हिंदुस्तान

CM सिद्धारमैया ने चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर इसरो प्रमुख को दी बधाई

बेंगलुरु। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने चंद्रयान-3 की सफलतापूर्वक लैंडिंग पर इसरो प्रमुख एस सोमनाथ को बधाई दी।
साउथ पोल को ही क्यों चुना?
चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवर पर चंद्रयान-3 की लैंडिंग के साथ ही बुधवार को भारत ने इतिहास रच दिया। ऐसा करने वाला पहला देश बन बया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (ISRO) के प्रमुख एस सोमनाथ ने बताया है कि इसरो ने चंद्रयान-3 की लैंडिंग के लिए चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव को ही क्यों चुना। इसरो चीफ के जवाब भविष्य में चांद पर मानव जीवन की कल्पना को और बल दे रहा है।
उन्होंने कहा, "हम दक्षिणी ध्रुव के करीब पहुंच गए हैं, जो लगभग 70 डिग्री पर है। दक्षिणी ध्रुव पर सूरज की कम रोशनी पहुंचती है। इसका एक विशिष्ट लाभ है। इस हिस्से में और भी अधिक वैज्ञानिक सामग्री होने की संभावना है। चंद्रमा पर काम करने वाले वैज्ञानिकों ने दक्षिणी ध्रुव में बहुत रुचि दिखाई है, क्योंकि यहां मानव जाकर अपना उपनिवेश बनाना चाहते हैं और फिर उससे आगे की यात्रा करना चाहता है। हम जिसकी तलाश कर रहे हैं, उसके दक्षिणी ध्रुव में होने की क्षमता है।"
न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में चंद्रमा की सतह पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर इसरो अध्यक्ष एस सोमनाथ ने कहा, ''मन पर क्या बीती, इसका वर्णन करना बहुत कठिन है। यह खुशी हो सकती है, यह उपलब्धि का सार हो सकता है और योगदान देने वाले सभी लोगों को धन्यवाद देना हो सकता है।''
आदित्य एल-1 और गगनयान मिशन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ''सूर्य के लिए आदित्य मिशन सितंबर में लॉन्च के लिए तैयार हो रहा है। गगनयान पर अभी भी काम चल रहा है। हम क्रू मॉड्यूल और क्रू एस्केप क्षमता को प्रदर्शित करने के लिए संभवतः सितंबर या अक्टूबर के अंत तक एक मिशन करेंगे, जिसके बाद कई परीक्षण मिशन होंगे जब तक कि हम संभवतः 2025 तक पहला मानव मिशन नहीं कर लेते।''
इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने प्रज्ञान रोवर और इसकी कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि प्रज्ञान रोवर के पास दो उपकरण हैं, दोनों चंद्रमा पर मौलिक संरचना के निष्कर्षों के साथ-साथ रसायनिक संरचनाओं से संबंधित हैं। इसके अलावा, यह सतह पर चक्कर लगाएगा। हम एक रोबोटिक पथ नियोजन अभ्यास भी करेंगे जो हमारे लिए भविष्य के अन्वेषणों के लिए महत्वपूर्ण है।
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अरुण जेटली की पुण्यतिथि, अमित शाह और जेपी नड्डा ने दी श्रद्धांजलि

नई दिल्ली। भाजपा के दिग्गज नेता रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली की गुरुवार को पुण्यतिथि है। इस अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एवं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने देश सेवा में उनके योगदान को याद करते हुए उन्हें नमन कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की है।
अमित शाह ने जेटली को याद करते हुए एक्स पर कहा, "अरुण जेटली की पुण्य तिथि पर, मैं प्रतिष्ठित नेता को विनम्रतापूर्वक अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। एक प्रखर राजनीतिज्ञ, उत्कृष्ट वक्ता और चमकदार प्रतिभा वाले वकील, जेटली ने समय की रेत पर अमिट पदचिह्न छोड़े हैं। देश के राजनीतिक क्षेत्र में उनके अमूल्य योगदान के लिए उन्हें सदैव याद किया जाएगा।"
वहीं भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक्स पर लिखा, "देश की उन्नति, प्रतिष्ठा व जनसेवा को समर्पित अरुण जेटली की पुण्यतिथि पर उन्हें सादर नमन करता हूं। ओजस्वी वक्ता, कुशल राजनीतिज्ञ व अद्वितीय कानूनविद् के स्वरूप में आप आजीवन देशसेवा में संलग्न रहे। आपका व्यक्तित्व सदैव हमारी प्रेरणा बना रहेगा।"
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भारतीय अर्थव्यवस्था में वैश्विक आशावाद है : PM मोदी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को जयपुर में जी20 व्यापार और निवेश मंत्रियों की बैठक को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि "भारतीय अर्थव्यवस्था में वैश्विक आशावाद और विश्वास है। भारत को खुलेपन अवसर और विकल्प के संयोजन के रूप में देखा जाता है।" पीएम मोदी ने कहा, "नौ वर्षों के दौरान, भारत पांचवीं सबसे बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्था बन गया है। यह हमारे निरंतर प्रयासों का परिणाम है। हमने 2014 में 'सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन' की यात्रा शुरू की।"
प्रधानमंत्री ने कहा, महामारी से लेकर भू-राजनीतिक तनाव तक, वर्तमान वैश्विक चुनौतियों ने विश्व अर्थव्यवस्था का परीक्षण किया है, इसलिए "जी20 के रूप में, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और निवेश में विश्वास का पुनर्निर्माण करना हमारी जिम्मेदारी है। हमें लचीला और समावेशी निर्माण करना चाहिए" वैश्विक मूल्य शृंखलाएँ जो भविष्य के झटकों को झेल सकेंगी"। इस संदर्भ में, वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं के मानचित्रण के लिए एक जेनेरिक फ्रेमवर्क बनाने का भारत का प्रस्ताव महत्वपूर्ण है। पीएम मोदी ने कहा, इस ढांचे का लक्ष्य कमजोरियों का आकलन करना, जोखिमों को कम करना और लचीलापन बढ़ाना है।
उन्‍होंने कहा, "व्यापार में प्रौद्योगिकी की परिवर्तनकारी शक्ति निर्विवाद है। भारत के ऑनलाइन एकल अप्रत्यक्ष कर - जीएसटी - में बदलाव ने अंतर-राज्य व्यापार को बढ़ावा देने वाले एकल आंतरिक बाजार बनाने में मदद की। हमारा यूनिफाइड लॉजिस्टिक्स इंटर-फेस प्लेटफॉर्म व्यापार लॉजिस्टिक्स को सस्ता और अधिक पारदर्शी बनाता है। एक अन्य गेम चेंजर 'डिजिटल कॉमर्स के लिए ओपन नेटवर्क' है, जो हमारे डिजिटल मार्केटप्लेस इकोसिस्टम को लोकतांत्रिक बनाएगा,''
उन्होंने कहा, भारत एक नियम-आधारित, खुली, समावेशी, बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली में विश्वास करता है, जिसके मूल में डब्ल्यूटीओ है। प्रधानमंत्री ने कहा, "भारत ने 12वें डब्ल्यूटीओ मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में वैश्विक दक्षिण की चिंताओं की वकालत की है। हम लाखों किसानों और छोटे व्यवसायों के हितों की रक्षा पर आम सहमति बनाने में सक्षम थे। वैश्विक स्तर पर उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए हमें एमएसएमई पर अधिक ध्यान देना चाहिए। “
"एमएसएमई 60 से 70 प्रतिशत रोजगार देते हैं और वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद में 50 प्रतिशत का योगदान देते हैं। उन्हें हमारे निरंतर समर्थन की आवश्यकता है। उनका सशक्तिकरण सामाजिक सशक्तिकरण में बदल जाता है। हमारे लिए, एमएसएमई का अर्थ है - सूक्ष्म, लघु और मध्यम को अधिकतम समर्थन उद्यम।
"भारत ने हमारे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म- सरकारी ई-मार्केटप्लेस के माध्यम से एमएसएमई को सार्वजनिक खरीद में एकीकृत किया है। हम पर्यावरण पर 'शून्य दोष' और 'शून्य प्रभाव' के लोकाचार को अपनाने के लिए अपने एमएसएमई क्षेत्र के साथ काम कर रहे हैं। वैश्विक स्तर पर उनकी भागीदारी बढ़ रही है व्यापार और वैश्विक मूल्य शृंखला भारतीय राष्ट्रपति पद की प्राथमिकता रही है। पीएम मोदी जयपुर में जी20 प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए पीएम मोदी ने कहा, "यह क्षेत्र अपने गतिशील और उद्यमशील लोगों के लिए जाना जाता है।"
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चंद्रयान-3 की लैंडिंग पर PM मोदी ने शुभकामनाओं के लिए विश्व नेताओं को दिया धन्यवाद

