हिंदुस्तान

पीएम विद्यालक्ष्मी योजना के तहत मेधावी छात्रों को मिलेगा एजुकेशन लोन

  • गरीब और मध्यम वर्ग बनेगा सशक्त
नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा पीएम विद्यालक्ष्मी योजना को मंजूरी दिए जाने की सराहना की है। यह योजना केंद्रीय क्षेत्र के तहत मेधावी छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान करने को लेकर एक महत्वपूर्ण कदम है।
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने योजना को लेकर जानकारी देते हुए कहा कि पीएम विद्यालक्ष्मी योजना भारत के प्रतिभाशाली युवाओं के लिए 21वीं सदी की उच्च शिक्षा तक पहुंच को यूनिवर्सल बनाने में मददगार होगी।
उन्होंने आगे कहा, "3,600 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ यह योजना उच्च शिक्षा में आने वाली बाधाओं को दूर करेगी और देश की युवा शक्ति को अपने सपनों को पूरा करने में सक्षम बनाएगी।" पीएम विद्यालक्ष्मी योजना के तहत जमानत-मुक्त और गारंटर-मुक्त एजुकेशन लोन से मेधावी छात्रों के लिए उच्च शिक्षा तक पहुंच को आसान बनाया जाएगा और यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि वित्तीय बाधाएं छात्रों को शिक्षा प्राप्त करने से न रोकें।
जिन विद्यार्थियों की वार्षिक पारिवारिक आय 8 लाख रुपये तक है, वे 10 लाख रुपये तक के एजुकेशन लोन पर 3 प्रतिशत ब्याज अनुदान पाने के पात्र होंगे साथ ही वे 7.5 लाख रुपये तक के लोन पर 75 प्रतिशत क्रेडिट गारंटी के पात्र होंगे।
योजना को लेकर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि एजुकेशन लोन पारदर्शी, छात्र-अनुकूल और डिजिटल आवेदन प्रक्रिया के माध्यम से प्रदान किया जाएगा। योजना के तहत एनआईआरएफ के आधार पर टॉप 860 उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश पाने वाले छात्रों को एजुकेशन लोन की सुविधा दी जाएगी। इस योजना से हर साल 22 लाख से अधिक छात्र लाभान्वित हो सकेंगे।
मेधावी छात्रों को वित्तीय सहायता दरअसल, राष्ट्रीय शिक्षा नीति (नेशनल एजुकेशन पॉलिसी) 2020 की एक प्रमुख सिफारिश है। पीएम विद्यालक्ष्मी एनईपी इस ओर ओक ठोस कदम माना जा रहा है। पीएम विद्यालक्ष्मी योजना गरीब और मध्यम वर्ग के लाखों छात्रों को सशक्त बनाने में अहम भूमिका निभाएगी। योजना के तहत उच्च शिक्षा विभाग के पास एक पोर्टल ‘पीएम-विद्यालक्ष्मी’ होगा, जिस पर छात्र सभी बैंकों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली आवेदन प्रक्रिया के माध्यम से शिक्षा ऋण के साथ-साथ ब्याज अनुदान के लिए आवेदन कर सकेंगे।
और भी

मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल और प्रियंका गांधी ने देशवासियों को दी छठ की शुभकामनाएं

नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी देशवासियों को छठ की शुभकामनाएं दी। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' के माध्यम से देशवासियों को छठ की शुभकामनाएं दी। उनहोंने लिखा, "श्रद्धा, समर्पण, आस्था, नव सृजन के महत्व पर बल देने वाले व शक्ति स्रोत सूर्य देव की अराधना के महापर्व छठ की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।
अस्ताचल और उदीयमान सूरज को एक समान आदर और सम्मान देती हमारी महान भारतीय सभ्यता, ये दर्शाती है कि प्रकृति का आदर करना हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा है। प्रकृति पूजा को समर्पित यह पावन पर्व सभी के जीवन में अपार खुशियां, सुख, शांति व सौहार्द लेकर आए, हमारी यही कामना है।"
लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने 'एक्स' पर लिखा, "सूर्य उपासना एवं लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं। आशा करता हूं यह त्यौहार आप सभी के जीवन में नवीन ऊर्जा और शक्ति का संचार करे।" वहीं, कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने दिवगंत शारदा सिन्हा के लोकगीत के माध्यम से लोगों को लोकपर्व छठ की शुभकामनाएं दी। उन्होंने 'एक्स' पर लिखा, "दुखवा मिटाईं छठी मइया, रउवे असरा हमार, सबके पुरावेली मनसा, हमरो सुन लीं पुकार...सूर्यदेव की उपासना, प्रकृति पूजा एवं लोक आस्था के महापर्व 'छठ पूजा' की हार्दिक शुभकामनाएं। छठी मैया आप सबके जीवन में सुख, समृद्धि एवं शांति का संचार करें। जय छठी मैया।
बता दें कि देशभर में लोक आस्था के प्रतीक चार दिवसीय छठ पूजा मनाया जा रहा है। छठ पर्व के पहले दिन नहाय-खाय, दूसरे दिन खरना, तीसरे और चौथे दिन सूर्य भगवान को अर्घ्य दिया जाता है। तीसरे दिन संध्या का अर्घ्य और चौथे दिन सुबह अर्घ्य दिया जाता है। आज छठ के तीसरे दिन तमाम बड़े नेताओं ने देशवासियों को छठ की शुभकामनाएं दी।
और भी

