हिंदुस्तान

चक्रवाती तूफान 'दाना' तेजी से बंगाल की खाड़ी की ओर आगे बढ़ रहा

  • जगन्नाथ मंदिर और कोणार्क टेंपल बंद, सरकार ने की तमाम तैयारियां
भुवनेश्वर। चक्रवाती तूफान 'दाना' तेजी से बंगाल की खाड़ी की ओर आगे बढ़ रहा है. इस तूफान से ओडिशा सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाला है. इसे देखते हुए ओडिशा सरकार ने तमाम तैयारियां की है. ओडिशा सरकार ने राज्य के दो प्रमुख मंदिरों जगन्नाथ मंदिर और कोणार्क टेंपल को श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया है. ये आदेश फिलहाल 25 अक्टूबर तक प्रभावी है. इसके बाद स्थिति का आकलन किया जाएगा. फिर इन मंदिरों को खोलने पर सरकार फैसला लेगी.
जगन्नाथ मंदिर और कोणार्क टेंपल विश्व विख्यात तीर्थस्थल हैंं. यहां पर रोजाना हजारों लोग भारत समेत दुनिया से तीर्थाटन से आते हैं. इस भीड़ को मैनेज करने के लिए प्रशासन को बड़े पैमाने पर इंतजाम करना पड़ता है. तूफान की स्थिति में श्रद्धालु परेशान न हो इसलिए राज्य सरकार ने पहले ही इन दोनों मंदिरों को 25 तारीख तक बंद कर दिया है. मंदिरों के अलावा राज्य के संग्रहालयों को भी बंद कर दिया गया है.
बता दें कि 'दाना' 24 अक्टूबर यानी गुरुवार को गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा और 25 अक्टूबर की सुबह 100-110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ओडिशा-पश्चिम बंगाल तटों पर लैंडफॉल करेगा. IMD के अनुसार, इस दौरान हवाएं 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं.
तूफान की आशंका को देखते हुए पुरी में मौसम विभाग ने मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की हिदायत दी है. किसी भी स्थिति से निपटने के लिए NDRF की टीमें मौजूद हैं और लोगों को समुद्र से दूर रखा जा रहा है. वहीं, चक्रवाती तूफान को देखते हुए रेलवे भी अलर्ट है. ओडिशा, बंगाल रूट की दर्जनों ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं. दक्षिण 24 परगना में भी साइक्लोन डाना को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक हुई है. आपात स्थिति से निपटने के लिए सरकार ने सैकड़ों टन अनाज और खाने के सामान को ओडिशा भेजा है.
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वायनाड लोकसभा उपचुनाव: प्रियंका गांधी वाड्रा ने नामांकन दाखिल किया

  • मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी रहे मौजूद
नई दिल्ली। कांग्रेस लीडर प्रियंका गांधी वाड्रा ने आज वायनाड लोकसभा से नामांकन भर दिया है. राहुल गांधी के इस्तीफा देने के बाद यह सीट खाली हो गई थी. इस दौरान प्रियंका के साथ सोनिया गांधी, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, रॉबर्ट वाड्रा सहित कई सीनियर नेता मौजूद रहे. नामांकन से पहले प्रियंका गांधी ने वायनाड में रोड शो किया, जिसमें इलाके के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया.
प्रियंका गांधी के रोड शो में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी और राहुल गांधी मौजूद हैं. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने सुबह 11 बजे के बाद कलपेट्टा न्यू बस स्टैंड से रोड शो की शुरुआत की. रोड शो के बाद प्रियंका ने चुनावी जनसभा को संबोधित किया.
प्रियंका गांधी वाड्रा ने वायनाड में नामांकन भरने से पहले जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, "पिछले 35 साल से मैं अलग-अलग चुनावों के लिए प्रचार कर रही हूं. यह पहली बार है, जब मैं आपके समर्थन की मांग अपने लिए कर रही हूं. यह एक बहुत ही अलग एहसास है. मैं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जी की बहुत आभारी हूं कि उन्होंने मुझे वायनाड से उम्मीदवार बनने का सौभाग्य दिया."
प्रियंका गांधी ने कहा कि जब मैं 17 साल की थी, तब मैंने पहली बार 1989 के चुनाव में अपने पिता के लिए प्रचार किया था. अब 35 साल हो गए हैं, जब मैंने अपनी मां, अपने भाई के लिए प्रचार किया है. यह पहली बार है जब मैं अपने लिए प्रचार कर रही हूं.
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वायनाड से प्रियंका गांधी से बेहतर प्रतिनिधि की कल्पना नहीं कर सकता : राहुल गांधी

नई दिल्ली। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बहन प्रियंका गांधी वाड्रा के समर्थन में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है। जिसमें उन्होंने कहा कि मैं वायनाड से बहन प्रियंका गांधी से बेहतर प्रतिनिधि की कल्पना नहीं कर सकता हूं।
खास बात यह है कि राहुल गांधी ने प्रियंका गांधी के वायनाड से नामांकन के एक दिन पहले सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। प्रियंका गांधी केरल की वायनाड लोकसभा उपचुनाव के लिए बुधवार को अपना नामांकन दाखिल करेंगी। राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्टर भी शेयर किया है, जिसमें वह बहन प्रियंका के साथ नजर आ रहे हैं।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ''वायनाड के लोगों का मेरे दिल में विशेष स्थान है और मैं अपनी बहन प्रियंका गांधी से बेहतर उनके प्रतिनिधि की कल्पना नहीं कर सकता। मुझे विश्वास है कि वह वायनाड की जरूरतों की एक धुर समर्थक रहेंगी और संसद में एक सशक्त आवाज बनेंगी।'' उन्होंने आगे लिखा, ''23 ​​अक्टूबर को हमारे साथ जुड़ें, जब वह वायनाड लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए अपना नामांकन दाखिल करेंगी। आइए हम सब मिलकर सुनिश्चित करें कि वायनाड का प्रतिनिधित्व प्यार से होता रहे।''
बुधवार को वायनाड से प्रियंका गांधी अपना नामांकन दाखिल करेंगी। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी भी मौजूद रहेंगे। राहुल गांधी ने केरल की वायनाड और उत्तर प्रदेश की रायबरेली संसदीय सीट से लोकसभा चुनाव जीता था। जिसके बाद राहुल गांधी ने रायबरेली संसदीय सीट का प्रतिनिधित्व करने का फैसला लिया था।
प्रियंका गांधी पहली बार चुनाव मैदान में एंट्री करेंगी। अगर वह केरल की वायनाड से चुनाव जीत जाती हैं तो पहली बार ऐसा मौका होगा कि जब गांधी परिवार के तीनों सदस्य संसद में नजर आएंगे। केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर उपचुनाव 13 नवंबर को होगा, जबकि नतीजे 23 नवंबर को आएंगे।
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एनडीए से कोई नाराजगी नहीं, पीएम मोदी से मेरा कोई विवाद होना असंभव : चिराग पासवान

