धान का कटोरा

बीटेक पास युवा ने किया कमाल, उद्यमियों के लिए बने प्रेरणास्त्रोत

झूठा सच @ रायपुर /धमतरी :-  गोपाल चितालिया एक होनहार 24 वर्षीय बी टेक और एमएस पढ़ा लिखा युवक। इनकी सिर्फ इतनी पहचान नहीं है। ये धमतरी शहर के एक ऐसे युवा हैं, जो विश्व पटल में अपनी आईटी के क्षेत्र में कंसलिं्टग फर्म के जरिए सेवा का निर्यात कर रहे हैं। हैदराबाद स्थित इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी से बी टेक और एमएस (रिसर्च इन आईटी इन बिल्डिंग  साइंस) की पढ़ाई पूरी करने के बाद आईटी सेक्टर में नौकरी करने के बजाय उन्होंने वापस अपने गृह ज़िला धमतरी का रुख किया। यहां उन्होंने मशीन लर्निंग, डेटा एनालिसिस, स्मार्ट बिलिं्डग्स, एनर्जी एफिशिएंसी, एल्गोरिथमिक ट्रेडिंग, सॉफ्टवेयर डिवेलपमेंट, वेब डिवेलपमेंट सेवाएं देने 'जीएनसी ओवरसीज' नामक कंसलिं्टग कंपनी बनाई। इसके जरिए सेवाओं का निर्यात करना शुरू किया। इन्हें अभी ज्यादा वक्त भी नहीं हुआ है, लेकिन पिछले लगभग एक साल से शुरू की गई उनकी निर्यात सेवा से उन्हें 36 लाख रूपए से अधिक की आमदनी हुई है। अपने ज्ञान का इस्तेमाल कर और निर्यात की बारीकियों को समझ वे अच्छा खासा कमा रहे हैं।

उन्होंने इस छोटी सी उम्र में यह समझ लिया कि चाहे शहर बड़ा हो या छोटा अगर कुछ बड़ा कर गुजरने की ललक हो तो पूरा आसमान भी काफी नहीं। इसी सोच के साथ शुरुवात हुई उनकी नई जिंदगी की। गोपाल बताते हैं कि मौजूदा वैश्विक बाजार में स्मार्ट ग्रिड्स, इलेक्ट्रिक वाहन, भवनों में एनर्जी एफिशिएंसी की महत्ता के मद्देनजर वे अपने फर्म के ज़रिए इसके लिए सलाह, डिजाइन तैयार और विकसित करने, उनका क्रियान्वयन करने और सहयोग करने का काम कर रहे हैं। उनकी फर्म का उद्देश्य है कि आई टी सेवाओं का ऑपरेशनल कॉस्ट कम करें। उनके नॉर्वे, यूएसए, कनाडा, थाईलैंड, कतर, नीदरलैंड जैसे देशों में क्लाइंट्स हैं। 

गोपाल अपनी फर्म के जरिए कंसलिं्टग सेवाएं देकर अपने क्लाइंट्स के व्यापार को बढ़ाने में सहयोग कर रहे हैं। हाल ही में धमतरी में ज़िला व्यापार और उद्योग केंद्र द्वारा निर्यात की संभावनाएं तलाशने और ज़िले के उत्पादकों को प्रोत्साहित करने एक एक्सपोर्टर्स कॉन्क्लेव आयोजित किया गया। इस मौके पर इस नौजवान को भी अपने विचार, अनुभव साझा करने बुलाया गया। अपनी सेवा क्षेत्र से जिस तरह उन्होंने यह मुकाम हासिल किया यह कॉन्क्लेव में उपस्थित उद्यमियों के लिए काफी उत्साहजनक रहा। वहीं एक्सपोर्टर्स कॉन्क्लेव में मौजूद कलेक्टर  पी.एस.एल्मा ने भी गोपाल की उपलब्धियों को सराहा और कहा कि ज़िले के उद्यमियों तथा नव युवकों के लिए वे किसी प्रेरणा से कम नहीं हैं।
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5 अक्टूबर को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लेंगे हाईलेवल मीटिंग

झूठा सच @ रायपुर:-  आगामी 5 अक्टूबर को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राज्य के सभी आई जी और पुलिस अधीक्षकों की हाईलेवल बैठक लेंगे। यह बैठक राजधानी के न्यू सर्किट हाउस आडिटोरियम में आयोजित है। सभी आईजी और कप्तानों को एजेंडा भेज दिया गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस बैठक के ज़रिए राज्य की क़ानून व्यवस्था की समीक्षा करेंगे और बेहतर पुलिसिंग को लेकर कड़े निर्देश दे सकते हैं।

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सीएम भूपेश बघेल ने UPSC में सफलता प्राप्त करने वाले सभी परीक्षार्थियों को दी शुभकामनाएं

झूठा सच @ रायपुर :- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा 2020 में सफलता प्राप्त करने वाले सभी परीक्षार्थियों को शुभकामनाएं दी। और कहा - छत्तीसगढ़ की भी अनेक प्रतिभाओं ने उत्कृष्ट रैंक हासिल कर राज्य को गौरवान्वित किया है, मैं सभी के उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं।