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को चंद्रमा पर चंद्रयान-3 मिशन की सफल लैंडिंग पर विश्व नेताओं को उनके बधाई संदेशों के लिए धन्यवाद दिया। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड, भूटान के प्रधानमंत्री लोटे शेरिंग से लेकर संयुक्त अरब अमीरात के शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान तक कई नेताओं ने इसरो की उपलब्धि पर प्रधानमंत्री को शुभकामनाएं भेजीं।
मोदी ने भूटान के प्रधानमंत्री के संदेश के जवाब में एक्स पर लिखा, "चंद्रयान -3 पर सराहना के शब्दों के लिए पीएम भूटान लोटे शेरिंग को धन्यवाद। भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम हमेशा वैश्विक कल्याण को आगे बढ़ाने के लिए जो भी संभव होगा वह करेगा।" प्रधानमंत्री ने मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम सोलिह के प्रति आभार व्यक्त किया, "आपकी शुभकामनाओं के लिए आभार राष्ट्रपति।" पीएम मोदी ने प्रचंड को उनके बधाई संदेश के लिए धन्यवाद भी दिया।
उन्होंने एक्स पर प्रचंड के बयान के जवाब में पोस्ट किया, "बधाई संदेश के लिए सीएम प्रचंड को धन्यवाद।" नॉर्वे के प्रधानमंत्री जोनास घर स्टोर के संदेश का जवाब देते हुए, पीएम मोदी ने कहा, "वास्तव में प्रधान मंत्री जोनास आज ग्रह के लिए एक ऐतिहासिक दिन है।" प्रधानमंत्री ने दुबई के प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम को भी उनकी शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद दिया।
मोदी ने एक्स पर कहा, "धन्यवाद । भारत की सफलताएं 140 करोड़ भारतीयों की ताकत, कौशल और दृढ़ संकल्प से संचालित होती हैं।" उन्होंने बधाई संदेश के लिए जमैका के प्रधानमंत्री एंड्रयू होल्नेस को भी धन्यवाद दिया।
पीएम मोदी ने कहा, "शुभकामनाओं के लिए पीएम को धन्यवाद।" स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज़ के ट्वीट के जवाब में, प्रधान मंत्री ने कहा, "वास्तव में, विज्ञान की शक्ति के माध्यम से, भारत सभी के लिए उज्जवल भविष्य की दिशा में काम कर रहा है। शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद ।"
उन्होंने शेख जायद को उनके संदेश के लिए धन्यवाद भी दिया। पीएम मोदी ने एक्स पर कहा, "मैं महामहिम शेख जायद को उनकी शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद देता हूं। यह मील का पत्थर न केवल भारत का गौरव है, बल्कि मानव प्रयास और दृढ़ता का प्रतीक है। विज्ञान और अंतरिक्ष में हमारे प्रयास सभी के लिए एक उज्जवल कल का मार्ग प्रशस्त करें।"
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चंद्रयान-3 : अब रोवर प्रज्ञान की बारी

  • जानिए कब छुएगा चांद की जमीन
चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक लैंडिंग करके चंद्रयान-3 ने इतिहास रच दिया है। भारत ऐसा करने वाला दुनिया का चौथा देश बन गया है, अब सभी की निगाहें प्रज्ञान रोवर पर हैं। प्रज्ञान रोवर अब चंद्रमा की सतह पर उतरने के लिए तैयार है। प्रज्ञान चंद्रमा की सतह पर उतरकर कई तरह की डेटा कलेक्शन करने वाला है। इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने बताया कि विक्रम लैंडर के साथ चांद पर गया प्रज्ञान रोवर अपना काम 14 दिनों में खत्म कर लेगा। ऐसा बताया जा रहा है कि प्रज्ञान तत्काल काम करना शुरू कर देगा और वह लगातार 14 दिन तक काम करेगा।
रोवर प्रज्ञान इतने दिन करेगा काम-
रोवर प्रज्ञान अपना सारा डाटा विक्रम लैंडर को देगा और वहां से डाटा सीधा इसरो को एजेंसी में ट्रांसफर कर देगा। असल में धरती के 14 दिन के बराबर चांद का एक दिन होता है, इसी परिस्थिति के हिसाब से प्रज्ञान सिर्फ एक लूनर डे यानी 14 दिन तक एक्टिव रहेगा। चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने की वजह से उसे फिर से रिचार्ज किए जाने की उम्मीद कम है। हालांकि, इसरो के वैज्ञानिकों को भरोसा है कि प्रज्ञान और विक्रम एक अतिरिक्त लूनर डे तक काम कर सकते हैं, वहां उन्हें सूरज से मदद मिलेगी जिसके जरिए वे खुद को चार्ज कर सकते हैं।
गौरतलब है कि भारत किसी खगोलीय पिंड पर यान उतारने की प्रौद्योगिकी हासिल करने वाले वाले चार देशों के विशिष्ट क्लब में शामिल हो गया और यह अबतक चंद्रमा के अज्ञात रहे दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर उतारने वाला पहला देश बन गया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने अंतरिक्ष क्षेत्र में एक नया इतिहास रचते हुए चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर ‘विक्रम’ और रोवर ‘प्रज्ञान’ से लैस एलएम की साफ्ट लैंडिग कराने में सफलता हासिल की। भारतीय समयानुसार शाम करीब छह बजकर चार मिनट पर इसने चांद की सतह को छुआ।
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चंद्रयान-3 : लैंडर से नीचे उतरा रोवर, चांद पर भारत ने की सैर

