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नीट यूजी एप्लीकेशन करेक्शन विंडो आज हो जाएगी बंद, जल्दी करें

NEET UG 2023 Application Correction Window : राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा स्नातक (NEET UG) 2023 के एप्लीकेशन फॉर्म करेक्शन विंडो को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने शनिवार, आठ अप्रैल को खोल दिया था। आज यानी 10 अप्रैल आवेदन सुधार करने का आखिरी दिन है। उम्मीदवार नीट यूजी 2023 के एप्लीकेशन फॉर्म में अपने विवरण में बदलाव neet.nta.nic पर जाकर कर सकते हैं। 
NEET UG आवेदन सुधार विंडो वर्तमान में आधिकारिक वेबसाइट - neet.nta.nic.in पर सक्रिय है। राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी, एनटीए आज यानी 10 अप्रैल, 2023 को नीट यूजी 2023 आवेदन करेक्शन विंडो बंद कर देगी। जिन उम्मीदवारों ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन किया है, उन्हें आज के बाद अपने आवेदनों को संपादित करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
उम्मीदवार रात 11:50 बजे तक आवेदन फॉर्म में संशोधन, त्रुटि सुधार या बदलाव संशोधन कर सकते हैं। करेक्शन विंडो के लिए उम्मीदवारों को क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, नेट बैंकिंग या यूपीआई के माध्यम से अतिरिक्त नीट यूजी 2023 आवेदन शुल्क का ऑनलाइन भुगतान करना होगा। 
NEET UG 2023: संशोधन और बदलाव के लिए देना होगा शुल्क
चूंकि यह उम्मीदवारों के लिए किसी भी कठिनाई से बचने के लिए एक बार की सुविधा है, इसलिए उम्मीदवारों को बहुत सावधानी से सुधार करने के लिए सूचित किया जाता है कि क्योंकि कोई और मौका नहीं दिया जाएगा। लिंग, श्रेणी, या पीडब्ल्यूडी में परिवर्तन के मामले में, यदि शुल्क राशि पर प्रभाव पड़ता है, तो उम्मीदवार से अतिरिक्त शुल्क लिया जाएगा और ध्यान दें कि अतिरिक्त शुल्क के भुगतान के बाद ही अंतिम सुधार लागू होगा।  
NEET UG 2023: सात मई को होगी देश की सबसे बड़ी दाखिला परीक्षा
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की ओर से सात मई, 2023 को दोपहर दो बजे से शाम 5:20 बजे तक देश-विदेश के 330 शहरों में NEET UG 2023 आयोजित की जा रही है। नीट यूजी परीक्षा पेन और पेपर मोड में होगी। नीट यूजी 2023 से संबंधित अधिक स्पष्टीकरण के लिए, उम्मीदवार 011- 40759000 पर संपर्क कर सकते हैं या neet@nta.ac.in पर ईमेल कर सकते हैं। 
NEET UG 2023 आवेदन फॉर्म में सुधार की प्रक्रिया
सबसे पहले उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट- neet.nta.nic.in पर जाएं।
होम पेज पर, NEET UG एप्लीकेशन फॉर्म करेक्शन लिंक पर क्लिक करें।
आवश्यक क्रेडेंशियल्स के साथ साइन इन करें।
अपने नीट यूजी 2023 आवेदन फॉर्म में बदलाव करें और सबमिट करें।
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गोवा कॉमन एंट्रेंस टेस्ट के लिए पंजीकरण शुरू, ऐसे करें अप्लाई

तकनीकी शिक्षा निदेशालय (DTE) गोवा ने गोवा कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (GCET) 2023 के लिए आज यानी 10 अप्रैल, 2023 से आवेदन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इच्छुक उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट goacet.in के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन फार्म जमा करने की अंतिम तिथि 20 अप्रैल 2023 है।
आवेदन प्रक्रिया समाप्त होने के बाद जीसीईटी 2023 एडमिट कार्ड उम्मीदवार की पंजीकृत ईमेल आईडी पर भेजा जाएगा। GCET 2023 परीक्षा 13 और 14 मई 2023 को गोवा के विभिन्न केंद्रों पर पेन-और पेपर आधारित परीक्षा के रूप में आयोजित की जाएगी। इसके बाद अधिकारी भाग लेने वाले संस्थानों द्वारा प्रस्तावित बीटेक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए योग्य उम्मीदवारों को जीसीईटी 2023 काउंसलिंग प्रक्रिया आयोजित करेंगे।
ऐसे करें आवेदन
सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट goacet.in पर जाएं।
रजिस्टर करें और आवेदन के साथ आगे बढ़ें।
आवेदन पत्र भरें और भुगतान करें।
फॉर्म जमा करें और भविष्य के संदर्भ के लिए प्रिंटआउट लें
GCET 2023 क्या है?
गोवा कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (गोवा सीईटी) परीक्षा एक राज्य स्तरीय प्रवेश परीक्षा है। जो डीटीई गोवा द्वारा गोवा के विभिन्न कॉलेजों में इंजीनियरिंग में व्यावसायिक डिग्री पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है। इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश डीटीई गोवा द्वारा शासित होता है।
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बिहार बोर्ड मैट्रिक कंपार्टमेंट आवेदन का आज आखिरी मौका

बिहार बोर्ड ने कक्षा 10वीं का परिणाम 31 मार्च, 2023 को जारी किया था। इस परिणाम से जो परीक्षार्थी संतुष्ट नहीं हैं, उन्हे बिहार बोर्ड ने दो अप्रैल से कंपार्टमेंट के लिए आवेदन करने की सुविधा दी थी, जिसका आज, यानी 07 अप्रैल अंतिम दिन हैं। जिन परीक्षार्थियों को परिणाम में कंपार्टमेंट मिली है, और अभी तक आवेदन नहीं किया है, वे जल्द ही बिहार बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट biharboardonline.com पर जाकर अपना आवेदन कर सकते हैं।
छात्र अधिकतम दो पेपर और अंग्रेजी के लिए पंजीकरण करा सकते हैं। एक छात्र को कक्षा 10 मैट्रिक परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए प्रत्येक विषय की थ्योरी में कुल अंकों का 30 प्रतिशत और प्रैक्टिकल परीक्षा में कुल अंकों का 40 प्रतिशत प्राप्त करना होगा। बता दें कि बीएसईबी ने 31 मार्च को 10वीं कक्षा के नतीजे घोषित किए। बीएसईबी के आंकड़ों के मुताबिक, इस साल कुल 10वीं कक्षा के 16,10,657 छात्रों ने परीक्षा दी है।
10वीं कंपार्टमेंट परीक्षा मई में होगी
बिहार बोर्ड कक्षा 10वीं कंपार्टमेंट के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि सात अप्रैल, 2023 है। इस वर्ष बिहार बोर्ड कक्षा 10वीं का रिजल्ट 81.4 फीसदी रहा है। बिहार मैट्रिक परीक्षा 2023 में कुल 16,10,657 छात्र पास हुए हैं, जिनमें से 6,61,570 लड़के और 6,43,633 लड़कियां हैं।
बीएसईबी मैट्रिक क्लास का कम्पार्टमेंट शुल्क 830 रुपये/ देना होगा। उम्मीदवारों को 7 अप्रैल 2023 को या उससे पहले शुल्क का भुगतान करना होगा। बिहार बोर्ड 10वीं कंपार्टमेंटल परीक्षाओं के अलावा सभी विषयों के लिए विशेष परीक्षा भी आयोजित करेगा।
बीएसईबी री-एग्जाम 
बीएसईबी री-एग्जाम उन उम्मीदवारों के लिए है जो किसी कारणवश 10वीं बोर्ड परीक्षा 2023 में शामिल नहीं हो सके। ऐसे छात्र अपने संबंधित स्कूल से बीएसईबी मैट्रिक पूरक परीक्षा फॉर्म 2023 भर सकते हैं।
बीएसईबी के अध्यक्ष ने पहले बताया था कि 31 मई तक स्क्रूटनी, कंपार्टमेंटल परीक्षा आयोजित की जाएगी ताकि कोई देरी न हो और छात्रों का एक साल बर्बाद न हो। छात्रों को अधिक जानकारी के लिए बिहार विद्यालय परीक्षा बोर्ड (बीएसईबी) की आधिकारिक वेबसाइट biharboardonline.bihar.gov.in पर देखने की सलाह दी जाती है।
पंजीकरण आवेदन कैसे करें?
छात्र बिहार बोर्ड 10वीं कंपार्टमेंट परीक्षा 2023 के लिए आवेदन करने के लिए नीचे दिए गए चरणों का पालन कर सकते हैं:- 
बीएसईबी की आधिकारिक वेबसाइट biharboardonline.bihar.gov.in पर लॉग ऑन करें।
होम पेज पर बिहार बोर्ड 10वीं कंपार्टमेंट रजिस्ट्रेशन के लिए संबंधित लिंक पर क्लिक करें।
न्यू रजिस्ट्रेशन पैनल के तहत परीक्षा का प्रकार और जिला चुनें।
आवश्यक क्रेडेंशियल दर्ज करें और "रजिस्टर करें" पर क्लिक करें।
कंपार्टमेंट परीक्षा आवेदन पत्र भरें।
बीएसईबी कक्षा 10वीं कंपार्टमेंट शुल्क का भुगतान करें और सबमिट करें।
पुष्टि पृष्ठ डाउनलोड करें और इसे अपने डिवाइस पर सहेजें।
भविष्य के संदर्भ के लिए एक प्रिंट आउट ले लें।
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वैदिक गणित, भगवद् गीता और विश्व इतिहास

