचक और जम्मू-कश्मीर पुलिस के DSP हुमांयू भट शहीद हुए थे। सेना के कमांडोज, स्निफर डॉग्स, ड्रोन, हेलिकॉप्टर आतंकियों को खोज रहे हैं। सैन्य अफसरों का कहना है कि आतंकियों को 4 किमी के दायरे में घेर लिया गया है।
कश्मीर में इस साल अब तक 40 आतंकी ढेर-
कश्मीर में पिछले तीन साल में यह सबसे बड़ा हमला है, जिसमें इतने बड़े अफसरों की शहादत हुई है। इससे पहले कश्मीर के हंदवाड़ा में 30 मार्च 2020 को 18 घंटे चले हमले में कर्नल, मेजर और सब-इंस्पेक्टर समेत पांच अफसर शहीद हुए थे। इस साल जनवरी से अब तक जम्मू-कश्मीर में 40 आतंकी मारे गए हैं। इनमें 8 ही स्थानीय थे और बाकी सभी विदेशी थे।
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गिरावट के बाद फिर सोने-चांदी की कीमतों में आई तेजी

मुंबई। बीते दो दिनों से सोने-चांदी के दाम कम होने के बाद शुक्रवार को दोबारा बढ़ गए हैं। आज सुबह सोने और चांदी की कीमतों में तेजी देखी जा रही है। सोने के वायदा भाव अब 58,700 रुपए के करीब और चांदी के वायदा भाव 71,500 रुपए के करीब कारोबार कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने-चांदी के वायदा भाव में तेजी देखी जा रही है।
बढ़ा सोने का भाव-
सोने के वायदा भाव की शुरुआत आज तेजी के साथ हुई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर सोने का बेंचमार्क अक्टूबर कॉन्ट्रैक्ट 86 रुपए की तेजी के साथ 58,674 रुपए के भाव पर खुला। खबर लिखे जाने के समय यह कॉन्ट्रैक्ट 100 रुपए की तेजी के साथ 58,688 रुपए के भाव पर कारोबार कर रहा था। इस समय इसने 58,724 रुपए के भाव पर दिन का उच्च स्तर और 58,673 रुपए के भाव पर निचला स्तर छू लिया। वहीं मई महीने में सोने के वायदा भाव ने 61,845 रुपए प्रति 10 ग्राम के भाव पर सर्वोच्च स्तर छू लिया था।
चांदी में तेजी-
MCX पर चांदी का बेंचमार्क दिसंबर कॉन्ट्रैक्ट आज 278 रुपए की तेजी के साथ 71,260 रुपए के भाव पर खुला। खबर लिखे जाने के समय यह कॉन्ट्रैक्ट 510 रुपए की तेजी के साथ 71,492 रुपए के भाव पर कारोबार कर रहा था। इस समय इसने 71,500 रुपए के भाव पर दिन का उच्च और 71,260 रुपए प्रति किलो के भाव पर दिन का निचला स्तर छू लिया। मई महीने में चांदी के वायदा भाव 78 हजार रुपए किलो को पार कर सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गए थे।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने-चांदी के भाव में तेजी-
