Love You ! जिंदगी

‘अनुपमा’ के गढ़ में ‘गुम है किसी के प्यार में’ ने मारी सेंध

इस हफ्ते टॉप 5 में रहे ये सीरियल
हर हफ्ते की तरह इस बार भी ब्रॉडकास्ट रिसर्च काउंसिल यानी बार्क ने पांचवें हफ्ते की टीआरपी जारी कर दी है। ऐसे में अब पता चला गया कि पिछले हफ्ते कौन से सीरियल दर्शकों की पहली पसंद बने। हर हफ्ते नंबर वन पर रहने वाला 'अनुपमा' इस बार भी अपनी बादशाहत कायम रखने में कामयाब रहा, लेकिन 'गुम है किसी के प्यार में' उसे कड़ी टक्कर देते हुए पहले स्थान पर आ गया है। तो चलिए बताते हैं आपको कि इसके अलावा टॉप पांच में किन शोज ने अपनी जगह बनाई।
'अनुपमा' एक ऐसा शो है, पिछले एक साल के टीआरपी में सबको मात दे रहा है। शो की टीआरपी घटती बढ़ती रहती है, लेकिन इसकी बादशाहत हमेशा कायम रहती है। इस बार भी यह 2.7 मिलियन व्यूअरशिप इंप्रेशन्स के साथ पहले स्थान पर रहा।
‘गुम है किसी के प्यार में' ने इस हफ्ते 'अनुपमा' को कड़ी टक्कर दी है और यह भी 2.7 मिलियन व्यूअरशिप इंप्रेशन के साथ पहले स्थान पर आ गया है। पिछले हफ्ते शो टीआरपी चार्ट में दूसरे नंबर पर था और अब पहले पर आ गया है।
‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ पिछले हफ्ते की तरह इस बार भी टीआरपी चार्ट में तीसरे नबंर पर बना हुआ है।अक्षु और अभिमन्यु की कहानी में चल रहे ड्रामा दर्शकों को खूब पसंद कर रहे हैं। 'ये रिश्ता क्या कहलाता है'  को 2.4 मिलियन व्यूअरशिप इंप्रेशन मिले हैं।
'इमली' टीआरपी चार्ट में चौथे नंबर पर बना हुआ है। सीरियल में अथर्व और इमली के बीच बढ़ती नजदीकियां को दर्शक खूब पसंद कर रहे हैं। ऐसे में यह शो टॉप पांच की लिस्ट में 2.3 मिलियन व्यूअरशिप इंप्रेशन के साथ चौथे स्थान पर है।
स्टार प्लस के सीरियल 'पंड्या स्टोर' पिछले हफ्ते की तरह ही इस बार भी पांचवें नंबर पर बना हुआ है। शो में आ रहे ट्विस्ट एंड टर्न्स दर्शकों को कहानी से बांधे रख रहे हैं और ऐसे में इसकी टीआरपी चार्ट में वापसी हो गई है। 'पंड्या स्टोर'  2.2 मिलियन व्यूअरशिप इंप्रेशन के साथ पांचवें स्थान पर है। 
और भी

अमृता सिंह का पाकिस्तान से है खास कनेक्शन

'छोटे नवाब' से शादी कर बॉलीवुड में मचा दिया था तहलका
बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री अमृता सिंह आज अपना 65वां जन्मदिन मना रही हैं। अपने जमाने में वह इंडस्ट्री पर राज करती थीं। अपने दमदार अभिनय के दम पर उन्होंने दर्शकों का दिल जीत लिया था। देशभर के दर्शकों ने अमृता सिंह को बहुत प्यार दिया, लेकिन क्या आप जानते हैं कि अमृता का पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से भी बेहद खास रिश्ता है। दरअसल, अमृता सिंह का जन्म 9 फरवरी 1958 को पाकिस्तान में हुआ था। अमृता के पिता का नाम सरदार सविंदर सिंह था और उनकी मां का नाम रुखसाना सुल्ताना था। अमृता एक रॉयल फैमिली से आती हैं। इस बात की जानकारी भी कम लोगों को होगी कि अमृता मशहूर लेखक खुशवंत सिंह की भतीजी हैं। चलिए आज अमृता सिंह के जन्मदिन के मौके पर जानते हैं उनसे जुड़ी कुछ खास बातें.
अमृता ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत साल 1985 में आई फिल्म 'बेताब' से की थी। पहली फिल्म से ही उन्होंने बॉलीवुड में अपने अभिनय का सिक्का जमा लिया था। यह फिल्म सुपरहिट साबित हुई। इसके बाद अमृता को एक के बाद एक कई फिल्मों के ऑफर आने लगे। 80 के दशक में अमृता फिल्म निर्माताओं की पसंदीदा हीरोइनों में से एक बन चुकी थीं। इस दशक में कई फिल्मों में अमृता ने अपने अभिनय का दम दिखाया। बॉलीवुड को इन्होंने कई सुपरहिट फिल्में दीं, जिनमें 'मर्द', 'खुदगर्ज' और 'साहेब' जैसी फिल्में शामिल हैं।
90 के दशक में जब अमृता सिंह अपने करियर में सफलता की सीढ़ियां चढ़ रही थीं, तभी उनकी मुलाकात बॉलीवुड के नवाब सैफ अली खान से हुई। उस दौरान सैफ अली खान एक स्ट्रगलिंग एक्टर थे और अमृता उस दौर की फेमस हीरोइन बन चुकी थीं। दोनों की मुलाकात साल 1992 में राहुल रवैल की फिल्म की शूटिंग के दौरान हुई थी। बताया जाता है कि राहुल अमृता के अच्छे दोस्त थे, इसलिए उन्होंने सैफ के साथ उन्हें फोटोशूट कराने के लिए कहा। फोटोशूट के दौरान सैफ ने अमृता के कंधे पर हाथ रखा, तभी अमृता ने सैफ को पहली बार अच्छी तरह से निहारा था। यही वह घड़ी थी, जब सैफ अली खान अभिनेत्री अमृता के दीवाने हो गए और उन पर अपना दिल हार बैठे। इसके बाद से वह लगातार अमृता से मिलने का इंतजार करने लगे।
सैफ और अमृता की दोस्ती जल्द ही प्यार में बदल गई। इसके बाद दोनों ने साल 1991 में शादी रचा ली। शादी के समय सैफ महज 21 साल के थे और अमृता 33 साल की थीं। अमृता सिंह के छोटी उम्र वाले लड़के के साथ शादी की खबर ने इंडस्ट्री में तहलका मचा दिया था। शादी से पहले अमृता ने अपना धर्म भी बदल दिया था और अपने परिवार की तरफ अपनी जिम्मेदारियों को निभाने के लिए उन्होंने 1993 में बॉलीवुड इंडस्ट्री को अलविदा कह दिया। अमृता और सैफ दो बच्चे, सारा अली खान और इब्राहिम के माता-पिता हैं। शादी के 13 साल बाद अमृता और सैफ का तलाक हो गया था।
सैफ अली खान से पहले अमृता सिंह का नाम बॉलीवुड के कई फेमस अभिनेताओं के साथ भी जुड़ा था। रिपोर्ट्स के अनुसार, अमृता सिंह बॉलीवुड सुपरस्टार सनी देओल के साथ शादी करना चाहती थीं, लेकिन उनकी मां को इस रिश्ते से एतराज था। इसके बाद दोनों की राहें अलग हो गईं। इसके अलावा अमृता सिंह का नाम उनके को-स्टार विनोद खन्ना और क्रिकेटर रवि शास्त्री से भी जुड़ चुका है।
और भी

