धर्म समाज

नवरात्रि में करें लौंग से जुड़े ये आसान उपाय, हर समस्या हो जाएगी दूर

शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है। नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा का विधान है। इस दौरान माता की पूजा में विभिन्न चीजों का उपयोग किया जाता है। आज हम आपको इनमें से ही एक महत्वपूर्ण चीज के बारे में बताएंगे, जिसके इस्तेमाल से आपकी सारी परेशानियां दूर हो जाएंगी और माता रानी आप पर कृपा बरसाएंगी। आज हम आपको लौंग के कुछ खास उपाय बताने जा रहे हैं। लौंग के दीपक से मां दुर्गा की आरती करना बेहद शुभ माना जाता है। पूजा पाठ और घर में मसाले के रूप में इस्तेमाल की जाने वाली ये लौंग आपके कई सारे संकटों को दूर कर सकती है। नवरात्रि के दौरान लौंग से जुड़े कुछ अचूक उपाय करने से आपको कई तरह के लाभ मिलते हैं। साथ ही आप बुरी नजर से भी बच सकते हैं।
लौंग के आसान उपाय-
नवरात्रि में नौ दिनों के दौरान आप हर शाम अपने घर के मुख्य द्वार पर लौंग के तेल का दीया जलाएं। इस तेल में आप एक लौंग भी डाल दें। इससे घर के दोषों से मुक्ति मिल जाती है। साथ ही सभी संकट भी दूर हो जाते हैं।
नवरात्रि के इन पवित्र दिनों में आप 7 लौंग लें और उसे एक लाल कपड़े में बांध दें। इसके बाद इसको घर की पूर्व दिशा में टांग दें। नौ दिन के बाद दशमी तिथि को इस पोटली को किसी पवित्र नदी में प्रवाहित करें। माना जाता है कि ऐसा करने से आपका भाग्य खुल जाता है।
घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए नवरात्रि के दौरान घर के टॉयलेट और बाथरूम में 5 लौंग को जला दें। इस उपाय से यदि आपके घर पर किसी की बुरी नजर लगी है, तो आपको इससे छुटकारा मिल जाएगा। साथ ही घर में सकारात्मकता आएगी।
अष्टमी या नवमी तिथि के दिन जब आप हवन करें, तो उसमें आहुति के रूप में लौंग अवश्य डालें। मान्यता है कि ऐसा करने से घर में बरकत होती है। साथ ही यदि आपके घर में कलह और क्लेश का वातावरण रहता है, तो वह भी उससे दूर हो जाता है और घर में सुख शांति का वास होता है।

डिसक्लेमर
'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।'

Leave Your Comment

Click to reload image