हिंदुस्तान

ED ने महाराष्ट्र और गुजरात में कई जगहों पर की छापेमारी

नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को मुंबई और गुजरात में कई जगहों पर छापा मारा। यह छापेमारी फर्जी दस्तावेजों का सहारा लेकर बैंक खाते खुलवाने के मामले में की गई है। सिराज अहमद पर आरोप है कि उस ने आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के दस्तावेजों के सहारे बैंक खाते खुलवाए और इसके बाद उससे 100 करोड़ की लेनदेन की।
ईडी के मुताबिक, इन फर्जी दस्तावेजों के सहारे कुल 13 बैंक खाते खोले गए थे। इन खातों के जरिए 2,200 से ज्यादा लेनदेन किए गए। इस लेनदेन से कुल 112 करोड़ रुपए क्रेडिट हुए जाने की बात कही जा रही है। वहीं, डेबिट साइड में 315 करोड़ रुपए का लेनदेन होने की बात कही जा रही है। इन खातों के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग के संकेत मिल रहे हैं। इससे प्राप्त धन का उपयोग कई राज्यों में किए जाने की आशंका जताई गई है। सिराज अहमद ने लोगों के फर्जी दस्तावेजों का सहारा लेकर उनके बैंक अकाउंट खोलने के बाद उन्हें नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया था। सिराज अहमद कोल्ड ड्रिंक और चाय की एजेंसी चलाता है। ईडी अब मनी ट्रांसफर और खाता खोलने की पूरी प्रक्रिया में शामिल लोगों की भूमिका की जांच कर रही है, ताकि मामले को ठीक प्रकार से समझा जा सके।
जानकारी के मुताबिक, अहमदाबाद में 13 स्थानों पर, सूरत में 3 जगहों पर, मालेगाव में 2 जगहों पर, नासिक में एक स्थान पर और मुंबई में 5 स्थानों पर एक साथ छापे मारे गए हैं। छापेमारी के दौरान कई ऐसे साक्ष्य प्राप्त हुए हैं, जो जांच में अहम भूमिका निभा सकते हैं। इन पैसों का इस्तेमाल महाराष्ट्र के आगामी विधानसभा चुनाव में किए जाने की आशंका थी। बता दें कि महाराष्ट्र में एक चरण में 20 नवंबर को मतदान है और नतीजों की घोषणा आगामी 23 नवंबर को होगी।
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बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में शामिल शूटर का चौंकाने वाला दावा

मुंबई। एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी को मौत के घाट उतारने वाले शूटर शिवकुमार गौतम ने क्राइम ब्रांच की पूछताछ में खुलासा किया है कि इस हत्या को अंजाम देने के बाद वो लीलावती अस्पताल पहुंचा था, ताकि बाबा सिद्दीकी के स्वास्थ्य का अपडेट ले सके। वो यह जानना चाह रहा था कि बाबा सिद्दीकी जिंदा हैं या नहीं?
शूटर ने बताया कि वो अपने आसपास के सूत्रों से बाबा सिद्दीकी के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी जुटा रहे थे। इस बीच, जब उसे पता चला कि अब बाबा सिद्दीकी नहीं बच सकते हैं। उनकी हालत हद से ज्यादा नाजुक हो चुकी है, तो वो वहां से चला गया। शूटर ने बताया कि उसे फोन पर बाबा सिद्दीकी की मौत के बारे में जानकारी दी गई थी।
इसके बाद आरोपी शूटर रिक्शा लेकर कुर्ला स्टेशन पहुंचा और इसके बाद उसने एक लोकल ट्रेन पकड़ी। ट्रेन में सफर करने के दौरान ही उसके पास फोन आया, जिसमें उसे बाबा सिद्दीकी के मौत के बारे में जानकारी दी गई। शूटर ने बताया कि जब उसे पता चला कि बाबा सिद्दीकी की मौत हो चुकी है, तो उसने अपनी शर्ट बदली और घटनास्थल पर चला गया।
बाबा सिद्दीकी की मौत के बाद घटनास्थल पर जमकर हंगामा देखने को मिला था। इन सभी स्थितियों पर उसने पूरी नजर बनाकर रखी थी। इन तमाम स्थितियों पर वह करीब 30 मिनट तक नजर बनाए हुए था। इसके बाद वो दोबारा अस्पताल गया, ताकि अंदर क्या स्थिति है, उसके बारे में पता लगाया जा सके। शूटर ने बताया कि बाबा सिद्दीकी को मौत के घाट उतारने के बाद उसका प्लान उज्जैन रेलवे स्टेशन पर धर्मराज कश्यप और गुरमेल सिंह से मिलना था। इसके बाद बिश्नोई गैंग के लोग उसे वैष्णो देवी मंदिर लेकर जाने वाले थे। इसके बाद उसने लखनऊ की ट्रेन पकड़ी। जहां से वो रोडवेज बस से बहराइच के लिए रवाना हो गया।
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भारत ने रिन्यूएबल एनर्जी कैपेसिटी में 200 गीगावाट का स्तर किया पार : केंद्र

नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने आंकड़ों के आधार पर दावा किया है कि भारत ने अपनी सौर क्षमता में जबरदस्त इजाफा किया है। भारत ने रिन्यूएबल एनर्जी कैपेसिटी में 200 गीगावाट का स्तर पार कर लिया है, जो देश की कुल इंस्टॉल्ड कैपेसिटी का 46.3 प्रतिशत से अधिक है।
केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (सीईए) के अनुसार, कुल रिन्यूएबल एनर्जी बेस्ड बिजली उत्पादन क्षमता अब 203.18 गीगावाट है। देश का लक्ष्य 2030 तक गैर-जीवाश्म स्रोतों से 500 गीगावाट हासिल करना है। सौर ऊर्जा क्षेत्र में 92.12 गीगावाट के साथ सबसे अधिक वृद्धि देखी गई। पवन ऊर्जा ने भी 47.72 गीगावाट के साथ दूसरा स्थान प्राप्त किया, जो देश भर में कोस्टल और इनलैंड (तटीय और अंतर्देशीय) विंड कॉरिडोर की बढ़ती क्षमता को दर्शाता है।
नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के अनुसार, "हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर भी एक प्रमुख योगदानकर्ता है, जिसमें बड़े हाइड्रो प्रोजेक्ट 46.93 गीगावाट और छोटे हाइड्रो पावर 5.07 गीगावाट उत्पादन करते हैं। ये प्रोजेक्ट भारत की नदियों और वॉटर सिस्टम से ऊर्जा का एक विश्वसनीय और टिकाऊ स्रोत प्रदान करते हैं।" बायोमास और बायोगैस ऊर्जा सहित बायोपावर, रिन्यूएबल एनर्जी मिश्रण में 11.32 गीगावाट और जोड़ता है।
देश की कुल रिन्यूएबल एनर्जी इंस्टॉल्ड कैपेसिटी में मात्र एक वर्ष में 24.2 गीगावाट (13.5 प्रतिशत) की वृद्धि हुई है, जो अक्टूबर 2024 में 203.18 गीगावाट तक पहुंच गई। पिछले साल अक्टूबर 2023 में यह 178.98 गीगावाट थी।
मंत्रालय के अनुसार, परमाणु ऊर्जा को शामिल करने पर, भारत की कुल गैर-जीवाश्म ईंधन क्षमता 2023 में 186.46 गीगावाट की तुलना में 2024 में 211.36 गीगावाट तक बढ़ गई। मंत्रालय के अनुसार "यह उपलब्धि स्वच्छ ऊर्जा के प्रति भारत की बढ़ती प्रतिबद्धता और हरित भविष्य के निर्माण में इसकी प्रगति को दर्शाती है,"
मंत्रालय ने कहा कि यह देश के ऊर्जा परिदृश्य में एक बड़ा बदलाव दर्शाता है, जो स्वच्छ, गैर-जीवाश्म ईंधन-आधारित ऊर्जा स्रोतों पर देश की बढ़ती निर्भरता को दर्शाता है। 8,180 मेगावाट (मेगावाट) परमाणु क्षमता को ध्यान में रखते हुए, कुल गैर-जीवाश्म ईंधन-आधारित बिजली अब देश की स्थापित बिजली उत्पादन क्षमता का लगभग आधा हिस्सा है, जो वैश्विक मंच पर स्वच्छ ऊर्जा नेतृत्व की ओर एक मजबूत कदम का संकेत देता है।
भारत की कुल बिजली उत्पादन क्षमता 452.69 गीगावाट तक पहुंच गई है, जिसमें रिन्यूएबल एनर्जी बिजली मिश्रण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इंटरनेशनल रिन्यूएबल एनर्जी एजेंसी (आईआरईएनए) की 2024 वार्षिक समीक्षा के अनुसार, 2023 में, भारत का रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल कर लेगा, जिसमें अनुमानित 1.02 मिलियन नौकरियां पैदा होंगी।
वैश्विक रिन्यूएबल एनर्जी वर्कफोर्स 2023 में बढ़कर 16.2 मिलियन हो गया, जो 2022 में 13.7 मिलियन था, जिसमें भारत की महत्वपूर्ण भूमिका है। अंतरराष्ट्रीय श्रम संघ (आईएलओ) के सहयोग से तैयार की गई यह रिपोर्ट स्वच्छ ऊर्जा में भारत के बढ़ते कदम और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने वाली ग्रीन जॉब्स के अवसर बढ़ाने की हमारी प्रतिबद्धता को दिखाता है।
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पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती पर पीएम मोदी और राहुल गांधी समेत दिग्गजों ने दी श्रद्धांजलि

नई दिल्ली देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की आज 135वीं जयंती है। इस खास अवसर पर पीएम नरेंद्र मोदी, लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने उनको श्रद्धांजलि दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' के माध्यम से देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को याद किया। लिखा, 'उनकी जयंती के अवसर पर, मैं हमारे पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।' लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने जवाहर लाल नेहरू को आधुनिक भारत का जनक और संस्थानों का निर्माता कहा। उन्होंने उनको लोकतांत्रिक, प्रगतिशील, निडर और दूरदर्शी बताया। राहुल ने एक्स पर लिखा, ' आधुनिक भारत के जनक, संस्थानों के निर्माता, भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू जी को उनकी जयंती पर सादर नमन। लोकतांत्रिक, प्रगतिशील, निडर, दूरदर्शी, समावेशी - 'हिंद के जवाहर' के यही मूल्य हमारे आदर्श और हिंदुस्तान के आधारस्तंभ हैं और हमेशा रहेंगे।' कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने जवाहर लाल नेहरू को याद करते हुए 'एक्स' पर लिखा, 'दुनिया में जितनी भी बुराइयां हैं, डर उन सबकी बुनियाद है। दशकों के संघर्ष और असंख्य कुर्बानियों के बदले जब हमने आजादी हासिल की, तब भी ऐसे लोग थे जो भोली-भाली जनता को डराने और बहकाने की सियासत करते थे। पंडित जवाहरलाल नेहरू ने डटकर उनका मुकाबला किया और आम जनता से कहा - डरो मत!'
उन्होंने आगे लिखा, 'जनता में डर फैलाने वाले लोग जनता के सच्चे प्रतिनिधि नहीं हो सकते। जनसेवक सीना तानकर सबसे आगे खड़े होते हैं ताकि लोग निडर होकर जी सकें। पंडित नेहरू जी ने जनता को हमेशा निडरता और नि:स्वार्थ सेवा की सीख दी तो दूसरी तरफ राष्ट्र निर्माण के हर पड़ाव पर जनता को सर्वोपरि रखा। आधुनिक भारत के निर्माता को सादर नमन।'
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने जवाहर लाल नेहरू को उनकी जयंती पर याद करते हुए 'एक्स' पर लिखा, 'एकता मन और हृदय की होनी चाहिए, एक साथ रहने की भावना होनी चाहिए…पंडित जवाहरलाल नेहरू।'
खड़गे ने आगे लिखा, 'भारत को शून्य से शिखर तक पहुंचाने वाले, आधुनिक भारत के शिल्पकार, भारत को वैज्ञानिक, आर्थिक, औद्योगिक व विभिन्न क्षेत्रों में विकासशील बनाने वाले, देश को निरंतर ‘विविधता में एकता’ का संदेश देने वाले, लोकतंत्र के निर्भीक प्रहरी व हमारे प्रेरणास्रोत, “हिन्द के जवाहर” की 135वीं जयंती पर हम उनके देश के प्रति अभूतपूर्व योगदान को याद करते हैं।' उन्होंने जवाहर लाल नेहरू की लिखी किताब द डिस्कवरी ऑफ इंडिया का एक अंश 'साझा' करते हुए आगे लिखा, "मैं भारतीय जीवन की विविधताओं और विभाजनों, वर्गों, जातियों, धर्मों, नस्लों, सांस्कृतिक विकास के विभिन्न स्तरों से भी पूरी तरह परिचित था। फिर भी मेरा मानना है कि एक ऐसा देश जिसकी सांस्कृतिक पृष्ठभूमि लंबी हो और जीवन के प्रति एक समान दृष्टिकोण हो, वह एक ऐसी भावना विकसित करता है जो उसकी अपनी होती है और जो उसके सभी बच्चों पर छा जाती है, चाहे वे आपस में कितने भी भिन्न क्यों न हों... यह भारत की यही भावना थी जिसकी मैं तलाश कर रहा था, बेकार की जिज्ञासा से नहीं, बल्कि इसलिए कि मुझे लगा कि यह मुझे अपने देश और लोगों को समझने की कुंजी दे सकती है, विचार और कार्य के लिए कुछ मार्गदर्शन दे सकती है।"
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लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की बेटी अंजलि बिरला की हुई शादी

