धान का कटोरा

सामाजिक क्षेत्र की योजनाओं के साथ ही अधोसंरचनाओं के निर्माण पर भी तेजी से हो रहा काम: भूपेश बघेल

झूठा सच @ रायपुर:-  मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज अपने निवास कार्यालय में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम के जरिए राज्य के 27 जिलों को कुल 2 हजार 834 करोड़ रूपए के विकास कार्यों की सौगात दी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश के लोगों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पौने तीन साल के दौरान कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन सहित बहुत सारी चुनौतियां सामने आयी। इसके बावजूद भी छत्तीसगढ़ में विकास और निर्माण के कार्य लगातार चलते रहे हैं। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर 401 कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। जिसमें लोक निर्माण विभाग के 2708 करोड़ की लागत के 332 कार्य सड़क, पुल-पुलिया और भवन निर्माण के हैं। 

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आगे कहा कि बीते जून माह में राज्य के सभी जिलों में विभिन्न विभागों के कुल 8188 कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया गया था, जिनकी कुल लागत 6 हजार 845 करोड़ रुपए थी। जून माह में ही घर-घर तक पेयजल पहुंचाने के लिए 238 करोड़ रुपए लागत की 658 परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया था, जिस पर तेजी से काम जारी है। तब से लेकर अब तक लगातार और भी बहुत से नये कामों की शुरुआत हुई है, और पूर्ण हो चुके कामों का लोकार्पण भी लगातार किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज लोक निर्माण विभाग के 2708 करोड़ की लगात वाले कार्यों के अलावा अन्य विभागों के 69 कार्यों का भी लोकार्पण और शिलान्यास किया जा रहा है, जिनकी लागत 125.65 करोड़ रुपए है। इनमें ऐसे निर्माण कार्य शामिल है, जिनकी वर्षों से मांग रही है। उन्होंने कहा कि हम सामाजिक क्षेत्र की योजनाओं की तरह निर्माण और जन-सुविधा विकास की योजनाओं पर भी तेजी से काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बेहतर आवागमन सुविधा के लिए 312 सड़कों एवं पुलों का कार्य तेजी से कराया जा रहा है। इसी तरह मुख्यमंत्री सुगम सड़क योजना के तहत 266 करोड़ की लागत वाले 2262 कार्य तेजी से पूरे कराए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि इससे राज्य में सड़क नेटवर्क को और मजबूती मिलेगी। साथ ही जन सुविधाओं का विकास तेजी होगा।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज जिन कार्यों का लोकार्पण-भूमिपूजन किया उनमें कोरिया जिले में 95.70 करोड की लागत के 27 कार्य़, सूरजपुर जिले में 60.69 करोड़ की लागत के 13 कार्य, बलरामपुर में जिले में 117.18 करोड़ की लागत के 14 कार्य, सरगुजा जिले में 99.07 करोड़ के 9 कार्य, जशपुर जिले में 27.53 करोड़ के 6 कार्य, रायगढ़ जिले को 203.04 करोड़ की लागत के 11 कार्य, कोरबा जिले को 109.11 करोड़ की लागत के 6 कार्य, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही को 23.95 करोड़ की लागत वाले 3 कार्य, मुंगेली जिले को 50.40 करोड़ की लागत के 8 कार्य, बिलासपुर जिले को 26.04 करोड़ की लागत के 5 कार्य, महासमुन्द जिले को 102.12 करोड़ की लागत के 16 कार्य, बलौदाबाजार जिले को 182.40 करोड़ की लागत के 34 कार्य, रायपुर जिले को 271.32 करोड़ की लागत के 41 कार्य, गरियाबंद जिले को 53.33 करोड़ की लागत के 6 कार्य, धमतरी जिले को 144.61 करोड़ की लागत के एक कार्य, बालोद जिले को 195.72 करोड़ की लागत के 15 कार्य शामिल हैं।

इसी तरह दुर्ग जिले को 115.11 करोड़ की लागत के 15 कार्य, बेमेतरा जिले को 152.83 करोड़ की लागत के 24 कार्य, कवर्धा जिले को 130.19 करोड़ की लागत के 10 कार्य, राजनांदगांव जिले को 145 करोड़ की लागत के 31 कार्य, कांकेर जिले को 168.21 करोड़ की लागत वाले 26 कार्य, कोण्डागांव जिले को 49.47 करोड़ की लागत वाले 11 कार्य, नारायणपुर जिले को 52.87 करोड़ की लागत वाले 14 कार्य, बस्तर जिले को 139.12 करोड़ की लागत के 29 कार्य, दंतेवाड़ा को 29.99 करोड़ की लागत के तीन कार्य, बीजापुर जिले को 10.92 करोड़ की लागत के दो कार्य तथा सुकमा जिले को 78.44 करोड़ की लागत के 11 कार्य शामिल हैं।
 