जानें... कितनी बदल जाएगी आपकी पढ़ाई
नई दिल्ली। नई शिक्षा नीति के जरिए करीब 36 साल बाद भारतीय शिक्षा नीति में कई बड़े बदलाव होने जा हैं. इसका मुख्य उद्देश्य बच्‍चों को शिक्षित, प्रोत्साहित और प्रबुद्ध करना है. एनईपी में पिछली शिक्षा नीति से संशोधन अनुसंधान, नवाचार और गुणवत्ता लाने की कोशिश की जाएगी. एनईपी के तहत छात्रों की किताबें अगस्त 2023 तक तैयार हो जाएंगी. हाल ही में नेशलन करिकुलम फ्रेमवर्क की संचालन समिति की बैठक में कई जरूरी बदलावों पर चर्चा हुई है, जो 2023-24 एकेडमिक सेशन में लागू होंगे.
New Education Policy 2023 के तहत प्राइमरी और हायर सेकेंडरी क्लासेस के सिलेबस में भी बदलाव किए जा रहे हैं. एनईपी के तहत छात्रों के लिए नई किताबों में विश्व इतिहास (world history), वैदिक गणित (Vedic maths) और भगवद् गीता के श्लोकों जैसे विभिन्न ग्रंथों को जोड़ा जाएगा.
हायर सेकेंडरी क्लासेस की नई किताबों में छात्रों को विश्व इतिहास में ग्रीस से लेकर मगध का इतिहास पढ़ाया जाएगा, धार्मिक सुधारों की जानकारी दी जाएगी और भारत के प्रमुख दार्शनिक स्कूलों को जोड़ा जाएगा. इसके अलावा स्कूल एजुकेशन 2023 में मध्ययुगीन भारत और विश्व में धार्मिक सुधार आंदोलन, औपनिवेशिक शक्ति का उदय और उनकी नीतियां नेशलन करिकुलम फ्रेमवर्क का हिस्सा होंगी.
वहीं छोटी क्लासेस यानी कक्षा 1 और 2 का सिलेबस लगभग तैयार है और इन दोनों कक्षाओं की पुस्तकों की छपाई के लिए अगस्त 2023 में कमीशन किए जाने की संभावना है. नेशलन करिकुलम फ्रेमवर्क की संचालन समिति 20 दिन पहले शिक्षा नीति के तहत राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा को अंतिम रूप देगी. इस बैठक में सिलेबस के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हुई. ध्‍यान रहे कि यह नई किताबें बदले हुए सिलेबस के आधार पर पहले छप चुकी किताबों से अलग होंगी, जो अंग्रेजी, हिंदी और उर्दू तीनों के अलावा कई भाषाओं में पब्लिश होंगी. 
बता दें कि नई एजुकेशन पॉलिसी में सबसे बड़ा बदलाव CBSE 10+2 पैटर्न की जगह 5+3+3+4 का पैटर्न माना जा रहा है. इस नई नीति के तहत 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षाएं तो जारी रहेंगी, लेकिन परीक्षा की प्रणाली को इस तरह बदला जाएगा, जिससे कोचिंग कक्षाओं में जाने की जरूरत खत्म की जा सके.
 
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साल में 2 बार 12वीं की परीक्षा कराने हो सकती है सिफारिश

साइंस, कॉमर्स और आर्ट्स को मिलाकर बन सकता है एक कोर्स
नई दिल्ली। शिक्षा के क्षेत्र में सुधार को लेकर लगातार केंद्र सरकार की तरफ से प्रयास की जा रहे हैं. ऐसे में देश में स्कूली शिक्षा में सिलेबस में बदलाव हो रहे हैं. इसके साथ ही अलग तरीके से नए एग्‍जाम पैटर्न को अपनाने का भी प्रयास हो रहा है. नई राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क फॉर फाउंडेशन स्टेज NCFFS) तैयार करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा गठित पैनल अब बहुत जल्द 12वीं बोर्ड एग्जाम को साल में 2 बार कराने की सिफारिश कर सकता है.
साल में 2 बार परीक्षा से छात्रों के लिए सुविधा होगी कि जिस सेमेस्टर में चाहे अपने पसंद के सब्‍जेक्‍ट का एग्‍जाम दे सकेंगे. इसके अलावा कक्षा 11वीं और 12वीं में साइंस, आर्ट्स और कॉमर्स के पाठयक्रम को आसान करने की भी सिफारिश की जा सकती है. सदस्यीय संचालन समिति कक्षा 9वीं और 10वीं के लिए बड़े बदलाव पर भी विचार कर रहा है. इसमें कक्षा 10 के छात्रों के लिए समिति एक वार्षिक प्रणाली का सुझाव दे सकती है.
कक्षा 12वीं की परीक्षा में छात्र अपने हिसाब से उन पेपर की परीक्षा दे सकते है जिनकी तैयारी उन्होंने पहले कर की है और बाकी बचे पेपर्स का दूसरे सेमेस्टर में एग्जाम दे सकते है. जानकारों की मानें तो नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में सुझाए गए पहल के अनुसार, सिस्टम धीरे-धीरे 'ऑन डिमांड' परीक्षाओं की सुविधा की ओर बढ़ेगा.
NCF ने मसौदा लगभग तैयार कर लिया गया है और जल्द ही पब्लिक डोमेन में लाया जाएगा. आपको बता दें कि NCF में आखिरी बार 2005 में बदलाव किया गया था. इसके अलावा इसमें पाठयक्रम में बदलाव, और नई किताबों में नए चैप्टर को जोड़ने की प्रक्रिया को बल मिलेगा जिससे शिक्षा के क्षेत्र में आज के दौर के हिसाब से बदलाव संभव हो सकेगा.
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आईबीपीएस क्लर्क मेन्स 2022 का रिजल्ट घोषित

