हिंदुस्तान

प्लेन क्रैश में पूर्व CM की मौत, प्रधानमंत्री मोदी ने विजय रूपाणी के परिवार से मुलाकात की

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के परिवार से मुलाकात की और अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। पूर्व मुख्यमंत्री की कल अहमदाबाद में हुई एयर इंडिया विमान दुर्घटना में मृत्यु हो गई।
विमान में 1.25 लाख लीटर ईंधन, 1000 डिग्री पहुंचा तापमान
गुरुवार दोपहर अहमदाबाद में एयर इंडिया के विमान दुर्घटना स्थल पर तापमान इतना अधिक था कि बचाव कार्य लगभग असंभव हो गया था। अधिकारियों ने बताया कि विमान में 1.25 लाख लीटर ईंधन भरा हुआ था, जो दुर्घटना के बाद भीषण आग में तब्दील हो गया और तापमान 1000 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। विमान लंदन जा रहा था और इसमें कुल 242 यात्री और चालक दल के सदस्य सवार थे। टेकऑफ के कुछ मिनट बाद ही यह विमान अहमदाबाद के बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल व रिहायशी इलाकों पर आकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “विमान में 1.25 लाख लीटर ईंधन था। वह पूरी तरह से आग जल गया और ऐसे में किसी को बचा पाना नामुमकिन था।” उन्होंने कहा कि हादसे के मंजर बेहद भयावह थे।
राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) के अधिकारी ने बताया कि उनकी टीम दोपहर 2 से 2:30 बजे के बीच घटनास्थल पर पहुंची। उससे पहले कुछ स्थानीय लोगों ने कुछ लोगों को बाहर निकाला था, लेकिन बचाव दल को कोई भी व्यक्ति जीवित नहीं मिला। एक वरिष्ठ फायर अधिकारी ने बताया, “विमान के टैंक में विस्फोट होने से वहां ऐसी आग भड़की कि तापमान तुरंत 1000 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। ऐसे तापमान में कोई बच नहीं सकता था।”
एक SDRF कर्मी ने बताया कि वह 2017 से आपदा प्रबंधन में हैं, लेकिन इतनी भयानक स्थिति उन्होंने पहले कभी नहीं देखी। उन्होंने कहा, “हमने PPE किट पहन रखी थी, लेकिन गर्मी इतनी जबरदस्त थी कि संचालन बेहद मुश्किल हो गया। हर तरफ जलता हुआ मलबा था।” अधिकारी ने बताया कि उन्होंने 25-30 शव निकाले, जिनमें बच्चों के शव भी शामिल थे। शवों की पहचान डीएनए परीक्षण से ही संभव हो पाएगी।
एक अन्य SDRF अधिकारी ने कहा, “जानवरों और पक्षियों को भी भागने का समय नहीं मिला।” उन्होंने घटनास्थल पर मृत कुत्तों और पक्षियों की ओर इशारा करते हुए कहा कि तबाही इतनी भयानक थी कि किसी को प्रतिक्रिया देने का समय नहीं मिला।
पुलिस ने बताया कि 265 शव सिविल अस्पताल लाए गए हैं, लेकिन अब तक आधिकारिक मृत्यु संख्या की घोषणा नहीं की गई है। हादसे में न सिर्फ विमान के यात्री बल्कि मेडिकल कॉलेज के छात्रावास में रह रहे छात्र, स्टाफ और परिसर में मौजूद अन्य लोग भी मारे गए हैं।
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एअर इंडिया प्लेन क्रैश, ATS ने विमान के मलबे से डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर DVR बरामद किया

गुजरात ATS ने कल अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हुए एयर इंडिया के विमान के मलबे से एक डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर (DVR) बरामद किया है। एटीएस के एक कर्मी ने बताया, "यह एक DVR है, मलबे से बरामद किया गया है। FSL टीम जल्द आएगी।"