नई दिल्ली। इसरो ने ट्वीट किया, "CH-3 रोवर लैंडर से नीचे उतरा और भारत ने चंद्रमा पर सैर की। अधिक अपडेट जल्द ही।" चंद्रयान-3 की कल सफल लैंडिंग के साथ इसरो ने इतिहास रच दिया। विक्रम लैंडर से प्रज्ञन रोवर भी बाहर निकल आया है। इसरो ने इसकी जानकारी दी है। इसरो ने अपने ट्वीट में लिखा, "चंद्रयान-3 का रोवर लैंडर से नीचे उतर गया। भारत ने चंद्रमा पर सैर की।" राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 'विक्रम' लैंडर से रोवर 'प्रज्ञान' के सफलता पूर्वक बाहर आने के लिए इसरो की टीम को बधाई दी है।
आपको यह भी बता दें कि चंद्रयान-3 मिशन के लैंडर 'विक्रम' ने चंद्रमा की सतह पर उतरने के लिए अपेक्षाकृत एक समतल क्षेत्र को चुना है। उसके कैमरे से ली गयी तस्वीरों से यह पता चला है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने इसकी पुष्टि की है।
14 दिनों तक क्या करेगा रोवर?
चंद्रयान-3 की चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग के बाद अब रोवर मॉड्यूल इसरो के वैज्ञानिकों द्वारा दिए गए 14 दिवसीय कार्य शुरू करेगा। उसके विभिन्न कार्यों में चंद्रमा की सतह के बारे में और जानकारी हासिल करने के लिए वहां प्रयोग करना भी शामिल है। 'विक्रम' लैंडर के चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग कर अपना काम पूरा करने के बाद अब रोवर 'प्रज्ञान' के चंद्रमा की सतह पर कई प्रयोग करने के लिए लैंडर मॉड्यूल से बाहर निकल चुका है।
इसरो के अनुसार, लैंडर और रोवर में पांच वैज्ञानिक उपक्रम (पेलोड) हैं जिन्हें लैंडर मॉड्यूल के भीतर रखा गया है। इसरो ने कहा कि चंद्रमा की सतह पर वैज्ञानिक प्रयोग करने के लिए रोवर की तैनाती चंद्र अभियानों में नयी ऊंचाइयां हासिल करेगी। लैंडर और रोवर दोनों का जीवन काल एक-एक चंद्र दिवस है जो पृथ्वी के 14 दिन के समान है।
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राजस्थान विस चुनाव : पीसीसी ने जारी की जिला प्रभारियों की सूची

  • कांग्रेस सरकार की तैयारीयां जोरो पर
राजस्थान। राजस्थान विधानसभा चुनाव के मध्य नजर राजस्थान में कांग्रेस की सरकार की तैयारीयां जोरो पर है। इस को ध्यान में रखते हुए पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा द्वारा एक महत्वपूर्ण कमेटी का गठन किया गया है। अब प्रदेश चुनाव समिति के सदस्यों को राजस्थान के कई जिलों का प्रभारी बनाया गया है। पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने मंगलवार को सभी जिलों के प्रभारी 25 सदस्यों की सूची जारी की। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा द्वारा प्रदेश चुनाव समिति के सदस्यों को राजस्थान के कई जिलों का प्रभारी बनाया गया है अब ये सभी जिला प्रभारी अपने-अपने जिलों में जाकर क्षेत्र का फीडबैक लेंगे और इसकी रिपोर्ट कांग्रेस की चुनाव समिति को सौंपेंगे। मंगलवार को जारी सूची में 25 सदस्यों को जिलों का प्रभारी और विभिन्न जिलों की चुनाव समिति का सदस्य बनाया गया हैं।
जयपुर शहर के लिए जितेंद्र सिंह और जयपुर ग्रामीण के लिए शाले मोहम्मद को प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। बीकानेर सिटी, रूरल और टोंक के लिए रघुवीर मीणा और हरीश चौधरी, अलवर, झुंझुनूं के लिए मोहन प्रकाश और रामेश्वर डूडी, सिरोही, जालौर, पाली, प्रतापगढ़ के लिए प्रमोद जैन भाया और शकुंतला रावत को जिले का प्रभारी मनोनीत किया गया है। प्रताप सिंह खाचरियावास और धीरज गुर्जर इसी तरह जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर ग्रामीण, जोधपुर उत्तर, दक्षिण, जोधपुर शहर के लिए महेंद्रजीत सिंह मालवीया और रामलाल जाट को प्रभारी का जिम्मेदारी दी गई है। बांरा, झालावाड़, सवाई माधोपुर के लिए रमेश चंद मीना और डॉ. रघु शर्मा को कमान सौंपी गई है। राजसमंद में उदय लाल आंजना को प्रभारी नियुक्त किया गया है। प्रताप सिंह खाचरियावास और धीरज गुर्जर को धौलपुर, करौली, भरतपुर, दौसा की जिम्मेदारी दी गई है।
लालचंद कटारिया और ममता भूपेश को अजमेर शहर, ग्रामीण और भीलवाड़ा के लिए जिला प्रभारी बनाया गया है। इसी तरह भजनलाल जाटव और मुरली लाल मीना को उदयपुर शहर, उदयपुर ग्रामीण, बांसवाड़ा, डूंगरपुर की जिम्मेदारी सौंपी गई है। गोविंद राम मेघवाल और जुबेर खान को कोटा शहर, बूंदी ग्रामीण और चित्तौड़गढ़ का प्रभारी बनाया गया है। अशोक चांदना और सुखराम बिश्नोई को श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और सीकर का प्रभार दिया गया है। नागौर और चूरू जिले के लिए राजेंद्र यादव और नीरज डांगी को प्रभारी बनाया गया है। जारी सूची में समिति के सदस्य को 25 से 27 अगस्त तक अपने-अपने जिलों में जाकर कांग्रेस जिला अध्यक्षों और कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर विधानसभा सीटों पर फीडबैक लेंगे। इस दौरान जिलों के प्रभारी चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवारों का बायोडाटा भी लेंगे। उनकी सूची तैयार कर कांग्रेस की चुनाव समिति को भेजी जाएगी।
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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने दी CM भूपेश बघेल को जन्म दिवस की बधाई

