हिंदुस्तान

प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार को दी 28 परियोजनाओं की सौगात

  • खुले वाहन पर सवार होकर सीएम नीतीश के साथ मंच तक पहुंचे
सीवान। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को बिहार के सीवान पहुंचे जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया। इस दौरान पीएम मोदी ने सीवान जिले के जसौली में आयोजित एक कार्यक्रम में करीब 5,900 करोड़ रुपये की लागत से आवास, शहरी विकास, जल शक्ति, विद्युत और रेल से जुड़ी 28 परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया।
पीएम मोदी यहां एक जनसभा को संबोधित कर रहे हैं, जिसमें बड़ी संख्या में सीवान, गोपालगंज और सारण सहित कई जिलों के लोग पहुंचे हैं। पीएम मोदी ने इस मौके पर करीब 400 करोड़ रुपये की लागत से वैशाली और देवरिया के बीच नई रेल लाइन परियोजना का उद्घाटन किया। साथ ही, इस रूट पर नई ट्रेन सेवा को भी हरी झंडी दिखाई।
इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने पाटलिपुत्र से गोरखपुर के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह वंदे भारत एक्सप्रेस मुजफ्फरपुर और बेतिया होते हुए चलेगी। प्रधानमंत्री मोदी मढ़ौरा रेल इंजन फैक्ट्री में बने पहले निर्यात योग्य लोकोमोटिव को भी हरी झंडी दिखाई, जो अब गिनी गणराज्य को भेजा जाएगा। बताया जाता है कि यह लोकोमोटिव आधुनिक तकनीकों जैसे रीजेनरेटिव ब्रेकिंग, एसी प्रपल्शन और माइक्रोप्रोसेसर कंट्रोल से लैस है।
प्रधानमंत्री मोदी ने सिवान से नमामि गंगे योजना के तहत 1,800 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बने छह सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स का भी उद्घाटन किया। इसके साथ ही उन्होंने बिहार के विभिन्न शहरों में पानी की आपूर्ति, स्वच्छता और सीवेज परियोजनाओं के लिए 3,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली योजनाओं का शिलान्यास भी किया।
ऊर्जा क्षेत्र को सशक्त करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री मोदी ने 500 मेगावाट ऑवर बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम की स्थापना की आधारशिला रखी। यह मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, बेतिया और सिवान जैसे 15 ग्रिड सबस्टेशनों पर लगाई जाने वाली है। प्रत्येक सबस्टेशन में लगाई जाने वाली बैटरी की क्षमता 20 से 80 मेगावाट है। यह वितरण कंपनियों को महंगी दरों पर बिजली खरीदने से बचाएगा क्योंकि पहले से संग्रहीत बिजली को सीधे उपभोक्ताओं को वापस ग्रिड में भेजा जाएगा।
पीएम मोदी ने यहां प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत बिहार में 53,600 से अधिक लाभार्थियों को पहली किस्त की राशि हस्तांतरण की जारी की और 6,600 से अधिक परिवारों को घरों की चाबियां सौंपी गई और गृह प्रवेश कराया। इस मौके पर सांकेतिक रूप से विभिन्न जिलों से आए पांच लोगों को पीएम मोदी ने चाबी सौंपी।
इससे पहले पीएम मोदी खुली गाड़ी पर सवार होकर लोगों के बीच से गुजरते हुए मंच तक पहुंचे। गाड़ी पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी उपस्थित रहे। इस दौरान पीएम मोदी पर पुष्प वर्षा होती रही और उपस्थित लोग 'मोदी जिंदाबाद' के नारे लगाते रहे। पीएम मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी लोगों का हाथ हिलाकर अभिवादन करते रहे। इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए।
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दिल्ली-पुणे एअर इंडिया की फ्लाइट से पक्षी टकराया

  • विमान की वापसी की यात्रा रद्द
मुंबई। दिल्ली से पुणे जाने वाली एअर इंडिया की फ्लाइट में शुक्रवार को पक्षी टकरा गया। इस वजह से एयरलाइन को अपनी वापसी की यात्रा रद्द करनी पड़ी। एयरलाइन ने एक बयान में कहा कि विमान सुरक्षित रूप से उतर गया और पक्षी टकराने का पता पुणे में उतरने के बाद चला।
एयरलाइन ने कहा कि विमान को आगे की यात्रा के लिए रोक दिया गया। इंजीनियरिंग टीम की ओर से विमान की व्यापक जांच की जा रही है। एयरलाइन ने कहा, '20 जून को पुणे से दिल्ली के लिए उड़ान भरने वाली AI-2470 को पक्षी टकराने के कारण रद्द कर दिया गया है, जिसका पता आने वाली फ्लाइट के पुणे में सुरक्षित उतरने के बाद चला।' एयरलाइन ने यह भी कहा कि वह फंसे हुए यात्रियों के लिए रुकने की व्यवस्था और भोजन उपलब्ध कराने सहित सभी व्यवस्थाएं कर रही है। यात्रियों को टिकट रद्द करने पर पैसों की वापसी या यात्रा को फिर से र्निर्धारित करने वाले विकल्प की पेशकश की जा रही है। साथ ही यात्रियों के लिए दिल्ली जाने की वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है।
एअर इंडिया की चार अंतरराष्ट्रीय उड़ानों समेत आठ फ्लाइट्स रद्द
इस बीच एअर इंडिया ने आज अपनी कई उड़ान सेवाएं रद्द कर दी हैं। एयरलाइन की ओर से अब तक चार अंतरराष्ट्रीय उड़ानों समेत आठ फ्लाइट्स को रद्द करने की सूचना दी गई है। एयरलाइन ने बताया कि शुक्रवार को रखरखाव और परिचालन संबंधी कारणों से एअर इंडिया ने चार अंतरराष्ट्रीय सेवाओं सहित आठ उड़ानें रद्द कर दी हैं। यात्रियों के लिए जल्द से जल्द अपने गंतव्यों तक उड़ान भरने के लिए ग्राउंड पर उसकी टीमें वैकल्पिक व्यवस्था कर रही हैं।
हर हफ्ते 38 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें घटाएगा एअर इंडिया
इस बीच एअर इंडिया ने 21 जून से 15 जुलाई 2025 तक हर हफ्ते 38 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें घटाने और तीन विदेशी मार्ग पर सेवाएं बंद करने का ऐलान किया है। हालिया विमान दुर्घटना के बाद सुरक्षा जांच बढ़ाई गई है, जिससे उड़ानों पर असर पड़ा है।
 
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भाजपा सरकार शिक्षा और शिक्षक विरोधी है : अखिलेश यादव

  • समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को किया संबोधित
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को यूपी में शिक्षकों और शिक्षा विभाग की स्थिति पर गहरी चिंता जताई। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए यादव ने शिक्षा के महत्व और समाज को आकार देने में शिक्षकों की भूमिका पर जोर दिया।
"हाल ही में, अखबारों के माध्यम से, हमने सरकार के ऐसे फैसले देखे हैं, जिनसे हम बहुत चिंतित हैं। हम चिंतित हैं क्योंकि अगर साजिश के तहत जानबूझकर शिक्षा को नष्ट किया जाता है, तो हमारे समाज का क्या होगा? हम सभी जानते हैं कि नेताजी (मुलायम सिंह यादव) खुद एक शिक्षक थे। और एक शिक्षक होने के नाते, उनके भीतर की वह पहचान कभी फीकी नहीं पड़ी, चाहे वह विधानसभा हो या संसद, उन्होंने हमेशा चीजों को समझाने की कोशिश की। राजनीतिक मंचों पर भी, आपने देखा होगा कि वे एक शिक्षक के रूप में दिखाई दिए, मार्गदर्शन करते हुए, जरूरत पड़ने पर डांटते हुए और हमेशा आगे का रास्ता दिखाते हुए," यादव ने कहा।
"लोग अक्सर हमें 'परिवारवादी पार्टी' कहते हैं, लेकिन एक शिक्षक का बेटा होने के नाते, मैं हर शिक्षक के साथ एक पारिवारिक रिश्ता साझा करता हूं। उनका दर्द मेरा दर्द है। जो लोग हमारे साथ काम कर चुके हैं, वे जानते हैं कि जब भी समाजवादी पार्टी को मौका मिला, हमने शिक्षकों की समस्याओं को हल करने के लिए ईमानदारी से प्रयास किए।" यादव ने कहा।
शांतिपूर्ण विरोध और अदालती मामलों के बावजूद शिक्षकों की चिंताओं को नजरअंदाज करने के लिए यादव ने भाजपा सरकार की आलोचना की, "मेरे पीछे शिक्षकों के पोस्टर हैं जो वर्षों से विरोध कर रहे हैं, सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। उनके शांतिपूर्ण प्रयासों, यहां तक ​​कि अदालत जाने के बावजूद, सरकार उन्हें अनदेखा कर रही है। ऐसा लगता है कि जब सरकार शिक्षकों को देखती है, तो वह अंधी हो जाती है। वह बहरी हो जाती है। इसलिए मैं यह कहना चाहता हूं: जितनी जल्दी शिक्षकों और छात्रों के अभिभावकों को यह एहसास हो जाएगा कि भाजपा सरकार शिक्षा और शिक्षक विरोधी है, और भाजपा के कारण हमारे बच्चों का भविष्य अंधकार की ओर जा रहा है, उतनी ही जल्दी बदलाव की नींव रखी जाएगी।"
यादव ने आरोप लगाया, "भाजपा प्रतिगामी है। उन्हें पता है कि शिक्षित लोग सवाल पूछते हैं। शिक्षित लोग विभाजनकारी राजनीति का विरोध करते हैं। इसलिए वे कम स्कूल चाहते हैं, ताकि असहमति की आवाज़ कम हो। शिक्षित लोग नौकरी की मांग करते हैं। अगर सरकारी नौकरियाँ हैं, तो आरक्षण लागू किया जाना चाहिए। लेकिन भाजपा आरक्षण के खिलाफ है, इसलिए, नौकरियाँ उनके एजेंडे में भी नहीं हैं। मैं भाजपा से आग्रह करता हूँ कि शिक्षकों और सरकारी कर्मचारियों को इस हद तक न धकेलें कि बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो जाएँ और हर क्षेत्र में व्यवधान पैदा हो।" भाजपा सरकार को हृदयहीन बताते हुए यादव ने आरोप लगाया, "भाजपा सरकार हमेशा शिक्षकों और कर्मचारियों की समस्याओं के प्रति उदासीन रवैया अपनाती है। यह एक हृदयहीन सरकार है। हमने यह कई बार कहा है। जब भी उनके लिए कोई निर्णय लेने का समय आता है, तो हमने देखा है कि इस सरकार में सहानुभूति की कमी होती है।"
सपा नेता ने शिक्षकों के सामने आने वाली बुनियादी ढाँचे और परिवहन समस्याओं का हवाला देते हुए ऑनलाइन उपस्थिति के मुद्दे को उजागर किया। "ऑनलाइन अटेंडेंस के विरोध में हमने कहा कि शिक्षकों पर भरोसा करके ही हम एक बेहतर पीढ़ी तैयार कर सकते हैं। कोई भी शिक्षक स्कूल में देरी से नहीं आना चाहता। लेकिन बुनियादी ढांचे का क्या? कोई भी शिक्षक देरी से नहीं आना चाहता, लेकिन अपर्याप्त सार्वजनिक परिवहन, बंद रेलवे क्रॉसिंग या घर से स्कूल तक की 50 किलोमीटर की दूरी इसे मुश्किल बना देती है। शिक्षकों के पास अक्सर स्कूलों के पास सरकारी आवास नहीं होते हैं, न ही दूरदराज के इलाकों में किराये के मकान उपलब्ध होते हैं।
इससे अनावश्यक तनाव होता है और मानसिक चिंता की स्थिति में कुछ शिक्षक घातक दुर्घटनाओं का शिकार हो चुके हैं। ऐसे कई उदाहरण हैं। आपात स्थिति में, यदि किसी शिक्षक को व्यक्तिगत या पारिवारिक कारणों से स्कूल से जल्दी निकलना पड़ता है, तो इसे पूरे दिन की अनुपस्थिति के रूप में दर्ज किया जाता है। यह शोषण है; शिक्षा विभाग में कोई भी इसे जानता है।" यादव ने शिक्षकों के शोषण, ट्रांसफर पोस्टिंग में भ्रष्टाचार सहित आरोप लगाया और दावा किया कि सरकार की नीतियां शिक्षकों और सरकारी कर्मचारियों को बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन की ओर धकेल रही हैं।
उन्होंने कहा, "हमारे कई साथियों ने हमें बताया है कि उनका किस तरह से शोषण किया जा रहा है। जन सुनवाई के दौरान एक शिक्षक हमारे पास आए और अपनी दुविधा बताई। वे ट्रांसफर पोस्टिंग में भ्रष्टाचार के बारे में बात कर रहे थे, हमें ट्रांसफर होने का 'रेट' बता रहे थे। कितने लाख? देर से आने या जल्दी जाने के कई कारण हो सकते हैं, बिजली कटौती से लेकर इंटरनेट की समस्याएँ जो ऑनलाइन सिस्टम को प्रभावित करती हैं। इसलिए, इन व्यावहारिक समस्याओं को हल किए बिना, डिजिटल उपस्थिति संभव नहीं है।
जब इंटरनेट काम नहीं करता है, तो आप डिजिटल सिस्टम पर कैसे भरोसा कर सकते हैं? आप हर चीज़ को उस सिस्टम पर थोपना चाहते हैं? इसे पहले प्रशासनिक विभागों में क्यों नहीं लागू किया जाता जहाँ इसकी वास्तव में ज़रूरत है? वरिष्ठ और शीर्ष अधिकारियों को भी डिजिटल उपस्थिति के अधीन किया जाना चाहिए। उनके अपने उपस्थिति रिकॉर्ड से पता चलेगा कि वे वास्तव में कितनी बार उपस्थित होते हैं।" (एएनआई)
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PM नरेंद्र मोदी ने बिहार में विपक्ष की आलोचना की

सीवान। बिहार में विपक्षी दलों पर उनके कार्यकाल के दौरान राज्य की धीमी प्रगति के लिए तीखा हमला करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि विपक्षी कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) बिहार विरोधी और निवेश विरोधी हैं। बिहार के सीवान में एक सार्वजनिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस और राजद ने गुंडाराज और भ्रष्टाचार का समर्थन किया।
प्रधानमंत्री ने कहा, "राजद और कांग्रेस बिहार और निवेश के खिलाफ हैं। वे कभी भी बिहारियों के दिल में जगह नहीं बना सकते।" प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजद और कांग्रेस पर बिहार के लोगों के स्वाभिमान को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाते हुए कहा, "मेरे बिहारी भाई-बहन कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी काम करके अपनी क्षमता का परिचय देते हैं। वे कभी भी अपने स्वाभिमान से समझौता नहीं करते। लेकिन पंजा (कांग्रेस) और लालटेन (जदयू) वाले लोगों ने मिलकर बिहार के स्वाभिमान को बहुत ठेस पहुंचाई है।" उन्होंने कहा कि राजद और कांग्रेस का एकमात्र मंत्र अपने परिवारों की समृद्धि है। उन्होंने कहा, "अपने उज्ज्वल भविष्य, अपने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए आपको बहुत सावधान रहना होगा। समृद्ध बिहार की यात्रा में ब्रेक लगाने वालों को दूर रखना होगा। बिहार मेक इन इंडिया का केंद्र बनेगा।" उन्होंने आगे एनडीए के कार्यकाल में किए गए विकास कार्यों और बिहार के लोगों को इससे होने वाले लाभों पर प्रकाश डाला।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "1.5 करोड़ से अधिक घरों में बिजली कनेक्शन दिया गया है। 1.5 करोड़ घरों में पानी का कनेक्शन दिया गया है। 45 हजार से अधिक कॉमन सर्विस सेंटर बनाए गए हैं। बिहार की प्रगति के लिए हमें इस गति को निरंतर बढ़ाते रहना है। पिछले 10 वर्षों में बिहार में लगभग 55 हजार किलोमीटर ग्रामीण सड़कें बनाई गई हैं।"
उन्होंने कहा कि भारत की आर्थिक प्रगति में बिहार की बड़ी भूमिका होगी। उन्होंने कहा, "मैं कल ही विदेश से लौटा हूं। इस यात्रा के दौरान मैंने दुनिया के प्रमुख समृद्ध देशों के नेताओं से बात की। सभी नेता भारत की तीव्र प्रगति से बहुत प्रभावित हैं। वे भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक महाशक्ति बनते हुए देख रहे हैं और इसमें बिहार की निश्चित रूप से बड़ी भूमिका होगी।" सीवान की धरती के महत्व पर प्रकाश डालते हुए पीएम मोदी ने कहा, "मेरे इस आत्मविश्वास का कारण आप सभी बिहारवासियों की ताकत है। आप सभी ने मिलकर बिहार से जंगलराज को खत्म किया है। हमारे यहां के युवाओं ने 20 साल पहले बिहार की दुर्दशा के बारे में सिर्फ कहानियों और किस्सों में सुना है। उन्हें नहीं पता कि जंगलराज वालों ने बिहार की क्या हालत कर दी थी।"
"एनडीए की सरकार राजेंद्र प्रसाद और ब्रजकिशोर प्रसाद जैसे महापुरुषों के जीवन मिशन को दृढ़ निश्चय के साथ आगे बढ़ा रही है... इसी विकास की कड़ी में हमने आज इस मंच पर हजारों करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया है..." उन्होंने जोर दिया। (एएनआई)
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भारत के बाद पाक ने भी अमेरिका की मध्यस्थता का दावा नकारा