वहीं अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने-चांदी के वायदा भाव हल्की गिरावट के साथ खुले जरूर, लेकिन बाद में इनके भाव भी चढ़ने लगे। Comex पर सोना 1932.50 डॉलर प्रति औंस के भाव पर खुला। पिछला क्लोजिंग प्राइस 1932.80 डॉलर था। खबर लिखे जाने के समय यह 4.10 डॉलर की गिरावट के साथ 1936.90 डॉलर प्रति औंस के भाव पर कारोबार कर रहा था। Comex पर चांदी के वायदा भाव 22.93 डॉलर के भाव पर खुले, पिछला क्लोजिंग प्राइस 22.99 डॉलर था। खबर लिखे जाने के समय यह 0.16 डॉलर की गिरावट के साथ 23.16 डॉलर प्रति औंस के भाव पर कारोबार कर रही थी।
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आदित्य एल1 ने चौथी बार लगाई सफलता की छलांग

  • कक्षा परिवर्तन की प्रक्रिया पूरी
नई दिल्ली। सूर्य का अध्ययन करने के लिए भारत की तरफ से पहले सौर मिशन पर भेजे गए आदित्य एल-1 ने अपनी चौथी आर्बिटल छलांग सफलतापूर्वक पूरी कर ली है। इसे अर्थ बाउंड मैन्यूवर (EBN#4) कहा गया है। ISRO का स्पेसक्राफ्ट आदित्य एल-1 अभी पृथ्वी के चारों तरफ 256 KM x 121973 KM की अंडाकार कक्षा में घूम रहा है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने देर रात बताया कि आदित्य एल-1 ने रात करीब 2.15 बजे तीसरे ऑर्बिटल से निकलकर चौथे आर्बिटल में सफलतापूर्वक छलांग लगी ली है। इसके लिए कुछ देर के लिए थ्रस्टर फायर किए गए। इसरो ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, "चौथी बार अर्थ-बाउंड छलांग सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। मॉरीशस, बेंगलुरु, एसडीएससी-एसएचएआर और पोर्ट ब्लेयर में इसरो के ग्राउंड स्टेशनों ने इस ऑपरेशन के दौरान उपग्रह को ट्रैक किया जबकि आदित्य एल-1 के लिए एक ट्रांसपोर्टेबल टर्मिनल इस समय फिज़ी द्वीप में तैनात है। ये टर्मिनल आदित्य एल-1 के पोस्ट-बर्न ऑपरेशेन को सपोर्ट करेगा। स्पेसक्राफ्ट का नया ऑर्बिट 256 किमी x 121973 किमी का है।”
अब आदित्य एल-1 19 सितंबर को अगली ऑर्बिट बदलने का काम करेगा। इसे अर्थ बाउंड मैन्यूवर (EBN#5) या अर्थ बाउंड फायर भी कहा गया है। यह पृथ्वी के चारों तरफ आदित्य एल-1 का आखिरी चक्कर होगा। इसरो ने लिखा है, “अगली छलांग (टीएल1आई) 19 सितंबर को लगभग 02:00 बजे होगी और इसके साथ ही ये स्पेसक्राफ्ट पृथ्वी की कक्षा से बाहर निकल जाएगा।”
हैलो ऑर्बिट में 109 दिन की यात्रा
यह प्रक्रिया इसलिए अपनाई जा रही है ताकि आदित्य एल-1 इतनी स्पीड हासिल कर ले कि वह पृथ्वी की कक्षा से बाहर निकलकर 15 लाख किलोमीटर की लंबी यात्रा पूरी कर ले। इस सफर को पूरा करने के बाद स्पेसक्राफ्ट सूरज की तरफ मौजूद L1 प्वाइंट यानी लैरेंज प्वाइंट पर पहुंच सके। वहां पहुंचने के बाद आदित्य एल-1 हैलो ऑर्बिट में करीब 109 दिनों की यात्रा करेगा। L1 प्वाइंट पृथ्वी से 15 लाख किमी दूर है। यह धरती और सूर्य के बीच का एक प्वाइंट है।
आदित्य एल-1 ने कब-कब बदला ऑर्बिट?
