Love You ! जिंदगी

पढ़िए तिल्दा निवासी और पत्रकारिता के स्टूडेंट केशव पाल का लिखा आलेख..."नववर्ष विशेष"

न्यूज़डेस्क@झूठा-सच: राजधानी रायपुर स्थित मढ़ी (बंजारी) तिल्दा-नेवरा निवासी केशव पाल, जो एक फ्रीलांसर लेखक और कवि है, इसके साथ ही वे भांटागांव स्थित कुशाभाऊ पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय में M.SC इन इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की पढ़ाई कर रहे हैं. उन्होंने नये साल के अवसर पर एक आलेख लिखा है...जिसका शीर्षक हैं "नववर्ष विशेष"  

  "नववर्ष विशेष"  

कोशिश करते रहने का ही नाम है नया साल...

                     जीवन की देहरी पर नूतन वर्ष ने फिर से दस्तक दे दिया हैं। भोर की प्रथम किरण नये उमंग, नया उत्साह और नई खुशियां लेकर मन के आंगन में फैल गई है। ठंड में छनकर निकली धूप की तरह, चहूँ ओर बिखरी उजालों की तरह, मन का कोना-कोना भी नई ऊर्जा से सराबोर सुखद अहसास को महसूस कर रहा है। नये साल का इंतजार हर किसी को रहता है और रहेगा भी क्यों नहीं। क्योंकि हर कोई इसे अपने-अपने अंदाज से जीना चाहतें हैं। नया साल सभी के जीवन में अलग-अलग महत्व रखता है। किसी को उनकी मंजिल तक पहुंचा देता है तो किसी के लिए एक नये वादे, नये इरादे और नये संकल्प लेने का दिन है। आओ हम सब मिलकर इस नूतन वर्ष का स्वागत करें, अभिनंदन करें। एक नई सोच और नये उत्साह के साथ नई कदम इनके साथ-साथ बढ़ाते चले जाए। वैसे नववर्ष का आगमन अपने आप में एक सुखद क्षण का अहसास कराने वाला होता है और यही मानव को मानव से जोड़ने का एक विनम्र प्रयास भी है। हर नया वर्ष अपने साथ एक नवीन ऊर्जा लेकर आता है। यह बीती बातों को भुलाने और पुरानी धुंधली यादों को भूलकर एक नई यादों की पोटली सजाने का मौका देता है। नववर्ष नई ऊर्जा का संचार कर हमारी सिमटी और सिकुड़ी हुई सोच को विस्तार देता है। जिसे अब-तक हासिल नहीं कर पाए उसे फिर से पाने की ललक जगाता है। निराशा की गर्त से निकालकर मानव को आशा की ओर ले जाता है। रग-रग में एक नवीन संचार का भाव भरकर, जिंदगी की अधूरी कोरे कैनवास में फिर से रंग भरने का अवसर देता है। केवल अक्षर या अंकों का बदलना ही नये साल की परिभाषा नहीं है, बल्कि जिंदगी को एक नये तरीक़े से परिभाषित करने, जीवन के बारे में नए सिरे से सोचने और जो मिला है उसी में ही खुश रहने का मौका देता है। जिंदगी के प्रति नए नजरिए देकर जीवन को सरल और सहज बनाने के लिए प्रेरित करता है। हमारी दृष्टि को नये दृष्टिकोण प्रदान कर जीवन के चक्र और चाल को वास्तविक ढंग से जानने और समझने का मौका देता है।आधुनिकता की भागमभाग में दौड़ते, भागते, हांफते मानव को पल भर के लिए ही सहीं खुद के बारे में विचार करने के लिए एक सुनहरा अवसर प्रदान करता है। 