  • सऊदी अरब की भूमिका को बताया अहम
नई दिल्ली। भारत के बाद अब पाकिस्तान ने भी दोनों देशों के बीच सीजफायर कराने में अमेरिका की भूमिका को नकारा है। साथ ही यह भी दावा किया कि पाकिस्तान के रिक्वेस्ट पर सऊदी अरब ने भारत से सीजफायर के लिए बात की।
पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने पाकिस्तानी समाचार चैनल में दिए एक इंटरव्यू के दौरान ऐसा दावा किया। डार ने इंटरव्यू के दौरान यह भी माना कि भारत ने पाकिस्तान के दो बड़े एयरबेस, नूर खान और शोरकोट, पर हमला किया था। उन्होंने खुलासा किया कि 6-7 मई की दरमियानी रात जब पाकिस्तान जवाबी हमले की तैयारी कर रहा था, तभी भारत ने दोबारा एयर स्ट्राइक किया और नूर खान-शोरकोट एयरबेस को नुकसान पहुंचाया।
डार ने दोनों देशों के बीच सीजफायर कराने की भूमिका में सऊदी अरब की पहल की बात स्वीकारी। उन्होंने बताया कि भारत के हमलों के बाद सऊदी अरब के प्रिंस ने भारत से फोन पर बात करने का प्रस्ताव दिया था। फिर पाकिस्तान की हामी के बाद सऊदी अरब ने भारत से बात की थी।
उप-प्रधानमंत्री ने बताया, "भारतीय हमलों के करीब 45 मिनट बाद सऊदी अरब के प्रिंस फैसल ने मुझसे फोन पर बात की। प्रिंस ने कहा कि क्या मैं भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर से बात करूं? अगर पाकिस्तान रुकने के लिए तैयार है तो भारत भी रुक सकता है। इस पर मैंने उन्हें हां कह दिया। फिर प्रिंस का कुछ देर बाद दोबारा कॉल आया और बताया कि जयशंकर को सारी बातें बता दी हैं।"
डार के इस दावे से अब यह साफ हो गया कि सऊदी अरब ने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते आक्रोश को शांत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उल्लेखनीय है कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पीओके (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) और पाकिस्तान स्थित नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हमला करके 100 से अधिक आतंकियों को मार गिराया था। इसके बाद पाक के नाकाम हमलों के कारण दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ता गया। बाद में पाकिस्तान के अनुरोध पर सीजफायर हुआ। लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कई बार अंतर्राष्ट्रीय मंचों से दोनों देशों के बीच सीजफायर कराने का दावा करते नजर आए, जबकि भारत इसको लगातार नकारता रहा। वहीं, अब यह पहला मौका है, जब पाकिस्तान ने भी दोनों पड़ोसी देशों के बीच अमेरिका की मध्यस्थता की भूमिका को नकारा और साफ किया कि सऊदी अरब दोनों देशों के बीच तनाव को कम करने के लिए आगे आया था।
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भीषण सड़क दुर्घटना में 9 लोगों की मौत, शादी समारोह से लौट रहे थे

  • भारी सामान से लदा ट्रेलर भी सड़क किनारे पलट गया.
पुरुलिया। पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में भीषण सड़क दुर्घटना हुई है, जिसमें नौ लोग मारे गए। हादसा बलरामपुर थाना क्षेत्र के नामशोल के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 18 पर उस समय हुआ, जब बोलेरो गाड़ी में सवार लोग एक शादी समारोह से लौट रहे थे।
जानकारी के मुताबिक, सुबह 7 बजे पुरुलिया-जमशेदपुर राष्ट्रीय राजमार्ग 18 पर बलरामपुर के नामशूल में एक्सीडेंट हुआ। बारातियों से भरी बोलेरो गाड़ी शादी समारोह से वापस पुरुलिया से बलरामपुर की ओर लौट रही थी। अचानक जमशेदपुर की ओर से तेज गति से आ रही एक ट्रेलर ने उसे टक्कर मार दी। इससे गाड़ी चकनाचूर हो गई, जबकि भारी सामान से लदा ट्रेलर भी सड़क किनारे पलट गया। घटना के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात ठप हो गया।
हादसे की सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची। बोलेरो में सवार 9 लोगों को ब्लॉक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बताया गया है कि मृतक झारखंड के निमडीह के निवासी थे, जो पुरुलिया में एक शादी समारोह में शामिल होने के बाद घर लौट रहे थे।
बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने इस सड़क दुर्घटना पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि मेरी संवेदनाएं उन पीड़ितों के परिवारों के साथ हैं, जिन्होंने लगातार दुर्घटना में अपनी जान गंवा दी। सुवेंदु अधिकारी ने 'एक्स' पर पोस्ट में कहा, "सुबह पुरुलिया के बलरामपुर में एक दुखद सड़क दुर्घटना में 9 लोगों की जान चली गई। ये घटना राष्ट्रीय राजमार्ग 18 पर नामशोल गांव में हुई। एक ट्रेलर ने एक बोलेरो वाहन को टक्कर मार दी और दोनों वाहन घटनास्थल पर ही पलट गए।"
बीजेपी नेता ने पुरुलिया हादसे से पहले गुरुवार को हावड़ा में हुई घटना का जिक्र करते हुए राज्य सरकार को घेरा। उन्होंने कहा, "हावड़ा के बगनान में लाइब्रेरी मोड़ पर एक यात्री बस और ट्रक के बीच भीषण टक्कर हुई थी। यात्रियों से भरी बस तुरंत पलट गई। दो यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई और एक अन्य ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। कम से कम 26 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। पश्चिम बंगाल में सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या ट्रैफिक प्रबंधन और सुरक्षा नियमों के क्रियान्वयन में एक सिस्टम स्तर की विफलता को दर्शाती है।"
उन्होंने कहा, "ये लगातार हो रही त्रासदियां पश्चिम बंगाल में सड़क सुरक्षा मानकों की भयावह गिरावट को उजागर करती हैं, जो सीधे गृह मंत्री ममता बनर्जी के अधिकार क्षेत्र में आने वाली पुलिस की निगरानी में है। खराब ट्रैफिक व्यवस्था, अपर्याप्त सड़क बुनियादी ढांचे और कमजोर कानून प्रवर्तन के कारण पश्चिम बंगाल की सड़कों पर प्रतिदिन अनगिनत लोगों की जान जा रही है। ये सही समय है कि राज्य सरकार ऐसी हृदय विदारक त्रासदियों को रोकने के लिए सड़क सुरक्षा मानकों में सुधार को प्राथमिकता दे।"
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CM नीतीश कुमार ने सीवान में PM नरेंद्र मोदी की तारीफ की