गुरुवार दोपहर अहमदाबाद में एयर इंडिया के विमान दुर्घटना स्थल पर तापमान इतना अधिक था कि बचाव कार्य लगभग असंभव हो गया था। अधिकारियों ने बताया कि विमान में 1.25 लाख लीटर ईंधन भरा हुआ था, जो दुर्घटना के बाद भीषण आग में तब्दील हो गया और तापमान 1000 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। विमान लंदन जा रहा था और इसमें कुल 242 यात्री और चालक दल के सदस्य सवार थे। टेकऑफ के कुछ मिनट बाद ही यह विमान अहमदाबाद के बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल व रिहायशी इलाकों पर आकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “विमान में 1.25 लाख लीटर ईंधन था। वह पूरी तरह से आग जल गया और ऐसे में किसी को बचा पाना नामुमकिन था।” उन्होंने कहा कि हादसे के मंजर बेहद भयावह थे।
राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) के अधिकारी ने बताया कि उनकी टीम दोपहर 2 से 2:30 बजे के बीच घटनास्थल पर पहुंची। उससे पहले कुछ स्थानीय लोगों ने कुछ लोगों को बाहर निकाला था, लेकिन बचाव दल को कोई भी व्यक्ति जीवित नहीं मिला। एक वरिष्ठ फायर अधिकारी ने बताया, “विमान के टैंक में विस्फोट होने से वहां ऐसी आग भड़की कि तापमान तुरंत 1000 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। ऐसे तापमान में कोई बच नहीं सकता था।”
एक SDRF कर्मी ने बताया कि वह 2017 से आपदा प्रबंधन में हैं, लेकिन इतनी भयानक स्थिति उन्होंने पहले कभी नहीं देखी। उन्होंने कहा, “हमने PPE किट पहन रखी थी, लेकिन गर्मी इतनी जबरदस्त थी कि संचालन बेहद मुश्किल हो गया। हर तरफ जलता हुआ मलबा था।” अधिकारी ने बताया कि उन्होंने 25-30 शव निकाले, जिनमें बच्चों के शव भी शामिल थे। शवों की पहचान डीएनए परीक्षण से ही संभव हो पाएगी।
एक अन्य SDRF अधिकारी ने कहा, “जानवरों और पक्षियों को भी भागने का समय नहीं मिला।” उन्होंने घटनास्थल पर मृत कुत्तों और पक्षियों की ओर इशारा करते हुए कहा कि तबाही इतनी भयानक थी कि किसी को प्रतिक्रिया देने का समय नहीं मिला।
पुलिस ने बताया कि 265 शव सिविल अस्पताल लाए गए हैं, लेकिन अब तक आधिकारिक मृत्यु संख्या की घोषणा नहीं की गई है। हादसे में न सिर्फ विमान के यात्री बल्कि मेडिकल कॉलेज के छात्रावास में रह रहे छात्र, स्टाफ और परिसर में मौजूद अन्य लोग भी मारे गए हैं।
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भारतीय वायुसेना के अपाचे हेलीकॉप्टर M17 की इमरजेंसी लैंडिंग, मचा हड़कंप

पठानकोट। भारतीय वायुसेना के M17 अपाचे हेलीकॉप्टर की शुक्रवार को पठानकोट के नंगलपुर इलाके में इमरजेंसी लैंडिंग हुई. माना जा रहा है कि किसी तकनीकी खराबी के कारण हेलीकॉप्टर को एहतियातन लैंड कराया गया. इसमें किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है. अपाचे हेलीकॉप्टर ने पठानकोट एयरबेस से उड़ान भरी थी. स्थानीय पुलिस ने एक बयान में कहा, 'पठानकोट वायुसेना स्टेशन से उड़ान भरने वाले हेलीकॉप्टर को कथित तौर पर तकनीकी दिक्कतों के बाद खुले मैदान में एहतियातन उतरना पड़ा. हेलीकॉप्टर को उतरते देख ग्रामीण मौके पर जमा हो गए, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत इलाके की घेराबंदी कर दी.'