नई दिल्ली। केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान ने मंगलवार को मीडिया कर्मियों से बात करते हुए उन अटकलों को खारिज कर दिया जिसमें कहा जा रहा था कि झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को गठबंधन के तहत एक सीट दिए जाने से वह नाराज हैं। साथ ही उन्होंने आने वाले चुनावों में अपनी रणनीतियों के बारे में भी चर्चा की।
उन्होंने कहा, “मैं एक बात स्पष्ट कर दूं कि ऐसे कई लोग हैं जो चाहते हैं कि मेरे और मेरे प्रधानमंत्री के बीच दूरियां आएं। मैं बहुत स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि उनका यह सपना कभी पूरा नहीं होगा। मैं अपने प्रधानमंत्री से किसी भी तरह से विवाद में पड़ सकता हूं, ये संभव ही नहीं है। मुझे भी कई जगह सुनने को मिल रहा है कि झारखंड को लेकर चिराग पासवान नाखुश हैं। मैं ना सिर्फ़ खुश हूं बल्कि पूरी तरह से संतुष्ट हूं कि भारतीय जनता पार्टी ने एक दूसरे राज्य में भी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को वही सम्मान देने का काम किया जो सम्मान वह हमारे नेता रामविलास पासवान के रहते हुए देती थी।”
उन्होंने आगे कहा, “उन्होंने इस सम्मान को बढ़ाने का काम किया है। इससे पहले भी साल 2014 में हमें एक सीट दी गई थी। झारखंड में लड़ने के लिए शिकारीपाड़ा की उस सीट से उस वक्त पार्टी बहुत ज्यादा संतुष्ट नहीं थी। इस बार मुझे खुशी इस बात की है कि जो सीटें हम लोगों ने चुनी थी, उसी में से हम चाहते थे कि हम लोगों को गठबंधन के तहत लड़ने का मौका दिया जाए।”
उन्होंने कहा, “हमने जो सीटों की सूची सौंपी थी, उस सूची में से ही हमें सीट मिली है। जब हम लोगों की पसंद की सीट हमें मिली है तो पार्टी पूरे जोश के साथ वहां पर चुनावी मैदान में उतरेगी। इस बात को लेकर मैं आश्वस्त हूं कि पार्टी अपनी सीट तो जीतेगी ही जीतेगी। हम लोगों की अहम भूमिका भाजपा और गठबंधन को बाकी सीटों पर भी जीत दिलाने को लेकर होगी। वहां 24 अक्टूबर को नामांकन होना है। इस नामांकन में शामिल होने मैं वहां जा रहा हूं।”
इसके बाद उन्होंने कहा, “हेमंत सोरेन की मौजूदा सरकार में बहुत ज्यादा विवाद और भ्रष्टाचार देखने को मिले हैं। इसकी वजह से झारखंड को शर्मसार होना पड़ा है। राज्य के मुख्यमंत्री तक को भ्रष्टाचार के आरोपों में जेल जाना पड़ा। जिस तरीके से विपक्ष बंटा हुआ दिखाई दे रहा है। यह लोग सीटों के लिए एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप करने से भी बाज नहीं आ रहे हैं। यह गठबंधन किस प्रकार का है। इसमें राजद और कांग्रेस खुलकर एक दूसरे के ऊपर आरोप लगा रहे हैं। जो गठबंधन एक दूसरे के साथियों को गठबंधन में चुनाव लड़ने तक का सम्मान नहीं दे पा रहा, वह कैसे एक मंच पर आकर एक दूसरे के वोटर्स रिझाएंगे।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं मानता हूं तथाकथित इंडिया ब्लॉक की बड़ी हार जैसे हरियाणा में देखने को मिली थी, वैसे ही बड़ी हार झारखंड चुनाव परिणामों के बाद देखने को मिलेगी। राज्य में एक मजबूत एनडीए की सरकार बनेगी। झारखंड के विकास को लेकर हम झारखंड में सरकार बनाने जा रहे हैं। इसमें कहीं कोई संदेह नहीं।”
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भारत-चीन के बीच गश्त समझौते पर पूर्व भारतीय राजदूत ने दी प्रतिक्रिया

नई दिल्ली। (एएनआई) चीन, भूटान और पाकिस्तान में भारत के पूर्व राजदूत गौतम बंबावले ने कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत और चीन के बीच सीमा गश्त पर हाल ही में हुए समझौते ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान कज़ान में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय बैठक की संभावनाएं खोल दी हैं और जोर देकर कहा कि दोनों नेताओं के बीच बैठक की संभावना "बहुत अधिक है।" उन्होंने यह भी कहा कि हालांकि भारत और चीन रूस के कज़ान में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से पहले गश्त व्यवस्था पर एक समझौते पर पहुंच गए हैं , यह सफलता भारत और चीन के बीच चर्चा और बातचीत का परिणाम है , जिसमें रूस की कोई भागीदारी नहीं है। एएनआई से बात करते हुए बंबावले ने कहा, "एलएसी पर विशेष रूप से पूर्वी लद्दाख में गश्त पर हाल ही में हुए समझौते के इस सवाल पर, मुझे नहीं लगता कि इसमें रूसियों का हाथ रहा होगा उन्होंने कहा, "अब जबकि LAC पर सीमा पर समस्याओं का समाधान हो गया है, मुझे लगता है कि इस बात की बहुत अधिक संभावना है कि हमारे प्रधानमंत्री मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग कज़ान में द्विपक्षीय बैठक कर सकते हैं । मुझे लगता है कि यह बर्फ को पिघलाने वाली बैठक होगी। मुझे अचानक कोई बड़ी गर्मजोशी की उम्मीद नहीं है। 2020 की गर्मियों में जो झटका लगा था, उसे फिर से बनाने में समय लगेगा।
यह स्थिति 4.5 साल से चली आ रही है। इसलिए रिश्ते को सुधारने में कुछ समय लगेगा, लेकिन मुझे लगता है कि यह समझौता एक शुरुआत होगी और अगर ब्रिक्स के मौके पर कज़ान में शिखर सम्मेलन स्तर पर दोनों नेताओं के बीच बैठक होती है, तो यह रिश्ते को पहले जैसा बनाने की दिशा में एक और कदम होगा।" बंबावाले ने आगे कहा कि गश्त व्यवस्था पर समझौते का मतलब है कि चीन दोनों देशों के बीच संबंधों को 2020 से पहले की स्थिति में बहाल करने के लिए तैयार है, जिससे व्यापार, वाणिज्य और निवेश जैसे अन्य क्षेत्रों में प्रगति का मार्ग प्रशस्त होगा।
उन्होंने कहा, "यह समझौता रूस के कज़ान में अगले कुछ दिनों में होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से ठीक पहले हुआ है । मुझे लगता है कि इसका मतलब यह है कि चीनी पक्ष भारत और चीन के बीच संबंधों को पहले जैसा बनाना चाहता है। वह चाहता है कि व्यापार, वाणिज्य और निवेश जैसे संबंधों के अन्य पहलू भी आगे बढ़ें। बेशक, दोनों देशों के बीच विश्वास को बहाल करने में कुछ समय लगेगा। लेकिन कम से कम मुझे लगता है कि एक शुरुआत की जा सकती है और शायद कज़ान में पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच शीर्ष स्तर पर एक बैठक हो सकती है ।" पूर्व भारतीय राजदूत ने आगे कहा कि भारत और चीन के बीच समझौते से ब्रिक्स समूह को काफी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, हालांकि यह जरूरी नहीं है कि यह भारत और रूस या चीन के बीच घनिष्ठ संबंधों का संकेत दे । बंबावले ने एएनआई से कहा , "मैं यह नहीं कहूंगा कि भारत रूस और चीन के करीब जा रहा है, लेकिन मुझे लगता है कि भारत और चीन के बीच इस समझ के कारण ब्रिक्स समूह काफी मजबूत होगा क्योंकि भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव कम हो रहा है और जैसा कि भारत ने हमेशा कहा है कि एक शांतिपूर्ण सीमा का मतलब है कि बाकी रिश्ते भी आगे बढ़ सकते हैं।
इसलिए मेरा मानना ​​है कि भारत और चीन के बीच बेहतर संबंध ब्रिक्स समूह के लिए बेहतर होंगे।" बंबावले ने आगे कहा, "अगर इसका मतलब यह है कि 2020 की गर्मियों में पूर्वी लद्दाख में चीन द्वारा सैन्य कार्रवाई करने से पहले की स्थिति बहाल हो गई है... तो मुझे लगता है कि यह बहुत स्वागत योग्य घटनाक्रम है। भारत सरकार को इस मामले पर कड़ा रुख अपनाने के लिए बधाई दी जानी चाहिए और यह कि भारत और चीनी सैनिकों के बीच 4.5 साल की आमने-सामने की स्थिति के बाद भारत का रुख सही साबित हुआ है । अगर इसका मतलब यह है कि यथास्थिति बहाल हो गई है, तो हम निश्चित रूप से इस समझौते का स्वागत करते हैं। यह एक अच्छा समझौता है और हम इस समझौते के आधार पर आगे बढ़ सकते हैं।" गौरतलब है कि एक दिन पहले विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए पीएम मोदी की रूस यात्रा से पहले एक विशेष मीडिया ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए कहा था कि भारत और चीन एलएसी पर गश्त व्यवस्था पर सहमति बन गई है ।
यह सहमति ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से पहले बनी है जिसमें प्रधानमंत्री मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी भाग लेंगे । " वास्तविक नियंत्रण रेखा के साथ कई क्षेत्रों पर , हमने विभिन्न स्तरों पर सैन्य कमांडरों के साथ बैठक के माध्यम से राजनयिक और सैन्य दोनों स्तरों पर चीनी वार्ताकारों के साथ चर्चा की। इन चर्चाओं के परिणामस्वरूप अतीत में विभिन्न स्थानों पर गतिरोध का समाधान हुआ था। कुछ स्थान और क्षेत्र ऐसे हैं जहाँ गतिरोध का समाधान नहीं हो पाया था," मिसरी ने कहा। "अब, पिछले कई हफ्तों से चल रही चर्चाओं के परिणामस्वरूप भारत - चीन सीमा क्षेत्रों में एलएसी पर गश्त व्यवस्था पर एक समझौता हुआ है। इससे विघटन हो रहा है और अंततः 2020 में इन क्षेत्रों में उत्पन्न मुद्दों का समाधान हो रहा है," उन्होंने कहा। (एएनआई)

