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केरल विश्वविद्यालय राज्य में पहला चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम शुरू

तिरुवनंतपुरम। केरल विश्वविद्यालय इस शैक्षणिक वर्ष से शुरू होने वाले चार वर्षीय स्नातक ऑनर्स पाठ्यक्रम की पेशकश करेगा। निम्नलिखित पाठ्यक्रमों की अवधि अब चार वर्ष होगी। बी.ए. (ऑनर्स।) भाषा और संचार कौशल, राजनीति और लोक प्रशासन में; बीएससी (ऑनर्स।) जीवन विज्ञान में; और बी.कॉम। (ऑनर्स।) ये पाठ्यक्रम विश्वविद्यालय के करियावट्टोम परिसर में शुरू होंगे।
इसके अतिरिक्त, बी.कॉम। (ऑनर्स) पाठ्यक्रम भी विश्वविद्यालय द्वारा संचालित यूआईटी (यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) में शुरू किए जाएंगे। वाइस-चांसलर डॉ. मोहनन कुनुम्मल के मुताबिक, यूनिवर्सिटी कैंपस के भीतर विशिष्ट विभाग जहां ऑनर्स कोर्स जुड़े होंगे, बाद में निर्धारित किए जाएंगे।
बीए। (ऑनर्स।) पाठ्यक्रम दिल्ली विश्वविद्यालय और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमों के बाद बनाया गया है, जबकि बी.एससी। (ऑनर्स) पाठ्यक्रम भारतीय विज्ञान संस्थान के सम्मान कार्यक्रम से प्रेरणा लेता है।
वर्तमान शैक्षणिक वर्ष में, चार साल की अवधि केवल विश्वविद्यालय परिसर में पेश किए जाने वाले पाठ्यक्रमों पर लागू होगी, जबकि संबद्ध कॉलेज अगले वर्ष से विस्तारित अवधि को अपनाएंगे। ऑनर्स कोर्स शुरू करने के इच्छुक कॉलेजों को रुचि पत्र जमा करने के लिए आमंत्रित किया जाता है।
ऑनर्स कोर्स के लिए योग्य कॉलेज कम से कम दस वर्षों के लिए एक स्नातक कार्यक्रम और इसके संबंधित स्नातकोत्तर कार्यक्रम चला रहे होंगे। वीसी ने जोर देकर कहा कि पाठ्यक्रम केरल राज्य उच्च शिक्षा परिषद के मानकों के अनुसार विकसित किए जाएंगे।
अगले साल से ऑनर्स कोर्स केरल विश्वविद्यालय के करियावट्टोम परिसर में सभी 44 विभागों में उपलब्ध होंगे।
अन्य राज्य विश्वविद्यालय अगले शैक्षणिक वर्ष में चार वर्षीय पाठ्यक्रम शुरू करेंगे।
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एग्जामिनेशन बोर्ड का नेशनल कॉन्क्लेव आज से

  • 24 राज्य से 32 परीक्षा बोर्ड के प्रतिनिधि शामिल
पटना। बिहार बोर्ड 16 और 17 जून को बड़े कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसे नेशनल कॉन्क्लेव ऑफ एग्जामिनेशन बोर्ड 2023 का नाम दिया गया है। पहले दिन यानी शुक्रवार को इस कॉन्क्लेव में देश के 24 राज्य से 32 परीक्षा बोर्ड के अध्यक्ष, सचिव और पदाधिकारी शामिल हुए। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि इस दो दिवसीय शुभारंभ उद्घाटन आज बिहार के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी द्वारा किया गया।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव  के. के. पाठक ने की।। वहीं CBSE की अध्यक्ष निधि छिब्बर इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं।इसके अतिरिक्त पैनल एक्सपर्ट के रूप में विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि भाग लेंगे।  इसमें CENTA, NIEPA, ACER, NCTE, NCVET, CDAC और ICSE के प्रतिनिधि शामिल होंगे।
बिहार बोर्ड के अनुसार, इस कार्यक्रम का आयोजन इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि समिति द्वारा किए गए सुधारों के फलस्वरूप विगत 05 वर्षों से लगातार देश में सबसे पहले इंटर एवं मैट्रिक परीक्षाओं का परीक्षाफल जारी किया जा रहा है। बिहार बोर्ड द्वारा लागू किए गए इन्हीं सुधारों का परिणाम है कि पड़ोसी देश नेपाल के परीक्षा बोर्ड तथा कई राज्यों के परीक्षा बोर्ड की टीम द्वारा बिहार बोर्ड का दौरा कर यहां की परीक्षा व्यवस्था का गहनतापूर्वक अध्ययन किया गया और देश के कई राज्यों के परीक्षा बोड़ों द्वारा इन सुधारों के संबंध में जानकारियां प्राप्त की गयी। 
बिहार बोर्ड को अनेक नव प्रयोगों तथा परीक्षा व्यवस्था में व्यापक सुधारों के लिए सिविल सेवा दिवस, 2022 के अवसर पर अवार्ड भी प्रदान किया गया है। इन सभी के परिणामस्वरूप राष्ट्रीय स्तर पर बिहार बोर्ड की ख्याति बढ़ी है तथा कई राज्यों के परीक्षा बोर्डों के पदाधिकारियों ने बिहार राज्य द्वारा किए गए इन परीक्षा सुधारों के संबंध में जानकारी प्राप्त करने का अनुरोध भी किया था।
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शिक्षा सत्र 2023-24 में प्रवेश हेतु कक्षा 6वीं-9वीं की प्रवेश परीक्षा 30 जून निर्धारित