हुनर की तारीफ, आनंद महिंद्रा ने की दिव्यांग युवाओं के कार्यों की सराहना

रायपुर। मशहूर उद्योगपति आनंद महेंद्रा ने जशपुर जिले के दिव्यांग युवाओं द्वारा बनाए जा रहे इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद एलईडी लाइट, पावर बैंक और एनर्जी सेवर इक्विपमेंट की तारीफ करते हुए ट्वीट किया है। जिला प्रशासन के सहयोग से दिव्यांगों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए डिजिएबल केंद्र चलाया जा रहा है। इसकी मदद से अब तक दिव्यांग युवा 7 लाख 50 हजार रुपए का सामान बिक्री कर चुके हैं।
जशपुर में जिला प्रशासन की पहल और एडु वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत प्रशिक्षित और अन्य दिव्यांग हितग्राहियों द्वारा इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद जैसे एलईडी लाइट, पावर बैंक, एनर्जी सेवर इक्विपमेंट के असेम्बलिंग का काम डिजिएबल सेंटर जशपुर में किया जा रहा है। इसमें जिले की दिव्यांग हितग्राही सिलमीना तिग्गा भी काम कर रही है। जिले की इस अनोखी पहल की तारीफ मशहूर उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने भी की है। उन्होंने दिव्यांग युवाओं के कार्यों की सराहना करते हुए उन्हें प्रोत्साहित किया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा- 'सचमुच दिल को छूने वाला। छोटे उद्योगों की ये पहल उम्मीदों से बढ़कर है'। जिला प्रशासन द्वारा मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत जिले के दिव्यांग युवाओं को हुनरमंद बनाया जा रहा है। इन्हें रोजगार भी उपलब्ध कराया जा रहा है। जिला कौशल विकास अधिकारी प्रकाश यादव ने बताया कि जिले के लगभग 60 दिव्यांग युवाओं को मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत प्रशिक्षण दिया गया है।
और भी

मशहूर निर्माता नाजिम हसन रिजवी नहीं रहे

सलमान खान की फिल्म ‘चोरी चोरी चुपके चुपके’ का किया था निर्माण
मुंबई। सलमान खान की फिल्म ‘चोरी चोरी चुपके चुपके’ और ‘अंडरट्रायल’ जैसी फिल्मों का निर्माण करने वाले निर्माता नाजिम हसन रिजवी का निधन हो गया है। वह कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती थे, जहां कल रात उन्होंने अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्कार उत्तर प्रदेश में उनके पैतृक स्थान पर किया जाएगा।
 
और भी

पूर्व मिस यूनिवर्स के हरनाज कौर के खिलाफ कोर्ट में सुनवाई आज

उपासना सिंह ने दर्ज की थी याचिका
चंडीगढ़। पूर्व मिस यूनिवर्स हरनाज कौर संधू समेत 14 अन्यों के खिलाफ एक्ट्रेस उपासना सिंह द्वारा दायर चंडीगढ़ कोर्ट केस में आज सुनवाई होगी। जी हां, पूर्व मिस यूनिवर्स हरनाज कौर संधू के खिलाफ चंडीगढ़ कोर्ट में मामला दर्ज करवाया गया था, जिसमें एक्ट्रेस पर एक पंजाबी फिल्म को पूरा न करने और बीच में कॉन्ट्रैक्ट तोड़ने का आरोप लगा है। एक्ट्रेस उपासना सिंह ने पूर्व मिस यूनिवर्स हरनाज कौर संधू समेत 14 अन्यों के खिलाफ फिल्म को लेकर हुए नुकसान के रूप में 1 करोड़ रुपए की भरपाई की मांग को लेकर कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसकी आज सुनवाई होगी।
बता दें की हरनाज संधू के अलावा जिन अन्यों को पार्टी बनाया गया है, उनमें शैरी गिल, एमा सावल, द मिस यूनिवर्स आर्गनाइजेशन, सिटी ऑफ द हॉलीवुड फ्लोरिडा, टाइम्स ग्रुप सीआरएम आदि शामिल हैं। उपासना सिंह का आरोप है कि वह एक फिल्म प्रोड्यूस कर रही थी, जिसमें काम करने के लिए हरनाज ने हामी भरी थी। इसके बाद फिल्म बनने के बाद प्रमोशन के लिए आगे नहीं आई और उसने फोन उठाने बंद कर दिए।
वहीं एक्ट्रेस उपासना सिंह का कहना है, 'फिल्म के डायरेक्टर समीप कंग और प्रोड्यूसर्स ने भी हरनाज से संपर्क किया था, लेकिन किसी से बात नहीं हो पाई। मिस यूनिवर्स बनने के बाद हरनाज कौर संधू ने कोई मैसेज या मेल का जवाब नहीं दिया। इससे फिल्म और उसके डिस्ट्रीब्यूटर्स को बड़ा नुकसान हुआ है। हमें फिल्म की रिलीज भी टालनी पड़ी। देरी की वजह से हमारी इमेज को भी बड़ा नुकसान हुआ है'।
उपासना सिंह के मुताबिक मिस यूनिवर्स बनने के बाद हरनाज संधू खुद को बड़ी स्टार समझने लग पड़ी। उसने फोन भी उठाने बंद कर दिए। उपासना सिंह का कहना है कि हरनाज संधू के मिस यूनिवर्स बनने के बाद उन्हें पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री छोटी लगने लगी है। बता दें की इस फिल्म के जरिए उपासना ने अपने बेटे को लॉन्च करना था, लेकिन हरनाज संधू के संपर्क न करने की वजह से उनका बड़ा नुकसान हुआ।
उपासना सिंह के मुताबिक मिस यूनिवर्स बनने के बाद हरनाज संधू खुद को बड़ी स्टार समझने लग पड़ी। उसने फोन भी उठाने बंद कर दिए। उपासना सिंह का कहना है कि हरनाज संधू के मिस यूनिवर्स बनने के बाद उन्हें पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री छोटी लगने लगी है। बता दें की इस फिल्म के जरिए उपासना ने अपने बेटे को लॉन्च करना था, लेकिन हरनाज संधू के संपर्क न करने की वजह से उनका बड़ा नुकसान हुआ।
केस के मुताबिक, साल 2020 में हरनाज ने फेमिना मिस इंडिया पंजाब का खिताब अपने नाम किया था। तब संधू ने संतोष एंटरटेनमेंट स्टूडियो एलएलपी के साथ एक आर्टिस्ट एग्रीमेंट साइन किया था। इस एंटरटेनमेंट स्टूडियो को उपासना सिंह चलाती हैं। ये स्टूडियो पंजाबी फिल्म ‘बाई जी कुटणगें’ बना रहा था जिसमें हरनाज को लीड रोल दिया गया था। एग्रीमेंट में इस बात का जिक्र किया गया था कि आर्टिस्ट को फिल्म की प्रमोशनल एक्टिविटी में फिजिकली और वर्चुअली शामिल होना था, लेकिन हरनाज इसमें शामिल नहीं हुई थी। इसी मामले में हरनाज संधू के खिलाफ कॉन्ट्रैक्ट तोड़ने का आरोप लगा है।
और भी

