झूठा सच @ रायपुर :- बीरगांव में पंचम दिवस के कथा में आचार्य मोहन महाराज जी ने बताया कि उत्कच नाम के राज पुत्र को लोमश ऋषि का श्राप मिला की जाओ तुम्हारा शरीर नष्ट हो जाए क्यों की उत्कच ने लोमश जी के आश्रम के वृक्षों को व्यर्थ में ही काट कर बर्बाद कर दिया था बहुत क्षमा मांगने पर ऋषि ने कहा जाओ तुम्हारा कल्याण भगवान श्री कृष्ण अपने शुभ चरणों से करेंगे और भगवान ने शकर भंजन लीला में मटके को फोड़ कर उस श्रापित राज पुत्र को धन्य किया कहने का तात्पर्य यह है की ऋषि के क्रोध से भी कल्याण ही होता है
आचार्य मोहन महाराज ने सभी भक्तों को हाथ उठा कर संकल्प करवाया की हम सब 2022 में एक वृक्ष अवश्य लगाएंगे जिसका ध्यान भी रखेंगे इस कथा में ही महाराज श्री ने बताया कि गोवर्धन धारण में भगवान ने गोवर्धन अपने उंगली पर धारण किया लेकीन भोलेभाले ग्वालों को लगा कि हम अपने लकड़ी (लाठी) से गोर्वधन उठाए हैं जब श्री कृष्ण ने अपनी उंगली नीचे झुकाई तो सबका लाठी टूट गया कहने का तात्पर्य यह है की हमें यह नहीं मानना चाहिए की यह जीवन का रथ हम चला रहे हैं इस जीवन को चलाने वाले श्री कृष्ण हैं जिनकी आराधना करने से जीव का कल्याण अवश्य होगा सैंकड़ों भक्त कथा भजन में उत्साह से आनन्दित हुए|