धान का कटोरा

बीजापुर में 2 नक्सली ढेर, DRG-CRPF की कार्रवाई

बीजापुर। नक्सल प्रभावित इलाके में पुलिस नक्सली मुठभेड़ की खबर सामने आई है। मिली जानकारी के मुताबिक, रेकावाया के जंगल में मुठभेड़ हो रही है। वहीं, दो नक्सलियों के मारे जाने की खबर भी सामने आई है। बता दें कि नक्सलियों और कोबरा 210 एवं DRG के जवानों के बीच मुठभेड़ जारी है।
पामेड़ और बॉसगुडा के बीच बीते लम्बे समय से जवान लगातार नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं। बताया या रहा है कि, नक्सलियों की पीएलजीए बटालियन के सदस्य मौके पर मौजूद हैं।
मालूम हो कि, पिछले कुछ समय से छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ लगातार ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं। इस दौरान जवानों को बड़ी सफलता भी मिल रही है। कुम्मामेटा के जंगलों में भी बीते 27 अक्टूबर को पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ की सूचना मिली थी। इस मुठभेड़ में एक नक्सली घायल हुआ था। वहीं, दंतेवाड़ा के जंगलों में हुई मुठभेड़ में जवानों ने 32 नक्सलियों को मार गिराया था। इन नक्सलियों में से कई पर करोड़ों रुपए का इनाम घोषित था।
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बलौदाबाजार में खुलेगा बीएड महाविद्यालय, ट्रांसपोर्ट नगर की होगी स्थापना : CM विष्णुदेव साय

  • मुख्यमंत्री ने बलौदाबाजार जिले के लिए 60.20 करोड़ रुपए के विभिन्न विकास कार्यों का किया लोकार्पण एवं भूमिपूजन
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज बलौदाबाजार के दशहरा मैदान में विभिन्न विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण करते हुए बलौदाबाजार में बीएड महाविद्यालय खोलने और ट्रांसपोर्ट नगर बनाने की घोषणा की। उन्होंने कार्यक्रम में बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के लिए 60 करोड़ 20 लाख रूपए की लागत के अनेक विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। इन कार्यों में से 32 करोड़ 32 लाख रूपए की लागत के 16 विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं 27 करोड़ 88 लाख रूपए की लागत के 32 विकास कार्यों का लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा, उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन, सांसद कमलेश जांगड़े और विधायक गुरू खुशवंत साहेब भी उपस्थित थे।
साथ ही "दीपावली मिलन समारोह" में सम्मिलित हुए और सभी को दीपावली की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस कार्यक्रम में सीएम ने कहा, धार्मिक और औद्योगिक रूप से समृद्ध बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के लोग, हमारी सरकार द्वारा किये जा रहे विकास कार्यों से खुश हैं, आमजनों को सभी योजनाओं का निरंतर लाभ मिल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत स्वीकृत मकानों में से 2100 हितग्राहियों को आवास के स्वीकृति पत्र एवं 51 हितग्राहियों को घर की चाबी सौंपी। उन्होंने इस जिले में संचालित "हम होंगे कामयाब अभियान" के अंतर्गत 51 युवाओं को सम्मान पत्र प्रदान किया। कार्यक्रम में किसानों ने 3100 रूपए प्रति क्विंटल तथा प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी के लिए मुख्यमंत्री श्री साय को धान से भरे टुकनी एवं पर्रा भेंट कर उनके प्रति आभार प्रकट किया।
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण प्रति आवास के लिए 1 लाख 20 हजार रूपये के साथ ही मननरेगा से 90 दिनो की मजदूरी 21,870 रूपये एवं स्वच्छ भारत मिशन से शौचालय हेतु 12 हजार रूपये खर्च किए जा रहे है। इस तरह प्रति आवास 1 लाख 53 ’हजार 870 रूपये दिया जा रहा है। आज इस तरह कुल 2100 आवास के लिए कुल 32 करोड़ 31 लाख रूपये का भूमिपूजन किया गया है।
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दंतेवाड़ा-बीजापुर बॉर्डर में हुई मुठभेड़, भागे नक्सली

रायपुर। दंतेवाड़ा और बीजापुर जिले की सीमा पर पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। जानकारी के अनुसार, यह मुठभेड़ लगभग 5 से 10 मिनट तक चली, जिसके बाद नक्सली भाग निकले। पुलिस ने घटना के बाद इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया है। इस मुठभेड़ की पुष्टि दंतेवाड़ा के एएसपी आरके बर्मन ने की।
पुलिस को सूचना मिली थी कि गोगुंडा के जंगल में नक्सली लीडर जगदीश अपने साथियों के साथ मौजूद है। इसी आधार पर दंतेवाड़ा और सुकमा जिले की पुलिस टीमों ने संयुक्त ऑपरेशन लॉन्च किया। जब जवान नक्सलियों के ठिकाने पर पहुंचे, तो नक्सलियों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी। जवानों ने भी तुरंत मोर्चा संभाला और जवाबी कार्रवाई की। यह गोलीबारी करीब 5 से 10 मिनट तक रुक-रुक कर चलती रही, जिसके बाद नक्सली घने जंगल का सहारा लेकर वहां से फरार हो गए।
एएसपी आरके बर्मन ने बताया कि मुठभेड़ के बाद सभी जवान सुरक्षित लौट आए हैं। नक्सलियों को इस मुठभेड़ में कितना नुकसान हुआ, और इसमें पुलिस को किस प्रकार की सफलता मिली, इसका आकलन जवानों से हुई बातचीत के बाद किया जाएगा।
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मतदान से एक दिन पहले और मतदान के दिन प्रकाशित होने वाले राजनैतिक विज्ञापनों का प्रमाणन जरूरी

