हिंदुस्तान

आज BJP मुख्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का होगा ग्रैंड वेलकम

  • CEC में उम्मीदवारों के नाम पर की जाएगी चर्चा
नई दिल्ली। भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की बैठक बुधवार को होने की संभावना है। इसमें आगामी विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी के उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा की जाएगी। जी-20 शिखर सम्मेलन की सफलता को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय में स्वागत किया जाएगा। इस दौरान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहेंगे। शाम को करीब 7 बजे प्रधानमंत्री मोदी पार्टी दफ्तर पहुंचेंगे।
CEC ने पिछले महीने बैठक की थी और मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 39 सीट पर और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए 21 सीट पर उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की थी। भाजपा ने जिन सीट पर उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की थी, उनमें अधिकांश सीट ऐसी थी, जहां भाजपा के मौजूदा विधायक नहीं हैं। अपनी परंपरा से हटते हुए भाजपा ने इस बार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा होने से काफी पहले ही अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा शुरू कर दी है।
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में नवंबर-दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं, जो 2024 में लोकसभा चुनाव से पहले विधानसभा चुनावों का अंतिम दौर है।
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हवाई ताकत में इजाफा, भारत को मिला पहला C-295 विमान

  • पलक झपकते ही गायब हो जाता है महाबली
न्यू दिल्ली। भारत की हवाई ताकत में और इजाफा होने जा रहा है। स्पेन से जल्द ही पहला C-295 सैन्य विमान भारत में लैंड होने वाला है। स्पेन के सेवील में एयरबस कंपनी ने भारतीय वायुसेना को पहला C-295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट सौंपा दिया है। बीते साल सितंबर में भारत ने एयरबस डिफेंस एंड स्पेस से 56 C-295 विमानों की डील की थी, जो Avro-748 विमानों की जगह लेगा।
खास बात है कि स्पेन से भारत को 16 C-295 विमान मिलेंगे। जबकि, बचे 40 विमानों का उत्पादन गुजरात के वडोदरा में किया जाएगा। संभावनाएं जताई जा रही हैं कि उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरबेस पर 25 सितंबर को विमान लैंड कर सकता है। भारत ने यह डील 21 हजार करोड़ रुपये में की थी। समझौते के तहत 4 सालों में 16 विमान दिए जाने हैं।
अधिकारियों ने जानकारी दी है कि भारत को दूसरा C-295 विमान मई 2024 तक मिल जाएगा। वहीं, सभी 16 विमानों भारतीय वायुसेना को अगस्त 2025 तक मिल जाएंगे। इधर, भारत में ही तैयार होने जा रहा पहला स्वदेशी विमान सितंबर 2026 तक मिलेगा और अन्य 39 विमान अगस्त 2031 तक मिलने के आसार हैं।
पीएम मोदी ने बीते साल 30 अक्टूबर को निर्माण संयंत्र का शिलान्यास किया था। यहां टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड और एयरबस डिफेंस एंड स्पेस एस.ए C-295 विमान तैयार करेंगे। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, 'यह अपनी तरह की पहली परियोजना है जिसमें एक निजी कंपनी द्वारा भारत में एक सैन्य विमान का निर्माण किया जाएगा। इस परियोजना की कुल लागत 21,935 करोड़ रुपये है। इस विमान का इस्तेमाल नागरिक उद्देश्यों के लिए भी किया जा सकता है।'
विमान की खासियत
रक्षा मंत्रालय ने बताया था कि 5-10 टन क्षमता वाला यह परिवहन विमान कई स्थितियों में अलग-अलग मिशनों को अंजाम दे सकता है। इसमें 11 घंटे तक उड़ान भरने के साथ-साथ कम जगह पर टेक ऑफ लैंडिंग की विशेषता भी है। खास बात है कि यह नियमित रूप से रेगिस्तान से समुद्री वातावरण तक में दिन के साथ-साथ रात के युद्ध अभियानों को संचालित कर सकता है।
C-295, 9 पेलोड या 71 जवानों या 45 पैराट्रूपर्स को ले जाने में सक्षम है। साथ ही है यह 480 किमी प्रतिघंटा की अधिकतम रफ्तार से मिशन को अंजाम दे सकता है।
सरकार ने जानकारी दी थी कि सभी 56 विमान भारतीय डीपीएसयू- भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और भारत डायनेमिक्स लिमिटेड में तैयार हुए स्वदेशी इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट से लैस होंगे। भारतीय वायुसेना को 56 विमानों की डिलीवरी पूरी होने के बाद, एयरबस डिफेंस एंड स्पेस को भारत में निर्मित विमानों को सिविल ऑपरेटरों को बेचने और उन देशों को निर्यात करने की अनुमति दी जाएगी, जिन्हें भारत सरकार द्वारा मंजूरी दी गई है।
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आदित्य-एल1 मिशन को लेकर आया नया अपडेट