लोक गायिका शारदा सिन्हा पंचतत्व में विलीन, उमड़ी भीड़

पटना। लोक गायिका शारदा सिन्हा आज छठ के तीसरे दिन पंचतत्व में विलीन हो गईं। पटना के गुलबी घाट पर राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। बेटे अंशुमान ने मुखाग्नि दी। घाट पर 'शारदा सिन्हा अमर रहे' के साथ-साथ छठी मईया के जयकारे भी गूंजते रहे।
शारदा सिन्हा को छठ गीत से पहचान मिली। उनके गानों के बिना छठ महापर्व अधूरा माना जाता है। छठी माई की महिमा गाने वाली शारदा सिन्हा का पर्व के पहले दिन (मंगलवार को) दिल्ली एम्स में निधन हुआ था। उनके अंतिम सफर में उनका गाया आखिरी छठ गीत 'दुखवा मिटाई छठी मईया' बजा। ये गाना शारदा सिन्हा ने दिल्ली एम्स से ही रिलीज किया था।
सुबह करीब 9 बजे पटना के राजेंद्र नगर स्थित उनके आवास से उनकी अंतिम यात्रा निकली, जो गुलबी घाट पहुंची। बेटे अंशुमान ने मां की अर्थी को कंधा दिया। उनके साथ-साथ बीजेपी के पूर्व सांसद रामकृपाल यादव और विधायक संजीव चौरसिया ने भी कंधा दिया। बड़ी संख्या में शारदा सिन्हा के प्रशंसक भी शामिल हुए हैं। वहीं बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा गुरुवार शाम शारदा सिन्हा के राजेन्द्र नगर स्थित घर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि देंगे।
45 दिन पहले इसी घाट पर पति का हुआ था अंतिम संस्कार-
शारदा सिन्हा के पति का निधन 45 दिन पहले यानी 22 सितंबर को हुआ था। उनका अंतिम संस्कार पटना के गुलबी घाट पर ही किया गया था। शारदा सिन्हा की इच्छा थी कि उनका अंतिम संस्कार भी इसी घाट पर हो। छठ के पहले दिन 5 अक्टूबर को देर रात दिल्ली AIIMS में शारदा सिन्हा का निधन हो गया था। वे 72 साल की थीं।
फ्लाइट से उनका पार्थिव शरीर पटना लाया गया। शारदा सिन्हा का पार्थिव शरीर पटना के राजेन्द्र नगर स्थित आवास पर लाया गया था। जहां सीएम नीतीश कुमार ने घर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
और भी

ओआरओपी के एक साल, PM मोदी बोले- लाखों पेंशनधारकों को हुआ लाभ

नई दिल्ली। आज के ही दिन 10 साल पहले केंद्र की मोदी सरकार ने वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी) लागू की थी। पीएम ने इस ऐतिहासिक दिन को याद करते हुए बताया कि लाखों पेंशनधारकों को फायदा पहुंचा है।
आज इसे लागू हुए पूरे 10 साल हो चुके हैं। वन रैंक वन पेंशन को लेकर गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया। पोस्ट में उन्होंने लिखा, इस दिन वन रैंक वन पेंशन लागू किया गया। यह हमारे दिग्गजों और भूतपूर्व सैन्यकर्मियों के साहस और बलिदान को श्रद्धांजलि थी।
जिन्होंने हमारे देश की रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। इसे लागू करने का निर्णय लंबे समय से चली आ रही मांग को संबोधित करने और हमारे नायकों के प्रति हमारे राष्ट्र की कृतज्ञता की पुष्टि करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था। आप सभी को यह जानकर खुशी होगी कि पिछले एक दशक में लाखों पेंशन धारकों और उनके परिवारों को इस ऐतिहासिक पहल से लाभ मिला है। संख्याओं से परे, ओआरओपी हमारे सशस्त्र बलों की भलाई के लिए सरकार की प्रतिबद्धता का प्रतिनिधित्व करता है।
हम हमेशा अपने सशस्त्र बलों को मजबूत करने और हमारी सेवा करने वालों के कल्याण को आगे बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सशस्त्र सेनाओं के प्रति नीति का एक महत्वपूर्ण स्तंभ रहा है। उनके नेतृत्व में सरकार सैनिकों और उनके परिवारों की देखभाल करने के लिए प्रतिबद्ध है। ओआरओपी के क्रियान्वयन से 25 लाख से अधिक भूतपूर्व सैनिकों को लाभ मिला है। देश के भूतपूर्व सैनिकों से की गई प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री का आभार।
भाजपा आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, जैसा कि हम वन रैंक वन पेंशन की वर्षगांठ मना रहे हैं। एक ऐतिहासिक सुधार जो पिछले एक दशक से हमारे दिग्गजों को सम्मानित और उत्थान करता आ रहा है। ओआरओपी ने सुनिश्चित किया है कि समान रैंक और सेवा अवधि वाले सशस्त्र बल कर्मियों को उनकी सेवानिवृत्ति तिथि की परवाह किए बिना समान पेंशन मिले। इस क्रांतिकारी सुधार से 25 लाख से अधिक सशस्त्र बल पेंशन धारकों और उनके परिवारों को लाभ हुआ है। पिछले 10 वर्षों में भारत सरकार ने वन रैंक वन पेंशन पर 1.25 लाख करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए हैं। हर 5 साल में पेंशन को फिर से तय किए जाने के साथ, हमारे नायकों के प्रति यह प्रतिबद्धता समय के साथ मजबूत होती जा रही है।
और भी

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, अमित शाह और जेपी नड्डा ने देशवासियों को दी छठ की शुभकामनाएं

नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' के जरिए देशवासियों को लोक पर्व छठ की शुभकामनाएं दी।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "छठ पूजा के पावन त्यौहार की सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई। इस महापर्व पर हम भगवान सूर्य की उपासना करते हैं तथा प्रकृति के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करते हैं। प्रकृति के देवी स्वरूप की यह पूजा हमें पर्यावरण संरक्षण के लिए भी प्रेरित करती है। मेरी प्रार्थना है कि यह पूजा हमारे राष्ट्र में सुख-शांति-समृद्धि का संचार करे।"
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने देशवासियों को छठ की शुभकामनाएं देते हुए 'एक्स' पर लिखा, "जय छठी मैया! सभी को छठ पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं। देश के अलग-अलग भागों और देश से बाहर रह रहे भारतीय बड़ी उत्साह और आस्था के साथ छठ पर्व मना रहे हैं। सूर्य उपासना के इस पावन पर्व पर सभी की सुख, शांति और समृद्धि की कामना करता हूं। छठी मैया सभी पर अपनी कृपा बनाए रखें।"
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने 'एक्स' पर लिखा, "प्रकृति के प्रति अथाह समर्पण, सामाजिक समरसता, लोक आस्था, पवित्रता एवं सूर्य उपासना के महापर्व 'छठ पूजा' की सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। भगवान भास्कर एवं छठी मैया से कामना है कि सभी के जीवन में सुख, समृद्धि, संपन्नता के विस्तार के साथ आरोग्यता का आशीर्वाद प्रदान करें।"
बता दें कि देशभर में लोक आस्था के प्रतीक चार दिवसीय छठ पूजा मनाया जा रहा है। छठ पर्व के पहले दिन नहाय-खाय, दूसरे दिन खरना, तीसरे और चौथे दिन सूर्य भगवान को अर्घ्य दिया जाता है। तीसरे दिन संध्या का अर्घ्य और चौथे दिन सुबह अर्घ्य दिया जाता है। आज छठ के तीसरे दिन तमाम बड़े नेताओं ने देशवासियों को छठ की शुभकामनाएं दी।
और भी

जम्मू-कश्मीर विधानसभा में हंगामा, विधायकों के बीच हुई धक्का-मुक्की

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर विधानसभा में गुरुवार को उस समय जमकर हंगामा हुआ जब विधायक खुर्शीद अहमद शेख (सांसद इंजीनियर रशीद के भाई) ने अनुच्छेद 370 से संबंधित एक बैनर सदन में लहराया. बीजेपी विधायकों ने इसका विरोध किया.
खुर्शीद अहमद शेख के समर्थन में भी कुछ विधायक आ गए. इसके बाद पक्ष और विपक्ष के विधायकों में भिड़ंत हो गई.
बीजेपी विधायकों की इस मुद्दे पर पक्ष में खड़े विधायकों के साथ धक्का-मुक्की और हाथापाई तक हो गई. इसका वीडियो न्यूज एजेंसी IANS ने शेयर किया है. इसमें विधायक एक दूसरे को धक्का देते और हाथापाई करते नजर आ रहे हैं. दरअसल, यह पूरा मामला अनुच्छेद 370 की वापसी से जुड़ा है. जम्मू कश्मीर विधानसभा में बुधवार को अनुछेद 370 की बहाली को लेकर एक प्रस्ताव पारित किया गया था. बीजेपी ने इसका विरोध किया था. विधानसभा के चौथे दिन यानि आज भी भाजपा का विरोध जारी रहा.
भाजपा नेताओं ने कहा कि देश की संसद ‌द्वारा अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने और भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा इस कार्रवाई को बरकरार रखने के बाद इसे बहाल करने के लिए प्रस्ताव पारित करना असंवैधानिक और अवैध है.
विधानसभा में अनुछेद 370 से संबंधित बैनर दिखाए जाने का बीजेपी विधायक और नेता विपक्ष सुनील शर्मा ने कड़ा विरोध किया.
हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष अब्दुल रहीम राठेर को सदन की कार्यवाही को 15 मिनट के लिए स्थगित करना पड़ा था. स्थिति को संभालने के लिए मार्शल्स को बुलाना पड़ा. भाजपा विधायकों ने कहा है कि जब तक प्रस्ताव वापस नहीं लिया जाता. वे विधानसभा की कार्यवाही नहीं चलने देंगे.
और भी

छठ पूजा : कल से चलेंगी 500 स्पेशल ट्रेनें

रायपुर/दिल्ली। रेलवे ने छठ पूजा समाप्त के बाद यात्रियों की भीड़ को देखते हुए 500 से ज्यादा विशेष ट्रेनें चलाने का फैसला किया है. रेलवे बोर्ड के मुताबिक, छठ पूजा के बाद 8 नवंबर से अपने गृह नगरों में जाने वाले यात्रियों की भीड़ को संभालने के लिए 500 से अधिक विशेष रेलगाड़ियों की व्यवस्था की गई है. बोर्ड के अनुसार, घर वापस लौटने वाले यात्रियों के लिए विशेष रेलगाड़ियों की घोषणा की गई है और स्थानीय मांग को पूरा करने के लिए समस्तीपुर, दानापुर मंडलों और अन्य मंडलों से अतिरिक्त रेलगाड़ियां चलाने की योजना भी बनाई गई है. दरअसल, छठ पूजा के लिए भीड़ 8 नवंबर को सूर्योदय के बाद शुरू होगी और उस दिन यात्रियों की अधिक भीड़ को देखते हुए 164 विशेष रेलगाड़ियों की व्यवस्था की गई है.
वहीं, भारतीय रेलवे ने 9 नवंबर को 160 विशेष ट्रेनें, 10 नवंबर को 161 और 11 नवंबर को 155 विशेष ट्रेनें चलाने की योजना बनाई है, ताकि त्योहारी सीजन के दौरान यात्रियों की अपेक्षित वृद्धि को प्रबंधित करने के लिए पर्याप्त क्षमता सुनिश्चित की जा सके. रेलवे बोर्ड के अनुसार, 4 नवंबर को भारतीय रेलवे ने एक दिन में रिकॉर्ड 120.72 लाख यात्रियों को सफर करवाया है.
बोर्ड के मुताबिक, इसमें 19.43 लाख आरक्षित यात्री और 101.29 लाख अनारक्षित गैर-उपनगरीय यात्री शामिल थे. यह संख्या ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की संयुक्त जनसंख्या से भी अधिक है. उसी दिन उपनगरीय यातायात रिकॉर्ड 180 लाख यात्रियों तक पहुंच गया, जो इस साल का सबसे अधिक एकल-दिवसीय यात्री आंकड़ा था.
और भी