अभी तक भारतीय वायुसेना की ओर से आपातकालीन लैंडिंग के कारणों के बारे में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है. मौके पर मौजूद वरिष्ठ अधिकारियों ने ऑपरेशनल और सिक्योरिटी प्रोटोकॉल का हवाला देते हुए टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि सार्वजनिक सुरक्षा या बुनियादी ढांचे को कोई खतरा नहीं है. इससे पहले 6 जून को भी इंडियन एयरफोर्स के एक अपाचे हेलीकॉप्टर की उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में इमरजेंसी लैंडिंग हुई थी. भारतीय वायुसेना के अधिकारियों ने बताया था कि एक नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर ने सहारनपुर के पास एहतियातन लैंडिंग की.
कुछ घंटे बाद एयरफोर्स के टेक्नीशियन की मदद से हेलीकॉप्टर को सहारनपुर एयरबेस पर वापस लाया गया. इससे पहले, भारतीय वायुसेना का एक रिमोटली पायलटेड एयरक्राफ्ट (Unmanned Aerial Vehicle) जैसलमेर जिले के पिथला गांव में 5 जून को दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. वायुसेना ने बताया था कि इस हादसे में किसी भी व्यक्ति या संपत्ति को कोई नुकसान नहीं पहुंचा. वायुसेना ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'भारतीय वायुसेना का एक रिमोटली पायलटेड विमान नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान जैसलमेर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया.'
अपाचे AH-64E भारतीय वायुसेना के बेड़े में सबसे आधुनिक और घातक हेलीकॉप्टरों में से एक है, जो एडवांस टारगेटिंग, नेविगेशन और वेपन सिस्टम्स से लैस है. यह हेलीकॉप्टर अत्यधिक ऊंचाई वाले युद्ध क्षेत्रों सहित रक्षात्मक और आक्रामक दोनों तरह के अभियानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. हालांकि बार-बार इमरजेंसी लैंडिंग से भारतीय वायुसेना के इन हेलीकॉप्टर्स की विश्वसनीयता को लेकर चिंताएं पैदा हो गई हैं, लेकिन रक्षा विश्लेषकों का कहना है कि ऐसी लैंडिंग स्टैंडर्ड सिक्योरिटी प्रोटोकॉल का हिस्सा हैं और अक्सर बड़ी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ऐसा किया जाता है. भारतीय वायुसेना की टेक्निकल टीम हलेड़ गांव में अपाचे हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग के कारणों का पता लगाने के लिए गहन और विस्तृत जांच करेगी.
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मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भारत में फ्रांस के राजदूत थिएरी माथौ से मुलाकात की

भोपाल मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भारत में फ्रांस के राजदूत थिएरी माथौ से मुलाकात की और फ्रांसीसी दूतावास और एलायंस फ्रैंकेइस के साथ त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। एक्स पोस्ट साझा करते हुए, सीएम यादव ने लिखा कि राज्य की संस्कृति, पर्यटन और शिक्षा को बढ़ावा देने और मध्य प्रदेश को भारत की सांस्कृतिक और पर्यटन राजधानी के रूप में प्रदर्शित करने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
