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नवंबर माह में सिर्फ इस दिन किए जा सकेंगे विवाह कार्य

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देवउठनी एकादशी हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है। अगले दिन तुलसी विवाह किया जाता है। इस दिन से विवाह सहित सभी प्रकार के शुभ कार्य किए जा सकते हैं। इससे पहले देवशयनी एकादशी की तिथि पर भगवान विष्णु क्षीर सागर में विश्राम करने चले जाते हैं। इसलिए आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि से लेकर कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि तक कोई भी शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं।
नवंबर माह विवाह मुहूर्त-
13 नवंबर विवाह का शुभ मुहूर्त है। इस दिन रेवती नक्षत्र भी है। विवाह का शुभ मुहूर्त शाम 05:52 बजे से रात 02:28 बजे तक रहेगा। इसके अलावा दोपहर का समय भी शुभ समय है।
शादी का शुभ मुहूर्त 17 नवंबर भी है। नक्षत्र रोहिणी और मृगशिरा हैं। 17 नवंबर को पूरे दिन लग्न मुहूर्त है। लग्न मुहूर्त, निशा काल में भी रहेगा।
लग्न मुहूर्त 18 नवंबर को भी है। इस दिन मृगशिरा नक्षत्र रहेगा। इसी समय तृतीया तिथि पड़ रही है। यह दिन मंगलवार है। शास्त्रों में मंगलवार के दिन विवाह करना वर्जित है। इसलिए शादी की तारीख तय करने से पहले किसी स्थानीय पंडित से सलाह जरूर लें।
22 नवंबर को भी लग्न मुहूर्त है। इस दिन नक्षत्र मघा रहेगा और तिथि सप्तमी है। 23 नवंबर को भी विवाह का शुभ मुहूर्त है। इस दिन नक्षत्र मघा रहेगा और तिथि अष्टमी है।
ज्योतिषियों के अनुसार, 22, 23, 24, 25 और 26 तारीख को लगातार लग्न मुहूर्त रहेंगे। इसलिए अपनी सुविधा के अनुसार इन तिथियों पर शादी तय कर सकते हैं। मंगलवार और प्रतिपदा की तिथि का चयन न करें।

डिसक्लेमर
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