इससे पहले 10 सितंबर को इसरो ने रात करीब 2.30 बजे आदित्य एल-1 स्पेसक्राफ्ट की ऑर्बिट बढ़ाई थी और उसे तीसरे ऑर्बिटल कक्ष में भेजा था। तब आदित्य एल-1 धरती से 296 किलोमीटर X 71,767KM की कक्षा में भेजा गया था। इससे पहले स्पेसक्राफ्ट ने 5 सितंबर को दूसरी बार और तीन सितंबर को पहली बार कक्षा बदली थी।
स्पेसक्राफ्ट कब भेजेगा सूरज की तस्वीर-
आदित्य एल-1 सूरज की पहली तस्वीर फरवरी या मार्च में भेज सकता है। हालांकि, मिशन और स्पेसक्राफ्ट की जानकारी देने के लिए आदित्य एल-1 ने सेल्फी भेजी थी और यह बताया था कि उसके सारे कैमरे ठीक ढंग से काम कर रहे हैं। आदित्य एल-1 ने धरती और चांद की भी तस्वीरें ली हैं और वीडियो भी बना चुका है। इसरो वैज्ञानिकों के मुताबिक, जब स्पेसक्राफ्ट L1 प्वाइंट पर पहुंच जाएगा, तब वह प्रतिदिन करीब 1440 तस्वीरें भेजेगा, ताकि सूर्य की स्टडी की जा सके। इसके लिए स्पेसक्राफ्ट में विजिबल एमिशन लाइन कोरोनाग्राफ (VELC) HD कैमरा लगाया गया है। इसे इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स ने बनाया है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, L1 तक की यात्रा पूरी करने के बाद आदित्य के सारे पेलोड्स ऑन किए जाएंगे।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी गठबंधन पर बोला हमला

  • बीना में पेट्रोकेमिकल परिसर सहित अनेक परियोजनाओं का शिलान्यास
सागर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड के सागर जिले के बीना में पेट्रोकेमिकल परिसर सहित अनेक परियोजनाओं का शिलान्यास किया और इन परियोजनाओं को राज्य की तस्वीर बदलने वाला भी बताया। साथ ही उन्होंने विपक्षी दलों के गठबंधन पर हमला करते हुए कहा कि उनकी नीति सनातन परंपरा को समाप्त कर देश को गुलामी के रास्ते पर ले जाने की है।
पिछले दिनों दिल्ली में आयोजित जी-20 की बैठक की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस सफलता से देश के हर नागरिक ने गर्व महसूस किया है। इस आयोजन का श्रेय मोदी को नहीं बल्कि पूरे देश की 140 करोड़ जनता को है। यह सामूहिक प्रयास का परिणाम है। हम दुनिया के देशों को जोड़ने में समर्थ हैं और भारत विश्व मित्र के रूप में सामने आ रहा है। मगर कुछ लोग हैं जो देश और समाज को विभाजित करने में जुटे हुए हैं।
पीएम ने कहा, उन्होंने इंडिया एलाइंस बनाया है। कुछ लोग इसे घमंड़िया गठबंधन भी कहते हैं। इनका नेता तय नहीं है। नेतृत्व को लेकर भ्रम है। प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्षी दलों की मुंबई में हुई बैठक का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने हिडन एजेंडा बनाया है और जो नीति बनाई है वह भारत की संस्कृति पर हमला करने की है। भारतीयों की आत्मा पर हमला करने की है। विवेकानंद हो, देवी अहिल्याबाई हो, झांसी की रानी हो या महात्मा गांधी। गांधी ने सनातन धर्म का जीवनपर्यंत पालन किया और उसके चलते ही देश को जोड़े रखा। उस परंपरा को यह घमंडिया गठबंधन के लोग खत्म करना चाहते हैं, उस ताने-बाने को तबाह करना चाहते हैं।