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को आज उनके जन्म दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने दूरभाष पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने बघेल को स्वस्थ, सुदीर्घ और खुशहाल जीवन के लिए शुभकामनाएं दीं।
विनोद वर्मा के यहां ED रेड पर सीएम बघेल का ट्ववीट- आदरणीय प्रधानमंत्री जी एवं श्री अमित शाह जी! मेरे जन्मदिन के दिन आज आपने मेरे राजनीतिक सलाहकार एवं मेरे OSD सहित करीबियों के यहाँ ED भेजकर जो अमूल्य तोहफा दिया है, इसके लिए बहुत आभार.
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कांग्रेस अध्यक्ष ने मनरेगा बजट में कटौती के लिए केंद्र की आलोचना की

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को यूपीए सरकार की मनरेगा योजना की सराहना की और इसके बजट में कटौती के लिए भाजपा सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि यह कोविड लॉकडाउन के दौरान जीवनरक्षक बनी और करोड़ों श्रमिकों के लिए सुरक्षा जाल के रूप में काम किया।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक ट्वीट में कहा, "2005 में आज ही के दिन हमारी कांग्रेस-यूपीए सरकार ने करोड़ों लोगों को 'काम का अधिकार' सुनिश्चित करने के लिए मनरेगा लागू किया था।" केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार पर हमला बोलते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, 'भले ही मोदी सरकार ने इस साल मनरेगा के बजट में 33 फीसदी की कटौती की है और उस पर 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का 6,366 करोड़ रुपये का मनरेगा मजदूरी बकाया है, फिर भी कांग्रेस के समय शुरू हुआ यह प्रमुख कार्यक्रम अब भी 14.42 करोड़ सक्रिय श्रमिकों का समर्थन करता है, जिनमें से आधे से अधिक महिलाएं हैं।''
उन्होंने कोविड महामारी के दौरान योजना द्वारा निभाई गई भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा, "कोविड लॉकडाउन के दौरान मनरेगा एक जीवनरक्षक था और इसने करोड़ों श्रमिकों के लिए सुरक्षा जाल के रूप में काम किया, जिससे महामारी के दौरान उनकी आय के 80 प्रतिशत नुकसान की भरपाई हुई।"
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) 25 अगस्त 2005 को अधिनियमित भारतीय कानून है। मनरेगा वैधानिक न्यूनतम वेतन पर सार्वजनिक कार्य-संबंधी अकुशल शारीरिक कार्य करने के इच्छुक किसी भी ग्रामीण परिवार के वयस्क सदस्यों को प्रत्येक वित्तीय वर्ष में सौ दिनों के रोजगार की कानूनी गारंटी प्रदान करता है।
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चंद्रयान 3 की लाइव लैंडिंग देखेंगे IIT, IIM और देश के सभी विश्वविद्यालयों के छात्र

नई दिल्ली। देशभर के सभी उच्च शिक्षण संस्थान चंद्रयान 3 की लैंडिंग की लाइव स्ट्रीमिंग आयोजित करेंगे। देशभर के सभी आईआईटी और आईआईएम जैसे इंस्टिट्यूशन के छात्र भी चंद्रयान की लाइव लैंडिंग देख सकेंगे।
इसके अलावा सभी केंद्रीय व अन्य विश्वविद्यालयों में भी छात्रों को चंद्रयान की लाइव लैंडिंग दिखाने की व्यवस्था की गई है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का कहना है कि दुनिया की निगाहें इसपर टिकी हुई हैं। भारत के चंद्रमा मिशन की अंतिम सीमा के विस्मय और उत्साह को जीना और अनुभव करना एक गौरवपूर्ण क्षण है। चंद्रयान-3 की उल्लेखनीय यात्रा पहले ही गौरव का स्थान अर्जित कर चुकी है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अनुसार, चंद्रयान-3 बुधवार 23 अगस्त को चंद्रमा पर उतर रहा है। वैज्ञानिकों के मुताबिक लगभग शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रयान-3 चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग करने के लिए पूरी तरह तैयार है। ऐसे में देश भर के उच्च शिक्षा संस्थानों से अनुरोध किया गया है कि वे शाम 5 बजकर 30 मिनट से 6 बजकर 30 बजे तक अपने संस्थानों में लाइव प्रसारण की विशेष सभाएं आयोजित करें ताकि देश भर के छात्र महत्वपूर्ण अवसर का गवाह बन सकें। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने चंद्रयान की लाइव लैंडिंग दिखाने के लिए आईआईटी और आईआईएम समेत देशभर के सभी उच्च शिक्षण संस्थानों से विशेष सभाएं आयोजित करने को कहा है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के सचिव ने इस संबंध में शिक्षा संस्थानों से कहा है कि भारत के चंद्रयान-3 की लैंडिंग एक यादगार अवसर है जो न केवल जिज्ञासा को बढ़ावा देगा बल्कि हमारे युवाओं के मन में नवाचार की भावना भी जगाएगा। शिक्षा मंत्रालय ने कहा है कि यह पल सभी भारतीयों एवं छात्रों में गर्व और एकता की गहरी भावना पैदा करेगा क्योंकि हम सामूहिक रूप से भारतीय कौशल का जश्न मनाएंगे।
इस संबंध में शिक्षा मंत्रालय व यूजीसी ने देशभर के उच्च शिक्षण संस्थानों को एक पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि चंद्रयान 3 की लाइव लैंडिंग का प्रसारण वैज्ञानिक जांच और नवाचार के माहौल को बढ़ावा देने में योगदान देगा। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ही तरह विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने भी सभी विश्वविद्यालयों के लिए ऐसे ही निर्देश जारी किए हैं।
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स्नैप ने Google के अनुभवी पुलकित त्रिवेदी को बनाया भारत के लिए प्रबंध निदेशक