 

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भारत-सिंगापुर रक्षा मंत्रियों की वार्ता में राजनाथ सिंह ने कही ये बात

नई दिल्ली (एएनआई)। सिंगापुर के रक्षा मंत्री डॉ. एनजी इंग हेन ने भारत की अपनी तीन दिवसीय यात्रा शुरू की है। अपनी यात्रा के हिस्से के रूप में, डॉ. हेन ने अपने भारतीय समकक्ष राजनाथ सिंह के साथ नई दिल्ली में छठे भारत - सिंगापुर रक्षा मंत्रियों की वार्ता की सह-अध्यक्षता की । शिखर सम्मेलन मंगलवार सुबह शुरू हुआ, जिसमें भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सिंगापुर के प्रतिनिधिमंडल का गर्मजोशी से स्वागत किया । उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी "हमारे देशों के बीच बढ़ती निकटता का प्रमाण है।" सिंह ने कहा, "यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब भारत अपनी एक्ट इन पॉलिसी के दशक को चिह्नित करता है , जिसमें सिंगापुर ने आर्थिक सहयोग, सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने और देश के संस्थानों के साथ रणनीतिक संपर्क विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।" सिंह की टिप्पणियों को आगे बढ़ाते हुए, डॉ. एनजी इंग हेन ने कहा, "आपने हमें याद दिलाया कि यह आपकी एक्ट ईस्ट पॉलिसी का 10वां वर्ष है। सिंगापुर के दृष्टिकोण से, भारत हमेशा पूर्व का हिस्सा रहा है। चाहे आप कार्य करना चुनें या देखना, हम आपको क्षेत्र का हिस्सा मानते हैं।"
उन्होंने कहा कि सिंगापुर के इतिहास को याद करते हुए भारत एक महत्वपूर्ण भागीदार रहा है। "जब हमने सिंगापुर सशस्त्र बलों की शुरुआत की , तो हमने जिन देशों से पूछा कि क्या वे हमारी मदद कर सकते हैं, उनमें से एक भारत था ।" हेन ने इस बात पर प्रकाश डाला कि इस तरह के ऐतिहासिक संस्मरण महत्वपूर्ण अनुस्मारक के रूप में काम करते हैं और "यह दर्शाते हैं कि हम कैसे महसूस करते हैं कि भारत हमारे क्षेत्र का एक अभिन्न अंग है। हमें खुशी है कि हमारे दस साल के द्विपक्षीय संबंधों में रक्षा और चौतरफा रणनीतिक साझेदारी में बहुत सुधार हुआ है।" हेन ने इस साल की शुरुआत में सिंगापुर की यात्रा के लिए पीएम मोदी को भी धन्यवाद दिया और कहा कि यह यात्रा एक बेहतरीन बैठक थी। एक दिन पहले, रक्षा मंत्रालय ने 22 अक्टूबर, 2024 को नई दिल्ली में छठे भारत - सिंगापुर रक्षा मंत्रियों की वार्ता की घोषणा की थी । विज्ञप्ति में कहा गया है कि भारत और सिंगापुर के बीच , "दोनों देशों के बीच व्यापक संपर्क, सैन्य-से-सैन्य आदान-प्रदान, उच्च-स्तरीय यात्राएं, क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण कार्यक्रम, संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना में सहयोग, जहाज यात्राएं और द्विपक्षीय अभ्यासों को शामिल करते हुए, इस वार्ता में विविधता आई है।"
2016 में शुरू हुआ भारत-सिंगापुर रक्षा मंत्रियों का संवाद सिंगापुर और भारत के बीच द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण मंच है । रक्षा मंत्रियों के संवाद का पाँचवाँ संस्करण जनवरी 2021 में वर्चुअल टेलीकांफ्रेंस के माध्यम से हुआ। बैठक के दौरान, दोनों पक्षों ने बैठक के परिणामों में विश्वास दिखाया, जिसके परिणामस्वरूप द्विपक्षीय जुड़ाव के पूरे स्पेक्ट्रम के साथ-साथ क्षेत्रीय सुरक्षा वास्तुकला को भी गति मिलेगी। (एएनआई)
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CTI का बड़ा दावा : चीन को दिवाली पर लगेगा 10 हजार करोड़ का झटका