प्रधानमंत्री ने देशवासियों से एकजुट होने का आग्रह करते हुए कहा कि अभी इन्होंने खुलकर हमले बोलना शुरू किया है, यह और आगे बढ़ाने वाले हैं इसलिए देश के कोने-कोने के सनातनियों को देश के लिए सतर्क रहने की जरूरत है। वे लोग सनातन को तबाह कर देश को एक हजार साल की गुलामी की ओर धकेलना चाहते हैं। हमें मिलकर ऐसी ताकतों को रोकना होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने बीना में आयोजित समारोह में पेट्रोकेमिकल परिसर के अलावा प्रदेश की कई अन्य परियोजनाओं का भी शिलान्यास किया। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल, वीरेंद्र खटीक सहित अनेक लोग मौजूद रहे।
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केरल में निपाह वायरस उभरा : स्वास्थ्य मंत्री ने 5वें मामले की पुष्टि की

कोझिकोड। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने राज्य के कोझिकोड जिले में निपाह वायरस का एक नया मामला सामने आने की पुष्टि की। इस नए मामले ने प्रभावित व्यक्तियों की कुल संख्या पांच कर दी है, जिससे घातक वायरस के संभावित प्रसार के बारे में चिंताएं बढ़ गई हैं। निपाह वायरस का ताजा शिकार एक निजी अस्पताल में कार्यरत 24 वर्षीय स्वास्थ्यकर्मी है। वीना जॉर्ज ने खुलासा किया कि इस स्वास्थ्य कार्यकर्ता की संपर्क सूची में कम से कम 706 लोगों की पहचान की गई थी। इस सूची में 153 अन्य स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर और 77 व्यक्ति शामिल हैं जिन्हें उच्च जोखिम वाले संपर्कों के रूप में वर्गीकृत किया गया है। इसके अलावा, सिरदर्द जैसे हल्के लक्षणों के कारण 13 लोगों को अस्पताल में निगरानी में रखा गया है। नवीनतम अपडेट के अनुसार, शुरुआत में तीन व्यक्तियों को गहन देखभाल इकाई (आईसीयू) में भर्ती कराया गया था, लेकिन वर्तमान में, केवल 9 वर्षीय मरीज, जिसने पहले वायरस के लिए सकारात्मक परीक्षण किया था, आईसीयू में रहता है। 
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा वर्णित निपाह वायरस एक जूनोटिक बीमारी है जो जानवरों से मनुष्यों में फैल सकती है। यह दूषित भोजन या सीधे व्यक्ति-से-व्यक्ति संचरण के माध्यम से भी फैल सकता है। संक्रमित व्यक्तियों को बिना लक्षण वाले संक्रमण से लेकर गंभीर श्वसन संबंधी बीमारी और यहां तक कि घातक एन्सेफलाइटिस तक कई प्रकार की बीमारियों का अनुभव हो सकता है। इसके अतिरिक्त, यह वायरस किसानों के लिए महत्वपूर्ण आर्थिक नुकसान का कारण बन सकता है क्योंकि यह जानवरों, विशेषकर सूअरों को भी प्रभावित कर सकता है। निपाह वायरस के प्रकोप के जवाब में, केरल सरकार ने कई निवारक उपाय किए हैं। जिले भर में स्वास्थ्य अलर्ट जारी कर दिया गया है और कोझिकोड में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। नागरिकों को संचरण के जोखिम को कम करने के लिए एहतियाती उपाय के रूप में मास्क का उपयोग करने की सलाह दी गई है। 
इसके अलावा, निपाह वायरस संक्रमण से संबंधित दो संदिग्ध मौतों के बाद, स्वास्थ्य विभाग ने 16 कोर समितियों का गठन किया। ये समितियाँ निगरानी, नमूना परीक्षण, अनुसंधान प्रबंधन, संपर्क अनुरेखण और रोगी परिवहन प्रबंधन जैसे कार्यों के लिए जिम्मेदार हैं। केरल में निपाह वायरस का उभरना चिंता का कारण है और अधिकारी इसके प्रसार को रोकने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। इस संभावित घातक वायरस के आगे संचरण को रोकने के लिए जनता के लिए सतर्क रहना, सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन करना और स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ सहयोग करना महत्वपूर्ण है।
