हिंदुस्तान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर गदगद हुए स्कूली छात्र-छात्राएं

  • कहा- विश्वास नहीं था पीएम से मिलेंगे
नई दिल्ली। गांधी जयंती के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंडारा पार्क स्थित एनडीएमसी स्कूल पहुंचे। यहां उन्होंने स्कूली छात्र-छात्राओं के साथ मुलाकात की और उनके साथ श्रमदान किया। वहीं, प्रधानमंत्री मोदी को अपने बीच पाकर स्कूली छात्रा-छात्राओं में खुशी देखने को मिली। न्यूज़ एजेंसी से बातचीत के दौरान स्कूली छात्र-छात्राओं ने अपने अनुभव साझा किए।
9वीं क्लास की छात्रा अनीशा ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमारे साथ श्रमदान किया। हमें स्वच्छता अभियान के बारे में बताया कि कैसे इस अभियान ने लोगों की मानसिकता को बदलने का काम किया। अगर हम स्वच्छ रहेंगे तो स्वस्थ रहेंगे। हमने स्वच्छता अभियान पर पेंटिंग भी बनाई थी। प्रधानमंत्री ने सभी पेंटिंग्स का अवलोकन भी किया। साथ ही उन्होंने अन्य लोगों को भी स्वच्छता अभियान के प्रति जागरूक करने के लिए कहा है।
7वीं क्लास की छात्रा नंदिनी ने बताया कि हमें विश्वास नहीं था कि प्रधानमंत्री हमसे मिलने के लिए आएंगे। उनसे मिलकर काफी खुशी हुई है। वह हमसे ऐसे मिले हैं जैसे परिवार में कोई बड़ा सदस्य बच्चों से मिलता है। पीएम ने हमारे साथ मिलकर श्रमदान किया। इस दौरान हमने देखा कि वह एक आम इंसान की तरह योगदान दे रहे थे। बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता के प्रति हमें जागरूक किया। प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि गांवों में एक वक्त तक शौचालय नहीं होने से महिलाओं को काफी परेशानी होती थी। लेकिन, अब देशभर में शौचालय बनाए जा रहे हैं। उन्होंने हमें सुकन्या योजना के बारे में बताया।
छठी क्लास की छात्रा अदिति ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मिलकर काफी अच्छा लग रहा है। प्रधानमंत्री ने सुकन्या योजना के बारे में बताया। इस योजना के तहत लड़की के जन्म से लेकर 10 साल तक माता-पिता इस योजना के तहत खाता खुलवा सकते हैं। लड़की के 18 साल होने पर शिक्षा व विवाह में योजना से मिलने वाले पैसों से आर्थिक रूप से मदद होगी।"
छात्र भारत ने बताया कि मैंने जो पेंटिंग बनाई है। इसका मकसद लोगों को यह बताना है कि लड़का-लड़की का स्वच्छता में बराबर का योगदान रहता है। इसका विषय है “स्वभाव स्वच्छता संस्कार स्वच्छता”, हमें स्वच्छता को स्वभाव बनाना है और अपने संस्कारों को स्वच्छ बनाना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता के बारे में हमसे बातचीत की। उन्होंने हमारी पेंटिंग को देखकर कहा कि स्वच्छता सिर्फ कार्यक्रम नहीं है। हमें स्वभाव और अपने संस्कारों में लेकर आना है। अगर हमारे संस्कार और स्वभाव अच्छे होंगे तो हमारा देश आगे बढ़ेगा।"
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निर्मला सीतारमण ने ग्रामीण भारत में ऋण-आधारित खपत में वृद्धि की सराहना की

दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने छोटे शहरों और कस्बों में ऋण-संचालित खपत में जबरदस्त वृद्धि की सराहना करते हुए इसे एक 'क्रांतिकारी बदलाव' बताया। उन्होंने कहा कि ये सब प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) के कारण संभव हुआ है। टियर 2, 3 और 4 शहरों और यहां तक कि इससे भी आगे के क्षेत्रों में घरेलू खपत में निर्णायक वृद्धि दर्ज की गई है, जिसका प्रमाण छोटे शहरों और कस्बों में दोपहिया वाहनों, एसी, रेफ्रिजरेटर, स्मार्टफोन और एफएमसीजी की बिक्री में वृद्धि है। वित्त मंत्री सीतारमण के अनुसार, ग्रामीण भारत अब भारत के विकास का निष्क्रिय पर्यवेक्षक (मूक दर्शक) नहीं है, बल्कि वह इसका सक्रिय चालक है। हाल ही में अपनी 10वीं वर्षगांठ मनाने वाली प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) के तहत 53 करोड़ से अधिक बैंक खाते खोले गए हैं, जिससे करोड़ों ग्रामीण भारतीय पहली बार औपचारिक वित्तीय प्रणाली (फॉर्मल फाइनेंशियल सिस्टम) में शामिल हुए हैं।
वित्त मंत्री ने कहा कि 80 प्रतिशत से ज्यादा भारतीय वयस्कों के पास अब औपचारिक वित्तीय खाते (फॉर्मल फाइनेंशियल अकाउंट) हैं, जो 2011 में केवल 50 प्रतिशत थे। यह प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में वित्तीय समावेशन के अभियान का परिणाम है, जिसने आधुनिक भारतीय इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण परिवर्तन लाया है। रिपोर्ट में जिक्र किया गया है कि ग्रामीण भारत में 62 प्रतिशत दोपहिया वाहन खरीद अब ऋण द्वारा संचालित होते हैं, जो शहरी क्षेत्रों में 58 प्रतिशत से अधिक है। इलेक्ट्रॉनिक्स और स्मार्टफोन की बिक्री में भी जबरदस्त वृद्धि हुई है। उद्योग के अनुसार, विभिन्न उपभोक्ता वित्त व्यवस्था (फाइनेंसिंग) विकल्पों ने इस शानदार वृद्धि को संभव बनाया है।
सरकार के अनुसार, इन बैंक खातों में 2.3 लाख करोड़ रुपये की जमा राशि जमा हुई है और इसके परिणामस्वरूप 36 करोड़ से अधिक मुफ्त रुपे कार्ड जारी किए गए हैं, जिन पर 2 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा कवर भी मिलता है। मार्च 2015 में पीएमजेडीवाई खातों की कुल संख्या 14.7 करोड़ थी, जिसमें 15,670 करोड़ रुपये जमा थे, जो जमा राशि बढ़कर 53 करोड़ हो गई है, जिसमें कुल शेष राशि 2.31 लाख करोड़ रुपये है। बैंक खातों की संख्या और जमा राशि में वृद्धि इस योजना की वित्तीय समावेशन और आर्थिक सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाती है।
वित्त मंत्री सीतारमण के अनुसार, भारत की ग्रामीण आबादी को पहले एक ऐसी व्यवस्था ने छोड़ दिया था जो "वित्तीय समावेशन" की बातें तो करती थी, लेकिन वास्तव में गरीबों तक ऋण पहुंच का विस्तार करने में बाधाएं खड़ी करती थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्णायक नेतृत्व ने ग्रामीण गरीबों को वित्तीय प्रणाली में लाने और उनकी क्षमता को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। प्रधानमंत्री मोदी ने ग्रामीण भारत को सशक्त बनाने के लिए कई प्रो-पुअर सुधारों और कल्याणकारी नीतियों को लागू किया है, जबकि विपक्ष ने प्रगति को अवरुद्ध किया।
आरबीआई ने हाल ही में कहा कि चालू वित्त वर्ष (वित्त वर्ष 2025) की दूसरी तिमाही में घरेलू खपत में तेजी से वृद्धि होने की संभावना है, क्योंकि मुख्य मुद्रास्फीति में कमी आ रही है और ग्रामीण मांग में पहले से ही सुधार हो रहा है।
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गांधी जयंती पर प्रधानमंत्री मोदी ने स्वच्छता गतिविधियों में भाग लिया