 

 

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बिना तलाक के दूसरी शादी की तो पहली पत्नी को मिलेगें सारे अधिकार

  • महिला आयोग ने चार दिनों में की 84 प्रकरणों पर सुनवाई 
  • दो प्रकरणों में पति पत्नी ने शर्तों पर किया समझौता
झूठा सच @ रायपुर :- राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक एवं सदस्यगण अनीता रावटे, शशिकांता राठौर एवं अर्चना उपाध्याय की उपस्थिति में आज चौथे दिन शास्त्री चौक स्थित, राज्य महिला आयोग कार्यालय में महिलाओं से संबंधित शिकायतों के निराकरण के लिए सुनवाई की गई।आज सुनवाई के दौरान एक प्रकरण में पत्नी ने अपने पति के खिलाफ बिना आवेदिका से तलाक लिए दूसरा विवाह किया है। आज की सुनवाई में दूसरी पत्नी और पति के दोनों बड़े भाई भी उपस्थित हुए।दोनो भाइयों ने बताया कि अनावेदक ने गलती किया है और दूसरी शादी किया है और पहली पत्नी को कोई भरण पोषण नही देता है।आवेदिका पारिवारिक मकान में रहती है जहां अनावेदक के पिता और भाई भी निवास करते हैं।इस प्रकरण में सामाजिक बैठक में अनावेदक और पूरे परिवार ने यह तय किया था कि पिता की सम्पत्ति में जो हिस्सा है उसके आधा हिस्सा आवेदिका को दिया जाएगा और पति के सम्पत्ति का हिस्सा दिलाने में दोनो भाई मदद करेंगे इस प्रकरण में अनावेदक और दूसरी पत्नी के खिलाफ 494 भा. द. वि. की धारा दर्ज हो सकती है। आवेदिका जब चाहे तब दोनो के विरुद्ध पुलिस थाना में रिपोर्ट दर्ज करा सकेगी।  

इस स्तर पर आवेदिका ने अपने भरण पोषण की मांग आयोग के समक्ष किया। जिस पर अनावेदक और दूसरी पत्नी ने स्वीकार किया कि आवेदिका को उनके मकान में रहने के अलावा जीवनयापन के लिए 6 हज़ार रुपये प्रतिमाह बैंक खाता में नियमित रूप से जमा करेंगे। यदि किसी माह में भरण पोषण राशि देने में विलंब अनावेदक द्वारा किया जाता है तो आवेदिका पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करा सकती है।आयोग के इस निर्देश के साथ इस प्रकरण को नस्तीबद्ध कर आयोग द्वारा 6 माह की निगरानी में भी रखा गया है।इसी तरह दो प्रकरणों में पति पत्नी ने अपनी - अपनी शर्त लिखित में आयोग को प्रस्तुत किया। जिसके आधार पर आयोग में पति-पत्नी के मध्य सम्बन्धो को सुधारने का प्रयास किया गया, आयोग की समझाइश पर साथ रहना स्वीकार किया। दोनो  प्रकरण को नस्तीबद्ध किया गया।एक अन्य प्रकरण में आवेदिका के द्वारा अपने मृत पति जो की एस.ई.सी.एल. कोल माइन्स के मेलवाडीह में कार्यरत था।जिसकी मृत्यु पश्चात् अनुकम्पा नियुक्ति अनुग्रह राशि प्राप्त किये जाने हेतु आवेदन किया था। इस प्रकरण के अंतिम निराकरण हेतु एस.ई.सी.एल. के वरिष्ठ अधिकारी महाप्रबंधक की उपस्थिति सुनिश्चित की जाकर उन्हें प्रकरण में पक्षकार बनाया जाना आवश्यक है। 

इस निर्देश के साथ आगामी सुनवाई में प्रकरण को रखा गया।एक अन्य प्रकरण में आवेदिकागणों ने अनावेदक के खिलाफ जमीन हड़पने और धोखाधड़ी करने की शिकायत आयोग में प्रस्तुत किया है। अनावेदक अपने जवाब के लिये समय की मांग किया। दोनों पक्षकारों के मध्य आवेदिका के पति के जीवनकाल में हुये समझौतानामा के पिछले भाग में रकम की प्राप्ति में अनावेदक द्वारा बोगस एण्ट्री को लेकर आवेदिकागणों ने आयोग में आवेदन किया है। इस संबंध में दोनों पक्षों को आयोग द्वारा समझाइश दिया गया।जिसमें दोनों पक्ष को अपने समस्त दस्तावेजों का बिन्दुवार उल्लेख करते हुये प्रस्तुत करने कहा गया। जिससे दोनों के मध्य सुलह का रास्ता निकाला जा सकें। जिससे प्रकरण का निराकरण किया जा सके।
महिला आयोग के समक्ष महिला उत्पीड़न से संबंधित इन चार दिनों में 84 प्रकरण सुनवाई के लिए रखे गए थे ।
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11 एसडीएम अब बनेंगे भारतीय प्रशासनिक अफसर

झूठा सच @ रायपुर /नई दिल्ली:-  संघ लोक सेवा आयोग (upsc ) ने परीक्षा के परिणाम शुक्रवार को जारी किए. परीक्षा में कुल 761 उम्मीदवार उत्तीर्ण हुए हैं जिनमें 545 पुरुष और 216 महिलाएं हैं. बिहार के शुभम कुमार ने सिविल सेवा परीक्षा, 2020 में शीर्ष स्थान हासिल किया है, वहीं मध्यप्रदेश की जागृति अवस्थी ने दूसरा स्थान हासिल किया. परिणाम में उत्तर प्रदेश के पीसीएस अफसरों ने बाजी मारी है. उत्तर प्रदेश के 11 एसडीएम को UPSC परीक्षा में कामयाबी मिली है.