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मंत्री शिवकुमार डहरिया अर्बन इंजीनियर संघ के कार्यक्रम में हुए शामिल

झूठा सच @ रायपुर:-  नगरीय प्रशासन एवं विकास तथा श्रम मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया अभियंता दिवस के उपलक्ष्य में छत्तीसगढ़ अर्बन इंजीनियर्स एसोसिएशन द्वारा होटल बेबीलॉन इंटरनेशनल में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने इंजीनियरों को संबोधित करते हुए कहा कि जिस तरह एक चिकित्सक का पेशा जिम्मेदारियों से और किसी के जीवन से जुड़ा होता है, उसी तरह इंजीनियरों का कार्य भी अंधोसंरचना के साथ विकास से जुड़ा होता है। इसी अधोसंरचना और निर्माण से विकास की नींव तैयार होती है। एक सुनहरा भविष्य बुना जाता है। किसी भी निर्माण कार्य में गुणवत्ता के साथ उसे बेहतर से बेहतर बनाते हुए एक लैण्डमार्क बनाने में इंजीनियर की अदभुत कौशल कला नजर आती है। इसलिए इंजीनियर्स की पहचान एक सृष्टिकर्ता के रूप में भी होती है। उन्होंने कहा कि गुण्वत्तामूलक कार्य करने वाले इंजीनियरों की पहचान सदैव ही होती है। आकर्षक भवन, निर्माण कार्य को देखकर इंजीनियर के कौशल का अंदाजा लगाया जा सकता है।

कार्यक्रम में मंत्री डॉ. डहरिया ने छत्तीसगढ़ के नगरीय विकास में इंजीनियरों के योगदान की सराहना करते हु कहा कि ओ भी वे इसी तरह कार्य करते रहे। वर्तमान में कार्यरत उच्चाधिकारियों वरिष्ठ अभियंताओं द्वारा भी सभी अभियंताओं को मार्गदर्शन एवं अच्छा कार्य करने हेतु प्रोत्साहन दिया गया। सेवानिवृत्त अभियंताओं ने अपने अनुभव वर्तमान कार्यरत अभियंताओं से साझा किए एवं कार्य करने की शैली के संबंध में तथा विभाग के कार्यप्रणाली के संबंध में विस्तृत जानकारी अभियंताओं को दी। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के सभी निकायों के इंजीनियर ,नगर पंचायत, नगर पालिका परिषद, नगर निगम एवं विभाग के संभागीय कार्यालयों के लगभग 450 इंजीनियर उपस्थित थे।

 मंत्री डॉ. डहरिया ने विभाग से सेवानिवृत्त अभियंताओं को शॉल, श्रीफल तथा मोमेंटो एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से विभाग के मुख्य अभियंता संजीव व्यवहार, मुख्य अभियंता भागीरथी वर्मा, सहायक अभियंता मनीष कुमार स्वर्णकार ,सहायक अभियंता अंशुल शर्मा, सहायक अभियंता आभाष मिश्रा ,सहायक अभियंता निशिकांत, उप अभियंता सोहन गुप्ता ,उप अभियंता हर्षित अजमानी ,उप अभियंता मयंक साहू ,उप अभियंता सोनभद्र ,उप अभियंता सम्वेद, उप अभियंता सुरेंद्र मृगा तथा अन्य सभी अभियंता गढ़ उपस्थित थे। कार्यक्रम की सभी अभियंताओं ने बहुत सराहना की एवं आगामी वर्षों में भी ऐसे कार्यक्रम कराए जाने अपेक्षा की है। कार्यक्रम के दौरान छत्तीसगढ़ अर्बन इंजीनियर्स एसोसिएशन का गठन किया गया।
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कांग्रेस के पूर्व सांसद गोदिल प्रसाद अनुरागी का निधन

झूठा सच @ रायपुर /बिलासपुर:-  प्रदेश के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और पूर्व सांसद, पूर्व विधायक गोदिल प्रसाद अनुरागी का निधन हो गया है. उन्होंने अपने गृह ग्राम में अंतिम सांस ली. गोदिल 93 साल के थे. बता दें कि वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे. उनका अंतिम संस्कार दोपहर गृहग्राम नवापारा रतनपुर में किया जाएगा. लल्लूराम को मिली जानकारी के मुताबिक गोदिल प्रसाद अनुरागी का जन्म 5 नवंबर 1928 में हुआ था. वे 1967 से 1977 तक मस्तूरी विधानसभा के विधायक रहें और 1980 से 1985 तक बिलासपुर लोकसभा सांसद रहे है | 