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फारूक अब्दुल्ला ने भारत-पाक वार्ता की वकालत की

  • कहा- शांति बातचीत से आती है
जम्मू-कश्मीर। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और सांसद डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर में शांति के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत की वकालत की।
पत्रकारों से बात करते हुए डॉ. फारूक ने कहा कि वह हमेशा इस बात पर जोर देंगे कि युद्ध समस्या का समाधान नहीं है और हर कोई जानता है कि पाकिस्तान ने चार युद्ध लड़े हैं, फिर भी सीमाएं बरकरार हैं।
"काफ़ी समय से विनाश जारी है, और इसका कोई अंत नहीं दिख रहा है। इस तरह की मुठभेड़ समय-समय पर होती रहती हैं। सरकार हर दिन दावा करती है कि आतंकवाद समाप्त हो गया है। मुझे बताओ, क्या यह वास्तव में समाप्त हो गया है? यह होगा" अंत नहीं। शांति बातचीत से आती है, लड़ाई से नहीं।"दूसरे राज्यों से आतंकवादियों के जम्मू-कश्मीर में घुसने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर डॉ. फारूक ने कहा : मैं न तो खुफिया विभाग में हूं और न ही सरकार में. हालाँकि, ऐसा प्रतीत होता है कि पहले के विपरीत, अब प्रशिक्षित व्यक्ति प्रवेश कर रहे हैं। हमारे लड़के और अधिकारी उग्रवाद के कारण अपनी जान गंवा रहे हैं, और बाद में, जब लोगों को परेशान किया जाता है और उनकी उत्पत्ति के बारे में पूछताछ की जाती है तो हम भी इसके शिकार बन जाते हैं।
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तमिलनाडु के लिए कावेरी से पानी छोड़ना संभव नहीं

  • कर्नाटक के मुख्यमंत्री की केंद्र को दो टूक
बेंगलुरु। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने गुरुवार को केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को पत्र लिखकर कहा कि तमिलनाडु के लिए कावेरी का पानी छोड़ना संभव नहीं है क्‍योंकि ऐसा करने पर उनके राज्य के किसानों, आम लोगों और पशुओं को संकट का सामना करना पड़ेगा। सिद्दारमैया ने रेखांकित किया, "किसानों, पशुओं और पीने के लिए कावेरी जल पर निर्भर लोगों को संकट में धकेल कर कावेरी जल विनियमन समिति (सीडब्ल्यूआरसी) के आदेश को लागू करना संभव नहीं है।"
उन्होंने कहा कि समिति के निर्णय के अनुसार केआरएस और काबिनी बांधों से बिलिगुंडलू के माध्यम से 15 दिन के लिए 5,000 क्यूसेक पानी छोड़ना संभव नहीं है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री शेखावत से राज्य की जनता और पशुधन के हितों की रक्षा का भी अनुरोध किया है।
उन्होंने कहा, कर्नाटक ने समिति के पहले के आदेश का पालन किया था और वर्तमान में अधिकांश तालुक मानसून की विफलता के कारण सूखे का सामना कर रहे हैं। सिद्धारमैया ने कहा, "जून से मध्य सितंबर तक तमिलनाडु ने 100 टीएमसी पानी का उपयोग किया था। सूखे की अवधि में उपयोग 1987-88, 2002-03, 2012-13, 2016-17 और 2017-18 से अधिक है। हालांकि पानी का स्तर कर्नाटक के बांध सबसे निचले स्तर पर हैं।''
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की भविष्यवाणी के मुताबिक, 12 से 24 सितंबर के बीच बारिश की कोई संभावना नहीं है। सिद्धारमैया ने कहा कि तमिलनाडु के मेट्टूर बांध में 12 सितंबर को जल भंडारण स्तर 24.233 टीएमसी था। अगर छोड़े गए पानी को ध्यान में रखा जाए, तो तमिलनाडु की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध है।