कोटा। देवउठनी एकादशी के साथ देव दिवाली का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है. इस खास मौके पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की बेटी अंजलि बिरला भी परिणय सूत्र में बंध गईं. मंगलवार की रात राजस्थान के कोटा में इस विवाह का आयोजन हुआ, जहां अंजलि ने अपने फ्रेंड अनीस राजानी के साथ सात फेरे लिए. आज स्वागत समारोह में राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा सहित कई वीआईपी पहुंचेंगे.
जानकारी के अनुसार, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की बेटी अंजलि की शादी की रस्में जीएमए टाउनशिप में हुईं. यहां नवदंपति को आशीर्वाद देने के लिए कई प्रमुख मंत्री, सांसद, विधायक, अधिकारी और सेलिब्रिटी पहुंचे. अंजलि और अनीस की शादी का ये आयोजन बेहद भव्य तरीके से किया गया. इस आयोजन में अतिथियों ने जोड़े को आशीर्वाद और शुभकामनाएं दीं.
बुधवार की सुबह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी ओम बिरला के निवास पर पहुंचे और नवविवाहित जोड़े को शुभकामनाएं और आशीर्वाद दिया. शादी समारोह में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी पहुंचेंगे. मुख्यमंत्री शर्मा आज शाम 4 बजे कोटा एयरपोर्ट पहुंचेंगे.
इसके बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के यहां पहुंचकर जोड़े को आशीर्वाद देंगे. इस समारोह में राजस्थान के कई अन्य प्रमुख राजनेता और अधिकारी भी शामिल होंगे. समारोह में आए हुए विभिन्न अतिथियों ने ओम बिरला और उनके परिवार को इस खुशी के अवसर पर बधाई दी. वहीं ओम बिरला ने मेहमानों का आतिथ्य सत्कार किया. अंजलि और अनीस की शादी का वीडियो सामने आया है, जिसमें दोनों फिल्मी गीत पर झूमते नजर आ रहे हैं. यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है.
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गृह मंत्रालय का अहम फैसला : CISF में पहली महिला बटालियन बनाने को मंजूरी

  • अमित शाह ने दी जानकारी...
नई दिल्ली। महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देते हुए केंद्र सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है. देश के इतिहास में पहली बार केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) में एक महिला बटालियन की स्थापना को मंजूरी दे दी घई है. इस बटालियन में सिर्फ महिलाओं की ही भर्ती की जाएगी. गृह मंत्री अमित शाह ने खुद सोशल मीडिया पर सरकार के इस फैसले की जानकारी दी है.
अपने पोस्ट में अमित शाह ने कहा,'राष्ट्र निर्माण के हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के मोदी सरकार के विजन को साकार करने की दिशा में एक मजबूत कदम उठाते हुए सीआईएसएफ की पहली पूर्ण महिला बटालियन की स्थापना को मंजूरी दे दी है.'
गृहमंत्री ने आगे कहा,'एक विशिष्ट सैन्य टुकड़ी के रूप में गठित की जाने वाली महिला बटालियन देश के महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे, जैसे हवाई अड्डों और मेट्रो रेल की सुरक्षा करने तथा कमांडो के रूप में वीआईपी सुरक्षा प्रदान करने की जिम्मेदारी संभालेगी. यह फैसला निश्चित रूप से राष्ट्र की सुरक्षा के महत्वपूर्ण कार्य में अधिकाधिक महिलाओं की भागीदारी की आकांक्षाओं को पूरा करेगा.'
CISF महिलाओं के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल में सेवा करने का एक लोकप्रिय विकल्प रहा है. वर्तमान में CISF में 7% से ज्यादा महिलाएं कार्यरत हैं. महिला बटालियन के जुड़ने से देशभर की युवा महिलाओं को CISF में शामिल होने और राष्ट्र की सेवा करने के लिए प्रेरणा मिलेगी. इसके साथ ही CISF में महिलाओं को एक नई पहचान भी मिलेगी.
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भारत-सऊदी अरब के विदेश मंत्रियों की द्विपक्षीय बैठक

  • रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने पर चर्चा
नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर बुधवार को दिल्ली में सऊदी अरब के विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान अल सऊद के साथ द्विपक्षीय बैठक की। बैठक में दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने और भविष्य में सहयोग के लिए नए रास्ते तलाशने पर चर्चा की गई।
बैठक में जयशंकर ने कहा, 'हमारी साझेदारी प्रगति पर आधारित है और इसका फोकस भविष्य पर है। मुझे खुशी है कि आज हम दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी परिषद के तहत राजनीतिक, सुरक्षा, सामाजिक और सांस्कृतिक सहयोग पर आधारित समिति की दूसरी बैठक आयोजित कर रहे हैं। हमारे उच्च स्तरीय संपर्क और बहुपक्षीय मंचों पर समन्वय की गति बहुत अच्छी चल रही है। सऊदी अरब में भारतीय समुदाय के 26 लाख से ज्यादा लोग हैं और मैं आपके नेतृत्व में वहां उनके कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए धन्यवाद देता हूं।'
उन्होंने आगे कहा, 'हम लगातार प्रशिक्षण क्षमता निर्माण पर विचार-विमर्श करते रहे हैं और अब हमारा सहयोग रक्षा उद्योग व निर्यात तक बढ़ चुका है। इसके अलावा, सुरक्षा सहयोग में रणनीतिक बढ़ोतरी देखी जा रही है। हम आतंकवाद, कट्टरवाद, आतंकवाद और मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ मिलकर काम कर रहे हैं। सऊदी अरब के 'विजन 2030' और भारत के 'विकसित भारत 2047' दोनों के लिए हमारे उद्योग नई साझेदारी बनाने के अवसर प्रदान करते हैं।'
इसके बाद सऊदी अरब के विदेश मंत्री अल सऊद ने कहा, 'मैं यहां दिल्ली में अपने भारत-सऊदी संबंधों को आगे बढ़ाने और सहयोग के नए रास्तों को तलाशने को लेकर बहुत खुश हूं। भारत के साथ हमारे संबंध एक लंबे समय से चल रहे सहयोग और आपसी सम्मान पर आधारित हैं। सदियों से व्यापार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के साझा इतिहास ने आज हमारे मजबूत और स्थिर संबंधों की नींव रखी है। सऊदी-भारत रणनीतिक साझेदारी परिषद की उद्घाटन बैठक ने सहयोग के नए युग की शुरुआत की है।' उन्होंने कहा, 'हम परिषद की क्षमता और दक्षता को आगे बढ़ाने की उम्मीद रखते हैं, ताकि हम अपने साझा लक्ष्यों को हासिल कर सकें। हम मानते हैं कि सभी क्षेत्रों में निरंतर समन्वित प्रयासों की जरूरत है। हम क्षेत्रीय व अंतरराष्ट्रीय मामलों में हमारे सहयोग को बहुत महत्व देते हैं।' 
लगातार गहरा हो रहा व्यापार और निवेश में सहयोग : जयशंकर
चर्चा को आगे बढ़ाते हुए जयशंकर ने कहा, 'हमें खुशी होती है जब हम देखते हैं कि हमारे व्यापार और निवेश में सहयोग गहरा हो रहा है। व्यापार और निवेश हमारी साझेदारी के महत्वपूर्ण स्तंभ हैं और हम इन्हें तकनीकी, उर्जा, नवीकरणीय उर्जा, संपर्क, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे नए क्षेत्रों में मजबूत कर रहे हैं। हम संस्कृति, पर्यटन और युवाओं को बढ़ावा देने के प्रयासों का स्वागत करते हैं और मीडिया और मनोरंजन के क्षेत्र में भी बड़ी संभावनाएं देखते हैं।'  
पश्चिम एशिया की स्थिति चिंता का विषय
विदेश मंत्री ने कहा, 'आज हमारे पास क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्थितियों पर विचार-विमर्श करने का अवसर है। हम यह भी मानते हैं कि सऊदी अरब की क्षेत्र में स्थिरता लाने में महत्वपूर्ण भूमिका है।' उन्होंने आगे कहा, 'पश्चिम एशिया की स्थिति खासतौर पर गाजा में चल रहे संघर्ष हमारे लिए गहरी चिंता का विषय है। भारत इस मामले में अपने रुख पर कायम है। हम आतंकवाद और बंधक बनाने की घटनाओं की निंदा करते हैं और निर्दोष नागरिकों की निरंत मौतों से दुखी हैं। भारत हमेशा से ही फलस्तीनी मुद्दे के दो-राष्ट्र सिद्धांत का पक्षधर रहा है।' 
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PM मोदी ने बिहार को 12,100 करोड़ रुपये की योजनाओं का दिया उपहार