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तेज रफ़्तार ट्रक ने बाइक को मारी टक्कर, युवक की मौत

झूठा सच @ रायपुर / राजनांदगांव:-  मोटरसाइकिल से अपनी मामी को पठानढोड़गी गांव छोड़कर लौट रहे ग्राम डोंगरीटोला (हेमलकोहड़ो) निवासी युवक गिरधारी पिता चैतराम वामन (38) को ट्रक ने कुचल दिया। शनिवार शाम करीब साढ़े छह बजे पांडूटोला फाटा के पास हुई इस दुर्घटना में युवक की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे से आक्रोशित ग्रामीणों की भीड़ जुट जाने से महाराष्ट्र मार्ग पर आधे घंटे तक जाम लगा रहा। पुलिस के पहुंचने के बाद आवाजाही सामान्य की जा सकी। 

अंबागढ़ से चिल्हाटी वाला मार्ग महाराष्ट्र को जोड़ता है। यह मार्ग कई जगह बेहद खराब है। बारिश के कारण सड़क पर कीचड़ व कई जगह बड़े गड्ढे भी हैं। हादसा पांडूटोला जाने वाले कच्चे रास्ते वाले तिराहे के पास हुआ। घटनास्थल चिल्हाटी से करीब दो किलोमीटर दूर है। बताया गया कि ट्रक ने विपरित दिशा में आकर बाइक सवार युवक को टक्कर मारी। गिरने के बाद युवक ट्रक के सामने चक्के से नीचे आ गया। इससे उसका सिर कुचल गया। युवक ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।

घटना की सूचना गांव वालों ने मृतक के परिवार में दी। गांव से तुरंत गिरधारी का छोटा भाई वीरेंद्र मौके पर पहुंचा। तब तक ट्रक का चालक ट्रक को मौके पर ही छोड़कर भाग चुका था। थाना प्रभारी बिल्किस खान ने बताया कि वीरेंद्र की सूचना पर चिल्हाटी थाने में चालक के खिलाफ धारा 304ए के तहत अपराध दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने ट्रक को जब्त कर लिया है।

बताया गया कि सड़क हादसे में मृत युवक गिरधारी की मां का तीन दिन पहले ही निधन हुआ था। उसी के शोक कार्यक्रम में शामिल होने पठानढोड़गी से उसकी मामी आई थी। कार्यक्रम संपन्ना होने के बाग युवक उसे वापस गांव छोड़ने गया था। घर लौटते समय वापसी में ट्रक ने उसे अपनी चपेट में ले लिया। तीन दिनों के भीतर सिदार परिवार में दो लोगों की मौत से परिवार के साथ गांव में भी शोक की लहर है।
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कांकेर जिले के 58 गांव के आदिवासियों ने कराया सामूहिक मुंडन

झूठा सच @ रायपुर / नारायणपुर:-  कांकेर जिले के अंतिम छोर में बसे 58 गांव के आदिवासी ग्रामीण नारायणपुर जिले सम्मिलित होने के लिए बेमियादी हड़ताल में हैं। पिछले 11 दिनों से धरने पर बैठे लोगों ने कपड़े उतार कर प्रदर्शन किया। 65 आदिवासियों ने अपना सिर मुंडवा कर पारंपरिक हथियार तीर-कमान-टंगिया लेकर कर प्रशासन का ध्यान अपनी और आकर्षित करने का प्रयास किया। प्रशासन ने तो अब तक उनकी सुध नहीं ली पर कांग्रेस व भाजपा के पदाधिकारियों ने आकर उनकी मांग को समर्थन प्रदान किया। 

ग्रामीणों का कहना है की वर्ष 2007 से उनके द्वारा नारायणपुर जिले में शामिल करने की मांग की जा रही है, क्योंकि कांकेर जिला मुख्यालय से उनके गांव की दूरी बहुत अधिक है, जबकि नारायणपुर जिला मुख्यालय बहुत नजदीक है। कांकेर जिला मुख्यालय होने के चलते उन्हें मूलभूत सुविधाओं से वंचित रहना पड़ता है। स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल, स्कूल, आंगनबाड़ी जैसे सुविधा भी इन गांवों में सुचारू रुप से संचालित नहीं होते हैं। इसके अलावा आपातकालीन स्थिति और दैनिक उपयोगी कार्यो के लिए भी नारायणपुर जिले पर आश्रित होना पड़ता है। रावघाट लौह अयस्क परियोजना के रावघाट की पहाड़ी नारायणपुर जिला मुख्यालय से समीप है। 