PCS डॉक्टर बुशरा बानो को मिली 234 रैंक. जामिया की पूर्व छात्रा हैं. वो PCS 2017 बैच की उपजिलाधिकारी हैं. फिलहाल डॉक्टर बानो SDM टूंडला फिरोजाबाद में तैनात हैं. उन्हे ताजा नतीजों के बाद IRS IT मिलना लगभग तय है.
PCS अपूर्वा भरत को मिली है 363वीं रैकPCS 2018 बैच की उपजिलाधिकारी हैं अपूर्वा भरत.
PCS आदित्य सिंह को मिला है 92वीं रैंक. PCS 2018 बैच के उपजिलाधिकारी है आदित्य सिंह
PCS प्रखर कुमार सिंह को मिली है 29वीं रैक. रैंक के मद्देनजर अब उन्हें IAS मिलना फ़ाइनल है. PCS प्रखर 2020 बैच के उपजिलाधिकारी हैं.

PCS शिवाकाशी को मिल है 64वीं रैक. शिवाकाशी 2020 बैच की उपजिलाधिकारी हैं.
PCS विशाल श्रीवास्तव 2019 बैच टॉपर 591वीं रैंक
PCS अभिषेक कुमार सिंह 2019 बैच को 240 रैंक मिली
PCS विपिन द्विवेदी 2019 बैच को 557वीं रैंक मिली है
PCS रजत कुमार पाल बैच 2020 को 394 रैंक
PCS प्रिया यादव बैच 2010 को 276 रैक मिली
UP कैडर 2019 बैच के IPS अफ़सर है शाश्वत त्रिपुरारी को मिली मिली 19वीं रैक, IAS का पद मिलना तय है. उन्हें IPS रैंक में प्रथम स्थान देश मे मिला था और फिलहाल उनकी हैदराबाद में पुलिस ट्रेनिंग चल रही है.सिविल सेवा परीक्षाओं का आयोजन प्रति वर्ष यूपीएससी तीन चरणों में करता है जिनमें प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार शामिल हैं. इन परीक्षाओं के माध्यम से भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) सहित कई अन्य सेवाओं के लिए उम्मीदवारों का चयन होता है | 
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मैनपाट में आकाशीय बिजली गिरने से 4 मवेशियों की दर्दनाक मौत

झूठा सच @ रायपुर/अंबिकापुर: -  मैनपाट में आकाशीय बिजली गिरने से 4 गायों की मौत हो गई। वहीं 1 की हालत गंभीर बताई जा रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार मैनपाट के ग्राम पटपरिया में गुरुवार रात हुई तेज बारिश और बिजली गिरने से ग्रामीण मोहर लाल यादव के 4 गायों की मौत हो गईं और 1 गंभीर रूप से घायल हो गया। मोहरलाल यादव के मवेशी गौशाला में थे। इसी दौरान रात में अचानक बिजली गिरने से इन मवेशियों की मौत हो गईं।

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दिव्यांग साहू दंपति को मिला एक लाख रुपए का चेक, नगरीय प्रशासन मंत्री ने की खुशहाल जीवन की कामना

झूठा सच @ रायपुर :- निःशक्तजन दंपति प्रदीप साहू और उनकी पत्नी सविता साहू को नगरीय प्रशासन एवं विकास तथा श्रम मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने आरंग में एक लाख रुपए का चेक प्रदान किया। इस दौरान मंत्री ने निःशक्तजन दंपति को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए खुशहाल जीवन की कामना की। समाज कल्याण विभाग के माध्यम से प्रोत्साहन राशि प्राप्त करने वाले साहू दंपति ने मंत्री के हाथों राशि मिलने पर खुशी प्रकट करते हुए कहा कि शासन द्वारा निःशक्तजनों के लिए प्रोत्साहित करने चलाई जा रही योजना का लाभ उनके जीवन स्तर को भी प्रभावित करेगी। इस राशि से वे अपने स्वरोजगार से संबंधित कार्यों को बढ़ायेंगे। 

आरंग विकासखण्ड के ग्राम बैहार में रहने वाले साहू दंपति ने बताया कि उन्हें जब मालूम हुआ कि शासन द्वारा समाज कल्याण विभाग के माध्यम से दिव्यांगों को प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है तो उन्होंने अपना आवेदन प्रस्तुत किया था। शासन द्वारा राशि स्वीकृत होने के बाद आज मंत्री के हाथों राशि मिली है। इस दौरान राज्य वन विकास निगम के अध्यक्ष देवेंद्र बहादुर सिंह, नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष चंद्रशेखर चंद्राकर, कोमल साहू,समाज कल्याण विभाग के अधिकारी आदि उपस्थित थे। 
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VIDEO : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज खेल प्रेमियों को दी बड़ी सौगात