नई दिल्ली। स्नैपचैट की पेरेंट कंपनी स्नैप ने बुधवार को पुलकित त्रिवेदी को भारत का प्रबंध निदेशक नियुक्त किया, जो स्नैप के एपीएसी अध्यक्ष अजीत मोहन को रिपोर्ट करेंगे। त्रिवेदी गूगल से स्नैप में शामिल हुए, जहां उन्होंने पिछले पांच साल गूगल पे-इंडिया बिजनेस टीम के निदेशक के रूप में बिताए हैं।
अपने नए रोल में, त्रिवेदी ऑर्गेनाइजेशन के इंडियन ऑपरेशन का नेतृत्व करने के लिए जिम्मेदार होंगे, जिसमें रेवेन्यू बढ़ाना, सपोर्टिंग पार्टनर्स और क्रिएटर इकोसिस्टम का बढ़ावा देना शामिल है। मोहन ने कहा, "बिजनेस के निर्माण और विस्तार में उनकी गहरी विशेषज्ञता है, जो भागीदारों के लिए बड़े पैमाने पर विकास को बढ़ावा देने में मदद करेगी। हम भारत में 200 मिलियन से अधिक स्नैपचैटर्स के अपने बढ़ते कम्युनिटी को खुश करना जारी रख सकेंगे।"
एक नए ऑपरेशनल स्ट्रक्चर के तहत, ग्रोथ, मार्केट डेवलपमेंट, पार्टनरशिप, कंटेंट और क्रिएटर इकोसिस्टम टीम अब सीधे त्रिवेदी को रिपोर्ट करेंगी। त्रिवेदी ने कहा, "भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती इंटरनेट अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, जो स्नैप को हमारे कम्युनिटी और बिजनेस के विस्तार में सक्रिय रूप से योगदान करने का एक असाधारण अवसर देता है।"
गूगल में नेतृत्व टीम के हिस्से के रूप में, त्रिवेदी व्यवसाय के लिए रणनीतिक योजनाएं बनाने, प्रमुख साझेदारियां बनाने और भारत में गूगल प्ले के मोनेटाइजेशन एजेंडे का नेतृत्व करने के लिए जिम्मेदार थे। त्रिवेदी अपने साथ टॉप टेक्नोलॉजी कंपनियों का 23 सालों से ज्यादा का अनुभव लेकर आए हैं, जिसमें देश में मेटा और गूगल में नेतृत्व की भूमिकाएं भी शामिल हैं।
मई में, स्नैप ने भारत में 200 मिलियन से ज्यादा मंथली एक्टिव स्नैपचैटर्स की उपलब्धि की घोषणा की, जिसमें 120 मिलियन से ज्यादा भारतीय स्नैपचैटर्स ऐप के चौथे और पांचवें टैब स्टोरीज और स्पॉटलाइट पर कंटेंट देख रहे थे। कंपनी ने कहा कि स्पॉटलाइट पर अकेले भारत में तीन गुना से ज्यादा समय बिताया गया है। नए जनेरेशन के क्रिएटर्स ने स्नैपचैट पर ऑडियंस और बिजनेस का निर्माण किया है।
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PM नरेंद्र मोदी दक्षिण अफ्रीका से चंद्रयान-3 की लैंडिंग देखेंगे

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दक्षिण अफ्रीका से भारत की अंतरिक्ष एजेंसी इसरो द्वारा लॉन्च किए गए तीसरे चंद्रमा मिशन चंद्रयान -3 की लैंडिंग देखेंगे, जहां वह 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। चंद्रयान-3 का लैंडर मॉड्यूल (एलएम)- लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान शाम 6.04 बजे चंद्रमा की सतह को छूने वाले हैं। आईएसटी. मिशन चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र पर एक नरम लैंडिंग करेगा, जिसमें प्रणोदन मॉड्यूल और लैंडर घटक की मदद से चौथे और अंतिम कक्षा-कम करने वाले पैंतरेबाज़ी को सफलतापूर्वक पूरा किया जाएगा।
चंद्रयान-3 के चंद्रमा की सतह पर उतरने से भारत को विज्ञान, अंतरिक्ष और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अपार प्रतिष्ठा मिलेगी। यह देश को चीन, अमेरिका और रूस के साथ एक ही लीग में खड़ा कर देगा, जिनमें से सभी ने अतीत में चंद्रमा पर सफल लैंडिंग की थी। इसके टचडाउन के बाद, चंद्रयान -3 के सौर ऊर्जा संचालित लैंडर और रोवर के पास अंधेरे दक्षिणी चंद्र इलाके का अध्ययन करने के लिए लगभग दो सप्ताह का समय होगा।
चंद्रमा के विशिष्ट क्षेत्र में पानी की मौजूदगी की संभावनाओं के कारण भू-राजनीतिक दौड़ छिड़ गई है। 14 वर्षों से चंद्रमा की परिक्रमा कर रहे नासा के चंद्र टोही ऑर्बिटर के डेटा से पता चलता है कि चंद्रमा के छाया वाले दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र में पानी की बर्फ हो सकती है जो मानवता को बनाए रख सकती है।
चंद्रयान-3, उतरने के बाद, क्षेत्र के बाह्यमंडल और ध्रुवीय रेजोलिथ की जांच करेगा। यह एक ऐसा क्षेत्र भी है जहां संयुक्त राज्य अमेरिका का आर्टेमिस-III, चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहला मानव मिशन, जो वर्तमान में 2025 के लिए योजनाबद्ध है, उतरेगा। चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग इसरो के लिए एक दुर्लभ उपलब्धि होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस ऐतिहासिक उपलब्धि के गवाह बनेंगे। प्रधान मंत्री ने बेंगलुरु में चंद्रयान -2 के प्रक्षेपण को देखा था, जो दुर्भाग्य से, एक सॉफ्टवेयर गड़बड़ी के कारण चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने के अपने लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर सका, जिसके कारण विक्रम अपने रास्ते से भटक गया।
इसरो अधिकारियों का अंतरिक्ष यान से संपर्क टूट गया। विफलता के बावजूद, पीएम मोदी ने इसरो टीम को बधाई दी और कसम खाई कि इस विफलता ने निकट भविष्य में चंद्रमा पर उतरने के भारत के दृढ़ संकल्प को मजबूत किया है।
डॉ शिवम ने चंद्रयान 2 को "इसरो द्वारा किया गया अब तक का सबसे जटिल मिशन" कहा।
चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर, जहां भारत का चंद्र मिशन उतरेगा, तापमान बेहद कम हो जाएगा, जो आश्चर्यजनक रूप से -414F (-248C) तक पहुंच जाएगा। अज्ञात क्षेत्र को अक्सर नासा द्वारा "रहस्य, विज्ञान और साज़िश" के रूप में वर्णित किया जाता है जहां किसी भी इंसान ने कभी कदम नहीं रखा है। जबकि रूस का लूना-25 इस क्षेत्र में उतरने वाला पहला विमान होता, लेकिन रविवार को यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे सभी की निगाहें इस ऐतिहासिक उपलब्धि को हासिल करने वाले भारत के चंद्रयान-3 पर टिक गईं। भारत छायादार क्षेत्रों या 'चंद्रमा के अंधेरे पक्ष' का पता लगाने के लिए वर्ष 2026 में जापान के सहयोग से संयुक्त चंद्र ध्रुवीय अन्वेषण (लुपेक्स) मिशन का भी उत्सुकता से इंतजार कर रहा है।
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चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के लिए राज्य भर में विशेष प्रार्थनाएं