आदिवासी अब आगामी दिनों में चक्का जाम और उग्र आंदोलन करने की बात कह रहे हैं। वहीं नारायणपुर जिला कांग्रेस जिला भाजपा द्वारा समर्थन मिलने के बाद रावघाट संघर्ष समिति नारायणपुर अब अपनी मांगो को लेकर मुख्यमंत्री और राज्यपाल से मिलने की रणनीति बना रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि रावघाट परियोजना के चलते और राजनैतिक नफा नुकसान के चलते ग्रामीणों के धरने पर सरकार द्वारा बिल्कुल ध्यान नहीं दिया जा रहा है। आदिवासियों का कहना है कि नारायणपुर अबूझमाड़ की संस्कृति और देवी परगना से उनके रीति रिवाज जुड़े हुए हैं।
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छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की बड़ी कार्रवाई, 199 शिक्षक हुए ब्लैकलिस्टेड

झूठा सच @ रायपुर:-  10वीं और 12वीं उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन में लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों को छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल ने ब्लैकलिस्टेड कर दिया है। आरोप है कि पुनर्मूल्यांकन में 50 से अधिक अंक बढ़ाया गया है। माशिमं ने जिन शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की है। उनकी सूची मंडल ने जारी किया है। जानकारी के अनुसार ब्लैकलिस्टेड किए गए सभी 199 शिक्षक कोरोना काल के पहले 2019 में परीक्षा में मूल्यांकन में लापरवाही बरती थी। कोरेना की वजह से कार्रवाई लंबित थी। 

पिछले साल माशिमं की परीक्षा होने के बाद सामने आए परिणाम समिति की बैठक में इस मामले में निर्णय लिया गया था। बताया गया कि 20 से 40 अंकों की वृद्धि होने पर 159 शिक्षकों की समस्त पारिश्रमिक कार्य 3 साल के लिए ब्लैकलिस्टेड किया गया है। वहीं 41 से 49 अंक बढ़ने पर 15 से 3 सालों के लिए पारिश्रमिक कार्य से वंचित और एक वार्षिक वेतनवृद्धि असंचयी प्रभाव से रोकने की अनुशंसा शिक्षा विभाग से की गई है।

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आदमखोर तेंदुए को आखिरकार वन विभाग की टीम ने मार गिराया

झूठा सच @ रायपुर :- चारामा के ग्राम भैंसाकट्टा व पलेवा में एक तेंदुए ने आतंक मचा रखा था, जो शनिवार देर रात वन विभाग द्वारा लगाए गए पिंजरे में कैद हो गया। इससे पहले भी इस तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग ने पिंजरा लगाया था, जिसमें अलग-अलग पिंजरे में 2 तेंदुए कैद हो गए थे। जिसमें से एक तेंदुए को जंगल सफारी ले जाया गया था, जहां उसकी मौत हो गई। लगातार प्रयास के बाद आखिर वन विभाग चारामा के भैसाकट्टा व पलेवा में आतंक मचा रहे तेंदुए को पकड़ने में कामयाबी मिल गई। रात्रि वन विभाग द्वारा लगाए गए पिंजरे में आदमखोर तेंदुआ कैद हो गया।

बीते कई महीनों से ग्राम पलेवा और भैसाकट्टा मे तेन्दुए की दहशत बनी हुई थी। हालांकि वन विभाग ने 2 तेंदुओ को पकड़ा था, लेकिन आदमखोर तेंदुआ पकड़ से बाहर था, जिसे देखते हुए वन विभाग ने ग्राम भैसा कट्टा व पलेवा मे एक-एक पिंजरा औेर लगाया था। वन विभाग की टीम लगातार यहां निगरानी कर रही थी। बीती रात ग्राम भैंसाकट्टा में एक आदमखोर तेंदुआ पिंजरे में फंस गया। बताया जा रहा है कि पकड़े गए तेंदुए की उम्र लगभग 5 साल है, जो अब तक पकड़े गए दोनों तेंदुओं से बड़ा है। ग्रामीण व विभाग मान रहें हैं कि यही वह आदमखोर तेंदुआ होगा, जिसने गांव में घुसकर एक महिला व एक बुजुर्ग का शिकार किया था। तेंदुए के पकड़े जाने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली है।

बता दें बीते एक माह में तेंदुए ने दो लोगों को अपना शिकार बनाया था। जिसके बाद ग्रामीणों की मांग को देखते हुए क्षेत्रीय विधायक मनोज सिंह मंडावी ने आदमखोर तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग के उच्च अधिकारियों को निर्देश दिया था। वन विभाग ने तेंदुए को पकड़ने के लिए 8 सितम्बर को भैंसाकट्टा और पलेवा में जाली व कैमरा लगाया था। 10 सितम्बर की रात भैंसाकट्टा के जंगलों में लगाये गये कैमरे में तेंदुए की फोटो आई थी। वहीं भैंसाकट्टा में ही लगाई गई दूसरी जाली में भालू फंस गया था। 12 सितंबर को ग्राम पलेवा और भैंसाकट्टा में शिकार के लालच में दो तेंदुए फंस गए थे। पलेवा में पकड़ा गया तेंदुआ डेढ़ वर्ष का और भैसाकट्टा में पकड़ा गया तेंदुआ चार साल का बताया गया था। चिकित्सकीय जांच के बाद बड़े तेंदुए को जंगल सफारी भेजा गया था। जहां उसकी मौत हो गई।
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राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष 22 से 24 सितंबर तक छत्तीसगढ़ प्रवास पर

