धान का कटोरा

सीएम भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों को गुरू पूर्णिमा पर दी शुभकामनाएं

छत्तीसगढ़/रायपुर :-   मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों को गुरू पूर्णिमा पर दी शुभकामनाएं दी है. भूपेश बघेल ने कहा कि भारतीय संस्कृति में गुरू को सर्वोच्च स्थान दिया गया है। उन्हें साक्षात परब्रम्ह की संज्ञा दी गई हैं क्योंकि वे अज्ञानता के अंधकार को मिटाकर ज्ञान की रोशनी की ओर लेकर जाते हैं।

 
 

 

 

 

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छत्तीसगढ़: 4 ग्राम पंचायत में शासकीय उचित मूल्य दुकान संचालन हेतु मंगाए गए आवेदन

बस्तर :-  अनुविभागीय अधिकारी राजस्व लोहण्डीगुड़ा द्वारा विकासखंड लोहण्डीगुड़ा के अंतर्गत ग्राम पंचायत बोदली, छिन्दबहार, तारागांव एवं धुरागांव के शासकीय उचित मूल्य दुकान संचालन हेतु ग्राम पंचायत, स्व-सहायता समूह और वन विकास समिति से आवेदन मंगवाए गए हैं।
 
उक्त ग्राम पंचायत के शासकीय उचित मूल्य दुकानों हेतु छत्तीसगढ़ सार्वजनिक वितरण प्रणाली नियंत्रण आदेश 2016 के अधीन उचित मूल्य की दुकान के आंबटन के लिये विधिवत् प्रारूप तथा आवश्यक दस्तावेज के साथ कार्यालयीन समय में अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) कार्यालय में 05 अगस्त 2021 तक आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं। निर्धारित समयावधि के पश्चात् प्राप्त आवेदन पर विचार नहीं किया जाएगा। संबंधित ग्राम पंचायत के आवेदन को प्राथमिकता दी जाएगी।
 
ज्ञात हो कि ग्राम पंचायत बोदली हेतु आज पर्यन्त तक कोई आवेदन नहीं आने से एवं कुल 03 ग्राम पंचायतों के शासकीय उचित मूल्य दुकानों का आबंटन अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) कार्यालय से 14 जुलाई को जारी आदेश द्वारा निरस्त किया गया था। उक्त शासकीय उचित मूल्य दुकान के संचालक हेतु नये संचालनकर्ता एजेंसी की नियुक्ति-आंबटन किया जाना है।

 

 

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छत्तीसगढ़ में मछली पालन को मिला कृषि का दर्जा

रायपुर:- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कैबिनेट द्वारा बीते 20 जुलाई को राज्य में मछली पालन को कृषि का दर्जा देने का फैसला सराहनीय है। सरकार के इस फैसले से मछुआरों को मत्स्य पालन के लिए किसानों के समान ब्याज रहित ऋण सुविधा मिलने के साथ ही जलकर और विद्युत शुल्क में भी छूट का लाभ मिलेगा। इससे राज्य में मछली पालन को बढ़ावा मिलने के साथ ही इससे जुड़े 2 लाख 20 हजार लोगों की स्थिति में सकारात्मक बदलाव आएगा। छत्तीसगढ़ राज्य में बीते ढाई सालों में छत्तीसगढ़ सरकार के प्रयासों से मछली पालन के क्षेत्र में उत्तरोत्तर वृद्धि हुई है।
 
राज्य में ढाई सालों में मत्स्य बीज उत्पादन के मामले में 13 प्रतिशत और मत्स्य उत्पादन में 9 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है। कृषि का दर्जा मिलने से मत्स्य पालन के क्षेत्र में राज्य अब और तेजी से आगे बढ़ेगा, यह संभावना प्रबल हो गई है। छत्तीसगढ़ राज्य में मत्स्य पालन के लिए अभी मछुआरों को एक प्रतिशत ब्याज पर एक लाख तक तथा 3 प्रतिशत ब्याज पर अधिकतम 3 लाख रुपए तक ऋण मिलता था। इस क्षेत्र को कृषि का दर्जा मिलने से अब मत्स्य पालन से जुड़े लोग सहकारी समितियों से अब अपनी जरूरत के अनुसार शून्य प्रतिशत ब्याज पर सहजता से ऋण प्राप्त कर सकेंगे। किसानों की भांति अब मत्स्य पालकों एवं मछुआरों को क्रेडिट कार्ड की सुविधा मिलेगी।
 