  • रायपुर दक्षिण उपचुनाव
रायपुर। सभी राजनैतिक दलों, रायपुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के लिए उप निर्वाचन लड़ने वाले सभी प्रत्याशियों को भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी निर्देश अनुसार मतदान दिवस एवं मतदान से एक दिन पूर्व मीडिया में प्रकाशित होने वाले राजनीतिक दलों व प्रत्याशियों के विज्ञापनों का प्रमाणन मीडिया प्रमाणन एवं निगरानी समिति (एमसीएमसी) से अनिवार्य रूप से कराना होगा। इस संबंध में जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. गौरव सिंह ने जरूरी निर्देश भी जारी किए है।
रायपुर दक्षिण विधानसभा उप निर्वाचन में 13 नवम्बर बुधवार को वोट डाले जाएंगे, इसे देखते हुए 12 व 13 नवम्बर को प्रिंट मीडिया में प्रकाशित किए जाने वाले ऐसे तमाम राजनीतिक विज्ञापनों को राज्य स्तर या जिला पर गठित प्रमाणन व मीडिया निगरानी समिति (एमसीएमसी) से पूर्व-प्रमाणीकरण कराना अनिवार्य है। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए गए है। इन दोनों दिन राजनीतिक लाभ लेने व मतयाचना के लिए राजनीतिक दलों व प्रत्याशियों द्वारा समाचार-पत्रों में विज्ञापन प्रकाशित कराया जाता है।
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार राज्य स्तर पर एक राज्य स्तरीय एमसीएमसी कमेटी मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय द्वारा गठित की गई है, राज्य स्तरीय कमेटी में राजनीतिक दलों द्वारा प्रकाशित कराये जाने वाले राजनीतिक विज्ञापनों का प्रमाणीकरण कराया जा सकता है, इसके साथ ही हर जिले में जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा जिला स्तर पर एमसीएमसी कमेटी गठित है। विधानसभा उप निर्वाचन लड़ने वाले प्रत्याशी अपने राजनीतिक विज्ञापनों को जिला स्तरीय समिति से प्रमाणीकरण करा सकते हैं। इसके लिए प्रत्याशियों को विज्ञापन प्रकाशन की प्रस्तावित तिथि से 3 दिन पहले तक विज्ञापन के प्रारूप की तीन प्रतियों के साथ निर्धारित प्रपत्र में आवेदन प्रस्तुत करना होगा।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मीडिया प्रमाणन का मूल आधार आदर्श आचार संहिता के पालन से जुड़ा है। मीडिया में ऐसा कोई विज्ञापन नहीं दिया जाएगा जो सामाजिक समरसता को बिगाड़ने अथवा तनाव को बढ़ाने, शांति भंग करने, संविधान और कानून के विपरीत, नैतिकता, सदाचार के विपरीत हो। किसी की धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचाने वाले विज्ञापनों के प्रकाशन पर भी रोक रहेगी। कलेक्टर ने बताया कि मतदान के दिन और मतदान से एक दिन पहले मीडिया में प्रकाशित होने वाले राजनैतिक विज्ञापन का समिति द्वारा प्रमाणन कराया जाना आवश्यक है। इन विज्ञापनों में प्रिंट मीडिया, टीवी चैनल, केबल टीवी चैनल, रेडियो (निजी एफएम सहित), सिनेमा घर, ई-समाचार पत्र, बल्क एवं वाईस एसएमएस एवं सार्वजनिक स्थलों पर दृश्य-श्रव्य माध्यम शामिल है।
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ASI चंद्रभूषण साहू को स्टार लगाकर दी गई एसआई पद पर पद्दोन्नति

धमतरी। पुलिस कार्यालय में पदस्थ सहा.उप निरीक्षक चन्द्रभूषण साहू को पुलिस मुख्यालय रायपुर के आदेशानुसार पुलिस अधीक्षक आंजनेय वार्ष्णेय एवं उप पुलिस अधीक्षक भावेश साव द्वारा एक और स्टार लगाकर उप निरीक्षक के पद पर पदोन्नति दिया गया।
पुलिस अधीक्षक द्वारा पदोन्नत हुए अधिकारी उप निरी.चन्द्र भूषण साहू को मिष्ठान खिलाकर मुंह मीठा कराया एवं पद्दोन्नति के लिए बधाई व शुभकामनाएं दिया गया। इस अवसर पर उप पुलिस अधीक्षक भावेश साव,लक्ष्मी ध्रुव निरीक्षक (एम),अखिलेश शुक्ला निरीक्षक (एम),रीडर दिनेश चंदेल दिनेश,प्रआर.डिगेश शर्मा, आर.राजकुमार शुक्ला सहित उपस्थित पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारियों ने भी उन्हें पदोन्नति की बधाई व शुभकामनाएं दिये।
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जम्मू-कश्मीर में फिर से आतंकवाद और अलगाववाद का काला दौर लाना चाहती है कांग्रेस : CM विष्णुदेव साय

रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि कांग्रेस जम्मू-कश्मीर में फिर से आतंकवाद और अलगाववाद का काला दौर लाना चाहती है। जम्मू- कश्मीर विधानसभा में धारा 370 और 35A को फिर से लाने के नेशनल कांफ्रेंस के प्रस्ताव का समर्थन कर कांग्रेस ने देश को तोड़ने का कुचक्र फिर से चल दिया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि कल विधानसभा में जो भी कुछ हुआ, वह पाकिस्तान और देश विरोधी लोगों को खुश करने के लिए किया गया, जम्मू-कश्मीर की जनता को गुमराह करने के लिए किया गया।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि आज जो देश की एकता के लिए खड़े हैं, जम्मू-कश्मीर वे विकास और शांति के पक्ष में खड़े हैं, उन्हें मार्शल के जरिये बेरहमी से जम्मू-कश्मीर विधानसभा से बाहर निकाला जा रहा है। कांग्रेस-एनसी, पीडीपी- ये सब जम्मू-कश्मीर में फिर से आतंकवाद को लाना चाहते हैं। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि यह कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस का का राष्ट्रविरोधी एजेंडा है। शेख अब्दुल्ला से लेकर उमर अब्दुल्ला तक, भावनात्मक ब्लैकमेल करना नेशनल कॉन्फ्रेंस की दिनचर्या है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर धारा 370 तथा 35A के काले साए से कब का निकल चुकी है। वह विकास के रास्ते पर चल पड़ी है लेकिन कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस, पीडीपी ये सब कश्मीर घाटी में आई शांति से परेशान हैं। ये जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद व अलगाववाद के काले दौर को वापस लाना चाहती है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि हमारी सरकार ने वादा किया था कि जम्मू-कश्मीर को विधानसभा देंगे, चुनाव करायेंगे, केवल 5 साल के अंदर मोदी सरकार ने चुनाव कराये और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बहाल किया। हम आगे भी जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए काम करेंगे।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि कांग्रेस फिर से धारा 370 बहाल करके की बात करके यह बताना चाहती है कि हम वाल्मीकियों, गोरखा समाज, पश्चिमी पाकिस्तान शरणार्थी, पहाड़ी और गुर्जर के खिलाफ हैं। कांग्रेस ने नेशनल कांफ्रेंस के घोषणापत्र का समर्थन कर जम्मू-कश्मीर में आरक्षण को ख़त्म करने का समर्थन किया था। वैसे भी राहुल गाँधी अमेरिका जाकर आरक्षण को ख़त्म करने की बात कर चुके हैं।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि धारा 370 के हटने के बाद से जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद की घटनाओं में 70 प्रतिशत की कमी आई है। नागरिकों की मृत्यु में भी लगभग 80% की कमी आई है। विदेशी नागरिकों के पर्यटन में 300 प्रतिशत का उछाल आया है। जम्मू-कश्मीर का बजट 17 प्रतिशत बढ़ा है। पत्थरबाजी की घटना बिलकुल बंद हो गई। आतंकवादी घटनाएं दो-तीन जिलों में ही सिमट कर रह गई। जहाँ पहले 5-7 प्रतिशत मतदान होता था, वहां भी 50 प्रतिशत मतदान होने लगा। जो पहले अलगाववाद और आतंकवाद की वकालत कर रहे थे, वे भी अब हिंदुस्तान के संविधान में लोकतंत्र को मजबूती देते हुए वोट मांगते दिखाई दिए। जी-20 की बैठक जम्मू-कश्मीर में सफलतापूर्वक संपन्न हुई। जम्मू-कश्मीर को 80 हजार करोड़ रुपये का विशेष पैकेज मिला, 56 हजार करोड़ रुपये का निवेश आया। आजादी से लेकर धारा 370 के हटने तक जम्मू-कश्मीर में जितना निवेश आया, उसकी तुलना में तीन गुना निवेश पिछले 4 सालों में जम्मू-कश्मीर में हुआ।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि कांग्रेस को इसका जवाब देना होगा। इनके इरादे ठीक नहीं है। कांग्रेस नेता फिर से 90 के दशक वाला जैसा माहौल जम्मू-कश्मीर में बनाना चाहते हैं। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के कांग्रेस विधायक दल के नेता गुलाम अहमद मीर ने कहा कि उनकी पार्टी कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को कम करने और विभाजन के खिलाफ लोगों की नाराजगी का समर्थन किया था और किया है। गुलाम अहमद मीर ने एक तरह से प्रस्ताव का समर्थन किया, कांग्रेस विधानसभा में इस प्रस्ताव के समर्थन में खड़ी नजर आई। राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी अनुच्छेद 370 को हटाने पर अपनी स्थिति स्पष्ट करे। कांग्रेस के एक और पुराने नेता सैफुद्दीन सोज ने प्रेस रिलीज करके इस प्रस्ताव का समर्थन किया है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा में जो प्रस्ताव पास किया गया है, भले ही उसमें से चालाकी से धारा 370 और 35A का जिक्र नहीं किया गया है लेकिन उस प्रस्ताव में जो मांग की गई है, वह धारा 370 और 35A के जैसा ही है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि जब विधानसभा में यह प्रस्ताव पारित हो रहा था तो भाजपा सदस्य इसका विरोध कर रहे थे जबकि कांग्रेस के सदस्य इसका मौन समर्थन कर रहे थे। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि स्पीकर को निष्पक्ष होना चाहिए था। मीडिया से आई जानकारी में पता चला है कि स्पीकर ने स्वयं ही मंगलवार (5 नवंबर) को मंत्रियों की बैठक बुलाई थी और खुद ही प्रस्ताव तैयार किया। ये सरासर असंवैधानिक है। ये प्रस्ताव लाना पहले से सदन की कार्यवाही में लिस्टेड भी नहीं था। जब विधानसभा में LG के अभिभाषण पर चर्चा होनी थी तो प्रस्ताव कैसे लाया गया?
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि इस प्रस्ताव को बिना किसी बहस के पारित कर दिया गया क्योंकि स्पीकर ने शोरगुल के बीच इसे ध्वनिमत से पारित कर दिया। इतने बड़े विषय पर चर्चा नहीं होने दी गई। ये कैसा लोकतंत्र है?
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि इस प्रस्ताव की कोई कानूनी वैधता नहीं है क्योंकि जम्मू-कश्मीर विधानसभा संसद या सुप्रीम कोर्ट से ऊपर नहीं है। कोई भी विधानसभा अनुच्छेद 370 और 35A को वापस नहीं ला सकती। धारा 370 और 35A इतिहास बन चुकी है, इस इतिहास को अब कोई बदल नहीं सकता। नेशनल कॉन्फ्रेंस जम्मू-कश्मीर के लोगों को गुमराह कर रही है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि जो लोग पहले धारा 370, 35A, स्वायत्तता और जमात-ए-इस्लामी के नाम पर लोगों को बेवकूफ बनाने की राजनीति करते थे, वे अब 5 अगस्त 2019 के बाद से स्थापित शांति से परेशान हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस राज्य के दर्जे पर बातचीत शुरू करके गरीब लोगों को फिर से सड़क पर लाना चाहती है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि अभी जब घाटी में आतंकी हमले हुए और उसमें पाकिस्तान के हाथ होने का मामला सामने आया, तब भी मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पाकिस्तान का जिक्र तक नहीं किया।
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संत के बयान पर कांग्रेस नेता अमरजीत भगत ने बीजेपी पर साधा निशाना