खड़ी फसलों के लिए 70 टीएमसी पानी, पीने के पानी के लिए 33 टीएमसी पानी और उद्योगों के लिए 3 टीएमसी पानी की आवश्यकता होती है। सिद्धारमैया ने कहा, "हमारा भंडारण केवल 53 टीएमसी है और यह आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है।"
कर्नाटक सरकार ने बुधवार को सीडब्ल्यूआरसी के समक्ष एक और याचिका दायर करने का फैसला किया, ताकि राज्य की वर्तमान स्थिति को रेखांकित किया जा सके, जिसके कारण तमिलनाडु को पानी छोड़ने में असमर्थता हो रही है। सिद्दारमैया ने कहा कि इस संबंध में बुधवार को यहां हुई सर्वदलीय बैठक में निर्णय लिया गया। बैठक के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए सिद्दारमैया ने कहा, ''याचिका सुप्रीम कोर्ट में भी सौंपी जाएगी और मौजूदा स्थिति के बारे में बताया जाएगा। और 5,000 क्यूसेक पानी छोड़े जाने और सुप्रीम कोर्ट के समक्ष याचिका दायर करने के संबंध में उप मुख्‍यमंत्री डी.के. शिवकुमार दिल्ली जाएंगे और कानूनी टीम के साथ इस मामले पर चर्चा करेंगे।''
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि इस मुद्दे पर राज्य के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के लिए समय मांगने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पत्र लिखा जाएगा।
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नोएडा में मिला खतरनाक वेरिएंट डेन-2 स्ट्रेन

  • अब तक सामने आए 3400 से ज्यादा मामले
उत्तर प्रदेश। उत्तर प्रदेश में डेंगू तेजी से बढ़ता जा रहा है। अब तक 3400 से ज्यादा मामले सामने आए है और तीन लोगों की मौत हो चुकी है। राजधानी लखनऊ, गाजियाबाद और नोएडा में 1100 से भी अधिक मरीज मिले है। वहीं, नोएडा में डेंगू का खतरनाक वेरिएंट डेन-2 स्ट्रेन पाया गया है। जो काफी घातक है। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग और भी अलर्ट हो गया है। लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
बता दें कि इस बार प्रदेश में भारी बारिश के कारण बाढ़ आई और नदियों में उफान की स्थिति बनी होने की वजह से पिछले साल के मुकाबले इस साल ज्यादा पनपने का मौका मिला। पिछले साल के मुकाबले इस साल अब तक चार गुना ज्यादा डेंगू के मामले सामने आ चुके हैं। नोएडा में डेंगू का खतरनाक वेरिएंट डेन-2 स्ट्रेन पाया गया है। जो काफी घातक है। वहीं, इसी हफ्ते हुई भारी बारिश से डेंगू के एडीज मच्छर (एशियन टाइगर) के लिए माहौल और मुफीद हो गया है। डॉक्टर कह रहे हैं कि इस बारिश से डेंगू के मामले सर्दियां शुरू होने के बाद तक आ सकते हैं। जिन जगहों पर बारिश में पानी जमा हुआ है, वहां पर ज्यादा सावधानी की जरूरत है।
जानकारी के मुताबिक, डेंगू का मच्छर सूरज के निकलने के 3 घंटे और सूर्य के अस्त से पहले के तीन घंटों में ज्यादा एक्टिव होता है। यह मच्छर रात में या तेज धूप में ज्यादा एक्टिव नहीं रहता। अगर कोई स्टैंडिंग पोजीशन में हैं, तो यह मच्छर उसे घुटने से नीचे काट सकता है। लेकिन अगर कोई बैठे हुए या लेटी हुई पोजिशन में है तो हाथ और चेहरा पर भी काट सकता है। यह मच्छर घर, ऑफिस और पार्क सभी जगहों पर मिलता है। डॉक्टरों की सलाह है कि घर में या बाहर निकलने पर हाथों-पैरों को पूरी तरह से कवर करके रखें। डेंगू से संक्रमित इंसान को काटकर एडीज मच्छर दूसरे इंसानों तक इस वायरस को पहुंचाता है। डेंगू मच्छर के काटने के बाद करीब 3-5 दिनों के बाद मरीज में डेंगू बुखार के लक्षण दिखाई देते हैं। कई बार बुखार नहीं भी आ रहा है। डेंगू का सबसे अहम लक्षण बुखार है जो 4 से 10 दिन तक रह सकता है। इस बुखार में जोड़ों में दर्द काफी रहता है।