दिल्ली। इस साल दिवाली पर भारतीय बाजारों में चीनी सामान के प्रति उपभोक्ताओं का रुझान कम रहने की उम्मीद है, क्योंकि चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (CTI) ने चीनी उत्पादों के बहिष्कार की मुहिम शुरू की है। सीटीआई द्वारा चलाए जा रहे जागरूकता अभियान में विभिन्न बाजारों में लोगों को चाइनीस उत्पाद न खरीदने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। दिवाली के अवसर पर जब बाजारों में खरीदारी की रौनक है, तब भी इस बहिष्कार की वजह से चीनी उत्पादों की बिक्री में कमी देखने को मिल सकती है। इस कदम के पीछे मुख्य उद्देश्य भारतीय उत्पादों को बढ़ावा देना और चीन के साथ आर्थिक संतुलन को बनाए रखना है।
दिल्ली के कनॉट प्लेस में सोमवार को चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (CTI) ने चीनी उत्पादों के बहिष्कार को लेकर जागरूकता अभियान चलाया, जिसमें अध्यक्ष बृजेश गोयल ने बताया कि इस दिवाली पर चीन को 10 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हो सकता है। इसका कारण यह है कि लोग अब चीनी उत्पादों के बजाय स्वदेशी उत्पादों को प्राथमिकता दे रहे हैं। इस बार “मेड इन इंडिया” उत्पादों का बाजार में खासा बोलबाला है, और लोग भारतीय सामान की खरीदारी पर जोर दे रहे हैं।
भारत में अब सस्ते दामों पर लाइट्स, दीया, फूल, और अन्य डेकोरेशन के सामान बड़ी मात्रा में तैयार किए जा रहे हैं, जो दिवाली की रौनक को बढ़ा रहे हैं। उपभोक्ता भी दुकानों पर जाकर विशेष रूप से मेड इन इंडिया उत्पादों की मांग कर रहे हैं। इस स्थिति से छोटे व्यापारी और ऑनलाइन व्यवसाय करने वाली महिलाएं भी लाभ उठा रही हैं, क्योंकि त्योहारों के सीजन में उनके उत्पादों की जमकर बिक्री हो रही है।
व्यापारिक संगठनों द्वारा लंबे समय से यह अभियान चलाया जा रहा है कि स्वदेशी उत्पादों के उपयोग को बढ़ावा दिया जाए, और अब यह जागरूकता धीरे-धीरे आम लोगों में भी फैल रही है।
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भाजपा कार्यकर्ताओं ने 'शीशमहल' के खिलाफ किया विरोध प्रदर्शन

नई दिल्ली। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास के निर्माण और सौंदर्यीकरण में हुए खर्च को लेकर भारतीय जनता पार्टी हमलावर है। मंगलवार को दिल्ली भाजपा युवा मोर्चा और महिला मोर्चा ने शांगरी-ला होटल के गोल चक्कर पर प्रदर्शन किया।
हाथों में पोस्टर बैनर लेकर दिल्ली बीजेपी महिला मोर्चा और युवा मोर्चा के कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं। ये पार्टी कार्यकर्ता आम आदमी पार्टी के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि "वो टोटी लेकर गए थे और आप शीश महल से कमोड लेकर चले गए"।
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी का आरोप है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री रहते हुए अरविंद केजरीवाल ने सरकारी आवास के निर्माण और सौंदर्यीकरण पर बड़ी रकम खर्च की थी। पार्टी के मुताबिक तत्कालीन सीएम ने आम लोगों के टैक्स का बहुत बड़ा हिस्सा बंगले पर खर्च किया था। भारतीय जनता पार्टी ने इसे ‘शीश महल’ नाम दिया।
केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद यह सरकारी बंगला खाली कर दिया था। इसके बाद पीडब्ल्यूडी विभाग ने रविवार को आवास के सामान की एक लिस्ट जारी की। इस लिस्ट में बताया गया कि अरविंद केजरीवाल के घर में 19.5 लाख रुपये की स्मार्ट एलईडी टर्नटेबल डाउनलाइट्स, बॉडी सेंसर लगे हुए थे। साथ ही रिमोट कंट्रोल सिस्टम वाले कुल 80 पर्दे भी लगे हुए थे। इन सब की कुल कीमत 4 करोड़ से लेकर 5.6 करोड़ तक हो सकती है।
इसके अलावा सीएस आवास में 64 लाख रुपये की लागत से 16 टीवी भी लगाए गए। साथ ही 10 लाख रुपये के रिक्लाइनर सोफा, स्मार्ट एलईडी टर्न्टेबल डाउनलाइट, रसोई में लगे ओवन की कीमत 9 लाख रुपए, सजावटी खंभों की कीमत 36 लाख रुपए और लग्जरी टॉयलेट सीट की कीमत 10-12 लाख रुपये बताई जा रही है।
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बंगाल की खाड़ी से आ रहा ‘दाना’ चक्रवात, ओडिशा के 14 जिलों में स्कूल बंद

  • 110 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलेंगी हवाएं
नई दिल्ली। ओडिशा में चक्रवात ‘दाना’ दस्तक देने जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी के पास 22 अक्टूबर की शाम तक 75 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है। इसके कारण ओडिशा में 23 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा तटीय प्रदेशों में भारी बारिश का भी अनुमान जताया गया है। चक्रवात के असर दक्षिण छत्तीसगढ़ के बस्तर और महासमुंद में कहीं कहीं भारी बारिश का अनुमान बताया गया है।
चक्रवात के असर को देखते हुए ओडिशा के गंजम, पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक, बालासोर, मयूरभंज, क्योंझर, ढेंकनाल, जाजपुर, अंगुल, खोरधा, नयागढ़ और कटक जिले में स्कूल 23 अक्टूबर से तीन दिनों के लिए बंद रहेंगे। मौसम विभाग के अनुसार चक्रवात ‘दाना’ 24 अक्टूबर की रात को ओडिशा की पुरी और पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप के बीच तट से टकरा सकता है। इस दौरान हवा की रफ्तार 110 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है।
मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि चक्रवात को देखते हुए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) ने पश्चिम बंगाल में 14 टीमों और ओडिशा में 11 टीमों को तैनाती के लिए स्टैंडबाय पर रखा है। मौसम विभाग ने 23 अक्टूबर को पूर्वी मिदनापुर, पश्चिम मिदनापुर, दक्षिण 24 परगना और उत्तर 24 परगना के तटीय जिलों में भारी वर्षा की भविष्यवाणी की है। पारादीप और हल्दिया के बंदरगाहों पर नियमित अलर्ट और सलाह दी जा रही है। उर्जा मंत्रालय और टेलीकॉम विभाग द्वारा आपातकालीन टीमों को तैनात किया गया है और स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
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केंद्रीय गृह मंत्रालय ने की हाई लेवल मीटिंग