नई दिल्ली। गांधी जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को स्वच्छता संबंधित गतिविधियों में भाग लेकर स्वच्छता अभियान को आगे बढ़ाने का संदेश दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर स्वच्छता गतिविधियों की कुछ तस्वीरें शेयर की और कैप्शन में लिखा, "आज, गांधी जयंती पर, मैंने अपने युवा दोस्तों के साथ स्वच्छता से संबंधित गतिविधियों में भाग लिया। मैं आप सभी से आग्रह करता हूं कि आप भी दिन के दौरान किसी न किसी गतिविधि में भाग लें और साथ ही, स्वच्छ भारत मिशन को मजबूत करते रहें।"
पीएम मोदी ने एक दूसरे पोस्ट में लिखा, "आज हम स्वच्छ भारत के 10 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहे हैं, जो भारत को स्वच्छ बनाने और बेहतर स्वच्छता सुविधाएं सुनिश्चित करने का एक महत्वपूर्ण सामूहिक प्रयास है। मैं उन सभी लोगों को सलाम करता हूं जिन्होंने इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए काम किया है!"
इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने लाल बहादुर शास्त्री और महात्मा गांधी की जयंती पर 'एक्स' पर उन्हें श्रद्धांजलि भी दी। पीएम मोदी ने लिखा, "देश के जवान, किसान और स्वाभिमान के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को उनकी जयंती पर आदरपूर्ण श्रद्धांजलि।"
एक दूसरे पोस्ट में उन्होंने लिखा, "सभी देशवासियों की ओर से पूज्य बापू को उनकी जन्म-जयंती पर शत-शत नमन। सत्य, सद्भाव और समानता पर आधारित उनका जीवन और आदर्श देशवासियों के लिए सदैव प्रेरणापुंज बना रहेगा।"
बता दें कि गांधी जयंती के अवसर पर देश भर में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान स्वच्छता और सादगी के प्रति प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाने के लिए आयोजित किया जा रहा है। विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों ने स्वच्छता गतिविधियों का आयोजन किया है, ताकि स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाई जाए। देश भर में चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान का उद्देश्य सफाई को बढ़ावा देने के साथ-साथ महात्मा गांधी के सिद्धांतों को जीवित रखना है।
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राष्ट्रपति ने महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर दी श्रद्धांजलि

नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर श्रद्धांजलि अर्पित की है।
राष्ट्रपति मुर्मू ने एक्स पर लिखा, "महात्मा गांधी की 155वीं जयंती पर मैं देश के सभी नागरिकों की ओर से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं। सत्य और अहिंसा के प्रबल अनुयायी बापू का जीवन संपूर्ण मानवता के लिए एक अनूठा संदेश है। उन्होंने हमें शांति और सहयोग के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। गांधीजी ने अस्पृश्यता, अशिक्षा, अस्वच्छता और अन्य सामाजिक बुराइयों को मिटाने के लिए अभियान चलाया और महिला सशक्तिकरण के लिए अथक प्रयास किए।"
उन्होंने आगे लिखा, "गांधीजी शाश्वत नैतिक सिद्धांतों के प्रतीक थे और उन्होंने नैतिकता आधारित आचरण का उपदेश दिया। उनका संघर्ष सबसे कमजोर को मजबूत करने पर केंद्रित था। उनके विचारों ने दुनिया के कई महान व्यक्तियों को प्रभावित किया, जिन्होंने गांधीजी के आदर्शों को अपने तरीकों में अपनाया। इस पावन अवसर पर, आइए हम सत्य, अहिंसा, प्रेम और पवित्रता के मूल्यों को आत्मसात करने का संकल्प लें और गांधीजी के सपनों के भारत की कल्पना के साथ देश और समाज के विकास को निरंतर आगे बढ़ाने का प्रयास करें।"
राष्ट्रपति मुर्मू ने लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर भी उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने एक्स पर लिखा, "पूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर, मैं उनको विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं। शास्त्री जी ने आजीवन सादगी, ईमानदारी और देशभक्ति के उच्चतम आदर्श प्रस्तुत किए। उनके सुदृढ़ नेतृत्व में भारत ने आर्थिक, सामरिक एवं अन्य सफलता प्राप्त की। आइए, उनके जीवन से प्रेरणा लेते हुए हम सशक्त भारत के निर्माण का संकल्प लें।"
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के आलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कई नेताओं ने भी महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
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चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र चुनाव की तैयारियों की समीक्षा की

  • मतदाता सुविधाओं पर ध्यान देने का निर्देश
मुंबई (एएनआई)। मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार ने चुनाव आयुक्तों ज्ञानेश कुमार और एसएस संधू के साथ शनिवार को राज्य में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए महाराष्ट्र में तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में सभी जिला चुनाव अधिकारी (डीईओ), पुलिस अधीक्षक (एसपी), नगर आयुक्त (एमसी), संभागीय आयुक्त, पुलिस आयुक्त (सीपी) और महानिरीक्षक (आईजी) मौजूद थे। बैठक के दौरान, सीईसी राजीव कुमार ने सभी डीईओ और एसपी को मतदान केंद्रों पर न्यूनतम सुविधाएं और मतदाता कतारों का उचित प्रबंधन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने डीईओ को सभी व्यवस्थाओं की जाँच करने के लिए व्यक्तिगत रूप से मतदान केंद्रों का दौरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने निर्देश दिया, "मतदाताओं के लिए कतार में बेंच लगाएं, पीने का पानी उपलब्ध कराएं और भीड़भाड़ वाले इलाकों में पार्किंग का ध्यान रखें।" उन्होंने कहा कि एक स्थान पर कई मतदान केंद्रों पर मतदाताओं को मार्गदर्शन करने के लिए उचित संकेत और दिशा-निर्देश होने चाहिए।
चुनाव आयोग ने 2024 के लोकसभा चुनाव से संबंधित एफआईआर से संबंधित चुनावी अपराधों पर भी अपडेट मांगा। सीईसी राजीव कुमार ने सोशल मीडिया पर फर्जी खबरों पर त्वरित प्रतिक्रिया पर जोर देते हुए निर्देश दिया कि कर्मियों, इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) और सोशल मीडिया से संबंधित सभी मामलों की समीक्षा की जाए। शुक्रवार को आयोजित समीक्षा बैठक में सीईसी कुमार ने पूछा कि मुंबई में 100 से अधिक पुलिस निरीक्षक प्रमुख पदों पर क्यों हैं। उन्होंने बताया कि 31 जुलाई, 2024 को जारी निर्देश के बावजूद, जो अधिकारी अपने वर्तमान पदों पर तीन साल से अधिक समय से हैं, उन्हें स्थानांतरित करने के बावजूद, राज्य प्रशासन ने यह प्रक्रिया पूरी नहीं की है। उन्होंने मुख्य सचिव से पूछा कि राज्य प्रमुख पदों से राजस्व अधिकारियों को स्थानांतरित करने में अनिच्छुक क्यों है, चुनाव आयोग के आदेशों का पालन न करने पर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए।
इसके अतिरिक्त, कुमार ने आबकारी आयुक्त को चुनाव से पहले पड़ोसी राज्यों से अवैध शराब के प्रवाह को रोकने का निर्देश दिया। सूत्रों ने बताया, "आबकारी आयुक्त को राज्य में किसी भी तरह की अवैध शराब की आवाजाही और वितरण पर कड़ी नजर रखने का निर्देश दिया।" सीईसी ने प्रवर्तन एजेंसियों को सभी नेताओं और स्टार प्रचारकों के हेलीकॉप्टरों की जांच करने का निर्देश देते हुए कहा, "किसी के साथ पक्षपात नहीं किया जाएगा और सभी के साथ समान व्यवहार किया जाएगा।" उन्होंने पुलिस वैन और एम्बुलेंस के रूप में अवैध नकदी की आवाजाही के खिलाफ चेतावनी दी, और जोर देकर कहा कि "एजेंसियों को अवैध नकदी की आवाजाही पर कड़ी निगरानी रखनी चाहिए।" सीईसी ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के निदेशक को अंतर-सीमा ड्रग आवाजाही पर नज़र रखने और महत्वपूर्ण मार्गों पर कड़ी निगरानी सुनिश्चित करने का भी आदेश दिया। सीईसी राजीव कुमार
के नेतृत्व में ईसीआई प्रतिनिधिमंडलविधानसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुंबई में हैं। 288 निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव होने हैं, चुनाव की तारीखों की घोषणा अभी नहीं हुई है। महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है और आगामी चुनावों में महा विकास अघाड़ी गठबंधन और महा युति गठबंधन के बीच मुकाबला देखने को मिल सकता है। (एएनआई)
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जम्मू में PM मोदी ने 2016 के सर्जिकल स्ट्राइक का विरोध करने के लिए कांग्रेस की आलोचना की