सूर्यगढ़ होटल में आज रात फेरे लेंगे सिद्धार्थ-कियारा, सुरक्षा के कड़े इंतजाम

मुंबई। स्वर्ण नगरी जैसलमेर में बॉलीवुड के चार्मिंग कपल कियारा आडवाणी और सिद्धार्थ मल्होत्रा आज शादी के बंधन में बंधने वाले हैं. कपल आज रात जैसलमेर के होटल सूर्यगढ़ में सात फेरे लेंगे. कियारा और सिद्धार्थ की रॉयल वेडिंग के लिए सूर्यगढ़ पैलेस को दुल्हन की तरह सजाया गया है. इसी शाही महल में कपल आज शादी रचाकर अपनी नयी जिंदगी की शुरुआत करेंगे. दोनों की ग्रैंड वेडिंग परिवार और करीबी लोगों की मौजूदगी में होगी. शादी में मेन्यू से लेकर वेन्यू तक हर चीज खास रखी गयी है.
सिद्धार्थ और कियारा की शादी से पहले 6 फरवरी सोमवार रात को मेहंदी और संगीत की रस्म हुई. संगीत नाइट के लिए होटल सूर्यगढ़ को गुलाबी रंग की रोशनी में सजाया गया था. सोशल मीडिया में सूर्यगढ़ पैलेस की कई तस्वीरें वायरल हो रही है. इस शादी को खास सुरक्षा के दायरे में रखा गया है. सोमवार की रात दोनों ने अपने हाथों पर एक-दूसरे के नाम की मेहंदी लगवाई. साथ ही हल्दी की रस्म को भी पूरा किया गया.
आज सिद्धार्थ और कियारा जैसलमेर के होटल सूर्यगढ़ में बावड़ी नामक स्थान पर शाही अंदाज में सात फेरे लेकर सात जन्मों के लिए एक-दूजे के हो जायेंगे. शादी के बाद आज ही दोनों की रिसेप्शन पार्टी भी होगी.
मेहमानों के आने का सिलसिला जारी
सिद्धार्थ और कियारा की शादी में कुछ खास मेहमान मौजूद है, जिसमें दोनों के परिवार के अलावा शादी में बॉलीवुड की जानी-मानी हस्तियां शामिल हो रही हैं. मेहमानों को आने का अभी तक सिलसिला जारी है.
आशीर्वाद देने पहुंचेगा अंबानी परिवार
सिड-कियारा की शादी में करण जौहर, मनीष मल्होत्रा, शाहिद कपूर, मीरा राजपूत, जूही चावला, जय मेहता खास मेहमान हैं. सभी जैसलमेर पहुंच गये हैं. कियारा के साथ सभी को जैसलमेर एयपोर्ट के बाहर स्पॉट किया गया. कपल की शादी में आज अंबानी परिवार भी जैसलमेर पहुंचेगा और शादीशुदा जोड़े को आर्शीवाद देगा.
और भी

जासूसी करने वालों पर भड़की कंगना, कहा- 'घर में घुस के मारूंगी'

मुंबई| एक 'जाने-माने' अभिनेता पर जासूसी करने के लिए निशाना साधने के बाद बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने सोमवार को एक बार फिर अपने सोशल मीडिया पर अभिनेता को सार्वजनिक चेतावनी भेजी। उन्होंने ये भी कहा कि जब से उन्होंने अपना पोस्ट डाला है तब से कोई जासूसी नहीं कर रहा है।
कंगना ने अपने इंस्टाग्राम के स्टोरी सेक्शन में एक नोट लिखा, जिसमें उन्होंने अपने फॉलोअर्स को बताया कि पपराजी द्वारा जासूसी करना बंद हो गया है। उन्होंने लिखा, वे सभी जो मेरी चिंता करते हैं, कृपया जान लें कि कल रात से मेरे आसपास कोई संदिग्ध गतिविधि नहीं हो रही है, अब कोई भी मेरा पीछा नहीं कर रहा है।
इसके बाद अभिनेत्री ने निशाना साधते हुए कहा, बच्चों तुम्हारा किसी देहाती से पाला नहीं पड़ा। सुधर जाओ नहीं तो घर में घुस कर मारूंगी।
उनके पास उन लोगों के लिए भी एक संदेश था जो सोचते हैं कि वह पागल है और जिनको लगता है कि मैं पागल हूं, तुमको ये तो पता है कि मैं पागल हूं लेकिन ये पता नहीं है कि कितनी बड़ी वाली पागल हूं। (आईएएनएस)
और भी

किताबों में दिलचस्पी पैदा करने अनूठा कार्यक्रम

700 से ज्यादा लोगों ने एकसाथ पढ़ी किताबें
गोपालगंज| एक ओर जहां मोबाइल के हर हाथ तक पहुंच जाने के बाद समाचार पत्रों और किताबों में लोगों की दिलचस्पी कम हुई है। ऐसे में इस डिजिटल युग में लोगों के किताबों के प्रति दिलचस्पी बढ़ाने का बिहार के गोपालगंज में एक अनूठा कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जहां 700 से अधिक लोगों ने एक साथ एक जगह पर बैठकर दो घंटे तक किताबें पढ़ी। इस बुक रीडिंग मैराथन में लोगों ने किताबें पढ़ी और फीडबैक भी दिया। गोपालगंज के पंचदेवरी रीडिंग मैराथन क्लब की ओर से आयोजित इस अनोखे कार्यक्रम का उद्देश्य किताबों से विमुख हो रहे लोगों को फिर से किताबों से जोड़ने के लिए प्रेरित करना है।
जामुनहां इंटर कॉलेज परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए 15 दिन पहले ऑनलाइन निबंधन कराया गया था। कार्यक्रम में कुल 721 लोगों ने अपनी पसंद की पुस्तकें पढ़ी। जो लोग अपने साथ पुस्तक लेकर आए थे, उन्होंने अपनी पुस्तक पढ़ी और जो लोग पुस्तक नहीं लाए थे, वे कार्यक्रम स्थल पर लगे पुस्तक स्टॉल से पुस्तकें खरीद कर पढ़े।
सबसे बढ़िया बात रही कि इस दौरान सभी के मोबाइल फोन बंद करवा दिए गए थे, जिससे किसी प्रकार का व्यवधान नहीं हो।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में स्थानीय प्रखंड विकास पदाधिकारी और इंटर कॉलेज के प्राचार्य डॉ दुर्गाचरण पांडेय ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। रविवार को 12 बजे से शुरू इस रीडिंग मैराथन में लोगों ने शांत वातावरण में दो घंटे तक किताबों का अध्ययन किया।
किताबों के अध्ययन के बाद लोगों ने इस कार्यक्रम को लेकर अपना फीडबैक दिया। रीडिंग मैराथन क्लब के लोगों ने बताया कि इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले अधिकांश लोगों ने इस कार्यक्रम की सराहना अपने फीडबैक में दी है, तथा ऐसे कार्यक्रम बराबर आयोजित करने का आग्रह किया है।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन गोपालगंज के जिलाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी ने किया। उन्होंने कहा कि इस डिजिटल युग में भी पुस्तकों की अपनी अहमियत है। पुस्तक कभी हमसे दूर नहीं हो सकते। उन्होंने अच्छी पुस्तकों को व्यक्ति का सबसे अच्छा मित्र बताया।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को प्रतिदिन कम से कम एक घंटे पुस्तक जरूर पढ़नी चाहिए। उन्होंने इस कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि गोपालगंज की धरती पर रीडिंग मैराथन की मशाल अब पूरे देश में जलेगी। इस मौके पर कई युवा साहित्यकार और गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे। (आईएएनएस)
और भी