नागपुर पहुंचे राहुल गांधी का भूपेश बघेल ने किया स्वागत

  • नागपुर में हो रहा संविधान सम्मान सम्मेलन
रायपुर/महाराष्ट्र। नागपुर पहुंचे राहुल गांधी का भूपेश बघेल ने स्वागत किया. वहां लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने संविधान सम्मान सम्मेलन से ऐलान किया कि देश में जाति जनगणना जरूर होगी. इस अवसर पर उन्होंने बीजेपी और आरएसएस पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि देश में जाति जनगणना होगी और इससे ओबीसी, दलितों और आदिवासियों के साथ हो रहे अन्याय का पता चलेगा.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार करते हुए लोकसभा में विपक्ष के नेता ने जाति जनगणना, ओबीसी की हिस्सेदारी और संविधान की रक्षा जैसे तीन मुद्दों पर बात की. उन्होंने कहा कि जाति जनगणना विकास का एक प्रतिमान है. वे लोग 50 प्रतिशत की आरक्षण सीमा की दीवार भी तोड़ देंगे. वे लोग देश में 90 प्रतिशत से अधिक हाशिए पर पड़े लोगों के लिए न्याय सुनिश्चित करने के लिए लड़ाई कर रहे हैं.
और भी

CM नीतीश कुमार शारदा सिन्हा के आवास पर पहुंचे, दी श्रद्धांजलि

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार को लोकगायिका शारदा सिन्हा के पार्थिव शरीर के पटना आने के बाद कंकड़बाग स्थित उनके आवास पहुंचे और विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। बुधवार को शारदा सिन्हा का पार्थिव शरीर दिल्ली से पटना पहुंचा। इसके बाद उनके पार्थिव शरीर को उनके पटना स्थित आवास ले जाया गया। यहां लोग उनका अंतिम दर्शन कर सकेंगे। शारदा सिन्हा के पार्थिव शरीर के यहां पहुंचते ही उनके प्रशंसकों की भारी भीड़ उमड़ने लगी। हर कोई उनके अंतिम दर्शन के लिए उनके आवास पहुंच रहा है।
इधर, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शारदा सिन्हा के आवास पहुंचे और उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके साथ बिहार के मंत्री विजय कुमार चौधरी , सांसद संजय झा सहित कई अन्य नेता शामिल थे। नीतीश कुमार ने इस दौरान शारदा सिन्हा के शोकाकुल परिजनों से भी मुलाकात की और उन्हें ढांढस बंधाया। इससे पहले शारदा सिन्हा का पार्थिव शरीर दिल्ली से पटना लाया गया। पटना हवाई अड्डे पर उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा, मंत्री नितिन नवीन, अश्विनी चौबे ने श्रद्धांजलि अर्पित की।
सीएम नीतीश कुमार के निर्देश पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ शारदा सिन्हा का अंतिम संस्कार संपन्न होगा। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को अपने एक्स पर लिखा, "बिहार कोकिला, पद्म श्री एवं पद्म भूषण से सम्मानित स्वर्गीय शारदा सिन्हा का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ होगा। उनके पार्थिव शरीर को वायुयान से पटना लाने और सम्मान पूर्वक अंतिम संस्कार हेतु सभी आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।"
इससे पहले नीतीश कुमार ने एक्स पर पोस्ट कर गायिका के निधन पर शोक व्यक्त किया था दिल्ली एम्स में इलाज के दौरान शारदा सिन्हा निधन हो गया। छठ के गाए उनके गीत बेहद मशहूर हुए और इस पर्व के पहले ही दिन नहाय खाय के दिन उन्होंने दुनिया को अलविदा कहा। शारदा सिन्हा के निधन पर बिहार समेत पूरे देश में शोक की लहर व्याप्त हो गई है।
और भी

अमेरिकी राष्‍ट्रपति चुनाव जीत से गदगद डोनाल्‍ड ट्रंप

  • प्रधानमंत्री मोदी ने दी बधाई
US Election Result 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बधाई दी है. उन्होंने कहा, 'मेरे मित्र डोनाल्ड ट्रंप को ऐतिहासिक चुनावी जीत पर हार्दिक बधाई. जैसा कि आप अपने पिछले कार्यकाल की सफलताओं को आगे बढ़ा रहे हैं. मैं भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक और रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए हमारे सहयोग को नवीनीकृत करने की आशा करता हूं. आइए हम सब मिलकर अपने लोगों की बेहतरी के लिए काम करें और वैश्विक शांति, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा दें.'
ट्रंप ने कहा कि वह चाहते हैं कि लोग अमेरिका में वापस आएं, लेकिन कानूनी तरीके से. यहां मौजूद हर कोई बहुत खास और महान है. ट्रम्प ने एलन मस्क की तारीफ की और कहा कि वह कमाल के आदमी हैं. ट्रंप ने आगे कहा कि एलन मस्क ने जो किया है, क्या रूस कर सकता है, क्या चीन कर सकता है, कोई और ऐसा नहीं कर सकता. उन्होंने स्पेस एक्स के हालिया लॉन्च की भी तारीफ की. ट्रंप ने आगे कहा कि हम वो देश हैं, जिसे मदद की सख्त जरूरत है. हम अपनी सीमाओं को ठीक करने जा रहे हैं.
डोनाल्ड ट्रंप के बाद अमेरिका के उप राष्ट्रपति उम्मीदवार जेडी वेंस ने भी रिपब्लिकन पार्टी के वोटर्स को संबोधित किया. जेडी वेंस ने कहा,'मैं बधाई देना चाहता हूं. अमेरिका के इतिहास में महान राजनीतिक वापसी हुई है. अमेरिकी इतिहास में यह सबसे बड़ी आर्थिक वापसी हुई है.'
डोनाल्ड ट्रंप के बाद अमेरिका के उप राष्ट्रपति उम्मीदवार जेडी वेंस ने भी रिपब्लिकन पार्टी के वोटर्स को संबोधित किया. जेडी वेंस ने कहा,'मैं बधाई देना चाहता हूं. अमेरिका के इतिहास में महान राजनीतिक वापसी हुई है. अमेरिकी इतिहास में यह सबसे बड़ी आर्थिक वापसी हुई है.' बता दें कि जेडी वेंस ने भी अपने क्षेत्र से जीत हासिल की है.
ऐसी जीत अमेरिका ने पहले कभी नहीं देखी- ट्रंप
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने वोटर्स को संबोधित करते हुए कहा, 'हम मतदाताओं के लिए सब कुछ ठीक करने जा रहे हैं. यह एक ऐसी राजनीतिक जीत है, जो हमारे देश ने पहले कभी नहीं देखी. 47वें राष्ट्रपति के रूप में मैं हर दिन आपके लिए लड़ूंगा. यह अमेरिका के लिए एक शानदार जीत है, जो अमेरिका को फिर से महान बनाएगी.'