ऐसे करें चेक
IBPS Clerk Mains Result 2022 Released: IBPS क्लर्क मेन्स रिजल्ट 2022 जारी: इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सनेल सेलेक्शन (IBPS) ने IBPS क्लर्क मेन्स रिजल्ट 2022 शनिवार, एक अप्रैल, 2023 को अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर जारी कर दिया है। उम्मीदवार अपने आईबीपीएस क्लर्क मेन्स 2022 के परिणाम आईबीपीएस की आधिकारिक वेबसाइट ibps.in पर देख सकते हैं।
महत्वपूर्ण विवरण
उम्मीदवार 30 अप्रैल, 2023 तक अपने आईबीपीएस क्लर्क 2022 मेन्स परिणाम की जांच कर सकेंगे। बैंकिंग कार्मिक चयन संस्थान (आईबीपीएस) ने आठ अक्तूबर, 2022 को सीआरपी-क्लर्क-बारहवीं के लिए मुख्य परीक्षा आयोजित की थी। भाग लेने वाले बैंकों द्वारा प्रस्तुत लिपिक संवर्ग के लिए 2023-24 के लिए राज्यवार और श्रेणीवार रिक्तियों के आधार पर अंतरिम आवंटन किया गया है। उम्मीदवारों को अधिक जानकारी के लिए आईबीपीएस की आधिकारिक वेबसाइट देखने की सलाह दी जाती है।
ऐसे करें चेक
उम्मीदवार आईबीपीएस मेन्स 2022 परिणाम की जांच करने के लिए नीचे दिए गए चरणों का पालन कर सकते हैं:- 
आईबीपीएस की आधिकारिक वेबसाइट ibps.in पर लॉग ऑन करें।
होम पेज पर "CRP-Clerks-Xll के लिए ऑनलाइन मुख्य परीक्षा का अपना परिणाम देखने के लिए पर क्लिक करें।
अब एक नया पेज खुलेगा। दोबारा उसी लिंक पर क्लिक करें।
अपने क्रेडेंशियल्स का उपयोग करके लॉग इन करें।
अब आपका आईबीपीएस क्लर्क 2022 मेन्स परिणाम प्रदर्शित किया जाएगा।
अपना परिणाम जांचें और इसे अपने डिवाइस पर सहेजें।
भविष्य के संदर्भ के लिए एक प्रिंट आउट ले लें।
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जेईई मेन सत्र 2 की परीक्षा छह अप्रैल से

एग्जाम सिटी सूचना पर्ची जारी, कब मिलेंगे प्रवेश-पत्र?
राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE Main) 2023 मुख्य सत्र 2 (अप्रैल सत्र) के लिए परीक्षा शहर सूचना पर्ची जारी की है। उम्मीदवार जेईई मेन की आधिकारिक वेबसाइट jeemain.nta.nic.in पर संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) 2023 मुख्य सत्र 2 परीक्षा शहर सूचना पर्ची डाउनलोड कर सकते हैं। 
JEE Main 2023: अप्रैल सत्र की महत्वपूर्ण तिथियां
इंजीनियरिंग दाखिलों  के लिए देश की सबसे बड़ी प्रवेश परीक्षा जेईई मेन 2023 के दूसरे चरण यानी अप्रैल सत्र के लिए राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी की ओर से पंजीकरण प्रक्रिया 15 फरवरी, 2023 को शुरू हुई और 12 मार्च, 2023 को खत्म हुई थी। हालांकि, एनटीए ने 15 मार्च, 2023 को जेईई मेन 2023 अप्रैल सत्र के लिए पंजीकरण फिर से खोल दिए थे और 16 मार्च, 2023 को इसे वापस बंद कर दिया था। 
 JEE Main 2023 परीक्षा अगले सप्ताह में
जेईई मेन 2023 सत्र 2 यानी अप्रैल सत्र की परीक्षा अगले सप्ताह में शुरू होने वाली है। परीक्षा छह अप्रैल, सात, आठ, नौ, 10, 11, 12, 13 और 15 अप्रैल, 2023 को निर्धारित की गई है। जेईई मेन 2023 अप्रैल सत्र की परीक्षा को एनटीए द्वारा कंप्यूटर आधारित परीक्षा (सीबीटी) के रूप में आयोजित किया जाएगा। जेईई मेन 2023 दूसरे चरण की परीक्षा शहर सूचना पर्ची जारी कर दी गई है। अब एनटीए जल्द ही जेईई मेन 2023 सत्र 2 के लिए प्रवेश पत्र जारी करेगा।  
JEE Main 2023 परीक्षा शहर सूचना पर्ची कैसे डाउनलोड करें?
उम्मीदवार जेईई मेन 2023 सत्र 2 परीक्षा शहर सूचना पर्ची डाउनलोड करने के लिए नीचे दिए गए चरणों का पालन कर सकते हैं:- 
उम्मीदवार एनटीए जेईई मेन की आधिकारिक वेबसाइट jeemain.nta.nic.in पर लॉग ऑन करें।
होम पेज पर "JEE Main -2023 (सत्र 2) एडवांस सिटी इंटीमेशन स्लिप" पर क्लिक करें।
इसके बाद एक नया पेज खुलेगा। अपने क्रेडेंशियल्स का उपयोग करके लॉग इन करें।
आपकी जेईई मेन सत्र 2 परीक्षा शहर सूचना पर्ची अब प्रदर्शित होगी।
अपने परीक्षा केंद्र का विवरण जांचें और इसे अपने डिवाइस पर सहेजें।
उम्मीदवार भविष्य के संदर्भ के लिए प्रिंट आउट भी ले लें।
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छत्तीसगढ़ में 1 अप्रैल से लागू होगी बेरोजगारी भत्ता योजना