नारायणपुर। नारायणपुर एज्युकेशन हब गराजी में संचालित विशिष्ट 500 सीटर शासकीय बुनियादी कन्या शिक्षा परिसर गरांजी, बालक बुनियादी आदर्श उ.मा.वि. गराजी नारायणपुर में शिक्षा सत्र 2023-24 में प्रवेश हेतु कक्षा 6वीं, 9वीं एवं 11वीं के रिक्त सीटों पर भर्ती हेतु आवेदन पत्र 1 मई 2023 से संबंधित संस्था से 10 जून 2023 तक कार्यालयीन समय पर आवेदन पत्र आमंत्रित किया गया था।
इस हेतु प्रवेश परीक्षा कक्षा 6वीं हेतु 20 जून 2023 को प्रातः 10 बजे से 12 तक एवं कक्षा 9वीं हेतु दोपहर 2 बजे से 4 बजे निर्धारित किया गया था। वर्तमान में भीषण गर्मी एवं लू को दृष्टिगत रखते हुए राज्य शासन के आदेश के तहत् 26 जून 2023 को विद्यालय प्रारंभ करने का आदेश प्रसारित किया गया है। उक्त आदेश के दृष्टिगत रखते हुए परीक्षा तिथि में आंशिक संशोधन करते हुए 20 जून 2023 के स्थान पर 30 जून 2023 को किया गया है। कक्षा 6वीं की प्रवेश परीक्षा प्रातः 10 से 12 बजे तथा कक्षा 9वीं की प्रवेश परीक्षा दोपहर 2 से 4 बजे तक निर्धारित किया गया है। समस्त पालक एवं परीक्षार्थियों को परीक्षा तिथि में परीक्षा केन्द्र में 1 घण्टा पूर्व उपस्थित होना अनिवार्य होगा।
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शगुन ने NEET परीक्षा में टॉप किया, करना चाहती हैं कैंसर पर रिसर्च

उत्तराखण्ड। उत्तराखण्ड की बेटियां परिवार हों या समाज या फ़िर देश के लिए अच्छी नौकरी पाकर फतेह हासिल करना वह हर जगह अपनी मेहनत से कीर्तिमान रचती है। तो वहीं, अपनी मेहनत के दम पर आने वाले युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत भी बनती है। इसी का एक नया उदाहरण है देहरादून की बेटी शगुन गहलोत का। जिन्होंने NEET यूजी में 720 में से 700 अंक प्राप्त कर सामान्य श्रेणी में स्टेट टॉप किया है। शगुन ने देश भर में 320वीं रैंक हासिल की है। शगुन की इस उपलब्धि से परिजनों और ग्रामीणों में खुशी की लहर है।
बता दें, शगुन गहलोत देहरादून के विद्या विहार फेस वन की रहने वाली है। हालांकि उनका परिवार मूल रूप से बिजनौर के चांदपुर के पास का रहने वाला है। शगुन के पिता डॉ. मनोज गहलोत श्री गुरु राम राय यूनिवर्सिटी के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी हैं, और मां रेणु बिजनौर में सरकारी शिक्षिका हैं। शगुन ने एसजीआरआर पब्लिक स्कूल पटेल नगर से 12वीं की परीक्षा 98.2 प्रतिशत के साथ टॉप किया था। उनकी छोटी बहन सैवी कक्षा आठ में पढ़ रही हैं। शगुन का सपना बचपन से ही डॉक्टर बनने का था और इसमें उनके परिवार ने पूरा साथ दिया।
नीट यूजी में उत्तराखण्ड की टॉपर बनी शगुन गहलोत कैंसर जैसी घातक बीमारी पर शोध करना चाहती हैं, ताकि इस जानलेवा बीमारी से जूझ रहे करोड़ों लोग की मदद कर सकें। वहीं, शगुन ने बताया कि फरवरी माह में वे करीब एक सप्ताह बेहद बीमार रहीं, लेकिन उन्होंने पढ़ाई नहीं छोड़ी। उन्होंने दो साल की तैयारी में केवल दो बार क्लास छोड़ी, जो उनकी सफलता का सबसे बड़ा राज है। शगुन ने कहा कि वे कंप्यूटर विज्ञान, भाषा और वाद्य यंत्रों के बारे में वह समान रूप से सीखने की इच्छुक हैं। शगुन गिटार और वायलन भी सीखना चाहती हैं।
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इन शिक्षकों की पदोन्नति होगी निरस्त, जानिए वजह...

रायपुर। प्रदेश के अंबिकापुर जिले से शिक्षकों से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां शिक्षकों ने पदोन्नति के बाद भी पदभार ग्रहण नहीं किया है। इसके बाद संयुक्त संचालक शिक्षा विभाग ने आदेश जारी करते हुए तय समय में पदभार नहीं ग्रहण करने पर शिक्षकों की पदोन्नति को निरस्त करने की बात कही है।
मिली जानकारी के अनुसार, पदोन्नति के बाद भी 100 से ज्यादा शिक्षकों ने पदभार ग्रहण नहीं किया है। 24 अप्रैल 2023 को पदोन्नति का आदेश जारी किया गया था। इस आदेश के साथ ही शिक्षकों को 15 दिन का समय दिया गया था। लेकिन अभी तक शिक्षकों ने पदभार ग्रहण नहीं किया है। वहीं शिक्षा विभाग की तरफ से शिखकों को 17 जून तक पदभार ग्रहण करने का अंतिम समय दिया गया है, अगर शिक्षक इस तारीख तक भी पदभार ग्रहण नहीं करते हैं तो पदोन्नति का आदेश निरस्त कर दिया जाएगा। संयुक्त संचालक शिक्षा ने इसका आदेश जारी किया है।
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स्कूल और कॉलेज में एडमिशन की प्रक्रिया शुरू