राज्य में मछली पालन के लिए 30 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई बांधों एवं जलाशयों से नहर के माध्यम से जलापूर्ति आवश्यकता पड़ती थी, जिसके लिए मत्स्य कृषकों एवं मछुआरों को प्रति 10 हजार घन फीट पानी के बदले 4 रूपए का शुल्क अदा करना पड़ता था, जो अब उन्हें फ्री में मिलेगा। मत्स्य पालक कृषकों एवं मछुआरों को प्रति यूनिट 4.40 रुपए की दर से विद्युत शुल्क भी अदा नहीं करना होगा। सरकार के इस फैसले से मत्स्य उत्पादन की लागत में प्रति किलो लगभग 10 रुपए की कमी आएगी, जिसका सीधा लाभ मत्स्य पालन व्यवसाय से जुड़े लोगों को मिलेगा। इससे उनकी आमदनी में इजाफा होगा और उनकी माली हालत बेहतर होगी।
 
राज्य में मत्स्य कृषकों मछुआरों को सरकार द्वारा दी जा रही सहूलियतों का ही यह परिणाम है कि छत्तीसगढ़ राज्य मत्स्य बीज उत्पादन एवं मत्स्य उत्पादन में देश में छठवें स्थान पर है। मछली पालन को कृषि का दर्जा मिलने से राज्य 6 वें पायदान से ऊपर की ओर अग्रसर होगा और मत्स्य पालन के क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य बनेगा, इसकी उम्मीद बढ़ गई है। राज्य में वर्तमान में 93 हजार 698 जलाशय और तालाब विद्यमान हैं, जिनका जल क्षेत्र एक लाख 92 हजार हेक्टेयर है। इसमें से 81 हजार 616 जलाशयों एवं तालाबों का एक लाख 81 हजार 200 हेक्टेयर जल क्षेत्र मछली पालन के अंतर्गत है, जो कुल उपलब्ध जल क्षेत्र का 94 प्रतिशत है।
 
मत्स्य बीज उत्पादन के मामले में छत्तीसगढ़ राज्य न सिर्फ आत्मनिर्भर है, बल्कि यहां से मत्स्य बीज की आपूर्ति पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश महाराष्ट्र आंध्र प्रदेश उड़ीसा और बिहार को होती है। छत्तीसगढ़ राज्य में वर्तमान में 288 करोड़ मत्स्य बीज फ्राई तथा 5.77 लाख मैट्रिक टन मछली का उत्पादन प्रतिवर्ष होता है। राज्य की मत्स्य उत्पादकता प्रति हेक्टेयर 3.682 मीटरिक टन है, जो राष्ट्रीय उत्पादकता 3.250 मीटरिक टन से लगभग 0.432 मीटरिक टन अधिक है।
 
छत्तीसगढ़ राज्य में मत्स्य उत्पादन में उत्तरोत्तर वृद्धि के लिए अब केज कल्चर को तेजी से बढ़ावा दिया जा रहा है। राज्य में अब तक 2386 केज स्थापित किए जा चुके हैं। कोरबा जिले के हसदेव बांगो जलाशय में 1000 केज की स्थापना की जा रही है। इस तकनीकी में जलाशयों में 6 बाई 4 बाई 4 मीटर में केज स्थापित कर तीव्र बढ़वार वाली मछली जैसे पंगेसिएश एवं तिलापिया प्रजाति का पालन किया जाता है, जिससे प्रति केज 3 मेट्रिक टन से अधिक मत्स्य उत्पादन होता है।
 
लैंडलॉक प्रदेश होने के कारण राज्य के मत्स्य कृषकों एवं मछुआ समूहों द्वारा स्वयं की भूमि पर बड़ी संख्या में तालाबों का निर्माण कराकर मत्स्य पालन करना, मत्स्य क्षेत्र के विस्तार का अच्छा संकेत है। बीते ढाई सालों में सरकार की मदद से लगभग एक हजार नवीन तालाबों का निर्माण मत्स्य पालन के उद्देश्य से हुआ है। सरकार इसके लिए सामान्य वर्ग के मत्स्य कृषकों को अधिकतम 4.40 लाख रुपए तथा अनुसूचित जाति जनजाति एवं महिला वर्ग के हितग्राहियों को 6.60 लाख रुपए की अनुदान सहायता तालाब निर्माण और मत्स्य आहार के लिए देती है।
 