 

और भी

इंडी गठबंधन की गारंटी झूठ का पुलिंदा : शिवराज सिंह चौहान

भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के झारखंड राज्य के प्रभारी और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विपक्षी दलों के गठबंधन पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि इंडी गठबंधन झूठ का पुलिंदा है। पिछली बार जेएमएम और कांग्रेस ने 461 वादे किए थे जिनमें से एक भी पूरा नहीं किया।
केंद्रीय कृषि मंत्री चौहान ने भोपाल में संवाददाताओं से चर्चा के दौरान लोक गायिका शारदा सिन्हा के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा, "शारदा सिन्हा ऐसी गायिका थीं, जिनके बिना छठ महापर्व की कल्पना नहीं की जा सकती। छठ महापर्व और उनके गीत एक दूसरे के पर्याय थे। छठ के दिन ही उन्होंने देवलोक गमन किया। छठ मैया अपने चरणों में स्थान दें। उनकी दिवंगत आत्मा को शांति दें, यही कामना है।"
देश में हो रहे विधानसभा के चुनाव और उपचुनावों को लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री चौहान ने कहा, "झारखंड और महाराष्ट्र में चुनाव है तो कई स्थानों पर उपचुनाव है। अब तो मैं आजकल झारखंडी हो गया हूं। इंडी गठबंधन की गारंटी झूठ का पुलिंदा है क्योंकि जेएमएम और कांग्रेस ने पिछली बार भी गारंटी दी थी। उन्होंने कहा था 'हम पांच लाख सरकारी नौकरियां देंगे', जो नहीं दी, उन्होंने कहा था कि हर महिला को 2000 रुपये हर महीना चूल्हा खर्च देंगे, जो नहीं दिया। चुनाव से सिर्फ दो माह पहले 1000 रुपये देने की एक योजना ले आए। बेरोजगारी भत्ता देने की बात कही थी, नहीं दिया। इन्होंने समर्थन मूल्य पर बोनस देने और धान खरीदेंगे कहा था जो नहीं किया। जेएमएम ने 117 वादे किए थे और 344 वादे कांग्रेस ने किए थे। एक भी वादा पूरा नहीं किया और नए वादे लेकर आ गए। इनकी गारंटी फुस्सी बम है जो फूटता नहीं और जनता को भरोसा नहीं है।"
भाजपा की गारंटी का जिक्र करते केंद्रीय कृषि मंत्री चौहान ने कहा कि भाजपा जो कहती है वह करती है। हमने जो कहा था उसे छत्तीसगढ़ में देख लीजिए, उड़ीसा मे देख लीजिए। भाजपा और हमारे नेता नरेंद्र मोदी गारंटी को पूरा करने गारंटी है । इंडी गठबंधन की गारंटी पर कोई भरोसा नहीं कर रहा। सबको पता है यह झूठ बोलते हैं।
मध्य प्रदेश के दो विधानसभा क्षेत्रों में हो रहे उपचुनाव पर केंद्रीय मंत्री चौहान ने कहा, "विजयपुर और बुधनी का सवाल है तो मोहन यादव के नेतृत्व में भाजपा की सरकार प्रदेश के विकास और जनकल्याण को नई ऊंचाई तक ले जा रही हैं और जनकल्याण का इतिहास रच रही है। सरकारी नौकरियों में महिलाओं- बेटियों को 35 प्रतिशत आरक्षण किया गया है जो हमारे संकल्प पर अमल है। डबल इंजन की सरकार के कार्यकाल में ऐसी एक नहीं अनेक चीज हो रही है। मध्य प्रदेश पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आशीर्वाद लगातार बरस रहा है। इसलिए मध्य प्रदेश की जनता भाजपा के साथ है। सरकार के कामों से जनता प्रसन्न है और बुधनी तथा विजयपुर में जनता को विश्वास है कि विकास होगा।"
और भी