सीवान। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि 2005 में राज्य में उनकी सरकार बनने के बाद से उन्होंने बिहार के लिए बहुत कुछ किया है। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ की और कहा कि उनके लिए इतनी बड़ी भीड़ जुटी है। नीतीश कुमार सीवान में सभा को संबोधित कर रहे थे, जहां पीएम नरेंद्र मोदी ने जल, रेल और बिजली क्षेत्र से जुड़ी विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया।
सीएम नीतीश ने पिछली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने "बेकार" टिप्पणियां करने के अलावा कुछ नहीं किया। नीतीश कुमार ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, "जब 2005 में एनडीए की सरकार बनी थी, तब से हमने बिहार के लिए बहुत कुछ किया है... लेकिन उससे पहले की सभी सरकारें, जो आज बेकार की टिप्पणियां करती रहती हैं, उन्होंने कभी कुछ नहीं किया। लोग अपने घरों से भी नहीं निकल पाते थे और उस समय बिहार में ऐसी बुरी स्थिति थी। क्या आपने पहले कभी इतनी बड़ी भीड़ देखी है, जितनी आज पीएम मोदी के लिए उमड़ी है?"
इस बीच, बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बिहार के सीवान में 6000 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया। सम्राट चौधरी ने कहा, "मैं एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी को नमामि गंगे के माध्यम से यहां 6 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। पीएम मोदी, कृपया बिहार आते रहें। जब भी आप आते हैं, बिहार को तोहफा देते हैं। बिहार आपके आने का इंतजार करता रहता है।"
इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के सीवान में एक रोड शो किया और एक जनसभा में लोगों का अभिवादन किया, जहाँ वे जल, रेल और बिजली क्षेत्र सहित कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे और उनका उद्घाटन करेंगे। सीवान में एक जनसभा में मंच पर आने पर प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का अभिवादन किया। उनका यह दौरा बिहार विधानसभा चुनावों से पहले हो रहा है, जो इस साल के अंत में होने वाले हैं। (एएनआई)
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मथुरा से हाथरस और मथुरा से बरेली तक जाने वाली सड़कों का निर्माण पूरा

  • सांसद हेमा मालिनी ने निभाया वादा
मुंबई। अभिनेत्री एवं भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने हाल ही में अपने निर्वाचन क्षेत्र मथुरा की एक लंबित विकास परियोजना की जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की। उन्होंने बताया कि मथुरा से हाथरस तक और मथुरा से बरेली तक जाने वाली सड़कों का निर्माण पूरा हो चुका है।
हेमा ने अपने एक्स अकाउंट पर कुछ तस्वीरें शेयर कीं। उन्होंने बताया कि एक बड़ी सड़क परियोजना पूरी हो गई है। एक्ट्रेस ने कहा कि राया इलाके में भारी ट्रैफिक की समस्या को दूर करने के लिए उन्होंने बार-बार केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से अपील की थी, जिसके बाद यह निर्माण कार्य शुरू हुआ था।
अपने पोस्ट में, हेमा ने खुलासा किया कि प्रोजेक्ट के तहत मथुरा से हाथरस तक 66 किलोमीटर लंबी सड़क बनी है, जिस पर लगभग 1,700 करोड़ रुपये खर्च हुए। साथ ही, मथुरा से बरेली तक 256 किलोमीटर लंबी एक और बड़ी सड़क भी बनाई गई, जिस पर 4,500 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। इन सड़कों के बनने से ट्रैफिक की दिक्कत कम होगी और इलाके का विकास होगा।
शेयर की गई तस्वीरों में हेमा मालिनी अधिकारियों के साथ सड़क का निरीक्षण करते दिख रही हैं।
उन्होंने अपने पोस्ट के कैप्शन में लिखा, ''ट्रैफिक की समस्या को दूर करने के अनुरोध के चलते इन सुंदर सड़कों का निर्माण केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी जी के द्वारा कराया गया है। मुझे उम्मीद है कि अब इस सड़क के बनने से ट्रैफिक की समस्या खत्म हो जाएगी और लोग खुश होंगे। मथुरा से हाथरस तक 66 किलोमीटर सड़क बनाने में करीब 1700 करोड़ रुपये लगे हैं, और मथुरा से बरेली तक 256 किलोमीटर सड़क बनाने में 4500 करोड़ रुपये की लागत आई है।''
हेमा मालिनी ने कहा, ''मथुरा के लोगों से जो वादा किया था, मैंने उसे पूरा किया। बतौर सांसद मथुरा शहर और ट्रैफिक की समस्याओं को बेहतर बनाने के लिए जो भी कर सकती थीं, वह सब किया। अब संबंधित अधिकारियों के साथ नई सड़क का निरीक्षण कर रही हूं।'' उन्होंने इसके आगे हैशटैग का इस्तेमाल करते हुए 'मथुरा' लिखा।
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एयर इंडिया विमान हादसे के बाद 220 डीएनए सैंपल मैच

  • परिजनों को सौंपे गए 202 शव
अहमदाबाद। गुजरात के अहमदाबाद में 12 जून को विमान हादसे में मारे गए 220 लोगों का डीएनए सैंपल मैच हो गया है। गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर डीएनए मिलान के बारे में जानकारी साझा की है।
गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने एक्स पर लिखा, "शुक्रवार सुबह 11:45 बजे तक की जानकारी के अनुसार, शवों की पहचान और उन्हें उनके परिजनों को सौंपने की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। अब तक 220 डीएनए सैंपल का मिलान हो गया है और अब तक 220 परिवारों से डीएनए मिलान को लेकर संपर्क किया गया है, जबकि 202 शवों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया है।"
ऋषिकेश पटेल ने आगे बताया, "202 शव परिवार को सौंपे गए हैं, जिनमें 151 भारतीय नागरिक, 34 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडा का नागरिक शामिल हैं। इसके अलावा, मृतकों में नौ भारतीय ऐसे हैं जो यात्री नहीं थे। इन 202 में से 15 शवों को हवाई मार्ग से और 187 को सड़क मार्ग से एंबुलेंस के माध्यम से स्थानांतरित किया गया है।"
उन्होंने कहा कि बाकी शवों को जल्द से जल्द उनके परिजनों तक पहुंचाने के प्रयास जारी हैं। गुरुवार सुबह गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट शेयर कर अहमदाबाद पुलिस, प्रशासन और सामाजिक कार्यकर्ताओं को बधाई दी थी। उन्होंने एक्स पर लिखा, "अहमदाबाद पुलिस, जिला प्रशासन और सामाजिक कार्यकर्ताओं को बधाई, उन्होंने पीड़ितों के परिवारों को कीमती सामान लौटाने का शानदार काम किया। उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण ने कई लोगों के जीवन में बड़ा बदलाव किया है। इन नायकों को सलाम।"
इससे पहले, अहमदाबाद विमान हादसे को लेकर गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने बताया था कि जो भी सामान दुर्घटनास्थल से मिला है, वह जांच के बाद उनके परिजनों को सौंप दिया जाएगा। एयर इंडिया विमान हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी सहित 241 लोगों की मौत हुई। हादसे में सिर्फ एक यात्री की जान बची है, जो भारतीय मूल का ब्रिटिश नागरिक है।
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सुरक्षा जांच के बीच एयर इंडिया ने 8 और उड़ानें रद्द कीं

Air India : एयर इंडिया ने शुक्रवार को रखरखाव और परिचालन संबंधी कारणों का हवाला देते हुए आठ और घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द कर दी हैं। ये रद्दीकरण ऐसे समय में किया गया है जब 12 जून को ड्रीमलाइनर विमान की घातक दुर्घटना के बाद एयरलाइन को नियामकीय जांच और सुरक्षा निरीक्षण का सामना करना पड़ रहा है। अहमदाबाद से लंदन गैटविक मार्ग पर हुई इस दुर्घटना में 271 लोगों की जान चली गई, जिसमें 30 से अधिक लोग जमीन पर थे।
रद्दीकरण से प्रभावित अंतरराष्ट्रीय सेवाओं में दुबई से चेन्नई, दिल्ली से मेलबर्न, मेलबर्न से दिल्ली और दुबई से हैदराबाद की उड़ानें शामिल हैं। घरेलू मोर्चे पर, पुणे से दिल्ली, अहमदाबाद से दिल्ली और हैदराबाद से मुंबई की उड़ानें भी रद्द कर दी गईं।
ये रद्दीकरण एयर इंडिया के सामने एक बड़े परिचालन संकट का हिस्सा हैं क्योंकि यह दुर्घटना के बाद की स्थिति से निपटना जारी रखता है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने एयरलाइन के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर बेड़े में व्यापक सुरक्षा जांच का आदेश दिया है।
DGCA के आंकड़ों के अनुसार, 12 जून की घटना के बाद से ड्रीमलाइनर की 66 उड़ानें रद्द की गई हैं। दुर्घटना के दिन ही, ड्रीमलाइनर की 50 में से छह निर्धारित उड़ानें रोक दी गईं।
18 जून तक, एयर इंडिया के 33 ड्रीमलाइनरों में से 24 का निरीक्षण पूरा हो चुका था, और आने वाले दिनों में और विमानों की समीक्षा की जानी है। रखरखाव संबंधी समस्याओं के कारण दो ड्रीमलाइनर वर्तमान में दिल्ली में ग्राउंडेड एयरक्राफ्ट के रूप में सूचीबद्ध हैं।
रद्दीकरण के नवीनतम दौर ने इस सप्ताह बाधित उड़ानों की बढ़ती संख्या में इज़ाफा किया है। मंगलवार को, एयर इंडिया ने अहमदाबाद से लंदन मार्ग पर उड़ान AI 159 सहित ड्रीमलाइनर द्वारा संचालित कम से कम 13 और सेवाएँ रद्द कर दीं। इस विमान को पहले AI 171 के रूप में नामित किया गया था, जिसके सेवा में वापस आने की उम्मीद थी, लेकिन अनुपलब्धता के कारण इसे रोक दिया गया।
एयर इंडिया इस चुनौतीपूर्ण अवधि से गुज़रना जारी रखता है क्योंकि यह उन्नत सुरक्षा नियमों का अनुपालन करते हुए पूर्ण संचालन को बहाल करने के लिए काम करता है।
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"ऑपरेशन सिंधु" का हिस्सा बनने पर इंडिगो ने भारत सरकार का जताया आभार