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा मत्स्य पालन क्षेत्र को संवर्धित करने के उद्देश्य से मछुआरों को मछुआ दुर्घटना बीमा का कवरेज भी प्रदान करती है। बीमित मत्स्य कृषक की मृत्यु पर 5 लाख रूपए की दावा राशि का भुगतान किया जाता है। बीमारी के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती होने पर 25 हजार रुपये तक के इलाज की सुविधा का प्रावधान है। मछुआ सहकारी समितियों को मत्स्य पालन के लिए जाल, मत्स्य बीज एवं आहार के लिए 3 सालों में 3 लाख रुपए तक की सहायता दी जाती है। बायोफ्लॉक तकनीकी से मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए मत्स्य कृषकों को 7.50 लाख रुपए की इकाई लागत पर 40 प्रतिशत की अनुदान सहायता दिए जाने का प्रावधान है।

 

 

 

 

 

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ब्रेकिंग न्यूज़ : 13 पुलिसकर्मियों का हुआ तबादला, एसपी ने जारी किया आदेश

छत्तीसगढ़/ सरगुजा:- एक बार फिर थोक में पुलिसकर्मियों का तबादला किया गया है। 2 उपनिरीक्षक, 1 सहायक उपनिरीक्षक और 13 पुलिसकर्मियों का ट्रांसफर किया गया है। एसपी अमित तुकाराम कांबले ने इसके आदेश जारी कर दिए है।  

 

 

 

 

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छत्तीसगढ़ : मॉर्निंग वॉक पर निकले 4 युवकों को एक अज्ञात ट्रक ने रौंद

छत्तीसगढ़/ कांकेर:-  जिले में बड़ी सड़क दुर्घटना हो गई है. मॉर्निंग वॉक पर निकले 4 युवकों को एक अज्ञात ट्रक ने रौंद दिया. चारों युवकों की मौके पर मौत हो गई है दुर्घटना के बाद आरोपी चालक ट्रक लेकर फरार हो गया. बताया जा रहा है कि ट्रक भानुप्रतापपुर की ओर से आ रही थी. यह घटना कांकेर कोतवाली थाना क्षेत्र के देवरी गांव की है वहीं आक्रोशित ग्रामीणों ने मार्ग को जाम कर दिया है.

 

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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज जिला सहकारी केंद्रीय बैंक बिलासपुर के अध्यक्ष के पदभार ग्रहण कार्यक्रम में होंगे शामिल

 
रायपुर :- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज 23 जुलाई को दोपहर 2:00 बजे अपने निवास कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बिलासपुर में आयोजित जिला सहकारी केंद्रीय बैंक बिलासपुर के अध्यक्ष प्रमोद नायक के पदभार ग्रहण कार्यक्रम में शामिल होंगे।
 
 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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कलेक्टर ने चिटफंड कंपनी की भूमि की कुर्की के लिए जारी किया नोटिस

अम्बिकापुर:-  कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी संजीव कुमार झा द्वारा पुलिस अधीक्षक के परामर्श पर रोजवेली होटल्स एण्ड इंटरटेनमेंट लिमिटेडस के डायरेक्टरों के नाम में स्थित भूमि को कुर्की किए जाने हेतु कलेक्टर न्यायालय में उपस्थित होकर पक्ष रखने के लिए नोटिस जारी कर दिया गया है। 29 जुलाई 2021 को दोपहर 12 बजे तक अपना ब्यान दर्ज कर सकतें है। नोटिस में कहा गया है कि पुलिस अधीक्षक सरगुजा द्वारा थाना गांधीनगर में दर्ज अपराध क्रमांक/2017 धारा 42,34 भादवि धारा 4,5,6 ईनामी चिटफंड एवं धन परिचालन स्कीम पाबंदी अधिनियम 1978 निक्षेपकों के हितों का संरक्षण अधिनियम की धारा 4, 5, 7 एवं 10 में रोजवैली होटल्स एण्ड इंटरटेनमेन्ट के नाम तथा डायरेक्टरों के नाम में स्थित भूमि को कुर्की किए जाने हेतु अत्यांकि आदेश की कार्यवाही हेतु प्रतिवेदन पेश किया गया है। श्री गौतम कुण्डु पिता निर्मल कुण्डु, दीपक कुमार सेन पिता संकल्प सेन, अमृत नायक पिता स्वपन नायक, निर्मल कुण्डु आत्मज स्व. आर कुण्डु, शर्मिला कुण्डु पिता निर्मल कुण्डु को निर्धारित अंतिम तिथि तक उपस्थित होने के लिए कहा गया है। इसी प्रकार त्रिपुरा निवासी ख्ीतिश चन्द्र साना पिता स्व. हरालाल साना व सोमेश्वर चौधरी पिता जीतेन्द्र कुमार चौधरी को भी न्यायालय में उपस्थित होने कहा गया है।