त्योहारी सीजन में भीड़ कम करने केंद्र ने शुरू की 7,663 स्पेशल ट्रेन सर्विस

नई दिल्ली। रेलवे बोर्ड ने त्योहारी सीजन की भीड़ को देखते हुए 1 अक्टूबर से 30 नवंबर तक 7,663 स्पेशल ट्रेन सर्विस शुरू की है, जो पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 73 फीसदी अधिक है।
रेलवे बोर्ड ने इसे लेकर एक बयान जारी किया है।, "पूजा/दिवाली/छठ 2024 की भीड़ के लिए कुल 7,663 स्पेशल ट्रेन सर्विस अधिसूचित की गई हैं। पिछले साल इस अवधि के दौरान केवल 4,429 ट्रिप्स ही संचालित किए गए थे।" बयान में कहा गया है कि भारतीय रेलवे ने 24 अक्टूबर से 4 नवंबर तक दिवाली और छठ उत्सव के दौरान 957.24 लाख नॉन सब अर्बन यात्रियों को सफर करवाया, जबकि पिछले साल इसी अवधि के दौरान 923.33 लाख यात्रियों ने यात्रा की थी, जो इस साल 33.91 लाख यात्रियों की वृद्धि दर्शाता है।
4 नवंबर को 1.2 करोड़ से ज़्यादा यात्रियों ने इन सेवाओं का लाभ उठाया, जिसमें 19.43 लाख आरक्षित और 1.01 करोड़ से ज्यादा अनारक्षित नॉन सबअर्बन यात्री शामिल थे, जो चालू वर्ष के लिए एक दिन में यात्रियों की सबसे ज्यादा संख्या थी। बयान में कहा गया है कि यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए 3 नवंबर को 207 और 4 नवंबर को 203 स्पेशल ट्रेन चलाई गईं। रेलवे बोर्ड की ओर से यह घोषणा ऐसे समय में की गई है जब सोशल मीडिया पर ऐसी कई पोस्ट वायरल हो रही हैं, जिनमें ट्रेन में ज्यादा भीड़ देखी जा रही है। वहीं, कुछ स्टेशन पर यात्री खिड़कियों से कोच में चढ़ते नजर आ रहे हैं।
पिछले सप्ताह भारतीय रेलवे ने एक बयान जारी कर कहा था कि यात्रियों की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने और किसी भी घटना से बचने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। बयान में कहा गया है, "दिवाली और छठ के दौरान पूरे भारत में ट्रेन से यात्रा करना एक चुनौती भरा काम है, लेकिन नवरात्रि और दुर्गा पूजा के दौरान इसी तरह के परिचालन को सफलतापूर्वक प्रबंधित करने के बाद, भारतीय रेलवे अब यात्रियों को चालू दिवाली और आगामी छठ समारोहों के लिए उनके मूल स्थानों तक पहुंचने में मदद करने के लिए पूरी तरह तैयार है।"
सभी यात्रियों से यह भी आग्रह किया गया है कि अगर उन्हें रेलवे परिसर में कोई संदिग्ध पदार्थ दिखाई दे तो वे हेल्पलाइन 139 और रेल मदद पोर्टल का उपयोग कर रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) को सूचित करें। आग के किसी भी खतरे को रोकने के लिए 15 अक्टूबर से सामान की जांच और पार्सल जांच के साथ-साथ पोर्टेबल स्टोव का उपयोग करने वाले विक्रेताओं और हॉकरों की निगरानी भी की जा रही है।
और भी

दिल्ली की हवा बेहद खराब श्रेणी में बरकरार, 358 रहा औसत एक्यूआई

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली की हवा बेहद खराब श्रेणी में बनी हुई है। बुधवार को दिल्ली की औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 358 रहा। पिछले कुछ दिनों से दिल्ली की हवा जहरीली बनी हुई है। दिल्ली वासियों को खासतौर पर बच्चे और बुजुर्गों को घर से बाहर निकलने के दौरान सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। केंदीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार राजधानी दिल्ली में बुधवार सुबह 7.30 बजे तक औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 358 अंक रहा। जबकि दिल्ली एनसीआर के शहर फरीदाबाद में 234, गुरुग्राम में 304, गाजियाबाद में 276, ग्रेटर नोएडा में 274 और नोएडा में 266 एक्यूआई रहा।
दिल्ली के चार इलाकों में एक्यूआई लेवल 400 से ऊपर मापा गया, जिसमें बवाना में 412, मुंडका में 419, एनएसआईटी द्वारका में 447 और वजीरपुर में 421 एक्यूआई दर्ज किया गया। जबकि दिल्ली एनसीआर के अधिकांश इलाकों में एक्यूआई 300 से 400 के बीच में दर्ज किया गया।
अलीपुर में 372, अशोक विहार में 398, आया नगर में 334, बुराड़ी क्रॉसिंग में 370, चांदनी चौक में 311, मथुरा रोड में 333, डॉ करणी सिंह शूटिंग रेंज में 367, डीटीयू में 355, द्वारका सेक्टर 8 में 355, आईजीआई एयरपोर्ट में 347, आईटीओ में 327, जहांगीरपुरी में 398, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 315 और लोधी रोड में 309 एक्यूआई रहा।
इनके अलावा मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में 354, मंदिर मार्ग में 356, नजफगढ़ में 354, नरेला में 377, नेहरू नगर में 376, न्यू मोती बाग में 381, नॉर्थ कैंपस डीयू में 373, ओखला फेस 2 में 357, पटपड़गंज में 381, पंजाबी बाग में 388, पूषा में 330, आर के पुरम में 373, शादीपुर में 372, सिरी फोर्ट में 341, सोनिया विहार में 354 और दिलशाद गार्डन में 358 एक्यूआई दर्ज किया गया।
अगर एक दिन पहले की बात करें, मंगलवार को सुबह 7.15 बजे तक दिल्ली का औसत एक्यूआई लेवल 384 दर्ज किया गया था। दिल्ली के 14 इलाकों में एक्यूआई लेवल 400 के ऊपर मापा गया था, जबकि 23 स्थानों पर ये 300 से 400 के बीच बना रहा।
और भी