नई दिल्ली। इंडिगो ने शुक्रवार को इजरायल-ईरान युद्ध के बीच भारतीय नागरिकों की निकासी के लिए शुरू हुए 'ऑपरेशन सिंधु' में अपनी भागीदारी के लिए भारत सरकार का आभार व्यक्त किया है। कंपनी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि ऑपरेशन सिंधु के तहत निकासी प्रयासों में योगदान देकर हम बहुत सम्मानित महसूस कर रहे हैं।
इंडिगो ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "हमें इजरायल-ईरान युद्ध के कारण फंसे अपने नागरिकों को भारत वापस लाने में ऑपरेशन सिंधु का हिस्सा बनकर निकासी प्रयासों में योगदान देने पर गर्व है।" एयरलाइन ने भारत सरकार और नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू को इस अवसर के लिए धन्यवाद व्यक्त किया। इंडिगो ने सेवा की भावना दर्शाते हुए कहा कि नागरिकों की मदद करने के लिए हम फ्लाइट के जरिए अधिक से अधिक भारतीयों को घर ला रहे हैं।
भारत सरकार ने इजरायल-ईरान युद्ध के बीच ईरान से भारतीय नागरिकों की निकासी के बाद, इजरायल से भी नागरिकों को निकालने के लिए 'ऑपरेशन सिंधु' को लेकर एक एडवाइजरी जारी की है। ऑपरेशन सिंधु पर विदेश मंत्रालय द्वारा दी गई आधिकारिक जानकारी के अनुसार, इजरायल और ईरान के बीच मौजूदा हालात को देखते हुए भारत सरकार ने उन भारतीय नागरिकों को इजरायल से निकालने का फैसला किया है, जो इजरायल से निकलना चाहते हैं। इजरायल से भारत तक उनकी यात्रा पहले लैंड बॉर्डर के जरिए होगी और इसके बाद हवाई मार्ग से भारत पहुंचने की व्यवस्था होगी।
मंत्रालय की ओर से एक बयान में कहा गया है कि 'ऑपरेशन सिंधु' के मद्देनजर, तेल अवीव में भारतीय दूतावास भारतीयों को निकालने की व्यवस्था करेगा। मंत्रालय ने सभी भारतीय नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे तेल अवीव में भारतीय दूतावास में अपना रजिस्ट्रेशन करवा लें। साथ ही, किसी भी प्रश्न के मामले में मंत्रालय ने भारतीय दूतावास, तेल अवीव में स्थापित 24/7 नियंत्रण कक्ष से संपर्क करने की सलाह दी है।
विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत सरकार विदेश में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है। सरकार स्थिति पर बारीकी से नजर रखेगी। दूतावास सभी संभव सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से समुदाय के साथ लगातार संपर्क में है।
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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का आज जन्मदिन, PM मोदी ने दी शुभकामनाएं

  • बोले- "आप आशा और शक्ति की किरण"
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने मुर्मू को देश के करोड़ों लोगों को प्रेरित करने वाली शख्सियत बताया है। पीएम मोदी के अलावा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित अन्य नेताओं ने भी राष्ट्रपति को बधाई दी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के जरिए शुभकामनाएं दीं। पोस्ट में उन्होंने लिखा, “राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। उनका जीवन और नेतृत्व देश भर के करोड़ों लोगों को प्रेरित करता रहेगा। जनसेवा, सामाजिक न्याय और समावेशी विकास के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता सभी के लिए आशा और शक्ति की किरण है। उन्होंने हमेशा गरीबों और वंचितों को सशक्त बनाने के लिए काम किया है। ईश्वर उन्हें लोगों की सेवा करते हुए दीर्घायु और स्वस्थ जीवन प्रदान करे।"
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने दीर्घायु होने की कामना करते हुए लिखा, “भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से हम भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं देते हैं। उनकी बुद्धिमत्ता और राष्ट्र की प्रगति, कल्याण और न्याय के प्रति अटूट समर्पण देश को सत्य और सदाचार के मार्ग पर आगे बढ़ाता रहे। हम उनके दीर्घायु, स्वस्थ और पूर्ण जीवन की कामना करते हैं।“
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, “भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। जमीनी स्तर से लेकर सर्वोच्च संवैधानिक पद तक का उनका सफर भारत के लोकतंत्र की मजबूती को दर्शाता है। सामाजिक न्याय, गरीबों के सशक्तिकरण और समावेशी विकास के प्रति उनकी दृढ़ प्रतिबद्धता राष्ट्र को प्रेरित करती रहेगी। राष्ट्र की सेवा में उनके दीर्घ, स्वस्थ और संपूर्ण जीवन की कामना करता हूं।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, आपको जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। ईश्वर से आपके उत्तम स्वास्थ्य, दीर्घायु और मंगलमय जीवन की प्रार्थना करता हूं।“ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें सेवा और सादगी का प्रतीक बताते हुए लिखा, “सेवा और सादगी की प्रतीक, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को जन्मदिवस की हार्दिक बधाई! भगवान श्री जगन्नाथ से आपके सुदीर्घ, स्वस्थ व यशस्वी जीवन की प्रार्थना है।“
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “सहजता, सरलता, सौम्यता और महिला सशक्तिकरण की प्रतिमूर्ति राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को जन्मदिन की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। प्रभु बदरी विशाल से आपके सुदीर्घ, उत्तम स्वास्थ्य एवं मंगलमय जीवन की प्रार्थना करता हूं।“
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PM मोदी दो दिवसीय दौरे पर आज बिहार, ओडिशा और कल आंध्र प्रदेश जाएंगे