मुंबई में महावाणिज्यदूत जीन-मार्क सेरे-चार्लेट और फ्रांसीसी दूतावास में राजनीतिक सलाहकार शाद जॉयनल अबेदिन भी बैठक में मौजूद थे। उन्होंने लिखा, "आज मैंने भारत में फ्रांस के राजदूत डॉ. थिएरी मथौ, मुंबई में महावाणिज्यदूत श्री जीन-मार्क सेरे-चार्लेट और फ्रांसीसी दूतावास में राजनीतिक सलाहकार श्री शाद जॉयनल आबेदीन से मुलाकात की। यह मुलाकात एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि मध्य प्रदेश ने संस्कृति, पर्यटन और शिक्षा में सहयोग को बढ़ावा देने और मध्य प्रदेश को भारत की सांस्कृतिक और पर्यटन राजधानी के रूप में प्रदर्शित करने के लिए फ्रांसीसी दूतावास और एलायंस फ्रैंकेइस के साथ एक त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।" शुक्रवार को समर्पण सेवा समिति, उज्जैन के राष्ट्रीय अध्यक्ष तपन भौमिक और सदस्यों ने भोपाल में समत्व भवन में मुख्यमंत्री से शिष्टाचार भेंट की।
सीएम यादव के कार्यालय ने बैठक की झलकियां साझा कीं और एक्स पर लिखा, "समर्पण सेवा समिति, उज्जैन के राष्ट्रीय अध्यक्ष तपन भौमिक और सदस्यों ने भोपाल निवास में समत्व भवन में मुख्यमंत्री से शिष्टाचार भेंट की।" इससे पहले गुरुवार को भारत में फ्रांस के राजदूत थिएरी मथौ ने कहा कि अहमदाबाद में विमान दुर्घटना की खबरों से फ्रांस "गहरा दुखी" है और इस कठिन समय में पूरी एकजुटता व्यक्त करता है।
एक्स पर एक पोस्ट में मथौ ने कहा, "अहमदाबाद में विमान दुर्घटना की खबरों से फ्रांस बहुत दुखी है। हमारी संवेदनाएं पीड़ितों और उनके प्रियजनों के साथ हैं। हम इस कठिन समय में अपनी पूरी एकजुटता व्यक्त करते हैं।" (एएनआई)
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स्पीकर ओम बिरला ने अहमदाबाद विमान दुर्घटना पर दुख जताया

कोटा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शुक्रवार को एआई-171 विमान दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है, जिसमें कई लोगों की जान चली गई। बिरला ने यह भी कहा कि पीड़ितों में राजस्थान के कई लोग भी शामिल हैं। संवाददाताओं से बात करते हुए बिरला ने कहा, "पूरा देश दुखी है और मृतकों के परिवारों के साथ खड़ा है। इस दुर्घटना में राजस्थान के कई लोग भी मारे गए हैं। हम उनके परिवारों के साथ खड़े हैं।"
लंदन के गैटविक जा रहा एआई-171 बोइंग ड्रीमलाइनर 787-8 विमान गुरुवार को अहमदाबाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। एयरलाइंस ने कहा कि विमान में सवार 242 लोगों में से केवल एक ही दुर्घटना में जीवित बचा, जिससे बोइंग 787-8, एयर इंडिया की उड़ान 171 में सवार 241 लोगों की जान चली गई, जिसमें 12 चालक दल के सदस्य शामिल हैं, एयर इंडिया ने शुक्रवार आधी रात के बाद इसकी पुष्टि की।
विमान का संचालन कैप्टन सुमीत सभरवाल ने किया था, जो 8,200 घंटों की उड़ान के अनुभव वाले एक लाइन ट्रेनिंग कैप्टन हैं, उनकी सहायता फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर ने की, जिन्होंने 1,100 घंटे की उड़ान भरी थी। विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो नागरिक उड्डयन मंत्रालय का एक प्रभाग है जिसे भारत में विमान दुर्घटनाओं की जांच करने का काम सौंपा गया है।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने गुरुवार को पुष्टि की कि एयर इंडिया की उड़ान 171 की घातक दुर्घटना में विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) द्वारा एक औपचारिक जांच शुरू की गई है, जिसमें 241 लोग मारे गए थे। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अहमदाबाद सिविल अस्पताल का दौरा किया और विश्वाश कुमार रमेश से मुलाकात की, जो एक दिन पहले एयर इंडिया विमान दुर्घटना में चमत्कारिक रूप से बचने वाले एकमात्र व्यक्ति थे, जिसमें अन्य सभी 241 यात्रियों की मौत हो गई थी।
