कौन थे भगवान परशुराम जी
22-Apr-2023 2:50:03 pm
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धार्मिक मान्यता है कि वैशाख के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर परशुराम जी का जन्म हुआ था. परशुराम जी को भगवान विष्णु का छठवां अवतार माना जाता है और उन्होंने एक ब्राह्मण परिवार में जन्म लिया था उनके पिता का नाम जमदग्नि तथा माता का नाम रेणुका था. ऐसा माना जाता है कि परशुराम जी के 4 बड़े भाई थे. इसी दिन अक्षय तृतीया का पर्व भी मनाया जाता है. ऐसा बताया गया है कि परशुराम हर चीज में बहुत निपुण थे इसलिए उन्हें अक्षय भी कहा गया और तृतीया के दिन जन्म लेने के कारण उनके जन्मोत्सव पर अक्षय तृतीया मनाया जाता है. परशुराम जयंती के दिन आपको अपने रिश्तेदारों, परिवार वालों और दोस्तों को हार्दिक शुभकामनाएं भेजनी चाहिए.
जीवन में उतारे परशुराम जी के ये विचार
1. दुनिया को हिला देने की शक्ति
इंसान के अंदर ही होती है
एक बार परशुराम बनने की देरी है
क्योंकि एक परशुराम हर किसी के अंदर होता है.
2. परिस्थिति, वातावरण कैसा भी हो
उस समय परशुराम बन आप विजय पा सकते हैं.
3. उड़ने में बुराई नहीं है, आप भी उड़े
लेकिन उतना ही जहां से जमीन
साफ दिखाई देती है..
4. वो सर कहीं नहीं झुकते, जो भगवान
परशुराम के सामने सिर झुकाते हैं.
5. जीवन में कभी किसी को दुख मत दो
लेकिन अगर कोई सताए तो बर्दाश्त भी मत करो
6. इंसान को कभी हिंसा नहीं करनी चाहिए
लेकिन अगर बात आपकी जान पर आए
तो अस्त्र ना उठाना कायरता कहलाती है.
परशुराम जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं.
7. शांत हैं तो श्रीराम हैं, रुद्र हों तो महादेव हैं
वो ही जग का कल्याण हैं, भड़क गए तो परशुराम हैं
8. जीवन में असफलता आना जरूरी है
जीवन में गुस्सा आना भी जरूरी है
शांत रहकर जग जीत सकते हो लेकिन
अक्रामक होकर भी शांत रहना जरूरी है
9. किसी के साथ कभी अत्याचार मत करो
कोई तुम्हारे साथ करे तो भी मत सहो
उठा लो शस्त्र अपनी रक्षा के लिए
किसी को बुरा लगे ऐसी बात भी मत कहो
10. ब्राह्मण बदलते हैं तो नतीजे बदलते हैं
सारे मंजर, सारे अंजाम बदलते है
कौन कहता है परशुराम फिर नहीं पैदा होते
पैदो होते ही लोगों के नाम बदलते हैं.