  • "कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे"
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज और कल देश के तीन राज्यों बिहार, ओडिशा और आंध्र प्रदेश का दौरा करेंगे। प्रधानमंत्री आज बिहार के सीवान का दौरा करेंगे और दोपहर करीब 12 बजे कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। इस अवसर पर वो जनसभा को भी संबोधित करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ओडिशा के भुवनेश्वर जाएंगे और शाम करीब 4:15 बजे ओडिशा सरकार के एक वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में आयोजित राज्यस्तरीय समारोह की अध्यक्षता करेंगे। वो 18,600 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करेंगे। अगले दिन शनिवार को प्रधानमंत्री आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में सुबह करीब 6:30 बजे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर सामूहिक योग प्रदर्शन में हिस्सा लेंगे। प्रधानमंत्री मोदी के दो दिवसीय कार्यक्रम का विवरण भारत सरकार के पत्र एवं सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने दौरा शुरू करने की पूर्व संध्या पर विज्ञप्ति में जारी किया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आज के कार्यक्रम को एक्स हैंडल पर साझा किया है।
प्रधानमंत्री का बिहार दौरा-
-बिहार में बुनियादी ढांचे और सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी सीवान में कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे और उद्घाटन करेंगे।
-क्षेत्र में रेलवे के बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देते हुए प्रधानमंत्री 400 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली नई वैशाली-देवरिया रेल लाइन परियोजना का उद्घाटन करेंगे और इस मार्ग पर एक नई ट्रेन सेवा को हरी झंडी दिखाएंगे। इसके अतिरिक्त, उत्तर बिहार में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री मुजफ्फरपुर और बेतिया के रास्ते पाटलिपुत्र और गोरखपुर के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस को भी हरी झंडी दिखाएंगे।
-"मेक इन इंडिया - मेक फॉर द वर्ल्ड" के विजन को आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री गिनी गणराज्य को निर्यात के लिए मरहोरा प्लांट में निर्मित अत्याधुनिक लोकोमोटिव को भी हरी झंडी दिखाएंगे। यह इस कारखाने में निर्मित पहला निर्यात लोकोमोटिव है। यह उच्च-हॉर्सपावर इंजन, उन्नत एसी प्रणोदन प्रणाली, माइक्रोप्रोसेसर-आधारित नियंत्रण प्रणाली, एर्गोनोमिक कैब डिज़ाइन से सुसज्जित हैं और इसमें पुनर्योजी ब्रेकिंग जैसी तकनीकें शामिल हैं।
-गंगा नदी के संरक्षण और कायाकल्प के लिए प्रतिबद्धता के अनुरूप प्रधानमंत्री मोदी क्षेत्र के लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए 1800 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली नमामि गंगे परियोजना के तहत छह सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का उद्घाटन करेंगे।
-प्रधानमंत्री बिहार के विभिन्न शहरों में 3000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली जलापूर्ति, स्वच्छता और एसटीपी की आधारशिला भी रखेंगे। इसका उद्देश्य इन शहरों के नागरिकों को स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराना है।
-क्षेत्र में बिजली के बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बिहार में 500 मेगावाट क्षमता की बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली (बीईएसएस) की आधारशिला रखेंगे। राज्य के 15 ग्रिड सबस्टेशनों पर स्टैंडअलोन बीईएसएस लगाए जा रहे हैं, जिनमें मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, बेतिया, सीवान आदि शामिल हैं। प्रत्येक सबस्टेशन में लगाई जाने वाली बैटरी की क्षमता 20 से 80 मेगावाट है। यह वितरण कंपनियों को महंगी दरों पर बिजली खरीदने से बचाएगा क्योंकि पहले से संग्रहीत बिजली को सीधे उपभोक्ताओं को वापस ग्रिड में भेजा जाएगा।
-प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बिहार में पीएमएवाई यू के 53,600 से अधिक लाभार्थियों को पहली किस्त भी जारी करेंगे। वे पीएमएवाई यू के 6,600 से अधिक पूर्ण हो चुके मकानों के गृह प्रवेश समारोह के अवसर पर कुछ लाभार्थियों को चाबियाँ भी सौंपेंगे।
प्रधानमंत्री का ओडिशा दौरा-
-प्रधानमंत्री ओडिशा सरकार के एक वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में भुवनेश्वर में राज्यस्तरीय समारोह की अध्यक्षता करेंगे।
-ओडिशा के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्धता के अनुरूप प्रधानमंत्री मोदी 18,600 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी करेंगे। ये परियोजनाएं पेयजल, सिंचाई, कृषि अवसंरचना, स्वास्थ्य अवसंरचना, ग्रामीण सड़कें और पुल, राष्ट्रीय राजमार्गों के खंड और एक नई रेलवे लाइन सहित महत्वपूर्ण क्षेत्रों को कवर करेंगी।
-जिले के राष्ट्रीय रेलवे नेटवर्क के साथ एकीकरण के ऐतिहासिक क्षण को चिह्नित करते हुए प्रधानमंत्री पहली बार बौध जिले में रेल संपर्क का विस्तार करते हुए नई ट्रेन सेवाओं को हरी झंडी दिखाएंगे।
-स्वच्छ ऊर्जा और टिकाऊ परिवहन को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी राजधानी क्षेत्र शहरी परिवहन (सीआरयूटी) प्रणाली के अंतर्गत 100 इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाएंगे। यह आधुनिक, पर्यावरण अनुकूल शहरी गतिशीलता नेटवर्क को समर्थन प्रदान करेगी।
-प्रधानमंत्री ओडिशा विजन डॉक्यूमेंट जारी करेंगे। 2036 (जब ओडिशा भारत के पहले भाषाई राज्य के रूप में 100 वर्ष पूरे करेगा) और 2047 (जब भारत स्वतंत्रता के 100 वर्ष का उत्सव मनाएगा) के ऐतिहासिक वर्षों के इर्द-गिर्द केंद्रित यह विजन समावेशी विकास के लिए महत्वाकांक्षी और भविष्य के लिए तैयार रोडमैप की रूपरेखा तैयार करेगा।
-प्रख्यात ओडिया लोगों के योगदान को श्रद्धांजलि के रूप में प्रधानमंत्री मोदी 'बारापुत्र ऐतिहासिक ग्राम योजना' पहल की शुरुआत करेंगे। इसका उद्देश्य ओडिशा की विरासत का सम्मान करते हुए संग्रहालयों, व्याख्या केंद्रों, मूर्तियों, पुस्तकालयों और सार्वजनिक स्थानों के माध्यम से उनके जन्मस्थानों को जीवंत स्मारकों में बदलना और सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा देना है।-राज्य में समृद्धि और आत्मनिर्भरता के प्रतीक के रूप में 16.50 लाख से अधिक लखपति दीदियों का उत्सव मनाते हुए प्रधानमंत्री मोदी पूरे राज्य की सफल महिलाओं को सम्मानित करेंगे।
प्रधानमंत्री का आंध्र प्रदेश दौरा
-11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (आईडीवाई) के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विशाखापत्तनम से राष्ट्रीय समारोह का नेतृत्व करेंगे। वह विशाखापत्तनम के समुद्र तट पर कॉमन योग प्रोटोकॉल (सीवाईपी) सत्र में लगभग पांच लाख प्रतिभागियों के साथ भाग लेंगे, जबकि सामंजस्यपूर्ण योग प्रदर्शन में राष्ट्र का नेतृत्व करेंगे। योग संगम कार्यक्रम पूरे भारत में 3.5 लाख से अधिक स्थानों पर एक साथ आयोजित किए जाएंगे। इस वर्ष, माय गवर्नमेंट और माय भारत जैसे प्लेटफार्म पर योग विद फैमिली और योग अनप्लग्ड के तहत युवा-केंद्रित पहल जैसी विशेष प्रतियोगिताएं शुरू की गई हैं, जो बड़े पैमाने पर भागीदारी को प्रोत्साहित करती हैं।
-इस वर्ष का विषय, "एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग" मानव और ग्रह स्वास्थ्य के परस्पर संबंध को उजागर करता है और सामूहिक कल्याण की वैश्विक दृष्टि को प्रतिध्वनित करता है। यह भारत के "सर्वे संतु निरामया" (सभी रोग मुक्त हों) के दर्शन में निहित है। 2015 में इसकी शुरुआत के बाद से, जब संयुक्त राष्ट्र महासभा ( यूएनजीए) ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने के भारत के प्रस्ताव को अपनाया, तब से प्रधानमंत्री ने नई दिल्ली, चंडीगढ़, लखनऊ, मैसूर, न्यूयॉर्क (संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय) और श्रीनगर सहित विभिन्न स्थानों से समारोहों का नेतृत्व किया है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस तब से शक्तिशाली वैश्विक स्वास्थ्य आंदोलन के रूप में विकसित हुआ है।
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प्रधानमंत्री मोदी आज बिहार को देंगे 5,700 करोड़ रुपये की सौगात