World Cancer Day 2023: क्या है ‘राष्ट्रीय कैंसर रजिस्ट्री प्रोग्राम’, जानें कैसे....एकबार जरूर पढ़े पूरी खबर

हेल्थ डेस्क@झूठा सच : आज पूरा विश्व ‘World Cancer Day’ मना रहा है। इसे ‘विश्व कैंसर दिवस’ भी कहा जाता है। हर साल चार फरवरी को दुनियाभर में कैंसर और इसकी रोकथाम, पता लगाने और उपचार के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है। इस साल कैंसर दिवस का थीम है ‘क्लोज द केयर गैप’ यानि सभी कैंसर देखभाल तक पहुंच के हकदार हैं। इस थीम को साल 2022 से लेकर 2024 तक के लिए रखा गया है। इसका उद्देश्य मुख्यत: कैंसर के प्रति जागरूकता पैदा कर इससे होने वाली मौतों को कम करना है।

 
 दरअसल, कैंसर एक ऐसी स्थिति है जो कि शरीर में असामान्य कोशिकाओं के बढ़ने से उत्पन्न होता है। यदि समय पर इसका पता लग जाए तो इस पर नियंत्रण प्राप्त किया जा सकता है लेकिन लोगों द्वारा इस बीमारी की गंभीरता को बिना समझे शुरुआती दौर में होने वाले लक्षणों को नजरअंदाज किया जाता है। यहीकारण है कि यह बीमारी धीरे-धीरे गंभीर रूप ले लेती है। यदि व्यक्ति शुरुआती दौर में सचेत रहे तो समय रहते इस बीमारी का पूर्णतया इलाज संभव है।
 
क्या है राष्ट्रीय कैंसर रजिस्ट्री प्रोग्राम (NCRP) ?  
गौरतलब हो, इस दिशा में भारत सरकार द्वारा एक राष्ट्रीय कैंसर रजिस्ट्री कार्यक्रम (NCRP) चलाया जा रहा है। इस प्रोग्राम के तहत कैंसर के आंकड़े पेश किए जाते हैं। यह प्रोग्राम कैंसर के प्रभावों का आकलन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) नेशनल सेंटर फॉर डिजीज इंफॉर्मेटिक्स एंड रिसर्च (NCDIR) के कंधों पर इस कार्यक्रम की जिम्मेदारी है। इनकी ओर से जारी नेशनल कैंसर रजिस्ट्री प्रोग्राम रिपोर्ट में देशभर में कैंसर के आंकड़ों की रिपोर्ट पेश की जाती है। NCRP के अनुसार साल 2020 में कैंसर के 13.9 लाख मामले सामने थे जो 2025 में बढ़कर 15.7 लाख तक पहुंचने की संभावना है। मुंह, फेफड़े, पाचन पत्र सहित कई तरह के कैंसर का प्रमुख कारण तंबाकू, बीड़ी, सिगरेट गुटखा है।
 
ज्ञात हो, वर्तमान में सबसे अधिक ओरल या मुंह का कैंसर आक्रामक रूप से लोगों में फैल रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में 21.77 प्रतिशत मरीज ओरल कैंसर के हैं। ओरल कैंसर के लिए बहुत से रिस्क फैक्टर जिम्मेदार हैं जैसे की तंबाकू का सेवन, शराब का सेवन, अत्यधिक धूम्रपान आदि।

कैसे काम करता है NCRP ?
राष्ट्रीय कैंसर रजिस्ट्री प्रोग्राम (NCRP) के आंकड़ों के आधार पर भारत में कैंसर के आकलन और विश्लेषण की बात करें तो यह कैंसर पंजीकरण कैंसर के परिमाण और बोझ, नए मामलों की घटना, प्रवृत्ति में दीर्घकालिक परिवर्तनों का आकलन करने और विभिन्न कैंसर के नैदानिक मापदंडों का निर्धारण करने के लिए पहचाने गए मापदंडों पर डेटा का एक व्यवस्थित संग्रह करता है।

NCRP की कैसे हुई शुरुआत ?
NCRP दिसंबर 1981 में देशभर में कैंसर रजिस्ट्रियों के एक नेटवर्क के साथ भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) की एक दीर्घकालिक गतिविधि के रूप में शुरू हुई। बेंगलुरु, चेन्नई और मुंबई में तीन जनसंख्या आधारित कैंसर रजिस्ट्री (PBCR) ने जनवरी 1982 से इस दिशा में काम करना शुरू किया था। तब चंडीगढ़, डिब्रूगढ़ और तिरुवनंतपुरम में तीन अस्पताल आधारित कैंसर रजिस्ट्री (HBCR) एक ही वर्ष में शुरू की गईं थी।
PBCRs सरकारी अस्पतालों, निजी अस्पतालों, नर्सिंग होम्स, क्लीनिकों, डायग्नोस्टिक लैब्स, इमेजिंग सेंटरों, धर्मशालाओं और जन्म और मृत्यु के रजिस्ट्रार जैसे पंजीकरण के कई स्रोतों (SoR) से एक अच्छी तरह से परिभाषित आबादी में होने वाले कैंसर के सभी नए मामलों पर व्यवस्थित रूप से डेटा एकत्र करने का काम करता हैं।
 
वहीं HBCRs रोगी की आवासीय स्थिति के बावजूद किसी विशेष अस्पताल में देखे गए कैंसर रोगियों की जानकारी दर्ज करने से संबंधित हैं। HBCRs के तहत एकत्र किए गए डेटा भी उसी क्षेत्र में आने वाले संबंधित PBCRs में योगदान करते हैं।जनसंख्या और अस्पताल आधारित कैंसर रजिस्ट्रियों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ी है और अब NCRP नेटवर्क में 38 PBCR और 189 HBCR हैं। NCRP में शामिल होने वाले अधिक अस्पतालों के साथ HBCR की संख्या में परिवर्तन दर्ज किया गया है। तमाम रजिस्ट्रियों द्वारा एकत्र किया गया डेटा प्रकाशित होने से पहले इनकी गुणवत्ता, डुप्लिकेसी और पूर्णता के लिए कठोर जांच से होकर गुजरती है।