पात्र हितग्राहियों को प्रतिमाह मिलेंगे 2500 रूपये
हितग्राहियों को बैंक खाते में सीधे मिलेगा भत्ता
कौशल विकास प्रशिक्षण के साथ रोजगार-स्वरोजगार स्थापित करने का मिलेगा अवसर
सारंगढ़ बिलाईगढ़। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की घोषणा के अनुसार छत्तीसगढ़ मंि 1 अप्रैल 2023 से बेरोजगारी भत्ता योजना लागू हो रही है। इस योजना के अंतर्गत पात्र हितग्राहियों को हर माह 2500 रूपए का भुगतान सीधे उनके बैंक खाते में किया जाएगा। बेरोजगारों को साथ ही कौशल विकास का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा और उन्हें रोजगार प्राप्त करने में सहायता दी जाएगी।
बेरोजगारी भत्ता योजना का लाभ लेने आवेदक के पूरे परिवार की आय सलाना 2.50 लाख रूपए से अधिक नहीं होनी चाहिए। परिवार से तात्पर्य पति-पत्नी, आश्रित बच्चे और आश्रित माता-पिता से है।
पात्रता की शर्तें- बेरोजगारी भत्ता योजना के आवेदक को छत्तीसगढ़ का मूल निवासी होना आवश्यक है। योजना के लिए आवेदन किए जाने वाले वर्ष के 1 अप्रैल को आवेदक की उम्र 18 से 35 वर्ष के बीच होनी चाहिए। आवेदक मान्यता प्राप्त बोर्ड से कम से कम हायर सेकेण्डरी यानी 12वीं कक्षा पास हो। साथ ही छत्तीसगढ़ के किसी भी जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केंद्र में पंजीकृत हो और आवेदन के वर्ष की 1 अप्रैल की स्थिति में हायर सेकेण्डरी या उससे अधिक योग्यता से उसका रोजगार पंजीयन न्यूनतम दो वर्ष पुराना हो। आवेदक की स्वयं का आय का कोई स्रोत न हो और आवेदक के परिवार के सभी स्रोतों से वार्षिक आय 2.50 लाख रूपए से अधिक न हो। पारिवारिक आय हेतु तहसीलदार या उससे उच्च राजस्व अधिकारी द्वारा जारी आय प्रमाण पत्र बेरोजगारी भत्ता की आवेदन तिथि से 1 वर्ष के अंदर ही बना हो।
कौन होगा अपात्र-  बेरोजगारी भत्ता योजना के आवेदक के परिवार के एक से अधिक सदस्य यदि पात्रता की शर्ताें को पूरा करते हैं तो परिवार के एक ही सदस्य को बेरोजगारी भत्ता स्वीकृत किया जाएगा। ऐसी स्थिति में बेरोजगारी भत्ता उस सदस्य को स्वीकृत किया जाएगा, जिसकी उम्र अधिक हो। उम्र समान होने की स्थिति में रोजगार कार्यालय में पहले पंजीयन कराने वाले सदस्य को बेरोजगारी भत्ता के लिए पात्र किया जाएगा। उम्र और रोजगार पंजीयन की तिथि, दोनों समान होने की स्थिति में उस सदस्य को पात्र किया जाएगा जिसकी शैक्षणिक योग्यता अधिक हो।
आवेदक के परिवार का कोई भी सदस्य केंद्र या राज्य सरकार की किसी भी संस्था या स्थानीय निकाय में चतुर्थ श्रेणी या फिर ग्रुप डी को छोड़कर अन्य किसी भी श्रेणी की नौकरी में होने पर ऐसा आवेदक बेरोजगारी भत्ते के लिए अपात्र होगा। यदि आवेदक को स्वरोजगार या शासकीय अथवा निजी क्षेत्र में किसी नौकरी का ऑफर दिया जाता है, परंतु आवेदक ऑफर स्वीकार नहीं करता है तो वह योजना के लिए अपात्र हो जाएगा।
पूर्व और वर्तमान मंत्रियों, राज्य मंत्रियों और संसद या राज्य विधानसभाओं के पूर्व या वर्तमान सदस्यों, नगर निगमों के पूर्व और वर्तमान महापौर और जिला पंचायतों के पूर्व और वर्तमान अध्यक्ष के परिवार के सदस्य बेरोजगारी भत्ते के लिए अपात्र होंगे। साथ ही ऐसे पेंशनभोगी जो 10 हजार रूपए या उससे अधिक की मासिक पेंशन प्राप्त करते हैं, उनके परिवार के सदस्य भत्ते के लिए अपात्र होंगे।
साथ ही इनकम टैक्स भरने वाले परिवार के सदस्य, डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, चार्टड एकाउंटेंट और पेशेवर निकायों के साथ पंजीकृत आर्किटेक्ट के परिवार के सदस्य बेरोजगारी भत्ते के लिए अपात्र होंगे।
आवेदन की प्रक्रिया- बेरोजगारी भत्ता योजना के लिए प्रतिवर्ष संचालक, रोजगार एवं प्रशिक्षण द्वारा विज्ञापन प्रकाशित किया जाएगा। इच्छुक आवेदकों से बेरोजगारी भत्ता लेने के लिए www.berojgaribhatta.cg.nic.in में ऑनलाइन आवेदन करना होगा। केवल ऑनलाइन आवेदन ही स्वीकार किए जायेंगे।ऑफलाइन आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे। वेबसाइट में आवेदक को सबसे पहले अपना मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड करना होगा। रजिस्ट्रेशन के समय ओटीपी की एंट्री करनी होगी। ओटीपी सत्यापन के बाद आवेदक को अपना लॉग-इन पासवर्ड बनाना होगा और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर एवं पासवर्ड के आधार पर बेरोजगारी भत्ता पोर्टल में आवेदन के लिए लॉग-इन करना होगा। आवेदक को अपनी सभी मूलभूत जानकारी निर्धारित फार्मेट के अनुसार पोर्टल में अपलोड करनी होगी।
आवेदक को ऑनलाइन आवेदन में पते के रूप में उसी जनपद पंचायत या नगरीय निकाय का पता देना होगा, जहां से उसका छत्तीसगढ़ का स्थानीय निवास प्रमाण पत्र जारी हुआ है। ताकि उसे प्रमाण पत्रों के सत्यापन के लिए उसी पंचायत या निकाय क्षेत्र में बुलाया जा सके। विवाहित महिलाओं को अपने पति के निवास प्रमाण पत्र से संबंधित  जनपद पंचायत या नगरीय निकाय क्षेत्र के निवास का पता एंट्री करना होगा।
ऑनलाइन आवेदन करने के बाद आवेदक को आवेदन का प्रिंट निकालकर उसपर हस्ताक्षर करना होगा और उसके साथ अन्य सभी प्रमाण पत्रों की मूल प्रति के साथ उसे सत्यापन तिथि को निर्धारित समय और स्थान पर आना अनिवार्य होगा। सत्यापन तिथि, स्थान और समय की जानकारी पोर्टल के डैशबोर्ड पर उपलब्ध कराई जाएगी। डैशबोर्ड पर ही पात्रता, अपात्रता, अपील पर लिए गए निर्णय, बेरोजगारी भत्ते के भुगतान की गई राशि और कौशल प्रशिक्षण के ऑफर की जानकारी मिलेगी।
अपील एवं शिकायत की प्रक्रिया एवं उसका निराकरण- अपात्र घोषित होने पर आवेदक को 15 दिन के अंदर पोर्टल में अपने दस्तावेजों के साथ ऑनलाइन अपील करना होगा। आवेदक के अपील का निराकरण कलेक्टर या कलेक्टर द्वारा अधिकृत अधिकारी 15 दिन के अंदर करेंगे और अपील का निर्णय पोर्टल में अपलोड किया जाएगा।
यदि कोई अपात्र आवेदक पात्र घोषित कर दिया जाता है तो इसके खिलाफ कोई भी व्यक्ति कलेक्टर या अधिकृत अधिकारी को तथ्यों के साथ शिकायत कर सकता है। इस शिकायत पर 15 दिनों के अंदर सुनवाई कर निर्णय लिया जाएगा। इस निर्णय की जानकारी को भी पोर्टल में अपलोड किया जाएगा। शिकायत सही पाये जाने पर आवेदक का बेरोजगारी भत्ता बंद कर दिया जाएगा और उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
बेरोजगारी भत्ता का भुगतान- बेरोजगारी भत्ता योजना के अंतर्गत पात्र हितग्राहियों को रोजगार एवं प्रशिक्षण संचालनालय, नवा रायपुर द्वारा प्रतिमाह 2500 रूपए का भुगतान सीधे हितग्राही के बैंक खाते में हस्तांतरित किया जाएगा। आवेदन करते समय आवेदक को अपने बचत बैंक खाते का खाता नंबर, आईएफएससी कोड की सही जानकारी देनी होगी। बैंक खाता में त्रुटि के कारण भुगतान नहीं हो पाने की जिम्मेदारी आवेदक की होगी।
बेरोजगारी भत्ता की अवधि- योजना के अंतर्गत बेरोजगारी भत्ता के लिए पात्र आवेदक को प्रथमतः एक वर्ष के लिए बेरोजगारी भत्ता देय होगा। यदि हितग्राही विशेष को एक वर्ष की इस अवधि में लाभकारी नियोजन प्राप्त नहीं होता है तो इस अवधि को एक और वर्ष के लिए बढ़ाया जा सकेगा। किसी भी स्थिति में यह अवधि दो वर्ष से अधिक नहीं होगी।
कौशल प्रशिक्षण- योजना अंतर्गत जिन आवेदकों को बेरोजगारी भत्ता स्वीकृत किया जाएगा उन्हें एक वर्ष की समयावधि में कौशल विकास प्रशिक्षण का ऑफर दिया जाएगा। कौशल विकास प्रशिक्षण के बाद आवेदक को रोजगार प्राप्त करने में सहायता की जाएगी। आवेदन में उल्लेखित व्यवसायों में से किसी एक व्यवसाय में कौशल विकास प्रशिक्षण निशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा। यदि आवेदक प्रशिक्षण लेने से इंकार करते है या ऑफर किया गया रोजगार स्वीकार नहीं करते है तो उनका बेरोजगारी भत्ता बंद कर दिया जाएगा।
बेरोजगारी भत्ता हितग्राहियों की समीक्षा- संबंधित पंचायत व निकाय नियमित रूप से हर 6 माह में बेरोजगारी भत्ता प्राप्त करने वाले हितग्राहियों की जांच कर यह सुनिश्चित करेंगे कि वे अभी भी बेरोजगारी भत्ता प्राप्त करने के लिए पात्र हैं या नहीं। जांच में अपात्र होने वाले हितग्राहियों को नोटिस जारी किया जाएगा और सुनवाई के बाद उनका बेरोजगारी भत्ता बंद करने का आदेश जारी किया जाएगा एवं इसकी जानकारी पोर्टल में अपलोड की जाएगी। इस स्थिति में रोजगार विभाग द्वारा उन्हें बेरोजगारी भत्ते की राशि प्रदाय करना बन्द कर दिया जाएगा।
बेरोजगारी भत्ता प्राप्त करने वाले हितग्राही को यदि किसी प्रकार का रोजगार या स्वरोजगार प्राप्त हो जाता है तो इसकी जानकारी हितग्राही को स्वयं बेरोजगारी भत्ता के पोर्टल में तत्काल अपलोड करनी होगी। इस संबंध में जानकारी नहीं देने पर संबंधित निकाय या पंचायत को इसकी जानकारी अन्य माध्यम से प्राप्त होती है तो हितग्राही का भत्ता तत्काल बंद करने की जानकारी की प्रविष्टि पोर्टल में करेंगे और संबंधित हितग्राही के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
इस योजना के लिए कौशल विभाग, तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार विभाग को नोडल विभाग बनाया गया है। पात्र हितग्राहियों को प्रतिमाह ऑनलाइन बेरोजगारी भत्ता का भुगतान, संचालनालय रोजगार एवं प्रशिक्षण (रोजगार) द्वारा किया जाएगा।  
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'फन एंड लर्न' के कांसेप्ट पर आधारित शिक्षा प्रणाली है 'जौली फोनिक’