  • आदित्य-एल1 अपनी चौथी ऑर्बिटल छलांग लगाने के लिए तैयार
नई दिल्ली। सूर्य का अध्ययन करने के लिए भेजा गया इसरो का मिशन आदित्य-एल1 अपनी चौथी ऑर्बिटल छलांग लगाने के लिए तैयार है। आदित्य एल1 अपनी चौथी छलांग में पृथ्वी की कक्षा के बाहर निकलने की अपनी यात्रा को जारी रखेगा। आदित्य एल1 चौथी ऑर्बिटल छलांग 15 सितंबर को भारतीय समयानुसार लगभग 02:00 बजे लगाएगा। यह कदम इसरो के 'सूर्यरथ' उसके अंतिम गंतव्य - लैग्रेंज पॉइंट 1 (एल1) के करीब ले जाएगा। इसरो की तरफ से छोड़ा गया अपनी तरह का पहला मिशन आदित्य-एल1 सूर्य के जरिए पड़ने वाले पृथ्वी के पर्यावरण पर इसके प्रभाव का अध्ययन करेगा।
अंतरिक्ष यान पृथ्वी से लगभग 1.5 मिलियन किमी दूर सूर्य-पृथ्वी के बीच मौजूद एल1 बिंदु के आसपास एक प्रभामंडल में मौजूद रह कर सूर्य का अध्ययन करेगा। एल1 एक ऐसा बिंदु है जहां ग्रहण या किसी तरह की रुकावट के बिना के सूर्य का निरंतर अध्ययन किया जा सकता है।
आदित्य एल1 की चौथी छलांग मिशन के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण बल का कुशलतापूर्वक उपयोग करके, इसरो इंजीनियरों का लक्ष्य अंतरिक्ष यान को ऊपर उठाना है। इस छलांग की तैयारी 10 सितंबर को आयोजित तीसरे ऑरबिट-राइजिंग ऑपरेशन के सफल समापन के बाद से किया जा रही है।
आदित्य-एल1 मिशन सूर्य की विभिन्न परतों का अध्ययन और निरीक्षण करने के लिए डिजाइन किए गए सात पेलोड ले गया है। यह एल1 बिंदु के चारों ओर हेलो कक्षा में रहते हुए सूर्य का डेटा इसरो को भेजेगा। आदित्य एल1 रियल टाइम में सौर गतिविधियों और अंतरिक्ष मौसम पर उनके प्रभाव पर मूल्यवान डेटा भारतीय स्पेस एजेंसी को ट्रांसफर करेगा।
आदित्य-एल1 मिशन में विद्युत चुम्बकीय, कण और चुंबकीय क्षेत्र डिटेक्टरों का उपयोग करके सूर्य की विभिन्न परतों का अध्ययन और निरीक्षण करने के लिए डिजाइन किए गए सात पेलोड हैं। ये उपकरण सौर कोरोना, इसके ताप तंत्र और अंतरिक्ष मौसम की गतिशीलता को समझने के लिए महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे।
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भरतपुर सड़क हादसा : जेपी नड्डा ने राजस्थान भाजपा प्रमुख से की बात

  • मदद करने का दिया निर्देश
नई दिल्ली। राजस्थान के भरतपुर में हुए सड़क हादसे में श्रद्धालुओं के हताहत होने के समाचार पर दुख जताते हुए भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राजस्थान प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीपी जोशी से घटना और राहत कार्यों की जानकारी ली।
इसके साथ ही नड्डा ने भरतपुर के स्थानीय सांसद और जिला भाजपा टीम को तत्काल मौके पर जाकर हर संभव मदद देने का निर्देश भी दिया है। नड्डा ने इस सड़क हादसे में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हुए एक्स ( पहले ट्विटर ) पर कहा, "राजस्थान के भरतपुर में हुए सड़क हादसे में कई श्रद्धालुओं के हताहत होने का समाचार अत्यंत पीड़ादायक है। हताहत लोगों के परिजनों के प्रति गहन संवेदना प्रकट करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।"
नड्डा ने आगे बताया कि "मैं सभी भाजपा कार्यकर्ताओं से अति शीघ्र मदद उपलब्ध कराने की अपील करता हूं।"
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भारत ने चीनी स्टील पर 5 साल के लिए एंटी-डंपिंग शुल्क लगाया

नई दिल्ली (आईएएनएस)। केंद्र ने कुछ चीनी स्टील पर 5 साल के लिए एंटी-डंपिंग शुल्क लगाया है। सूत्रों ने कहा कि यह निर्णय तब लिया गया जब यह पाया गया कि चीनी निर्यातक अन्य देशों को बेहद कम कीमत पर स्टील उत्पाद निर्यात कर रहे थे। वित्त मंत्रालय द्वारा सोमवार देर शाम एक अधिसूचना के माध्यम से इस निर्णय की घोषणा की गई।
पिछले हफ्ते इस्पात मंत्रालय ने कहा था कि भारत में सस्ते चीनी इस्पात उत्पादों की डंपिंग की शिकायतें मिलने के बाद वह इस्पात आयात पर नजर रख रहा है।
चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जुलाई अवधि के दौरान चीन भारत को स्टील का सबसे बड़ा निर्यातक था, उसके बाद दक्षिण कोरिया था।
चीन मुख्य रूप से भारत को शीट या कोल्ड-रोल्ड कॉइल्स का निर्यात करता है। यह विश्व का शीर्ष इस्पात उत्पादक भी है।
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उमर खालिद की जमानत याचिका पर सुनवाई 4 सप्ताह के लिए की स्थगित