  • कई विकास परियोजनाओं का करेंगे शुभारंभ
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को बिहार के सीवान जिले का दौरा करेंगे, जहां वह 5,700 करोड़ रुपये की लागत वाली कई बुनियादी ढांचा और विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे।
प्रधानमंत्री दोपहर 12 बजे के आसपास उद्घाटन समारोह के बाद एक जनसभा को संबोधित करेंगे। रेलवे के बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी 400 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित वैशाली-देवरिया रेलवे लाइन परियोजना का उद्घाटन करेंगे।
इस मार्ग पर एक नई रेल सेवा को भी हरी झंडी दिखाई जाएगी। इस यात्रा में मुजफ्फरपुर और बेतिया के रास्ते पाटलिपुत्र-गोरखपुर वंदे भारत एक्सप्रेस को भी हरी झंडी दिखाई जाएगी, जो उत्तर बिहार में हाई-स्पीड रेल कनेक्टिविटी में एक नया अध्याय लिखेगी।
‘मेक इन इंडिया-मेक फॉर द वर्ल्ड’ पहल के तहत एक प्रमुख मील के पत्थर के रूप में, पीएम मोदी मरहौरा प्लांट में निर्मित पहले एक्सपोर्ट लोकोमोटिव को हरी झंडी दिखाएंगे। यह लोकोमोटिव रिपब्लिक ऑफ गिनी के लिए है, और ये उच्च-हॉर्सपावर इंजन, उन्नत एसी प्रोपल्शन, रीजेनरेटिव ब्रेकिंग और माइक्रोप्रोसेसर-आधारित नियंत्रण युक्त हैं।
गंगा कायाकल्प के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप, प्रधानमंत्री नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत छह नए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का उद्घाटन करेंगे, जिनकी कुल लागत 1,800 करोड़ रुपये है। इन परियोजनाओं का उद्देश्य बिहार भर के शहरों में प्रदूषण को कम करना और स्वच्छता में सुधार करना है।
प्रधानमंत्री मोदी राज्य के कई शहरों में 3,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली एसटीपी, स्वच्छता और जलापूर्ति परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे, जिससे हजारों घरों को सुरक्षित और स्वच्छ पेयजल सुनिश्चित होगा।
नवीकरणीय ऊर्जा दक्षता में एक कदम आगे बढ़ते हुए, प्रधानमंत्री मोदी 500 मेगावाट क्षमता वाली बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली (बीईएसएस) की आधारशिला रखेंगे। ये स्टैंडअलोन स्टोरेज यूनिट 15 सबस्टेशनों पर स्थापित की जाएंगी, जिनमें सीवान, मुजफ्फरपुर, बेतिया और मोतिहारी शामिल हैं, जिनकी क्षमता 20 मेगावाट से 80 मेगावाट तक होगी।
प्रधानमंत्री आवास योजना - शहरी (पीएमएवाई-यू) के तहत 53,600 से अधिक लाभार्थियों को पीएम मोदी पहली किस्त जारी करेंगे। इसके अतिरिक्त, प्रधानमंत्री मोदी 6,600 नए पूर्ण किए गए घरों के चुनिंदा लाभार्थियों को उनके गृह प्रवेश के अवसर पर चाबियां सौंपेंगे।
यह यात्रा एक महीने से भी कम समय में प्रधानमंत्री मोदी की बिहार की दूसरी और इस साल की पांचवीं यात्रा है, जो राज्य विधानसभा चुनावों से पहले बिहार के विकास पर केंद्र के बढ़ते फोकस को दर्शाती है।
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तिरुपति जा रही स्पाइसजेट की फ्लाइट तकनीकी खराबी के कारण हैदराबाद लौटी

हैदराबाद। हैदराबाद से तिरुपति जा रही स्पाइसजेट की फ्लाइट गुरुवार को तकनीकी खराबी के कारण हैदराबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरने के 10 मिनट बाद ही वापस लौट आई। 80 यात्रियों को लेकर एसजी 2696 फ्लाइट ने सुबह 6:10 बजे राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट, शमशाबाद से तिरुपति के लिए उड़ान भरी थी।
हालांकि, कुछ ही मिनटों बाद पायलट को तकनीकी खराबी का पता चला। उसने तुरंत एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क किया और एयरपोर्ट पर वापस लौटने की अनुमति मांगी। विमान को सुरक्षित तरीके से राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर वापस उतारा गया। एयरलाइन यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था कर रही थी।
अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया के विमान हादसे के बाद, जिसमें 274 लोगों की जान चली गई थी, एयरलाइंस लगातार सतर्क बनी हुई हैं और विमान परिचालन में सावधानी बरत रही हैं। 15 जून को फ्रैंकफर्ट से हैदराबाद आने वाली लुफ्थांसा की उड़ान हैदराबाद हवाई अड्डे पर बम की धमकी मिलने के बाद जर्मन हवाई अड्डे पर वापस लौट गई थी।
राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के अधिकारियों को 15 जून को शाम 6.01 बजे बम की धमकी वाला ईमेल मिला। अधिकारियों के अनुसार, बम की धमकी का आकलन करने के लिए एक समिति का गठन किया गया था और एसओपी के अनुसार सभी प्रक्रियाओं का पालन किया गया था। सुरक्षा के हित में, एयरलाइन को मूल या निकटतम हवाई अड्डे पर वापस जाने की सलाह दी गई थी।
बाद में हैदराबाद के राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) को एक संदेश मिला कि विमान फ्रैंकफर्ट लौट रहा है। विमान ने दोपहर करीब 2.15 बजे फ्रैंकफर्ट हवाई अड्डे से उड़ान भरी। वापस लौटने से पहले इसने भारतीय हवाई क्षेत्र में प्रवेश नहीं किया था। अपनी यात्रा के दो घंटे बाद, फ्लाइट एलएच752 वापस लौटी और फ्रैंकफर्ट हवाई अड्डे पर सुरक्षित उतरी।
12 जून को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन गैटविक हवाई अड्डे के लिए उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद एयर इंडिया का एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें सवार 242 लोगों में से 241 की मौत हो गई। इस त्रासदी में जमीन पर मौजूद 33 लोगों की भी जान चली गई।
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चार राज्यों के विधानसभा उपचुनाव में दोपहर तक मध्यम मतदान

नई दिल्ली। पंजाब, पश्चिम बंगाल, गुजरात और केरल में पांच विधानसभा क्षेत्रों में गुरुवार को उपचुनाव हो रहे हैं। मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ और शाम पांच बजे तक चलेगा। गुजरात और पश्चिम बंगाल तथा पंजाब में मौजूदा विधायकों के निधन के कारण एक सीट पर उपचुनाव कराना पड़ा, जबकि केरल और गुजरात में दो विधायकों के इस्तीफे के कारण एक सीट पर मतदान कराना पड़ा। पश्चिम बंगाल में कालीगंज विधानसभा सीट पर सुबह 11 बजे तक 30.64 प्रतिशत मतदान हुआ। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उसके पोलिंग एजेंट को जबरन हटाया, जिस पर एक बूथ पर तनाव फैल गया। हालांकि, सत्तारूढ़ पार्टी ने इस आरोप से इनकार किया। तृणमूल कांग्रेस के विधायक नसीरुद्दीन अहमद के फरवरी में निधन के कारण उपचुनाव कराना पड़ा। उनकी बेटी अलीफा अहमद इस सीट से तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार हैं। भाजपा ने आशीष घोष को अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार काबिल उद्दीन शेख माकपा के समर्थन से मैदान में हैं।
केरल के नीलांबुर विधानसभा क्षेत्र में मतदान के पहले चार घंटों के बाद 30.15 प्रतिशत मतदान हुआ। निर्वाचन क्षेत्र में 263 मतदान केंद्रों पर लोग बड़ी संख्या में मतदान करने आए, जहां 2.32 लाख से अधिक मतदाता हैं। इन 10 में से प्रमुख दावेदार सत्तारूढ़ एलडीएफ उम्मीदवार एम स्वराज, आर्यदान शौकत (कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूडीएफ), तृणमूल कांग्रेस के राज्य संयोजक और स्वतंत्र उम्मीदवार पी वी अनवर और भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए के मोहन जॉर्ज हैं।
यूडीएफ उम्मीदवार ने भारी अंतर से जीत का भरोसा जताया। एलडीएफ की स्वराज भी उपचुनाव में जीत हासिल करने को लेकर आश्वस्त हैं। नीलांबुर से विधायक के रूप में अपने इस्तीफे के कारण उपचुनाव की आवश्यकता पड़ने पर अनवर ने संवाददाताओं को निर्वाचन क्षेत्र में किए गए विकास के बारे में बताया, जब वे इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। उन्होंने यह भी दावा किया कि तीनों मोर्चों-यूडीएफ, एलडीएफ और एनडीए में से किसी ने भी अपने प्रचार के दौरान जंगली जानवरों के हमलों जैसे स्थानीय मुद्दों पर चर्चा नहीं की। उन्हें यह भी भरोसा था कि उन्हें यूडीएफ और एलडीएफ के वोटों का अच्छा हिस्सा मिलेगा। अनवर, जो वर्तमान में तृणमूल कांग्रेस के राज्य संयोजक हैं, ने मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और उनके करीबी सहयोगियों के खिलाफ कुछ आरोपों के बाद सीपीआई (एम) के नेतृत्व वाले एलडीएफ से नाता तोड़ लिया था, जिसके बाद उन्होंने निर्वाचन क्षेत्र के विधायक के रूप में इस्तीफा दे दिया। इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) काम कर रही है या नहीं, यह जांचने के लिए मॉक पोलिंग के बाद सुबह मतदान शुरू हुआ। गुजरात में उपचुनाव के लिए मतदान के पहले चार घंटों में विसावदर और कादी विधानसभा क्षेत्रों में क्रमश: 28.15 प्रतिशत और 23.85 प्रतिशत मतदान हुआ।
जूनागढ़ जिले की विसावदर सीट पर सुबह 11 बजे तक 28.15 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि मेहसाणा जिले की कादी में 23.85 प्रतिशत मतदान हुआ। राज्य सरकार ने मतदान के लिए दोनों निर्वाचन क्षेत्रों में गुरुवार को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) ने दोनों सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। विसावदर सीट दिसंबर 2023 से खाली पड़ी थी, जब तत्कालीन आप विधायक भूपेंद्र भयानी ने इस्तीफा देकर सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल हो गए थे। अनुसूचित जाति (एससी) उम्मीदवारों के लिए आरक्षित कादी सीट 4 फरवरी को भाजपा विधायक करसन सोलंकी के निधन के बाद खाली हुई थी।
विसावदर सीट पर भाजपा उम्मीदवार किरीट पटेल और कांग्रेस उम्मीदवार नितिन रणपरिया ने सुबह-सुबह वोट डाला। आप ने गुजरात के अपने पूर्व अध्यक्ष गोपाल इटाली को विसावदर से मैदान में उतारा है। वह निर्वाचन क्षेत्र में मतदाता के रूप में पंजीकृत नहीं हैं। राज्य में अपने लगभग पूर्ण प्रभुत्व के बावजूद, भाजपा ने 2007 से विसावदर सीट नहीं जीती है। पार्टी के नेता इस बार 18 साल के दुर्भाग्य को दूर करने की उम्मीद कर रहे हैं। 2022 के पिछले विधानसभा चुनाव में आप के भूपेंद्र भयानी ने कांग्रेस से भाजपा में आए हर्षद रिबादिया को 7,063 मतों से हराया था। भाजपा ने कडी से राजेंद्र चावड़ा को मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस ने पूर्व विधायक रमेश चावड़ा को टिकट दिया है। चावड़ा ने 2012 में यह सीट जीती थी, लेकिन 2017 में वह भाजपा के करसनभाई सोलंकी से हार गए।
विसावदर की तरह, कादी सीट पर भी त्रिकोणीय मुकाबला होगा, जिसमें अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आप ने जगदीश चावड़ा को मैदान में उतारा है। 182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा में भाजपा के 161 विधायक, कांग्रेस के 12 और आप के चार विधायक हैं। एक सीट समाजवादी पार्टी के पास है, जबकि दो सीटें निर्दलीयों के पास हैं। पंजाब में लुधियाना पश्चिम विधानसभा उपचुनाव के लिए सुबह 11 बजे तक 21.51 प्रतिशत मतदान हुआ। आप विधायक गुरप्रीत बस्सी गोगी के जनवरी में निधन के बाद लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट खाली हो गई थी।
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गुजरात पुलिस ने 200 अवैध बांग्लादेशियों को पकड़ा