  • विमानों में बम की लगातार धमकियों पर मांगी रिपोर्ट
दिल्ली। देश में विमानों में बम की लगातार धमकियां मिलने के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सोमवार को एक हाई लेवल मीटिंग की। गृह सचिव ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के डीजी और ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (बीसीएएस) के डीजी से धमकियों की कॉल के बारे में विस्तृत जानकारी ली। सूत्रों के अनुसार, इस मीटिंग में सीआईएसएफ के डीजी और बीसीएएस के डीजी ने गृह सचिव को अब तक की जांच का ब्योरा दिया। सूत्रों के मुताबिक, विमानों में बम की धमकियों की अधिकतर धमकी भरी कॉल विदेशों से आई हैं।
बता दें कि पिछले 5 दिनों में 100 से अधिक एयरलाइंस को धमकी मिल चुकी है। गृह मंत्रालय ने बम की धमकी भरे कॉल के बाद सीआईएसएफ से एयरपोर्ट पर अधिक सतर्कता बरतने का निर्देश दिया है। इससे पहले शनिवार को 'नागरिक विमानन सुरक्षा ब्यूरो' (बीसीएएस) ने एयरलाइंस के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) के साथ बैठक की थी। बीसीएएस के अधिकारियों ने सीईओ को बम की धमकियों से निपटने के लिए मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) का पालन करने का निर्देश दिया।
सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि उन्होंने सभी हितधारकों को धमकियों और प्रतिक्रिया में लागू किए जा रहे उपायों के बारे में सूचित करने के महत्व को रेखांकित किया था। सूत्रों के मुताबिक, जांच से पता चला है कि इन धमकियों से जुड़े कुछ आईपी एड्रेस लंदन, जर्मनी, कनाडा और अमेरिका से आए हैं। हालांकि, अधिकारियों ने इस संभावना से भी इनकार नहीं किया कि धमकी देने वालों ने अपने वास्तविक स्थानों को छिपाने के लिए वीपीएन (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) का इस्तेमाल किया हो। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बीते सोमवार को मुंबई से न्यूयॉर्क जाने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट को बम की धमकी के बाद दिल्ली डायवर्ट कर दिया गया। सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करते हुए विमान की गहन जांच की गई। विमान के अंदर कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। सोमवार को कुल तीन अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी।
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अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से मिला झटका

  • पीएम नरेंद्र मोदी की डिग्री को लेकर की गई टिप्पणी...
नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी की डिग्री को लेकर की गई टिप्पणी वाले मामले में दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से झटका मिला है। आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक की याचिका को सर्वोच्च अदालत ने खारिज कर दिया है। गुजरात यूनिवर्सिटी की ओर दर्ज मानहानि केस में केजरीवाल के खिलाफ ट्रायल कोर्ट ने समन जारी किया था। पूर्व सीएम ने इसे रद्द कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।
जस्टिस ऋषिकेश रॉय और एसवीएन भाटी की बेंच ने हस्तक्षेप से इनकार करते हुए कहा कि इसी तरह की याचिका आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी दायर की थी और इस अदालत ने खारिज कर दिया था। बार एंड बेंच की रिपोर्ट के मुताबिक, गुजरात हाई कोर्ट के फैसले को चुनौती देते हुए दायर याचिका को खारिज करते हुए अदालत ने कहा, 'हम हस्तक्षेप के इच्छुक नहीं हैं, एक याचिकाकर्ता हमारे पास आए थे और इसे खारिज कर दिया गया था।' केजरीवाल की ओर से पेश हुए वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने दलील दी कि संजय सिंह की ओर से दिया गया बयान अलग था, लेकिन बेंच ने इसे नहीं माना।
इससे पहले गुजरात हाई कोर्ट ने फरवरी में समन पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। हाई कोर्ट से निराशा हाथ लगने के बाद पूर्व सीएम ने देश की सबसे बड़ी अदालत का रुख किया था। अब यहां से भी राहत नहीं मिलने के बाद उन्हें गुजरात की अदालत में पेश होना पड़ेगा।
केजरीवाल और संजय सिंह के खिलाफ दायर मानहानि केस में आरोप लगाया गया है कि दोनों नेताओं ने पीएम मोदी की डिग्री को लेकर गुजरात यूनिवर्सिटी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां कीं। एडिशनल चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की ओर से दोनों के खिलाफ पिछले साल अप्रैल में समन जारी किया गया था। हाई कोर्ट में दोनों नेताओं ने दलील दी थी कि याचिका सुनवाई योग्य नहीं है क्योंकि उन्होंने यूनिवर्सिटी को लेकर बयान नहीं दिया था। वहीं गुजरात यूनिवर्सिटी की ओर से कहा गया कि उसकी छवि को नुकसान पहुंचाया गया और इसके लिए उन्हें ट्रायल का सामना करना चाहिए।
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PM मोदी और स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज वडोदरा में एयरक्राफ्ट प्लांट का करेंगे उद्घाटन

अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 अक्टूबर को स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज के साथ वडोदरा में टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स के एयरक्राफ्ट मैन्युफैक्चरिंग प्लांट की 'लास्ट असेंबली लाइन' का उद्घाटन करेंगे।
यह प्लांट, टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड और स्पेन के एयरबस डिफेंस एंड स्पेस (एयरबस डीएस) के बीच सहयोग से भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के लिए पहला 'मेड इन इंडिया' सी-295 मीडियम-लिफ्ट टैक्टिकल ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट तैयार करेगा।
टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स को एयरबस डीएस द्वारा इंडियन प्रोडक्शन एजेंसी (आईपीए) के रूप में चुना गया है। समझौते के तहत, टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स अपनी सुविधाओं से 40 फ्लाई-अवे सी-295 एयरक्राफ्ट का प्रोडक्शन करेगी और भारतीय वायुसेना द्वारा खरीदे जाने वाले कुल 56 विमानों के लिए एमआरओ सपोर्ट और सर्विस प्रदान करेगी।
इस प्रोजेक्ट का लक्ष्य 2026 तक पहला विमान तैयार करना है। स्पेन के प्रधानमंत्री 27 अक्टूबर की रात को वडोदरा पहुंचेंगे। दोनों नेता संयुक्त रूप से प्लांट का शुभारंभ करेंगे और प्रमुख उद्योगपतियों से मिलेंगे। हालांकि दोनों प्रधानमंत्रियों के रोड शो करने की भी बात कही जा रही है, लेकिन सुरक्षा कारणों से आधिकारिक पुष्टि लंबित है।
उद्घाटन के बाद, दोनों नेता द्विपक्षीय चर्चा करेंगे और वडोदरा के प्रतिष्ठित लक्ष्मी विलास पैलेस में दोपहर का भोजन करेंगे। बाद में, पीएम मोदी अमरेली जिले के लिए रवाना होंगे, जहां वह एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करेंगे। उनका उद्योगपति सावजी ढोलकिया के गृहनगर दुधाला गांव में 'अमृत सरोवर' का उद्घाटन करने और विभिन्न विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखने का भी कार्यक्रम है।
प्रधानमंत्री मोदी शाम को दिल्ली लौट आएंगे। गृह मंत्री अमित शाह भी 22 अक्टूबर को गुजरात का दौरा करेंगे। इस बीच, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने रविवार को कहा कि राज्य सरकार लोगों के सामने आने वाली समस्याओं और चुनौतियों से निपटने के लिए लगातार कोशिश कर रही है।
विरमगाम के लिए 640 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करते हुए पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश के हरित ऊर्जा क्षेत्र को विकसित करने के लिए कई महत्वपूर्ण पहल चल रही हैं।
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मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने की गांदरबल आतंकी हमले की निंदा