  • 2020 दिल्ली दंगे
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को छात्र कार्यकर्ता उमर खालिद की जमानत याचिका पर सुनवाई चार सप्ताह के लिए स्थगित कर दी, जिसे 2020 के दिल्ली दंगों के पीछे कथित साजिश के मामले में गैरकानूनी गतिविधियां गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया था।
न्यायमूर्ति अनिरुद्ध बोस और बेला एम. त्रिवेदी की पीठ ने यह कहते हुए आदेश दिया कि अदालत को खालिद के खिलाफ आरोप पत्र दायर करने के बाद रिकॉर्ड पर रखे गए सबूतों को देखना होगा। खालिद ने दिल्ली हाई कोर्ट द्वारा जमानत देने से इनकार के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति सिद्धार्थ मृदुल और न्यायमूर्ति रजनीश भटनागर की पीठ ने पिछले साल 18 अक्टूबर को नियमित जमानत की मांग करने वाली खालिद की अपील खारिज कर दी थी। उन्होंने ट्रायल कोर्ट के उस आदेश को चुनौती दी थी जिसने उन्हें यूएपीए मामले में जमानत देने से इनकार कर दिया था। नागरिकता संशोधन अधिनियम और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान अमरावती में दिए गए उनके कथित आक्रामक भाषण दंगों के मामले में उनके खिलाफ आरोपों का आधार है।
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PM मोदी की मौजूदगी में भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक कल

  • मध्यप्रदेश और राजस्थान के उम्मीदवारों की पहली सूची पर चर्चा
नई दिल्ली। भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में 13 सितंबर (बुधवार) को भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हो सकती है। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा राष्ट्रीय संगठन महासचिव बीएल संतोष सहित भाजपा सीईसी के अन्य सदस्य भी मौजूद रहेंगे।
बताया जा रहा है कि, बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी में भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति मध्य प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट और राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर उम्मीदवारों की पहली लिस्ट पर चर्चा कर सकती है।
दरअसल, पार्टी ने इस बार अपने लिए कमजोर मानी जाने वाली सीटों पर चुनाव की घोषणा से पहले ही उम्मीदवारों के नाम घोषित करने का फैसला किया है और इसी रणनीति के तहत पार्टी ने पिछले महीने 17 अगस्त को छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए 21 और मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 39 उम्मीदवारों के नाम की पहली लिस्ट जारी कर दी थी।
बुधवार को होने वाली पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक से पहले मगलवार को मध्य प्रदेश उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट को लेकर भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महासचिव बीएल संतोष, मध्य प्रदेश के चुनाव प्रभारी एवं केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, मध्य प्रदेश के प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक एवं केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और मध्य प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा एवं मध्य प्रदेश चुनाव की तैयारियों से जुड़े पार्टी के अन्य दिग्गज नेताओं के साथ अभी अपने आवास पर बैठक कर रहे हैं।
वहीं, राजस्थान उम्मीदवारों की पहली सूची को लेकर भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा रविवार को ही राजस्थान चुनाव प्रभारी एवं केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी, राजस्थान भाजपा प्रभारी एवं राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह, राजस्थान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया के साथ बैठक कर चुके हैं।
बता दें कि इससे पहले सोमवार को कांग्रेस की पूर्व सांसद एंव जाट नेता ज्योति मिर्धा और सवाई सिंह चौधरी के भाजपा में शामिल होने के बाद दोनों नेताओं को साथ ले जाकर अरुण सिंह और सीपी जोशी ने भाजपा अध्यक्ष नड्डा से मुलाकात की।
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केरल में निपाह वायरस से दो लोगों की मौत, अलर्ट जारी