बेंगलुरु। चंद्रयान-3 मिशन की सफलता को लेकर कर्नाटक के लोगों ने बुधवार को मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना की। आम लोगों सहित नेताओं ने भी विशेष प्रार्थना की। राज्य के रायचूर शहर के एनआईजी कॉलोनी में काशी विश्वनाथ मंदिर में 20 से अधिक बच्चों ने शिवलिंग का 'पंचामृत अभिषेक' किया। बच्चों ने भगवान के समक्ष स्तोत्र का पाठ किया और भारत के लिए चंद्रयान-3 मिशन की सफलता को लेकर ईश्वर से प्रार्थना की। बच्‍चों ने बताया कि हमने मिशन की सफलता के लिए भगवान को दूध अर्पित किया है। हमने श्लोक पढ़े और भजन गाए। अगर चंद्रयान-3 सफल होता है तो हमें चंद्रमा को करीब से देखने का मौका मिलेगा।
1008 श्रीशैल मठाधीश डॉ. चन्नासिद्दाराम पंडिताराध्य शिवाचार्य स्वामीजी ने चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के लिए भगवान श्रीशैल मल्लिकार्जुन से विशेष प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि पिछली बार मिशन सफल नहीं हो सका मगर भगवान के आशीर्वाद से चंद्रयान-3 मिशन सफल होगा। उन्होंने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों को शुभकामनाएं देते हुए उनकी सफलता की भी कामना की।
भाजपा विधायक टी.एस.श्रीवत्स के नेतृत्व में 82 लोगों की एक टीम ने चंद्रयान - 3 मिशन की सफलता के लिए विशेष प्रार्थना की। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वैज्ञानिकों के लिए नारे भी लगाए। बालेहोन्नुरु मठ के रंभपुरी श्री के नाम से मशहूर डॉ. वीरसोमेश्वर जगद्गुरु ने भी इस अवसर की सफलता की कामना की है।
उन्होंने कहा कि आज पूरा विश्व भारत की ओर रुख कर रहा है। हमारे वैज्ञानिकों का कार्य दूसरों के लिए आदर्श बने। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई देता हूं जो वैज्ञानिकों के पीछे खड़े रहे। यह गर्व की बात है कि हजारों वैज्ञानिकों में से एक डॉ. के. नंदिनी बालेहोन्नुरु की रहने वाली हैं। मैं उस स्वर्णिम पल का इंतजार कर रहा हूं।''
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आज चांद पर लहराएगा तिरंगा, ISRO ने शेयर की ये तस्वीर

नई दिल्ली। इसरो ने ट्वीट किया, "स्वचालित लैंडिंग अनुक्रम (एएलएस) शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार। लगभग 17:44 बजे निर्धारित बिंदु पर लैंडर मॉड्यूल (एलएम) के पहुंचने का इंतजार किया जा रहा है। एएलएस कमांड प्राप्त होने पर, एलएम संचालित वंश के लिए थ्रॉटलेबल इंजन को सक्रिय करता है। मिशन संचालन टीम आदेशों के क्रमिक निष्पादन की पुष्टि करती रहेगी। एमओएक्स में संचालन का सीधा प्रसारण 17:20 बजे शुरू होगा।"
भारत का मून मिशन यानी चंद्रयान-3 आज शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा। चंद्रयान-3 साउथ पोल इलाके में लैंडिंग करेगा। अगर लैंडिंग सफल होती है, तो भारत साउथ पोल इलाके में पहुंचने वाला पहला, जबकि सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला चौथा देश होगा। भारत से पहले अमेरिका, रूस और चीन चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग कर चुके हैं। इसरो के इस महत्वाकांक्षी मिशन को लेकर पूरे देश में उत्साह है। चंद्रयान-3 की सफलता के लिए देशभर के मंदिरों में पूजा अर्चना और मस्जिदों में दुआ मांगी जा रही है।
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बिहार की राजधानी पटना में जगह-जगह इसका लाइव प्रसारण दिखाया जाएगा। प्रसिद्ध गांधी मैदान में बड़ी स्क्रीन लगाई गई है, जहां करीब पांच हजार लोग एक साथ बैठकर चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग के गवाह बनेंगे। इसके अलावा कई स्कूलों में भी बच्चों को प्रोजेक्टर और स्मार्ट टीवी के जरिए चंद्रयान-3 का लाइव प्रसारण दिखाया जाएगा। इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनने के लिए बच्चे से लेकर बूढ़े तक हर वर्ग के लोगों में उत्साह है।
गांधी मैदान में बुधवार को चंद्रयान-3 की लाइव लैंडिंग दिखाई जाएगी। स्मार्ट सिटी के विशालकाय परदे (मेगा स्क्रीन) पर इसे दिखाया जाएगा। चंद्रमा पर चंद्रयान के उतरने का समय शाम 6 बजकर 4 मिनट है। तय समय से पहले ही मेगा स्क्रीन लगा दी जाएगी। इसको लेकर स्मार्ट सिटी के कर्मियों ने मंगलवार को ही तैयारी पूरी कर ली है। इस विशालकाय परदे पर पांच हजार लोग एक साथ खुले मैदान में देख सकेंगे। गांधी मैदान में गेट नंबर तीन एवं चार के पास कंट्रोल रूम बनाया गया है जहां से लाइव प्रसारण को नियंत्रित किया जाएगा।
चंद्रयान 3 की लैंडिंग के लाइव प्रसारण के लिए पटना के निजी स्कूलों के साथ कई सरकारी स्कूलों में इंतजाम किए गए हैं। केंद्रीय विद्यालय बेली रोड में कक्षा वार प्रोजेक्टर और स्मार्ट टीवी पर बच्चों को चंद्रयान-3 मिशन का लाइव दिखाया जाएगा। वहीं डीएवी बीएसईबी में भी प्रोजेक्टर लगाकर सीनियर कक्षाओं के विद्यार्थियों को इसे दिखाया जाएगा। केवी बेली रोड के प्राचार्य पीके सिंह ने कहा कि सभी कक्षाओं में स्मार्ट टीवी पर इसका सीधा प्रसारण दिखाया जाएगा। वहीं केंद्रीय विद्यालय कंकड़बाग में भी लाइव टेलिकास्ट किया जाएगा।
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भड़काऊ भाषण मामले में SC से आजम खान को राहत

