दुनिया-जगत

2 लाख गर्भवती महिलाओं को लगेगा कोरोना का टीका

उत्तराखंड में गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण शुरू हो गया है। राज्य में लगभग दो लाख गर्भवती महिलाओं को कोविड संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीन का सुरक्षा कवच मिलेगा। हालांकि गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण के लिए सरकार व स्वास्थ्य विभाग ने अलग से टीकों का कोटा तय नहीं किया है। सामान्य कोटे से ही उनका टीकाकरण किया जाएगा।  


केंद्र सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार राज्य में गर्भवती महिलाओं को कोविड वैक्सीन लगनी शुरू हो गई है। टीकाकरण से पहले स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी जिलों में स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया। विभाग ने लगभग दो लाख गर्भवती महिलाओं का वैक्सीनेशन करने की योजना बनाई है। कई जनपदों में गर्भवती महिलाओं के लिए अलग से टीका केंद्र बनाए गए हैं। जिन जनपदों में अलग केंद्र की व्यवस्था नहीं है, वहां पर पहले से चल संचालित केंद्रों पर गर्भवती महिलाओं को वैक्सीन लगाई जाएगी। लेकिन टीकाकरण में गर्भवती महिला को प्राथमिकता दी जाएगी।

राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डा. कुलदीप सिंह मर्तोलिया का कहना है कि केंद्र की ओर से गर्भवती महिलाओं को कोविड वैक्सीन लगाने के दिशानिर्देश दिए गए थे। सभी जिलों में स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षण देने के बाद टीकाकरण शुरू किया गया है। गर्भवती महिलाओं के लिए अलग से वैक्सीन का कोटा निर्धारित नहीं है। सामान्य कोटे से उन्हें वैक्सीन की डोज लगाई जाएगी।

प्रदेश में जनपद वार अब तक 18 से अधिक आयु वर्ग के टीकाकरण का प्रतिशत

जिला पहली डोज दूसरी डोज (प्रतिशत में)
अल्मोड़ा 73.8 26.2
बागेश्वर 99.1 29.6
चमोली 84.0 27.7
चंपावत 83.5 24.0
देहरादून 60.8 24.6
हरिद्वार 46.4 11.9
नैनीताल 65.6 20.1
पौड़ी 67.3 25.3
पिथौरागढ़ 69.1 20.2
रुद्रप्रयाग 95.6 24.0
टिहरी 67.6 22.0
ऊधमसिंह नगर 43.5 11.0
उत्तरकाशी 84.2 27.0 
 
कुल- 60.6 19.2

 

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अफगानिस्तान में रक्षा मंत्री आवास के पास विस्फोट

काबुल :-  अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में मंगलवार शाम देश के कार्यवाहक रक्षा मंत्री बिस्मिल्लाह मोहम्मद के आवास के पास एक विस्फोट हुआ। अफगान मीडिया ने ट्वीट कर इस खबर की पुष्टि की है। बताया जा रहा है कि, रक्षा मंत्री आवास के पास खड़ी एक कार धमाके को अंजाम दिया गया है।देश के एक मीडिया चैनल प्रमुख के मुताबिक, जिस वक्त यह विस्फोट हुआ रक्षा मंत्री बिस्मिल्लाह खान घर पर नहीं थे। टोलो न्यूज के प्रमुख लोतफुल्ला नजफिजादा ने एक ट्वीट में जानकारी दी कि रक्षा मंत्री के परिवार को भी घर से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। वहीं, स्थानीय मीडिया ने सुरक्षा सूत्रों के हवाले से बताया कि काबुल में आज शाम आठ बजे अफगानिस्तान के कार्यवाहक रक्षा मंत्री के आवास के पास एक विस्फोट हुआ। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, विस्फोट के कुछ मिनट बाद ही घटनास्थल से धुआं निकलते देखा गया था। जानकारी के मुताबिक, तालिबान देश के 223 जिलों को नियंत्रित कर रहा है। लॉन्ग वॉर जर्नल के अनुसार, जिसकी गणना सीएनएन के अनुमानों से मेल खाती है। इसमें कहा गया है कि 34 प्रांतीय राजधानियों में से 17 को तालिबान से सीधे तौर पर खतरा है।
 

 

 

 

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अफगानिस्तान के राष्ट्रीय रक्षा और सुरक्षा बलों में कम से कम 254 तालिबान मारे गए, 97 घायल

अफगानिस्तान:-  राष्ट्रीय रक्षा और सुरक्षा बलों द्वारा देश भर के विभिन्न प्रांतों में किए गए अभियानों में कम से कम 254 तालिबान मारे गए और 97 अन्य घायल हो गए। रविवार को अफगान के रक्षा मंत्रालय ने यह जानकारी दी है। अफगान सुरक्षा बलों ने गजनी, कंधार, हेरात, फराह, जोज्जान, बल्ख, समांगन, हेलमंद, तखर, कुंदुज, बगलान, काबुल और कपिसा प्रांतों में तालिबान आतंकवादियों के खिलाफ अभियान और जवाबी हमले किए थे। 

अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने ट्वीट किया "पिछले 24 घंटों के दौरान गजनी, कंधार, हेरात, फराह, जोजजान, बल्ख, समांगन, हेलमंद, तखर, कुंदुज, बगलान, काबुल और कपिसा प्रांतों में एएनडीएसएफ के अभियानों के परिणामस्वरूप 254 तालिबान आतंकवादी मारे गए और 97 घायल हो गए। इसके अलावा, 13 IED को #ANA द्वारा खोजा और निष्क्रिय किया गया।"
 