झूठा सच @ रायपुर:-  मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज प्रदेश के खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों को बड़ी सौगात दी हैं। सीएम भूपेश बघेल ने बिलासपुर और रायपुर में लगभग 42 करोड़ 14 लाख रूपए की लागत से नई खेल सुविधाओं का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। इनमें मुख्य रूप से फुटबाल, कबड्डी, तींरदाजी और एथलेटिक्स की अकादमी, दो खेल छात्रावास, एक तींरदाजी प्रशिक्षण उपकेन्द्र और एथलेटिक्स के लिए सिंथेटिक ट्रैक एण्ड फील्ड शामिल हैं।
 
                                                        

 

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कीर्तन मरावी को अंत्यावसायी विभाग की योजना से जीने की नई राह मिली

झूठा सच @ रायपुर /बिलासपुर:- अंत्यावसायी विभाग द्वारा संचालित अजजा आटो पैसेंजर योजना का लाभ लेकर कीर्तन मरावी के लिए तरक्की के द्वार खुल गए हैं। अब स्वयं की पैसेंजर वाहन बोलेरो मिल जाने से उनकी सालाना आमदनी 1.5 लाख हो गयी है। विकासखंड मस्तूरी के ग्राम हरदाडीह निवासी कीर्तन लाल मरावी को कभी अपनी आजीविका चलाने के लिए संघर्ष करना पड़ता था लेकिन आज अंत्यावसायी विभाग द्वारा संचालित योजना से उनके परिवार का गुजर बसर अच्छे हो रहा है। मरावी को इस योजना की जानकारी किसी परिचित से मिलने पर उन्होंने योजना के तहत् आवेदन दिया। छह प्रतिशत वार्षिक साधारण ब्याज पर उन्हें अनुसूचित जनजाति आटो पैसेन्जर योजना के तहत बोलेरो वाहन विभाग द्वारा आयोजित शिविर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा प्रदाय किया गया। वाहन लेने के उपरांत इनकी सालाना आमदनी 1.5 लाख हो गई है। आमदनी बढ़ने से आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ हुई है।मरावी शासन को धन्यवाद देते हुए कहते है कि इस योजना से उन्हें जीने की नई राह मिली है।

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सीएम भूपेश बघेल ने फार्मासिस्टों को विश्व फार्मेसी दिवस की दी बधाई

झूठा सच @ रायपुर:-  मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने फार्मासिस्टों को विश्व फार्मेसी दिवस की बधाई दी. अपने बधाई संदेश में सीएम भूपेश बघेल ने कहा है कि चिकित्सा-क्षेत्र में फार्मासिस्टों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। वे चिकित्सक और रोगी के बीच की एक महत्वपूर्ण कड़ी है।

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छत्तीसगढ़ के किसान के बेटे ने UPSC में मारी बाजी, हासिल किया 94 रैंक

झूठा सच @ रायपुर:-  छत्तीसगढ़ के आकाश श्रीश्रीमाल ने भी UPSC में बाजी मारी है. आकाश श्रीश्रीमाल को देश में 94वां रैंक मिला है. संघ लोक सेवा आयोग, यूपीएससी ने 2020 (UPSC 2020 exam) सिविल सेवा परीक्षा का रिजल्ट घोषित किया है. छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले के रहने वाले 25 वर्षीय आकाश श्रीश्रीमाल (Akash Srishrimal of Kawardha ) ने देश में 94वां रैंक हासिल किया है. आकाश श्रीश्रीमाल ने अपनी स्कूलिंग कवर्धा से ही की है. एनआईटी रायपुर से सिविल इंजीनियरिंग 2019 में पास आउट कर उन्होंने यूपीएससी एग्जाम की तैयारी शुरू कर दी थी. आकाश के पिता ने बताया कि यूपीएससी एग्जाम (upsc exam) किस पैटर्न से होता है.


इसे जानने के लिए आकाश ने पहली बार रायपुर से एग्जाम दिया. उसके बाद वह यूपीएससी की तैयारी (UPSC preparation) करने दिल्ली चले गए. आकाश को दूसरे प्रयास में सफलता हासिल हुई है. आकाश के पिता गुलाबचंद एलआईसी एजेंट के साथ कृषि कार्य करते हैं. वहीं आकाश पांच बहनों के एक भाई हैं. वह अपने परिवार में सबसे छोटे हैं, आकाश की एक बहन जैन साध्वी हैं. पिता अपने बेटे की सफलता से काफी गदगद हैं. उन्होंने इसका श्रेय परिवार, शिक्षकों और आकाश के दोस्तों को दिया है |
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मुख्यमंत्री से माँ विंध्यवासिनी बिलाईमाता मन्दिर ट्रस्ट के सदस्यों ने की सौजन्य मुलाकात