झूठा सच @ रायपुर:-  राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष डॉ. भगवान लाल साहनी और सदस्य कौशलेन्द्र सिंह पटेल 22 से 24 सितम्बर तक छत्तीसगढ़ के तीन दिवसीय प्रवास पर रहेंगे और यहां विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे। राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष और सदस्य नईदिल्ली से 22 सितम्बर को शाम 7.45 बजे रायपुर पहुंचेंगे और राज्य अतिथि गृह 'पहुना' में ठहरेंगे। राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग की राज्य अतिथि गृह में 23 सितम्बर को प्रातः 10 बजे अन्य पिछड़ा वर्ग एसोसिएशन के साथ बैठक होगी। इसके बाद दोपहर 12 बजे प्रदेश के मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य, प्रमुख सचिव शिक्षा और समाज कल्याण विभाग के सचिव के साथ बैठक करेंगे। दोपहर 2.30 बजे से पुलिस महानिदेशक छत्तीसगढ़ के साथ बैठक और दोपहर 3 बजे से राष्ट्रीय खनिज विकास निगम की समीक्षा बैठक होगी। राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग शाम 5 बजे स्थानीय भ्रमण पर रहेगा। 

राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के साथ 24 सितम्बर को राज्य अतिथि गृह पहुना में प्रातः 10 बजे एसईसीएल, सुबह 11 बजे फेरो स्क्रैप निगम लिमिटेड के साथ बैठक, दोपहर 12 बजे जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के साथ समीक्षा बैठक होगी। राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग दोपहर 2 बजे भिलाई स्टील प्लांट पहुंचकर वहां के अधिकारियों के साथ बैठक करेगा। बैठक के बाद दोपहर 3.30 बजे रायपुर एयरपोर्ट के लिए प्रस्थान करेगा और वहां से शाम 6.55 बजे दिल्ली के लिए रवाना होगा।
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पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा व्यस्तम स्थानों एवं क्षेत्रों का लगातार किया जा रहा है भ्रमण

झूठा सच @रायपुर:- पुलिस अधीक्षक महोदय प्रशांत अग्रवाल द्वारा लगातार शहर के व्यस्तम एवं भीड़ - भाड़ वाले स्थानों एवं क्षेत्रों का भ्रमण किया गया। इसी तारतम्य में आज पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा कटोरा तालाब, टैगोर नगर, रिंग रोड, फुंडर, धरमपुरा, टेमरी, सेरीखेड़ी, तेलीबांधा चौक एवं मरीन ड्राइव का भ्रमण किया गया। भ्रमण के दौरान पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा यातायात व्यवस्था की जानकारी लेने के साथ ही उक्त स्थानों व क्षेत्रों के संबंध में अन्य आवश्यक जानकारियां लेकर यातायात पुलिस व थाना प्रभारियों को इस संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया तथा वयस्तत्म समय में पुलिस की उपस्थिति बढ़ाने के निर्देश दिए गए भ्रमण के दौरान उनके साथ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर  तारकेश्वर पटेल व नगर पुलिस अधीक्षक सिविल लाइन नसर सिद्दकी भी उपस्थित थे।

 

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सीएम भूपेश बघेल आज प्रदेश के 28 जिलों में विभिन्न विकास कार्यों का करेंगे लोकार्पण-भूमिपूजन

झूठा सच @ रायपुर:-  मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज प्रदेश के 28 जिलों में लगभग 2991 करोड़ रूपए की लागत के 413 कार्यों का लोकार्पण-भूमिपूजन करेंगे। वही वर्चुअल कार्यक्रम की अध्यक्षता लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू करेंगे।

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VIDEO : सीएम भूपेश बघेल ने विभिन्न पंडालों में पहुँचकर भगवान गणेश के दर्शन किए

झूठा सच @ रायपुर :- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज राजधानी रायपुर के पुरानीबस्ती स्थित बुढ़ेश्वर महादेव मंदिर के साथ रायपुर शहर के कालीबाड़ी, कंकालीन तालाब, आजाद चौक ब्राह्मणपारा में स्थापित गणेश पंडाल एवं अग्रसेन चौक में स्थित गणेश मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना की और प्रदेश की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की |