संजय कुमार वर्मा होंगे महाराष्ट्र के नए डीजीपी

  • रश्मि शुक्ला की लेंगे जगह, जानें IPS के बारे में...
मुंबई। महाराष्ट्र 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी संजय कुमार वर्मा को मंगलवार को महाराष्ट्र का नया पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) नियुक्त किया गया. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी है. संजय वर्मा, कानूनी और तकनीकी महानिदेशक के रूप में कार्यरत हैं. उन्होंने पूर्व डीजीपी रश्मि शुक्ला की जगह ली है.
संजय वर्मा 1990 बैच के IPS अफसर हैं. फिलहाल वे महाराष्ट्र में कानून और तकनीकी DG की जिम्मेदारी भी संभाल रहे थे. वे आगामी अप्रैल 2028 में रिटायर होंगे.
चुनाव आयोग ने विपक्षी दलों की शिकायतों के बाद रश्मि शुक्ला को राज्य पुलिस प्रमुख के पद से हटाने का आदेश दिया था. अधिकारी ने जानकारी दी है कि संजय कुमार वर्मा अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त होने वाले हैं.
महाराष्ट्र चुनाव से पहले चुनाव आयोग ने सोमवार को बड़ा फैसला लिया था. EC ने कांग्रेस की शिकायत पर एक्शन लेते हुए डीजीपी रश्मि शुक्ला को हटा दिया था. दरअसल, कांग्रेस सहित कई अन्य राजनीतिक दलों ने डीजीपी रश्मि शुक्ला की शिकायत की थी. इसके बाद एक्शन लेते हुए चुनाव आयोग ने रश्मि शुक्ला को महाराष्ट्र के डीजीपी पद से ट्रांसफर कर दिया.
इसके साथ ही EC ने मुख्य सचिव को निर्देश दिया था कि वे कैडर में अगले सबसे सीनियर IPS अधिकारी को उनका प्रभार सौंपें. मुख्य सचिव को महाराष्ट्र के डीजीपी के रूप में नियुक्ति के लिए कल (5 नवंबर) दोपहर 1 बजे तक तीन आईपीएस अधिकारियों का पैनल भेजने का भी निर्देश दिया गया था.
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने इससे पहले समीक्षा बैठकों और विधानसभा चुनावों की घोषणा के दौरान अधिकारियों को निष्पक्ष और उचित व्यवहार करने की चेतावनी दी थी. मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा था कि अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते समय अपने आचरण में गैर-पक्षपाती व्यवहार करें.

 

और भी

मदरसे पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का बसपा सुप्रीमो मायावती ने किया स्वागत

लखनऊ। उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा बोर्ड अधिनियम 2004 को सुप्रीम कोर्ट ने संवैधानिक करार दिया है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने शीर्ष अदालत के इस फैसले का स्वागत किया है। मायावती ने लिखा, मा. सुप्रीम कोर्ट द्वारा आज एक अहम फैसले में यूपी मदरसा शिक्षा बोर्ड कानून-2004 को वैध व संवैधानिक करार दिए जाने के फैसले का स्वागत। इससे यूपी में मदरसा शिक्षा को लेकर उपजे विवाद व हजारों मदरसों की अनिश्चितता को अब निश्चय ही समाप्त होने की संभावना। इस पर सही से अमल जरूरी।
बसपा अध्यक्ष के मुताबिक इससे अल्पसंख्यकों के शैक्षिक अधिकारों की रक्षा होगी। आगे लिखा- मा. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब खासकर यूपी के मदरसों को मान्यता मिलने और उनके सुचारू संचालन में स्थायित्व आने की संभावना है। अदालत ने कहा कि मदरसा एक्ट के प्रावधान संवैधानिक मूल्यों के अनुरूप हैं और ये धार्मिक अल्पसंख्यकों के शैक्षिक अधिकारों की सुरक्षा करते हैं। उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम रही मायावती ने आगे कहा, इसके साथ ही, सुप्रीम कोर्ट की 9-जजों की बेंच द्वारा हर निजी सम्पत्ति को संविधान के अनुच्छेद 39(बी) के तहत सामुदायिक सम्पत्ति का हिस्सा नहीं मानना व इसका अधिग्रहण करने से रोकने के फैसले का भी स्वागत। अब तक सरकार के पास आम भलाई हेतु सभी निजी सम्पत्तियों को अधिगृहित करने का अधिकार था।
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट के उस आदेश को खारिज कर दिया, जिसमें उच्च न्यायालय ने उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा बोर्ड अधिनियम को असंवैधानिक करार दिया था और विद्यार्थियों को अन्य विद्यालयों में भर्ती करने को कहा था।
सीजीआई डीवी चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की बेंच ने इस मामले पर सुनवाई की। अदालत ने अपने फैसले में ये भी कहा कि क्वालिटी एजुकेशन के लिए मदरसों को सरकार रेगुलेट कर सकती है। कोर्ट ने माना कि एक्ट के प्रावधान संवैधानिक मूल्यों के अनुरूप हैं और धार्मिक अल्पसंख्यकों के शैक्षिक अधिकारों की सुरक्षा करते हैं।
और भी