  • निचली अदालत के सैंपल लेने के आदेश
नई दिल्ली। 2007 में रामपुर में समुदाय विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक बयानबाजी का मामले में सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान को राहत मिली है. कोर्ट ने इस मामले में वायस सैंपल देने के निचली अदालत के आदेश पर रोक लगाई है. आजम खान की याचिका पर SC ने यूपी सरकार को नोटिस जारी किया है.
इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार को नोटिस जारी किया है. आजम खान के खिलाफ 2007 में रामपुर में समुदाय विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करने पर विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था, जिस मामले में निचली अदालत ने आजम खान को वॉयस सैम्पल देने का आदेश दिया था. हाईकोर्ट से भी आजम खान को राहत नहीं मिली थी. हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ आजम खान ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर रखी है.
आजम ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के 25 जुलाई के आदेश के खिलाफ शीर्ष अदालत का रुख किया था. उच्च न्यायालय ने आजम की याचिका का निपटारा करते हुए मामले में रामपुर की अदालत का फैसला बरकरार रखा था. धीरज कुमार शील नाम के एक व्यक्ति ने 2007 में आजम के खिलाफ टांडा पुलिस थाने में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण)अधिनियम के तहत शिकायत दर्ज कराई थी.
शील ने सपा नेता पर नफरत भरा भाषण देने और बसपा अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश की तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती के खिलाफ कथित तौर पर अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था. रामपुर में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना) और 171-जी (चुनाव के संबंध में गलत बयान देना) के तहत मामला दर्ज किया गया था. पुलिस ने आजम के खिलाफ जनप्रतिनिधित्व अधिनियम और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की प्रासंगिक धाराएं भी लगाई थीं.
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मुआवजे को लेकर पंजाब में 16 किसान संगठनों ने शुरू किया प्रदर्शन

  • अंतरराज्यीय सीमाओं पर बढ़ाई गई सुरक्षा
चंडीगढ़। पंजाब सहित देश के कई राज्यों में भारी बारिश और बाढ़ के कारण किसानों की फसलें पूरी तरह तबाह हो गई है। किसानों के समक्ष अब भूखों मरने की नौबत आ गई है। सरकार द्वारा दी जा रही मुआवजे की राशि अपर्याप्त है इससे फसलों को हुए नुकसान की भरपाई नहीं की जा सकती है। ऐसे में बाढ़ से हुए नुकसान के लिए मुआवजे की मांग को लेकर 16 किसान संगठनों द्वारा आहूत प्रदर्शन के मद्देनजर पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ की अंतरराज्यीय सीमाओं पर आज सुरक्षा कड़ी कर दी गई। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। चंडीगढ़ में सभी प्रवेश एवं निकास बिंदुओं पर सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए हैं, ताकि किसानों को प्रवेश करने से रोका जा सके। अधिकारियों ने बताया कि अंबाला में शंभू बार्डर पर बड़ी संख्या में बलों को तैनात किया गया है। यह हरियाणा और पंजाब की सीमा है। पंजाब के राजपुरा में अवरोधक लगाए गए हैं तथा दंगा-रोधी वाहनों और एक सीसीटीवी वाहन को भी तैनात किया गया है।
किसान मजदूर संघर्ष समिति, भारती किसान यूनियन (क्रांतिकारी), बीकेयू (एकता आजाद), आजाद किसान समिति, दोआबा, बीकेयू (बेहरामके) और भूमि बचाओ मुहिम सहित 16 किसान संगठनों ने यहां प्रदर्शन करने का आह्वान किया है। किसान नेता पंजाब समेत पूरे उत्तर क्षेत्र में बाढ़ से हुए नुकसान के लिए केंद्र से 50,000 करोड़ रुपये के पैकेज की मांग कर रहे हैं। वे फसल के नुकसान के लिए 50,000 रुपये प्रति एकड़ मुआवजा, क्षतिग्रस्त घर के लिए पांच लाख रुपये और बाढ़ में मारे गए व्यक्तियों के परिवार के लिए 10- 10 लाख रुपये मुआवजे की भी मांग कर रहे हैं। कुछ किसान नेताओं को ‘हिरासत’ में लिए जाने को लेकर संगरूर जिले में सोमवार को किसानों के साथ हुई झड़प में ट्रैक्टर-ट्रॉली से कुचलकर एक व्यक्ति की मौत हो गई और कम से कम पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए। किसानों ने दावा किया था कि उनके कई नेताओं को पंजाब के विभिन्न हिस्सों से सोमवार को हिरासत में लिया गया और कुछ किसानों को उनके प्रस्तावित प्रदर्शनों से पहले हरियाणा के अंबाला और कुरुक्षेत्र में भी हिरासत में लिया गया। किसानों ने अपने नेताओं को ‘‘हिरासत’’ में लिए जाने के विरोध में अमृतसर और तरनतारन में कुछ टोल प्लाजा की घेराबंदी भी की।
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PM नरेंद्र मोदी दक्षिण अफ्रीका और ग्रीस की यात्रा पर हुए रवाना