जम्मू (एएनआई)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि यह लगभग तय है कि भारतीय जनता पार्टी जम्मू और कश्मीर में पूर्ण बहुमत के साथ अपनी पहली सरकार बनाएगी। जम्मू और कश्मीर में अंतिम चरण के मतदान से पहले जम्मू में एक रैली को संबोधित करते हुए , प्रधानमंत्री ने भाजपा सरकार को सत्ता में आने का भरोसा जताया, चाहे वह जम्मू हो, कठुआ हो या सांबा। "भाइयों और बहनों, परिणाम 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे और हम सभी माता वैष्णो देवी के आशीर्वाद में पले-बढ़े हैं और 12 अक्टूबर को विजयादशमी है। यह विजयादशमी हम सभी के लिए एक शुभ शुरुआत होगी। चाहे वह जम्मू हो, कठुआ हो या सांबा, 'जम्मू की यही पुकार, आ रही है भाजपा सरकार..." पीएम मोदी ने कहा।
प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान के खिलाफ 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक का विरोध करने और इसके सबूत मांगने के लिए कांग्रेस पर भी निशाना साधा। प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकवादी शिविरों पर सेना की कार्रवाई को याद करते हुए कहा, "यह नया भारत है, यह घर में घुसकर मारता है..." प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "...याद कीजिए वह समय जब उस तरफ से गोलियां चलती थीं और कांग्रेस सफेद झंडे लहराती थी। जब भाजपा सरकार ने गोलियों का जवाब गोले से दिया, तो उस तरफ के लोगों को होश आ गया।" "आज 28 सितंबर है। वर्ष 2016 में 28 सितंबर की रात को सर्जिकल स्ट्राइक की गई थी। भारत ने दुनिया को बताया था, 'यह नया भारत है, यह घर में घुसकर मारता है...आतंक के आकाओं को पता है अगर कुछ भी हिम्मत की तो मोदी पाताल में भी उनकी खोज निकलेगी..." प्रधानमंत्री ने कहा। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इसी पार्टी ने " हमारी सेना से सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगे थे।" "आपको कांग्रेस के व्यवहार को कभी नहीं भूलना चाहिए, यह वही पार्टी है जिसने हमारी सेना से सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगे थे।
कांग्रेस वही पार्टी है जो आज भी सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर पाकिस्तान की भाषा बोलती है ," पीएम ने कहा। "क्या आप ऐसी कांग्रेस को माफ कर सकते हैं ? कांग्रेस देश के लिए मरने वालों का कभी सम्मान नहीं कर सकती। यह वही कांग्रेस है, उन्होंने कहा, "जम्मू की यह रैली इस विधानसभा चुनाव में जम्मू-कश्मीर में मेरी आखिरी रैली है। पिछले कुछ हफ्तों में मुझे जम्मू-कश्मीर में अलग-अलग जगहों पर जाने का मौका मिला। मैं जहां भी गया, मैंने बीजेपी के लिए उत्साह देखा।" कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग तीन परिवारों से परेशान हैं और अब वे इस क्षेत्र में आतंकवाद , अलगाववाद और हिंसा नहीं चाहते हैं। इसके बजाय वे शांति और समृद्धि चाहते हैं और इसलिए वे इस चुनाव में बीजेपी को चुनेंगे। " यहां के लोग शांति और समृद्धि चाहते हैं। यहां के लोग अपने बच्चों के लिए उज्ज्वल भविष्य चाहते हैं। और इसे सुनिश्चित करने के लिए, यहां के लोग भाजपा की सरकार चाहते हैं। पिछले दो चरणों में भारी मतदान ने जम्मू-कश्मीर के लोगों का मूड बता दिया है। दोनों चरणों में, वोट भाजपा के पक्ष में पड़े।
भाजपा की पहली पूर्ण बहुमत की सरकार लगभग तय है, " पीएम मोदी ने कहा। यह देखते हुए कि कांग्रेस , एनसी और पीडीपी ने दशकों से हमेशा जम्मू क्षेत्र के साथ भेदभाव किया है, पीएम मोदी ने कहा कि यहां बनने वाली भाजपा सरकार जम्मू के सभी दर्द को दूर करेगी। पीएम मोदी ने कहा, "इतिहास में पहले कभी भी जम्मू क्षेत्र के लोगों के लिए ऐसा अवसर नहीं आया है, जैसा इस चुनाव में आया है। अब पहली बार, जम्मू क्षेत्र के लोगों की इच्छाओं के अनुसार सरकार बनने जा रही है। आपको यह अवसर नहीं चूकना चाहिए। क्योंकि यहां बनने वाली भाजपा सरकार आपके दर्द को दूर करेगी। और यह (जम्मू) मंदिरों का शहर है, हमें यह मौका नहीं छोड़ना है। जो भाजपा सरकार बनेगी, वह जम्मू के लोगों के सभी दर्द को दूर करेगी भाजपा दशकों से जम्मू के साथ हो रहे भेदभाव को दूर करेगी।'' जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में चुनाव हो रहे हैं।
विधानसभा चुनाव का पहला चरण 18 सितंबर को हुआ था जबकि दूसरे चरण का मतदान 25 सितंबर को हुआ था। ये मतदान गंदेरबल, बडगाम, श्रीनगर और जम्मू क्षेत्र के छह जिलों राजौरी, रियासी और पुंछ में हुआ था। तीसरे और अंतिम चरण का मतदान 1 अक्टूबर को होना है जबकि मतों की गिनती 8 अक्टूबर को होगी। केंद्र शासित प्रदेश में दस साल के अंतराल के बाद विधानसभा चुनाव हो रहे हैं और अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद ये पहले चुनाव हैं। (एएनआई)
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PM मोदी ने जम्मू में एक विशाल जनसभा को किया संबोधित