  • मुख्यमंत्री ने ट्रस्ट के सदस्यों को मोक्षधाम में वृक्षारोपण  के लिए भेंट किये पौधे
झूठा सच @ रायपुर :- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से माँ विंध्यवासिनी बिलाइमाता मन्दिर ट्रस्ट, धमतरी के सदस्यों ने सौजन्य मुलाकात कर उन्हें 26 सितम्बर को आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ट्रस्ट के सदस्यों को अपनी ओर से अपराजिता, घृतकुमारी, अरेलिया और पिसलिली के पौधे भेंट किये। 

 ट्रस्ट के अध्यक्ष आनन्द पवार ने बताया कि ट्रस्ट द्वारा संचालित मोक्षधाम में 26 सितंबर को पौधा दान एवं वृक्षारोपण का वृहद कार्यक्रम आयोजित किया गया है।  पवार ने मुख्यमंत्री को बताया कि मोक्षधाम में कोरोना आपदा के दौरान ट्रस्ट के सदस्यों ने मृतक के परिजनों को शवदाह के लिए आवश्यक सुविधा उपलब्ध कराने में मदद की। वर्तमान में ट्रस्ट द्वारा मोक्षधाम में बाउंड्रीवाल, शेड निर्माण, शवदाहगृह, प्रतीक्षालय का नवनिर्माण किया जा रहा है। दाह संस्कार के लिए लकड़ी की जगह गौ काष्ठ भी उपलब्ध कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री बघेल ने ट्रस्ट के सदस्यों द्वारा समाज हित में निःस्वार्थ भाव से किये जा रहे कार्यों के लिए उनकी सराहना की।
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व्यायाम शिक्षक, ग्रंथपाल, प्रयोगशाला सहायक एवं सहायक ग्रेड- 2 की चयन सूची जारी

झूठा सच @ रायपुर /सूरजपुर:-  जिला शिक्षा अधिकारी से प्राप्त जानकारी अनुसार शासकीय उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय सूरजपुर द्वारा जिले में संचालित अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों के लिए स्वीकृत पदों पर नियुक्ति हेतु अंग्रेजी माध्यम प्रतिनियुक्ति, संविदा भर्ती 2020-21 के द्वारा जारी विज्ञापन के आधार पर गैर शैक्षणिक पदों व्यायाम शिक्षक, ग्रंथपाल, प्रयोगशाला सहायक एवं सहायक ग्रेड- 2 पर संविदा भर्ती हेतु चयन सूची प्रकाशित की जा रही है। चयन सूची का पीडीएफ फाईल सूरजपुर जिले के वेबसाईट www.surajpur.nic.in में अवलोकन कर सकते है।

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मंत्री कवासी लखमा ने सुरेश रावल को राजनीतिक मीडिया सलाहकार नियुक्त किया

झूठा सच @ रायपुर :-  प्रदेश के वाणिज्यकर आबकारी, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री छत्तीसगढ़ शासन कवासी लखमा ने वरिष्ठ पत्रकार जगदलपुर सुरेश रावल को राजनीतिक मीडिया सलाहकार नियुक्त किया है। सुरेश रावल संभाग के वरिष्ठ पत्रकार हैं। वे मंत्री कवासी लखमा के मीडिया से संबंधित समस्त कार्यों के लिए मीडिया सलाहकार के रूप में नियुक्त किए गए हैं। उन्हें मंत्री लखमा ने अपने राजनैतिक बयानों के लिए अधिकृत किया है।

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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बिलासपुर और रायपुर को 42.14 करोड़ रूपए की नई खेल सुविधाओं की देंगे सौगात

  • फुटबाल, कबड्डी, तींरदाजी और एथलेटिक्स अकादमी का करेंगे शुभारंभ 
  • तींरदाजी प्रशिक्षण उपकेन्द्र और सिंथेटिक ट्रैक एण्ड फील्ड का होगा लोकार्पण
झूठा सच @ रायपुर :- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कल 25 सितम्बर को प्रदेश के खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों को बड़ी सौगात देने जा रहे हैं। बघेल बिलासपुर और रायपुर में लगभग 42 करोड़ 14 लाख रूपए की लागत से नई खेल सुविधाओं का लोकार्पण और भूमिपूजन करेंगे। इनमें मुख्य रूप से फुटबाल, कबड्डी, तींरदाजी और एथलेटिक्स की अकादमी, दो खेल छात्रावास, एक तींरदाजी प्रशिक्षण उपकेन्द्र और एथलेटिक्स के लिए सिंथेटिक ट्रैक एण्ड फील्ड शामिल हैं। मुख्यमंत्री बघेल इन खेल सुविधाओं के लोकार्पण-भूमिपूजन समारोह में अपने निवास कार्यालय से वर्चुअल रूप से शामिल होंगे। लोकार्पण और शिलान्यास समारोह दोपहर 12 बजे से प्रारंभ होगा।