  • 10 राज्यों तक पहुंचा निपाह वायरस      
नई दिल्ली। केरल में निपाह वायरस का खतरा बढ़ गया है। निपाह वायरस से अभी तक केरल में दो लोगों की मौत हो गई है। इससे पहले साल 2018 और 2021 में कोझिकोड में निपाह वायरस संक्रमण से कई मौतें हुई थीं। दक्षिण भारत में निपाह वायरस का पहला मामला 2018 मई को कोझिकोड में मिला था।
स्वास्थ्य विभाग ने केरल में एक बार फिर से निपाह वायरस फैलने का अंदेशा जताया है। है। कोझिकोड में निपाह वायरस संक्रमण के कारण दो संदिग्ध मौतों के बाद सरकार ने स्वास्थ्य अलर्ट जारी किया है। स्वास्थ्य विभाग ने देर रात जारी एक बयान में कहा कि निपाह वायरस के खतरे को देखते हुए केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने उच्च स्तरीय बैठक की और स्थिति की समीक्षा की।
बयान में कहा है कि एक निजी अस्पताल से बुखार के बाद दो संदिग्ध मौतों की सूचना मिली है। संदेह जाहिर किया है कि दोनों ही निपाह वायरस से संक्रमित थे। मृतकों में एक के रिश्तेदारों को आईसीयू में भर्ती कराया है। दक्षिण भारत में निपाह वायरस (NiV) के संक्रमण को लेकर सतर्कता बरती जा रही है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, निपाह वायरस संक्रमण एक जूनोटिक (Zoonotic) संक्रमण है। जो जानवरों से इंसान में फैलता है। यह दूषित भोजन के जरिए या सीधे एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में तेजी से फैलता है। निपाह संक्रमित लोगों में सांस लेने की बीमारी और घातक एन्सेफलाइटिस सहित कई प्रकार की बीमारियों फैलती हैं। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, निपाह वायरस सूअरों जैसे जानवरों में गंभीर बीमारी का कारण बनता है। जिसके परिणामस्वरूप किसानों को आर्थिक नुकसान हो सकता है।
10 राज्यों तक पहुंचा निपाह वायरस-
हाल में सामने आए एनआईवी के सीरो सर्वे में पता चला कि वायरस दूसरे राज्यों तक पहुंच रहा है। पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) के वैज्ञानिकों के निपाह वायरस को लेकर दूसरे सीरो सर्वे में 10 राज्यों के चमगादड़ों में वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी मिली हैं। इनमें गोवा, बिहार, महाराष्ट्र, असम, पश्चिम बंगाल और मेघालय शामिल है। तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक और पुडुचेरी में पहले एंटीबॉडी मिली हैं।
एंटीबॉडी मिलने का मतलब-
वैज्ञानिकों के अनुसार, जब कोई वायरस इंसान या जानवर को अपनी चपेट में लेता है तो कुछ समय में संक्रमित व्यक्ति या जानवर के शरीर में वायरस के खिलाफ लड़ने वाली एंटीबॉडी बनती हैं। अगर हमें एंटीबॉडी की पहचान हो रही है तो इसका मतलब है कि पूर्व में कभी वो व्यक्ति या जानवर को संबंधित संक्रमण हुआ होगा।
 
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भारत से कनाडा रवाना हुए पीएम जस्टिन ट्रूडो

नई दिल्ली। विमान खराब होने के चलते रविवार रात से दिल्ली में रुके कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो आज रवाना हो गए। उनके विमान में तकनीकी खामी आ गई थी, जिसे आज दूर कर लिया गया। इसके बाद वह दोपहर 1:10 पर दिल्ली के पालम एयरपोर्ट से कनाडा के लिए रवाना हुए। उन्हें जी-20 समिट के समापन के कुछ घंटे बाद ही रविवार को रवाना होना था, लेकिन विमान में ऐन वक्त में गड़बड़ी हो गई थी। इसके बाद उन्हें यहीं ठहरना पड़ गया। उनके लिए कनाडा से एक दूसरा प्लेन भी बुलाया गया था। लेकिन उसे आने में भी देरी हो रही थी। इस बीच पुराना प्लेन ही ठीक होने पर वह उससे ही रवाना हो गए।
कनाडा के पीएमओ के प्रेस सचिव मोहम्मद हुसैन ने प्लेन सही होने की जानकारी देते हुए कहा था, 'प्लेन में आई तकनीकी खामी दूर हो गई है। प्लेन को उड़ान भरने की मंजूरी मिल गई है। कनाडाई डेलिगेशन के आज दोपहर को ही रवाना होने की उम्मीद है।' जस्टिन ट्रूडो रविवार से ही अपने डेलिगेशन के साथ दिल्ली में ठहरे हुए थे। वह अपने 36 साल पुराने एयरबस SE प्लेन से दिल्ली आए थे, लेकिन वापसी से ठीक पहले उसमें खामी पाई गई। कनाडा के पीएम के लिए दूसरा प्लेन भी मंगाया गया था, जो लंदन के रास्ते दिल्ली आ रहा था। हालांकि उससे पहले ही पुराने विमान की तकनीकी खामियों को दूर कर लिया गया। फिर कनाडाई डेलिगेशन ने उसी विमान से ओटावा के लिए उड़ान भरी।
बता दें कि कनाडा के पीएम को जी-20 से इतर भारत से भी खालिस्तानी तत्वों के मुद्दे पर खरी-खरी सुननी पड़ी थी। उसके बाद विमान में आई खराबी के चलते भी उनकी फजीहत हुई। यही नहीं कनाडा के विपक्ष और मीडिया ने भी उन्हें सुनाते हुए कहा कि अब उनको अहसास हुआ होगा कि व्यवस्था खराब होने पर कैसा महसूस होता है। कनाडा के एयरपोर्ट्स में जिस तरह का मिसमैनेजमेंट है, उससे तो लोगों को अकसर ही परेशान होना पड़ता है।
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जबलपुर जा रही बस में भड़की आग, यात्रियों में मचा हड़कम्प

