झूठा-सच

पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में योग शिविर का आयोजन

झूठा सच @ रायपुर  :- पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर छत्तीसगढ़ में छात्र कल्याण विभाग , शारीरिक शिक्षण अध्ययनशाला एवं राष्ट्रीय सेवा योजना   के संयुक्त तत्वाधान में "आजादी का अमृत महोत्सव" के उपलक्ष्य में " उन्नत जीवन के लिए योग" का तीन दिवसीय कार्यशाला आयोजन किया गया । कार्यशाला के  द्वितीय दिवस के सत्र में मुख्य अतिथि माननीय ज्ञानेश शर्मा, संचालक, छत्तीसगढ़ योग आयोग, रायपुर, विशिष्ट अतिथि ए. के. कबीर, क्षेत्रीय निर्देशक, युवा मंत्रालय भारत सरकार ,विश्वविद्यालय के प्रो. रीता वेणुगोपाल, विभागाध्यक्ष शारीरिक शिक्षा विभाग, प्रो. गजपाल , प्रो. कमलेश शुक्ला , एन. एस. एस. प्रभारी, सहा.निर्देशक आर. के. मिश्रा तथा विषय विशेषज्ञ के  रूप में डॉ. मंजू झा जी,मृत्युंजय योग , सुभाष स्टेडियम  रायपुर, छ. ग. एवं  डॉ. उमाशंकर त्रिपाठी जी, शासकीय एम. एल. बी. कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय  ग्वालियर, मध्यप्रदेश एवं उपस्थित अतिथियों के द्वारा मां सरस्वती के पूजन एवं दीप प्रज्वलन कर कार्यशाला का विधिवत आरम्भ किया गया । 
                              

कार्यशाला के संचालक  प्रो. वेणुगोपाल जी के स्वागत वक्तव्य के साथ हुआ I तत्पश्चात विशिष्ट अतिथि ए. के. कबीर जी ने कहा कि योग वैज्ञानिक कला है, जिसके माध्यम से व्यक्ति अपने जीवन को समृद्ध करने का प्रयास कर सकता है l तत्पश्चात मुख्य अतिथि माननीय ज्ञानेश शर्मा जी ने अपने उद्बोधन में कहा योग से व्यक्ति शारीरिक मानसिक एवं बौद्धिक रूप से खुद मे सामंजस्य का विकास कर सकता है, योग से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ता है, योग अनुशासन निर्माण करने में सहयोग करता है , योग में सब कुछ  निहित है। तत्पश्चात विषय विशेषज्ञ डॉ. झा जी  ने विभिन्न आसनों के साथ जिनमें ताड़ासन, शिरसंगुष्ठासन, नटराजन,वृक्षासन एवं सूर्यनमस्कार एवं ध्यान कराया गया और ध्यान के माध्यम से मन को स्थिरता मिलती है जिसे किसी भी लक्ष्य को साध में सहायक होता है।
                              
आभार प्रकट आर. के. मिश्रा, सहा.निर्देशक, शारीरिक शिक्षा विभाग के द्वारा सभी अतिथियों, रिसोर्स पर्सन, मीडिया प्रभारी तथा सभी उपस्थित प्रतिभागियों का हृदय से आभार व्यक्त किया गया।मंच संचालन प्रोफेसर राजीव चौधरी जी,अधिष्ठाता, छात्र कल्याण विभाग के द्वारा किया गया। आज के कार्यशाला में 130 प्रतिभागी शामिल हुए थे।शुक्रवार  को कार्यशाला के तृतीय दिवस के सत्र में, विषय-विशेषज्ञ के रूप में डॉ. उमाशंकर त्रिपाठी जी, शासकीय एम. एल. बी. कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय  ग्वालियर, मध्यप्रदेश  से उपस्थित रहेंगे ।
                          

Leave Your Comment

Click to reload image