रायपुर। स्कूल और कॉलेज में एडमिशन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और एडमिशन के लिए छात्र-छात्राओं को आय-जाति प्रमाण पत्र की जरूरत पड़ रही है। ऐसे में छात्र-छात्राओं को काफी दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा है।
दरअसल, इस समय पटवारियों का हड़ताल चल रहा है। ​जिसके चलते इसकी जिम्मेदारी पंचायत सचिव को दे दी गई है। वहीं शहर में पार्षद यह प्रमाण पत्र बनाकर देंगे। अस्थाई जाति और स्थाई जाति प्रमाण पत्र के लिए आनॅलाइन आवेदन करना होगा। साथ ही कोई भी पुराना रिकार्ड देना होगा। इसमें जाति का उल्लेख आवश्यक है। राजस्व संबंधित दस्तावेज तहसील कार्यालय में रखे हुए हैं।
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CGPSC की मुख्य परीक्षा आज से, बनाए गए है 6 सेंटर

रायपुर। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की मुख्य परीक्षा आज से शुरू हो रही है. इस परीक्षा में 3095 कैंडिडेट्स शामिल होंगे. राज्य सेवा परीक्षा की 210 पदों के लिए ये परीक्षा हो रही है. इसके लिए रायपुर, दुर्ग, भिलाई, जगदलपुर, अंबिकापुर, बिलासपुर में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. मुख्य परीक्षा 15 जून से शुरू होकर 18 जून तक चलेगी. जो कि दो पालियों में आयोजित की जाएंगी. पहली पाली सुबह से दोपहर 12 बजे तक होगी. वहीं दूसरी पाली दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक की रहेगी.
CGPSC mains परीक्षा के लिए छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग ने 5 जून को प्रवेश पत्र जारी कर दिया है. अभ्यर्थी आयोग की वेबसाइट www.psc.cg.gov.in से डाउनलोड कर सकते हैं.
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12वीं के बाद एग्रीकल्चर क्षेत्र के इन कोर्सेज में आजमाएं हाथ

लाखों में होगी कमाई
हमारा देश कृषि प्रधान देश माना जाता है लेकिन पिछले कुछ समय से देखा जा रहा है कि युवा इस क्षेत्र में अपने करियर को आगे बढ़ाने से बचते हैं। लेकिन अगर आप इस क्षेत्र में एक लक्ष्य बनाकर आगे बढ़ते हैं तो निश्चित ही कृषि के क्षेत्र में आप लाखों में कमाई कर सकते हैं। आज हमारे देश में कृषि क्षेत्र को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है, जिसके चलते लोग अब नौकरी छोड़ कर इस क्षेत्र में करियर बनाकर लाखों में कमाई कर रहे हैं। अगर आप भी 12वीं उत्तीर्ण कर चुके हैं और किसी ऐसे क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं उनके लिए यह आर्टिकल मदद कर सकता है। आप यहां से कृषि क्षेत्र के बेहतरीन कोर्सेज, रोजगार, वेतन आदि सभी की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
ग्रेजुएशन से लेकर कर सकते हैं पीएचडी-
अगर आप कृषि के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो आप 12वीं के बाद ही इस क्षेत्र में कदम रख सकते हैं। इस क्षेत्र में ग्रेजुएशन, पोस्ट-ग्रेजुएशन, पीएचडी डिप्लोमा एवं सर्टिफिकेट कोर्सेज उपलब्ध हैं। 12वीं के बाद आप स्नातक कोर्स से इसकी शुरुआत कर सकते हैं। ग्रेजुएशन के बाद आप विभिन्न सरकारी और निजी क्षेत्रों की नौकरियों के लिए पात्रता हासिल कर सकते हैं। इसके बाद इस क्षेत्र में कुछ बेहतर करने के लिए आप कृषि में उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए परास्नातक और पीएचडी भी कर सकते हैं।
एग्रीकल्चर के क्षेत्र में कुछ प्रमुख कोर्स के नाम-
बैचलर ऑफ साइंस इन एग्रीकल्चर
बैचलर ऑफ साइंस (ऑनर्स) इन एग्रीकल्चर
बैचलर इन साइंस इन क्रॉप फिजियोलॉजी
बीएससी इन फूड टेक्नोलॉजी
मास्टर ऑफ साइंस इन एग्रीकल्चर
मास्टर ऑफ साइंस इन बायोलॉजिकल साइंसेज
मास्टर ऑफ साइंस इन एग्रीकल्चर बॉटनी
डिप्लोमा इन एग्रीकल्चर
डिप्लोमा इन फूड प्रोसेसिंग
डिप्लोमा इन ऑर्गेनिक फार्मिंग
पीएचडी इन एग्रीकल्चर
पीएचडी इन फॉरेस्ट्री
पीएचडी इन बायोलॉजिकल एंड एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग।
लेक्चरर से लेकर साइंटिस्ट के पदों पर मिलेगी नौकरी-
अगर आप कृषि के क्षेत्र में शिक्षा हासिल करते हैं तो आपके लिए ग्रेजुएशन के बाद ही रोजगार की भरमार होगा। ग्रेजुएशन के बाद आप विभिन्न सरकारी नौकरियों में अप्लाई करने के लिए एलिजिबल हो जाते हैं। इसके साथ कृषि से जुड़ी हुई विभिन्न निजी कंपनियां आपको अच्छे पैकेज पर जॉब ऑफर करते हैं। इन सबके अलावा आप उच्च शिक्षा हासिल करने के बाद शिक्षा के क्षेत्र में लेक्चरर बनकर अपने भविष्य को एक नयी दिशा दे सकते हैं। इसके साथ ही आप इस क्षेत्र में रिसर्च करके कृषि वैज्ञानिक का पद भी हासिल कर सकते हैं। इस क्षेत्र में नौकरी करके आप आसानी से लाखों में वेतन पा सकते हैं।
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यूपीएससी सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम जारी

संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा नई दिल्ली में आयोजित सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम आज जारी कर दिया गया। सिविल रिजल्ट्स के साथ-साथ इंडियन फॉरेन सर्विसेज (IFS) के नतीजे भी आज जारी कर दिए गए हैं। यूपीएससी ने इस साल 28 मई को देश भर में सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की थी। इस स्क्रीनिंग टेस्ट में 14,624 उम्मीदवारों ने पास किया है। इन सभी ने 15 सितंबर को होने वाली सिविल सेवा मेन्स परीक्षा के लिए क्वालीफाई किया है। प्रीलिम्स के उम्मीदवार upsc.gov.in वेबसाइट पर अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं। इस बीच यूपीएससी ने खुलासा किया है कि प्रीलिम्स पास कर चुके उम्मीदवारों को मेन्स परीक्षा के लिए फिर से आवेदन करना होगा। विस्तृत आवेदन प्रपत्र-1 (डीएएफ-1) में आवेदन करने का सुझाव दिया गया है। इसके लिए नियत तारीख की घोषणा जल्द की जाएगी।प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम आज जारी कर दिया गया। सिविल रिजल्ट्स के साथ-साथ इंडियन फॉरेन सर्विसेज (IFS) के नतीजे भी आज जारी कर दिए गए हैं। यूपीएससी ने इस साल 28 मई को देश भर में सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की थी। इस स्क्रीनिंग टेस्ट में 14,624 उम्मीदवारों ने पास किया है। इन सभी ने 15 सितंबर को होने वाली सिविल सेवा मेन्स परीक्षा के लिए क्वालीफाई किया है। प्रीलिम्स के उम्मीदवार upsc.gov.in वेबसाइट पर अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं। इस बीच यूपीएससी ने खुलासा किया है कि प्रीलिम्स पास कर चुके उम्मीदवारों को मेन्स परीक्षा के लिए फिर से आवेदन करना होगा। विस्तृत आवेदन प्रपत्र-1 (डीएएफ-1) में आवेदन करने का सुझाव दिया गया है। इसके लिए नियत तारीख की घोषणा जल्द की जाएगी।
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प्री-मेडिकल और इंजीनियरिंग कोचिंग प्रवेश परीक्षा हेतु मांगे गए आवेदन

कांकेर। आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा राज्य के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति वर्ग के हितग्राहियों को वर्ष 2023-24 में प्री-मेडिकल तथा प्री-इंजीनियरिंग कोचिंग में प्रवेश के लिए प्रतिभावन विद्यार्थियों से 28 जून तक आवेदन आमंत्रित किया गया है। आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त ने जानकारी दी है कि प्रवेश लेने के इच्छुक विद्यार्थी कक्षा 12वीं उत्तीर्ण बोर्ड परीक्षा में जीव विज्ञान एवं गणित विषय के साथ न्यूनतम 70 प्रतिशत अंकों से उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थियों को निःशुल्क आवासीय सुविधा के साथ एक वर्षीय कोचिंग दिलाया जायेगा।
इस योजना का लाभ लेने के लिए अभ्यर्थियों के पालकों का वार्षिक आय 02 लाख 50 हजार रूपये से अधिक नहीं होना चाहिए। आवेदन सहायक आयुक्त आदिवासी विकास कार्यालय कांकेर में 28 जून सायं 05 बजे तक जमा कर सकते हैं। अभ्यर्थियों का चयन परीक्षा में प्राप्त मेरिट सूची के आधार पर किया जायेगा। राज्य के जिस जिले में कोचिंग संस्था का चयन होगा, उसी जिले में कोचिंग संपन्न कराया जायेगा। इस संबंध में विस्तृत जानकारी हेतु विभागीय वेबसाइटhttp://tribal.cg.gov.in/का अवलोकन किया जा सकता है।
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भारत में व्यवसाय के लिए पीढ़ी तैयार करने को जेजीयू में एक वर्षीय ऑनलाइन एमबीए कोर्स