पिछले कुछ हफ्तों में, तालिबान ने देश के पूर्वोत्तर प्रांत तखर सहित अफगानिस्तान के कई जिलों पर कब्जा कर लिया है। अफगान विदेश मंत्रालय के अनुसार तालिबान ने 193 जिला केंद्रों और 19 सीमावर्ती जिलों पर कब्जा कर लिया है। तालिबान ने तखर, कुंदुज, बदख्शां, हेरात और फराह प्रांतों में देश भर में 10 सीमा पार करने वाले पॉइंट्स पर भी नियंत्रण कर लिया है, जिससे इन क्षेत्रों में सीमा पार से आवाजाही और व्यापार पूरी तरह से बंद हो गया है।

 

 

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ईरान ने तेल टैंकर पर हमले को लेकर इजराइल के आरोपों को किया खारिज

ईरान :-  विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने रविवार को ओमान के तट पर अरब सागर में एक इजराइली स्वामित्व वाली कंपनी द्वारा प्रबंधित एक तेल टैंकर पर हालिया हमले के बारे में इजराइल के आरोपों को खारिज कर दिया। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, सईद खतीबजादेह ने तेल टैंकर हमले में ईरान की कथित संलिप्तता के इजराइल द्वारा लगाए गए आरोपों के खिलाफ टिप्पणी की खतीबजादेह ने कहा कि इन आरोपों बयानों की निंदा की जाती है, ये आरोप निराधार हैं।

गुरुवार को हमला कथित तौर पर एक विस्फोटक ड्रोन द्वारा शुरू किया गया था, जिसमें चालक दल के दो सदस्यों की मौत हो गई थी।

 

 

 

 

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हांगकांग : भ्रष्टाचार के आरोप में लोकतंत्र समर्थक पॉप गायक गिरफ्तार

हांगकांग :-  एक मशहूर गायक एंथनी वोंग को भ्रष्टाचार रोधी संस्था ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। गायक पर राजनीतिक रैली में गाना गा कर कानून का उल्लंघन करने का आरोप है। दरअसल गायक वोंग ने तीन साल पहले एक राजनीतिक रैली में गाना गाया था जो कानून का उल्लंघन है। बता दें कि भ्रष्टाचार के खिलाफ बने एक स्वतंत्र आयोग की रिपोर्ट पर एंथोनी वोंग की गिरफ्तारी की गई। बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया।
 
वोंग पर आयोग ने आरोप लगाया है कि उन्होंने 2018 में लोकतंत्र समर्थक औ नोक हिन के विधान परिषद के उपचुनाव में रैली में भाग लेकर कार्यक्रम किया। आयोग ने इसको भ्रष्टाचार माना है। रैली का वोंग के नाम से सोशल मीडिया में प्रचार भी किया गया था। नेता औ नोक हिन इस समय जेल में है। वह भी उन 47 लोगों में शामिल हैं। अर्द्ध स्वायत्त चीनी क्षेत्र में लोकतंत्र के लिए मुहिम चलाने वालों के खिलाफ सरकार के अभियान के तहत वोंग को गिरफ्तार किया गया।

हांगकांग में भ्रष्टाचार के खिलाफ स्वतंत्र आयोग ने कहा कि 2018 की रैली में वोंग ने दो गाने गाए थे और रैली में उपस्थित लोगों से विधानसभा उपचुनाव में लोकतंत्र समर्थक उम्मीदवार अउ नोक हिन को वोट देने की अपील की थी। संस्था ने अउ को भी आरोपित किया है। अउ पर आरोप है कि उन्होंने सोशल मीडिया पर रैली का प्रचार प्रसार किया और बताया कि वोंग प्रस्तुति देंगे। अउ की उस चुनाव में जीत हुई थी।

 

 

 

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अफगानिस्‍तान में तीन प्रांतों में तालिबान और अफगान सेना के बीच शुरू हुआ भीषण जंग

दक्षिणी और पश्चिमी अफगानिस्‍तान में तीन प्रांतों में तालिबान और अफगान सेना के बीच भीषण जंग शुरू हो गई है। तालिबान देश के तीन बड़े शहरों पर कब्‍जा करना चाहता है और इसी वजह से उसने जोरदार हमले शुरू किए हैं। पाकिस्‍तान से आए जिहादी आतंकी उसकी इस काम में मदद कर रहे हैं। अफगान सेना ने तालिबान को करारा जवाब देने के लिए हेरात शहर में बड़ी संख्‍या में कमांडो तैनात किए हैं।वहीं देश के दक्षिण में स्थित हेलमंद प्रांत की राजधानी लश्‍कर गाह में तालिबान के घातक हमलों के बाद और ज्‍यादा सैनिकों की मांग की गई है। तालिबान ने देश के दूसरे सबसे बड़े शहर कंधार को भी निशाना बनाया है और वहां से विमानों की उड़ान को रोक दिया गया है। तालिबान ने रविवार को कंधार एयरपोर्ट पर रॉकेट हमला किया था। समाचार एजेंसी डीपीए के मुताबिक देश के ज्‍यादातर शहरों में अब विमानों के उड़ान को रोक दिया गया है।


अफगानिस्‍तान में हवाई सेवा का जल्‍द से जल्‍द शुरू हो जाना जरूरी है क्‍योंकि इसके जरिए ही सैन्‍य मदद भेजी जा रही है। इस बीच तालिबान ने कंधार, हेरात और लश्‍कर गाह शहर को चारों ओर से घेर रखा है। एएफपी न्‍यूज एजेंसी ने हेलमंद प्रांत के प्रमुख अताउल्‍ला अफगान ने कहा, 'शहर के अंदर जंग जारी है। हमने विशेष सुरक्षा बलों को तैनात करने की मांग की है।' अफगान सुरक्षा बल अब हवाई हमलों पर ज्‍यादा जोर दे रहे हैं ताकि आतंकियों को शहरों से पीछे ढकेला जा सके।