मध्यप्रदेश में आज एक यात्री बस में आग भड़क उठी। यह बस छिंदवाड़ा से जबलपुर जा रही थी। जिसमें 4 दर्जन से अधिक यात्री सवार थे। बस में आग भड़कने के बाद यात्रियों में हड़कम्प मच गया। आनन-फानन में उन्हें बस से नीचे उतारा गया। इस घटना में किसी तरह के जनहानि की खबर नहीं है किंतु बस में सवार यात्रियों का सामान जरूर जलकर खाक हो गया।
बताया गया है कि एसएमटी ट्रेवल्स की बस में चौरई तहसील के मुख्यालय स्थित बायपास पर आग लगी। सोमवार सुबह यह बस छिंदवाड़ा से जबलपुर के लिए रवाना हुई थी। जिसका पिछला टायर फट गया और बस में आग भड़क उठी। चालक और अन्य स्टाफ ने समझदारी का परिचय देते हुए जल्दी ही सभी सवारियों को बस से नीचे उतरवाया। जिससे किसी तरह की जनहानि नहीं हो सकी। किंतु बस में सवार यात्री अपना सामान नहीं उतार सके। देखते ही देखते आग ने पूरी को अपनी चपेट में ले लिया और यात्रियों का सामान जलकर खाक हो गया।
यह हादसा आज सुबह 8 बजे चौरई बायपास पर घटित हुआ। इस बस में लगभग 50 यात्री सवार थे। बस का पिछला टायर फूट गया। जब चालक बस से नीचे उतरकर देखा तो बस में आग पकड़ रही थी। ऐसे में उसने तत्काल सवारियों को बस से बाहर उतरवाया। आग ने बस को अपने लपेट में ले लिया जिससे बस पूरी तरह जलकर खाक हो गई। बताया गया है कि इस बस में बड़ी संख्या में छात्र भी सवार थे वह सोमवार को जबलपुर में आयोजित प्रतियोगी परीक्षा में शामिल होने के लिए जा रहे थे। बस में आगजनी की इस घटना से कई छात्रों के जरूरी दस्तावेज भी जलकर नष्ट हो गए। इसके साथ छात्र बस से उतरने के बाद अन्य साधनों की तलाश में जुट गए। यात्रियों को अन्य साधनों से गंतव्य के लिए भेजा गया।
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डीजल गाड़ियों को खरीदना होगा महंगा

  • 10 प्रतिशत एक्स्ट्रा GST लगाने की तैयारी
नई दिल्ली। 63वें सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) कन्वेंशन में बोलते हुए, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि, वो केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से डीजल इंजन/वाहनों पर अतिरिक्त 10 प्रतिशत GST लगाने का अनुरोध करने की योजना बना रहे हैं. डीजल वाहन सबसे ज्यादा प्रदूषण फैलाते हैं, और सरकार चाहती है कि सड़क पर इनकी संख्या कम से कम हो.
उन्होनें कहा कि, "मैंने एक पत्र तैयार रखा है, जिसे मैं आज शाम वित्त मंत्री को सौंपूंगा, जिसमें डीजल वाहनों और डीजल से चलने वाले सभी इंजनों पर अतिरिक्त 10% जीएसटी लगाने का प्रस्ताव है."
गडकरी ने कहा कि, वो ऑटोमोबाइल कंपनियों को डीजल वाहनों के निर्माण को कम करने के लिए डीजल से चलने वाले वाहनों पर 10% अतिरिक्त वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) का प्रस्ताव कर रहे हैं. ताकि डीजल वाहनों का निर्माण कम हो और इससे होने वाले प्रदूषण पर लगाम लगाई जा सके. सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) के अनुसार, नितिन गडकरी ने ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को स्वयं ही इस बारे में सोचने को कहा है.
नितिन गडकरी ने कहा कि, ऑटो इंडस्ट्री को स्वत: ही डीजल वाहनों से होने वाले प्रदूषण को संज्ञान में लेकर आगे बढ़ना चाहिए. अन्यथा सरकार के पास डीजल ऐसी परिस्थितियां पैदा करने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं होगा, जिससे वो स्वयं ही मजबूर हो जाएंगे. उन्होंने कहा, ''डीजल को अलविदा कहो... स्वत: संज्ञान लेकर कार्रवाई करें, नहीं तो हम टैक्स इतना बढ़ा देंगे कि आप डीजल वाहन नहीं बेच पाएंगे.''
उन्होंने कहा कि पिछले 9 वर्षों में डीजल कार की हिस्सेदारी 2014 में 335 से घटकर अब 28% हो गई है. उन्होंने डीजल इंजनों से पर्यावरण को होने वाले नुकसान के बारे में बताया साथ ही प्रदूषण और कार्बन उत्सर्जन पर अंकुश लगाने की बात कही. सरकार को उम्मीद है कि, डीजल वाहनों पर टैक्स लगाए बढ़ाए जाने से इनका निर्माण और बिक्री कम होगी, जिससे प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी.
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नए संसद में नई ड्रेस में नजर आएंगे संसद के कर्मचारी

