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सोम प्रदोष व्रत 20 मई को, जानिए... शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

नई दिल्ली। हिंदू नववर्ष में साल पहला सोम प्रदोष व्रत 20 मई को है। हर माह के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत किया जाता है। इस तिथि पर भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा की जाती है। साथ ही जीवन में सुख-शांति के लिए व्रत भी किया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि प्रदोष व्रत पर विधिपूर्वक प्रभु की पूजा करने से जातक की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और महादेव प्रसन्न होते हैं। आइए जानते हैं प्रदोष व्रत पर भगवान शिव की पूजा किस तरह करना कल्याणकारी माना जाता है।
पंचांग के अनुसार, वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की ​त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 20 मई दोपहर 03 बजकर 58 मिनट पर होगी। वहीं, इसका समापन 21 मई को शाम 05 बजकर 39 मिनट पर होगा। ऐसे में सोम प्रदोष व्रत 20 मई को किया जाएगा।
सोम प्रदोष व्रत पूजा विधि-
प्रदोष व्रत के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर साफ वस्त्र धारण करें। इसके बाद सूर्य देव को जल अर्पित करें। मंदिर की अच्छे से साफ-सफाई करने के बाद चौकी पर कपड़ा बिछाकर भगवान शिव और मां पार्वती की प्रतिमा विराजमान करें। इसके बाद शिव को बिल्वपत्र, शमी के फूल और धतूरा आदि अर्पित करें और मां पार्वती को शृंगार की चीजें चढ़ाएं। दीपक जलाकर आरती करें। प्रभु के मंत्रों का जाप और शिव चालीसा का पाठ करें। अंत में भगवान शिव को दही और घी समेत आदि चीजों का भोग लगाएं।

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