                                               

 

 

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कलेक्टर ने गणेश विसर्जन को लेकर जारी की गाइडलाइन

झूठा सच @ रायपुर :- रायपुर कलेक्टर ने गणेश विसर्जन को लेकर गाइडलाइन जारी किया है. आदेश के अनुसार मुर्ति विसर्जन के समय मार्ग में किसी भी प्रकार के डीजे, धुमाल या वाद्य यंत्र बजाने की अनुमति नहीं देने के साथ ही मूर्ति विसर्जन हेतु एक से अधिक वाहन का उपयोग करने की भी अनुमति नहीं दी गई है। इसके अलावा सामान्य दिनों में निर्धारित समय व ध्वनि सीमा के भीतर ही डी.जे. एवं धुमाल बजाने के निर्देश देने के साथ ही अनुविभागीय अधिकारी रायपुर  प्रणव सिंह द्वारा संचालकों को माननीय उच्चतम न्यायालय एवं जिला कलेक्टर रायपुर द्वारा जारी निर्देशों से भी अवगत कराया गया।

 
 
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21 सितम्बर को बाल संरक्षण एवं सलाहकार/निरीक्षण समिति की होगी बैठक

झूठा सच @ रायपुर / बेमेतरा : - किशोर न्याय (बालक की देखरेख और संरक्षण) अधिनियम के तहत गठित जिला बाल संरक्षण समिति, सलाहकार/निरीक्षण समिति की बैठक मंगलवार 21 सितम्बर को समय सीमा के बैठक के पश्चात् कलेक्टोरेट सभाकक्ष मे आयोजित होगी।

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किशोर न्याय संरक्षण अधिनियम के तहत बच्चो की पहचान उजागर नही

झूठा सच @ रायपुर /बेमेतरा :-  महिला एवं बाल विकास विभाग बेमेतरा द्वारा किशोर न्याय (बालको की देखरेख और संरक्षण) अधिनियम 2105 की धारा 74 के अंतर्गत बालकों की पहचान करने पर प्रतिशेध किया गया है। अधिनियम की धारा 74 मे उल्लेख है कि -(1) तत्समय  प्रवृत्त किसी अन्य विधि के अधीन किसी जांच अथवा अन्वेशण अथवा न्यायिक प्रकिया के संबंध मे कोई रिपोर्ट किसी समाचार पत्र, पत्रिका, न्यूज शीट अथवा श्रव्य दृश्य मीडिया अथवा संसूचना के अन्य रूप मे विधि के विरोध मे बालको अथवा देखभाल तथा संरक्षण की आवश्यकता मे बालक अथवा बालक पीड़ित व्यक्ति अथवा ऐसे मामले मे शामिल अपराध का साक्षी का नाम पता अथवा स्कूल अथवा कोई विशिष्ट प्रकट नही करेगा, न तो ऐसे किसी बालक की तस्वीर को प्रकाशित करेगा। परन्तु यह कि लेखबद्व कारणों से जांच करने वाला बोर्ड अथवा समिति ऐसे प्रकटन का अनुज्ञात कर सकेगा यदि उसकी राय मे ऐसा प्रकटन बालक के सर्वोतम हित में है। पुलिस ऐसे मामलों मे जहां मामले को समाप्त निस्तारित नही किया गया है चरित्र प्रमाण-पत्र अथवा अन्यथा के प्रयोजन के लिए बालक के किसी अभिलेख को प्रकट नही करेगा। उपधारा 1 के प्रावधानों का अतिलंधन करने वाला कोई व्यक्ति ऐसी अवधि कारावास से, जो छः माह तक की हो सकेगी अथवा ऐसे जुर्माने से जो 200000 रूपये तक का हो सकेगा अथवा दोनों से दण्डित किया जाएगा।


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कृषि विज्ञान केंद्र बेमेतरा मे वृक्षारोपण सह राष्ट्रीय पोषण वाटिका कार्यक्रम का हुआ आयोजन

झूठा सच @ बेमेतरा : - कृषि विज्ञान केंद्र बेमेतरा एवं कृषको के संयुक्त तत्वाधान में भारत का अमृत महोत्सव एवं वृक्षारोपण सह राष्ट्रीय पोषण वाटिका कार्यक्रम का आयोजन निदेशक कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान (अटारी) जबलपुर के निर्देशानुसार तथा डॉक्टर एस.सी मुखर्जी निदेशक विस्तार सेवाएं इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर एवं डॉ. रंजीत सिंह राजपूत वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख कृषि विज्ञान केंद्र बेमेतरा के मार्गदर्शन में कृषि विज्ञान केंद्र बेमेतरा तथा कृषक भारती को ऑपरेटिव लिमिटेड रायपुर (कृषको) के संयुक्त तत्वाधान में कृषि विज्ञान केंद्र बेमेतरा में  राष्ट्रीय पोषण वाटिका एवं वृक्षारोपण अभियान के अंतर्गत प्रशिक्षण सह जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 