  • कमल के फूल और खाकी रंग को भी मिली नई ड्रेस में जगह
  • गणेश चतुर्थी पर नए संसद भवन में होगा कामकाज शुरू
नई दिल्ली। 18 सितंबर से शुरू होने जा रहे संसद के विशेष सत्र के दूसरे दिन, 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी के अवसर पर पूजा करने के बाद नए संसद भवन में कामकाज शुरू हो जाएगा। इस विशेष सत्र के दौरान संसद भवन के कर्मचारी भी नई ड्रेस में नजर आएंगे।
संसद के इस विशेष सत्र में संसद के सभी पुरुष और महिला कर्मचारी नई ड्रेस में नजर आएंगे। बताया जा रहा है कि सभी कर्मचारियों की ड्रेस यहां तक कि जूते तक को बदल दिया गया है। नई ड्रेस में कमल के फूल और खाकी रंग को भी तवज्जो दी गई है। आपको बता दें कि संसद भवन के कर्मचारियों के लिए यह नई ड्रेस निफ्ट द्वारा डिज़ाइन किया गया है। अब सचिवालय के कर्मचारी बंद गले के सूट की बजाय मेजेंटा या गहरे गुलाबी रंग की नेहरू जैकेट पहने नजर आएंगे।
संसद भवन के टेबल ऑफिस के स्टाफ यानी सदन में स्पीकर के सामने बैठने वाले स्टाफ भी इसी ड्रेस में नजर आएंगे। इनकी शर्ट भी गहरे गुलाबी रंग की होगी, जिन पर कमल का फूल बना होगा और ये कर्मचारी अब खाकी रंग की पैंट पहने नजर आएंगे। दोनो सदनों के मार्शल भी नई संसद में मणिपुरी पगड़ी पहने नजर आएंगे। इसके साथ ही संसद भवन के अन्य सुरक्षाकर्मियों की ड्रेस भी बदल दी गई है। अब ये सुरक्षाकर्मी सफारी सूट की बजाय सैनिकों की तरह कैमोफ्लेज ड्रेस पहने नजर आएंगे।
सूत्रों के मुताबिक, अमृत काल को लेकर सरकार द्वारा बुलाए गए संसद के विशेष सत्र के पहले दिन 18 सितंबर को संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही संसद के पुराने भवन में उसी तरह से शुरू होगी जैसा कि पहले हुआ करती थी। पहले दिन पुराने भवन में संसद भवन के निर्माण से लेकर आजाद भारत के 75 वर्षों की यादों पर चर्चा हो सकती है।
विशेष सत्र के दूसरे दिन यानी 19 सितंबर से दोनों सदनों की कार्यवाही नए भवन में हो सकती है। बताया जा रहा है कि विशेष सत्र के दूसरे दिन 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी के अवसर पर विधिवत ढंग से पूजा करने के बाद नए संसद भवन में कामकाज शुरू हो जाएगा। हालांकि इसे लेकर अभी तक आधिकारिक स्तर पर कोई घोषणा नहीं की गई है।
आपको बता दें कि, अमृत काल के समय में मोदी सरकार ने संसद का यह विशेष सत्र बुलाया है। 18 से 22 सितंबर के दौरान आयोजित होने वाले संसद के इस विशेष सत्र में 5 बैठकें होंगी। यह 17वीं लोक सभा का 13वां सत्र और राज्यसभा का 261वां सत्र होगा।
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी इस विशेष सत्र को लेकर पहले ही यह उम्मीद जता चुके हैं कि अमृत काल के समय में होने वाले इस सत्र में उन्हें संसद में सार्थक चर्चा और बहस होने की उम्मीद है। बताया जा रहा है कि सरकार नए संसद भवन में दोनों सदनों की संयुक्त बैठक बुलाने पर भी विचार कर रही है।
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PM मोदी कितनी भी उपलब्धियां गिनाएं, आसमान छू रही महंगाई : कांग्रेस

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने मंगलवार को महंगाई और बेरोजगारी को लेकर भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कितनी भी बार उपलब्धियां गिनाएं, महंगाई आसमान छू रही है।"
उन्होंने कहा कि सरकार कोई ठोस कदम उठाने के बजाय सिर्फ मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। एक्स पर एक पोस्ट में पार्टी के महासचिव रमेश ने कहा, "प्रधानमंत्री और उनका इकोसिस्टम चाहे कितनी भी उपलब्धियां गिनाएं, वास्तविकता यह है कि सरकार मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने में विफल रही है। जरा इस रिपोर्ट को देखें - थाली" एक साल में 24 फीसदी महंगा हो गया है।
उन्होंने एक समाचार रिपोर्ट संलग्न करते हुए कहा, "एक तरफ, बेरोजगारी रिकॉर्ड तोड़ रही है। दूसरी तरफ, मुद्रास्फीति आसमान छू रही है और कुछ ठोस उपाय करने के बजाय, सरकार केवल इन मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है।" कांग्रेस महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार पर हमलावर है।
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PM मोदी ने सऊदी क्राउन प्रिंस के साथ द्विपक्षीय मुद्दों पर की बातचीत

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सऊदी अरब के दौरे पर आए क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने सोमवार को भारत-सऊदी अरब रणनीतिक साझेदारी परिषद के नेताओं की पहली बैठक की। विदेश मंत्रालय ने कहा कि एजेंडे में ऊर्जा सुरक्षा, व्यापार और निवेश, रक्षा और सुरक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, खाद्य सुरक्षा, संस्कृति और सामुदायिक कल्याण मुद्दों सहित द्विपक्षीय सहयोग के व्यापक क्षेत्र शामिल हैं।
क्राउन प्रिंस इस समय भारत की राजकीय यात्रा पर हैं। वह जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 9 सितंबर को पहुंचे थे और सोमवार को रियाद के लिए प्रस्थान करेंगे। बैठक के दौरान, दोनों नेताओं ने रणनीतिक साझेदारी परिषद की दो मंत्रिस्तरीय समितियों - राजनीतिक, सुरक्षा, सामाजिक और सांस्कृतिक सहयोग समिति और अर्थव्यवस्था और निवेश सहयोग समिति - के तहत हुई प्रगति की समीक्षा की।
भारत और सऊदी अरब के बीच व्यापक जन-जन संपर्कों के साथ ऐतिहासिक रूप से घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं।2022-23 में दोनों देशों के बीच व्यापार 52.75 बिलियन डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया।
भारत सऊदी अरब का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है जबकि सऊदी अरब भारत का चौथा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है। दोनों देशों के बीच ऊर्जा के क्षेत्र में भी मजबूत साझेदारी है।
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G20 शिखर सम्मेलन का समापन : PM मोदी ने ब्राजील को सौंपी अध्यक्षता