  • कहा- पीएम मोदी से शुरुआत होती तो अच्छा संदेश जाता
रायपुर। संत में बयान के बाद अब पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि राजीव लोचन महाराज पहले पीएम मोदी को सलाह दें, देश के सबसे बड़े सनातनी पीएम मोदी है। मोदी से शुरुआत होती तो अच्छा संदेश जाता।
आपको बता दें कि कल गुरुवार को रायपुर के महादेव घाट पर आयोजित छठ पर्व के कार्यक्रम में राजीव लोचन महाराज ने अपने द्बोधन में कहा कि महादेव की पुत्रवधू का नाम छठी माई है। उन्होंने कहा कि छठी माई कहती हैं, “हम दो हमारे दो के चक्कर में मत चलो। तुम्हारे दुश्मन ‘हम दो हमारे 45’ उनके हाथ में एके-47 लेकर खड़े हैं, ‘हम 5 हमारे 75’ हाथ में पत्थर लिए खड़े हैं। तुम समय रहते शास्त्र और संतों की वाणी को गुरु मंत्र के रूप में स्वीकार करो। दो नहीं, चार बच्चे पैदा करो। जन्म देना तुम्हारा काम है और छह दिन तक रक्षा करना मेरा काम है।”
उन्होंने कहा, “छठ तक जो भी सनातन धर्म में पैदा होता है, उसकी रक्षा छठी माई करती हैं। इसलिए सुहागिन माताएं छठी माता को प्रणाम करती है कोख को सुरक्षित रखना। जन्म लिए को सुरक्षित रखना उनका कम है जो जन्म ही न ले उसकी कैसी सुरक्षा होगी। इसलिए सारे हिंदू संकल्प लो कोई भी गर्भ में बच्चे की हत्या नहीं करेगा। फिर भारत हिंदू राष्ट्र बनेगा, विश्व गुरु बनेगा और सनातन धर्मियों का कोई बाल भी बका नहीं कर पाएगा। यही संदेश छठी माई के दिन आपको दिया जाता है।
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संत ने हिंदुओ को 4 बच्चे पैदा करने की दी सलाह

रायपुर। छठ पर्व के कार्यक्रम में शामिल हुए संत राजीव लोचन महाराज ने अपने उद्बोधन में कहा कि महादेव की पुत्रवधू का नाम छठी माई है। उन्होंने कहा कि छठी माई कहती हैं, “हम दो हमारे दो के चक्कर में मत चलो। तुम्हारे दुश्मन ‘हम दो हमारे 45’ उनके हाथ में एके-47 लेकर खड़े हैं, ‘हम 5 हमारे 75’ हाथ में पत्थर लिए खड़े हैं। तुम समय रहते शास्त्र और संतों की वाणी को गुरु मंत्र के रूप में स्वीकार करो। दो नहीं, चार बच्चे पैदा करो। जन्म देना तुम्हारा काम है और छह दिन तक रक्षा करना मेरा काम है।”
उन्होंने कहा, “छठ तक जो भी सनातन धर्म में पैदा होता है, उसकी रक्षा छठी माई करती हैं। इसलिए सुहागिन माताएं छठी माता को प्रणाम करती है कोख को सुरक्षित रखना। जन्म लिए को सुरक्षित रखना उनका कम है जो जन्म ही न ले उसकी कैसी सुरक्षा होगी।
इसलिए सारे हिंदू संकल्प लो कोई भी गर्भ में बच्चे की हत्या नहीं करेगा। फिर भारत हिंदू राष्ट्र बनेगा, विश्व गुरु बनेगा और सनातन धर्मियों का कोई बाल भी बका नहीं कर पाएगा। यही संदेश छठी माई के दिन आपको दिया जाता है।
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मुठभेड़ में जवानों से लूटे गए 11 हथियारों की पहचान

दंतेवाड़ा। अबूझमाड़ (नारायणपुर) के थुलथुली में महीने भर पहले हुई अब तक की सबसे बड़ी मुठभेड़ में मिले अत्याधुनिक हथियारों में से 11 हथियारों की पहचान हो गई है, जो नक्सलियों ने दो दशक में विभिन्न अलग-अलग मुठभेड़ों में फोर्स से लूटा था। इस मुठभेड़ में डीकेएसजेडसी मेंबर स्तर की नक्सली नीति उर्फ उर्मिला समेत 38 नक्सली मारे गए थे।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि बरामद हथियारों में से एक इंसास नक्सलियों ने 2009 में राजनांदगांव के मदनवाड़ा मुठ मुठभेड़ में लूटा था, जिसमें एसपी विनोद चौबे समेत 29 जवान बलिदान हुए थे।
अबुझमाड़ के थुलथुली नेंदुर में बरामद दो दर्जन से अधिक हथियारों की पहचान की कोशिश में पुलिस जुटी हुई थी। ज्यादातर एके-47, इंसास, एसएलआर, इंसास एलएमजी, यूबीजीएल, 2 इंची मोर्टार जैसे हथियार पुलिस व अर्धसैनिक बलों से लूटे हुए हैं, लिहाजा इसमें दर्ज सीरियल नंबर और आबंटित कोड से हथियारों की पहचान की जाती है। अन्य हथियार नक्सलियों के कारखाने द्वारा निर्मित स्वदेशी बंदूकें और जुगाड़ वाली होते हैं।
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केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी आज रायपुर में आयोजित इंडियन रोड कांग्रेस के 83वें वार्षिक अधिवेशन में होंगे शामिल

रायपुर। भारत सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी आज 8 नवम्बर को शाम 5 बजे राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित इंडियन रोड कांग्रेस के 83वें वार्षिक अधिवेशन में शामिल होंगे। केन्द्रीय मंत्री श्री गडकरी अपरान्ह 3:45 बजे गोंदिया से विमान द्वारा रवाना होकर शाम 4:15 बजे स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट रायपुर पहुंचेंगे और शाम 5 बजे साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित इंडियन रोड कांग्रेस के 83वें वार्षिक अधिवेशन में शामिल होंगे। श्री गडकरी स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट रायपुर से रात्रि 7:15 बजे नागपुर के लिए रवाना होंगे।
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रबी मौसम में 19.25 लाख हेक्टेयर रकबे में बोनी का लक्ष्य