  • कहा- "भारत ने दुनिया को बता दिया कि यह नया भारत है, जो घर में घुसकर मारता है"
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज जम्मू में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए शहीद भगत सिंह की जयंती पर उन्हें नमन किया. उन्होंने इस सभा को जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव की अपनी अंतिम सभा बताया. पीएम मोदी ने कहा कि पिछले हफ्तों में उन्हें जम्मू-कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में जाने का अवसर मिला और जहां भी गए, वहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रति भारी उत्साह देखने को मिला.
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) और पीडीपी पर निशाना साधते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग इन तीन परिवारों की राजनीति से त्रस्त हैं. उन्होंने कहा, "यहां के लोग अब आतंकवाद, अलगाववाद और खून-खराबा नहीं चाहते. वे अपने बच्चों के लिए बेहतर भविष्य और शांति की चाह रखते हैं. यही कारण है कि लोग भाजपा सरकार को समर्थन दे रहे हैं." पीएम मोदी ने पिछले दो चरणों के भारी मतदान का उल्लेख करते हुए कहा कि इससे साफ हो गया है कि जम्मू-कश्मीर की जनता का मूड भाजपा के पक्ष में है. उन्होंने दावा किया कि राज्य में भाजपा की पूर्ण बहुमत वाली पहली सरकार बनने जा रही है.
प्रधानमंत्री ने जम्मू के लोगों से विशेष आग्रह करते हुए कहा, "इतिहास में इससे पहले कभी ऐसा मौका नहीं आया है, जैसा इस चुनाव में आया है. पहली बार जम्मू क्षेत्र के लोगों की इच्छा वाली सरकार बनने जा रही है. यह मौका मंदिरों की नगरी के लिए महत्वपूर्ण है, और इसे गंवाना नहीं चाहिए."
पीएम मोदी ने आश्वासन दिया कि भाजपा की सरकार बनने के बाद वह जम्मू के लोगों की हर पीड़ा को दूर करेगी. उन्होंने नवरात्रि और विजयादशमी का उल्लेख करते हुए कहा, "8 अक्तूबर को मां के नवरात्र के दिन चुनाव नतीजे आएंगे, और इस बार की विजयादशमी शुभ शुरुआत वाली होगी."
अपने संबोधन में उन्होंने 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक को याद करते हुए कहा, "आज ही की रात सर्जिकल स्ट्राइक हुई थी. भारत ने दुनिया को बता दिया था कि यह नया भारत है, जो घर में घुसकर मारता है." उन्होंने कांग्रेस पर सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगने का आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस आज भी इस मुद्दे पर पाकिस्तान की भाषा बोलती है.
पीएम मोदी ने वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी) का मुद्दा उठाते हुए कांग्रेस पर फौज के परिवारों के हितों की अनदेखी का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने 2014 में सत्ता में आने के बाद ओआरओपी लागू किया और फौजी परिवारों के हित को हमेशा सर्वोपरि रखा.
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस, एनसी और पीडीपी पर हमला जारी रखते हुए कहा कि इन दलों ने संविधान के सबसे बड़े दुश्मन के रूप में काम किया. उन्होंने कहा कि यहां कई पीढ़ियों से रह रहे कई परिवारों को वोट देने का अधिकार नहीं था, और इसके लिए कांग्रेस और उसके सहयोगी जिम्मेदार हैं.
सभा के अंत में मोदी ने कहा, "जम्मू, सांबा और कठुआ में चारों तरफ एक ही नारा गूंज रहा है- जम्मू की यही पुकार, आ रही है भाजपा सरकार." उन्होंने विश्वास जताया कि इस चुनाव में जम्मू-कश्मीर एक नया अध्याय लिखने जा रहा है, और भाजपा की सरकार राज्य की सभी समस्याओं का समाधान करेगी.
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टाटा ग्रुप की कंपनी के एक प्‍लांट में लगी भयानक आग

नई दिल्ली टाटा ग्रुप की कंपनी के एक प्‍लांट में भयानक आग लगी है. बताया जा रहा है कि तमिलनाडु के कृष्णागिरी जिले में होसुर के पास टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्लांट में यह आग लगी है. टाटा इलेक्‍ट्रॉनिक के इस प्‍लांट में आग आज सुबह ही लग गई थी.
टाटा के इस मैन्‍युफैक्‍चरिंग यूनिट से काले धुएं के गुब्‍बार निकलते हुए दिखाई दे रहे थे. हालांकि आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है. राहत और आग बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड के वाहन और कर्मचारी मौजूद हैं.
जब आग लगी, तब प्लांट में कई कर्मचारी ड्यूटी पर थे. हालांकि कंपनी के एक बयान के अनुसार, प्लांट में इमरजेंसी प्रोटोकॉल ने सभी कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित की. कंपनी के बयान में कहा गया है, "हम अपने कर्मचारियों और अन्य हितों की रक्षा के लिए आवश्यक कार्रवाई करेंगे." कंपनी ने आगे कहा कि आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है.
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कुलगाम में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में तीन जवान और एक पुलिसकर्मी घायल

श्रीनगर। कुलगाम जिले में शनिवार को सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हो गई। इस मुठभेड़ में तीन जवान और जम्मू-कश्मीर पुलिस का एक अधिकारी घायल हो गया। अधिकारियों ने बताया कि जिले के आदिगाम गांव में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में खुफिया जानकारी मिली थी। इसके बाद सेना, पुलिस और सीआरपीएफ समेत सुरक्षाबलों ने इलाके में घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया।
अधिकारियों के अनुसार, "सुरक्षाबलों ने आतंकियों को घेर लिया। जब आतंकियों ने खुद को घिरा देखा तो उन्होंने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी। गोली लगने से सेना के तीन जवान और जम्मू-कश्मीर पुलिस का एक अधिकारी घायल हो गया। सुरक्षाबलों ने यह सुनिश्चित करने के लिए सभी भागने के रास्ते बंद कर दिए हैं कि छिपे हुए आतंकवादी भागने में असमर्थ हों। मुठभेड़ स्थल पर पहले ही अतिरिक्त बल पहुंच चुके हैं। घायल सुरक्षाकर्मियों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया है।"
माना जा रहा है कि ये आतंकवादी कट्टर विदेशी भाड़े के आतंकवादी हैं। इन आतंकवादियों ने पिछले तीन-चार महीनों के दौरान जम्मू डिवीजन के डोडा, कठुआ, राजौरी, पुंछ और रियासी जिलों में सेना, स्थानीय पुलिस और नागरिकों पर हमला कर उन्हें मार गिराया है।
पहाड़ी इलाकों में सेना और अन्य लोगों पर घात लगाकर हमला करने के बाद आतंकवादी इन पहाड़ी जिलों के घने जंगलों और वन क्षेत्रों में भाग जाते हैं। आतंकवादियों के हमलों को नाकाम करने के लिए, जम्मू डिवीजन के ऊंचे पर्वतीय इलाकों और घने जंगलों में 4,000 से अधिक पैरा कमांडो और पर्वतीय युद्ध में प्रशिक्षित जवानों को तैनात किया गया था। सुरक्षाबलों की इस रणनीति के बाद, इन जिलों में आतंकवादी हमलों में भारी कमी आई है।
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तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने प्रधानमंत्री मोदी से की मुलाकात