  • नवंबर में वर्चुअल मीटिंग
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा को सौंप दी है। इसके साथ ही दिल्ली G20 शिखर सम्मेलन का रविवार को समापन हो गया है। G20 शिखर सम्मेलन के समापन सत्र में पीएम मोदी ने ब्राजील को इस ग्रुप की अध्यक्षता के लिए गैवल (एक प्रकार का हथौड़ा) सौंपा और शुभकामनाएं दीं। अब अगले एक साल तक ब्राजील इस समूह का अध्यक्ष रहेगा। साल 2024 में जी20 सम्मेलन ब्राजील में ही आयोजित किया जाएगा।
समाप्ति की घोषणा के साथ ही पीएम मोदी ने उम्मीद जताई कि ब्राजील समूह के एजेंडे को आगे बढ़ाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि, आप सब जानते हैं कि नवंबर तक जी 20 अध्यक्षताकी जिम्मेदारी है। अभी ढाई महीने बाकी है। इन दो दिनों में आप सबने ने अनेक बातें यहां रखीं और सुझाव दिए। हमारी जिम्मेदारी है कि जो सुझाव आए हैं उनको एक बार फिर देखा जाए कि उनकी प्रगति में गति कैसे लाई जा सकती है। हमारा प्रस्ताव है कि नवंबर के अंत में जी20 का एक वर्चुअल सेशन और रखें। उस सेशन में समिट के दौरान तय विषयों की समीक्षा कर सकते हैं। इन सबकी डीटेल हमारी टीम आपके साथ शेयर करेगी। उम्मीद है कि आप सब इसके साथ जुड़ेंगे। इसी के साथ जी20 समापन की घोषणा करता हूं। स्वस्ति अस्तु विश्वस्व। संपूर्ण विश्व में आशा और शांति का संचार हो।
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जी-20 शिखर सम्मेलन : ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक का बड़ा ऐलान

  • जलवायु परिवर्तन से निपटने ब्रिटेन देगा अरबों डॉलर
नई दिल्ली। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने जी-20 शिखर सम्मेलन के समापन पर बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि वह जलवायु सहायता के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके लिए वह ‘ग्रीन क्लाइमेट फंड’ (जीसीएफ) को अरबों डॉलर देंगे। यह दुनिया को जलवायु परिवर्तन से निपटने में मदद करने के लिए युनाइटेड किंगडम की तरफ से की गई सबसे बड़ी एकल फंडिंग है।
भारत स्थित उच्चायोग ने एक बयान में बताया है कि, कोपेनहेगन समझौते के बाद स्थापित ‘ग्रीन क्लाइमेट फंड’ (जीसीएफ) में ब्रिटेन दो अरब डॉलर का योगदान देगा। नई दिल्ली में चल रहे शिखर सम्मेलन के दौरान ब्रिटेन के पीएम सुनक ने शनिवार को कहा था कि उनका देश जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए प्रयास करने को प्रतिबद्ध है। ब्रिटिश उच्चायोग के अनुसार, ब्रिटेन ‘ग्रीन क्लाइमेट फंड’ को 1.62 अरब पाउंड (दो अरब डॉलर) देगा, जो जलवायु परिवर्तन से निपटने में दुनिया की मदद करने के लिए की गई सबसे बड़ी एकल फंडिंग वचनबद्धता है।
ब्रिटिश उच्चायोग ने बताया कि, पीएम सुनक ने दुनिया के नेताओं से अपील की है कि वे दिसंबर में होने वाले COP-28 शिखर सम्मेलन से पहले एक साथ काम करें। इससे कार्बन उत्सर्जन को कम किया जा सके और जलवायु परिवर्तन के असर से निपटने में दुनिया के कमजोर देशों की मदद की जा सके। ब्रिटेन जीसीएफ में 1.62 अरब पाउंड का योगदान देगा। इस फंड को 2009 में COP15 में हुए कोपेनहेगन समझौते के बाद 194 देशों की ओर से स्थापित किया गया था।
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चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी के विरोध में समर्थकों का प्रदर्शन