यहां से NCRP जुटाता है कैंसर से जुड़ा डेटा
NCRP द्वारा उत्पन्न डेटा कैंसर, मधुमेह, हृदय रोग और स्ट्रोक की रोकथाम और नियंत्रण के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (एमओएचएफडब्ल्यू), भारत सरकार को महत्वपूर्ण इनपुट प्रदान करता है। NCRP राज्यों में कैंसर नियंत्रण कार्यक्रम की योजना और रोकथाम कार्यक्रम, उपचार सुविधाओं की स्थापना, संसाधनों के आवंटन और स्क्रीनिंग, जागरूकता सृजन आदि जैसी विशिष्ट गतिविधियों के प्रभाव का आकलन करने के लिए एक दिशा प्रदान करता है। वहीं अस्पताल कैंसर में सुधार के लिए रजिस्ट्री डेटा का उपयोग करके देखभाल सेवाओं में लाभान्वित होते हैं। इस प्रकार NCRP (पीबीसीआर और एचबीसीआर) के नेटवर्क वाली इन रजिस्ट्रियों की उपस्थिति के बिंदु को दर्शाते हैं। इस प्रकार समय पर और उचित डेटा संचालित साक्ष्यों के आधार पर कैंसर की रोकथाम और नियंत्रण के लिए नीतिगत प्रयासों को सुगम बना जा रहा है।
 
कैंसर के शुरुआती लक्षण जानना बेहद जरूरी
ऐसे में हमारे लिए कैंसर के शुरुआती लक्षणों के बारे में जानना भी बेहद जरूरी है। बताना चाहेंगे कि आमतौर पर जो मरीज इलाज के लिए अस्पताल आते हैं वह चौथी स्टेज पर होते हैं, जिनमें से 40 प्रतिशत मरीजों की रिकवरी पूर्णतया हो जाती है। कैंसर के शुरुआती लक्षणों को व्यक्ति नजरअंदाज करता है यदि उसी समय ठीक प्रकार से जांच करवाई जाए तो कैंसर को गंभीर स्थिति में आने से पहले ही उसे इलाज द्वारा नियंत्रित किया जा सकता है।
और भी

डॉक्यूमेंट्री-सीरीज 'द रोमैंटिक्स' में ऋषि कपूर और यश चोपड़ा के संबंध पर भी बात

मुंबई। हिंदी सिनेमा के सबसे सम्मानित अभिनेताओं में से एक ऋषि कपूर को आगामी डॉक्यू-सीरीज द रोमैंटिक्स में दिखाया जाएगा। यह स्ट्रीमिंग सीरीज महान फिल्म निर्माता यश चोपड़ा के साथ-साथ उनके प्रोडक्शन हाउस वाईआरएफ (यश राज फिल्म्स) की विरासत और पिछले 50 वर्षों में भारतीय पॉप-संस्कृति पर इसके प्रभाव का जश्न मनाएगी। दिवंगत अभिनेता ऋषि कपूर ने यश चोपड़ा और बेटे आदित्य चोपड़ा के साथ कभी कभी, चांदनी, जब तक है जान, फना और हम तुम जैसी फिल्मों में काम किया था।

नई श्रृंखला में, ऋषि कपूर का यश चोपड़ा के साथ घनिष्ठ संबंधों के बारे में भी बताया गया है। द रोमैंटिक्स का निर्देशन ऑस्कर और एमी-नामांकित फिल्म निर्माता स्मृति मूंदड़ा ने किया है, जो इंडियन मैचमेकिंग और नेवर हैव आई एवर फ्रेंचाइजी की सफलता के बाद नेटफ्लिक्स पर लौटी हैं।
सीरीज की निदेशक, स्मृति मूंदड़ा ने साझा किया, ऋषि कपूर न केवल एक प्रतिष्ठित अभिनेता थे, बल्कि वह अपने साथ हिंदी फिल्म उद्योग का ज्ञान भी रखते थे। हमारे साक्षात्कार के दिन, जो उनका आखिरी साक्षात्कार था, वह विशेष रूप से आकर्षक थे। उनकी मृत्यु सिनेमा इतिहास के एक महत्वपूर्ण क्षति है, और मैं हमेशा उनके द्वारा साझा की गई अंतर्²ष्टि, उपाख्यानों और परिप्रेक्ष्य के लिए आभारी रहूंगी।
चार भाग वाली डॉक्यूमेंट्री-श्रृंखला में 35 हस्तियां भी शामिल होंगी, जिनमें शाहरुख खान, आमिर खान, सलमान खान, ऋतिक रोशन, रणबीर कपूर, अमिताभ बच्चन, रणवीर सिंह, अनुष्का शर्मा जैसे मेगा-सितारे शामिल हैं। दिलचस्प बात यह है कि रिक्लूसिव स्टूडियो हेड, आदित्य चोपड़ा ने द रोमैंटिक्स के लिए अपना पहला ऑन-कैमरा साक्षात्कार भी रिकॉर्ड किया है। (आईएएनएस)
और भी

रणवीर और आलिया अभिनीत 'रॉकी और रानी की प्रेम कहानी' की रिलीज डेट 28 जुलाई

मुंबई। रणवीर सिंह और आलिया भट्ट अभिनीत फिल्म रॉकी और रानी की प्रेम कहानी की रिलीज डेट आगे बढ़ा दी गई है और अब यह 28 जुलाई को सिनेमाघरों में आएगी। पहले यह फिल्म 28 अप्रैल को रिलीज होने वाली थी। पिछले साल 13 नवंबर को, बॉलीवुड फिल्म निर्माता करण जौहर, जो अपनी आखिरी फिल्म ऐ दिल है मुश्किल के साथ रॉकी और रानी की प्रेम कहानी के बाद निर्देशन में वापसी कर रहे हैं, ने घोषणा की थी कि फिल्म 28 अप्रैल को रिलीज होगी। नई रिलीज की तारीख की घोषणा करने के लिए उन्होंने गुरुवार को इंस्टाग्राम का सहारा लिया।

उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा, वे कहते हैं सबर का फल मीठा होता है, इसलिए इस अविश्वसनीय विशेष कहानी की मिठास को बढ़ाने के लिए - हम बहुत सारा प्यार लेकर आ रहे हैं! रॉकी और रानी के परिवार हो रहे हैं तैयार, और अब देखिए ये अनोखी कहानी ऑफ प्यार!
रणवीर ने इंस्टाग्राम पर लिखा, क्योंकि यह आपके परिवार को प्यार करने के बारे में है! हैशटैग रॉकी और रानी की प्रेमकहानी सिनेमाघरों में, 28 जुलाई 2023। आलिया ने भी नई रिलीज की तारीख की घोषणा करते हुए एक पोस्टर साझा किया, रॉकी और रानी की प्रेम कहानी. 28 जुलाई 2023 को रिलीज। रॉकी और रानी की प्रेम कहानी एक रोमांटिक कॉमेडी है, जिसमें धर्मेंद्र, शबाना आजमी और जया बच्चन भी हैं, और इसमें प्रीतम संगीत निर्देशक और अमिताभ भट्टाचार्य गीतकार हैं। (आईएएनएस)
और भी