 
 
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पुलिस ने BSP कर्मी की हत्या करने वाले आरोपी को 24 घंटे के अंदर किया गिरफ्तार

छत्तीसगढ़: -   दुर्ग जिले की पुलिस ने भिलाई स्टील प्लांट (BSP) के कर्मी जगत राम उइके की हत्या करने वाले आरोपी को पकड़ लिया है। शव मिलने के कुछ घंटों बाद ही पुलिस ने इसका खुलासा कर दिया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी कोई ओर नहीं बल्कि उसका ही दोस्त था। कर्ज चुकाने से बचने के लिए आरोपी ने हत्या की। मृतक के सोने की चैन,अंगूठी सारा सामान आरोपी से बरामद कर लिया गया है। 


पुलिस ने बताया कि, 20 जुलाई को थाना छावनी में कृषभ उइके ने अपने पिता जगतराम उइके निवासी मदर टेरेसा नगर छावनी के द्वारा गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। थाना छावनी में गुम इंसान दर्ज किया गया था। प्रार्थी के अनुसार उसके पिता गुमशुदा जगत राम उइके BSP कर्मचारी थे। 19 जुलाई को जनरल शिफ्ट ड्यूटी आए थे। ड्यूटी के बाद से घर नहीं पहुंचने की सूचना पर थाना छावनी के गुमशुदगी पता किया गया। इस दौरान 21 जुलाई को BSP प्लांट के एसएमएस-2 के आस पास पता तलाश करने के दौरान सूचना मिली की एसएमएस-2 सीसीएस में एक अज्ञात व्यक्ति की लाश मिली है।

पुलिस के मुताबिक, आरोपी आर. व्यंकटेश्वर राव मंगलवार की सुबह करीब 6 बजे BSP कर्मी के घर गया था। उसने दोनों बच्चों से उनके पिता के घर लौटने को लेकर पूछताछ की थी। उसने दोनों बच्चों को धमकाया भी था कि अगर वो पिता के लोगों को उधार पैसा देने की जानकारी देंगे तो पुलिस उन्हीं पर केस दर्ज कर लेगी। पुलिस को जांच में पता चला कि BSP कर्मी एसएमएस 3 में सीनियर टेक्नीशियन की नौकरी करता था। इसके साथ उसकी पावर हाउस में सोने चांदी की दुकान भी है। लोगों को उधार रुपए भी दिया करता था 

पुलिस ने बताया कि आरोपी द्वारा मृतक से डेढ़ लाख रूपए कर्जा लेना व कर्जा वापस न देना पड़े। इसलिए उसको सोना देने के बहाने घटना स्थल मशीन नंबर 06, सिगमेंट प्लांट 1-2 के पास एसएमएस 2 सीसीएस 6.5 मीटर कास्टर 6 ग्रीस स्टेशन BSP प्लांट में बुलायआ। उसके बाद उसने अपने पास रखे लोहे के राड से मृतक के सिर पर वार कर हत्या कर दी। मृतक के शव को डिस्पोज करने के लिए वहां पर एक बंकर में शव को डालकर बाहर से बंद कर दिया। साथ ही घटना के बाद संदेही मृतक जगत राम को खोजबीन करने का नाटक करता रहा, जिससे पुलिस को उस पर संदेह न हो।
 
एडिशन एसपी संजय ध्रुव ने बताया कि मृतक के बेटे के द्वारा आरोपी व्यंकटेश्वर राव से मिलने जाना बताकर घर से निकलना बताया। लेकिन व्यंकटेश्वर राव की ड्यूटी रात के समय थी, शाम 5.30 बजे मृतक के साथ अंतिम बार देखे जाने से संदेह के दायरे में आने पर तत्काल विशेष टीम द्वारा संदेही को हिरासत में लिया जाकर कड़ाई से पूछताछ की गई फिर उसने अपना जुर्म कबूल किया