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80% भारतीय प्रोफेशनल्स को लगता है AI उनके काम करने का तरीका बदल देगा : रिपोर्ट

नई दिल्ली भारत में लगभग हर पांच में से चार पेशेवरों का मानना है कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) उनके काम करने के तरीके में महत्वपूर्ण बदलाव लाएगा, जबकि 10 में से 8 पेशेवरों का मानना है कि एआई के परिणामस्वरूप अगले साल उनकी नौकरियों में 'महत्वपूर्ण' बदलाव आएगा।
पेशेवर नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म लिंक्डइन की गुरुवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, एआई ने पेशेवरों के बीच कुछ अनिश्चितता पैदा कर दी है। जहां 60 प्रतिशत पेशेवर अभिभूत महसूस कर रहे हैं, वहीं 39 प्रतिशत चिंतित हैं कि वे कार्यस्थल में एआई के विकास के साथ तालमेल नहीं बिठा पाएंगे। अधिकांश भारतीय पेशेवर इस बदलाव को अपनाने को तैयार हैं। 10 में से सात पेशेवरों ने कहा कि वे एआई के बारे में और अधिक सीखना चाहते हैं, भले ही वे नहीं जानते कि कहां से शुरू करें।
वास्तव में, 68 प्रतिशत कार्यबल स्वीकार करता है कि वह पहले से ही अपनी नौकरी में जेनरेटिव एआई का उपयोग कर रहा है, जिनमें से 50 प्रतिशत चैटजीपीटी जैसे एआई उपकरण आज़मा रहे हैं। रिपोर्ट में पाया गया कि चैटजीपीटी के उपयोग में मिलेनियल्स (54 प्रतिशत) सबसे आगे हैं, इसके बाद जेनजेड (46 प्रतिशत) पेशेवर हैं। लिंक्डइन की इंडिया एडिटोरियल लीड और करियर एक्सपर्ट निर्जिता बनर्जी ने कहा, "हालांकि गति प्राप्त करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन लोगों को उन सकारात्मकताओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए देखना उत्साहजनक है जो एआई उनके कामकाजी जीवन में ला सकता है।"
उन्‍होंने कहा, "भारत में 10 में से नौ (90 प्रतिशत) पेशेवरों का मानना है कि एआई अगले पांच वर्षों में टीम का एक अदृश्य साथी होगा और अपने खाली समय के साथ, कई लोग नए कौशल सीखकर, अधिक रचनात्मक और रणनीतिक काम करने पर ध्यान केंद्रित करके खुद में निवेश करना चाह रहे हैं, और अपने पेशेवर नेटवर्क को बढ़ाना चाहते हैं, जो मजबूत करियर बूस्टर हैं।" जब यह बात आती है कि एआई उनके करियर को आगे बढ़ाने में कैसे मदद करेगा, तो लगभग 57 प्रतिशत पेशेवरों ने कहा कि यह उन्हें ज्ञान तक तेजी से पहुंच प्रदान करके काम पर अधिक आत्मविश्वास देगा, जबकि 43 प्रतिशत ने कहा कि वे उस काम पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं जो अधिक मूल्यवर्द्धन करता है जिससेउन्हें जल्दी पदोन्नति मिलेगी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में पेशेवर सोचते हैं कि एआई उपकरण के काम में अधिक व्यापक उपयोग शुरू होने के बाद समस्या-समाधान (77 प्रतिशत), संचार (76 प्रतिशत), और रचनात्मकता (76 प्रतिशत) जैसे कौशल अधिक महत्वपूर्ण हो जाएंगे। देश के आधे से अधिक कार्यबल का मानना है कि एआई उनके काम को आसान बना सकता है और इसलिए नौकरी की संतुष्टि (55 प्रतिशत) बढ़ा सकता है और उन्हें अधिक कार्य-जीवन संतुलन (74 प्रतिशत) हासिल करने में मदद कर सकता है।