 
मुख्यमंत्री बघेल बिलासपुर में स्वर्गीय बी.आर यादव राज्य खेल परिसर में 180 सीटर आवासीय एवं 190 सीटर गैर आवासीय अकादमी का शुभारंभ करेंगे। इसके अतिरिक्त  बघेल बिलासपुर में 9 करोड़ 20 लाख की लागत से 400 मीटर सिंथेटिक एथेलेटिक्स ट्रैक एण्ड फील्ड, 2 करोड़ 82 लाख रूपए की लागत से बालकों के लिए 50 सीटर खेल छात्रावास, 4 करोड़ 75 लाख रूपए की लागत से बालिकाओं के लिए खेल छात्रावास, 4 करोड़ 47 लाख रूपए की लागत से प्रशासनिक भवन के साथ ही तींरदाजी प्रशिक्षण उपकेन्द्र शिवतराई और कबड्डी अकादमी का शुभारंभ करेंगे। 

 
मुख्यमंत्री बघेल बिलासपुर में ही 4 करोड़ 94 लाख रूपए की लागत के कबड्डी इंडोर हॉल, 15 करोड़ 96 लाख रूपए की लागत से हॉकी टर्फ मैदान पर गैलरी, पेवेलियन और फ्लड लाईट निर्माण का भूमिपूजन करेंगे। मुख्यमंत्री रायपुर में स्वर्गीय  कोदूराम वर्मा स्मृति तींरदाजी अकादमी, बालिकाओं के लिए फुटबाल अकादमी और एथेलिटक्स अकादमी का भी शुभारंभ करेंगे।

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कोविड-19 से मृत व्यक्तियों के परिजनों को अनुदान सहायता हेतु दिशा-निर्देश जारी

कोविड-19 से मृत व्यक्तियों के परिजनों को 50 हजार रूपए मिलेगी अनुदान सहायता राशि
राजस्व एवं आपदा प्रबंधन सचिव ने कलेक्टरों को आवश्यक कार्यवाही करने लिखा पत्र
 
झूठा सच @ रायपुर :- छत्तीसगढ़ शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग की सचिव तथा राहत आयुक्त रीता शांडिल्य ने प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टर एवं अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को पत्र प्रेषित किया है। उन्होंने पत्र में कोविड-19 के कारण जिलों में मृत व्यक्तियों के परिजनों, आश्रितों को अनुदान सहायता प्रदान करने माननीय उच्चतम न्यायालय नई दिल्ली के 30 जून 2021 के निर्णय अनुसार राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा दिए गए आवश्यक दिशा-निर्देशों के अनुसार शीघ्र आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश कलेक्टरों को दिए हैं।

कलेक्टरों को प्रेषित पत्र में कहा गया है कि कोविड-19 एक अभूतपूर्व आपदा है. पिछले डेढ वर्षों से वायरस के नए वेरिएंट के प्रभाव से मृतकों की संख्या में वृद्धि जारी है। यह महत्वपूर्ण है कि राज्य में विशिष्ट आपदाओं के लिए समय पर और प्रभावी प्रतिक्रिया के लिए राज्य आपदा मोचन निधि के तहत पर्याप्त निधि उपलब्ध हो। यद्यपि कोविड-19 से मृत व्यक्तियों के परिजनों को अनुदान सहायता राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 में निहित प्रावधान के अनुसार प्रदान नहीं की जाएगी। 

राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा कोविड-19 से मृत प्रति व्यक्ति के लिए 50,000 रुपये (पचास हजार) निर्धारित किए हैं जो अनुदान सहायता राशि राज्य आपदा मोचन निधि के अंतर्गत प्रदान की जाएगी। संचालक स्वास्थ्य सेवाएं छत्तीसगढ़ से प्राप्त जानकारी के अनुसार कोविड-19 से 22 सितंबर 2021 तक प्रदेश में कुल 13 हजार 563 व्यक्तियों की मृत्यु दर्ज की गई है। संबंधित परिवार द्वारा निर्धारित आवेदन पत्र के माध्यम से अपने दावे प्रस्तुत करेंगे। आवेदक के पास सीडीएसी द्वारा जारी कोविड-19 से मृत्यु के संबंधित आधिकारिक प्रमाण-पत्र होना अनिवार्य है।

जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण तथा जिला प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वे मृत व्यक्तियों के निकटतम संबंधी/आवेदक को अनुदान राशि आधार लिंक्ड प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) की प्रक्रिया के माध्यम से भुगतान करें। अनुदान सहायता प्रदान करने की प्रक्रिया सरल तथा आवश्यक दस्तावेज जमा करने के 30 दिनों के भीतर पूरी की जानी चाहिए। कलेक्टरों से कहा गया है कि अपने जिले में इसका प्रचार-प्रसार के माध्यम से नागरिकों को इस सहायता के बारे में जागरूक करें तथा दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। 

यह उपयुक्त होगा कि प्रत्येक तहसील कार्यालय तथा जिला कार्यालय में कार्यालयीन समय, सहित नगर निगम क्षेत्र के जोन मुख्यालय में भी आवेदन प्राप्त करने के लिए समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। प्राप्त सभी आवेदनों को कलेक्टर स्वयं की निगरानी में जांच एवं सत्यापन करना सुनिश्चित करेंगे। कलेक्टरों को निर्देश दिए गए कि कोविड-19 से मृत व्यक्तियों से प्राप्त आवेदन पत्र के आधार पर मृत व्यक्तियों के परिजनों को अनुदान सहायता उपलब्ध कराने की कार्यवाही करें तथा आबंटन हेतु मांग पत्र राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग को शीघ्र भेजना सुनिश्चित करें।
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छत्तीसगढ़ वन मंत्री मो. अकबर ने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने मानदेय बढ़ाने की है घोषणा