एडम एक्शन-थ्रिलर 65 भारत में 10 मार्च को होगी रिलीज

नई दिल्ली। एक्शन से भरपूर अभिनेता एडम ड्राइवर की आगामी फिल्म 65 भारत में 10 मार्च को रिलीज होने के लिए पूरी तरह से तैयार है। मूवी की लॉगलाइन: एक अज्ञात ग्रह पर एक भयावह दुर्घटना के बाद, पायलट मिल्स (एडम ड्राइवर) को तुरंत पता चलता है कि वह वास्तव में पृथ्वी पर फंसा हुआ है.. 65 मिलियन साल पहले।

अब, बचाव के केवल एक मौके के साथ, मिल्स और एकमात्र अन्य जीवित कोआ (एरियाना ग्रीनब्लाट) को जिंदा रहने के लिए एक लड़ाई में खतरनाक पूर्व-ऐतिहासिक प्राणियों से भरे एक अज्ञात इलाके में अपना रास्ता बनाना होगा।
साइंस फिक्शन 65, ए क्वाइट प्लेस के लेखक और निर्माता सैम राइमी ने बनाया है, जिसमें एडम, एरियाना ग्रीनब्लाट और क्लो कोलमैन हैं। सोनी पिक्च र्स एंटरटेनमेंट इंडिया 65 को 10 मार्च को सिनेमाघरों में अंग्रेजी, हिंदी, तमिल और तेलुगू में रिलीज करेगी। (आईएएनएस)।
और भी

फाइनल हुई सिद्धार्थ और कियारा की वेडिंग ड्रेस

दिल्ली। बाॅलीवुड के सबसे चर्चा में रहने वाले कपल सिद्धार्थ मल्होत्रा और कियारा आडवाणी इन दिनों अपनी शादी की तैयारियों में काफी बिजी चल रहे हैं। मीडिया को मिली जानकारी के अनुसार दोनों जल्द ही शादी के बंधन में बंधने वाले हैं। खबरें हैं कि ये स्टनिंग कपल 6 फरवरी को शादी करने वाले हैं। हालांकि कियारा और सिद्धार्थ शादी इस खबर पर अभी चुप्पी साध रखी है। लेकिन दोनों की शादी की तैयारियां जोरों शोरों से चल रही है। वहीं अब कियारा और सिद्धार्थ ने अपनी शादी को स्पेशल बनाने के लिए स्पेशल तैयारियां कर ली है। उम्मीद की जा रही है कि कपल जल्द ही शादी की घोषणा करेंगे।
सिद्धार्थ मल्होत्रा फिलहाल अपने होम टाउन दिल्ली में अपने परिवार के साथ हैं। खबरें ये भी हैं कि सिद्धार्थ अपनी शादी की तैयारियों को फाइनल टच देने के लिए वहां पहुंचे हैं। वे हर एक चीज को खुद देख रहे हैं। इसके साथ ही सिद्धार्थ शादी के लिए अपने माता-पिता और करीबी रिश्तेदारों के साथ दिल्ली से ही राजस्थान जाएंगे। वहीं दूसरी तरफ कियारा आडवाणी भी अपनी शादी की ड्रेस फाइनल करने में लगी हुई हैं। शादी, मेहंदी और हल्दी फंक्शन के लिए उन्होंने अलग-अलग ड्रेस फाइनल की है।
फाइनल हुई कियारा की वेडिंग ड्रेस
दरअसल बीती रात कियारा आडवाणी को फेमस डिजाइनर मनीष मल्होत्रा के घर पर स्पाॅट किया गया। कहा जा रहा है कि कियारा यहां अपनी ड्रेसेस के फाइनल ट्रायल के लिए पहुंची थीं। सिद्धार्थ मल्होत्रा और कियारा आडवाणी ने शादी के लिए मनीष मल्होत्रा से ही अपनी ड्रेस डिजाइन करवाई है। खबरें हैं कि सिद्धार्थ और कियारा 6 फरवरी को राजस्थान के जैसलमेर में एक पारंपरिक पंजाबी शादी करेंगे। शादी काफी प्राइवेट होगी। जिसमें परिवार के लोग, रिश्तेदार और खास दोस्त शामिल होंगे।
 
और भी

तारक मेहता का उल्टा चश्मा के मेकर्स ने शैलेश लोढ़ा को दिया जवाब

बकाया फीस को लेकर बताई सच्चाई

मुंबई। टेलीविजन के सबसे लोकप्रिय शो तारक मेहता का उल्टा चश्मा किसी न किसी वजह से सुर्खियों में बना ही रहता है। कुछ समय पहले ही इस शो में तारक मेहता का किरदार निभाने वाले शैलेश लोढ़ा ने शो के मेकर्स पर बकाया फीस को लेकर आरोप लगाया था। हालांकि अब तारक मेहता का उल्टा चश्मा के मेकर्स की तरफ से एक बयान सामने आया है। जिसमें बकाया फीस को लेकर सच्चाई सामने आई है। मेकर्स का कहना है कि पेमेंट के लिए शैलेश से संपर्क किया जा रहा है, लेकिन वो न तो पेपर्स साइन करने आ रहे हैं और ना ही बाकी की फाॅर्मैलिटीज पूरी कर रहे हैं।
बकाया फीस पर शैलेश लोढ़ा का इल्जाम
प्रोडक्शन हाउस से मिली जानकारी के अनुसार हर कंपनी में एक सिस्टम होता है और इससे जुड़े लोगों से इसका पालन करने की उम्मीद की जाती है। प्रोडक्शन हाउस आज तक किसी भी कलाकार की वजह से नहीं रुका है। शैलेश लोढ़ा को उनका बकाया मिल जाएगा, लेकिन आने और पेपर्स साइन करने की जरूरत पड़ेगी। प्रोड्यूसर असित कुमार मोदी से फिलहाल इस बारे में बात नहीं हो पाई है। शो के प्रोजेक्ट हेड सुहेल रमान ने मीडिया से बातचीत में कहा 'बार-बार ये बताने के बावजूद कि पेपर्स पर साइन करें और अपना पेमेंट लेकर जाएं, शैलेश लोढ़ा ने ऐसा नहीं किया।'
मेकर्स की तरफ से आया जवाब
इसके आगे उन्होंने कहा 'जब आप कोई कंपनी या शो छोड़ते हैं तो हमेशा एक प्रोसेस होता है, जिसका पालन करना और उसे पूरा करने की जरूरत होती है। हर कलाकार, कर्मचारी और टेक्नीशियन को इन फाॅर्मैलिटीज को पूरा करना होगा। औपचारिकताएं पूरी करने से पहले कोई भी कंपनी पेमेंट नहीं देगी।' बता दें कि शैलेश लोढ़ा करीब 14 साल तक तारक मेहता का उल्टा चश्मा का हिस्सा रहे हैं। उन्होंने शो में फेमस तारक मेहता का किरदार निभाया था। साल 2022 में उन्होंने अचानक शो छोड़ दिया था, जिससे फैंस को भी काफी हैरानी हुई थी। उन्होंने मेकर्स के साथ बढ़ते मतभेदों की वजह से ये फैसला लिया था।
और भी

गोल्डन ग्लोब अवार्ड के बाद सॉन्ग 'नाटू नाटू' ऑस्कर में हुई एंट्री

नई दिल्ली : बवर्ली हिल्स,कैलीफोर्निया में 95वें ऑस्कर अवॉर्ड्स 2023 के नॉमिनेशन्स में इस बार एसएस राजामौली की फिल्म "RRR" के सॉन्ग 'नाटू नाटू' ने अपनी जगह इसमें बना ली है. सॉन्ग, बेस्ट ओरिजिनल सॉन्ग कैटेगरी के लिए नॉमिनेट हुआ है. एमएम कीरावानी ने इस गाने को कंपोज किया है. गाने को सिर्फ नॉमिनेशन ही नहीं, बल्कि ऑस्कर में जीत के लिए भी बहुत मजबूत दावेदार माना जा रहा है.