 

 

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प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया 24 जुलाई को रायपुर दौरे पर आएंगे

 
रायपुर:- अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया, प्रभारी सचिव डॉ. चंदन यादव और प्रभारी सचिव सप्तगिरी शंकर उल्का शनिवार को रायपुर आएंगे. वे इंडिगो के नियमित विमान सेवा से 24 जुलाई को दोपहर 3.50 बजे नई दिल्ली से रायपुर पहुंचेंगे. रायपुर पहुंचकर शाम 5 बजे वरिष्ठ कांग्रेसजनों और प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक करेंगे| 
 
25 जुलाई यानी रविवार को दोपहर 12 बजे राजीव भवन रायपुर में आयोजित प्रदेश कार्यकारिणी और जिला अध्यक्षों की बैठक में भाग लेंगे. दोपहर 3 बजे निगम मंडल आयोग में नियुक्त पदाधिकारियों से भेंट, चर्चा और कार्यों की समीक्षा करेंगे. 26 जुलाई सोमवार को प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया और प्रभारी सचिव डॉ. चंदन यादव सुबह 11 बजे राजीव भवन रायपुर में आयोजित अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में हिस्सा लेंगे.

 

 

 

 

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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसानों को 22.78 करोड़ रूपए की भू-अर्जन मुआवजा राशि का किया वितरण

 छत्तीसगढ़ / रायपुर:-  मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कलमा बैराज से प्रभावित जांजगीर-चांपा जिले के चन्द्रपुर इलाके के 314 किसानों को भू-अर्जन मुआवजा के रूप में 22.78 करोड़ रूपए की राशि के चेक का वितरण करते हुए सभी किसानों को बधाई और शुभकामनाएं दी। मुआवजा वितरण का यह वर्चुअल कार्यक्रम आज मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में आयोजित हुआ। कार्यक्रम में जलसंसाधन मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू उपस्थित थे। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल, संसदीय सचिव श्री विनोद सेवन लाल चन्द्राकर, विधायक श्री रामकुमार यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधि इस कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए।  

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि कलमा बैराज का निर्माण जांजगीर-चांपा जिले के ग्राम कलमा तथा रायगढ़ जिले के ग्राम बरगांव के मध्य महानदी पर 377.42 करोड़ रूपए की लागत से कराया गया है। इसका निर्माण फरवरी 2011 में शुरू किया गया था और मार्च 2016 में यह बैराज बनकर तैयार हुआ। बैराज के निर्माण से जांजगीर-चांपा जिले के 13 गांव के 682 किसानों की 97.89 हेक्टेयर भूमि प्रभावित हुई थी। उन्होंने 314 किसानों के काफी अर्से से लम्बित मुआवजा प्रकरण के निराकरण के लिए विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, जलसंसाधन मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, विधायक श्री रामकुमार यादव सहित जिला प्रशासन द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि किसानों की बेहतरी और उनके मुद्दों को प्राथमिकता से निराकृत करना, छत्तीसगढ़ सरकार की प्राथमिकता है और इस काम में छत्तीसगढ़ सरकार की पूरी टीम लगी हुई है।  

विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने किसानों के भू-अर्जन के लंबित प्रकरणों के निदान एवं मुआवजा राशि के वितरण के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार जताया। उन्होंने कहा कि भू-अर्जन का यह मामला वर्षों से लंबित था, जिसका निदान छत्तीसगढ़ सरकार ने किया है। आज किसानों को मुआवजा राशि मिल रही है, यह हम सब के लिए खुशी की बात है। जल संसाधन मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि इस बैराज से किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिले, इसको लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश के परिपालन में जलसंसाधन विभाग द्वारा बैराज के दोनों तटों पर मेगा लिफ्ट एरीगेशन प्रोजेक्ट प्रस्तावित किया गया है। इससे 15 हजार हेक्टेयर से अधिक रकबे में किसानों को जलापूर्ति होगी। कार्यक्रम को राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री जयसिंह अग्रवाल एवं अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी संबोधित किया।

 

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मनरेगा से बुडरा नरवा को मिला नया जीवन, खरीफ के साथ अब रबी फसलों के लिए भी मिल रहा पानी