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अनंतनाग जिले में मुठभेड़, कर्नल समेत तीन अधिकारी शहीद

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में बुधवार को आतंकवादियों के साथ लोहा लेते हुए तीन जवान शहीद हो गए। शहीदों में सेना के कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष ढोंचक, कश्मीर पुलिस के डीएसपी हुमायूं भट शामिल हैं।
भारतीय सेना के अधिकारी ने बताया कि अनंतनाग में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सेना के कर्नल और मेजर और जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीएसपी ने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया है। अनंतनाग एनकाउंटर की जिम्मेदारी आतंकी संगठन टीआरएफ ने ली है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर) यूनिट के कमांडिंग कर्नल मनप्रीत सिंह, आरआर के मेजर आशीष और जम्मू-कश्मीर पुलिस के उपाधीक्षक हुमायूं भट्ट गोलीबारी में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इलाज के दौरान तीनों वीरगति को प्राप्त हुए।
अधिकारी ने बताया कि गडोले इलाके में आतंकियों के खिलाफ मंगलवार शाम को ऑपरेशन शुरू हुआ था, लेकिन रात में इसे बंद कर दिया गया। बुधवार सुबह आतंकवादियों की तलाश तब फिर से शुरू हुई जब सूचना मिली कि उन्हें एक ठिकाने पर देखा गया है। कर्नल सिंह ने आगे से अपनी टीम का नेतृत्व करते हुए आतंकियों पर हमला बोल दिया। हालांकि, आतंकवादियों ने उन पर गोलीबारी कर दी। इलाके में मौजूद आतंकवादियों को ढेर करने के लिए विशेष बलों को तैनात किया गया है। बताया जा रहा है कि 3 से 4 आतंकी मौजूद हैं। यहां तलाशी अभियान रात भर जारी रहेगा।
मेजर आशीष मूल रूप से हरियाणा के पानीपत के बिंझौल गांव के रहने वाले थे। फिलहाल उनका परिवार पानीपत के सेक्टर-7 में किराए के मकान में रहता है। वहीं, हुमायूं भट्ट जम्मू-कश्मीर पुलिस के सेवानिवृत्त आईजी गुलाम हसन भट्ट के बेटे हैं।
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जौलीग्रांट से बदरीनाथ-केदारनाथ के लिए उड़ान 18 सितंबर से शुरू होगी

उत्तराखंड। रुद्राक्ष एविएशन एक बार फिर 18 सितंबर से जौलीग्रांट से बद्रीनाथ और केदारनाथ के लिए उड़ान सेवा शुरू करने जा रहा है। इसकी तैयारियां शुरू हो गई हैं. दोनों धामों के लिए प्रति व्यक्ति किराया 95 हजार रुपये होगा, जिसमें नाश्ता, भोजन और वीआईपी दर्शन की सुविधा शामिल है.
इस साल चारधाम यात्रा सीजन में पहली बार रुद्राक्ष एविएशन के एमआई 17 हेलीकॉप्टर ने एक मई से जौलीग्रांट से बद्रीनाथ और केदारनाथ के लिए उड़ान सेवा शुरू की थी. भारी बारिश के कारण 20 जून के बाद उड़ान रोक दी गई थी. इस दौरान जौलीग्रांट से करीब एक हजार श्रद्धालुओं ने दोनों धामों के दर्शन किये। अब बारिश थमने के बाद रुद्राक्ष एविएशन 18 सितंबर से दोबारा जौलीग्रांट से दोनों धामों के लिए उड़ान भरने जा रहा है। 15 सितंबर तक हेलीपैड पर कर्मचारी और रखरखाव टीमें भी तैनात कर दी जाएंगी। जिसके बाद नियमित कपाट बंद होने तक श्रद्धालु जौलीग्रांट से हेली सेवा से बद्रीनाथ और केदारनाथ जा सकेंगे।
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