धर्म समाज

सुख-समृद्धि में वृद्धि पाने के लिए करें राधा जी की आरती का पाठ

बुधवार का दिन भगवान श्री गणेश, भगवान कृष्ण और राधा रानी की पूजा अर्चना को समर्पित होता है इस दिन भक्त भगवान कृष्ण और राधा रानी की विधिवत पूजा करते हैं साथ ही उपवास आदि भी रखते हैं
माना जाता है कि ऐसा करने से श्री हरि के अवतार भगवान कृष्ण और राधा जी की असीम कृपा बरसती है लेकिन इसी के साथ ही अगर आज यानी बुधवार के दिन पूजा के समय देवी राधा की आरती का पाठ भक्ति भाव से किया जाए तो सुख समृद्धि का आगमन होता है साथ ही जीवन के सारे दुख परेशानियां दूर हो जाते हैं तो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं श्री राधा जी की संपूर्ण आरती पाठ।
राधा जी की आरती-
आरती श्री वृषभानुसुता की, मंजुल मूर्ति मोहन ममता की।
त्रिविध तापयुत संसृति नाशिनि, विमल विवेकविराग विकासिनि।
पावन प्रभु पद प्रीति प्रकाशिनि, सुन्दरतम छवि सुन्दरता की॥
आरती श्री वृषभानुसुता की...
मुनि मन मोहन मोहन मोहनि, मधुर मनोहर मूरति सोहनि।
अविरलप्रेम अमिय रस दोहनि, प्रिय अति सदा सखी ललिता की॥
आरती श्री वृषभानुसुता की...
संतत सेव्य सत मुनि जनकी, आकर अमित दिव्यगुन गनकी।
आकर्षिणी कृष्ण तन मन की, अति अमूल्य सम्पति समता की॥
आरती श्री वृषभानुसुता की...
कृष्णात्मिका कृष्ण सहचारिणि, चिन्मयवृन्दा विपिन विहारिणि।
जगज्जननि जग दुःखनिवारिणि, आदि अनादि शक्ति विभुता की॥
आरती श्री वृषभानुसुता की...
देवी राधिका आरती
आरति श्रीवृषभानुलली की। सत-चित-आनन्द कन्द-कली की॥
भयभन्जिनि भव-सागर-तारिणि,पाप-ताप-कलि-कल्मष-हारिणि,
दिव्यधाम गोलोक-विहारिणि,जनपालिनि जगजननि भली की॥
आरति श्रीवृषभानुलली की...
अखिल विश्व-आनन्द-विधायिनि,मंगलमयी सुमंगलदायिनि,
नन्दनन्दन-पदप्रेम प्रदायिनि,अमिय-राग-रस रंग-रली की॥
आरति श्रीवृषभानुलली की...
नित्यानन्दमयी आह्लादिनि,आनन्दघन-आनन्द-प्रसाधिनि,
रसमयि, रसमय-मन-उन्मादिनि,सरस कमलिनी कृष्ण-अली की॥
आरति श्रीवृषभानुलली की...
नित्य निकुन्जेश्वरि राजेश्वरि,परम प्रेमरूपा परमेश्वरि,
गोपिगणाश्रयि गोपिजनेश्वरि,विमल विचित्र भाव-अवली की॥
आरति श्रीवृषभानुलली की...

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