सोनीपत (आईएएनएस)। ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (जेजीयू) के तहत काम कर रहे पेशेवरों को सशक्त बनाने और उन्हें बिजनेस के लिए तैयार करने के मिशन के साथ जिंदल ग्लोबल बिजनेस स्कूल (जेजीबीएस) ने एशिया के सबसे बड़े एकीकृत लनिर्ंग, स्किलिंग और टेक्नोलॉजी सर्विस प्रोवाइडर (टीएसपी) के रूप में वर्कफोर्स डेवलपमेंट एंड प्लेसमेंट कंपनी अपग्रेड के साथ एक साल का ऑनलाइन एमबीए कोर्स पेश किया है। शिक्षा मंत्रालय द्वारा 'प्रतिष्ठित संस्थान' के रूप में मान्यता प्राप्त केवल चार निजी भारतीय संस्थानों में यह विश्वविद्यालय एक है।
एक वर्षीय ऑनलाइन एमबीए के पाठ्यक्रम को सावधानी से तैयार किया गया है, ताकि शिक्षार्थियों को संपूर्ण डोमेन समझ प्राप्त करने में सक्षम बनाया जा सके और उन्हें मांग वाले नौकरी बाजार के लिए तैयार करने में मदद मिल सके। चार शब्दों में विभाजित, प्रत्येक शब्द में एक स्वतंत्र शोध परियोजना या कैपस्टोन के रूप में कोर और अनुभवात्मक शिक्षण-आधारित पाठ्यक्रमों का संयोजन होता है।
यह स्पेशलाइजेशन ट्रैक्स के साथ आता है, जो सीखने को अधिक गहन बनाता है और मार्केटिंग, वित्त, रणनीति, नेतृत्व, और डिजिटल वित्त पर लक्षित होता है। पाठ्यक्रम में लाइव कंटेंट, उद्योग के नेतृत्व वाले केस स्टडी, असाइनमेंट और प्रोजेक्ट भी शामिल हैं, साथ ही फैकल्टी और उद्योग के विशेषज्ञों से सर्वश्रेष्ठ-इन-क्लास सामग्री और लाइव सत्र आयोजित करने के लिए एक अपग्रेड-निर्मित एआई-पावर्ड प्लेटफॉर्म भी शामिल है।
ओ.पी. जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के संस्थापक कुलपति प्रो. (डॉ.) सी. राज कुमार ने कहा,े एक दशक में ओ.पी. जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी ने खुद को एक अद्वितीय और अग्रणी संस्थान के रूप में स्थापित किया है, जो भारत में वैश्विक उच्च शिक्षा के लिए बेंचमार्क स्थापित कर रहा है।
उन्होंने कहा, प्रतिष्ठित संस्थान' के रूप में, एक वर्षीय ऑनलाइन एमबीए कार्यक्रम शुरू करने का हमारा निर्णय एक असाधारण शैक्षिक यात्रा प्रदान करता है, जो हमारे छात्रों को आत्मविश्वास के साथ भविष्य को अपनाने के लिए तैयार करता है। एक अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण के साथ अंत:विषय शिक्षा प्रदान करने की दृष्टि से बनाया गया है। पाठ्यक्रम वैश्विक व्यापार चुनौतियों पर विजय प्राप्त करने के लिए आवश्यक समस्या-सुलझाने के कौशल और नेतृत्व गुणों को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। उन्होंने कहा, मैं आप में से प्रत्येक का स्वागत करता हूं कि प्रबंधन शिक्षा के भविष्य में कदम रखने के लिए हमारे विचारपूर्वक क्यूरेट किए गए एमबीए प्रोग्राम के साथ, ट्रेलब्लेजर को आकार देने के लिए तैयार किया गया है, जो वैश्विक व्यापार परिदृश्य को फिर से परिभाषित करेगा। ऑनलाइन एक वर्षीय एमबीए प्रोग्राम के हिस्से के रूप में, शिक्षार्थी जेजीबीएस के अनुसंधान-सक्रिय संकाय सदस्यों के साथ भी जुड़ेंगे, जिन्होंने आईआईएम, आईआईटी और शीर्ष क्रम के विश्वविद्यालयों सहित भारत और अमेरिका, यूरोप, एशिया और ऑस्ट्रेलिया के सबसे प्रतिष्ठित संस्थानों से डॉक्टरेट की पढ़ाई की है।
डब्ल्यूईएफ की एक हालिया रिपोर्ट में भविष्यवाणी की गई है कि 2025 तक 85 मिलियन लोगों के पास कोई नौकरी नहीं होगी, और इसी अवधि के दौरान, 97 मिलियन नए रोजगार के अवसर सामने आएंगे, जो विशिष्ट कौशल के एक सेट की मांग करेंगे। कार्यस्थल की बदलती प्रकृति और अपेक्षित कौशल पर टिप्पणी करते हुए जिंदल ग्लोबल बिजनेस स्कूल के डीन प्रो.(डॉ.) मयंक ढौंडियाल ने कहा, यदि हम आंकड़ों पर जाएं, तो यह स्पष्ट है कि कार्यस्थल तेजी से परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है, नतीजतन, कर्मचारियों को प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए अपने कौशल को लगातार अद्यतन और संशोधित करना चाहिए।
यह अपनी तरह का अनूठा एमबीए प्रोग्राम भविष्य के लिए बिजनेस लीडर्स की अगली पीढ़ी को तैयार करने में गेम-चेंजर साबित होगा। हमारे विश्व स्तरीय संकाय द्वारा कई एमबीए स्पेशलाइजेशन, अनुभवात्मक शिक्षा-आधारित पाठ्यक्रम, ऑनलाइन और एसिंक्रोनस लनिर्ंग की सुविधा के साथ सामग्री प्रदान की जाती है। मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह एमबीए डिग्री हमारे छात्रों को हमेशा बदलती दुनिया के लिए खुद को बेहतर स्थिति में लाने में मदद करेगी।
त्वरित एमबीए प्रोग्राम में दाखिला लेने के इच्छुक व्यक्तियों के पास अध्ययन के किसी भी क्षेत्र में 50 प्रतिशत के न्यूनतम अंक के साथ किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए। इसके अतिरिक्त, उन्हें जेएमएटी ऑनलाइन राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा देनी होगी, जो 30 मिनट की होगी।
जेजीबीएस, एएसीएसबी बिजनेस एजुकेशन एलायंस का एक सदस्य है। बिजनेस स्कूल मान्यता का एक स्वर्ण मानक और जेजीयू को वल्र्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग द्वारा भारत के नंबर एक निजी विश्वविद्यालय के रूप में स्थान दिया गया है और क्यूएस यंग यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2022 में 50 वर्ष से कम आयु के विश्व स्तर पर शीर्ष 150 विश्वविद्यालयों में भी मान्यता प्राप्त है।
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UPSC प्रीलिम्स 2023 के नतीजे घोषित