  • समग्र शिक्षा योजना के तहत धनराशि जारी करने की मांग की
नई दिल्ली (एएनआई)। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और उन्हें समग्र शिक्षा योजना के तहत केंद्रीय निधि जारी करने और 50:50 इक्विटी शेयरिंग के आधार पर चेन्नई मेट्रो रेल परियोजना चरण- II को मंजूरी देने का अनुरोध करते हुए एक ज्ञापन सौंपा। मुख्यमंत्री ने भारतीय मछुआरों के पारंपरिक मछली पकड़ने के अधिकारों को सुरक्षित करने और पकड़े गए मछुआरों और उनके शिल्प की रिहाई में तेजी लाने के लिए स्थायी समाधान की भी मांग की।
स्टालिन ने लगभग 40 मिनट की बैठक को अच्छा बताया और कहा कि प्रधानमंत्री को तीन अनुरोधों वाला एक विस्तृत ज्ञापन दिया गया है। स्टालिन ने संवाददाताओं से कहा, "पीएम मोदी से मिलकर खुशी हुई। पीएम मोदी ने भी हमसे खुशी जताई। इस सुखद मुलाकात को उपयोगी बनाने के लिए सब कुछ पीएम मोदी के हाथों में है।" मुख्यमंत्री ने कहा, "मैंने पीएम मोदी से 3 महत्वपूर्ण अनुरोध किए हैं। मैंने पीएम मोदी को हमारे अनुरोधों को सूचीबद्ध करते हुए एक विस्तृत ज्ञापन दिया है।" पीएम मोदी को ज्ञापन के बारे में बताते हुए सीएम स्टालिन ने कहा, "जिस तरह केंद्र और राज्य सरकारों ने मिलकर चेन्नई मेट्रो रेल परियोजना के पहले चरण को लागू किया , उसी तरह चेन्नई मेट्रो के दूसरे चरण को भी लागू किया जाना चाहिए।
यही तमिलनाडु का रुख है। 2021-22 के बजट के दौरान, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि चेन्नई मेट्रो रेल चरण दो परियोजना के लिए धन आवंटित किया जाएगा। केंद्र सरकार ने 2022 को भी मंजूरी दे दी। अब तक कार्यों के लिए 18,564 करोड़ खर्च किए जा चुके हैं, लेकिन केंद्रीय मंत्री तमिलनाडु से लंबित अनुमोदन के कारण, हमें केंद्र सरकार से धन नहीं मिला है। इससे मेट्रो रेल परियोजना धीमी हो गई है। इसलिए मैंने पीएम मोदी से बिना देरी किए इसके लिए धन जारी करने का अनुरोध किया।" मुख्यमंत्री ने पीएम मोदी से समग्र शिक्षा योजना के तहत धन जारी करने का भी अनुरोध किया।
स्टालिन ने कहा, "तमिलनाडु सरकार ने पहले ही एनईपी के कुछ अच्छे सुझावों को लागू कर दिया है। तमिलनाडु सरकार मुफ़्त नाश्ते जैसी योजनाएँ भी लागू कर रही है, जो अन्य राज्यों में लागू नहीं हैं। लेकिन तमिलनाडु तीन-भाषा नीति का पालन करने के लिए सहमत नहीं है, जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर है। भले ही एनईपी ने आश्वासन दिया हो कि किसी भी राज्य पर भाषा थोपी नहीं जाएगी, लेकिन यह समझौता ज्ञापन पर स्पष्ट नहीं था। इसलिए हम समझौता ज्ञापन में बदलाव करने के लिए कह रहे हैं। हमने तमिल मछुआरों के सामने आने वाली समस्याओं को भी सूचीबद्ध किया है।" (एएनआई)
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इंद्राणी मुखर्जी को बॉम्बे हाईकोर्ट से बड़ा झटका

  • विशेष अदालत से मिली विदेश यात्रा की मंजूरी खारिज
मुंबई। बॉम्बे हाईकोर्ट ने शुक्रवार को मुंबई की एक विशेष अदालत द्वारा पारित उस आदेश को रद्द कर दिया। जिसमें शीना बोरा की हत्या की आरोपी इंद्राणी मुखर्जी को विदेश यात्रा की अनुमति दी गई थी। इस मामले में सीबीआई की ओर से हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई थी। जिसमें सीबीआई ने अंदेशा जताया था कि, गंभीर अपराध में आरोपी इंद्राणी मुखर्जी  विदेश से भाग सकती हैं।
न्यायमूर्ति श्याम चांडक की सिंगल बैंच ने विशेष अदालत के आदेश के खिलाफ सीबीआई की याचिका को इस आधार पर स्वीकार किया कि, इंद्राणी मुखर्जी एक गंभीर अपराध में मुकदमे का सामना कर रही हैं और उनके देश से भागने की संभावना है। कोर्ट ने कहा कि, याचिका स्वीकार की जाती है। विवादित आदेश को रद्द किया जाता है। इसे इंद्राणी के लिए एक बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है।
इसलिए इंद्राणी जाना चाहती थीं विदेश-
विशेष सीबीआई अदालत ने 19 जुलाई को इंद्राणी मुखर्जी को अगले तीन महीनों के दौरान बीच-बीच में दस दिनों के लिए एक बार यूरोप (स्पेन और यूके) की यात्रा करने की अनुमति दी थी। मुखर्जी ने विदेश यात्रा की परमिशन यह कहकर मांगी थी कि, पूर्व पति पीटर मुखर्जी से तलाक के बाद उन्हें बैंक से संबंधित कुछ दस्तावेजों में बदलाव करने और अन्य सहायक कार्यों की जरूरत है। इसके लिए उनका विदेश जाना जरूरी है।
न्यायमूर्ति चांडक ने कहा कि यदि इंद्राणी मुखर्जी भारत से काम करना चाहती हैं तो संबंधित वैधानिक प्राधिकारी उनकी मदद करेंगे। पीठ ने स्पष्ट तौर पर कहा कि उन्होंने मामले के गुण-दोष पर कोई टिप्पणी नहीं की है। केवल इस बात का उल्लेख किया है कि विशेष अदालत का आदेश ठीक नहीं था और इसलिए टिकाऊ नहीं था। 
सीबीआई अदालत ने इन शर्तों पर दी थी जमानत-
वहीं अनुमति देते समय विशेष अदालत ने इंद्राणी मुखर्जी के लिए कुछ शर्तें भी रखी थीं। अदालत ने कहा था कि अपनी विदेश यात्रा के दौरान, वह अपनी यात्रा के दौरान कम से कम एक बार भारतीय दूतावास या उसके संबद्ध राजनयिक मिशन के कार्यालय में उपस्थित होंगी और उपस्थिति प्रमाण पत्र प्राप्त करेंगी। अदालत ने उन्हें 2 लाख रुपये की सुरक्षा जमा राशि जमा करने का भी निर्देश दिया। 
अपनी बेटी शीना बोरा की हत्या के मामले में अगस्त 2015 में इंद्राणी मुखर्जी को गिरफ्तार किया गया था। कई सालों तक जेल में रहने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने मई 2022 में उन्हें जमानत दी थी। जिसके बाद वह जेल से बाहर आईं थीं। 
इंद्राणी ने ड्राइवर और पूर्व पति के साथ मिलकर कर दी अपनी बेटी की हत्या-
अप्रैल 2012 में मुंबई में इंद्राणी मुखर्जी, उनके एक ड्राइवर श्यामवर राय और पूर्व पति संजीव खन्ना ने कथित तौर पर शीना बोरा (24) की कार में गला घोंटकर हत्या कर दी थी और उसके शव को पड़ोसी जिले रायगढ़ के एक जंगल में जला दिया गया था। शीना बोरा इंद्राणी मुखर्जी की पिछले रिश्ते से हुई बेटी थी। हत्या का खुलासा 2015 में तब हुआ, जब राय ने आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज एक अलग मामले में गिरफ्तारी के बाद पुलिस की पूछताछ में इसका खुलासा किया था।  इंद्राणी के पूर्व पति पीटर मुखर्जी को भी शीना बोरा की हत्या से जुड़ी साजिश में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। सभी आरोपी फिलहाल जमानत पर बाहर हैं।
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सिद्धारमैया ने सीएम पद से इस्तीफा देने से किया साफ इनकार