  • निर्वासन की प्रक्रिया जारी
गांधीनगर। गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने गुरुवार को घोषणा की कि राज्य पुलिस ने पिछले कुछ दिनों में 200 अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा है, और अब कानूनी कार्यवाही चल रही है। एक्स पर एक पोस्ट में, संघवी ने कहा कि गुजरात पुलिस उनके निर्वासन पर आगे काम कर रही है।
"घुसपैठियों के खिलाफ कार्रवाई! गुजरात पुलिस ने अवैध बांग्लादेशियों पर कार्रवाई की! एक बड़े ऑपरेशन में, पिछले 100 घंटों में 200 से अधिक अवैध बांग्लादेशियों को गुजरात पुलिस ने पकड़ा है! निर्वासन के लिए आगे की कानूनी कार्रवाई चल रही है," गुजरात के गृह मंत्री ने कहा।
"घुसपैठियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए गुजरात पुलिस को बधाई," उन्होंने कहा। डीजीपी गुजरात ने भी एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "पिछले 100 घंटों में गुजरात पुलिस ने 200 से अधिक अवैध बांग्लादेशियों को पकड़ा है। निर्वासन के लिए आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है।" 14 जून को, एक सफल संयुक्त अभियान में, दक्षिणी कमान सैन्य खुफिया इकाई और पुणे सिटी पुलिस के कोंढवा पुलिस स्टेशन ने पुणे के नॉटिंग हिल सोसाइटी के पुण्यधाम आश्रम रोड के पास एक श्रमिक शिविर में रह रहे बांग्लादेश के चार अवैध प्रवासियों को पकड़ा।
13 जून को सैन्य खुफिया द्वारा कोंढवा क्षेत्र में एक श्रमिक स्थल पर अवैध विदेशी नागरिकों की उपस्थिति के बारे में प्राप्त विशिष्ट खुफिया जानकारी के बाद यह अभियान चलाया गया था। इनपुट के आधार पर, स्थानीय पुलिस के साथ एक टीम का गठन किया गया और पहचाने गए स्थान पर एक आश्चर्यजनक छापेमारी की गई। निर्माण स्थल पर सत्यापन प्रक्रिया के दौरान, चार व्यक्तियों ने भागने का प्रयास किया, लेकिन संयुक्त टीम द्वारा उन्हें तुरंत पकड़ लिया गया। पूछताछ और दस्तावेज़ जाँच के बाद, भारत में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों के रूप में उनकी पहचान स्थापित हुई।
गिरफ्तार व्यक्तियों की पहचान स्वप्न मंडल (39), मिथुन कुमार संताल (35), रानोधीर मंडल (29) और दिलीप मंडल (38) के रूप में हुई है। चारों व्यक्ति बांग्लादेश के सतखीरा जिले के रहने वाले हैं, जिसकी भारत के साथ सीमा खुली हुई है और अतीत में अवैध सीमा पार से आवाजाही के लिए चिह्नित किया गया है। अधिकारियों ने पुष्टि की कि गिरफ्तार व्यक्तियों से आगे की संयुक्त पूछताछ उनके प्रवेश मार्गों, ठहरने की अवधि और किसी भी श्रमिक रैकेट या बड़े घुसपैठ नेटवर्क में संभावित संलिप्तता का पता लगाने के लिए की जाएगी। पुणे सिटी पुलिस ने कोंढवा पुलिस स्टेशन में विदेशी अधिनियम, 1946 की धारा 14; पासपोर्ट अधिनियम की धारा 3 और 6; और पासपोर्ट (भारत में प्रवेश) अधिनियम, 1950 के तहत मामला दर्ज किया है। मामले में आगे की जांच चल रही है। (एएनआई)
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प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से मृतकों के परिजनों को दिए जाएंगे 2-2 लाख रुपये

  • पुणे सड़क हादसा : मुआवजे का ऐलान
नई दिल्ली। महाराष्ट्र के पुणे जिले में हुए भीषण सड़क हादसे में मृतकों के परिजनों और घायलों के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये, और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी।
पीएम मोदी ने इस सड़क हादसे पर दुख जताया है। पीएमओ की ओर से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया। पोस्ट में लिखा, “महाराष्ट्र के पुणे में जेजुरी-मोरगांव मार्ग पर हुए सड़क हादसे में लोगों की मौत से गहरा दुख हुआ है। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति संवेदना। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं। प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। वहीं, घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।“
बता दें कि महाराष्ट्र के पुणे जिले में बुधवार को जेजुरी मोरगांव रोड पर एक कार और पिकअप ट्रक के बीच जोरदार टक्कर हो गई। इस भीषण हादसे में एक महिला समेत आठ लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे में दो बच्चों समेत पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को जेजुरी के अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों की निगरानी में घायलों का इलाज किया जा रहा है। इसके साथ ही साथ पुलिस इस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है।
घटनास्थल से मिली जानकारी के अनुसार, श्रीराम होटल के बाहर जब पिकअप टेंपो से सामान उतारा जा रहा था, तभी पीछे से कार ने जोरदार टक्कर मार दी। पीड़ितों में टेंपो से सामान उतार रहे कर्मचारी, होटल मालिक और कार में सवार यात्री शामिल हैं। दुर्घटना इतनी भीषण थी कि आठ लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद मौके पर लोगों की भीड़ लग गई। पुलिस ने पहुंचकर शवों और घायलों को अस्पताल भेजा। बाद में क्रेन बुलाकर, कार और पिकअप को रास्ते से हटाया गया।
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