रायपुर :-  जल-संचय और जल-स्रोतों के संरक्षण-संवर्धन के लिए मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) के माध्यम से हो रहे कार्यों से खेती-किसानी को मजबूती मिल रही है। इनके जरिए सिंचाई सुविधाओं के विस्तार से किसानों की आजीविका सशक्त हो रही है। कोंडागांव में बुडरा नरवा (नाला) के उपचार से 25 किसानों को खरीफ के साथ ही रबी फसलों के लिए भी पानी मिल रहा है। पहले बमुश्किल सितम्बर माह तक बहने वाले नरवा के ड्रेनेज ट्रीटमेंट और कैचमेंट एरिया ट्रीटमेंट के बाद अब यह फरवरी माह तक बह रहा है। ग्राम पंचायत द्वारा बुडरा नरवा के पुनर्जीवन के लिए किए गए योजनाबद्ध कार्यों ने किसानों की खुशहाली और समृद्धि का रास्ता खोल दिया है। 
 
कोंडागांव जिले के माकड़ी विकासखंड मुख्यालय से पांच किलोमीटर की दूरी पर ग्राम पंचायत पीढ़ापाल है, जहां से होकर यह बुडरा नरवा बहता है। नजदीक के राकसबेड़ा गांव के घने जंगलों से निकलने वाला यह नरवा पीढ़ापाल ग्राम पंचायत की सीमा से होकर करीब पांच किलोमीटर की यात्रा करते हुए नारंगी नदी में जाकर मिल जाता है। मनरेगा के माध्यम से नरवा उपचार के बाद कभी सितम्बर तक सूख जाने वाले इस नरवा में अब बरसात के बाद पांच महीनों तक पानी भरा रहता है। बुडरा नरवा की इस कायापलट में पीढ़ापाल पंचायत की डेढ़ साल की मेहनत लगी है। वहां नरवा उपचार के तहत नरवा के भीतर और उसके सतह क्षेत्र (एरिया) में जल संरक्षण एवं जल संवर्धन के कई कार्य किए गए हैं, जिससे खरीफ और रबी दोनों मौसमों में आसपास के खेतों में हरियाली की चादर फैली रहती है। 
 
33 संरचनाओं के माध्यम से किया गया है नरवा ड्रेनेज ट्रीटमेंट
 
पिछले साल (2020 में) जनवरी-फरवरी में बुडरा नाले के भीतर ‘ड्रेनेज लाइन ट्रीटमेंट’ और नरवा के बाहरी हिस्से में ‘कैचमेंट एरिया ट्रीटमेंट’ के लिए मनरेगा से जल संरक्षण एवं जल संचय के लिए संरचनाओं का निर्माण कार्य शुरू किया गया था। ड्रेनेज लाइन ट्रीटमेंट के अंतर्गत नरवा के भीतर ब्रशवुड चेकडेम की 22, अर्दन गलीप्लग की चार, लूज बोल्डर चेकडेम की तीन और अंडरग्राउंड डाइक की चार जल संरक्षण संरचनाएं बनाई गईं। इससे जहां जलस्तर में सुधार देखने को मिल रहा है, वहीं नरवा से लगी भूमि में नमी की मात्रा बनी रहने लगी है। इससे आसपास के 25 किसान लाभान्वित हो रहे हैं।

कैचमेंट एरिया ट्रीटमेंट के लिए बनाई गईं रिचार्ज पिट एवं डबरियां
 
बुडरा नरवा का कैचमेंट एरिया करीब 791 हेक्टेयर है। इतने बड़े क्षेत्र में गिरने वाले वर्षा जल को संरक्षित कर भू-जल का स्तर बढ़ाने के लिए 150 रिचार्ज पिट बनाए गए हैं। कैचमेंट एरिया ट्रीटमेंट के लिए स्वीकृत दस डबरियों में से छह डबरियां भी बना ली गई हैं। डबरी निर्माण से भू-जल स्तर में वृद्धि के साथ-साथ खेतों में जल संचय का साधन भी किसानों को मिल गया है। इसका उपयोग वे अल्प वर्षा या खेतों के सूखने की स्थिति में अपनी फसलों को बचाने में कर रहे हैं। बुडरा नरवा के उपचार से लाभान्वित होने वाले किसान श्री बिसरू के खेत में जल संग्रह के साधन के रूप में डबरी का निर्माण करवाया गया है। इस वर्ष उन्होंने डबरी की बदौलत पहली बार मक्के की उपज अपने खेतों में ली है। श्री सोमाराम और श्री रसन लाल के खेत भी इस नरवा से लगे हुए हैं। नरवा उपचार के बाद इन दोनों ने भी पहली बार रबी फसल लगाकर इस साल अतिरिक्त कमाई की है