जानिये इसके बारे में विस्‍तार से
इंदौर। प्री स्कूल स्तर पर छोटे बच्चों को पढ़ाने के लिए पूरी दुनिया में 'फन एंड लर्न' के कांसेप्ट पर आधारित शिक्षा प्रणाली 'जौली फोनिक' लोकप्रिय हो रही है। इंदौर स्थित यू.सी.किंडीज स्कूल 'जौली फोनिक' विशेषज्ञ स्कूल है। इस स्कूल की सेवाएं पिछले 2 साल से इंदौर शहर के गोपुर कॉलोनी पर भी उपलब्ध हो रही है।
क्या है 'जौली फोनिक' ?
गोपुर कॉलोनी स्थित की डायरेक्टर मीता बाफना के अनुसार 'जौली फोनिक' को एक प्रकार से ऐसी शिक्षा पद्धति कहा जा सकता है जिसमें 2 साल से 7 साल के बच्चों को फ्लैश कार्ड, साउंड और बॉडी एक्शन के माध्यम से बोलना एवं पढऩा सिखाया है। उदाहरण के तौर पर टीचर जब 'बी' अल्फाबेट दिखाती है तो साथ में उसका साउंड 'ब' भी एक्शन के साथ बताती है, इससे बच्चे बहुत सारे शब्द पढऩा एवं बोलना खेल-खेल में सीख जाते हैं।
'जौली फोनिक' विशेषज्ञ स्कूल है 'यू.सी.किंडीज'
इंदौर स्थित 'यू.सी.किंडीज' स्कूल जौली फोनिक' विशेषज्ञ स्कूल है। यूसी किंडीज यूसी इंटरनेशनल कॉर्पोरेशन का एक हिस्सा है। यह 5 देशों - भारत, मिस्त्र, चीन, मलेशिया और ईरान में वैश्विक उपस्थिति के साथ एक अंतराष्ट्रीय प्रीस्कूल है। 'यू.सी.किंडीज' स्कूल की सेवाएं पिछले 2 साल से इंदौर शहर की गोपुर कॉलोनी पर भी उपलब्ध हो रही है।
गोपुर कॉलोनी वाली 'यू.सी.किंडीज' की खासियत
गोपुर कॉलोनी वाली 'यू.सी.किंडीज' की खासियत की बात करें तो पाएंगे कि यहां बच्चों को सामान्य एबीसीडी की शिक्षा देने की बजाय बच्चों को जौली फोनिक के माध्यम से अक्षर ज्ञान दिया जाता है। यहां आर्ट और साइंस को विशेष तरीके से रूबरू करवाया जाता है जिससे बच्चे प्रैक्टिकल लर्निंग करते हैं। यहां बच्चों के मानसिक और शारीरिक सुरक्षा का विशेष ध्यान दिया जाता है। यहां बच्चों को कोरोना महामारी से बचाने के लिए सभी सुरक्षात्मक उपाय किए गए हैं। सभी शिक्षकों ने अपना कोविड वैक्सीनेशन करवा लिया है। इस स्कूल की डायरेक्टर मीता बाफना सुनिश्चित करती हैं कि बच्चों को सुरक्षात्मक माहौल के साथ बिना किसी मानसिक तनाव के आनंदमयी तरीके से अक्षर ज्ञान दिया जाए।
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अग्निवीर वायु भर्ती के लिए जल्द शुरू होंगे रजिस्ट्रेशन

जानें इस स्कीम के बारे में सारी डिटेल
इंडियन एयरफोर्स में 17 मार्च, 2023 से अग्निवीर वायु भर्ती के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। यह भर्ती प्रक्रिया 31 मार्च, 2023 तक चलेगी। वहीं, भारतीय वायुसेना में अग्निवीरों की नियुक्ति के लिए परीक्षा 20 मई, 2023 को आयोजित की जाएगी। इस वैकेंसी के संबंध में भारतीय वायु ने आधिकारिक वेबसाइट https://agnipathvayu.cdac.in/AV/ पर एक डिटेल्ड नोटिफिकेशन भी रिलीज किया है। बता दें कि अग्निपथ स्कीम के तहत होने वाली इस भर्ती की शुरुआत पिछले साल, 2022 में हुई थी। आइए जानते हैं इस स्कीम से जुड़ी सभी डिटेल।
कब हुई थी स्कीम की शुरुआत
केंद्र सरकार ने पिछले साल 2022 में जून में भारतीय सेना में युवाओं को शामिल करने के उद्देश्य से अग्निपथ योजना (Agneepath Scheme) की शुरुआत की थी। इस स्कीम के तहत आवेदकों को नेवी, एयरफोर्स और सेना में अग्निवीर पदों पर नियुक्त किया जाता है। इस योजना के माध्यम से अधिकारियों से नीचे रैंक वाले कैंडिडेट्स की नियुक्ति की जाएगी।
कितने साल के लिए होगी यह भर्ती
अग्निपथ स्कीम भर्ती के तहत सभी उम्मीदवारोंं की नियुक्तियां केवल चार साल के लिए होगी। यह अवधि बीतने के बाद 75 फीसदी युवाओं को सेवा से बाहर कर दिया जाएगा, जबकि 25 फीसदी युवाओं को स्थायी भर्ती दी जाएगी।
कौन कर सकता है अप्लाई
अग्निपथ स्कीम के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की आयु 17.5 साल से 21 साल के बीच होनी चाहिए। हालांकि, उम्र से जुड़ी ज्यादा जानकारी के लिए अभ्यर्थी पोर्टल पर विजिट कर सकते हैं।
आवेदन करने वाले युवा कम से कम 50 फीसदी नंबरों के साथ 12वीं पास होने चाहिए। इस भर्ती के तहत नियुक्त होने वाले युवाओं को छह महीने तक ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके बाद 3.5 साल तक सेना में सर्विस देनी होगी।
क्या होगी सैलरी
अग्निपथ योजना के तहत युवाओं को पहले 30 हजार रुपये प्रति महीना दिए जाएंगे। इसके बाद आगे बढ़ाकर वेतन 40 हजार रुपये प्रतिमाह कर दिया जाएगा। चार साल की सर्विस के दौरान अगर किसी अग्निवीर की मृत्यु होती है तो उसे बीमा कवर दिया जाएगा। इसके तहत, उसके परिवार को आर्थिक सहायता ​दी जाएगी। इसके अलावा चार साल की नौकरी के समाप्त होने के बाद उन्हें सेवा निधि दी जाएगी।
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कर्मचारियों के लिए खुला खुशियों का पिटारा