नई दिल्ली। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने आज सिविल सेवा परीक्षा (सीएसई) प्रीलिम्स 2023 के नतीजे घोषित कर दिए। आयोग ने न केवल सफल उम्मीदवारों के रोल नंबर घोषित किए बल्कि उनके नाम भी सूचीबद्ध किए।
कैट (सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल) द्वारा परिणामों पर रोक लगाने से इनकार करने और 6 जुलाई को कट ऑफ सीसैट (सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट) में कमी के संबंध में एक याचिका पर सुनवाई करने का फैसला करने के बाद इसे घोषित किया गया था।
इससे पहले, यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के उम्मीदवारों ने दलील दी थी कि सीएसएटी के प्रश्न अत्यधिक चुनौतीपूर्ण थे और प्रदान किए गए पाठ्यक्रम के अनुरूप नहीं थे। उनका तर्क है कि CSAT के लिए 33 प्रतिशत की मौजूदा कट ऑफ भेदभावपूर्ण है, खासकर ग्रामीण पृष्ठभूमि और कला पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों के लिए। इसके आलोक में, उन्होंने सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2023 के हिस्से के रूप में CSAT कट ऑफ को घटाकर 23 प्रतिशत करने या CSAT के लिए फिर से परीक्षा देने का अनुरोध किया है।
यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के कट ऑफ को पूरा करने वाले उम्मीदवारों की सूची आयोग की वेबसाइट (यहां क्लिक करें) पर देखी जा सकती है।
जैसा कि यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा सालाना तीन चरणों में आयोजित की जाती है: प्रारंभिक, मुख्य और साक्षात्कार, जो उम्मीदवार प्रारंभिक परीक्षा में सफल घोषित किए जाते हैं उन्हें मुख्य परीक्षा के लिए उपस्थित होना पड़ता है जो सितंबर में आयोजित होने वाली है।
यह परीक्षा भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय विदेश सेवा (IFS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS) और अन्य सम्मानित सरकारी भूमिकाओं में प्रतिष्ठित पदों के लिए अधिकारियों के चयन के लिए प्रवेश द्वार के रूप में कार्य करती है।
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यूपी जेईई पॉलिटेक्निक में आवेदन का आखिरी मौका

  • संयुक्त प्रवेश परीक्षा जुलाई में होगी
संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद, उत्तर प्रदेश (JEECUP) की ओर से उत्तर प्रदेश संयुक्त प्रवेश परीक्षा-पॉलिटेक्निक यानी यूपीजेईई-(P) (UPJEE (P)) एवं पोस्ट डिप्लोमा इन इंडस्ट्रियल सेफ्टी की परीक्षा के लिए आवेदन की प्रक्रिया शनिवार, 10 जून को खत्म हो रही है।
इससे पहले अंतिम तिथि को दो से तीन बार आगे बढ़ाया जा चुका है। उम्मीदवार यूपीजेईई (UPJEE) पॉलिटेक्निक के लिए jeecup.admissions.nic.in पर आवेदन कर सकते हैं।    
UPJEE पॉलिटेक्निक परीक्षा अब जुलाई 2023 में आयोजित की जानी है। UPJEE परीक्षा की तारीखों की घोषणा उत्तर प्रदेश संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद (JEECUP) के द्वारा जल्द की जाएगी। JEECUP की नई अधिसूचना के अनुसार, 11 जून से 15 जून तक उम्मीदवार आवेदन फॉर्म में संशोधन कर सकेंगे। वहीं, 15 जून से 26 जून तक उम्मीदवार को रोल नंबर आवंटन और परीक्षा केंद्र का आवंटन किया जाएगा।
आवेदन प्रक्रिया के आसान चरण-
चरण 1: सबसे पहले उम्मीदवार jeecup.admissions.nic.in पर जाएं।
चरण 2: अपने नाम और संपर्क विवरण के साथ स्वयं को रजिस्टर करें।
चरण 3: आवेदन के लिए योग्यता और संपर्क संबंधी आवश्यक विवरण भरें।
चरण 4: अब ऑनलाइन आवेदन शुल्क का भुगतान ऑनलाइन करें।
चरण 5: अपने आवेदन फॉर्म को सावधानीपूर्वक जांच कर सबमिट कर दें।
चरण 6: उम्मीदवार आवेदन फॉर्म को भविष्य के संदर्भ के लिए डाउनलोड कर लें।
JEECUP UP JEE इंजीनियरिंग और प्रबंधन डिप्लोमा के लिए दाखिला-परीक्षा-
UPJEE 2023 का आयोजन इंजीनियरिंग डिप्लोमा, मैनेजमेंट और पोस्ट डिप्लोमा कोर्स में दाखिले के लिए किया जाता है। यूपी जेईई 2023 मेरिट लिस्ट जेईई सीयूपी प्रवेश परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर तैयार की जाएगी और निजी और सरकारी कॉलेजों सहित संबद्ध कॉलेजों और संस्थानों में कार्यक्रमों का आवंटन शैक्षणिक सत्र 2023-24 के लिए ऑनलाइन काउंसलिंग के माध्यम से आवंटित किया जाएगा। परीक्षा के लिए पंजीकरण करते समय आवेदकों को यूपी पॉलिटेक्निक ऑनलाइन फॉर्म 2023 भरते समय अपने समूह को निर्दिष्ट करना आवश्यक होगा।  
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नई पॉलिसी के तहत अब आर्ट्स व कॉमर्स के विद्यार्थी भी हो सकेंगे साइंस में ग्रेजुएट