 

 

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मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी लोकमान्य तिलक और चंद्रशेखर आजाद की जयंती पर उन्हें किया नमन

 रायपुर  :- मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक और चंद्रशेखर आजाद की जयंती पर उन्हें नमन किया है। भारत की आजादी के लिए इन वीर सपूतों का संघर्ष याद करते हुए  बघेल ने कहा कि तिलक जी और आजाद जी ने अपना पूरा जीवन देश के लिए समर्पित कर दिया। बघेल ने कहा कि ‘स्वराज मेरा जन्म सिद्ध अधिकार है और इसे मैं लेकर रहूंगा‘ जैसे फौलादी नारों से लोकमान्य तिलक जी ने स्वाधीनता संग्राम को एक नई दिशा दी। गणेश उत्सव की शुरूआत कर उन्होंने लोगों को एक सूत्र में बांधा। श्री चंद्रशेखर आजाद के बलिदान को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि चंद्रशेखर आजाद जी की राष्ट्रभक्ति आज भी हजारों युवाओं में देश के प्रति सम्मान और नई ऊर्जा का संचार करती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के लिए इन महापुरूषों का संघर्ष और अमर बलिदान हमें सदा प्रेरित करता रहेगा

 

 

 

 

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मुख्यमंत्री ने श्री बिसाहू दास महन्त की पुण्यतिथि पर उन्हें किया नमन

छत्तीसगढ़/रायपुर, :- मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और जनप्रिय राजनेता स्वर्गीय श्री बिसाहू दास महन्त की 23 जुलाई को पुण्यतिथि पर उन्हें नमन किया है। मुख्यमंत्री ने श्री बिसाहू दास महन्त को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा है कि उनका पूरा जीवन जनसेवा से जुड़ा रहा। श्री महन्त ने अविभाजित मध्यप्रदेश में विधायक तथा मंत्री के रूप में प्रदेश के विकास के लिए अपनी अमूल्य सेवाएं दी है। उन्होंने लोगों की बेहतरी के लिए क्षेत्र में खेती-किसानी, सिंचाई तथा सड़कों के कार्यों को बखूबी अंजाम दिया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि स्वर्गीय श्री महन्त के आदर्शों के अनुरूप नवा छत्तीसगढ़ के निर्माण के लिए राज्य सरकार संकल्पबद्ध हैं। उनके बताये  जनकल्याण के मार्ग पर चलकर प्रदेश में विकास को नये आयाम देने की दिशा में कार्य किए जा रहे हैं।

 

 

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रायपुर : खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने निगम-मंडल, बोर्ड में मनोनीत आदिवासी समाज के पदाधिकारियों का किया सम्मान

छत्तीसगढ़/ रायपुर:- खाद्य और संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने आज अपने निवास कार्यालय सरगुजा कुटीर में आयोजित समारोह में निगम-मंडल और बोर्ड में मनोनीत पदाधिकारियों का सम्मान और स्वागत किया। सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए मंत्री श्री भगत ने कहा कि प्रदेश में आदिवासी समाज के लोगों की बाहुल्यता है। हम सब को मिलकर आदिवासी समाज के लोगों को सुखी, समृद्ध और मजबूत बनाने की दीधा में बेहतर प्रयास करना है।

 
सम्मान समारोह में सर्व अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष श्री भानु प्रताप सिंह, बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती तेज कुवर नेताम, अनुसूचित जनजाति आयोग की उपाध्यक्ष सुश्री राजकुमारी दीवान, विधायक तथा मुख्यमंत्री अधोसंरचना विकास के उपाध्यक्ष श्री मोहित केरकेट्टा, अनुसूचित जनजाति आयोग के सदस्य श्री नितिन पोटाई, श्री गणेश ध्रुव, सुश्री अर्चना पोर्ते, श्री अमृत टोप्पो, श्री मोहित ध्रुव, श्री नरेश ठाकुर सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों से जनप्रतिनिधि सुश्री सरस्वती जनक ध्रुव सर्वश्री काशी भगत, नीरज टोप्पो, अजय कुजूर, रतीराम कोरमा, कुलदीप ध्रुव, राजेंद्र कुवरे, लादूराम तुमरेकी, नरोत्तम पडोदी, गेम कुंजाम, दुर्गेश रेवाराम, पुष्पेंद्र ध्रुव, गौरव मरकाम, श्रीमती राम क्षत्रिय चंद्रवंशी, क्रांति भंडारी, उरांव समाज के प्रदेश अध्यक्ष श्री विक्रम लाकड़ा, सुनील गोस्वामी, हेम नारायण, गज भल्ला, संभागीय उपाध्यक्ष सरपंच संघ बिलासपुर श्रीमती अजय शशी भगत, बलौदा जनपद सभापति श्रीमती गंगोत्री राजेंद्र कुवर सहित अन्य आदिवासी समाज के प्रतिनिधि शामिल हुए।
 