हाल ही में एसएस राजामौली की फिल्म RRR के सॉन्ग 'नाटू नाटू' ने गोल्डन ग्लोब 2023 अवॉर्ड अपने नाम किया था. इसने बेस्ट ओरिजनल सॉन्ग कैटेगरी अवॉर्ड जीता था. भारत के लिए यह भी गर्व की बात थी. फैन्स इस न्यूज को सुनकर बेहद ही एक्साइटेड हुए थे. ट्विटर पर टीम को सभी ने बधाइयां दी थीं. फिल्म की पूरी स्टार कास्ट के लिए यह बेहद ही स्पेशल मोमेंट था.

 

 

टीम ने ट्विटर पर 'नाटू नाटू' का एक स्टिल शेयर करते हुए पूरी टीम को बधाई दी है. ऑस्कर अवॉर्ड 2023 में नॉमिनेशन को लेकर पूरी टीम काफी खुश है. कहा जा रहा है कि इस फिल्म ने अपने आप में एक इतिहास रचा है. पहले गोल्डन ग्लोब 2023 अवॉर्ड और अब ऑस्कर अवॉर्ड 2023 नॉमिनेशन में अपनी जगह बनाई है.

 

कहा जा रहा है कि 'नाटू नाटू' गाने ने लेडी गागा और री- री के सॉन्ग्स को पीछे छोड़ा है. फैन्स तो यही उम्मीद कर रहे हैं कि एक बार फिर 'नाटू नाटू' अपने घर इंटरनेशनल अवॉर्ड लेकर आए. ऑस्कर अवॉर्ड्स 2023 नॉमिनेशन्स, इसके नॉमिनेशन्स होस्ट रिज अहमद और एक्ट्रेस एलीसन विलियम्स ने किए. इंडियन सिनेमा के लिए वाकई में आज बहुत बड़ा दिन रहा है.

 

और भी

पुष्पा: द रूल की शूटिंग शुरू,एक्ट्रेस ने कहा :दोस्तों...पढ़िए पूरी खबर

मुंबई: मशहूर एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना ने 2021 की ब्लॉकबस्टर पुष्पा : द राइज के सीक्वल को लेकर अपडेट दिया है।एक्ट्रेस ने शेयर किया कि द बॉयज अल्लू अर्जुन और अन्य कलाकारों ने फिल्म की शूटिंग शुरू कर दी है, वह अगले महीने शूटिंग में शामिल होंगी।उन्होंने आगे एफसी फ्रंट रो पर बात करते हुए कहा, सेकंड पार्ट पहले पार्ट की तुलना में अधिक रोमांचक है, जिसे देख आप कह उठेंगे वाह, अब यह कुछ शानदार है!

उन्होंने कहा, बॉयज ने शूटिंग शुरू कर दी है, और मैं अगले महीने शूटिंग में शामिल हो जाऊंगी, मैं इसको लेकर काफी उत्साहित हूं! सेकंड हाफ को लेकर सुकुमारल (डायरेक्टर) सर इन चीजों के साथ कैसे आ रहे हैं, इसके बारे में सोचकर वास्तव में दिमाग हिल गया है, क्योंकि अगर आप फर्स्ट हाफ को देखते हैं, तो आपको ऐसा लगता है कि यह कहानी ही है।

उन्होंने आगे कहा, मुझे लगता है कि फिल्म  पुष्पा  के हम सभी एक्टर्स ने पहले पार्ट में अपना काम देखा है, और अब हम इस बात को लेकर अधिक स्पष्ट हो गए है, हमें अपने परफॉर्मेंस को बदलने की जरुरत हैं। मुझे लगता है कि सेकंड हाफ में परफॉर्मेंस अधिक मजेदार होने वाली हैं। 
और भी

पढ़िए तिल्दा निवासी और पत्रकारिता के स्टूडेंट केशव पाल का लिखा आलेख..."नववर्ष विशेष"

न्यूज़डेस्क@झूठा-सच: राजधानी रायपुर स्थित मढ़ी (बंजारी) तिल्दा-नेवरा निवासी केशव पाल, जो एक फ्रीलांसर लेखक और कवि है, इसके साथ ही वे भांटागांव स्थित कुशाभाऊ पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय में M.SC इन इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की पढ़ाई कर रहे हैं. उन्होंने नये साल के अवसर पर एक आलेख लिखा है...जिसका शीर्षक हैं "नववर्ष विशेष"  

  "नववर्ष विशेष"  

कोशिश करते रहने का ही नाम है नया साल...

                     जीवन की देहरी पर नूतन वर्ष ने फिर से दस्तक दे दिया हैं। भोर की प्रथम किरण नये उमंग, नया उत्साह और नई खुशियां लेकर मन के आंगन में फैल गई है। ठंड में छनकर निकली धूप की तरह, चहूँ ओर बिखरी उजालों की तरह, मन का कोना-कोना भी नई ऊर्जा से सराबोर सुखद अहसास को महसूस कर रहा है। नये साल का इंतजार हर किसी को रहता है और रहेगा भी क्यों नहीं। क्योंकि हर कोई इसे अपने-अपने अंदाज से जीना चाहतें हैं। नया साल सभी के जीवन में अलग-अलग महत्व रखता है। किसी को उनकी मंजिल तक पहुंचा देता है तो किसी के लिए एक नये वादे, नये इरादे और नये संकल्प लेने का दिन है। आओ हम सब मिलकर इस नूतन वर्ष का स्वागत करें, अभिनंदन करें। एक नई सोच और नये उत्साह के साथ नई कदम इनके साथ-साथ बढ़ाते चले जाए। वैसे नववर्ष का आगमन अपने आप में एक सुखद क्षण का अहसास कराने वाला होता है और यही मानव को मानव से जोड़ने का एक विनम्र प्रयास भी है। हर नया वर्ष अपने साथ एक नवीन ऊर्जा लेकर आता है। यह बीती बातों को भुलाने और पुरानी धुंधली यादों को भूलकर एक नई यादों की पोटली सजाने का मौका देता है। नववर्ष नई ऊर्जा का संचार कर हमारी सिमटी और सिकुड़ी हुई सोच को विस्तार देता है। जिसे अब-तक हासिल नहीं कर पाए उसे फिर से पाने की ललक जगाता है। निराशा की गर्त से निकालकर मानव को आशा की ओर ले जाता है। रग-रग में एक नवीन संचार का भाव भरकर, जिंदगी की अधूरी कोरे कैनवास में फिर से रंग भरने का अवसर देता है। केवल अक्षर या अंकों का बदलना ही नये साल की परिभाषा नहीं है, बल्कि जिंदगी को एक नये तरीक़े से परिभाषित करने, जीवन के बारे में नए सिरे से सोचने और जो मिला है उसी में ही खुश रहने का मौका देता है। जिंदगी के प्रति नए नजरिए देकर जीवन को सरल और सहज बनाने के लिए प्रेरित करता है। हमारी दृष्टि को नये दृष्टिकोण प्रदान कर जीवन के चक्र और चाल को वास्तविक ढंग से जानने और समझने का मौका देता है।आधुनिकता की भागमभाग में दौड़ते, भागते, हांफते मानव को पल भर के लिए ही सहीं खुद के बारे में विचार करने के लिए एक सुनहरा अवसर प्रदान करता है। 