लश्‍कर गाह शहर के एक निवासी हलीम करीमी ने कहा, 'शहर बहुत ही बुरे हाल में है। मैं नहीं जानता हूं कि क्‍या होगा।' इस शहर की आबादी करीब दो लाख है। उन्‍होंने कहा कि न तो तालिबान हम पर दया दिखाएंगे और न ही अफगान सरकार बमबारी बंद करेगी। उधर, पश्चिमी हेरात शहर के बाहरी इलाके में भीषण जंग जारी है। अफगान सेना ने तालिबान के ठिकानों पर रात में बमबारी की है। हेरात के गवर्नर के प्रवक्‍ता ने बताया कि 100 से ज्‍यादा तालिबान आतंकी मारे गए हैं। तालिबान और अफगान सरकार दोनों ही आतंकियों की संख्‍या को बहुत बढ़ाचढ़ाकर पेश कर रहे हैं। रविवार को अफगानिस्‍तान के रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि सैकड़ों कमांडो को हेरात शहर को बचाने के लिए भेजा गया है। उन्‍होंने कहा कि ये सैनिक तालिबान के खिलाफ आक्रामक कार्रवाई करेंगे। इस बीच अफगान राष्‍ट्रपति अशरफ गनी ने तालिबान की आलोचना की है और कहा कि उसकी शांति की कोई मंशा नहीं है।
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भारतीय सुरक्षा बलों ने खतरे को देखते हुए जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती इलाकों के साथ-साथ भीतरी इलाकों में जारी किया अलर्ट

 पाकिस्तान और उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नए आतंकी कंट्रोल रूम बनाना शुरू कर दिया है. साथ ही स्वतंत्रता दिवस से पहले जम्मू-कश्मीर पर हमले शुरू करने के लिए आतंकी समूहों के बीच तालमेल भी बना रहा है. सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान की आईएसआई ने स्वतंत्रता दिवस से पहले जम्मू-कश्मीर को लहूलुहान करने के लिए एक नई आतंकी योजना बनाई है. आईएसआई ने पीओके में कई आतंकी समूहों से संपर्क किया है और 15 अगस्त से पहले सुरक्षा बलों पर हमले शुरू करने के लिए तालमेल बना रहा है


सूत्रों ने कहा कि इन बैठकों में आतंकी हमलों की योजना बनाने के साथ जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी घुसपैठ के लिए नए घुसपैठ रास्तों की योजना बनाई गई है. अंग्रेजी टीवी चैनल 'इंडिया टुडे' की खबर के मुताबिक पाकिस्तान की आईएसआई जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ के लिए नए रास्ते तलाश रही है और पीओके में नए कंट्रोल रूम भी स्थापित कर रही है. पाकिस्तान के आईएसआई और आतंकवादी समूह एलओसी के जरिए जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ करने की योजना बना रहे हैं, जिनकी पहचान सुरक्षा एजेंसियों ने की है.

इन 8 रास्तों की पहचान की गई है-
 1: नाली (पीओके) से महादेव गैप से मजोत से डुंडेसर वन से कलाकोट से जम्मू-कश्मीर तक.
 2: कोटकोटेरा (पीओके) से ब्राल गली से बागला से कलाकोट से जम्मू-कश्मीर.
 3: निकेल (पीओके) से कोंगा गली से दादोट होते हुए मनजोत से जम्मू-कश्मीर.
 4: कश्मीर के रास्ते बंताल गांव (पीओके) से कास नाला तक.
 5: गोई (पीओके) से सोन गली से नंदेरी से गुरसैन सूरनकोट से जम्मू-कश्मीर.
 6: तारकुंडी (पीओके) कंडी होते हुए बुडाहल से जम्मू-कश्मीर.
 7: डबासी (पीओके) झिका गली से हरनी जंगल से सूरनकोट से जम्मू-कश्मीर.
 8: कुइरेटा (पीओके) मोहरा गैप से जम्मू-कश्मीर तक
 
खुफिया इंटरसेप्ट्स ने आगे खुलासा किया है कि पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) के साथ 27 नए आतंकी लॉन्च पैड सक्रिय किए हैं, जिससे 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस समारोह से पहले जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ में मदद मिल सकें. पीओके में लॉन्च पैड को आतंकवादियों के साथ मजबूत किया गया है और जून से लगभग 146 आतंकवादियों को अलग-अलग लॉन्च पैड पर रखा गया है.

 

 

 

 

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अफगानिस्तान में बड़ा हमला,कंधार एयरपोर्ट पर मचा हड़कंप

कंधार: अफगानिस्तान से अमेरिकी सेनाओं  की वापसी के बाद तालिबान  ने अपने हमले तेज कर दिए हैं. इस बीच न्यूज एजेंसी AFP की खबर के मुताबिक बीती रात कंधार एयरपोर्ट पर रॉकेट अटैक हुआ है. एयरपोर्ट के अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी है. एयरपोर्ट अधिकारियों के मुताबिक देर रात हुए हमले में कम से कम तीन रॉकेट दक्षिणी अफगानिस्तान में स्थित कंधार एयरपोर्ट  पर आकर गिरे.

 
तालिबान ने अफगानिस्तान के बड़े हिस्से पर कब्जा करने के लिए अपनी मुहिम को और तेज करते हुए उसे नई धार दी है. दरअसल देश के अधिकतर हिस्से में अफगान सुरक्षा बलों और तालिबानी लड़ाकों के बीच जंग जारी है. वहीं कंधार एयरपोर्ट प्रमुख मसूद पश्तून ने के मुताबिक एयरपोर्ट पर तीन रॉकेट दागे गए और जिसमें से दो रनवे से टकराए. इस वजह से एयरपोर्ट से सभी उड़ानें रद कर दी गई हैं. ये हमला ऐसे समय पर हुआ है, जब तालिबान के लड़ाकों ने हेरात, लश्कर गाह और कंधार को चारों ओर से घेर लिया है. सितंबर तक विदेशी बलों की वापसी के ऐलान के बाद से ही तालिबान ने देश के ग्रामीण इलाकों में जबरदस्त बढ़त हासिल की है.
इस बीच अफगान सुरक्षा बलों के मुताबिक कल यानी बीते शनिवार को हेलमंड प्रांत के लश्करगाह में चलाए गए सैन्य अभियान में दो बड़े तालिबानी कमांडरों समेत 51 आतंकवादी मारे गए हैं. इसी अभियान में 40 तालिबानी आतंकियों के घायल होने की पुष्टि भी की गई है
 