बढ़ी EPFO की ब्याज दर, मिलेगा इतना फायदा
नई दिल्ली EPFO Interest Rate केंद्रीय कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए भविष्य निधि पर 8.15 प्रतिशत ब्याज दर जमा करने की सिफारिश की है। मार्च 2022 में, सरकार ने अपने छह करोड़ से अधिक सदस्यों के लिए 8.1 प्रतिशत ब्याज दर घोषित की, जो 1977-78 के बाद सबसे कम थी। वित्त मंत्रालय की मंजूरी के बाद 2022-23 के लिए अनुशंसित ब्याज दर को सरकारी राजपत्र में आधिकारिक तौर पर अधिसूचित किया जाएगा, जिसके बाद ईपीएफओ अपने ग्राहकों के खातों में ब्याज दर जमा करेगा।
EPFO Interest Rate सिफारिश में लगभग 11 लाख करोड़ रुपये की कुल मूल राशि पर सदस्यों के खाते में 90,000 करोड़ रुपये से अधिक का वितरण शामिल है। 2021-22 में, भुगतान व्यय और मूल राशि क्रमशः 77,425 करोड़ रुपये और 9.56 लाख करोड़ रुपये थी। श्रम मंत्रालय और श्रम मंत्रालय ने कहा, ष्वितरित की जाने वाली कुल आय आज की तारीख में सबसे अधिक है। पिछले वित्तीय वर्ष 2021-22 की तुलना में आय और मूल राशि में क्रमशः 16 प्रतिशत और 15 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है।
ईपीएफओ एक सामाजिक सुरक्षा संगठन है जो देश के संगठित कार्यबल को भविष्य, पेंशन और बीमा निधि के रूप में सामाजिक सुरक्षा लाभ प्रदान करने के लिए जिम्मेदार है। अनंतिम पेरोल डेटा से पता चलता है कि जनवरी 2023 के महीने में कुल 14.86 लाख शुद्ध सदस्य जोड़े गए थे। महीने के दौरान जोड़े गए कुल सदस्यों में से लगभग 7.77 लाख नए सदस्य पहली बार ईपीएफओ के दायरे में आए हैं।
नए शामिल सदस्यों में, सबसे अधिक नामांकन 18-21 वर्ष के आयु वर्ग में 2.26 लाख सदस्यों के साथ दर्ज किया गया है, इसके बाद 22-25 वर्ष के आयु वर्ग में 2.06 लाख सदस्य हैं। जनवरी माह के दौरान कुल नए सदस्यों में 18-25 वर्ष के आयु वर्ग के सदस्यों की संख्या 55.52 प्रतिशत है। जनवरी 2023 के महीने के लिए, इसने कहा कि 3.54 लाख सदस्य ईपीएफओ से बाहर हो गए हैं। यह पिछले चार महीनों में सबसे कम निकासी है।
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दिल्ली के सरकारी स्कूलों में जल्द शुरू होगी ‘माई स्टडी रूम’ की सुविधा

विस्तार से मिलेगी सब्जेक्टों की जानकारी
नई दिल्ली। दिल्ली के सरकारी स्कूलों के बच्चों के ज्ञान को समृद्ध करने की दिशा में बेहतरीन प्रयास किया जा रहा है। आने वाले समय में छात्रों के लिए आनलाइन कक्षाओं की योजना शिक्षा निदेशालय ने एक निजी संस्था के साथ मिलकर बनाई है, जहां छात्र स्कूल की कक्षाओं से इतर अपने घरों से आनलाइन कक्षाएं कर सकेंगे, जहां उन्हें अपने विषयों के बारे में विस्तार से जानकारी मिलेगी और स्व-मूल्यांकन करने का भी अवसर मिलेगा कि वे किस विषय में कितने योग्य हैं।
नए सत्र से मिलेगा लाभ
राजधानी के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले नौवीं से 12वीं तक के छात्रों के लिए ये पहल की गई है। ताकि उन्हें अब स्कूल के बाद भी पढ़ाई की सुविधा मिल सके। शिक्षा निदेशालय के अधिकारी के मुताबिक माई स्टडी रूम से संचालित होने वाली इन कक्षाओं में छात्रों के लिए विभिन्न विषयों की पठन सामग्री उपलब्ध होगी, जो कि विषय विशेषज्ञों द्वारा तैयार की हुई है। इसमें स्कूल के घंटों के बाद छात्रों को बताया जाएगा कि स्कूल के बाद घर में कैसे पढ़ाई करें।
छात्रों के लिए ये सुविधा नए सत्र से शुरू की जाएगी। कक्षा में पढ़ाए गए जिन विषयों के बारे में छात्रों को बेहतर तरीके से समझ नहीं आएगा, उन्हें वो घर पर आकर माई स्टडी रूम में उपलब्ध पठन सामग्री से जाकर आसान भाषा से पढ़ सकेंगे। विभिन्न विषयों की प्रेजेंटेशन भी उपलब्ध होगी। छात्रों को स्टडी रूम में संबंधित टापिक का चयन करके पूछे गए सवालों का उत्तर देना होगा। फिर उन्हें पता चल सकेगा उन्होंने स्कूल में किसी संबंधित विषय पर कितना सीखा। इसके लिए किसी प्रकार का शुल्क नहीं देना पड़ेगा।
हर छात्र को मिलेगा अलग आईडी पासवर्ड
आनलाइन माई स्टडी रूम कक्षा को लेकर छात्रों को क्यूआर कोड उपलब्ध कराया जाएगा जिसे मोबाइल ऐप की मदद से स्कैन कर छात्र स्टडी रूम से जुड़ सकेंगे। प्रत्येक छात्र का अलग आइडी और पासवर्ड होगा। निदेशालय के अधिकारी के मुताबिक छात्रों को करियर संबंधी परामर्श दिया जाएगा। इन कक्षाओं को दो हिस्सों में बांटा गया है। पहला स्मार्ट लर्निंग और दूसरा खुद का मूल्यांकन। स्मार्ट लर्निंग छात्रों के लिए एक नालेज पूल है जहां उन्हें वीडियो ,पीडीएफ, पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम में अध्ययन सामग्री मिलेगी।
‘सीखने के लिए खुद भी किताबों या वीडियो से पढ़ना चाहिए’
निदेशालय के एक अधिकारी ने बताया कि आमतौर पर पहली बार किसी विषय को पढ़ाने में छात्र को औसतन 35 प्रतिशत ही विषय समझ आता है। उसे विषय को 60 से 70 प्रतिशत तक सीखने के लिए खुद भी किताबों या वीडियो से पढ़ना चाहिए। कई बार छात्र एक बार विषय को स्वयं से पढ़ने के बाद उसे पढ़ना बंद कर देते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि उन्होंने इसे पूरी तरह से समझ लिया है, लेकिन यहां पर छात्र को ये समझाने के लिए कि अभी भी उन्हें पढ़े गए विषय में क्या चीज पता नहीं है और उसके अंतर को पाटने के लिए क्या करना होगा। इसके लिए उन्हें खुद का मूल्यांकन करने को कहा जाता है। इससे छात्र संबंधित विषय में अपने ज्ञान को 90 प्रतिशत से अधिक बढ़ा सकते हैं।
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यंत्र इंडिया में 5395 अप्रेंटिस भर्ती के लिए आवेदन 30 मार्च तक

रक्षा मंत्रालय में अप्रेंटिस के मौकों का इंतजार कर रहे उम्मीदवारों के लिए महत्वपूर्ण अलर्ट। मंत्रालय के अधीन सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी यंत्र इंडिया लिमिटेड (वाइआइएल) द्वारा आइटीआइ और गैर-आइटीआइ श्रेणियों में 5,000 से अधिक अप्रेंटिसशिप की रिक्तियों पर भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित किए जा रहे हैं। कंपनी द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक 3,508 रिक्तियां आइटीआइ कटेगरी और 1887 गैर-आइटीआइ कटेगरी के लिए निकली गई हैं। इन रिक्तियों के लिए चल रही आवेदन प्रक्रिया 30 मार्च 2023 को समाप्त होने जा रही है। ऐसे में आवेदन के इच्छुक उम्मीदवारों को बिना देरी किए जल्द से जल्द अप्लाई कर लेना चाहिए।
कहां और कैसे करें आवेदन?
यंत्र इंडिया द्वारा विज्ञापित आइटीआइ और गैर-आइटीआइ कटेगरी के घोषित अप्रेंटिसशिप के लिए आवेदन के इच्छुक उम्मीदवार कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट, yantraindia.co.in पर कैरियर सेक्शन में एक्टिव लिंक या नीचे दिए डायरेक्ट लिंक से सम्बन्धित भर्ती अधिसूचना डाउनलोड कर सकते हैं और ऑनलाइन आवेदन के पेज पर जाकर अप्लाई कर सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया के अंतर्गत उम्मीदवारों को पहले पंजीकरण करना होगा और फिर पंजीकृत विवरणों से लॉग-इन करके उम्मीदवार अपना अप्लीकेशन सबमिट कर सकेंगे।
आवेदन से पहले जानें योग्यता
यंत्र इंडिया लिमिटेड की आइटीआइ कटेगरी में अप्रेंटिस भर्ती के लिए आवेदन हेतु उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10वीं के साथ-साथ रिक्तियों से सम्बन्धित ट्रेड में एनसीवीटी या एससीवीटी सर्टिफिकेट प्राप्त किया होना चाहिए। वहीं, गैर-आइटीआइ कटेगरी के लिए उम्मीदवारों को गणित और विज्ञान में से प्रत्येक में कम से कम 40 फीसदी अंकों और कुल न्यूनतम 50 फीसदी अंकों के साथ 10वीं होना चाहिए। दोनों ही कटेगरी के लिए उम्मीदवारों की आयु 1 मार्च 2023 को 15 वर्ष से कम और 24 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। आरक्षित वर्गों के उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा में छूट दी जाएगी।
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प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के संबंध में ग्रामीणों को दी गयी आवश्यक जानकारी