  • कहा- हमारी सरकार को अस्थिर करने का प्रयास
बंगलूरू। मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (मुडा) मामले में कर्नाटक की राजनीति गरमा गई है। भाजपा और जेडीएस के नेता और कार्यकर्ता मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। हालांकि, सिद्धारमैया ने सीएम पद से इस्तीफा देनेसे इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि यह उनकी सरकार को अस्थिर करने का प्रयास है। कर्नाटक सीएम ने एचडी कुमारस्वामी पर भी निशाना साधा। उनके बयान पर भाजपा ने तुरंत पलटवार किया। भाजपा नेता सीटी रवि ने कहा कि कांग्रेस डरी हुई है, क्योंकि उन्होंने भ्रष्टाचार किया है।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा, "मैं इस्तीफा नहीं दूंगा। एचडी कुमारस्वामी एक मंत्री हैं। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद भी वह जमानत पर हैं। वह नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री हैं। वे हमारी सरकार को अस्थिर करना चाहते हैं। उन्होंने ऑपरेशन लोटस चलाया, लेकिन इसमें वे असफल हुए, क्योंकि हम 136 विधायक हैं। उन्होंने बिना जनादेश के दो बार सरकार बनाईं। क्या येदियुरप्पा जीत पाएं? हमने इसे न्यायिक तरीके से लड़ा।"
सिद्धारमैया के बयान पर भाजपा का पलटवार-
सीएम सिद्धारमैया के बयान पर भाजपा नेता सीटी रवि ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "कांग्रेस डरी हुई है, क्योंकि उन्होंने भ्रष्टाचार किया है। अगर वे ईमानदार हैं तो उन्हें जांच से डरना नहीं चाहिए। उन्होंने (जांच की लिए सीबीआई की सामान्य सहमति) रद्द कर दी, क्योंकि वे भ्रष्ट हैं। वे डरे हुए हैं, क्योंकि उनपर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। उपयोग और दुरुपयोग में अंतर है। क्या हमने उनसे भ्रष्टाचार करने के लिए कहा? जांच होने पर सच्चाई सामने आ जाती है और वे इससे डरते हैं।"
क्या है मुडा घोटाला?-
यह मामला उन आरोपों से संबंधित है कि सिद्धारमैया की पत्नी बीएम पार्वती को मैसूर के एक महंगे इलाके में मुआवजा स्थल आवंटित किया गया था, जिसकी संपत्ति का मूल्य मुडा की ओर से अधिग्रहित की गई उनकी भूमि के स्थान की तुलना में अधिक था। मुडा ने पार्वती को उनकी 3.16 एकड़ भूमि के बदले 50:50 अनुपात योजना के तहत भूखंड आवंटित किए थे, जहां मुडा ने एक आवासीय लेआउट विकसित किया थ।
इसी घोटाले में सीएम सिद्धारमैया को राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने कारण बताओ नोटिस जारी किया था। साथ ही उनके खिलाफ जांच शुरू करने और मुकदमा चलाने की मंजूरी दी। राज्यपाल के आदेश को सीएम सिद्धारमैया ने हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। हाईकोर्ट से सीएम को बड़ा झटका लगा। अदालत ने सीएम पर केस चलाने की मंजूरी दी।
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दीपावली और छठ पर्व के लिए 10 हजार से ज्यादा स्पेशल ट्रेन चलाने की घोषणा

  • 1 करोड़ यात्रियों को मिलेगी सुविधा, रेल मंत्री ने जानकारी दी
नई दिल्ली। दीपावली और छठ पूजा के दौरान ट्रेन में यात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए रेलवे ने 10 हजार से ज्यादा स्पेशल ट्रेन चलाने की घोषणा की है। इसके अलावा, सौ से ज्यादा ट्रेनों में जनरल कोच बढ़ाने का भी फैसला लिया गया है। रेलवे के इस फैसले से करीब एक करोड़ यात्रियों को सुविधा मिलेगी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यह जानकारी दी।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को जानकारी दी कि रेलवे ने दीपावली और छठ पूजा को ध्यान में रखते हुए विशेष तैयारियां की हैं। रेलवे करीब 108 ट्रेनों में जनरल कोच बढ़ाने जा रही है, ताकि अधिक से अधिक यात्रियों को सफर करने का अवसर मिल सके।
उन्होंने कहा कि दीपावली और छठ पूजा के दौरान 12,500 विशेष ट्रेनों का संचालन करने की मंजूरी दी गई है। इसके अतिरिक्त, 2024-2025 में 5,975 ट्रेनें अधिसूचित की गई हैं। रेलवे के अनुसार, इससे 1 करोड़ से अधिक यात्रियों को दीपावली और छठ पूजा की भीड़ के दौरान घर जाने की सुविधा मिलेगी। आपको बताते चलें, साल 2023 और 2024 में पूजा विशेष ट्रेनों की संख्या 4,429 थी।
इससे पहले 25 सितंबर को आनंद विहार से बरौनी के बीच स्पेशल ट्रेन चलाने की बात कही। स्पेशल ट्रेन 6 अक्टूबर से शुरू होकर 17 नवंबर तक चलेगी। ट्रेन एसी स्पेशल होगी, जो आनंद विहार से लखनऊ होते हुए बरौनी पहुंचेंगी। ट्रेन सुबह 9 बजे आनंद विहार से चलेगी और अगले दिन सुबह 6:30 बजे बरौनी पहुंचेगी। एसी स्पेशल ट्रेन अलीगढ़, टूंडला, इटावा, कानपुर, लखनऊ, सुल्तानपुर, जौनपुर, गाजीपुर सिटी, बलिया, सुरेमनपुर, छपरा और हाजीपुर में रुकेंगी। इस ट्रेन में 16 थर्ड एसी, 2 पावर कार समेत 18 कोच होंगे।
बता दें कि हर साल दीपावली और छठ पूजा के अवसर पर देश भर से बड़ी संख्या में लोग उत्तर प्रदेश और बिहार की ओर प्रस्थान करते हैं। यूपी-बिहार के लोगों के लिए यह त्योहार न केवल धार्मिक महत्व रखते हैं, बल्कि परिवारों से मिलने का भी एक अहम अवसर होता है। इस दौरान स्थिति ऐसी हो जाती है कि दो-तीन महीने पहले से ही अधिकांश ट्रेन की टिकट वेटिंग लिस्ट में चली जाती हैं। ट्रेनों में भारी भीड़ होने के कारण यात्रा करना अक्सर मुश्किल हो जाता है।
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केंद्र सरकार ने आधार और पैन डेटा दिखा रही वेबसाइट्स को किया ब्लॉक

