धर्म समाज

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने अमरकंटक में की पूजा-अर्चना

रायपुर। बद्रिकाश्रम के ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद शनिवार को अमरकंटक पहुंचे। यहां नर्मदा मंदिर में पूजा-अर्चना कर उन्होंने देश की खुशहाली की कामना की। शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने स्वामी निश्चलानंद सरस्वती पर पलटवार करते हुए कहा कि अगर हमारे गुरु ने मेरी नियुक्ति नहीं की है, तो उनके सब शिष्यों ने मुझे कैसे शंकराचार्य के रूप में स्वीकार कर लिया।
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद जी वह मर्यादा तो बताएं, जिसका मैंने कभी उल्लंघन किया हो। अमर्यादित आचरण किसी भी शंकराचार्य का न तो वे बर्दाश्त करेंगे और न हम करेंगे। वहीं उन्होंने निश्चलानंद के आरोपों के जवाब में कहा कि हम लोग उन्हें नुकसान पहुंचाने की कोशिश नहीं कर रहे हैं, बल्कि उनके द्वारा ही हमें नुकसान पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने वसीयत प्रमाणित होने की बात भी कही।
साथ ही स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने स्पष्ट किया कि उन्होंने केवल बागेश्वर धाम के बारे में नहीं कहा, बल्कि हर उस चमत्कार का दावा करने वाले के खिलाफ कहा है। उन्होंने कहा कि अगर चमत्कार है, तो फिर दुनिया में लोग परेशान क्यों हैं, मर क्यों रहे हैं और बीमार क्यों हो रहे हैं। अमरकंटक के बाद शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद भाटापारा के लिए रवाना हो गए। उनके समर्थक श्रीधर शर्मा ने बताया कि शंकराचार्य जी का यह आकस्मिक प्रवास था। यहां उन्होंने मां नर्मदा के दर्शन करते हुए विधिवत पूजा-अर्चना की।

Leave Your Comment

Click to reload image