  • आज राज्य में बंद का आह्वान
नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी के विरोध में उनके समर्थक सड़कों पर उतर आए हैं। उनकी पार्टी तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने सोमवार को पूरे राज्य में बंद का आह्वान किया है। पूर्व मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए जन सेना पार्टी (जेएसपी) के पवन कल्याण ने भी इस बंद का समर्थन किया है। पूर्व सीएम की गिरफ्तारी के एक दिन बाद यानी की रविवार को आंध्र प्रदेश राज्य कौशल विकास निगम ने भ्रष्टाचार के मामले में उन्हें 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
टीडीपी आंध्र प्रदेश के अध्यक्ष के अत्चन्नायडू ने पार्टी के कैडर, लोगों और समर्थकों से आंदोलन में भाग लेने और इसे सफल बनाने का अनुरोध किया है। जेएसपी के पवन कल्याण ने भी कार्यकर्ताओं से शांतिपूर्ण तरीके से इस बंद में भाग लेने का आग्रह किया। उन्होंने सत्तारूढ़ वाईएसआर पार्टी पर राज्य के अन्य विपक्षी पार्टियों को परेशान करने का आरोप लगाया है। 
चंद्रबाबू नायडू को 23 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के बाद उन्हें राजमुंदरी सेंट्रल जेल ले जाया गया। उनकी रिमांड से पहले जेल में भारी संख्या में पुलिस बलों को तैनात किया गया था। वहीं इसके विरोध में टीडीपी के कार्यकर्ता विजयवाड़ा अदालत के परिसर में जमा हुए। इलाके में शांति स्थापित करने के लिए राजमुंदरी पुलिस ने धारा 144 लगा दिया। 
पूर्व सीएम की गिरफ्तारी के विरोध में शुरू हुआ प्रदर्शन-
आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी और 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के विरोध में समर्थक सड़को पर उतर आए हैं। पार्टी का झंडा लेकर सड़को पर लोगों का प्रदर्शन जारी है। पूर्व सीएम के समर्थक बसों के सामने बैठकर यातायात बाधित कर रहे हैं। हालांकि, इस दौरान पुलिस भी समर्थकों को सड़को से हटाने में लगी हुई है। इस दौरान समर्थक पुलिस से बहस करते हुए दिखे।
 
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G20 शिखर सम्मेलन : पीएम मोदी बोले- एक खुशखबरी मिली है...

नई दिल्ली। G 20 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "एक खुशखबरी मिली है कि हमारी टीम के कठिन परिश्रम और आप सबके सहयोग से जी 20 लीडर समिट के डिक्लेरेशन पर सहमति बनी है। मेरा प्रस्ताव है कि लीडर्स डिक्लेरेशन को भी अपनाया जाए। मैं भी इस डिक्लेरेशन को अपनाने की घोषणा करता हूं।"
रामफोसा ने की अफ्रीकी संघ को जी20 सदस्य के रूप में शामिल करने की सराहना-
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने शनिवार को अफ्रीकी संघ को जी20 समूह के सदस्य के रूप में शामिल किए जाने पर खुशी व्यक्त की। रामफोसा ने एक्स पर कहा, "हमें खुशी है कि जी20 ने अफ्रीकन यूनियन को संगठन के सदस्य के रूप में स्वीकार कर लिया है।" अफ्रीकी संघ को जी20 में शामिल करने की घोषणा सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी सदस्यों की तालियों के बीच की। राष्ट्रपति ने कहा, "कोविड19 महामारी के मद्देनजर वैश्विक पुनर्निर्माण निम्न-कार्बन, जलवायु में परिवर्तन को तेज करने का एक अनूठा अवसर प्रस्तुत करता है।"
“रामफौसा ने अफ्रीकी देशों के सामने आने वाली चुनौतियों को रेखांकित करते हुए कहा, "इस संकट के लिए कम से कम ज़िम्मेदारी लेने के बावजूद, विकासशील अर्थव्यवस्थाएं जलवायु परिवर्तन का खामियाजा भुगत रही हैं। जैसे अफ़्रीकी और अन्य विकासशील अर्थव्यवस्था वाले देशों में, हम महत्वपूर्ण विकासात्मक चुनौतियों के बीच अपनी जलवायु प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के कार्य का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन, पर्यावरणीय गिरावट, अस्थिर उपभोग और उत्पादन और संसाधनों की कमी ऐसी चुनौतियाँ हैं जिनका समाधान सामूहिक रूप से और बड़ी एकजुटता के साथ ही किया जा सकता है।
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति ने जोर देकर कहा, "दक्षिण अफ्रीका सतत विकास के लिए एक संवर्धित और विस्तारित वैश्विक साझेदारी का आह्वान करता है। इसे विकास के वित्तपोषण पर अदीस अबाबा एक्शन एजेंडा में उल्लिखित ठोस नीतियों और कार्यों द्वारा समर्थित किया जाना चाहिए।" इस बीच, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा कि जी20 नेता चुनौतियों के समय मिल रहे हैं।
एक्स पर उन्‍होंने कहा, "15 साल पहले, जी20 नेता वित्तीय संकट के बाद वैश्विक विकास को बहाल करने के लिए पहली बार एक साथ आए थे। हम बहुत चुनौतियों के समय में मिल रहे हैं। दुनिया नेतृत्व प्रदान करने के लिए एक बार फिर जी20 की ओर देख रही है। सुनक ने कहा, मेरा मानना है कि हम मिलकर इन चुनौतियों से निपट सकते हैं।
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