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के वास्ते आज सुबह दक्षिण अफ्रीका के लिए रवाना हुए। उन्होंने विश्वास जताया कि यह सम्मेलन सदस्य देशों को भविष्य के सहयोग के क्षेत्रों की पहचान करने और संस्थागत विकास का जायजा लेने का उपयोगी अवसर प्रदान करेगा। प्रस्थान से पहले जारी बयान में प्रधानमंत्री ने कहा कि ब्रिक्स देश विभिन्न क्षेत्रों में एक मजबूत सहयोग एजेंडा अपना रहे हैं। उन्होंने कहा, “हम मानते हैं कि ब्रिक्स विकास संबंधी अनिवार्यताओं और बहुपक्षीय प्रणाली में सुधार सहित पूरे ‘ग्लोबल साउथ’ के लिए चिंता का सबब बने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा और विचार-विमर्श करने का मंच बन गया है।
मोदी ने कहा कि यह शिखर सम्मेलन ब्रिक्स देशों को भविष्य के सहयोग के क्षेत्रों की पहचान करने और संस्थागत विकास का जायजा लेने का उपयोगी अवसर प्रदान करेगा। बाद में उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया जोहानिसबर्ग में आयोजित होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए दक्षिण अफ्रीका रवाना हो रहा हूं। मैं ‘ब्रिक्स-अफ्रीका आउटरीच’ और ‘ब्रिक्स प्लस डायलॉग’ कार्यक्रमों में भी शामिल होऊंगा। ब्रिक्स शिखर सम्मेलन ‘ग्लोबल साउथ’ के लिए चिंता का सबब बने विभिन्न मुद्दों और विकास के अन्य क्षेत्रों पर चर्चा करने के वास्ते मंच प्रदान करेगा। मोदी ने कहा कि वह कई अतिथि देशों के साथ बातचीत करने के लिए उत्सुक हैं, जिन्हें इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है।
उन्होंने कहा कि मैं जोहानिसबर्ग में मौजूद कुछ नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करने को लेकर भी उत्सुक हूं। मोदी दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा के निमंत्रण पर 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शिरकत करने के लिए 22 से 24 अगस्त तक दक्षिण अफ्रीकी शहर के दौरे पर रहेंगे। यह साल 2019 के बाद ब्रिक्स नेताओं का पहला आमने-सामने का शिखर सम्मेलन होगा। ब्रिक्स देशों में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं। प्रधानमंत्री ने बताया कि वह 25 अगस्त को यूनान के अपने समकक्ष क्यारीकोस मित्सोताकिस के निमंत्रण पर दक्षिण अफ्रीका से एथेंस जाएंगे। उन्होंने रेखांकित किया कि यह इस प्राचीन भूमि की उनकी पहली यात्रा होगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे पिछले 40 वर्षों में यूनान की यात्रा करने वाला पहला भारतीय प्रधानमंत्री बनने का सम्मान प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि हमारी दोनों सभ्यताओं के बीच संपर्क दो सहस्राब्दियों से पुराना है और आधुनिक समय में हमारे संबंध लोकतंत्र, कानून के शासन और बहुलवाद के साझा मूल्यों से मजबूत हुए हैं। मोदी ने कहा कि व्यापार, निवेश, रक्षा, संस्कृति और लोगों से लोगों के बीच संपर्क जैसे विविध क्षेत्रों में सहयोग भारत और यूनान को करीब ला रहा है। उन्होंने कहा कि वह यूनान का दौरा करने और दोनों देशों के बहुआयामी संबंधों में एक नया अध्याय शुरू करने के लिए उत्सुक हैं। प्रधानमंत्री ने बताया कि यूनान में वह भारतीय समुदाय के लोगों के साथ संवाद भी करेंगे।
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चंद्रयान-3 का नया वीडियो जारी, इतिहास रचने वाला है भारत

नई दिल्ली। भारत अंतरिक्ष की दुनिया में सबसे बड़ा इतिहास रचने वाला है। ISRO का चंद्रयान-3 चांद पर उतरने का इंतजार कर रहा है। चंद्रयान-3 मिशन को लेकर पूरी दुनिया टकटकी लगाए बैठी है। इस बीच भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान ने एक नया वीडियो पोस्ट कर मिशन को लेकर उत्सुकता बढ़ा दी है। एजेंसी ने बताया कि मिशन तय समय पर है सिस्टम की जांच भी नियमित की जा रही है। इसके साथ ही मिशन की निगरानी कर रहा परिसर भी जोश और ऊर्जा से भरा है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) का चंद्रयान-3 मिशन अब अपने मिशन से महज एक कदम की दूरी पर है। 23 अगस्त को शाम 6 बजकर 4 मिनट पर लैंडर विक्रम की लैंडिंग होने वाली है। वैज्ञानिकों का कहना है कि चांद की सतह पर पहुंचने के बाद ही इस मिशन का असली काम शुरू होगा। बता दें कि इस समय चंद्रयान-3 का लैंडर अपने ऑर्बिटर से अलग होने के बाद चांद के बेहद करीब चक्कर लगा रहा है। लैंडर के सतह पर उतरने के बाद इसमें से रोवर प्रज्ञान निकलेगा और वह 14 दिनों तक रिसर्च करेगा। आइए जानते हैं कि चंद्रयान-मिशन के सफल होने के बाद चांद की सतह पर लैंडर और रोवर क्या करेंगे और इससे भारत समेत दुनिया को कितना बड़ा फायदा हो सकता है।
चांद पर धरती के 14 दिन के बराबर एक दिन होता है। ऐसे में दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करने के बाद लैंडर और रोवर के पास काम खत्म करने के लिए 14 दिन का वक्त होगा। इस दौरान चांद पर धूप रहेगी और दोनों को सोलर एनर्जी मिलती रहेगी। 14 दिन बाद दक्षिणी ध्रुव पर अंधेरा हो जाएगा और फिर ये दोनों ही काम करने बंद कर देंगे। रोवर प्रज्ञान का अपना वजन 26 किलो का है और यह 50 वॉट पावर से चलता है। इसपर दो पेलोड्स भी हैं।
रोवर सीधे ऑर्बिटर से बात नहीं कर सकता है। यह केवल लैंडर विक्रम के साथ ही संवाद कर सकता है। विक्रम सारी जानकारी को ऑर्बिटर को भेजेगा और वहां से धरती तक जानकारियां पहुंचेंगी। लैंडर पर तीन पेलोड हैं। इनमें से एक चांद की सतह पर प्लाज्मा (आयन्स और इलेट्रॉन्स) के बारे में जानकारी जुटाएगी। दूसरा चांद की सतह की तापीय गुणों के बारे में अध्ययन करेगा और तीसरा चांद की परत के बारे में जानकारी लेगा। यह भी पता लगाएगा कि चांद पर भूकंप कितना और कैसे आता है।
रोवर प्रज्ञान पर दो पेलोड हैं। रोवर का काम काफी जटिल है। यही चांद की सतह पर खनिज पानी आदि की मौजूदगी पता लगाएगा। इसके अलावा चांद पर मौजूद चट्टान और मिट्टी का भी अध्ययन करेगा। रोवर की रफ्तार 1 सेंटीमीटर प्रतिसेकंड होगी। यह कैमरे के जरिए तस्वीरें लेता रहेगा और विक्रम को भेजता रहेगा। इसमें छह पहिए हैं। वैज्ञानिकों का यह भी कहना है कि अगर चंद्रयान की लैंडिंग में कोई भी दिक्कत आती है तो 27 अगस्त तक इसे टाल दिया जाएगा।
चंद्रयान - 3 की सफलता से पूरी दुनिा को फायदा होगा। अभी तक चांद के साउथ पोल पर सॉफ्ट लैंडिंग कोई भी देश नहीं करा पाया है। रूस ने कोशिश की तो उसका लूना-25 लैंडिंग से ठीक पहले क्रैश हो गया। अगर चांद पर नमी की मौजूदगी का पता चलता है तो यह पूरी दुनिया के लिए बड़ी बात होगी। NASA का अगला मानव मिशन भी चंद्रयान-3 से मिली जानकारी पर निर्भर करता है।

 

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