धर्म समाज

सावन सोमवार पर रहेंगे ये खास, जानें पूजन विधि

झूठा-सच @ न्यूज़ डेस्क। हिंदू कैलेंडर के अनुसार पांचवां सावन का महीना भोलेनाथ को समर्पित है. इस माह में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व है. ये महीना भगवान शिव को भी बेहद प्रिय है. भोलेनाथ को सोमवार का दिन बेहद प्रिय है इसलिए सावन में आने वाले सोमवार का महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है. मान्यता है कि सावन में आने वाले सोमवार में व्रत रखने और पूजा-पाठ आदि करने से भगवान शिव की कृपा मिलती है. भगवान शिव भक्तों से प्रसन्न होकर उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं. इस दिन भगवान शिव को बेलपत्र, भांग, धतूरा और जल अर्पित करने से भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं. सोमवार के दिन गंगा स्नान का भी विशेष महत्व है. सावन का पहला सोमवार १८ जुलाई को पड़ रहा है. इस दिन व्रत रखने से पहले व्रत के नियमों को जान लेना जरूरी है. सावन सोमवार पर बन रहे हैं ये खास ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सावन माह में पहले सोमवार को शोभन योग का निर्माण हो रहा है. इस योग में व्रत, पूजा-पाठ, जप और साधना आदि से सौभाग्य की वृद्धि होती है. सावन सोमवार का महत्व शास्त्रों के अनुसार सावन में सोमवार का व्रत रखने से भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है. जलाभिषेक के लिए ये दिन बहुत शुभ होता है. ऐसा माना जाता है कि सावन माह में ही माता पार्वती ने कठोर तपस्या करके भगवान शिव को पति रूप में प्राप्त किया था. इसी वजह से इस माह का विशेष महत्व माना जाता है. ये व्रत सुहागिनें और कुंवारी कन्याएं भी रख सकती हैं. सोमवार को व्रत रखने से सुहागिन महिलाओं के पति की आयु लंबी होती है. वहीं, कुंवारी कन्याओं को मनचाहे वर की प्राप्ति होती है. साथ ही, ग्रह दोष को दूर करने के लिए ये व्रत उत्तम है.

सावन सोमवार की पूजन विधि -
सावन माह में सोमवार के व्रत की विशेष मान्यता है. इस दिन पानी में दूध और काला तिल डालकर शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए. - इस दिन २१ बिल्वपत्रों पर चंदन से ओम नमः शिवाय लिखकर शिवलिंग पर अर्पित करने से भोलेनाथ भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं. - विवाह में आ रहीं अड़चनों को दूर करने के लिए सावन के सोमवार के दिन नियमित शिवलिंग पर केसर मिला दूध अर्पित करें. ऐसा करने से विवाह के योद जल्द ही बन जाते हैं. - सावन माह में नियमित रूप से नंदी को हरा चारा खिलाना चाहिए. ऐसा करने से कष्टों का निवारण होता है. इससे जीवन में सुख-समृद्धि आएगी. - इस माह में गरीबों को भोजन कराने से आपके घर में अन्न की कमी नहीं होगी. साथ ही पितरों की आत्मा को शांति मिलेगी. - इस दिन पूजा करते समय मंदिर में कुछ देर ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करना चाहिए.

Leave Your Comment

Click to reload image