जिसमें उपसंचालक कृषि एम.डी. मानकर एवं अध्यक्ष के रुप मेंआशुतोष चंद्राकर सहा. प्रबंधक रायपुर तथा  टिकूराम साहू, सरपंच ग्राम पंचायत झालम उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरुआत  तोषण कुमार ठाकुर वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र बेमेतरा के द्वाराकिया गया। जिसमें टिकाऊ खेती एवं ग्रामीण आजीविका मिशन पर पौधरोपण के महत्व के विषय पर व्याख्यान के साथ हुआ तत्पश्चात केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. वेधिका साहू ने मानव स्वास्थ्य पर पोषकीय अनाज व उसके महत्व के बारे में उपस्थित कृषकों एवं महिलाओं को जानकारी दी। आशुतोष चंद्राकर द्वारा स्वच्छ पर्यावरण एवं अच्छे स्वास्थ्य के लिए पारंपरिक कृषि की उपयोगिता के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान किया गया।  

मानकर ने उपस्थित कृषकों को प्रत्येक वर्ष वृक्षारोपण के लिए प्रेरित किया। अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष 2023 के परिप्रेक्ष्य में कृषि विज्ञान केंद्र बेमेतरा के द्वारा शासकीय उच्च माध्यमिक शाला ग्राम झाल के छात्राओं को आवश्यक पोषक तत्वों से युक्त खाद्य पदार्थों के महत्व के बारे में जानकारी देते हुए रागी आधारित खाद्य पदार्थ का सेवन भी कराया गया। कार्यक्रम के पश्चात् वृक्षारोपण कार्य किया गया, तदुपरांत कृषकों को पौध एवं सब्जी बीज का वितरण किया गया। उक्त कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र बेमेतरा के डॉ. एकता ताम्रकार, डॉ. जितेंद्र कुमार जोशी, डॉ. हेमंत साहू,  पलाश चौबे,  भागवत प्रसाद वर्मा एवं  रमन दास,  स्वपन वरकंदाज, कृषक एवं छात्र छात्राएं उपस्थित थे | 

 

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तृतीय लिंग समुदाय के लिए पॉलिसी बनाने वाला छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

झूठा सच @ रायपुर :- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में तृतीय लिंग समुदाय के 13 नव-नियुक्त पुलिस आरक्षकों को सम्मानित किया और उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सबने तृतीय लिंग समुदाय के कल्याण के लिए संचालित कार्यक्रम और छत्तीसगढ़ शासन की नीति का लाभ उठाकर अपने जीवन को एक नई दिशा दी है। आप सब अपने समुदाय के लिए प्रेरक बनकर लोगों के जीवन में बदलाव लाने के लिए उन्हें प्रेरित और प्रोत्साहित करें। इस मौके पर सभी आरक्षकों ने मुख्यमंत्री को राज्य में तृतीय लिंग समुदाय के कल्याण, पुनर्वास एवं संरक्षण हेतु बनाई गई पॉलिसी के लिए आभार जताया। 

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार राज्य में सभी जाति, वर्ग, समुदाय और लिंग के व्यक्तियों हितों एवं उनके संवैधानिक अधिकारों के संरक्षण के लिए काम कर रही है। सामाजिक सद्भाव और समरसता को आगे बढ़ाना राज्य सरकार की नीति है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है, जिसने राज्य के तृतीय लिंग समुदाय के कल्याण और उन्हें मुख्य धारा में जोड़ने के लिए पॉलिसी बनाई है। छत्तीसगढ़ राज्य ने तृतीय लिंग के व्यक्तियों के पुनर्वास एवं अधिकारों के संरक्षण हेतु कल्याण बोर्ड का गठन भी किया है। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि सरकार ने इस साल के बजट में तृतीय लिंग के व्यक्तियों के पुनर्वास हेतु आश्रम सह पुनर्वास केन्द्र स्थापित करने के लिए 76 लाख का प्रावधान रखा है। यह देश में अपनी तरह का पहला केन्द्र होगा। तृतीय लिंग समुदाय के डाटा संधारण के लिए ऑनलाईन सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है। सर्वेक्षण में 2 हजार 919 तृतीय लिंग के व्यक्ति चिन्हांकित किए गए हैं जिसमें से 1,025 व्यक्तियों को पहचान पत्र जारी किया गया है, जो राशन कार्ड, पासपोर्ट, आधार कार्ड इत्यादि के लिए मान्य है। 