 

 

 

 

 

 

 

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राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया 51 शिक्षकों का सम्मान

रायपुर :- राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में राज्यपाल अनुसुईया उइके, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य शिक्षक सम्मान स्मृति पुरस्कार 2020 हेतु चयनित 3 शिक्षकों और राज्य शिक्षक पुरस्कार 2019 के लिए चयनित 47 शिक्षकों का सम्मान किया। वर्चुअल रूप से आयोजित इस कार्यक्रम में राज्यपाल उइके और मुख्यमंत्री बघेल अपने अपने निवास कार्यालय से शामिल हुए।

शिक्षक सम्मान समारोह में स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, कृषि मंत्री रविंद्र चौबे, मुख्य सचिव् अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव डॉ कमलप्रीत सिंह और राज्यपाल के सचिव अमृत खलको उपस्थित थे
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छत्तीसगढ़: संविदा कर्मचारी की मृत्यु पर पुत्र को प्रदान किया गया एक लाख रूपए का चेक

छत्तीसगढ़/ रायगढ़:-  खरसिया के बीआरसी कार्यालय में भृत्य के पद पर पदस्थ रहे संविदा कर्मचारी स्व.श्री एतवा राम की आकस्मिक मृत्यु होने पर उनके पुत्र श्री बिफनाथ को सहायता राशि के रूप में एक लाख रुपये का चेक विधायक रायगढ़ श्री प्रकाश नायक, महापौर जानकी काटजू व कलेक्टर भीम सिंह ने प्रदान किया। इस मौके पर सीईओ जिला पंचायत डॉ.रवि मित्तल, जिला शिक्षा अधिकारी आर.पी.आदित्य, डीएमसी देवांगन उपस्थित रहे  | 

 

 

 

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छत्तीसगढ़ में पेगासस जासूसी पर सियासत, राजीव भवन से राजभवन तक मार्च करेगी कांग्रेस

रायपुर:-  छत्तीसगढ़ में पेगासस जासूसी विवाद पर सियासत जारी है। इस मसले को लेकर कांग्रेस राजीव भवन से राजभवन तक मार्च करेगी। दोपहर 1 बजे राजीव भवन से कांग्रेसी मार्च के लिए राजभवन कूच करेंगे।   

इस मार्च में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। कांग्रेस नेता इस मामले की गंभीरता से जांच कराने की मांग करेंगे। बता दें सीएम बघेल ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बयान दिया कि छत्तीसगढ़ में भी पेगासस स्पाईवेयर के लोग पहुंचे थे। उन्होंने राज्य में भी जासूसी कराने का आरोप लगाया है। 
 
 
 

 

 

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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज राजधानी रायपुर स्थित CM हाउस में कई विभागों की वर्चुअल लेंगे बैठक

रायपुर:-  मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज राजधानी रायपुर स्थित CM हाउस से कई विभागों की वर्चुअल बैठक लेंगे। वे सुबह साढ़े 11 बजे  से दोपहर 12 बजे तक कलमा बैराज के प्रभावित किसानों को मुआवजा राशि बांटेंगे।  
इसके बाद दोपहर 12 बजे से राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह 2020 में शामिल होंगे। इसके बाद अध्यक्ष-छत्तीसगढ़ राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम के पदभार ग्रहण कार्यक्रम में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दोपहर 3 बजे अध्यक्ष-जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित रायपुर के पदभार ग्रहण कार्यक्रम में सम्मिलित होंगे इसके बाद शाम करीब साढ़े 5 बजे ललित सुरजन की 75 वीं जयंती पर वेबसाइट का शुभारंभ करेंगे।

 

 

 

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