झूठा सच @ रायपुर:- वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री ने आज राजधानी के शंकर नगर स्थित अपने निवास कार्यालय में 25वीं अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता के विजयी प्रतिभागियों को राशि वितरित कर सम्मानित किया। उन्होंने इस दौरान प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ वन विभाग के विजयी 154 खिलाड़ियों को 34 लाख 66 हजार रूपए की पारितोषिक राशि का वितरण किया। वन मंत्री अकबर ने कार्यक्रम में समस्त विजयी खिलाड़ियों के मनोबल को बढ़ाने तथा प्रोत्साहन के लिए उनके मानदेय में वृद्धि की घोषणा भी की। वन मंत्री ने वन विभाग के खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि जीवन में खेल का अहम स्थान है।  

खेल के माध्यम से व्यक्ति में खेल भावना का विकास होता है, जो विभिन्न क्षेत्रों में सफलता हासिल करने में हमारे लिए मददगार होते हैं। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में वन विभाग को विभिन्न क्षेत्रों में हासिल हो रहे उपलब्धि से हम सभी गौरान्वित है। उन्होंने बताया कि वन विभाग को हाल ही में विभागीय कार्याें सहित विभिन्न वर्गाें में उल्लेखनीय प्रगति के लिए 11 राष्ट्रीय पुरस्कारों से नवाजा गया है। इसी तरह खेल के क्षेत्र में भी छत्तीसगढ़ के वन विभाग को अब तक अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता में 11 बार राष्ट्रीय चैंम्पियन का पुरस्कार मिल चुका है। यह वन विभाग ही नहीं अपितु पूरे छत्तीसगढ़ के लिए एक बहुत बड़ी और महत्वपूर्ण उपलब्धि है।

उल्लेखनीय है कि 25वीं अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन मार्च 2020 में भुवनेश्वर (ओडिसा) में किया गया था। इसमें छत्तीसगढ़ के वन विभाग से एथेलेटिक्स सहित क्रिकेट, फुटबाल, हॉकी, टेनिस, बॉलीवाल, बास्केबॉल आदि खेलों में 202 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था। जिसमें से 154 खिलाड़ियों ने स्वर्ण, रजत तथा कांस्य सहित चतुर्थ स्थान में विजयी होकर 34 लाख 66 हजार रूपए की पारितोषिक राशि पुरस्कार के रूप में प्राप्त किए। उक्त प्रतियोगिता में विजयी प्रतिभागी के रूप में प्रधान मुख्य वन संरक्षक राकेश चतुर्वेदी ने 29 हजार रूपए तथा  संजय शुक्ला ने एक लाख रूपए की पारितोषिक राशि प्राप्त किए।

 

 

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कोरोना काल में जरूरतमंद श्रमिकों का सहारा बनी मनरेगा

जिले में लगभग पौने तीन साल में 3 लाख 10 हजार ग्रामीण श्रमिकों को मिला काम

झूठा सच @ रायपुर /महासमुंद  :- जब कोरोना वायरस कोरोना संक्रमण (महामारी) के कारण आर्थिक गतिविधियां बंद सी थी, उस वक्त मनरेगा जरूरतमंद ग्रामीण श्रमिकों का सहारा बनी। चाहे ग्रामीण कुशल मजदूर हो या कुशल श्रमिक सभी जरूरतमंदों को काम दिया गया। राज्य सरकार द्वारा कोई बेरोजगार न रहे हर जरूरतमंदों को सूखा राशन दिया गया। कोई भूखा न सोये इस बात का ध्यान रखा गया। महात्मा गॉधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के विभिन्न मानकों पर लॉकडाउन के बावजूद महासमुन्द जिले में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया गया है। इस मामलें में महासमुन्द जिला पूरे छत्तीसगढ़ में आज की तारीख में मनरेगा के श्रमिकों को रोजगार दिलाने आगे हैं। 

जिले में जरूरतमंद निःशक्तजन ग्रामीण श्रमिकों का भी ध्यान रखा जा रहा है। जिले में 964 ग्रामीण निःशक्तजन श्रमिक पंजीकृत है, उनमें से चालू वित्तीय वर्ष में जिले के 236 निःशक्तजन श्रमिकों को 4713 मानव दिवस का रोजगार मुहैया कराया गया है। वहीं जनवरी 2019 से अब तक (20 सितम्बर 2021) तक की बात करें तो इस अवधि में 385709 लक्षित हितग्राहियों में 309996 ग्रामीण श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया गया। इस पर मजदूरी और निर्माण सामग्री के रूप में 409 करोड़ 50 लाख 73 हजार का व्यय हुआ। हितग्राहियों को 223 लाख 50 हजार मानव दिवस के सृजित रोजगार में 343 करोड़ 74 लाख 31 हजार रूपए भुगतान हुआ। 