  • दरभंगा एम्स का किया शिलान्यास
दरभंगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को बिहार के दरभंगा पहुंचे और प्रदेश को 12,100 करोड़ रुपये से ज्यादा की योजनाओं का उपहार दिया। इस दौरान उन्होंने बिहार के दूसरे तथा दरभंगा में बनने वाले एम्स का भी शिलान्यास किया।
इस मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उपस्थित रहे। प्रधानमंत्री मोदी बुधवार को दरभंगा पहुंचे और 12,100 करोड़ रुपये की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का रिमोट के जरिये उद्घाटन, शिलान्यास और राष्ट्र को समर्पित किया। दरभंगा एम्स को पूरा करने के लिए 36 महीनों का लक्ष्य रखा गया है। पटना के बाद बिहार को मिला यह दूसरा एम्स है।
इस क्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार में करीब 5,070 करोड़ रुपये की लागत वाली कई राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया। उन्होंने एनएच -327ई के चार लेन वाले गलगलिया-अररिया खंड का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम में आठ राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की भी आधारशिला रखी। प्रधानमंत्री मोदी ने इसके अलावा 1740 करोड़ रुपए से अधिक की रेलवे परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री मोदी ने झंझारपुर-लौकाहा बाजार खंड में ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस दौरान वे बिहार के औरंगाबाद जिले में चिरालापोथु से बाघा बिशुनपुर तक 220 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली रेल परियोजनाएं की आधारशिला रखी। पीएम मोदी ने 1520 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली रेलवे परियोजनाओं को भी राष्ट्र को समर्पित किया। इनमें झंझारपुर-लौकाहा बाजार रेल खंड का आमान परिवर्तन, दरभंगा बाईपास रेलवे लाइन शामिल है।
प्रधानमंत्री मोदी ने विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर 18 प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस क्षेत्र में 4,020 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई योजनाओं की भी आधारशिला रखी। घरों तक पीएनजी पहुंचाने और वाणिज्यिक और औद्योगिक क्षेत्रों को स्वच्छ ऊर्जा विकल्प प्रदान करने के दृष्टिकोण के अनुरूप, प्रधानमंत्री भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा बिहार के पांच प्रमुख जिलों दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, सीतामढ़ी और शिवहर में सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन (सीजीडी) नेटवर्क के विकास की आधारशिला भी रखी।
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झारखंड में दो राज्यों के राज्यपालों सहित कई हस्तियों ने डाले वोट

  • कहा- सभी मतदाता निभाएं अपना फर्ज
रांची। झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण के तहत 43 सीटों पर बुधवार सुबह सात बजे से मतदान जारी है। कई बड़ी हस्तियों, राजनीतिक दलों के नेताओं और विभिन्न सीटों पर प्रत्याशियों ने अपने-अपने बूथों पर सुबह-सुबह मतदान किया है।
ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास पूर्वी जमशेदपुर क्षेत्र में मतदान केंद्र पर अपने परिवार के सदस्यों के साथ वोट डालने पहुंचे। उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, "लोकतंत्र के महापर्व में जो मतदाता का फर्ज होता है मतदान करना, उसी के तहत आज मैंने अपने परिवार के साथ मतदान करके अपने कर्तव्य का निर्वाह किया है। मैं समस्त झारखंड वासियों से अपील करता हूं कि अपने परिवार के साथ अपने मत का उपयोग जरूर करें और आस-पास के लोगों को भी प्रेरित करें ताकि हमारा लोकतंत्र और मजबूत हो।"
झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने रांची के श्री कृष्ण प्रशासनिक सेवा संस्थान में स्थित मतदान केंद्र पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। मतदान करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने लोगों से मतदान करने की अपील की। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी मतदाता मतदान प्रक्रिया में हिस्सा लें। अपने मताधिकार का सही से प्रयोग करना हम सबका कर्तव्य है। राज्यपाल ने कहा कि आप सभी ने देखा होगा कि जम्मू-कश्मीर में अधिक से अधिक संख्या में लोगों ने मतदान किया। इसी तरह झारखंड के मतदाता भी पहले मतदान करें, उसके बाद दूसरा काम करें।
पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने खरसावां विधानसभा क्षेत्र में अपने बूथ पर मताधिकार का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा, ‘मैंने राज्य को उज्जवल भविष्य की ओर ले जाने के लिए वोट किया है, मुझे उम्मीद है कि खरसावां की जनता भी इसी तरह वोट करेगी’
राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने भी रांची के एक मतदान केंद्र पर वोट डालने के बाद स्याही लगी अंगुली दिखाते हुए सभी लोगों से मतदान की अपील की। केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री और रांची के सांसद संजय सेठ, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और रांची के भाजपा प्रत्याशी सीपी सिंह, झामुमो की प्रत्याशी और राज्यसभा की सांसद डॉ महुआ माजी ने सुबह में अपने-अपने बूथों पर पहुंचकर वोट डाले। कोडरमा सीट पर भाजपा प्रत्याशी एवं पूर्व मंत्री डॉ नीरा यादव अपने परिवार के साथ इंदरवा झरीटांड़ स्थित बूथ संख्या 239 पर पहुंचीं और अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
मताधिकार के इस्तेमाल को लेकर वोटरों में खासा उत्साह देखा जा रहा है। शहरी इलाकों की तुलना में ग्रामीण और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के बूथों पर लंबी कतारें देखी जा रही हैं। पहले चरण के तहत हो रहे चुनाव में 43 सीटों पर कुल मिलाकर 15 हजार 344 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। कुल 1.37 करोड़ मतदाता 683 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम पर लिखेंगे। इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 68.73 लाख और महिला मतदाताओं की संख्या 68.36 लाख है। थर्ड जेंडर के मतदाताओं की संख्या 303 है। 18-19 साल के मतदाताओं की संख्या 6.51 लाख है।
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आरोपी होने या दोषी ठहराए जाने पर भी घर तोड़ना सही नहीं : सुप्रीम कोर्ट