नई दिल्ली। केंद्र सरकार की ओर से व्यक्तिगत संवेदनशील जानकारी जैसे आधार और पेन का डेटा दिखाने वाली कुछ वेबसाइट्स को ब्लॉक कर दिया है। आईटी मंत्रालय को इस बात की जानकारी दी गई कि कुछ पोर्टल्स द्वारा नागरिकों की संवेदनशील जानकारी सार्वजनिक की जा रही है। आधार जारी करने वाली सरकारी एजेंसी भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) की ओर से पुलिस प्रशासन के पास आधार एक्ट 2016 की आधार 29(4) के तहत आधार की जानकारी सार्वजनिक तौर पर दिखाने के लिए मुकदमा दर्ज कराया गया है।
इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (सीईआरटी-आईएन) की ओर से इन वेबसाइट का एनालिसिस किया गया है, जिसमें इन वेबसाइट की सुरक्षा में कुछ कमियां पाई गई। इन वेबसाइट्स के मालिकों को आईसीटी बुनियादी ढांचे में सुधार और कमजोरियों को ठीक करने के लिए उनके स्तर पर की जाने वाली कार्रवाइयों के बारे में गाइडेंस भी प्रदान किया गया था।
इंडियन साइबर एजेंसियों की ओर से आईटी एप्लीकेशन का उपयोग करने के लिए सभी संस्थाओं के लिए गाइडेंस जारी की गई हैं। इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट 2000 (आईटी एक्ट) के तहत सीईआरटी-आईएन द्वारा सूचना सुरक्षा प्रथाएं, प्रक्रिया, रोकथाम, प्रतिक्रिया और साइबर घटनाओं को रिपोर्ट करने के दिशानिर्देश जारी किए जा चुके हैं।
आईटी एक्ट में संवेदनशील निजी जानकारी के गैर-प्रकाशन और गैर- प्रकटीकरण का प्रावधान है। मंत्रालय की ओर से कहा गया कि अगर किसी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है तो आईटी एक्ट की धारा 46 के तहत निर्णायक अधिकारी के पास शिकायत दर्ज कर सकता है और मुआवजे की मांग कर सकता है।
इसके अलावा आगे कहा कि डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन एक्ट, 2023 को पहले ही अधिनियमित किया जा चुका है और इस अधिनियम के तहत नियमों का मसौदा तैयार होने के एडवांस स्टेज में है।
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चीन ने एक बार फिर भारत के इस जगह को अपना क्षेत्र बताया

  • भारत और चीन में एक बार फिर तनातनी
ईटानगर। अरुणाचल प्रदेश को लेकर भारत और चीन में एक बार फिर तनातनी सामने आई है। भारतीय पर्वतारोहियों द्वारा यहां एक अनाम चोटी का नाम द्वारा रखे जाने को लेकर चीन भड़क गया है। उसने सार्वजनिक तौर पर आपत्ति जताते हुए जमकर भड़ास निकाली है। भारत ने इस चोटी का नाम छठे दलाई लामा के नाम पर रखा है। वहीं, चीन ने एक बार फिर अरुणाचल प्रदेश को चीनी क्षेत्र जांगनान बताया है। हालांकि भारत चीन के दावों को खारिज कर चुका है क्योंकि अरुणाचल प्रदेश भारत का अटूट हिस्सा है।
भारतीय पर्वतारोहियों की ओर से अरुणाचल प्रदेश की एक अनाम चोटी का नाम छठे दलाई लामा के नाम पर रखने पर चीन ने बृहस्पतिवार को नाराजगी जतायी और उसने इस क्षेत्र पर एक बार फिर अपना दावा किया।
राष्ट्रीय पर्वतारोहण एवं साहसिक खेल संस्थान (एनआईएमएस) की एक टीम ने अरुणाचल प्रदेश की 20,942 फुट अनाम चोटी पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की जिस पर अभी तक कोई नहीं चढ़ा था। इसके बाद टीम ने इस चोटी का नाम छठे दलाई लामा त्सांगयांग ग्यात्सो के नाम पर रखने का फैसला किया जिनका जन्म 1682 में मोन तवांग क्षेत्र में हुआ था।
एनआईएमएएस अरुणाचल प्रदेश के दिरांग में स्थित है जो रक्षा मंत्रालय के अधीन कार्य करता है। रक्षा मंत्रालय की एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि चोटी का नाम छठे दलाई लामा के नाम पर रखना उनकी बुद्धिमत्ता और उनके योगदान के प्रति एक श्रद्धांजलि है।
चीन ने निकाली भड़ास-
इस बाबत प्रतिक्रिया पूछे जाने पर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘आपने जो कहा, उसकी मुझे जानकारी नहीं है। मुझे व्यापक रूप से यह कहना चाहिए कि जांगनान का क्षेत्र चीनी क्षेत्र है, और भारत के लिए चीनी क्षेत्र में तथाकथित ‘अरुणाचल प्रदेश’ स्थापित करना अवैध और अमान्य है। चीन का लगातार यही रुख रहा है।’’
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केंद्र सरकार ने न्यूनतम मजदूरी में किया इजाफा

  • नई दरें 1 अक्टूबर 2024 से लागू होंगी
नई दिल्ली। त्योहारों से पहले सरकार ने कामगारों खासकर असंगठित सेक्टर के श्रमिकों को बड़ा तोहफा दिया है। केंद्र सरकार ने इस सेक्टर में काम करने वाले मजदूरों के लिए न्यूनतम मजदूरी दर बढ़ाने का एलान किया है। सरकार ने महंगाई के कारण जीवनयापन के बढ़ते खर्च को देखते हुए यह एलान किया है। नई दरें 1 अक्टूबर 2024 से लागू होंगी।
सरकार ने परिवर्तनीय महंगाई भत्ते (वीडीए) में संशोधन करके न्यूनतम मजदूरी दरों में वृद्धि की घोषणा की है। इस कदम का उद्देश्य श्रमिकों को जीवन-यापन की बढ़ती लागत से निपटने में मदद करना है। केंद्रीय क्षेत्र के प्रतिष्ठानों में भवन निर्माण, लोडिंग और अनलोडिंग, वॉच एंड वार्ड, स्वीपिंग, सफाई, हाउसकीपिंग, खनन और कृषि सहित विभिन्न क्षेत्रों में लगे श्रमिकों को संशोधित मजदूरी दरों से लाभ मिलेगा। नई मजदूरी दरें 1 अक्टूबर, 2024 से लागू होंगी। पिछला संशोधन अप्रैल 2024 में किया गया था। न्यूनतम मजदूरी दरों को कौशल स्तर- अकुशल, अर्ध-कुशल, कुशल और उच्च कुशल के साथ-साथ भौगोलिक क्षेत्र- ए, बी और सी के आधार पर वर्गीकृत किया गया है।
संशोधन के पश्चात क्षेत्र ‘ए’ में निर्माण, झाड़ू, सफाई, लोडिंग व अनलोडिंग में कार्यरत अकुशल श्रमिकों के लिए न्यूनतम मजदूरी दर 783 रुपये प्रतिदिन (20,358 रुपये प्रतिमाह) अर्द्धकुशल के लिए 868 रुपये प्रतिदिन (22,568 रुपये प्रतिमाह) कुशल, लिपिक और शस्त्र रहित चौकीदार के लिए 954 रुपये प्रतिदिन (24,804 रुपये प्रतिमाह) तथा उच्च कुशल एवं शस्त्र सहित चौकीदार के लिए 1,035 रुपये प्रतिदिन (26,910 रुपये प्रतिमाह) होगी। केन्द्र सरकार औद्योगिक श्रमिकों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक में छह माह की औसत वृद्धि के आधार पर, वर्ष में दो बार, 1 अप्रैल और 1 अक्टूबर से, वीडीए में संशोधन करती है।
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CM विष्णुदेव साय ने बगिया में 7 दिव्यांगों को निःशुल्क बस पास बांटे