कंधार अभी भी अफगान सरकार के नियंत्रण में है, लेकिन यहां तालिबान तेजी से कब्जा करने की कोशिश कर रहा है. कंधार अफगानिस्तान के महत्वपूर्ण शहरों में से एक है. बीते कुछ दिनों से यहां तालिबान ने हमले तेज कर दिए हैं. रॉकेट हमले हो रहे हैं. मासूम लोगों को मारा जा रहा है. हालात ये हैं कि लोग अपना घर छोड़कर रिफ्यूजी कैम्प में रहने को मजबूर हैं.

सरकार ने कंधार में एक रिफ्यूजी कैम्प बनाया है, जिसमें 11 हजार से ज्यादा परिवार रह रहे हैं. कंधार के सांसद सैयद अहमद सैलाब ने कुछ दिन पहले बताया था कि ईद के बाद तालिबान ने अफगानी फौज पर हमले तेज कर दिए हैं. पूरे कंधार में आम लोग तालिबान और फ़ौज के बीच जारी संघर्ष के बीच फंस गए हैं और हालत ये है कि सैकड़ों गांवों से हज़ारों लोग सुरक्षित ठिकानों की तलाश में घर से भागने को मजबूर हो चुके हैं.

 

 

 

 

 

 

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ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री अगस्त में भारत का करेगें दौरा

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी एबॉट अगस्त के शुरुआत में भारत की यात्रा करने वाले है। दोनों देशों में आर्थिक और व्यापारिक संबंधों को अच्छा करने और आगे बढ़ाने के लिए पूर्व-ऑस्ट्रेलियाई पीएम टोनी एबॉट भारत आ रहें है ऑस्ट्रेलियाई मंत्री डैन तेहान ने बताया कि व्यापक रणनीतिक साझेदारी के तहत हमारे महत्वपूर्ण आर्थिक और व्यापार संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए पूर्व-ऑस्ट्रेलियाई पीएम टोनी एबॉट अगस्त की शुरुआत में भारत की यात्रा करेंगे। इस यात्रा के दौरान वह भारत के मंत्रियों और व्यापार जगत के नेताओं से भी मुलाकात करेंगे।

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टोनी एबॉट 2013 से 2015 तक ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री थे। बता दें 2014 में टोनी एबॉट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के दौरान 900 साल पुरानी शिव मूर्ति को लौटा दिया था। कुछ दिन पहले ही ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 14 और कलाकृतियां वापस की है। इन कलाकृतियों में कांसे और पत्थर की मूर्तियां, चित्रित स्क्रॉल तथा तस्वीरें शामिल हैं। सभी 14 कलाकृतियां भारत से चुराई गई थी। जिसे नेशनल गैलरी ऑफ ऑस्ट्रेलिया (एनजीए) ने भारत सरकार को लौटाने का फैसला लिया।
इस यात्रा से पहले टोनी एबॉट सितंबर 2014 में भारत आए थे। जब देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार बनी थी। मोदी सरकार के कार्यकाल में यह किसी भी विदेशी राष्ट्राध्यक्ष की पहली राजकीय यात्रा थी। दोनों देशों के बीच असैन्य नाभिकीय उर्जा सहयोग समझौता हुआ जिसके तहत ऑस्ट्रेलिया भारत को यूरेनियम निर्यात करेगा।

 

 

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दक्षिण अमेरिकी देश पेरू में भूकंप के जोरदार झटके, 41 लोग घायल

दक्षिण अमेरिकी देश पेरू में भूकंप के जोरदार झटके महसूस किये गये और इस घटना में 41 लोग घायल हुए हैं। यह जानकारी पेरू के स्वास्थ्य विभाग ने दी है। भूकंप के झटके स्थानीय समय के मुताबिक शुक्रवार को 12.10 बजे पर महसूस किये गये। इसका केंद्र धरती की सतह से 36 किलोमीटर की गहराई में सुल्लाना शहर के पास स्थित था। स्थानीय अधिकारियों ने कहा, “सुल्लाना में कम से कम 35 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से दो की हालत नाजुक है।' आरपीपी रेडियो के मुताबिक छह लोग पिउरा में घायल हुए हैं। घायलों में से करीब 20 लोगों को अस्पतालों से छुट्टी दे दी गयी है। 

 

 

 

 

 

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अमेरिका में धनशोधन के जुर्म में भारतीय नागरिक को 15 महीने की जेल की सुनाई सजा

अमेरिका :-  एक भारतीय ट्रक चालक को मनी लॉन्ड्रिंग और अवैध तरीके से फायरआर्म्स रखने के जुर्म में 15 महीने की जेल की सजा सुनाई गई है और उस पर 4,710 डॉलर का जुर्माना लगाया गया है। न्याय विभाग के अनुसार, इंडियाना के लवप्रीत सिंह ने मार्च में धन शोधन यानी मनी लॉन्ड्रिंग का एक आरोप स्वीकार कर लिया। उसने एक धोखाधड़ी योजना के तौर पर अपने एक साथी से धन लेने और उसे कहीं और पहुंचाने का दोष स्वीकार किया साथ ही गैरकानूनी रूप से आग्नेयास्त्र ( फायरआर्म्स) रखने का भी आरोप स्वीकार किया