समाज कल्याण के संचालक पी.दयानंद ने बताया कि पुलिस आरक्षक की भर्ती में तृतीय लिंग समुदाय के 97 लोगों ने परीक्षा दी थी, जिसमें से 23 परीक्षार्थियों का चयन फिजिकल टेस्ट के लिए हुआ था, जिसमें 13 प्रतिभागी सफल होकर आरक्षक के पद पर चयनित हुए और वर्तमान में राज्य के विभिन्न जिलों में पदस्थ हैं। आरक्षक पद के प्रतिभागियों को प्रशासन एकेडमी और राज्य संसाधन एवं पुनर्वास केन्द्र में 5 माह तक लिखित एवं फिजिकल टेस्ट की तैयारी विषय-विशेषज्ञों द्वारा कराई गई। इस दौरान प्रतिभागितयों के लिए निःशुल्क भोजन, आवास की व्यवस्था की गई।

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बीजापुर के बच्चों ने इंजीनियरिंग परीक्षा में लहराया परचम

झूठा सचा @ रायपुर:-  देश की सबसे बड़ी और कठिन मानी जाने वाली इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा में बस्तर अंचल के धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्र बीजापुर जिले के बच्चे भी परचम लहरा रहे हैं। इस वर्ष की जेईई मेंस परीक्षा में बीजापुर जिले के सात बच्चों ने यह परीक्षा क्रेक की है। इससे इस नक्सल प्रभावित जिले के बच्चों के अरमानों को नए पंख लग गए हैं।देश के सबसे पिछड़े जिलों में शामिल बीजापुर जिले में आदिवासी बच्चों को आईआईटी और एनआईटी जैसे राष्ट्रीय स्तर के शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश दिलाने के लिए विषेश कोचिंग दी जा रही है। जिला प्रशासन द्वारा छू-लो-आसमान कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इस विषेश कोचिंग में गरीब परिवारों के प्रतिभावन छात्रों को बड़ी सहुलियत मिल रही है।  

उन्हें इस कार्यक्रम से निःशुल्क कोचिंग के साथ आवासीय सुविधा उपलब्ध करायी जाती है। जिला प्रशासन द्वारा डीएमएफ मद से निःशुल्क कोचिंग के लिए उत्कृष्ठ शिक्षक, लाइब्रेरी सहित सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही है, इससे विद्यार्थियों में इन प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिए बेहतर वातावरण का निर्माण हुआ है। पिछले वर्ष भी अखिल भारतीय इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा में 03 बच्चो को सफलता मिली थी।जेईई मेंस परीक्षा में इस वर्ष बीजापुर जिले के गरीब परिवार के सात बच्चों  को सफलता मिली है। ये बच्चे ग्रामीण पृष्ठभूमि से हैं इन बच्चों में मरकापाल भैरमगढ़ से बबलू यादव, पालनार से किशोर कारम, गंगालूर से सुरेश हेमला, विबनेश्वर पंतेगी एवं जीतू पोयम भैरमगढ़ के राहूल लेकाम सहित आवापल्ली से रमेश कुमार बुरका शामिल हैं।

 

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केंद्रीय कैबिनेट सचिव ने कोरोना की तीसरी लहर को लेकर राज्यों के मुख्य सचिवों की ली बैठक

झूठा सच @ रायपुर :- भारत सरकार के कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने आज नई दिल्ली से देश के विभिन्न राज्यों के मुख्य सचिवों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक लेकर देश में कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर तथा जन स्वास्थ्य को लेकर विस्तार से चर्चा की। बैठक में भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी सहित सभी राज्यों के स्वास्थ्य सचिव, डिविजनल कमिश्नर्स, जिला कलेक्टर्स भी शामिल हुए। छत्तीसगढ़ से मुख्य सचिव अमिताभ जैन एवं स्वास्थ्य सचिव एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी वर्चुअल बैठक में शामिल हुए। 

कैबिनेट सचिव ने देश में संभावित कोविड-19 की तीसरी लहर के लिए राज्यों के अस्पतालों में मौजूद स्वास्थ्य सुविधाओं, दवाओं की व्यवस्था, ऑक्सीजन सर्पोटेड बैड, आई.सी.यू., वेन्टीलेटर्स, ऑक्सीजन कन्टेनर्स की व्यवस्था सहित कोविड-19 टीकाकरण, कोविड गाईड लाइन के पालन के संबंध में विस्तार से जानकारी ली गई। बैठक में कोविड गाईड लाइन को अपनाने के लिए नगरीय निकायों, ग्राम पंचायतों एवं जनप्रतिनिधियों के सहयोग लेने के लिए अधिकारियों से विस्तार से चर्चा की गई।
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