नई दिल्ली। अब अब आर्ट्स व कॉमर्स के विद्यार्थी भी साइंस में ग्रेजुएट हो सकेंगे। इसके लिए यूजीसी ने विशेषज्ञों की समिति गठित कर कोर्स में बदलाव करने जा रही है। देशभर के विश्वविद्यालयों में अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों यानी ग्रेजुएशन के लिए दी जाने वाली डिग्रियों का नाम बदला जा सकता है। यूजीसी द्वारा बनाई जा रही नई पॉलिसी के तहत कॉलेज आर्ट्स और कॉमर्स के छात्रों को भी साइंस के विषयों में बैचलर डिग्री प्रदान कर सकेंगे। यूजीसी की विशेषज्ञ समिति के अनुसार यदि किसी विद्यार्थी ने साढ़े तीन वर्ष में चार साल के कार्यक्रम के लिए सभी आवश्यक क्रेडिट अर्जित कर लिया है तो उस विद्यार्थी को डिग्री प्राप्त करने के योग्य माना जाना चाहिए।
दरअसल, यूजीसी की विशेषज्ञ समिति ने इस नए बदलाव की सिफारिश की है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत यूजीसी ने डिग्री नामकरण की समीक्षा के लिए समिति गठित की थी। अब इस समिति ने अपनी सिफारिश दी है। यूजीसी के मुताबिक नए चार वर्षीय स्नातक डिग्री कार्यक्रम को बैचलर ऑफ साइंस (बीएस) की डिग्री के रूप में पेश किया जा सकता है। इससे छात्र आर्ट्स, मैनेजमेंट और कॉमर्स स्ट्रीम से ग्रेजुएशन करने के बावजूद बैचलर आफ साइंस (बीएस) की डिग्री हासिल कर सकेंगे। आर्ट्स, कॉमर्स या मैनेजमेंट के छात्र अपनी इच्छा अनुसार यदि विज्ञान के विषय चुनते हैं तो उन्हें इस कोर्स के लिए बैचलर ऑफ साइंस की डिग्री मिल सकेगी।
मौजूदा समय में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, विश्वविद्यालयों को एकाउंट्स और कॉमर्स जैसे विषयों के लिए बीकॉम की डिग्री प्रदान करने की स्वीकृति प्रदान करता है। आर्ट्स, मानविकी और सामाजिक विज्ञान में बीए की डिग्री और विज्ञान के विषयों में ग्रेजुएशन करने पर छात्रों को बीएससी की डिग्री प्रदान करने की अनुमति देता है। हालांकि यूजीसी की इस एक्सपर्ट्स कमेटी ने विज्ञान कार्यक्रमों के लिए बीए और एमए के उपयोग की अनुमति नहीं दी है। यूजीसी अपनी पांच सदस्यीय समिति की सिफारिशों को फीडबैक के लिए पब्लिक डोमेन में साझा कर रहा है।
उल्लेखनीय है कि बीते महीने मई के अंतिम सप्ताह में यूजीसी की एक बैठक में समिति की रिपोर्ट पर चर्चा हुई थी। विचार-विमर्श के बाद आयोग ने नए डिग्री नामों को अंतिम रूप देने से पहले प्रतिक्रिया के लिए अपनी सिफारिशों को सार्वजनिक रूप से साझा करने का निर्णय लिया है। यूजीसी के मुताबिक 4 वर्षीय चार अंडरग्रेजुएट डिग्री प्रोग्राम को बीए ऑनर्स, बीकॉम ऑनर्स, या बीएस ऑनर्स कहा जाएगा यानी इन पाठ्यक्रमों के नामों में ऑनर्स जुड़ा होगा। वहीं चार वर्ष के रिसर्च कार्यक्रमों के नाम में भी ऑनर्स जुड़ा होगा। बीए के ऐसे कार्यक्रमों को बीए ऑनर्स विद रिसर्च और बीकॉम के कार्यक्रमों को बीकॉम ऑनर्स विद रिसर्च के नाम से जाना जाएगा।
विशेषज्ञ समिति ने एमफिल कार्यक्रम को समाप्त करने की सिफारिश की है। इन नए नामों व बदलावों के बावजूद यूजीसी की विशेषज्ञ समिति ने कहा है कि डिग्री के नए नाम केवल संभावित रूप से लागू होंगे। विभिन्न डिग्रियों के लिए नई शब्दावली का उपयोग किए जाने के बाद भी पुराने डिग्री का नाम फिलहाल चलता रहेगा यानी कि तीन साल का मौजूदा अंडर ग्रेजुएट ऑनर्स डिग्री प्रोग्राम, नए लागू होने वाले 4 वर्षीय ऑनर्स डिग्री प्रोग्राम के साथ जारी रहेगा।
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शिक्षक भर्ती : आज परीक्षा में शामिल हुए 4 लाख अभ्यार्थी

रायपुर। बस्तर और सरगुजा संभाग के स्कूलों में शिक्षकों के 12,489 रिक्त पदों पर भर्ती के लिए आज परीक्षा शुरू हो रही है. इसमें प्रदेशभर के लगभग चार लाख अभ्यार्थी सम्मिलित होंगे. पहले दिन शनिवार को शिक्षक एवं सहायक शिक्षक के लिए भर्ती परीक्षा आयोजित की गई है. इसके लिए प्रदेश में 527 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं.
 