  • बुलडोजर एक्शन : सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में बुधवार 13 नवंबर को बुलडोजर एक्शन पर सुनवाई हुई. इस दौरान सर्वोच्च अदालत की तरफ से कड़ी टिप्पणी की गई है. सुप्रीम कोर्ट ने गाइडलाइन जारी कर कहा कि किसी का घर तोड़ना कानून का उल्लंघन है. किसी मामले पर आरोपी होने या दोषी ठहराए जाने पर भी घर तोड़ना सही नहीं है. कोर्ट के मुताबिक कानूनी प्रक्रिया के बिना बुलडोजर चलाना असंवैधानिक है.
जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस केवी विश्वनाथन की पीठ ने 13 नवंबर को अपना फैसला सुनाया. कोर्ट ने ये भी कहा कि सिर्फ आरोपी होने पर किसी के घर को गिराया नहीं जा सकता है. कोर्ट की तरफ से कहा गया कि अधिकारी अदालत की तरह काम नहीं कर सकते और प्रशासन जज नहीं बन सकता. कोर्ट ने कहा कि बुलडोजर एक्शन पक्षपातपूर्ण नहीं हो सकता. गलत तरीके से घर तोड़ने पर पीड़ितों को मुआवजा मिलना चाहिए. वहीं इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों को छोड़ा नहीं जाना चाहिए. कोर्ट ने ये भी कहा कि हमने सभी पक्षों को सुनने के बाद आदेश दिया है.
अदालत ने अपने फैसले में कहा कि इसको लेकर मनमाना रवैया नहीं अपनाया जाना चाहिए. अगर किसी मामले में आरोपी एक है तो घर तोड़कर पूरे परिवार को सजा क्यों दी जाए? पूरे परिवार से उनका घर नहीं छीना जा सकता. 
15 दिन पहले देना होगा नोटिस-
सर्वोच्च अदालत ने बुलडोजर एक्शन पर दिशा-निर्देशों का भी जिक्र किया. कोर्ट ने कहा है कि बुलडोजर एक्शन को लेकर कम से कम 15 दिन की मोहलत दी जानी चाहिए. इसके लिए नोडल अधिकारी को 15 दिन पहले नोटिस भेजना होगा. ये नोटिस विधिवत तरीके से भेजा जाना चाहिए.
कोर्ट ने साथ ही ये भी कहा कि यह नोटिस निर्माण स्थल पर चस्पा भी होना चाहिए और इस नोटिस को डिजिटल पोर्टल पर डालना होगा. कोर्ट ने इसके लिए तीन महीने के अंदर पोर्टल बनाए जाने का आदेश दिया है. कोर्ट ने फैसले में साफ साफ कहा कि हर जिले का डीएम अपने क्षेत्राधिकार में एक नोडल अधिकारी को नियुक्त करेगा. नोडल अधिकारी सुनिश्चित करेगा कि संबंधित लोगों को नोटिस सही समय पर मिले और इन नोटिस पर जवाब भी सही समय पर मिल जाए.
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने 2 सितंबर को सुनवाई के दौरान कहा था कि भले ही कोई दोषी क्यों न हो, फिर भी कानूनी प्रक्रिया का पालन किए बिना ऐसा नहीं किया जा सकता. जबकि 12 सितंबर को भी कहा था कि बुलडोजर एक्शन देश के कानूनों पर बुलडोजर चलाने जैसा है. वहीं 17 सितंबर को कोर्ट ने आदेश दिया था कि अगली सुनवाई तक देश में एक भी बुलडोजर कार्रवाई नहीं की जानी चाहिए.
याचिकाकर्ताओं के वकील अनस ने जाहिर की खुशी-
इस फैसले को लेकर याचिकाकर्ताओं के वकील अनस ने खुशी जाहिर की है. उन्होंने कहा, ये एक ऐतिहासिक फैसला है. जो बुलडोजर अवैध तरीके से चल रहा था और किसी का भी घर गिरा दिया जा रहा था, वो सब चीजें अब बंद हो जाएगी. सुप्रीम कोर्ट ने अधिकारियों की व्यक्तिगत जिम्मेदारी सुनिश्चित कर दी है. ये अपने आप में ऐतिहासिक फैसला है. इससे अब 'बुलडोजर जस्टिस' रोक दिया जाएगा.”
 
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उद्योगपतियों, व्यापारियों के साथ सरकारी कर्मचारियों को छोडऩी ही होगी सबसिडी : CM सुक्खू

श्री रेणुकाजी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल में संचालित उद्योगों के उद्योगपतियों, व्यापारियों व अधिक वेतन लेने वाले सरकारी कर्मचारियों का आह्वान किया है कि वे गरीबों के हक को ध्यान में रखते हुए सबसिडी छोडऩे का मन बना लें। सोमवार को अंतरराष्ट्रीय श्रीरेणुकाजी मेले के शुभारंभ अवसर पर रेनू मंच पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जब कांग्रेस ने सत्ता हासिल की, तो देखने में आया कि हिमाचल में जो गरीब परिवार हैं, वे आर्थिक रूप से अभी भी पिछड़े हुए हैं, जबकि प्रदेश में उद्योगपति, व्यापारी व होटल व्यवसायी तथा अधिक वेतन लेने वाले कर्मचारी गरीबों को दी जाने वाली सबसिडी का लाभ उठा रहे हैं। ऐसे में हिमाचल सरकार तमाम उद्योगपतियों, व्यापारियों व कर्मचारी का आह्वान करती है कि वे सबसिडी छोडऩे का मन बना लें। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग करोड़ों रुपए की आमदनी कर रहे हैं, उन्हें किस बात की सबसिडी मिलनी चाहिए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों को आश्वासन दिया के पड़ोसी राज्यों में जो बिजली की दरें उद्योगपतियों को उपलब्ध करवाई जा रही हैं। हिमाचल सरकार उससे 50 पैसे कम प्रति यूनिट की दर से बिजली उपलब्ध करवाएगी।
मुख्यमंत्री ने हिमाचल प्रदेश के भाजपा सांसदों का आह्वान किया कि वे केंद्र सरकार से प्रदेश के ओपीएस कर्मचारियों के 4500 करोड रुपए की राशि हिमाचल सरकार को केंद्र सरकार से दिलवाने में सहयोग करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार पूर्व भाजपा सरकार की तर्ज पर बिना बजट व बिना स्टाफ के संस्थान नहीं खोलेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पहले शिक्षा, स्वास्थ्य व अन्य विभागों में स्टाफ की तैनाती करेगी, उसके बाद ही संस्थान खोले जाएंगे। मुख्यमंत्री ने पूर्व भाजपा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश के देश में शिक्षा के क्षेत्र में 21वें स्थान पर लुढक़ने में भारतीय जनता पार्टी के सरकार का हाथ रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल के गरीब, किसान व गांव के लोगों के अधिकारों पर पिछले 40 सालों से कुठाराघात होता रहा है, परंतु वर्तमान सरकार यह प्रथा बंद करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रीरेणुका बांध परियोजना का कार्य शीघ्र शुरू होगा। कुछ औपचारिकताएं शेष बची हैं। उनका निपटारा करने के बाद रेणुका बांध का निर्माण कार्य शीघ्र आरंभ किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले बजट में प्रदेश सरकार ग्रामीण क्षेत्र के विकास की योजनाएं लाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में हिमाचल सरकार कड़े फैसले लेगी। प्रदेश में चोर दरवाजे बंद किए जाएंगे तथा आम लोगों के घर सरकारी योजनाओं का लाभ मिले, इसका प्रयास किया जाएगा।
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इगास पर्व में पीएम मोदी और धीरेंद्र शास्त्री के बीच हुई मुलाकात

  • कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई वीवीआईपी लोग भी हुए शामिल
नई दिल्ली। बीजेपी सांसद अनिल बलूनी के दिल्ली स्थित आवास पर उत्तराखंड का इगास पर्व सोमवार रात को मनाया गया. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई वीवीआईपी लोग शामिल हुए. बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री भी इस कार्यक्रम में मौजूद थे. पीएम मोदी और धीरेंद्र शास्त्री के बीच मुलाकात भी हुई. इस दौरान दोनों नेताओं ने हाथ जोड़कर मुस्कराते हुए एक-दूसरे का अभिवादन किया.
अनिल बलूनी के आवास पर मनाए गए इस पर्व में बाबा रामदेव, जूना अखाड़ा के पीठाधीश्वर अवधेशानंद जी महाराज, बागेश्वर बाबा पंडित धीरेंद्र शास्त्री समेत अन्य संत भी पहुंचे थे. इसके अलावा देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहे.
प्रधानमंत्री मोदी ने भी इगास पर्व के लिए उत्तराखंड के लोगों को बधाई दी. उन्होंने कहा, "दिल्ली में आज मुझे भी उत्तराखंड से लोकसभा सांसद अनिल बलूनी जी के यहां इस त्योहार में शामिल होने का सौभाग्य मिला. मेरी कामना है कि यह पर्व हर किसी के जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली लाए."
उत्तराखंड के इस पर्व में शामिल होने के लिए गढ़वाल से बीजेपी सांसद अनिल बलूनी ने प्रधानमंत्री मोदी समेत सभी दिग्गजों का आभार जताया. उन्होंने पीएम का आभार जताते हुए कहा कि हम उत्तराखंडवासियों के लिए आज का दिन बहुत विशेष है. मेरे दिल्ली स्थित आवास पर आयोजित इगास के कार्यक्रम को आपकी उपस्थिति ने विराट भव्यता ही नहीं दी, बल्कि लगभग लुप्त हो चुके हमारे इस लोकपर्व के आयोजन को नई पहचान भी दी.
उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्र में दीपावली के ठीक 11 दिन बाद एक पर्व मनाया जाता है, जिसे इगास बग्वाल कहा जाता है. इगास बग्वाल न सिर्फ उत्तराखंड का पारंपरिक पर्व है, बल्कि उत्तराखंड की लोक संस्कृति का प्रतीक भी है. उत्तराखंड में इगास बग्वाल को मनाने की पीछे एक कहानी काफी प्रचलित है. ऐसा कहा जाता है कि गढ़वाल में भगवान श्रीराम के वनवास के बाद अयोध्या लौटने का समाचार देरी से पहुंचा था और पहाड़ में लोगों ने तभी दीपावली मनाई थी. ये त्योहार देवभूमि उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर माना जाता है. इसकी दूसरी पहचान बूढ़ी दीपावली के नाम से भी है. इगास पर्व में मुख्य आकर्षण का केंद्र मशाल होती है. इसमें चीड़ की लकड़ी से बनी मशाल जलाई जाती है. जिसे भैलो कहा जाता है. इस दौरान लोग गीतों और नृत्य का आनंद लेते हैं.

 

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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने धनबाद के झरिया में चुनावी सभा को किया संबोधित