  • अब तक 2.16 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं, चना, मक्का, अलसी सहित विभिन्न फसलों की बोनी
  • रबि फसलों के लिए अब तक 0.14 लाख क्विंटल बीज और 0.35 लाख मीट्रिक टन खाद वितरित
रायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की पहल पर रबि फसलों को बढावा देने के लिए इस वर्ष 19.25 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में विभिन्न रबि फसलों की बोनी का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके विरूद्ध अब तक 2.16 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं, चना, मटर, मक्का, अलसी सहित विभिन्न रबि फसलों की बोनी हो चुकी हैं, वहीं 0.14 लाख क्विंटल बीज और 0.35 लाख मीट्रिक टन रासायनिक खाद का वितरण किया जा चुका है।
कृषि विभाग के अधिकारियों ने आज यहां बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर वर्ष 2024-25 में रबि फसलों को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। इस वर्ष विभिन्न रबि फसलों की बोनी के लिए 19.25 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में विभिन्न रबि फसलों की बोनी का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके विरूद्ध अब तक 2.16 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं, चना, मटर, मक्का, अलसी सहित विभिन्न रबि फसलों की बोनी हो चुकी हैं, जो लक्ष्य का 11 प्रतिशत है। जबकि पिछले वर्ष के लिए 19.19 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में रबि फसलों की बोनी का लख निर्धारित किया गया था।
अधिकारियों  ने बताया कि रबि वर्ष 2024-25 के लिए 2.89 लाख क्विंटल प्रमाणित बीज वितरण का लक्ष्य रखा गया है, जिसके विरूद्ध 0.50 लाख क्ंिवटल बीज का भण्डारण कर 0.14 लाख क्विंटल बीज का वितरण किया गया है जो कुल भंडारण का 28 प्रतिशत है। इसी प्रकार इस वर्ष 4.65 लाख मीट्रिक टन खाद वितरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसके विरूद्ध 3.49 लाख मीट्रिक टन भंडारण कर 0.35 लाख मीट्रिक टन खाद वितरण किया जा चुका है जो कुल भंणारण का 10 प्रतिशत है।
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महतारी वंदन योजना से दीपावली की खुशियां हुई दोगुनी

  • दीपावली से पूर्व महतारी वंदन योजना की राशि मिलने से महिलाओं ने दीपावली पर की खुशियों की खरीदी
  • महिलाओं ने अपने विष्णु भैय्या का जताया आभार
रायपुर। हमारे देश के सबसे प्रमुख त्यौहार दीपावली को हर्षोल्लास के साथ सभी मनाते हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ में इस बार दीपावली का त्यौहार महिलाओं के लिए दोगुनी खुशियाॅ लेकर आया है। यह खुशियाॅ उन्हें महतारी वंदन योजना की 9वीं किस्त की राशि से मिली है, जिसे दीपावली से पूर्व ही मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने दीपावली की खुशियों के रूप में छत्तीसगढ़ की महिलाओं के खाते में अंतरित कर दिया था।
महतारी वंदन योजना के तहत प्रदेश की लगभग 70 लाख माताओं एवं बहनों के बैंक खातों में प्रतिमाह एक-एक  हजार रूपये का अंतरण किया जाता है, जिसमें बालोद जिले की 02 लाख 52 हजार से अधिक महिलाएं भी प्रतिमाह लाभान्वित हो रही हैं। दीपावली त्यौहार के अवसर पर बालोद जिले की महिलाओं ने अपने बैंक खातों में एक-एक हजार रूपए राशि अंतरित होने पर खुशी जाहिर करते हुए अपने विष्णु भैय्या के प्रति आभार व्यक्त किया है। बालोद जिले के ग्राम सिवनी की श्रीमती देवकी बाई ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हे प्रतिमाह महतारी वंदन योजना के तहत एक हजार रूपए उनके खाते में मिल रहा है, जिसे वह अपने बैंक में जमा कर रही है। अभी दिपावली के अवसर पर इससे वह अपने घर में सभी के लिए कपड़े और जरूरी सामान खरीदी है, जिससे उन्होंने दिपावली का त्यौहार काफी खुशी से मनाया है।  उसने बताया कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय उनके बड़े भाई की तरह उनका ख्याल रख रहे हैं, और इस माह दीपावली त्यौहार के पूर्व राशि अंतरित कर उन्होंने अपनी बहनों की खुशियों को दोगुना किया है, जिसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री श्री साय का आभार व्यक्त किया है। श्रीमती ईश्वरी सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने दीपावली त्यौहार के पूर्व हमें महतारी वंदन योजना की राशि उपलब्ध कराया है, इससे उन्होंने अपने लिए साड़ी ली है। इसी प्रकार श्रीमती सरिता और श्रीमती बसंती निषाद ने महतारी वंदन योजना के तहत नौंवी किश्त की राशि आने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी हमारे बडे़ भैय्या की तरह हमारा ख्याल रख रहे है। हमें प्रतिमाह एक हजार की राशि सीधे हमारे बैंक खाते में प्रदान कर रहे है। हमारे लिए अब हर माह की शुरूआत किसी त्यौहार से कम नही होती और मोबाइल में महतारी वंदन योजना की राशि आने का मैसेज देखते ही खुशियों से हमारा आत्मविश्वास जाग जाता है। इस माह दीपावली से पूर्व ही राशि आने से हमारी दीपावली की खुशियाॅ दोगुनी हुई है, हमने इस माह की राशि का उपयोग दीपावली की खरीदी में किया है। बालोद जिले की इन महिलाओं ने महतारी वंदन योजना को सराहते हुए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को बहुत-बहुत धन्यवाद देते हुए उनका आभार व्यक्त किया है।
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महतारी वंदन योजना ने महिलाओं को बनाया आत्मनिर्भर, स्वाभिमान से जीने का मिला अवसर