 
न्याय विभाग ने शुक्रवार को बताया कि ट्रक चालक के तौर पर काम करने वाले सिंह को 15 महीने की जेल की सजा हुई है और उसपर धन शोधन तथा आग्नेयास्त्र अपराधों की क्षतिपूर्ति के तौर पर 4,710 डॉलर का जुर्माना लगाया गया है। अदालत में मुकदमे और गवाही के अनुसार, सिंह ने 2015 से लेकर 2018 तक अमेरिका तथा भारत में नौ अन्य लोगों के साथ मिलकर धोखाधड़ी, मेल धोखाधड़ी और बैंक धोखाधड़ी की। साथ ही उस पर धन शोधन का आरोप भी लगाया गया।

 

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ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की बेटी ने अंडरगार्मेंट्स के लिए कराया बोल्ड फोटोशूट

ब्रिटेन :-  प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की बेटी पब्लिक इवेंट्स में कम ही नजर आती हैं लेकिन वे फिलहाल अपने एक बोल्ड फोटोशूट के चलते चर्चा में हैं. 28 साल की लारा जॉनसन व्हीलर ने इस फोटोशूट को लेकर कहा है कि मशहूर रियैलिटी टीवी स्टार किम कार्दशियां से उन्हें काफी प्रेरणा मिली है. जॉनसन व्हीलर ने दो तरह के अंडरगार्मेंट्स के लिए ये फोटोशूट कराया है. उनका ये फोटोशूट टेटलर मैगजीन के लिए है और इस मैगजीन ने इंस्टाग्राम पर लारा जॉनसन व्हीलर की तस्वीरें पोस्ट की हैं. 28 साल की लारा इन तस्वीरों में ब्लैक कॉरसेट और मैचिंग पेंसिल स्कर्ट में नजर आई थीं. इसके अलावा वे दूसरी तस्वीर में वे लॉन्ग पफ स्लीवस और मिडी ड्रेस में दिखीं. लारा का ये फोटोशूट ब्लैक एंड व्हाइट कलर में है. लारा बोरिस जॉनसन की दूसरी पत्नी मरीना व्हीलर की सबसे बड़ी बेटी हैं. वे अपने इस फोटोशूट से काफी उत्साहित नजर आईं.


उन्होंने मैगजीन के साथ बातचीत में कहा कि आजकल के दौर में किम कार्दशियां और उनके जैसी कई समकालीन मॉडल्स ने आवर ग्लास फिगर को एक बार फिर फैशन में ला दिया है. मेरा बॉडी टाइप भी कुछ वैसा ही है. यही कारण है कि मुझे भी किम से काफी प्रेरणा मिली है. गौरतलब है कि लारा पेशे से पत्रकार हैं और वे पिछले काफी समय से कई ऐसे आर्टिकल्स पब्लिश कर चुकी हैं जिनमें उन्होंने अपनी प्राइवेट लाइफ को लेकर कई चीजें साझा की हैं. लारा ने हालांकि अपने पिता की तीसरी शादी को लेकर कोई कमेंट नहीं किया है.

लारा ने अपने कुछ आर्टिकल्स में ये भी कहा था कि उन्हें हिमालयन पिंक बाथ सॉल्ट्स का फेस मास्क काफी पसंद है. इसके अलावा उन्हें डिजाइनर हेडबैंड्स का भी काफी शौक है. लारा ने ये भी कहा था कि उन्होंने अपना लॉकडाउन अपनी मां और बॉयफ्रेंड के साथ बिताया है. गौरतलब है कि बोरिस जॉनसन और मरीना की शादी 25 सालों तक चली थी और इस शादी के उनके चार बच्चे हैं. इनमें लारा सबसे बड़ी हैं. इसके अलावा उनका 26 साल का बेटा माइलो, 22 साल का बेटा थियोडोर और 24 साल की बेटी कैसिया भी हैं. साल 2018 में बोरिस मरीना से अलग हो गए थे.

 

 

 

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अमेरिकी विदेश मंत्री ने भारत में आकर नागरिक समाज के नेताओं से की मुलाकात

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन भारत दौरे पर हैं। दौरे पर उन्होंने नागरिक समाज के नेताओं से भी मुलाकात की। इनमें से एक तिब्बती बौद्ध गुरु भी शामिल थे जिनको लेकर बहुत बात हो रही है। आइए जानते हैं कौन हैं ये तिब्बती बौद्ध गुरु जिन्होंने एंटनी ब्लिंकन से मुलाकात की है। तिब्बती बौद्ध गुरु वेन गेशे दोरजी दामदुल मौजूदा वक्त में तिब्बत हाउस, नई दिल्ली, दलाई लामा सांस्कृतिक केंद्र के निदेशक हैं। इसकी स्थापना 1965 में दलाई लामा ने तिब्बत की अनूठी सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण और प्रसार के लिए की थी।
 
दामदुल 1988 में बौद्ध तर्कशास्त्र, दर्शन और ज्ञानमीमांसा में औपचारिक अध्ययन के लिए बौद्ध डायलेक्टिक्स संस्थान, धर्मशाला से जुड़े थे। बौद्ध दर्शन में 15 सालों के अध्ययन के बाद उन्होंने डेपुंग लोसेलिंग मठ विश्वविद्यालय से गेशे ल्हारम्पा डिग्री (पीएचडी) पूरी की। 2003 में दलाई लामा ऑफिस ने उन्हें अंग्रेजी अध्ययन के लिए कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी भेजा था| 2005 से दामदुल दलाई लामा के आधिकारिक अनुवादक के रूप में नियुक्त हैं। इसके साथ ही वह कई तिब्बती ग्रंथों का अंग्रेजी अनुवाद कर चुके हैं। मार्च 2011 से दामदुल तिब्बत हाउस, नई दिल्ली, दलाई लामा सांस्कृतिक केंद्र के निदेशक हैं। दामदुल बौद्ध धर्म और दर्शन से जुड़े कई किताब और पेपर्स लिख चुके हैं। दुनियाभर के कई यूनिवर्सिटी में वह दर्शन पढ़ाने जाते हैं।

अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन का भारत दौरा ऐसे वक्त में हो रहा है जब भारत-चीन और अमेरिका-चीन के बीच संबंध खराब हैं। भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में स्टैंड-ऑफ जारी है और अमेरिका कई मंचों से तिब्बत में मानवाधिकारों के उल्लंघन के मुद्दे को उठाता रहा है। तिब्बत की निर्वासित सरकार भारत से ही चल रही है। ऐसे में एक्सपर्ट्स इस मुलाकात को चीन को एक मेसेज देने की तरह से देख रहे हैं। तिब्बत को चीन का अभिन्न अंग मानने वाला बीजिंग इस बैठक से चिढ़ सकता है। बता दें कि 1959 में चीनी सैनिकों ने तिब्बत पर कब्जा कर बाद में इसे चीन के साथ जोड़ लिया था। इस महीने की शुरुआत में, पेंसिल्वेनिया से अमेरिकी कांग्रेसी रिपब्लिकन सांसद स्कॉट पेरी ने अमेरिकी कांग्रेस में एक प्रस्ताव पेश किया, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से तिब्बत को एक स्वतंत्र देश घोषित करने की अपील की गई थी। इस बिल ने तिब्बत के तीनों प्रांतों को एक अलग और स्वतंत्र देश के रूप में मान्यता दी है।
 
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन भारत दौरे पर हैं। दौरे पर उन्होंने नागरिक समाज के नेताओं से भी मुलाकात की। इनमें से एक तिब्बती बौद्ध गुरु भी शामिल थे जिनको लेकर बहुत बात हो रही है। आइए जानते हैं कौन हैं ये तिब्बती बौद्ध गुरु जिन्होंने एंटनी ब्लिंकन से मुलाकात की है। तिब्बती बौद्ध गुरु वेन गेशे दोरजी दामदुल मौजूदा वक्त में तिब्बत हाउस, नई दिल्ली, दलाई लामा सांस्कृतिक केंद्र के निदेशक हैं। इसकी स्थापना 1965 में दलाई लामा ने तिब्बत की अनूठी सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण और प्रसार के लिए की थी।
 
दामदुल 1988 में बौद्ध तर्कशास्त्र, दर्शन और ज्ञानमीमांसा में औपचारिक अध्ययन के लिए बौद्ध डायलेक्टिक्स संस्थान, धर्मशाला से जुड़े थे। बौद्ध दर्शन में 15 सालों के अध्ययन के बाद उन्होंने डेपुंग लोसेलिंग मठ विश्वविद्यालय से गेशे ल्हारम्पा डिग्री (पीएचडी) पूरी की। 2003 में दलाई लामा ऑफिस ने उन्हें अंग्रेजी अध्ययन के लिए कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी भेजा था| 2005 से दामदुल दलाई लामा के आधिकारिक अनुवादक के रूप में नियुक्त हैं। इसके साथ ही वह कई तिब्बती ग्रंथों का अंग्रेजी अनुवाद कर चुके हैं। मार्च 2011 से दामदुल तिब्बत हाउस, नई दिल्ली, दलाई लामा सांस्कृतिक केंद्र के निदेशक हैं। दामदुल बौद्ध धर्म और दर्शन से जुड़े कई किताब और पेपर्स लिख चुके हैं। दुनियाभर के कई यूनिवर्सिटी में वह दर्शन पढ़ाने जाते हैं।

अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन का भारत दौरा ऐसे वक्त में हो रहा है जब भारत-चीन और अमेरिका-चीन के बीच संबंध खराब हैं। भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में स्टैंड-ऑफ जारी है और अमेरिका कई मंचों से तिब्बत में मानवाधिकारों के उल्लंघन के मुद्दे को उठाता रहा है। तिब्बत की निर्वासित सरकार भारत से ही चल रही है। ऐसे में एक्सपर्ट्स इस मुलाकात को चीन को एक मेसेज देने की तरह से देख रहे हैं। तिब्बत को चीन का अभिन्न अंग मानने वाला बीजिंग इस बैठक से चिढ़ सकता है। बता दें कि 1959 में चीनी सैनिकों ने तिब्बत पर कब्जा कर बाद में इसे चीन के साथ जोड़ लिया था। इस महीने की शुरुआत में, पेंसिल्वेनिया से अमेरिकी कांग्रेसी रिपब्लिकन सांसद स्कॉट पेरी ने अमेरिकी कांग्रेस में एक प्रस्ताव पेश किया, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से तिब्बत को एक स्वतंत्र देश घोषित करने की अपील की गई थी। इस बिल ने तिब्बत के तीनों प्रांतों को एक अलग और स्वतंत्र देश के रूप में मान्यता दी है। 

 

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कैलिफोर्निया में एक घर में गोलीबारी में डिप्टी समेत पांच अधिकारियों की मौत

 अमेरिका :- कैलिफोर्निया की सन जौक्विन वैली में एके-47 तथा बंदूक से लैस एक व्यक्ति ने कुछ लोगों को घर में बंधक बना लिया, जिन्हें बचाने पहुंचे डिप्टी समेत पांच अधिकारियों की गोलीबारी में मौत हो गई अधिकारियों ने बताया कि ऐसा माना जा रहा है कि घर में मौजूद तीन लोग बंदूकधारी के दो बेटे और उनकी मां है। दो महिलाएं और दो बच्चियां पहले ही बंदूकधारी के चंगुल से बच निकली थीं। गोलीबारी की यह घटना वास्को में रविवार दोपहर हुई। घर की छत पर आग्नेयास्त्रों के साथ चढ़ने के बाद अधिकारियों ने संदिग्ध को गोली मार दी, जिससे उसकी मौत हो गई केर्न काउंटी शेरिफ डोनी यंगब्लड ने मारे गए डिप्टी की पहचान फिलिप कैम्पस के रूप में की और उन्हें ''संगठन का एक सितारा'' बताया। कैम्पस (35) के परिवार में पत्नी और दो छोटे बच्चे हैं यंगब्लड ने कहा कि उन्होंने 10 साल से अधिक सेवाएं दीं और उनका कार्यकाल काफी शानदार रहा। 