  • कहा- हेमंत सोरेन घुसपैठियों का रेड कारपेट बिछाकर स्वागत करते हैं, हम उन्हें चुन-चुनकर बाहर करेंगे
रांची। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को धनबाद के झरिया में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए दावा किया कि 23 नवंबर को राज्य में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि सरकार बनते ही हम उन बांग्लादेशी घुसपैठियों को चुन-चुन कर बाहर निकालेंगे, जिनका हेमंत सोरेन की सरकार ने रेड कारपेट बिछाकर स्वागत किया है।
उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राजद की सरकार को भ्रष्टाचारियों का गठबंधन करार दिया। अमित शाह ने लोगों से पूछा, ‘‘आपमें से किसी ने 350 करोड़ रुपये एक साथ देखे हैं? किसी ने 35 करोड़ एक साथ देखा है? किसी ने नहीं देखा। पर कांग्रेस के मंत्री आलमगीर आलम के घर से 35 करोड़ और दूसरे सांसद के घर से 350 करोड़ पकड़ा जाता है। इन नोटों को गिनने वाली मशीनें गर्म हो गई, पर नोट खत्म नहीं हुए।"
उन्होंने आगे कहा कि ये रुपये झरिया और धनबाद के युवाओं के हैं, जो इस गठबंधन के मंत्री-नेता लूट कर ले गए। यहां कमल फूल की सरकार बना दो, करोड़ों रुपये लूटने वालों को उल्टा लटका कर सीधा कर देंगे।
उन्होंने राज्य की गठबंधन सरकार पर हमला जारी रखते हुए कहा कि इन लोगों ने हजारों करोड़ का मनरेगा घोटाला, जमीन घोटाला, कोयला घोटाला और शराब घोटाला किया। ये घोटाला करने वाली सरकार है। केंद्र की सरकार ने राज्य को साढ़े लाख करोड़ से ज्यादा की राशि दी, लेकिन हेमंत सोरेन की सरकार इस राशि का उपयोग करने के बजाय लूट-खसोट में व्यस्त रही। राज्य की जनता इस कुशासन से मुक्त होने का संकल्प ले चुकी है।
गृह मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार बनेगी, तो हम क्या करेंगे, उसका संकल्प पत्र बनाया है। उन्होंने वादा किया कि हर माता-बहन को सालाना 25 हजार रुपये दिए जाएंगे। गैस सिलेंडर 500 रुपए में उपलब्ध होगा और दीपावली और रक्षाबंधन में दो मुफ्त सिलेंडर दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन ने वादा करने के बाद भी युवाओं को बेरोजगारी भत्ता नहीं दिया, लेकिन हम हर युवा साथी को 2 हजार रुपए प्रतिमाह बेकारी भत्ता देंगे। हर साल एक लाख और पांच साल में पांच लाख रोजगार पैदा करने का हमारा वादा है। दो लाख 87 हजार पदों पर पारदर्शी तरीके से भर्ती सुनिश्चित की जाएगी। किसानों का धान 3100 रुपये क्विंटल खरीदा जायेगा। एक रुपये में 50 लाख तक की प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री योजना शुरू होगी। उन्होंने झारखंड में 10 नए मेडिकल कॉलेज खोलने का भी वादा किया।
अमित शाह ने कहा कि राहुल गांधी खटाखट खटाखट घोषणाएं करते हैं, पर क्या वे पूरी होंगी? दूसरी तरफ नरेंद्र मोदी की गारंटी पत्थर की लकीर होती है। उनकी हर गारंटी को हम पूरा करेंगे। हेमंत सरकार के कार्यकाल में यहां के युवाओं को दौड़ में मरना पड़ता है। हमारी सरकार बनी तो लोगों के घर में डाकिया अप्वाइंटमेंट लेटर पहुंचायेगा।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बनना चाहिए था या नहीं? कांग्रेस ने 75 साल तक राम मंदिर को लटका कर रखा, पर मोदी जी ने पांच वर्षों में राम मंदिर बनवा दिया और उसकी प्राण प्रतिष्ठा भी की। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की पार्टी धारा 370 को वापस लानी चाहती है। क्या इसे वापस लाने दोगे? राहुल गांधी तो क्या उनकी चौथी पीढ़ी भी कश्मीर में धारा 370 वापस नहीं ला सकती। कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है, उसे भारत से कोई छीन नहीं सकता। आप सभी 20 तारीख को मतदान करेंगे, बटन तो धनबाद में दबाना है, पर इतना जोर से दबाएं कि उसका करंट इटली में लगे। उन्होंने कहा कि झरिया से भाजपा की रागिनी सिंह विधायक बनीं तो वह कोयला तस्करी खत्म कर देंगी।
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गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल ने किया था बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के मुख्य आरोपी का ब्रेनवाश

मुंबई। एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या में मुख्य आरोपी शिवकुमार गौतम को भारत-नेपाल सीमा के बहराइच जिले से गिरफ्तार किया गया है। मुंबई पुलिस शिव कुमार समेत रविवार को पकड़े गए पांचों आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर मुंबई ले गई है जहां शिव कुमार गौतम ने पूछताछ के दौरान कई खुलासे किए हैं।
मुंबई क्राइम ब्रांच की जांच में यह सामने आया है कि बाबा सिद्दीकी की हत्या को अंजाम देने से पहले गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई ने शिव कुमार गौतम का ब्रेनवाश किया था। अनमोल बिश्नोई ने बाबा सिद्दीकी की हत्या से पहले शिव कुमार से बात की थी।
अनमोल बिश्नोई ने शूटर गौतम से कहा था कि भगवान और समाज का काम करने के लिए जा रहे हैं। इसलिए बिना किसी घबराहट के काम को अंजाम देना चाहिए। इन बातों का असर शिव कुमार पर इतना है कि उसको अपने किए पर कोई भी पछतावा नहीं है। क्राइम ब्रांच के मुताबिक गौतम ने पूछताछ में यह भी बताया कि हत्या के बाद वह अपने साथियों से ज्यादातर वीओआईपी कॉल के जरिये ही बात करता था। जब उसे लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के अन्य सदस्यों से बात करने की जरूरत होती थी तो वह अजनबियों से उनके मोबाइल फोन मांगता था और बात करता था।
पूछताछ के दौरान इस बात का भी खुलासा हुआ था कि 25 साल से कम उम्र के शिवकुमार ने खुलासा किया है वह बाबा सिद्दीकी को गोलियां मारने के बाद भीड़ भरे इलाके में डेढ़ घंटे तक घटनास्थल के आसपास ही घूमता रहा था। इस वारदात में बाबा सिद्दीकी को तीन गोलियां लगी थी यह तीनों ही गोलियां शिव कुमार ने चलाई थी। इसके बाद शिव कुमार ने पिस्टल फेंककर टीशर्ट बदल ली थी।
पूछताछ में मिली जानकारी के मुताबिक, इस हत्याकांड को अंजाम देने के पीछे सबसे बड़ा मकसद बॉलीवुड और मुंबई में दहशत फैलाकर बड़े पैमाने पर गुंडा टैक्स वसूली था। इसलिए अनमोल बिश्नोई ने शिव कुमार से कहा था कि अगर बाबा सिद्दीकी न मिले तो उसके बेटे जीशान सिद्दीकी को ही उड़ा देना।
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कासगंज में मिट्टी की ढाय खिसकने से एक दर्जन महिलाएं दबीं

  • दो महिलाओं के शव मिले, डीएम और एसपी मौके पर
कासगंज। कासगंज में मिट्टी की ढाय खिसकने से एक दर्जन महिलाएं दब गई। इस हादसे में दो महिलाओं के शव मिले हैं। राहत बचाव कार्य जारी है। मिट्टी हटाकर महिलाओं को निकलने का काम तेजी चल रहा है। डीएम मेधा रूपम और एसपी अपर्णा रजत कौशिक की घटना स्थल पर पहुंच गई हैं।
डीएम ने एसडीएम और तहसीलदार को जेसीबी मंगाकर बचाव कार्य में जुट जाने की निर्देश दिए हैं। बचाव कार्य के दौरान घायल महिलाओं को एंबुलेंस बुलाकर तत्काल जिला अस्पताल भेजा गया है। घायल महिलाओं की संख्या आठ बताई गई है।
मथुरा-बरेली हाईवे पर कस्बा मोहनपुर के बाहर राधा स्वामी सत्संग भवन के समीप मिट्टी खोदने गई एक दर्जन महिलाएं मिट्टी की ढाई गिरने से दब गई। कुछ महिलाओं की चीज पुकार सुनकर राहगीर रुक गए और उन्होंने तत्काल इसकी सूचना मोहनपुरा के लोगों को दी। इसके बाद राहगीरों और मोहनपुरा के लोगों ने मिलकर बचाव कार्य शुरू कर दिया।
मिट्टी हटाकर महिलाओं को निकलने का काम शुरू किया गया। इस दौरान दो महिलाओं की मौत होने पर उसके शव को निकाला गया है। अभी कई और महिलाओं के दबे होने की जानकारी होने पर मिट्टी हटाने का काम तेजी से किया जा रहा है। लोगों की सूचना पर जिला प्रशासन के अधिकारियों ने पहुंचना शुरू कर दिया है।
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ईडी ने 17 ठिकानों पर की छापेमारी