मोहला। किसी भी व्यक्ति के जीवन के लिए पैसे का बड़ा अहमियत होता है। पैसा ही वह सहारा होता है, जिससे वह अपने इच्छाओं को पूरा कर सकता है। जरूरत चाहे छोटी-छोटी हो या बड़ी। हर चीज के लिए पैसे की बड़ी अहमियत होती है। महिलाओं को अपने दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए पैसे की आवश्यकता तो होती  है, ऐसे में महतारी वंदन योजना महिलाओं के लिए कारगर साबित हो रहा है। महतारी वंदन योजना से मिलने वाली राशि से महिलाएं अपनी इच्छाओं को पूरी कर रही है। जिला मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी के अंतर्गत 82 हजार से अधिक महिलाओं को महतारी वंदन योजना का लाभ मिल रहा है। इन महिलाओं के लिए योजना कारगर साबित हो रहा है। जिससे वह अपनी इच्छाओं को पूरी कर जीवन में उल्लास ला रही है। महिलाओं को आत्मनिर्भरता के साथ स्वाभिमान पूर्वक जीवन जीने की राह प्रशस्त हुआ है। योजना अंतर्गत मिलने वाली राशि से महिलाएं अपने दैनिक आवश्यकताओं के साथ-साथ घर गृहस्ती की वस्तुओं की खरीदारी करने के साथ ही अपने बच्चों की देखरेख के लिए खर्च कर रही है। विकास खंड मानपुर के ग्राम बेलगांव  निवासी  श्रीमती अनीता विश्वास ने बताया कि उसे हर महीने उसके खाते में 1000 रूपये की राशि मिल रही है। वह इस राशि को लेकर बेहद उत्साहित है। उन्होंने बताया कि महतारी वंदन योजना अंतर्गत मिलने वाली राशि से वह अपने बच्चों की पढ़ाई-लिखाई के साथ ही अपनी जरूरत को पूरा कर रही है। योजना के लिए उन्होंने छत्तीसगढ़ शासन मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के प्रति अपना आभार व्यक्त किया है।
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CM विष्णुदेव साय ने भारतरत्न लालकृष्ण आडवाणी को जन्मदिन की दी बधाई

रायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने देश के पूर्व उपप्रधानमंत्री भारतरत्न श्री लालकृष्ण आडवाणी को उनके जन्मदिन 8 नवंबर के अवसर पर उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी है। मुख्यमंत्री श्री साय ने देश के लिए श्री आडवाणी जी के योगदान को याद करते हुए कहा है कि आडवाणी जी  सशक्त तथा समृद्ध भारत की संकल्पना का अटूट समर्थन करने वाले व्यक्ति के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने उपप्रधानमंत्री के पद पर आसीन रहते हुए देश को आगे ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।भारतीय संसद में सांसद के रूप में अपनी भूमिका के उत्कृष्ट निर्वहन के लिए उन्हें उत्कृष्ट सांसद पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आडवाणी जी ने श्री राममन्दिर आन्दोलन को आगे बढ़ाया और सोमनाथ से अयोध्या के लिए रथयात्रा निकाली। उनके प्रयासों का सुखद परिणाम है कि आज लगभग 500 वर्षों बाद श्रीरामलला अपने मंदिर में विराजमान हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आडवाणी जी के देश हित में उल्लेखनीय योगदान के लिए इस वर्ष उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारतरत्न से सम्मानित किया गया है। उन्होंने अपने बधाई संदेश में श्री लालकृष्ण आडवाणी जी के दीर्घायु और स्वस्थ जीवन की कामना की है।
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भगवान बिरसा मुण्डा जयंती के अवसर पर जनजातीय गौरव दिवस 14-15 नवंबर को

  • रायपुर के साइंस कॉलेज परिसर में होगा राज्य स्तरीय भव्य आयोजन
  • मंत्री श्री नेताम के मार्गदर्शन में राज्य में होगा व्यापक आयोजन
रायपुर। भगवान बिरसा मुण्डा की जयंती जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर 14 एवं 15 नवंबर को राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज परिसर में राज्य स्तरीय भव्य आयोजन किया जाएगा। विभाग के प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी कलेक्टरों, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों और आदिम जाति विकास विभाग के सहायक आयुक्तों को सभी आवश्यक तैयारी करने निर्देश दिए हैं। गौरतलब है कि आदिम जाति विकास मंत्री श्री रामविचार नेताम के मार्गदर्शन में इस वर्ष जनजातीय गौरव दिवस को प्रदेश में व्यापक रूप से कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि जनजातीय गौरव दिवस, आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के योगदान और बलिदानों को सम्मानित करने तथा आमजन एवं भावी नागरिकों को उनके बलिदान से प्रेरणा लेने के लिए मनाया जाता है। वर्ष 2021 को केन्द्रीय मंत्रिमंडल द्वारा 15 नवंबर को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के उपलक्ष्य में इसे जनजातीय गौरव दिवस घोषित किया था, तभी से प्रतिवर्ष 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।
राज्य स्तर पर जनजातीय गौरव दिवस के व्यापक आयोजन के संबंध में प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा द्वारा जिला स्तरीय अधिकारियों को वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम आयोजन की आवश्यक तैयारियों के संबध में निर्देशित किया गया है। श्री बोरा ने बताया कि जनजातीय गौरव दिवस का राज्य स्तरीय आयोजन 14 एवं 15 नवंबर को राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज परिसर में होगा। कार्यक्रम आदिम जाति विकास विभाग एवं आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान के मुख्य निर्देशन में किया जायेगा।
श्री बोरा ने बताया कि कार्यक्रम का थीम ’सामाजिक, आर्थिक विकास, आजीविका एवं उद्यमिता, कला-संस्कृति एवं धरोहर, शिक्षा और कौशल विकास, स्वास्थ्य एवं जीवन शैली’ है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आदिवासियों के हितों का संरक्षण एवं संवर्धन करना है। इसमें राज्य के 17 विभाग और 25 योजनाओं को शामिल किया गया है। इस आयोजन में राज्य स्तर पर संचालन समिति के लिए प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा की अध्यक्षता में समिति गठित की गई है एवं क्रियान्वयन समिति मुख्यालय स्तर पर आयुक्त, आदिम जाति विकास की अध्यक्षता में 17 सदस्यीय क्रियान्वयन समिति का गठन किया गया है।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ एक आदिवासी बाहुल्य राज्य है जनगणना 2011 के अनुसार कुल जनसंख्या का लगभग 30.62 प्रतिशत आदिवासी निवास करते हैं। इसके अलावा राज्य में 43 प्रमुख जनजातियां एवं 162 उप जातियां हैं। इस कार्यक्रम के माध्यम से जनजातीय महापुरूषों के कार्यों तथा बलिदान के गौरवपूर्ण स्मरण के साथ ही आदिवासियों के हितों का संरक्षण एवं इन्हें प्रोत्साहित करने का अवसर मिलेगा। इस हेतु जिला स्तर पर भी कार्यकम आयोजित किये जाएंगे एवं राज्य स्तर पर भी वृहद रूप से विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
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उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने तकनीकी प्रदर्शनी का किया उद्घाटन

  • केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी भारतीय सड़क कांग्रेस के वार्षिक अधिवेशन का करेंगे शुभारंभ
  • रायपुर में जुटेंगे सड़क निर्माण और सड़क सुरक्षा से जुड़े देशभर के विशेषज्ञ, वैज्ञानिक, अभियंता और अधिकारी
  • सड़क निर्माण और रखरखाव से संबंधित आधुनिक मशीनरी और उपकरणों की लगाई गई है प्रदर्शनी
रायपुर। केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी 8 नवम्बर से रायपुर में आयोजित भारतीय सड़क कांग्रेस के 83वें वार्षिक अधिवेशन का शुभारंभ करेंगे। रायपुर के साइंस कॉलेज परिसर में 8 नवम्बर से 11 नवम्बर तक इसका आयोजन किया गया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव भी 8 नवम्बर को शाम साढ़े चार बजे आयोजित अधिवेशन के शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल होंगे। चार दिनों तक चलने वाले भारतीय सड़क कांग्रेस के अधिवेशन में सड़क निर्माण और सड़क सुरक्षा से जुड़े देशभर के दो हजार से अधिक विशेषज्ञ, वैज्ञानिक, अभियंता और अधिकारी शामिल होंगे। अधिवेशन के शुभारंभ कार्यक्रम में सड़क निर्माण तकनीक और सामग्री से संबंधित तीन गाइडलाइन्स और एक मैनुअल भी जारी किए जाएंगे।
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने गुरुवार शाम साइंस कॉलेज परिसर में भारतीय सड़क कांग्रेस के 83वें वार्षिक अधिवेशन के तहत आयोजित तकनीकी प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। उन्होंने प्रदर्शनी का भ्रमण कर सड़क निर्माण, सड़क सुरक्षा, निर्माण सामग्री और सड़कों के रखरखाव से जुड़ी मशीनरी व उपकरणों की निर्माता तथा आपूर्तिकर्ता कंपनियों के प्रतिनिधियों से इनकी जानकारी ली। विभिन्न कंपनियों द्वारा यहां लगाए गए स्टॉल्स मंर सड़क निर्माण से संबंधित तकनीकी मटेरियल्स, डिजाइन, टेक्नोलॉजी इत्यादि का प्रदर्शन आगामी चार दिनों तक किया जाएगा।
उप मुख्यमंत्री श्री साव ने आज आयोजन स्थल पर प्रेस-कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बताया कि भारतीय सड़क कांग्रेस (IRC) सड़क एवं सेतु निर्माण से संबंधित मानक एवं गाइडलाइन्स निर्धारित करने वाली देश की सर्वोच्च संस्था है। आईआरसी में भारत सरकार, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, एन.एच.ए.आई.डी.सी.एल., बी.आर.ओ., मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेस, एन.आर. आई.डी.ए., ग्रामीण विकास मंत्रालय, शहरी विकास मंत्रालय, सभी राज्यों के लोक निर्माण विभाग, ग्रामीण सड़क निर्माण विभाग, पब्लिक सेक्टर, प्राइवेट सेक्टर, रिसर्च आर्गेनाइजेशन्स के इंजीनियर्स की सोसायटी आदि शामिल हैं। 
श्री साव ने प्रेस-कॉन्फ्रेंस में बताया कि आईआरसी का मुख्य उद्देश्य सड़क निर्माण, सेतु निर्माण एवं यातायात से संबंधित मानकों का निर्धारण करना तथा निर्माण संबंधी गाइडलाइन्स एवं मैन्युअल तैयार करना, समय-समय पर उनका पुनरीक्षण करना, देश-विदेश में आ रही सड़क निर्माण की नई तकनीकों एवं सामग्रियों का अध्ययन कर देश में लागू करने के लिए मानक तैयार करना है। आईआरसी द्वारा जारी किए गए मानकों एवं गाइडलाइन्स के अनुसार ही भारत सरकार एवं अन्य सड़क निर्माण विभाग सड़क निर्माण करते हैं। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के बाद पहली बार यहां आईआरसी का वार्षिक अधिवेशन हो रहा है जो कि प्रदेश के लिए गौरव का विषय है। लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता श्री के.के. पीपरी और भारतीय सड़क कांग्रेस के महासचिव श्री एस.के. निर्मल ने भी प्रेस-कॉन्फ्रेंस में अधिवेशन के बारे में जानकारी दी। लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह भी इस दौरान मौजूद थे।
आईआरसी के चार दिवसीय अधिवेशन के दौरान विशेषज्ञों, वैज्ञानिकों, अभियंताओं और अधिकारियों के बीच विभिन्न बैठकों, परिचर्चाओं, तकनीकी सत्रों और दस्तावेजों पर चर्चा होगी। इस दौरान आयोजित हाइवे रिसर्च बोर्ड की बैठक में भारत सरकार, राज्य सरकार, रिसर्च इंस्टीट्यूट एवं शैक्षणिक संस्थानों, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों एवं प्राइवेट सेक्टर के प्रतिनिधि सड़क निर्माण से संबंधित अनुसंधान एवं विकास के संबंध में रोड मैप तैयार करेंगे। अधिवेशन के चारों दिन अलग-अलग तकनीकी सत्रों में विभिन्न संस्थानों, शासकीय विभागों और निजी क्षेत्र से आए इंजीनियर्स अपना प्रस्तुतीकरण देंगे। अधिवेशन के दौरान आईआरसी की बिजनेस मीटिंग और काउंसिल मीटिंग भी आयोजित है। 8, 9 एवं 10 नवम्बर को शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे। अधिवेशन में शामिल होने आए देशभर के प्रतिनधियों को छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक वैभव, पुरातत्व, पर्यटन, पौराणिक और धार्मिक महत्व से जुड़े स्थलों का भ्रमण भी कराया जाएगा।
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पूर्व राज्यसभा सांसद श्रीगोपाल व्यास को राजकीय सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई

  • CM विष्णुदेव साय, पूर्व राज्यपाल रमेश बैस एवं उपमुख्यमंत्री अरूण साव ने अंतिम दर्शन में शामिल होकर दी भावभीनी श्रद्धांजलि
रायपुर। पूर्व राज्यसभा सांसद एवं प्रख्यात समाजसेवी श्री श्रीगोपाल व्यास को गुरुवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। उनके निधन के बाद रायपुर स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स रायपुर में उनके पार्थिव शरीर को चिकित्सा अनुसंधान और शिक्षा के लिए उनकी इच्छा के अनुरूप दान किया गया।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज पूर्व राज्यसभा सांसद श्री श्रीगोपाल व्यास को उनके निवास में पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की। एम्स परिसर में पूर्व राज्यपाल श्री रमेश बैस ने पूर्व सांसद श्री श्रीगोपाल व्यास को श्रद्धांजलि दी। उपमुख्यमंत्री श्री अरूण साव ने श्री श्रीगोपाल व्यास को अंतिम दर्शन में भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि श्री श्रीव्यास ने बहुत सारे अनुकरणीय कार्य किए है। हम सभी प्रयास करेंगे कि उनके बताए रास्ते पर चलें और उनका पूरा जीवन प्रेरणादायी रहा है। उप मुख्यमंत्री श्री साव ने श्री श्रीगोपाल व्यास को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल ने पूर्व राज्यसभा सांसद श्री श्रीगोपाल व्यास को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि श्री श्रीव्यास बहुत ही सज्जन थे। उनका जाना बहुत ही दुखद है। श्रद्धांजलि कार्यक्रम में राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा, सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, पूर्व मंत्री एवं विधायक श्री राजेश मूणत, विधायक श्री अनुज शर्मा, विधायक गुरू खुशवंत साहेब, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्री गौरीशंकर अग्रवाल, पूर्व विधायक श्री अरुण वोरा, श्री पवन साय, श्री नारायण नामदेव, छत्तीसगढ़ हिंदी ग्रंथ अकादमी के पूर्व अध्यक्ष श्री शंशाक शर्मा, कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह, नगर निगम आयुक्त श्री अविनाश मिश्रा, जिला पंचायत सीईओ श्री विश्वदीप उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कैबिनेट बैठक में लोकतंत्र सेनानी को उनकी मृत्यु पर राजकीय सम्मान देकर विदाई देने का निर्णय लिया है। निर्णय के परिपालन में कलेक्टर डाॅ. गौरव सिंह द्वारा राजकीय सम्मान के साथ लोकतंत्र सेनानी श्री श्रीगोपाल व्यास की अंतिम विदाई की व्यवस्था की गई।
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आदिमजाति विभाग की प्रदर्शनी का CM विष्णुदेव साय ने की प्रशंसा

  • राज्योत्सव - 2024 : आम लोगों में विभाग की स्टॉल बनी विशेष आकर्षण का केन्द्र
  • जनजातीय गौरव: शौर्य और संस्कृति का बखान थीम पर केन्द्रित था स्टॉल
रायपुर। अटल नगर नवा रायपुर स्थित पंडित श्यामाप्रसाद मुखर्जी व्यावसायिक परिसर में आयोजित 24 वां राज्योत्सव में आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग की स्टॉल लोगों के लिए विशेष आकर्षण का केन्द्र रहा है। राज्योत्सव प्रारंभ होने के साथ ही लोगों की भारी भीड़ आदिम जाति विकास विभाग की स्टॉल पर देखने को मिला। वहीं दूसरे दिन मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने भी विभागीय स्टॉल का अवलोकन कर प्रशंसा की। इस दौरान उन्होंने स्टॉल में बनाए गए सेल्फी जोन में परिवार संग एक फोटो भी खिचवाई। प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा ने उनका अभिवादन करते हुए उन्हें प्रदर्शनी के थीम के बारे में विस्तार से बताया।
उल्लेखनीय है कि विभागीय मंत्री श्री रामविचार नेताम के निर्देश के अनुसार इस बार की झांकी ’’जनजातीय गौरव शौर्य और संस्कृति का बखान’’ थीम पर बनाई गई थी। प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा एवं सचिव सह आयुक्त श्री नरेन्द्र कुमार दुग्गा स्वयं पूरे स्टॉल की मॉनीटरिंग कर रहे हैं। स्टॉल की खूबसूरती, जनजातीय शौर्य एवं जनजातीय संस्कृति का जीवंत प्रदर्शन के कारण प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोग इसे देखने पहुंच रहे थें।
स्टॉल में स्वतंत्रता काल के दौरान छत्तीसगढ़ में हुए जनजातीय विद्रोहों की एक झलक दिखाई गई है, जो कि जनजातीय शौर्य को दर्शाती है। साथ ही जनजातीय समृद्ध संस्कृति को भी झांकी के माध्यम से प्रदर्शित किया गया। इसके अलावा जनजातियों के परंपरागत आभूषणों एवं विभागीय योजनाओं को भी फ्लैक्स के माध्यम से बखूबी प्रदर्शित किया गया। साथ ही आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान द्वारा जनजातीय क्षेत्र में किए गए शोध प्रकाशन को भी अवलोकन हेतु प्रदर्शित किया गया। आमजन को आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा चलाई जा रही विभागीय गतिविधियों की जानकारी देने के लिए विभागीय योजनाओं का ब्रोशर भी स्टॉल से उपलब्ध कराया गया। स्टॉल पर जनजातीय गौरव दिवस तथा धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान को सेल्फी जोन के माध्यम से प्रदर्शित किया गया है। स्टॉल में आने वाले लोग उक्त सेल्फी जोन अंतर्गत लिखी हुई जानकारी से जहां उक्त अभियान की जानकारी प्राप्त कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर सेल्फी जोन में जाकर फोटो खिंचवाकर इस पल को यादगार बना रहे हैं।
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