धर्म समाज

चाणक्य अनुसार 5 तरह के लोगों पर भूलकर भी ना करें विश्वास

संस्कृत-साहित्य में नीतिरपरक ग्रंथों में चाणक्य नीति का महत्वपूर्ण स्थान बताया गया है. इन नीतियों को आचार्य चाणक्य ने नीतिशास्त्र द्वारा अपने नीति ग्रंथ में लिखा है. उनके इस चाणक्य नीति ग्रंथ में हर समस्या का हल है. फिर वो समस्या पति-पत्नी के संबंधों की हो, दूसरे किसी संबंधों की हो, नौकरी, पढाई या जीवन को लेकर हो, हर तरह की परेशानियों का हल आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों में बताया है. इस बार हम आपको ये बताएंगे कि किस तरह के लोगों पर विश्वास नहीं करना चाहिए, वरना आपको जीवन में आगे चलकर पछताना पड़ सकता है.
इन 5 तरह के लोगों पर भूलकर भी ना करें विश्वास
1. पीठ पीछे बुराई करने वाले: जो लोग मुंह पर बडाई और बुराई दोनों करे, जो लोग आपकी कमी ज्यादा बताए वो विश्वास के पात्र होते हैं. लेकिन जो लोग आपके पीठ पीछे बुराई करे और सामने तारीफ तो इनसे तो आपको कई कदम पीछे या आगे रहना चाहिए. ऐसे लोगों के साथ चलना बेवकूफी होती है.
2. मुंह पर बड़ाई करने वाले: जो लोग आपके मुंह पर हर समय आपकी तारीफ करते रहते हैं उनसे बचकर रहना चाहिए. आचार्य चाणक्य कहते हैं कि ऐसे लोग मीठी छूरी जैसे होते हैं जो आपकी तारीफ करते रहते हैं और दूसरों के सामने आपको कोसते हैं.
3. आपके बुरे कामों में साथ देने वाले: अगर आप सिगरेट पी रहे, शराब पी रहे, गलत हरकतें कर रहे और कोई आपका इसमें साथ दे रहा है तो उनसे बचकर रहें. ऐसे लोग सिर्फ आपको बर्बाद करने के इरादे से साथ रहते हैं और अगर आप कहीं फंस जाएं तो वो लोग वहीं छोड़कर भाग सकते हैं.
4. हमेशा मीठा बोलने वाले: आपके सामने हमेशा मीठा बोलने वाले भी बहुत गहरे होते हैं. ऐसे लोगों के बारे में आप सही-गलत समझ पाएं उससे पहले ये लोग आपको धोखा दे सकते हैं. इसलिए बेहतर है कि ऐसे लोगों से दूर ही रहें.
5. अक्सर झूठ बोलने वाले: जो लोग हर बात पर झूठ बोलते हैं और अपना फायदा हमेशा देखते हैं ऐसे लोगों से दूर रहना बेहतर होता है. कभी-कभी ऐसा झूठ बोलना जिससे किसी का नुकसान ना हो रहा हो वो स्वीकार किया जा सकता है लेकिन हर बात पर झूठ बोलने वाले पर विश्वास नहीं करना चाहिए.

Leave Your Comment

Click to reload image