उपवास के दौरान क्या खाना है और क्या नहीं, देखें पूरी लिस्ट
16-Mar-2023 2:54:39 pm
124
चैत्र नवरात्रि इस बार 22 मार्च से शुरू हो रही है और इस दौरान यदि आप भी 9 दिन उपवास करने पर विचार कर रहे हैं तो हम आपको बता दें कि उपवास के दौरान सभी तरह के मसालों के सेवन करने की अनुमति नहीं होती है। उपवास के दौरान कुछ खाद्य सामग्री व मसालों का सेवन करने से बचना चाहिए। उपवास में आप 9 दिन किन चीजों का सेवन कर सकते हैं, इस बारे में भी विस्तार से जानकारी यहां दी जा रही है-
चैत्र नवरात्रि 22 से 30 मार्च तक रहेगी। देश भर में मां दुर्गा के भक्त इन 9 दिनों के उत्सव को बहुत उत्साह के साथ मनाते हैं। नवरात्रि आमतौर पर वर्ष के विभिन्न महीनों में चार बार मनाई जाती है, ये हैं शारदीय नवरात्रि, चैत्र नवरात्रि, माघ गुप्त नवरात्रि और आषाढ़ गुप्त नवरात्रि।
शारदीय नवरात्रि और चैत्र नवरात्रि का धार्मिक महत्व ज्यादा बताया गया है इसलिए इन्हें पूरे उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दौरान देशभर में मां दुर्गा के भक्त नवरात्रि के व्रत रखते हैं और व्रत के दौरान सात्विक भोजन करते हैं और तामसिक भोजन से परहेज करते हैं।
9 दिन व्रत में इन चीजों का न करें सेवन
व्रत में प्याज, लहसुन, गेहूं का आटा, चावल, बैंगन, मशरूम से परहेज किया जाता है। व्रत के दौरान कुछ मसालों के सेवन से भी परहेज करना चाहिए। इस दौरान गरम मसाला, धनिया पाउडर (धनिया), हल्दी, हींग, सरसों, मेथी के बीज आदि का सेवन भी नहीं करना चाहिए।
व्रत के दौरान इन चीजों का करें सेवन
व्रत के दौरान चावल, कुट्टू का आटा, राजगीरा का आटा, साबूदाना, सिंघाड़े का आटा, आलू, शकरकंद , लौकी, अरबी, पालक, कद्दू, लौकी, गाजर और खीरा आदि का सेवन किया जा सकता है। इसके अलावा उपवास के दौरान जीरा चूर्ण, काली मिर्च पाउडर, हरी इलायची, जायफल, लौंग, दालचीनी और अजवाइन का सेवन कर सकते हैं। नवरात्रि के उपवास के दौरान सामान्य नमक के बजाय सात्विक भोजन में सेंधा नमक खाना चाहिए।
डिसक्लेमर
'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।'