शेरिफ ने बताया कि हिंसा दोपहर एक बजे शुरू हुई और इस संबंध 911 पर फोन कर जानकारी दी गई। दो महिलाएं और दो बच्चियां पहले ही बंदूकधारी के चंगुल से बच निकली थीं। आरोपी के साथ इनका क्या रिश्ता था, यह अभी पता नहीं चल पाया है। 41 वर्षीय संदिग्ध का नाम नहीं बताया गया, लेकिन शेरिफ ने बताया कि उसके खिलाफ एक निरोधक आदेश दायर किया गया था, जिसके तहत तीन जून तक वह आग्नेयास्त्र नहीं रख सकता था। यह आदेश क्यों जारी किए गए इसकी कोई जानकारी नहीं है।

 

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चीन ने भारतीय नाविकों की एंट्री को किया बैन

अखिल भारतीय नाविक एवं सामान्य कर्मचारी संघ ने आरोप लगाया है कि चीन भारतीय चालक दल वाले जहाजों को अपनी सीमा में प्रवेश की अनुमति नहीं दे रहा है. संघ ने सरकार से मदद की गुहार करते हुए कहा है कि इससे हजारों लोग बेरोजगार हो जाएंगे हालांकि वरिष्ठ सरकारी अध‍िकारियों का कहना है कि उन्हें चीन से ऐसी कोई आधि‍कारिक जानकारी नहीं मिली है. कर्मचारी संघ ने केंद्र सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप कर हजारों भारतीय नाविकों की नौकरियां बचाने में मदद करने की गुहार लगाई है. 


सेलर्स के संगठन का आरोप है कि चीन जाने वाले जहाजों के लिए कंपनियां नाविकों की भर्ती नहीं कर रही हैं. संगठन ने इसकी कोई वजह नहीं बताई है कि चीन आख‍िर ऐसा क्यों कर रहा है संगठन ने बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनेवाल को लिखे एक पत्र में दावा करते हुए कहा कि इस कारण से करीब 20 हजार नाविकों को घर पर बैठना पड़ा है.   

संगठन ने लेटर में कहा है, 'मार्च 2021 से अगर कोई जहाज भारतीय कर्मचारी के साथ चीन के बंदरगाह पर पहुंच रहा हैं, तो चीन सरकार उस जहाज को बंदरगाह में प्रवेश की अनुमति नहीं दे रही है. इसकी वजह से करीब 20 हजार भारतीय नाविकों को घर बैठना पड़ा है 
 
कर्मचारी संघ की तरफ से इस पत्र की प्रतियां विदेश मंत्रालय और क्षेत्र नियामक, जहाजरानी महानिदेशालय को भी भेजी गई है. दूसरी तरफ टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक अधकिारियों का कहना है कि उन्हें चीन सरकार से इस तरह के रोक की कोई  आध‍िकारिक जानकारी नहीं मिली है. अखबार के मुताबिक महानिदेशक (श‍िपिंग) अमिताभ कुमार ने कहा, 'हमें चीन सरकार से या विदेश मंत्रालय से ऐसी कोईआधिकारिक जानकारी नहीं मिली है. हमारे आंकड़े भी ऐसे किसी घटना की जानकारी नहीं देते
 
 
 

 

 

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पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में विधानसभा चुनाव जारी, भारत ने किया था विरोध

पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में विधानसभा के लिए रविवार को मतदान हो रहा है जिसमें 45 सदस्यों को निर्वाचित करने के लिए 32 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकते हैं। भारत ने इससे पहले गिलगित-बाल्तिस्तान में चुनाव कराने के पाकिस्तान के फैसले का विरोध किया था और कहा था कि सैन्य कब्जे वाले क्षेत्र की स्थिति को बदलने के कार्य का कोई कानूनी अधिकार नहीं है।


पीओके विधानसभा में कुल 53 सदस्य हैं लेकिन इनमें से केवल 45 को सीधे निर्वाचित किया जा सकता है। इनमें पांच सीट महिलाओं के लिए आरक्षित हैं और तीन विज्ञान विशेषज्ञों के लिए। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई), पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के बीच कड़ा त्रिकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद है।

पीटीआई ने सभी 45 निर्वाचित क्षेत्रों के लिए अपने उम्मीदवार उतारे हैं जबकि पीएमएल-एन और पीपीपी ने 44 सीटों के लिए अपने उम्मीदवार उतारे हैं। कट्टरपंथी इस्लामी पार्टी तहरीक-ए-लबैक पाकिस्तान (टीएलपी) जिसे पाकिस्तान सरकार ने उसकी हिंसक गतिविधियों के लिए अप्रैल में प्रतिबंधित कर दिया था, वह 40 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। पाकिस्तान निर्वाचन आयोग ने प्रतिबंध के बाद टीएलपी का पंजीकरण रद्द नहीं किया था जिससे वह भी चुनाव में हिस्सा ले पा रही है। 33 निर्वाचन क्षेत्र पीओके में स्थित हैं जबकि 12 सीटें पाकिस्तान के विभिन्न शहरों में बसे शरणार्थियों के लिए हैं।