                छोटे-छोटे वादे लेकर, छोटी-छोटी खुशियों में ही मन को खुश रखने के लिए प्रेरित करता है। नये साल में घर, परिवार, रिश्तेदार, यार, दोस्त, सगा संबंधियों सभी के साथ एक नवीन रिश्ता स्थापित कर इसे और भी मीठा और मजबूत बना सकते हैं। प्यार, स्नेह, सहयोग, परवाह, दया, करूणा का भाव मन में जगाकर आपस में एकता के सूत्र में बंधकर जीवन को नये तरीके से जी सकते है। नये साल में कोई नई योजना बनातें है, तो कोई नये कार्यों को मूर्त रूप देने का प्रयास करते है। कोई अधूरे काम को फिर से पूरा करने का प्रयास करते हैं तो कोई मंजिल और लक्ष्य को ध्यान में रखकर आहिस्ता-आहिस्ता कदम बढ़ाते चले जाते हैं। यह जरूरी नहीं कि, हर नया साल हर किसी के लिए खुशियों का खजाना लेकर ही आए। यह नियति का निर्णय है, कि किसी को गम दे जाता है, तो किसी पर अथाह खुशियां लुटाता है। मगर मानव को सच्चाई का बोध अवश्य करा जाता है। अंधेरे की गर्त से निकालकर उजाले की शरण में ले आता है। मनुष्य में नेक दृष्टिकोण को स्थापित कर मानव में मानवता, मनुष्य में मनुष्यता और इंसान में इंसानियत का गुण विकसित कर एक बेहतर इंसान बनने के लिए प्रेरित करता है। ईर्ष्या, द्वेष, बैर, छल, कपट की दीवार को हमेशा के लिए ढहाकर, नफरत की दुनिया से निकालकर दिल में प्यार ही प्यार भर देता है। दिल में प्रेम, करूणा, समानता, सहानुभूति, मानवता जैसी नैतिक मूल्यों को स्थापित कर सुप्त मानवीय संवेदनाओं को जगा देता है।  

                  एकाकीपन और कुंठा से ग्रसित मानव में संवेदना का संचार कर उसे प्रकृति और दुनिया के करीब ला देता है। अब-तक किए गए कार्यों की समीक्षा और मूल्यांकन कर उसमें फिर से नई सुधार का गुंजाइश पैदा करता है। एक बार फिर से अवसर देता है जिंदगी को नये तरीक़े से देखने और खुद को तराशने का। अपने चिरस्वप्न को पाने और उसे मुकम्मल करने का यही एक बेहतर समय भी होता है। जब मन उत्साह की रंग में सराबोर रहता है। मन में उपजती नकारात्मक विचारों को पाटकर सकरात्मक सोच को विकसित करने और कल्पना की दुनिया को लांघकर जमीनी हकीकत की दुनिया से रूबरू होने का बेहतरीन अवसर है नया साल।जीवन के प्रति सोच और नजरिए को बदलकर जिंदगी को जिंदगी की तरह देखने और जीने का नाम है नववर्ष। 

                        मधुमास की तरह ही है नूतन वर्ष का आगमन। मानव के ह्रदय से लुप्त होती मानवीय संवेदनाओं को फिर से जगाकर उनमें आशाओं के बीज अंकुरित करता है। खुद को ढूंढने और जानने का भी यह एक बेहतरीन मौका होता है। खुद के प्रति वफादार बनने का मौका देता है, नया साल। असफलता के कारणों को ढूंढ़ निकालना और सफलता के नवीन तरीकों को तलाशने में जी जान लगा देने के लिए हमें बार-बार उत्साहित करता है। अपनी कमियों को दूर कर अपनी खूबियों को पहचान कर उसे ही अपनी ताकत बना लेना और फिर दुनिया के समक्ष एक सफल इंसान के रूप में पहचान स्थापित करना। यह प्रयास हम सबको नये साल की मंगल बेला के अवसर पर अवश्य करनी चाहिए। बस जीवन में संतुलन और गतिशीलता बनी रहे। इसके साथ ही नवीन चीजों को जानने और सीखने की ललक मन में हमेशा बनी रहे। क्योंकि कोशिश करते रहने का ही नाम है नया साल।

और भी

आईसीएमआर ढूंढेगा दुर्लभ वंशानुगत बीमारियों का इलाज

नई दिल्ली एजेंसी : भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) महंगे इलाज वाली दुर्लभ बीमारियों का इलाज खोजेगा। इसके लिए वे एक ऐसे रिसर्च ग्रुप की तलाश कर रहे हैं जो आगामी दो से तीन वर्ष में शोध को पूरा कर सकें और इसके बाद क्लीनिकल ट्रायल के जरिए न सिर्फ इलाज की प्रक्रिया बल्कि दवाएं और जांच की नई तकनीकों को भी विकसित करेंगे। उम्मीद है कि आगामी वर्ष 2023 में यह शोध शुरू हो जाएगा।विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इन बीमारियों को आजीवन विकार के रूप में परिभाषित किया है जो प्रति एक हजार की आबादी पर एक मामला है। अगर उपचार की बात करें तो यह किसी हैरानी से कम नहीं है कि दुर्लभ विकारों में से केवल पांच फीसदी का ही उपचार मौजूद है और इनमें से भी अधिकांश महंगे हैं और सभी जगह उपलब्ध भी नहीं हैं जबकि उपलब्धता और पहुंच इन बीमारियों की रोकथाम व मृत्यु दर कम करने के महत्वपूर्ण उपाय हैं।

आईसीएमआर की कार्यक्रम अधिकारी डॉ. मोनिका पाहुजा के अनुसार, दुर्लभ बीमारियों में छोटे अणु जन्मजात त्रुटियां, प्राथमिक इम्यूनोडिफीसिअन्सी डिसऑर्डर (पीआईडी), न्यूरोमस्कुलर विकार (एनएमडी), रुधिर संबंधी विकार (सिकल सेल रोग और थैलेसीमिया को छोड़कर) और स्केटल डिसप्लेसिया इत्यादि शामिल हैं। स्केटल डिसप्लेसिया ऐसी बीमारी है जिसमें बच्चे की हड्डी, जोड़ों और उपास्थि में असामान्य विकास होता है।
 
और भी

Jhutha Sach News

news in hindi

news india

news live

news today

today breaking news

latest news

Aaj ki taaza khabar

Jhootha Sach
Jhootha Sach News
Breaking news
Jhutha Sach news raipur in Chhattisgarh