हर निजी संपत्ति का अधिग्रहण नहीं कर सकती सरकार : सुप्रीम कोर्ट

  • सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया ऐतिहासिक फैसला
नई दिल्ली। क्या किसी भी निजी संपत्ति का सरकार सार्वजनिक हितों के लिए अधिग्रहण कर सकती है? इस सवाल के जवाब में सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक बेंच ने मंगलवार को अहम फैसला सुनाया। अदालत ने कहा कि सभी निजी संपत्तियों को सार्वजनिक हित वाली घोषित नहीं किया जा सकता। इसलिए सरकार हर संपत्ति का अधिग्रहण नहीं कर सकती। हालांकि सार्वजनिक हित के मामलों में उसे समीक्षा करने का अधिकार है और ऐसी स्थिति में वह जमीन का अधिग्रहण भी कर सकती है। अदालत ने इसके साथ ही 1978 के फैसले को पलट दिया, जिसमें कहा गया था कि सामुदायिक हित के लिए राज्य किसी भी निजी संपत्ति का अधिग्रहण कर सकता है।
संविधान के आर्टिकल 39(b) का अवलोकन करते हुए सुप्रीम कोर्ट की 9 जजों की बेंच ने यह फैसला दिया। 9 जजों की बेंच में से 7 ने बहुमत से फैसला दिया कि हर निजी संपत्ति को सामुदायिक हित के लिए अधिग्रहित नहीं किया जा सकता। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के अलावा इस बेंच में जस्टिस ऋषिकेश रॉय, जस्टिस जेबी पारदीवाला, जस्टिस मनोज मिश्रा, जस्टिस राजेश बिंदल, जस्टिस एससी शर्मा और ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की राय थी कि हर संपत्ति का अधिग्रहण नहीं हो सकता। वहीं बेंच में शामिल जस्टिस सुधांशु धूलिया और जस्टिस बीवी नागरत्ना की राय अलग थी।
प्रधान न्यायाधीश ने सात न्यायाधीशों का बहुमत का फैसला लिखते हुए कहा कि सभी निजी संपत्तियां भौतिक संसाधन नहीं हैं और इसलिए सरकारों द्वारा इन पर कब्ज़ा नहीं किया जा सकता। बेंच के बहुमत के फैसले के अनुसार निजी स्वामित्व वाले सभी संसाधनों को सरकार द्वारा अधिग्रहित नहीं किया जा सकता। उच्चतम न्यायालय ने कहा कि सरकार हालांकि जनता की भलाई के लिए उन संसाधनों पर दावा कर सकती है जो भौतिक हैं और समुदाय के पास हैं। बहुमत के फैसले में कहा गया कि सरकार के निजी संपत्तियों पर कब्जा कर सकने की बात कहने वाला पुराना फैसला विशेष आर्थिक और समाजवादी विचारधारा से प्रेरित था।
उच्चतम न्यायालय के बहुमत के फैसले में न्यायमूर्ति कृष्णा अय्यर के पिछले फैसले को खारिज किया गया जिसमें कहा गया था कि सभी निजी स्वामित्व वाले संसाधनों को सरकार द्वारा अधिग्रहित किया जा सकता है। इस तरह शीर्ष अदालत ने 1978 के बाद के उन फैसलों को पलटा, जिनमें समाजवादी विचार को अपनाया गया था और कहा गया था कि सरकार आम भलाई के लिए सभी निजी संपत्तियों को अपने कब्जे में ले सकती है।
और भी

सांसद राहुल गांधी रायबरेली पहुंचे, हनुमान मंदिर में किए दर्शन

लखनऊ। कांग्रेस के सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी मंगलवार को एयरपोर्ट पहुंचे। इस मौके उन्होंने कई कार्यकर्ताओं से चलते चलते मुलाकात की। इसके बाद वह सीधे रायबरेली निकल गए। इस दौरान उन्होंने रास्ते में हनुमान मंदिर के दर्शन पूजन किए।
लखनऊ एयरपोर्ट पर उतरने के बाद उन्होंने सड़क मार्ग से रायबरेली तक का रास्ता तय किया। इस बीच वह चुरुवा हनुमान मंदिर में पूजा करने के लिए भी रुके। रायबरेली पहुंचने के बाद राहुल गांधी दिशा की बैठक में शामिल हुए।
लोकसभा चुनाव के बाद राहुल का अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली में तीसरा और यूपी का 5वां दौरा है। रायबरेली आते समय कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चुरुवा मंदिर में भगवान हनुमान की पूजा अर्चना की। आगे हरचंदपुर में कार्यकर्ता भी राहुल गांधी से भेंट की। पार्टी कार्यकर्ताओं ने अपनी समस्याओं से अवगत करवाया। इसके बाद उनका काफिला सीधे डिग्री कॉलेज में रुका। यहां उन्होंने नगर पालिका की ओर से बनी कलाकृतियों का लोकार्पण किया। फिर दिशा की मीटिंग में शामिल होने के लिए कलेक्ट्रेट स्थित बचत भवन पहुंचे।
कांग्रेस प्रवक्ता अंशू अवस्थी का कहना है कि राहुल गांधी के दौरे से उत्तर प्रदेश कांग्रेस में नई ऊर्जा आएगी। चुनाव में पार्टी के कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ेगा। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी लखनऊ पहुंच गए हैं। वह एयरपोर्ट से सड़क मार्ग से रायबरेली के लिए रवाना हो गए हैं।
इसके पहले राहुल गांधी को रिसीव करने आए कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि राहुल गांधी एक जागरूक और जिम्मेदार नेता हैं। वह रायबरेली संसदीय क्षेत्र में विकास कार्यों की स्थिति जानने के लिए दिशा की बैठक में हिस्सा लेंगे। बैठक के बाद 2:30 बजे राहुल गांधी फुरसतगंज एयर पोर्ट के लिए रवाना होंगे।
और भी

सुप्रीम कोर्ट ने पलटा इलाहाबाद हाई कोर्ट का फैसला

  • UP मदरसा एक्ट को SC ने माना सही
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मदरसों में पढ़ने वाले लाखों छात्रों को बड़ी राहत मिली है. सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के उस फैसले को रद्द कर दिया है, जिसमें अदालत ने मदरसा एक्ट को संविधान के विरुद्ध बताया था.
यह फैसला चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की पीठ ने निर्णय सुनाया है. पीठ ने कहा कि हाईकोर्ट का निर्णय उचित नहीं था. इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने मदरसा एक्ट को सही बताया.
सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से उत्तर प्रदेश के 16 हजार मदरसों को राहत मिल गई है. यानी अब यूपी में मदरसे चलते रहेंगे. बता दें कि उत्तर प्रदेश में मदरसों की कुल संख्या लगभग 23,500 है. इनमें 16,513 मदरसे मान्यता प्राप्त हैं. यानी ये सभी रजिस्टर्ड हैं. इसके अलावा करीब 8000 मदरसे गैर मान्यता प्राप्त मदरसे हैं. मान्यता प्राप्त मदरसों में 560 मदरसे ऐसे हैं, जो एडेड हैं. यानी 560 मदरसों का संचालन सरकारी पैसों से होता है.
और भी