  • बांग्लादेशी घुसपैठ के मामलों में जुड़ा मनी लॉन्ड्रिंग का एंगल
रांची। बांग्लादेशियों की घुसपैठ और महिलाओं की तस्करी का रैकेट चलाकर अवैध तरीके से कमाई और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ईडी ने मंगलवार को झारखंड और पश्चिम बंगाल में 17 ठिकानों पर एक साथ रेड शुरू की है। ईडी की टीमें रांची के बरियातू स्थित होटल स्काईलाइन, आश्वी डायग्नोस्टिक के अलावा कई ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन चला रही है। झारखंड और पश्चिम बंगाल के अन्य शहरों में भी छापेमारी की सूचना है। रांची के बरियातू थाने की पुलिस ने जून महीने में पुलिस ने एक होटल से बांग्लादेश की तीन लड़कियों को पकड़ा था। इनके पास न तो वीजा था न पासपोर्ट। इन्हें कथित तौर पर देह व्यापार कराने के लिए लाया गया था।
एफआईआर के अनुसार, बांग्लादेश की रहने वाली लगभग 21 साल की युवती को एक अन्य लड़की की मदद से कोलकाता लाया गया था। 31 मई की आधी रात को निजी एजेंटों की मिलीभगत से युवती को जंगल क्षेत्र से अवैध रूप से बांग्लादेश सीमा पार कराई गई थी। जांच में पता चला था कि बांग्लादेशियों को बगैर पासपोर्ट या नकली कागजात के जरिए पश्चिम बंगाल से लेकर झारखंड तक में घुसपैठ कराने में एक पूरा नेटवर्क सक्रिय है और इस मामले में बड़े पैमाने पर पैसे का खेल हो रहा है। पुलिस की इस एफआईआर के आधार पर ईडी ने 16 सितंबर को पीएमएलए के तहत मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज करते हए जांच शुरू की है। अब इसी मामले में जांच बढ़ाते हुए एजेंसी ने छापेमारी शुरू की है।
ईडी को सूचना मिली है कि कई एजेंटों की मदद से बांग्लादेशी नागरिकों की घुसपैठ कराई जा रही है और उन्हें भारतीय नागरिकता दिलाने के लिए पैसे लेकर फर्जी दस्तावेज उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
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विस्तारा का एयर इंडिया में विलय, आखिरी बार उड़ान भर रहे विस्तारा को दी गई विदाई

गुजरात। एयरपोर्ट स्टाफ ने दिल्ली के लिए रवाना हुई विस्तारा की फ्लाइट को विदाई दी। सोमवार को विस्तारा का एयर इंडिया में विलय हो गया। एयर इंडिया ने घोषणा की है कि विस्तारा के जैसा ही उत्पाद और सेवा अनुभव लोगों को आगे भी उपलब्ध रहेगा। बदलाव में मदद के लिए हवाई अड्डों पर हेल्प डेस्क कियोस्क स्थापित किए जाएंगे। अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर लगी साइनेज और सूचना यात्रियों को सही चेक-इन डेस्क तक ले जाएगी। विस्तारा संपर्क केंद्र निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए एयर इंडिया के प्रतिनिधियों को कॉल पुनर्निर्देशित करेगा। विस्तारा के लॉयल्टी सदस्यों को एयर इंडिया कार्यक्रम में स्थानांतरित किया जाएगा।
कैसे हुई थी विस्तारा एयरलाइन की शुरुआत?
वर्ष 2012 में जब मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने विदेशी एयरलाइनों को घरेलू एयरलाइन में 49% तक की हिस्सेदारी हासिल करने की अनुमति दी, तो इससे जेट एयरवेज को खाड़ी एयरलाइन एतिहाद से 24% हिस्सेदारी हासिल हुई थी। उसी दौरान टाटा समूह के नेतृत्व में एयरएशिया इंडिया और विस्तारा का भी उदय हुआ। विस्तारा पिछले एक दशक में भारतीय आसमान में परिचालन शुरू करने वाली एकमात्र पूर्ण-सेवा एयरलाइन थी।
पिछले कुछ सालों में किंगफिशर और एयर सहारा जैसी एयरलाइन्स, जिन्हें जेटलाइट के नाम से जाना जाता है, ने अपना परिचालन बंद कर दिया है। 25 साल तक परिचालन करने वाली जेट एयरवेज को वित्तीय समस्याओं के कारण अप्रैल 2019 में ग्राउंडेड कर दिया गया था और अब इसे बंद करने की तैयारी है। विस्तारा की शुरुआत जनवरी 2015 में हुई थी। एयरलाइन में सिंगापुर एयरलाइंस की 49 प्रतिशत और टाटा समूह की 51 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।
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उपचुनाव के प्रचार में बहन प्रियंका के साथ जुटे राहुल गांधी

  • वायनाड को वैश्विक पर्यटन केंद्र बनाने का वादा
वायनाड (केरल)। केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर उपचुनाव हैं और आज प्रचार का आखिरी दिन है। ऐसे में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपनी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ प्रचार अभियान में भाग लिया। उन्होंने इस दौरान वादा किया कि वह वायनाड को दुनिया के प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में पहचान दिलाएंगे।
बता दें, कांग्रेस महासचिव वाड्रा उपचुनाव में यूडीएफ की उम्मीदवार हैं। राहुल ने अपनी बहन के साथ सुल्तान बाथरी में अजम्पशन जंक्शन से चुनगम जंक्शन तक रोड शो किया। उसके बाद सभा को संबोधित करते हुए कहा, 'चुनौती के तौर पर मैं वायनाड को दुनिया का सबसे अच्छा पर्यटन स्थल बनाने में उनकी (प्रियंका गांधी) मदद करूंगा।'
लोकसभा में विपक्ष के नेता ने कहा कि वायनाड के लोगों ने उन्हें सिखाया कि राजनीति में प्रेम शब्द का बड़ा स्थान है। उन्होंने कहा, 'मैंने उस शब्द का इस्तेमाल नहीं किया, लेकिन वायनाड के लोगों ने मुझे सिखाया कि इस शब्द की राजनीति में गहरी जगह है।' कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि नफरत और गुस्से से लड़ने के लिए प्यार और स्नेह ही एकमात्र हथियार हैं। 
सड़क के दोनों ओर दिखी लोगों की भारी भीड़
गौरतलब है, जब राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने रैली निकाली तो सुल्तान बाथरी में अजम्पशन जंक्शन से चुंगम जंक्शन तक सड़क के दोनों ओर भारी भीड़ जमा हो गई। बता दें, रायबरेली की सीट पर चुनाव जीतने के बाद राहुल ने वायनाड की सीट छोड़ दी थी, जिसके बाद अब इस सीट पर वाड्रा को उम्मीदवार के तौर पर उतारा है। 
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