                छोटे-छोटे वादे लेकर, छोटी-छोटी खुशियों में ही मन को खुश रखने के लिए प्रेरित करता है। नये साल में घर, परिवार, रिश्तेदार, यार, दोस्त, सगा संबंधियों सभी के साथ एक नवीन रिश्ता स्थापित कर इसे और भी मीठा और मजबूत बना सकते हैं। प्यार, स्नेह, सहयोग, परवाह, दया, करूणा का भाव मन में जगाकर आपस में एकता के सूत्र में बंधकर जीवन को नये तरीके से जी सकते है। नये साल में कोई नई योजना बनातें है, तो कोई नये कार्यों को मूर्त रूप देने का प्रयास करते है। कोई अधूरे काम को फिर से पूरा करने का प्रयास करते हैं तो कोई मंजिल और लक्ष्य को ध्यान में रखकर आहिस्ता-आहिस्ता कदम बढ़ाते चले जाते हैं। यह जरूरी नहीं कि, हर नया साल हर किसी के लिए खुशियों का खजाना लेकर ही आए। यह नियति का निर्णय है, कि किसी को गम दे जाता है, तो किसी पर अथाह खुशियां लुटाता है। मगर मानव को सच्चाई का बोध अवश्य करा जाता है। अंधेरे की गर्त से निकालकर उजाले की शरण में ले आता है। मनुष्य में नेक दृष्टिकोण को स्थापित कर मानव में मानवता, मनुष्य में मनुष्यता और इंसान में इंसानियत का गुण विकसित कर एक बेहतर इंसान बनने के लिए प्रेरित करता है। ईर्ष्या, द्वेष, बैर, छल, कपट की दीवार को हमेशा के लिए ढहाकर, नफरत की दुनिया से निकालकर दिल में प्यार ही प्यार भर देता है। दिल में प्रेम, करूणा, समानता, सहानुभूति, मानवता जैसी नैतिक मूल्यों को स्थापित कर सुप्त मानवीय संवेदनाओं को जगा देता है।  

                  एकाकीपन और कुंठा से ग्रसित मानव में संवेदना का संचार कर उसे प्रकृति और दुनिया के करीब ला देता है। अब-तक किए गए कार्यों की समीक्षा और मूल्यांकन कर उसमें फिर से नई सुधार का गुंजाइश पैदा करता है। एक बार फिर से अवसर देता है जिंदगी को नये तरीक़े से देखने और खुद को तराशने का। अपने चिरस्वप्न को पाने और उसे मुकम्मल करने का यही एक बेहतर समय भी होता है। जब मन उत्साह की रंग में सराबोर रहता है। मन में उपजती नकारात्मक विचारों को पाटकर सकरात्मक सोच को विकसित करने और कल्पना की दुनिया को लांघकर जमीनी हकीकत की दुनिया से रूबरू होने का बेहतरीन अवसर है नया साल।जीवन के प्रति सोच और नजरिए को बदलकर जिंदगी को जिंदगी की तरह देखने और जीने का नाम है नववर्ष। 

                        मधुमास की तरह ही है नूतन वर्ष का आगमन। मानव के ह्रदय से लुप्त होती मानवीय संवेदनाओं को फिर से जगाकर उनमें आशाओं के बीज अंकुरित करता है। खुद को ढूंढने और जानने का भी यह एक बेहतरीन मौका होता है। खुद के प्रति वफादार बनने का मौका देता है, नया साल। असफलता के कारणों को ढूंढ़ निकालना और सफलता के नवीन तरीकों को तलाशने में जी जान लगा देने के लिए हमें बार-बार उत्साहित करता है। अपनी कमियों को दूर कर अपनी खूबियों को पहचान कर उसे ही अपनी ताकत बना लेना और फिर दुनिया के समक्ष एक सफल इंसान के रूप में पहचान स्थापित करना। यह प्रयास हम सबको नये साल की मंगल बेला के अवसर पर अवश्य करनी चाहिए। बस जीवन में संतुलन और गतिशीलता बनी रहे। इसके साथ ही नवीन चीजों को जानने और सीखने की ललक मन में हमेशा बनी रहे। क्योंकि कोशिश करते रहने का ही नाम है नया साल।

Leave Your Comment

Click to reload image

Jhutha Sach News

news in hindi

news india

news live

news today

today breaking news

latest news

Aaj ki taaza khabar

Jhootha Sach
Jhootha Sach News
Breaking news
Jhutha Sach news raipur in Chhattisgarh