कोरिया। प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण अंतर्गत जिला कोरिया में जनपद पंचायत सोनहत अंतर्गत ग्राम पंचायत बुड़ार में योजना के संबंध में जन-जागरूकता हेतु उन्नमुखीकरण कार्यक्रम आयोजित किए गए थे। आयोजित कार्यक्रम में ग्राम पंचायत बुड़ार के अतिरिक्त ग्राम पंचायत सलगवांकला, ओदारी एवं कुशहा इत्यादि ग्रामों से लगभग 150 से अधिक ग्रामीण मौजूद रहे।
उक्त कार्यक्रम का आयोजन योजनांतर्गत जिला पंचायत में पदस्थ आवास समन्वयक श्री उपेन्द्र कुमार एवं जनपद पंचायत सोनहत में पदस्थ विकासखण्ड समन्वयक श्रीमती छाया सक्सेना द्वारा पंचायत सचिव के सहयोग से आयोजित किया गया जिसमें आवास समन्वयक, श्री उपेन्द्र कुमार द्वारा उपस्थित लोगो को प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियों से अवगत कराया गया। ग्रामीणों को योजनांतर्गत किस्तों के माध्यम से प्रदाय की जाने वाली राशि, पहली किश्त की राशि प्राप्त होने के उपरांत किस स्तर पर आवास निर्मित किए जाने के प्रावधान है, साथ ही यह भी बताया गया कि 90 दिवस के भीतर आवास तैयार करना होता है। प्रत्येक स्तर पर मनरेगा मजदूरी के प्रावधान भी है तथा शासन द्वारा जारी राशि पूर्णतः अनुदान के रूप में प्राप्त होती है, जिसके लिए कहीं भी किसी प्रकार शुल्क नहीं लिया जाता है, इसके अतिरिक्त हितग्राहियों के द्वारा पूछे गए कई सवालों का उत्तर देकर योजनांतर्गत उनके कई संशयों को दूर किया गया।
इसी तरह जनपद पंचायत खड़गवां के ग्राम पंचायत बोडेमुड़ा में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण अंतर्गत हितग्राहियों का उन्मुखीकरण का कार्यक्रम कराया गया जिसमें बोड़ेमुड़ा, रतनपुर, कोटेया, पेंड्री और धनपुर के हितग्राही सम्मिलित हुए। छत्तीसगढ़ शासन के मार्गदर्शन में योजना के संबंध में लगातार उन्मुखीकरण का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है जिससे पात्र हितग्राहियों को योजना का अधिक से अधिक लाभ मिल सके।
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जानिये नेताजी सुभाष चंद्र बोस की खास बाते, जो आज भी है प्रेरणास्त्रोत

नईदिल्ली@डेस्क: भारत में 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 127 वीं जयंती मनाई जा रही है.इस मौके पर आपको जनना चाहिए कि देश की जंग-ए- आजादी में क्या मुख्य भूमिका रही.नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती 2021 से पराक्रम दिवस के तौर पर मनाई जा रही है।नेताजी के जीवन के सिद्धांत और कठोर त्याग भी भारत के प्रत्येक नागरि के लिए प्रेरणा स्रोत हैं।तुम मुझे खून दो, मैं तुम्‍हें आजादी दूंगा....! जय हिन्द। जैसे जोशीले नारों से आजादी के संघर्ष में नई ऊर्जा पैदा करने वाले नेताजी सुभाष चंद्र बोस उन्होंने सिंगापुर के टाउन हाल के सामने सुप्रीम कमांडर के रूप में भारतीय राष्ट्रीय सेना (INA) को संबोधित करते हुए 'दिल्ली चलो' का नारा दिया था।उन्होंने ही गांधीजी को राष्ट्रपिता कहकर संबोधित किया था।

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 उनकी खास बातें जो लोगो के बनी प्रेरणास्त्रोत

Ø  नेताजी सुभाष चंद्र बोस बचपन के दिनों से ही एक विलक्षण छात्र थेऔर अतुलनीय राष्ट्रप्रेमी भी। भारतीय सिविल सेवा परीक्षा भी पहले प्रयास में पास कर ली थी। सिविल सेवा परीक्षा में उनकी रैंक चौथा था लेकिन आजादी की जंग में शामिल होने के लिए उन्होंने भारतीय सिविल सेवा की आरामदेह नौकरी ठुकरा दी थी। जलियांवाला बाग हत्याकांड ने उन्हें इस कदर विचलित कर दिया कि,वे भारत की आजादी की लड़ाई में कूद पड़े थे। नेताजी के कॉलेज के दिनों में एक अंग्रेजी शिक्षक के भारतीयों को लेकर आपत्तिजनक बयान पर उन्होंने खासा विरोध कियाजिसकी वजह से उन्हें कॉलेज से निकाल दिया गया था। 1921 से 1941 के बीच नेताजी को भारत के अलग-अलग जेलों में 11 बार कैद में रखा गया था।

 Ø 1941 में उन्हें एक घर में नजरबंद करके रखा गया थाजहां से वे भाग निकले थे। नेताजी कार से कोलकाता से गोमो के लिए निकल पड़े थे। वहां से वे ट्रेन से पेशावर के लिए चले गए थे और वहां से वह काबुल - पहुंचे और फिर काबुल से जर्मनी रवाना हुए जहां उनकी मुलाकात अडॉल्फ हिटलर से हुई। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान 1सितंबर 1942 उन्होंने इंडियन नेशनल आर्मी (INA) की स्थापना की थी जिसमें करीब 43000 सैनिक थे

  • 1943 में बर्लिन में रहते हुए नेताजी ने आजाद हिंद रेडियो और फ्री इंडिया सेंटर की स्थापना की थी। नेताजी सुभाष चंद्र बोस महात्मा गांधी की कई बातों और विचारों से इत्तेफाक नहीं रखते थेऔर इस पर उनका मानना था कि हिंसक प्रयास के बिना भारत को आजादी नहीं मिलेगी। नेताजी का ऐसा मानना था कि अंग्रेजों को भारत से खदेड़ने के लिए एक सशस्त्र क्रांति की जरूरत है।
  •   21 अक्टूबर 1943 को बोस ने आज़ाद हिंद फौज के सर्वोच्च सेनापति की हैसियत से स्वतंत्र भारत की अस्थायी सरकार बनाई जिसे जर्मनीजापानफ़िलीपीन्सकोरियाचीनइटलीमान्चुको और आयरलैंड सहित 11 देशो की सरकारों ने मान्यता दी थी। जापान ने अण्डमान और निकोबार द्वीपसमूह इस अस्थायी सरकार को दे दिए। सुभाष उन द्वीपों में गए और उनका नया नामकरण किया।
  • 1944 को आज़ाद हिंद फौज ने अंग्रेजों पर दोबारा आक्रमण किया और कुछ भारतीय प्रदेशों को अंग्रेजों से मुक्त भी करा लिया। कोहिमा का युद्ध 4 अप्रैल 1944 से 22 जून 1944 तक लड़ा गया एक भयंकर युद्ध था। इस युद्ध में जापानी सेना को पीछे हटना पड़ा था और यही एक महत्वपूर्ण मोड़ सिद्ध हुआ।
  •  जुलाई 1944 को उन्होंने रंगून रेडियो स्टेशन से महात्मा गांधी के नाम एक प्रसारण जारी किया जिसमें उन्होंने इस निर्णायक युद्ध में विजय के लिए उनका आशीर्वाद और शुभ कामनाएँ मांगी.