जशपुर। दिव्यांग जनों के जीवन को आसान और सुखमय बनाने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जशपुर के ग्राम बगिया में 07 दिव्यांगों को निःशुल्क बस पास वितरित कर उन्हें शॉल, श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने दिव्यांग लक्ष्मी बाई, विकास नायक, तिजनु राम, देव कुमार चौहान, संध्या सिदार, सोनम सिदार, सुशीला तिग्गा, सुशीला बाई नायक, पूजा नारंगे सहित वरिष्ठ नागरिकों को निःशुल्क बस पास वितरित किए। पहली बार सिकलसेल से पीड़ित 18 वर्षीय सोनम सिदार एवं 08 वर्षीय बालक देव कुमार चौहान को भी बस पास प्रदान किया गया।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ शासन समाज कल्याण विभाग द्वारा दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 के तहत ‘दिव्यांगजन निःशुल्क बस-यात्रा पास’ का प्रावधान किया गया है। जिसमें परिवहन विभाग के समन्वय से दिव्यांगजनों के लिए निःशुल्क बस-यात्रा पास तथा रेल यात्रा हेतु रियायत प्रमाण पत्र बनाये जाते हैं।
दिव्यांगजनों की दिक्कतें हुई दूर-
सिकलसेल बीमारी से ग्रसित चराईडांड निवासी सोनम सिदार ने कहा कि उन्हें ईलाज के लिए बार बार जशपुर या अन्य बड़े शहरों में इलाज के लिए जाना पड़ता था। निःशुल्क बस पास मिल जाने से उनके आने जाने के खर्च की दिक्कत खत्म हो जाएगी और उनकी पढ़ाई भी नियमित रूप से हो सकेगी। अस्थिबाधित दिव्यांग विकास नायक ने कहा कि पहले वे कहीं आने जाने में दिक्कत महसूस करते थे। ऐसे में निःशुल्क बस पास मिलने से ना सिर्फ राज्य अपितु दूसरे राज्य में भी आना जाना कर सकेंगे। उन्होंने निःशुल्क बस पास के लिए मुख्यमंत्री श्री साय का आभार व्यक्त किया।
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उमर अब्दुल्ला को जम्मू-कश्मीर में हार का आभास, सरकार बनाने का रुख बदला : स्मृति ईरानी

  • पूर्व केंद्रीय मंत्री ने जम्मू में मीडिया को किया संबोधित
जम्मू भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने गुरुवार को जम्मू में मीडिया को संबोधित किया। इस दौरान ईरानी ने उमर अब्दुल्ला के सरकार बनाने के बदलते रुख पर प्रतिक्रिया दी। स्मृति ईरानी ने कहा कि उमर अब्दुल्ला लोगों का मूड भांपने के बाद अब कह रहे हैं कि उनकी पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) कांग्रेस के साथ गठबंधन करके सरकार बना सकती है। इससे पहले अब्दुल्ला ने दावा किया था कि नेशनल कॉन्फ्रेंस को बहुमत मिलेगा और वह जम्मू-कश्मीर में अपने दम पर सरकार बनाएंगे।
उन्होंने कहा, ''भाजपा ने पहले दिन से ही कहा है कि "हम जम्मू-कश्मीर में अपने दम पर सरकार बनाएंगे। जबकि उमर अब्दुल्ला ने अपने पहले के बयान, 'नेशनल कॉन्फ्रेंस जम्मू-कश्मीर में अपने दम पर सरकार बनाएगी' से अपना रुख बदल लिया है।'' स्मृति ईरानी ने एक सवाल के जवाब में कहा, "अब वह कह रहे हैं कि एनसी कांग्रेस के साथ गठबंधन करके सरकार बनाएगी। क्या अब उन्हें अपनी हार का आभास हो गया है?"
उन्होंने कहा कि भाजपा ने संसद में और सुप्रीम कोर्ट में सॉलिसिटर जनरल के माध्यम से कहा है कि "हम राज्य का दर्जा बहाल करेंगे"। आगे कहा, "कांग्रेस कहती है कि वे जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा दिलाने के लिए आंदोलन शुरू करेंगे। केवल केंद्र की भाजपा सरकार ही राज्य का दर्जा बहाल कर सकती है, कांग्रेस नहीं। राज्य का दर्जा बहाल करने के मुद्दे पर कांग्रेस का रुख आंदोलन का है जबकि हमारा रुख बहाली का है।"
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अनुच्छेद 370 के हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में 84 हजार करोड़ रुपये का निवेश आया है। उन्होंने कहा, "अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में तीन लाख युवाओं को 8 हजार करोड़ रुपये की वित्तीय मदद दी गई है। जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम के माध्यम से महिलाओं को एक प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। स्वयं सहायता समूहों की सात लाख महिलाएं जम्मू-कश्मीर में लखपति दीदी बन चुकी हैं। हमने वादा किया है कि जम्मू-कश्मीर में सरकार बनने पर हर घर की सबसे बुजुर्ग महिला को 18 हजार रुपये दिए जाएंगे। उज्ज्वला योजना के तहत 1 लाख 17 हजार परिवारों को इस योजना के अंतर्गत लाया गया है। हमने अपने घोषणापत्र में गरीब परिवारों को दो एलपीजी सिलेंडर मुफ्त देने का वादा किया है।"
उन्होंने कहा, "हमने संकल्प पत्र में पंडित प्रेमनाथ डोगरा रोजगार योजना के तहत पांच लाख नई नौकरियां देने का वादा किया है। यूपीएससी और जेकेपीएससी परीक्षा की तैयारी करने वाले युवाओं को कोचिंग के लिए 10,000 रुपये दिए जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत में डिजिटलीकरण के लीडर (अगुआ) हैं। दूरदराज के इलाकों के उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा प्राप्त करने के लिए लैपटॉप और टैबलेट दिए जाएंगे। विशेष आर्थिक क्षेत्र योजना के तहत जम्मू आईटी हब बनेगा। तीन क्षेत्रीय विकास बोर्ड बनाए जाएंगे।"
भाजपा नेता ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि उनकी नीति बांटने की है। यह वह पार्टी है जिसका नेतृत्व अतीत में ऐसे लोगों ने किया है जो भारत में पैदा नहीं हुए। क्या यह दुर्भाग्यपूर्ण नहीं है? मैं लोगों से अपील करती हूं कि वे जम्मू-कश्मीर में विकास और समृद्धि की नई सुबह के लिए भाजपा को वोट दें।
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