  • कहा- "आतंकवाद के खिलाफ इस लड़ाई में पूरा देश एकजुट है"
नई दिल्ली। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने जम्मू कश्मीर के गांदरबल जिले में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। कांग्रेस ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ इस लड़ाई में पूरा देश एकजुट है।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ''हम जम्मू-कश्मीर के गांदरबल में हुए कायराना आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हैं, जिसमें कई निर्माण मजदूर और एक डॉक्टर मारे गए हैं। लक्षित हिंसा का यह अमानवीय और घृणित कृत्य भारत को जम्मू और कश्मीर में प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के निर्माण में बाधा नहीं डालेगा।''
उन्होंने आगे कहा, ''एक राष्ट्र के रूप में, हम आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक साथ हैं, हम पीड़ितों के परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं। हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।''
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक्स पोस्ट पर लिखा, ''जम्मू-कश्मीर के गांदरबल में आतंकी हमले में एक डॉक्टर और प्रवासी मज़दूरों समेत कई लोगों की हत्या बहुत ही कायरतापूर्ण और अक्षम्य अपराध है। सभी शोकाकुल परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की आशा करता हूं। आतंकियों का यह दुस्साहस जम्मू-कश्मीर में निर्माण का क्रम और लोगों का विश्वास कभी नहीं तोड़ पाएगा। आतंकवाद के खिलाफ इस लड़ाई में पूरा देश एकजुट है।''
इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी गांदरबल में हुए आतंकी हमले की निंदा की। उन्होंने एक्स पोस्ट पर लिखा, '' गांदरबल, जम्मू-कश्मीर में कायराना आतंकी हमले में 5 मजदूरों समेत छह नागरिकों की हत्या अत्यंत निंदनीय है। निर्दोष नागरिकों की हत्या करके आम जनता के बीच हिंसा व दहशत फैलाने जैसे कृत्य मानवता के विरुद्ध अपराध हैं। इसके खिलाफ पूरा देश एकजुट है। शोक-संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं एवं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना।''
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले के गगनगीर इलाके में आतंकियों ने गोलियों से एक डॉक्टर समेत 7 लोगों की हत्या कर दी। इस आतंकी हमले में 5 मजदूर भी जख्मी हुए हैं। जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। वहीं गांदरबल में आतंकी हमला की जांच अब एनआई करेगी।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस स्मृति दिवस पर की बड़ी घोषणा

  • पुल‍िसकर्म‍ियों के आवास और प्रशासनिक भवन के रखरखाव के ल‍िए 1,380 करोड़ रुपये के कॉरपस फंड की घोषणा 
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को रिजर्व पुलिस लाइन में आयोजित पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर वर्दी भत्ते में 70 प्रतिशत की वृद्धि, बैरक में रहने वाले आरक्षियों के पुलिस अकोमोडेशन अलाउंस में 25 प्रतिशत की वृद्धि और राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय खेलकूद में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों के प्रशिक्षण, आहार समेत अन्य मदों के लिए अगले वित्तीय वर्ष के बजट में 10 कराेड़ रुपये की वृद्ध‍ि की घोषणा की। इन घोषणाओं पर प्रदेश सरकार 115 करोड़ रुपये खर्च करेगी।
सीएम योगी ने बहु मंजिला आवास और प्रशासनिक भवन के रखरखाव के लिए 1,380 करोड़ रुपये के कॉरपस फंड की घोषणा की। वहीं अंतरराष्ट्रीय आयोजन में पुलिस बल पर आने वाले खर्च पर प्रस्तावित शुल्क लगाने की स्वीकृति दी, जो पुलिस महानिदेशक के अधीन रहेगा। साथ ही इसका सम्मान प्रस्तावित कॉरपस नियमावली के तहत किया जाएगा। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए दिवंगत शहीद पुलिसकर्मियों को याद किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कर्तव्यों का पालन करते हुए शहीद पुलिसकर्म‍ियों, केंद्रीय अर्धसैनिक बलों तथा भारतीय सेना में कार्यरत उत्तर प्रदेश के 115 शहीद कर्म‍ियों के आश्रितों को 36 करोड़ 20 लाख की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है। वहीं जिलों में तैनात पुलिसकर्मियों की सुख सुविधा के लिए 3 करोड़ 50 लाख, कल्याण के लिए 4 करोड़, कार्यरत, सेवानिवृत्त पुलिसकर्म‍ियों एवं उनके आश्रितों के चिकित्सा प्रतिपूर्ति संबंधी 2,66 दावों के निस्तारण के लिए 30 लाख 56,000 रुपये की राशि दी गई।
इसी तरह पांच लाख से अधिक चिकित्सा प्रतिपूर्ति संबंधी 3,12 प्रकरण के लिए 12 करोड़ 60 लाख, 135 पुलिसकर्मियों और उनके आश्रितों की गंभीर बीमारियों के उपचार के लिए अग्रिम ऋण के रूप में 5 करोड़ 5 लाख , जीवन बीमा योजना के तहत 3,06 मृतक पुलिसकर्म‍ियों के आश्रितों की सहायता के लिए 9 करोड़ 8 लाख रुपये, पुलिसकर्मियों और उनके आश्रितों द्वारा कराए गए कैशलेस उपचार के तहत 31 लाख 16 हजार रुपये, पुलिसकर्म‍ियों के 205 मेधावी बच्‍चों को शिक्षा निधि के माध्यम से 53 लाख 30,000 रुपये की छात्रवृत्ति का भुगतान किया गया।
सीएम योगी ने कहा कि गणतंत्र और स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रपति द्वारा विशिष्ट सेवाओं के लिए चार तथा दीर्घ-सराहनीय सेवाओं के लिए 110 अधिकारियों और कर्मचारियों को पुलिस पदक का प्रदान किए गए। गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा 1,013 पुलिसकर्म‍ियों को अति उत्कृष्ट सेवा पदक तथा 729 कर्म‍ियों को उत्कृष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया। वहीं तीन राजपत्रित अधिकारियों संग कर्मचारियों को मुख्यमंत्री उत्कृष्ट सेवा पुलिस पदक प्रदान किया गया।
पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश द्वारा मानदेय और राजपत्रित पुलिस कार्मिकों को उत्कृष्ट सेवा सम्मान चिन्ह, 455 पुलिसकर्मियों को सराहनीय सेवा सम्मान चिन्ह प्रदान किया गया। पुलिसकर्म‍ियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश का प्रशंसा चिन्ह डीजी कमेंडेशन डिस्क 29 प्लेटिनम, 51 गोल्ड और 783 सिल्वर राजपत्रित और अराजपत्रितकर्म‍ियों को प्रदान किए गए। सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में 2017 के बाद पुलिस विभाग के विभिन्न पदों पर 1,54,000 से अधिक भर्तियां की गयीं। इसमें 22,000 से अधिक महिलाकर्मी शामिल हैं। वहीं विभिन्न राजपत्रित पदों पर एक लाख 41,000 से अधिक कर्म‍ियों को पदोन्नति दी गई। वर्तमान में 60,000 से अधिक पदों पर भर्ती प्रक्रिया चल रही है।
सीएम ने कहा कि प्रदेश में शांति और कानून का राज्य स्थापित करने के लिए पिछले 7 वर्ष में 17 जवानों ने अप्रतिम शौर्य का प्रदर्शन करते हुए वीरगति को प्राप्त किया जबकि 1,618 पुलिसकर्मी घायल हुए। प्रदेश में अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए गैंगस्टर एक्ट के तहत 77,811 और 9,23 अभियुक्तों के विरुद्ध कार्रवाई की गई। माफिया और अपराधी गिराेहों के 68 मुकदमों में प्रभावी पैरवी कर 31 माफिया तथा उनके 66 सहयोगियों को आजीवन कारावास की सजा दिलाई गई। इसके अलावा दो को फांसी की सजा हुई है। माफिया और उनके गैंग के सदस्यों द्वारा अर्जित चार हजार 57 करोड़ की अवैध संपत्ति को जब्त किया गया।
सीएम ने कहा कि एंटी रोमियो स्क्वायड द्वारा 22 मार्च 2017 से 2 अक्टूबर 2024 तक 1 करोड़ 2 लाख से अधिक स्थानों पर चेकिंग की। साथ ही 3 करोड़ 68 लाख से अधिक व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। इस दौरान 23,375 अभियोग पंजीकृत कर 31 हजार 517 के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की गई, जबकि एक करोड़ 39 लाख से अधिक व्यक्तियों को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया। प्रदेश के हर थाने में महिला बीट तथा महिला हेल्थ डेस्क की स्थापना की गई। सभी जनपदों में 15,130 महिला पुलिसकर्म‍ियों को नियुक्त करते हुए 10,378 महिला बीट आवंटित की गई। ऑपरेशन त्रिनेत्र के तहत 11 लाख 71,000 से अधिक सीसीटीवी स्थापित किए गए।
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में एक अभियान के तहत धार्मिक स्थलों से 1,08,037 से अधिक लाउडस्पीकर उतारे गए या उच्चतम न्यायालय की गाइडलाइन के अनुसार उनकी ध्वनि नियंत्रित की गयी। 31 मई 2017 से 2 अक्टूबर 2024 तक पुलिस द्वारा दो करोड़ 68 लाख से अधिक स्थानों पर फुट पेट्रोलिंग के माध्यम से सुरक्षा का एक बेहतर वातावरण प्रस्तुत किया गया।
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महाविकास अघाड़ी में सीट शेयरिंग को लेकर कोई मतभेद नहीं : संजय राउत

  • महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटों के लिए 20 नवंबर को मतदान
मुंबई। शिवसेना (यूबीटी) से राज्यसभा सांसद संजय राउत ने सोमवार को दावा किया कि महाविकास अघाड़ी में सीट शेयरिंग को लेकर कोई मतभेद नहीं है। चुनावी राज्य महाराष्ट्र को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज है, इसी बीच शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने सीट बंटवारे में हो रही लेट-लतीफी को लेकर कहा कि सोमवार शाम तक टिकटों के बंटवारे को लेकर बात बन जाएगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का हाईकमान दिल्ली में बैठा है, उनके निर्णय दिल्ली में होते हैं।
संजय राउत ने आगे कहा कि सीटों को लेकर ज्यादा मतभेद नहीं होगा और हम लोग एक साथ बैठकर इसको सुलझा देंगे। सीटों के बंटवारे में पार्टी के कुर्बानी के सवाल पर उन्होंने कहा कि बात कुर्बानी की नहीं, बल्कि देशहित और महाराष्ट्र हित की है। कुछ सीटों के लिए हमने बड़ा दिल दिखाया था, क्योंकि हमे संविधान के दुश्मनों को हराना था। अब महाराष्ट्र की भ्रष्ट सरकार को, जो संविधान के खिलाफ काम करती है, उसको नीचे उतारना है।
उन्होंने कहा कि हम सभी राजनीति में सालों साल से काम कर रहे हैं। सभी पार्टी को लगता है कि उनके कार्यकर्ता को उम्मीदवारी मिलनी चाहिए। जैसे शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (शरद पवार) को लगता है, वैसे ही कांग्रेस को भी लगता होगा। महाविकास अघाड़ी अलायंस में सबको अपनी-अपनी भूमिका रखने का अधिकार है। लेकिन जब सीट शेयरिंग की बात आती है तो थोड़ा बहुत त्याग करके एक कदम पीछे लेना पड़ता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टी और भारतीय जनता पार्टी से बड़ी पार्टी है। हम जमीन पर महाराष्ट्र के हित में कार्य करने वाले कार्यकर्ता हैं और हम देशहित को सबसे ऊपर मानते हैं।
बता दें कि निर्वाचन आयोग ने महाराष्ट्र में चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। प्रदेश में कुल 288 विधानसभा सीटों के लिए 20 नवंबर को मतदान होने हैं। वहीं चुनावी नतीजे 23 नवंबर को घोषित होंगे।
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गांदरबल जिले में हुए आतंकी हमले की एनआईए करेगी जांच

जम्मू। जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले में हुए आतंकी हमले में मरने वालों की संख्या सोमवार को बढ़कर 7 हो गई। आतंकी हमले की जांच अब एनआईए करेगी। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के वरिष्ठ अधिकारी के नेतृत्व में एक टीम सोमवार को घटना स्थल के लिए रवाना हुई। अधिकारियों ने बताया कि यह हमला रविवार को गगनगीर इलाके में एक श्रमिक कैंप पर हुआ। ये सभी एक निजी कंपनी में काम करते थे। हमले में सात लोगों की जान चली गई। मारे गए लोगों में स्थानीय और बाहरी लोग शामिल थे, जो गगनगीर और सोनमर्ग के बीच एक टनल प्रोजेक्ट में काम कर रहे थे।
मारे गए लोगों की पहचान- फहीम नासिर (सुरक्षा प्रबंधक, बिहार), अंगिल शुक्ला (मैकेनिकल मैनेजर, मध्य प्रदेश), मोहम्मद हनीफ (बिहार), डॉ. शहनवाज (बडगाम, कश्मीर), कलीम (बिहार), शशि अब्रोल (डिज़ाइनर, जम्मू) और गुरमीत सिंह (रिगर, गुरदासपुर, पंजाब) के तौर पर हुई है। वहीं, खुफिया एजेंसियों का मानना है कि निर्दोष, निहत्थे नागरिकों की हत्या आतंकियों की हताशा का परिणाम है, जो जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हुए शांतिपूर्ण और जनता द्वारा बड़ी संख्या में भाग लिए गए लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बाद से बौखलाहट में हैं।
इस घटना के बाद सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी कर दी और आतंकियों की तलाश के लिए अभियान शुरू कर दिया। यह हमला रविवार रात 8:15 बजे हुआ था। हमले के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "जम्मू-कश्मीर के गगनगीर में निर्दोष नागरिकों पर हुए इस कायराना आतंकी हमले की मैं कड़ी निंदा करता हूं। इसमें शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा और सुरक्षा बलों द्वारा कठोर कार्रवाई की जाएगी। इस कठिन समय में मैं शहीदों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।"
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा, "मैं गगनगीर में नागरिकों पर हुए इस घिनौने आतंकी हमले की कड़ी निंदा करता हूं। मैं लोगों को आश्वस्त करता हूं कि इस कृत्य के पीछे जो भी हैं, उन्हें सजा जरूर मिलेगी। हमने पुलिस, सेना और सुरक्षा बलों को पूरी छूट दी है। हमारे बहादुर जवान मैदान में हैं और वे सुनिश्चित करेंगे कि आतंकियों को इस कृत्य की भारी कीमत चुकानी पड़े। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। पूरा देश इस दुख की घड़ी में परिवारों के साथ खड़ा है।" जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस हमले की कड़ी निंदा की और इसे आतंकियों का कायरतापूर्ण और घिनौना कृत्य बताया।
पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने इस घटना की निंदा करते हुए इसे "बेमतलब की हिंसा" बताया। जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने भी इस हमले की निंदा की।
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CRPF स्कूल के पास कैसे हुआ इतना बड़ा ब्लास्ट? हुआ बड़ा खुलासा