शिक्षक के लिए भर्ती परीक्षा का आयोजन छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल द्वारा की जा रही है. परीक्षा की तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है. परीक्षा के लिए प्रदेश के 30 जिला मुख्यालय में केन्द्र बनाए गए हैं. सुबह के पाली में शिक्षक के पदों के लिए परीक्षा आयोजित होगी. वहीं दूसरी पाली में सहायक शिक्षक के अभ्यर्थी परीक्षा देंगे.
 
व्याख्याता ट्राइबल एवं एजुकेशन के पदों के लिए 11 एवं 12 जून को परीक्षा का आयोजन किया जाएगा. इसमें वाणिज्य विषय की परीक्षा 11 जून रविवार को सुबह की पाली में तथा गणित के परीक्षार्थियों की परीक्षा दोपहर की पाली में होगी. 12 जून को सुबह की पाली में भौतिक विषय के लिए परीक्षा आयोजित होगी. इन सभी विषयों के लिए लगभग चार लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है. सहायक शिक्षक के लिए 1 लाख 83 हज़ार और शिक्षक के लिए 1,53,000 तथा व्याख्याता के लिए 50, हज़ार अभ्यर्थियों ने आवेदन भरा है.
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आईसीएआई सीए फाउंडेशन परीक्षा का एडमिट कार्ड जारी

  • ऐसे करें डाउनलोड
इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई) ने जून 2023 की परीक्षा के लिए सीए फाउंडेशन एडमिट कार्ड 2023 जारी कर दिया है। जिन उम्मीदवारों ने आईसीएआई सीए फाउंडेशन जून सत्र के लिए पंजीकरण किया है, वे आधिकारिक वेबसाइट icai.org से अपना प्रवेश पत्र डाउनलोड कर सकते हैं।
आईसीएआई सीए फाउंडेशन परीक्षा का आयोजन 24 से 30 जून तक किया जाएगा। सीए फाउंडेशन मॉक टेस्ट सीरीज आधिकारिक वेबसाइट- icai.org पर अपलोड की गई थी। उम्मीदवारों के पास हिंदी या अंग्रेजी में उत्तर लिखने का विकल्प है। 
परीक्षा शेड्यूल-
अकाउंटिंग और बिजनेस लॉ के सिद्धांतों और अभ्यास की परीक्षा 24 जून को आयोजित की जाएगी, जबकि बिजनेस कॉरस्पोंडेंस और रिपोर्टिंग का पेपर 26 जून को होगा। पेपर दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे तक होंगे।
बिजनेस मैथमेटिक्स, लॉजिकल रीजनिंग एंड स्टैटिस्टिक्स एंड बिजनेस इकोनॉमिक्स एंड बिजनेस एंड कमर्शियल नॉलेज के पेपर क्रमश: 28 जून और 30 जून को दोपहर दो बजे से शाम चार बजे तक होंगे।
ऐसे करें डाउनलोड-
सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट- icai.org पर जाएं।
होमपेज पर, “फाउंडेशन परीक्षा जून 2023 के लिए एडमिट कार्ड डाउनलोड करें लिंक पर क्लिक करें।
लॉगइन क्रेडेंशियल पंजीकरण संख्या और जन्म तिथि दर्ज करें।
अब 'लॉगइन' पर क्लिक करें।
आईसीएआई सीए फाउंडेशन एडमिट कार्ड 2023 स्क्रीन पर दिखाई देगा।
डाउनलोड करें और भविष्य में उपयोग के लिए उसी का एक प्रिंटआउट लें।
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हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी पूरक परीक्षा 6 जुलाई से

  • नियमित, स्वाध्यायी द्वितीय-चतुर्थ अवसर की समय-सारणी जारी
रायपुर। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा आयोजित हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूल सर्टिफिकेट पूरक परीक्षा वर्ष 2023 की समय-सारणी नियमित, स्वाध्यायी द्वितीय एवं चतुर्थ अवसर के लिए जारी कर दी है।
माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा जारी समय-सारणी के अनुसार हाईस्कूल सर्टिफिकेट पूरक परीक्षा 6 जुलाई से 14 जुलाई तक और हायर सेकेण्डरी स्कूल सर्टिफिकेट पूरक परीक्षा 6 जुलाई से 20 जुलाई तक होगी। इन दोनों परीक्षाओं का समय प्रातः 9 बजे से दोपहर 12.15 बजे तक निर्धारित किया गया है। विस्तृत समय-सारणी मण्डल के वेबसाईट पर www.cgbse.nic.in पर उपलब्ध है।
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पीएससी मेंस : छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग ने जारी किया एडमिट कार्ड

रायपुर। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग ने पीएससी मेंस के लिए एडमिट कार्ड जारी कर दिया है. यह परीक्षा 15 से 18 जून तक आयोजित होगी. 3095 अभ्यर्थियों का चयन मुख्य परीक्षा के लिए हुआ है. 210 पदों के लिए राज्य सेवा सिविल परीक्षा होगी, जिसमें डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी समेत अन्य पदों पर भर्ती की जाएगी.
3095 अभ्यर्थियों का मुख्य परीक्षा के लिए चयन हुआ है. पीएससी मुख्य परीक्षा के लिए रायपुर, दुगर्, भिलाई, जगदलपुर, अंबिकापुर, बिलासपुर में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. परीक्षा और प्रवेश पत्र की जानकारी पीएससी की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है.
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