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फिल्म 'नदिया के पार' फेम एक्ट्रेस सविता बजाज आईसीयू में भर्ती

फिल्म 'नदिया के पार' फेम एक्ट्रेस सविता बजाज इन दिनों बुरे दौर से गुजर रही हैं। एक्ट्रेस अपनी आर्थिक तंगी से इस कदर परेशान हो चुकी हैं कि अब वो बाकी की जिंदगी नहीं जीना चाहतीं। बीते दिनों सविता ने मदद मांगते हुए बताया था कि वह कई बीमारियों से जूझ रही हैं और उनके पास इलाज तक के लिए पैसे नहीं हैं। इसके बाद कई स्टार्स उनकी मदद के लिए आगे भी आए। वहीं अब खबर है कि सविता बजाज की तबीयत और बिगड़ गई है और वह आईसीयू में भर्ती हैं। 

नदिया के पार' फेम सविता बजाज आईसीयू में भर्ती, आर्थिक तंगी के बीच  वृद्धाश्रम में भी नहीं मिली रही शरण savita bajaj admitted in icu bollywood  Tadka

 सविता बजाज की तबीयत की पुष्टी एक्ट्रेस नूपुर अलंकार ने की है। नूपुर ने मीडिया से बातचीत में बताया कि फिलहाल उनकी तबीयत में पहले से थोड़ा सुधार है, लेकिन अभी भी वह आईसीयू में हैं, जहां डॉक्टर्स उनकी निगरानी कर रहे हैं। नूपुर अलंकार ने बताया कि सविता बजाज को सांस लेने में तकलीफ है और कुछ दिनों बाद उन्हें जनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया जाएगा। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अभी सविता बजाज की जैसी स्थिति है उसमें उन्हें वेंटिलेशन में रहने की जरूरत है।

 
 
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नूपुर ने सविता बजाज की हालत के बारे में बताते हुए कहा कि वह मुंबई की एक चॉल में जिस कमरे में रहती हैं, वहां कोई खिड़की नहीं है और न ही कोई ऐसा रास्ता जहां से साफ हवा आ सके। ऐसे में उन्हें सांस लेने में और भी दिक्कत हो सकती है। नूपुर अलंकार ने बताया कि ऐसी स्थिति को देखते हुए ही उन्होंने सविता बजाज के लिए वृद्धाश्रम में भी बात की थी, पर वहां भी उनके लिए जगह नहीं मिल पा रही है। कोरोना के कारण कोई दाखिला देने को तैयार नहीं है। उन्होंने बताया कि मैंने अब तक 5 से 6 ओल्ड ऐज होम में कॉल किया है, लेकिन कोई पॉजिटिव रिस्पॉन्स नहीं मिला है। कई लोग ने तो ये सुनते ही फोन काट दिया।
बता दें, सविता को CINTAA से 5 हज़ार और राइटर्स एसोसिएशन से 2 हज़ार की मदद मिलती है, जिससे वह अपना गुजारा करती हैं। सविता बजाज ने बीते दिनों अपनी हालत बताते हुए कहा था कि मेरा ख्याल रखने वाला कोई नहीं है। 25 साल पहले मैंने फैसला किया था कि मैं अपने होमटाउन दिल्ली वापस चली जाऊंगी, लेकिन मेरे परिवार में से कोई भी मुझे साथ नहीं रखना चाहता। मैंने बहुत कमाया, बहुत जरूरतमंदों की मदद की पर आज स्थिति ऐसी है कि मुझे ही मदद की जरूरत है।

 

 

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