विभिन्न राजनीतिक दलों के टिकटधारियों के अलावा, कुल 261 निर्दलीय उम्मीदवार भी पीओके की 33 सीटों के लिए मैदान में हैं जबकि 56 निर्दलीय 12 शरणार्थी सीटों पर उम्मीदवारी कर रहे हैं। पारंपरिक तौर पर, देश की सत्तारूढ़ पार्टी ही पीओके में चुनाव जीतती है। पीओके विधानसभा के लिए पिछला चुनाव जुलाई 2016 में हुआ था और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ नीत पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज ने चुनाव जीता था। गैलप पाकिस्तान के चुनाव सर्वेक्षण के मुताबिक 44 प्रतिशत लोग प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी को समर्थन दे रहे हैं जबकि उसकी निकटतम प्रतिद्वंद्वी पीएमएल-एन को 12 प्रतिशत मतदाताओं का समर्थन हासिल है।
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अमेरिका के दो राज्‍यों में भड़की जंगल की आग , 14 हजार से ज्‍यादाअधिकारियों को निकाले गए

अमेरिकी राज्य ओरेगन में लगी जंगल की आग ने विकराल रूप अख्तियार कर लिया है। बूटलेग जंगल में लगी इस आग से लगभग चार लाख से अधिक एकड़ की जमीन जल गई है। समाचार एजेंसी आइएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक आग में ओरेगन राज्य की झील समेत क्लेमथ काउंटी भी प्रभावित हुई है। वहीं कैलिफोर्निया में लगी जंगल की आग का दायरा बढ़कर 58,417 एकड़ हो गया है। आग की भयावहता को देखते हुए अधिकारियों को 14 हजार से ज्‍यादा लोगों को बाहर निकालना पड़ा है। 


समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने इंटरेस्टट इंसिडेंट इनफोर्मेशन सिस्टम (इंसीवेब) के हवाले से बताया है कि कैलिफोर्निया के एल्पाइन काउंटी में चार जुलाई को बिजली गिरने से लगी आग पूरे राजमार्ग पर फैल गई है जिससे लोगों को सुरक्षित निकालने के आदेश जारी किए गए। वहीं यूएसए टुडे ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि आग से 10 इमारतें नष्ट हो गई जबकि वार्षिक साइकिल दौड़ डेथ राइड को रद कर दिया गया।
 
लगभग 1,300 से अधिक कर्मचारी आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि अमेरिकी राज्य ओरेगन के बूटलेग जंगल में लगी आग पर 40 फीसद काबू पा लिया गया है। समाचार एजेंसी सिंन्हुआ ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि छह जुलाई को लगी यह आग धीरे-धीरे बाकी हिस्सों में फैलती गई। आग ने कम से कम 67 घरों और 11 अन्य संरचनाओं को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है। इस आग के चलते 2,500 से अधिक इमारतों पर खतरा मंडरा रहा है।
 
अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि इस भयावह आग पर पूरी तरह से काबू पाने में महीनों लग सकते हैं। समाचार एजेंसी आइएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक 2,300 से ज्यादा कर्मचारी इस आग पर काबू पाने की कोशिशें कर रहे हैं। स्‍थानीय ओरेगन लाइव की रिपोर्ट के मुताबिक यह ओरेगन के जंगल में लगी इस सदी की तीसरी सबसे बड़ी आग है। इससे पहले साल 2002 में बिस्किट फायर में पांच लाख एकड़ से अधिक की जमीन जल गई थी। यही नहीं साल 2012 में लॉन्ग ड्रॉ फायर में लगभग 560,000 एकड़ ज्यादा घास के मैदान खाक हो गए थे।
 

 

 

 

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ब्राजील में 'वैक्सीन घोटाला', भारत बायोटेक ने रद्द कर दिया कोवैक्सीन का करार

भारत बायोटेक ने ब्राज़ील की दवा निर्माता कंपनी प्रेसीसा मेडिकामेंटॉस और एनविक्सिया फार्मेस्यूटिकल्स लि. के साथ कोविड-19 के अपने टीके कोवैक्सीन के कारोबार में सहयोग के करार को रद्द कर दिया। हैदराबाद की इस कंपनी ने ब्राजील में वैक्सीन के अनुबंधों में भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद यह कदम उठाया है
 
भारतीय कंपनी ने ब्राजील सरकार के साथ कोवैक्सीन की दो करोड़ खुराक की आपूर्ति का समझौता किया था। इसमें भ्रष्टाचार के आरोप के कारण समझौता खटाई में पड़ गया है और वहां के अधिकारीयों ने इसकी जांच शुरू की है।
 
प्रेसीसा मेडिकामेंटॉस दरअसल ब्राज़ील में भारत बायोटेक की भागीदार है जो कंपनी के टीके के तीसरे चरण के चिकित्सीय ​​परीक्षणों के लिए लाइसेंस, वितरण, बीमा और संचालन समेत अन्य कार्यों में उसको परामर्श दे रही और इसमें सहायता तथा सहयोग कर रही है। 
 
 
भारत बायोटेक ने शुक्रवार को कहा, "हमने तत्काल प्रभाव के साथ ज्ञापन समझौता समाप्त कर दिया है। इस समझौते के बावजूद कंपनी कोवैक्सिन के लिए वहां के नियामक से अनुमोदन प्राप्त करने की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए दवा नियामक निकाय एएनवीआईएसए के साथ पूरी मेहनत से काम करना जारी रखेगी।'' भारत बायोटेक ने कहा कि वह कानूनी आवश्यकताओं के अनुसार विभिन्न देशों में कोवैक्सीन के लिए मंजूरी प्राप्त करने का पूरा प्रयास कर रही है। 
 
भारत बायोटेक ने ब्राजील के बाजार में कोवैक्सीन की बिक्री के लिए दोनों कंपनियों के साथ 20 नवंबर,2020 को समझौता किया था। कंपनी ने बताया कि वैश्विक स्तर पर कोवैक्सीन की कीमत 15 से 20 डॉलर के बीच रखी गई है लेकिन ब्राज़ील सरकार के लिए इसे 15 डॉलर प्रति खुराक रखा गया था। 

 

 

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