वहीं चालू वित्तीय वर्ष 2021-22 में चालू सितम्बर माह तक 204453 ग्रामीण श्रमिकों को 37 लाख 73 हजार मानव दिवस का रोजगार मुहैया कराया गया। इन्हें 93 करोड़ 57 लाख 76 हजार का मजदूरी, निर्माण सामग्री आदि पर व्यय किया गया। मनरेगा के तहत् ग्रामीण श्रमिकों को चालू माह मिलाकर 6 माह में 73 करोड़ 97 लाख का भुगतान किया गया। लॉकडाउन के चलते कोरोना गाईड लाईन का पालन करते हुए पिछले वित्तीय वर्ष 2020-21 में जिले की 549 ग्राम पंचायतों में 1467 काम चल रहे थे। इनमें नया तालाब, तालाब गहरीकरण, डबरी निर्माण, मत्स्य पालन तालाब, भूमि सुधार, मेढ़ बंधान, नाला जीर्णोद्धार आदि काम चल रहें है। इस अवधि में कार्यों में डेढ़ करोड़ से ज्यादा ग्रामीण श्रमिकों को काम मिला। चालू वित्तीय वर्ष 2021-22 में चालू सितम्बर माह तक मनरेगा के विभिन्न कार्यों में 204453 ग्रामीण मजदूरों को काम मिला है।

महासमुन्द जिले की हर ग्राम पंचायत के प्रत्येक गांव में सभी वर्ग श्रेणी के मजदूर जो जॉबकार्डधारी है। उनके परिवार को 150 दिन का रोजगार और वन पट्टाधारियों को 50 दिवस का अतिरिक्त रोजगार प्रदान करने का प्रयास लगातार जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आकाश छिकारा द्वारा किया जा रहा है। इसका सकारात्मक परिणाम भी सामने आया है। महासमुन्द जिला आज की तारीख में ग्रामीण, जरूरतमंद परिवारों को रोजगार उपलब्ध करा रहा है। चालू वर्ष में अब तक 204453 श्रमिकों को 37 लाख 73 हजार मानव दिवस का रोजगार उपलब्ध कराया गया है। सरकार द्वारा जरूरतमंद ग्रामीण परिवारों को 100 दिन के काम का वैधानिक अधिकार दिया है। वर्ष 2005 में बनी ये योजना एक कानून के तहत् संचालित होती है। यह कानून कहता है कि हितग्राही के काम मांगने पर 15 दिनों के भीतर रोजगार दिया जाएगा। मनरेगा योजना पर्यावरण को बेहतर करने के लिए एक बेहद महत्वपूर्ण कार्यक्रम है।

प्रत्येक जॉब कार्ड परिवार को न्यूनतम 100 दिवस रोजगार देने पर जोर दिया जा रहा है। साथ ही नए जॉब कार्ड हेतु आवेदन ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत एवं जिला पंचायत में दिया जा सकता है। साथ ही मजदूर द्वारा कार्य की मांग का मांग पत्र ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत, जिला पंचायत में जमा करके 15 दिवस के भीतर कार्य पा सकते हैं। यदि किसी को महात्मा गांधी नरेगा में मांग अनुसार 15 दिन में कार्य नहीं दिया जाता है तो तत्काल जिला पंचायत के टोल फ्री नंबर 18002336601 पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते है। जिले में मनरेगा के तहत निर्माण कार्यो में मजदूरी करने वाली 13 गर्भवती महिलाओं को एक महीने के मातृत्व भत्ते के साथ प्रसूति अवकाश दिया गया है और इसी पिछले वित्तीय वर्ष में 18 महिलाओं को मातृत्व भत्ता दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि यदि किसी अन्य को इसमें आवेदन करना हो तो वो भी जनपद पंचायत के मनरेगा शाखा को दे सकते हैं। मनरेगा में यह राज्य पोषित योजना है। इसमें होने वाले खर्च का प्रावधान बजट में किया जाता है। प्राप्त आवेदन अनुरूप मातृत्व भत्ता प्रदाय किया गया एक माह की रोजी 190 रुपए प्रति कार्य दिवस के हिसाब से 5700 रुपए मातृत्व भत्ते के रूप में दिए गए है, ताकि बच्चे और माँ दोनों स्वस्थ रहे और सेहत दोनों की बनी रहे।

इसके अलावा हितग्राहियों के लिए डबरी मछली पालन तालाब, नया तालाब, तालाब गहरीकरण, नहर जीर्णोद्धार, लूज बोल्डर, बोल्डर चेक डेम, गेबियन संरचना जैसे जल से संबंधित कार्य को प्राथमिकता छोटे वर्ग के किसान अपनी भूमि और नालों पर अधिक उपजाऊ बनाने हेतु कार्य योजना तैयार कर कार्य कर सकते है। अपने खेत में जल संरक्षण, संवर्धन कार्यो, फलदार वृक्षारोपण कार्य दिए जा सकते हैं। आवेदन ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत अथवा जिला पंचायत में अपने जॉब कार्ड के छाया प्रति के साथ दिया जा सकता है। महात्मा गांधी नरेगा का है एक ही नारा, प्रत्येक जॉब कार्ड को 100 दिन रोजगार प्रदाय करना है कर्तव्य हमारा।
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