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इस फिल्म ने Critics Choice Awards 2023 जीतकर देश का नाम किया रौशन

लॉस एंजिलिस (अमेरिका)। एजेंसी . दिग्गज फिल्म निर्देशक एसएस राजामौली की फिल्म RRR ने दो अवॉर्ड जीतकर देश का नाम रौशन किया हैं. बता दे कि कैलिफोर्निया के बवर्ली हिल्स स्थित बवर्ली हिल्टन में जारी गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड्स का 80वां संस्करण में फिल्म के गाने नाटू नाटूको बेस्ट ओरिजिनल सॉन्ग का अवॉर्ड हासिल होने के बाद से ही भारत का सिर गर्व से ऊंचा हो गया था। वहीं, अब इस फिल्म को 28वें क्रिटिक्स चॉइस अवार्ड्स (Critics Choice Awards 2023) में भी दो अवॉर्ड हासिल अपने नाम किए हैं।फिल्म “RRR” के गाने नाटू नाटूको गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड्स (#GoldenGlobes2023) में बेस्ट ओरिजिनल सॉन्ग का अवॉर्ड हासिल हुआ था. 

 फिल्म “RRR” पिछले साल 24 मार्च 2022 को रिलीज हुई थी। रिलीज के बाद से ही फिल्म ने सिनेमाघरों में अपना कब्जा जमा लिया था। फिल्म के ग्राफिक्स, एक्शन और इसमें नजर आए एक्टरों की शानदार एक्टिंग ने लोगों का दिल जीता था। रिलीज के काफी समय तक सिनेमाघर हाउसफुल नजर आए थे। राम चरण, एन०टी०रामा राव जूनियर, अजय देवगन, आलिया भट्ट जैसे सुपरस्टार्स से भरी ये फिल्म एक के बाद एक अवार्ड भी अपने नाम कर रही है।

 

 

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इस योजना से जागी नई उम्मीदे : नक्सलवाद से यहां रुके थे विकासकार्य,अब एक हजार किसानों को मिलेगा लाभ

बलरामपुर | बलरामपुर जिले के कुसमी इलाके में एक साथ दो बड़ी सिंचाई योजना से एक हजार किसानों को पानी मिलेगा। जून से इन पर काम शुरू हो जाएगा।इसकी लागत 50 करोड़ रुपए हैं। दोनों सिंचाई योजना से दो साल के भीतर किसानों को पानी मिलने लगेगा। क्षेत्र के लिए यह बड़ी योजना है। क्षेत्र के किसानों को इससे व्यापक लाभ मिलेगा।दरअसल,बलरामपुर भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के प्रवास के दौरान जब किसानों ने अपनी बात सीएम बघेल के सामने रखी तब उन्होंने बिना देर किए क्षेत्र की जरूरत को समझा और एक साथ दोनों योजनाओं लावा और भूमका की मंजूरी दे दी। बता दे कि ये इलाका लम्बे अरसे से नक्सलवाद की चपेट में रहा है। विकास भी इससे कहीं न कहीं प्रभावित रहा।

 लावा और भूमका योजना से एक हजार किसानों को 24 हेक्टेयर एरिया में सिंचाई के लिए पानी मिलेगा। कुसमी विकासखंड की लावा नदी, जिससे सिंचाई के लिए मिलेगा पानी।यहाँ वर्तमान में सिंचाई सिर्फ 9 प्रतिशत है लेकिन इस योजना के निर्माण से 12 प्रतिशत हो जाएगी। स्थानीय लोगो ने बताया कि मिर्च और टमाटर की खेती के लिए कुसमी का पूरा इलाका अनुकूल कुसमी में पारंपरिक खेती के अलावा जहां सिंचाई की व्यवस्था है, वहां मिर्च व टमाटर की व्यवसायिक खेती होती है। यहां के मिर्च की श्रीलंका तक मांग है। नई योजनाओं से मिर्च व टमाटर की खेती का रकबा बढ़ेगा। वहीं सिंचाई के अभाव में जो किसान दूसरे के खेतों में मजदूरी करते हैं या फिर धान की खेती के बाद बाहर मजदूरी के लिए जाते हैं, अब अपने खेत में काम कर सकेंगे।

 

 25 करोड़ का ये डेम,इतने हेक्टेयर में देगा पानी

लावा जलाशय कुसमी क्षेत्र में लावा नदी पर प्रस्तावित है। 400 किसानों को 1100 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा मिलेगी। लावा से 5 गांव भवानीपुर, गोपीनगर, गोविंदपुर, लवकुशपुर, नीलकंठपुर लाभान्वित होगे। लाभान्वित ग्राम चुरुंदा, कंदरी, शाहपुर, धनजी, चांदों, खजुरियाडीह हैं।वहीं भूमका से 1300 हेक्टेयर में की जा सकेगी सिंचाई.इस योजना से 6 गांव चुरुदा, कंदरी, शाहपुर, धनजी, चांदों, खजुरियाडीह लाभान्वति होंगे। इस पर 30 करोड़ खर्च होंगे।

 

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जानिये छत्तीसगढ़ में कहा आठ सिंचाई योजनाओं के लिए 25.57 करोड़ रूपए स्वीकृत

रायपुर@झूठा-सच।रायपुर: छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रदेश की आठ विभिन्न सिंचाई परियोजनाओं के लिए 25 करोड़ 57 लाख 13 हजार रूपए स्वीकृत किए है। इन योजनाओं के पूरा होने से किसानों को पांच हजार 595 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा मिल सकेगी।

Ø  स्वीकृत सिंचाई योजनाओं में दुर्ग जिले के विकासखण्ड-धमधा की तांदुला परियोजना अंतर्गत खासाडीह माईनर के जीर्णोद्धार एवं लाईनिंग कार्य के लिए 2 करोड़ 97 लाख 1 हजार रूपए स्वीकृत किए गए है। योजना के पूरा होने से 274 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा मिल सकेगी।

Øविकासखण्ड-धमधा की ग्राम हिर्री के पास नाले में स्टापडेम कम रपटा निर्माण के लिए 3 करोड़ 57 लाख 48 हजार रूपए स्वीकृत किए गए है। योजना के पूरा होने से 20 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा मिल सकेगी।

 Øविकासखण्ड धमधा की तांदुला परियोजना अंतर्गत बानबरद अहेरी माईनर के जीर्णोद्धार एवं लाईनिंग कार्य के लिए 3 करोड़ 19 लाख 85 हजार रूपए स्वीकृत किए गए है। योजना के पूरा होने से 379 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा मिल सकेगी।

Ø  विकासखण्ड दुर्ग की बोरई जलाशय के जीर्णोद्धार एवं नहर लाईनिंग कार्य के लिए 2 करोड़ 29 लाख 42 हजार रूपए स्वीकृत किए गए है। योजना के पूरा होने से 101 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा मिल सकेगी।

 Ø  विकासखण्ड दुर्ग की नगपुरा व्यपवर्तन के माईनर नहर लाईनिंग कार्य के लिए 3 करोड़ 27 लाख 81 हजार रूपए स्वीकृत किए गए है। योजना के पूरा होने से 204 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा मिल सकेगी।

Ø  विकासखण्ड दुर्ग की खपरी मुख्य नहर रिमाडलिंग एवं नहर लाईनिंग कार्य के लिए 1 करोड़ 44 लाख 58 हजार रूपए स्वीकृत किए गए है। योजना के पूरा होने से 4617 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा मिल सकेगी 

Ø  विकासखण्ड पाटन की खारून नदी में बोरेन्दा के पास  तटबंध निर्माण के लिए 3 करोड़ 93 लाख 81 हजार रूपए स्वीकृत किए गए है।  विकासखण्ड पाटन की खारून नदी में कौही के पास तटबंध निर्माण कार्य के लिए 4 करोड़ 87 लाख 22 हजार रूपए स्वीकृत किए गए हैं।

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