नई दिल्ली। दिल्ली के रोहिणी के प्रशांत विहार में सीआरपीएफ स्कूल के बाहर हुए ब्लास्ट मामले में घटनास्थल का एक और सीसीटीवी फुटेज पुलिस को मिला है। इस फुटेज में धमाके से एक रात पहले एक संदिग्ध व्यक्ति सफेद टी-शर्ट पहने मौके पर देखा जा सकता है। दिल्ली पुलिस सूत्रों के अनुसार, विस्फोटक को पॉलीथीन बैग में लपेटकर आधे से एक फुट गहरे गड्ढे में छुपाया गया था। विस्फोटक लगाने के बाद उस गड्ढे को कूड़े से ढक दिया गया था।
दिल्ली पुलिस ने आसपास और सामने के बाजार के सभी सीसीटीवी डीवीआर को अपने कब्जे में ले लिया है। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने घटनास्थल के पास 2 संदिग्ध लोगों की हरकत देखी है, हालांकि पुलिस अभी इस बात की पुष्टि कर रही है कि इस धमाके में उनकी कोई भूमिका है या नहीं।
दिल्ली पुलिस ने इस धमाके के संबंध में प्रशांत विहार पुलिस थाने में बीएनएस की संबंधित धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। दिल्ली पुलिस ने बताया कि वे मोबाइल नेटवर्क का डेटा जुटा रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि धमाके के समय आसपास कौन-कौन मौजूद थे।
भाषा के अनुसार, पुलिस अधिकारियों ने बताया कि फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स को घटनास्थल पर एक संदिग्ध सफेद पाउडर मिला है और उन्होंने इसे जांच के लिए लैब में भेज दिया है। उन्होंने बताया कि टीम ने घटनास्थल से मिट्टी के नमूने भी एकत्र किए हैं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि सफेद पाउडर अमोनियम नाइट्रेट और क्लोराइड का मिश्रण हो सकता है। विस्फोट के बाद रसायनों की दुर्गंध आ रही थी। स्थानीय निवासियों और वहां पहुंचे पुलिस अधिकारियों को भी यही महसूस हुआ। हमारी टीम पूरे मामले की जांच कर रही हैं।
एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह किसी प्रकार का विस्फोटक है या कुछ और, इसका पता तभी चल सकेगा जब हम इसकी गहन जांच करेंगे। हमें संदेह है कि विस्फोट का कारण देशी बम हो सकता है।
बता दें कि, रविवार सुबह धमाके के बाद घटना के कथित वीडियो में घटनास्थल से धुएं का गुबार निकलता दिखाई दे रहा है। साथ ही, विस्फोट स्थल के पास दो कार खड़ी थी और विस्फोट से कुछ सेकेंड पहले कुछ दोपहिया वाहन वहां से गुजरे थे। स्थानीय निवासियों ने कहा कि विस्फोट तेज था और इसके बाद इलाके में दुर्गंध फैल गई।
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देश को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने अभी बहुत काम करना बाकी है : PM मोदी

  • एनडीटीवी वर्ल्ड समिट 2024
नई दिल्ली। एनडीटीवी वर्ल्ड समिट 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार ने पिछले 10 साल में बहुत सारे काम किए हैं, लेकिन यह आराम का वक्त नहीं है। देश को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए अभी बहुत काम करना बाकी है। पीएम मोदी ने कहा, "अक्सर लोग मुझे कहते हैं कि पिछले 10 साल में इतने काम हुए हैं। आपने तीन बार अपनी सरकार बना ली है। अब भी आप इतनी मेहनत क्यों करते हैं, इतनी दौड़ धूप क्यों करते हैं?"
पीएम मोदी ने कहा कि उनको ऐसा कहने वाले लोग बहुत मिले हैं। उनको कहना है कि अब मेहनत की क्या जरूरत है। लेकिन जो सपने हमने देखे हैं और जो संकल्प हम लेकर चले हैं, उसमें न चैन के लिए कोई जगह है न ही आराम के लिए।
पीएम मोदी ने पिछले 10 साल में किए गए कार्यों का जिक्र करते हुए आगे कहा, "पिछले 10 साल में 12 करोड़ शौचालय बनाए गए हैं। पिछले 10 साल में 16 करोड़ गैस कनेक्शन मिले हैं। इसी अवधि में 350 मेडिकल कॉलेज खोले गए हैं, जिसमें 15 से ज्यादा एम्स हैं। पिछले 10 सालों में डेढ़ लाख से ज्यादा स्टार्टअप हुए हैं, जिसमें आठ करोड़ युवाओं ने मुद्रा लोन लेकर पहली बार अपना काम शुरू किया है।"
पीएम मोदी ने कहा कि लोग पूछते हैं क्या इतना करना काफी नहीं है?
पीएम मोदी ने आगे जवाब दिया, "नहीं...इतनी करना काफी नहीं है। आज भारत दुनिया के सबसे युवा देश में एक है। इस युवा शक्ति की पूरी क्षमता का इस्तेमाल करते हुए आसमान की ऊंचाइयों को छुआ जा सकता है। इस ऊंचाई को छूने के लिए हमें बहुत तेजी से बहुत सारा कार्य करने की जरूरत है।"
पीएम ने कहा कि देश को 2047 तक विकसित बनाने का हमारा लक्ष्य है। इसलिए सफलता का मापदंड सिर्फ ये नहीं है कि हमने क्या पाया... अब हमारा आगे क्या लक्ष्य है, हमें कहां पहुंचना है...हम उस ओर देख रहे हैं। 2047 तक विकसित भारत का संकल्प भी इसी सोच को दिखाता है।
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