प्रधानमंत्री, जो आज सुबह शहर पहुंचे, ने उसी अस्पताल में भर्ती अन्य लोगों से भी मुलाकात की, जो लंदन जाने वाले एयर इंडिया के विमान के अहमदाबाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के तुरंत बाद पास के मेघानीनगर में एक मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद घायल हो गए थे। अस्पताल पहुंचने से पहले, पीएम मोदी ने विमान दुर्घटना स्थल का निरीक्षण किया और जमीनी स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने अहमदाबाद हवाई अड्डे पर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की। (एएनआई)
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विमान हादसा : सीबीआई अफसर की बेटी दीपांशी की मौत

  • जन्मदिन का सरप्राइज बना आखिरी मुलाकात
गांधीनगर। अहमदाबाद विमान हादसे में गुजरात की रहने वाली दीपांशी की भी दर्दनाक मौत हुई है। गांधीनगर के सरगासन स्थित स्वागत फ्लेमिंगो सोसायटी में रहने वाली दीपांशी भदौरिया लंदन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही थीं और एक महीने पहले अपने पिता को जन्मदिन पर सरप्राइज देने भारत आई थीं।
दीपांशी गुरुवार को लंदन लौट रही थीं, लेकिन एयर इंडिया की फ्लाइट हादसे का शिकार हो गई और इस दुर्घटना में उनकी मौत हो गई। दीपांशी के पिता केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) में डीएसपी के पद पर कार्यरत हैं। बेटी को अचानक घर आया देख जो परिवार बेहद खुश था, अब उसी घर में मातम पसरा है।
एयर इंडिया का विमान गुरुवार दोपहर को अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरने के बाद दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। 230 यात्रियों और 12 चालक दल के सदस्यों को लेकर दोपहर 01.38 बजे विमान अहमदाबाद से लंदन के लिए रवाना हुआ था। कुछ मिनट बाद ही ये विमान एक बिल्डिंग से टकराया और उसमें आग लग गई।
विमान में सवार 242 लोगों में से 241 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। इस हादसे में बचने वाले एक व्यक्ति का अस्पताल में इलाज चल रहा है। हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का भी निधन हुआ है। उनके अलावा मरने वालों में यात्रियों में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई शामिल थे।
इस दुर्घटना में बचने वाले एकमात्र व्यक्ति विश्वास कुमार रमेश ने मीडिया से बातचीत में कहा, "कुछ समझ नहीं आया। मैं जहां गिरा था, वो प्लेन के बाहर नीचे की तरफ का हिस्सा था। जैसे ही प्लेन गिरा, मेरी साइड स्पेस था और मेरी साइड का गेट टूट गया, जिससे मैं निकला। मुझे नहीं पता मैं कैसे बच गया। जब आग लगी तो मेरा बायां हाथ जल गया था।" अस्पताल में भर्ती विश्वास कुमार रमेश का कहना है कि लोग बहुत सपोर्ट कर रहे हैं।
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जिंदा बचे इकलौते यात्री ने बताया हादसे का सच

  • एअर इंडिया प्लेन क्रैश
अहमदाबाद। गुजरात के अहमदाबाद में हुए एक भयानक विमान हादसे ने पूरे देश ही नहीं विदेश के लोगों को झकझोर कर रख दिया. तेज रफ्तार से टेकऑफ करते वक्त विमान सीधे एक अस्पताल के हॉस्टल की बिल्डिंग में जा घुसा. तेज धमाके, आग, धुआं और चीखों के बीच हर कोई सकते में था. इस हादसे में जहां 265 लोगों की जानें चली गईं, वहीं चमत्कारिक रूप से बचे प्लेन में सफर कर रहे रमेश विश्वास कुमार से आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुलाकात की और उनका हालचाल जाना.
अस्पताल के बिस्तर पर लेटे विश्वास कुमार ने न्यूज चैनल को आपबीती सुनाई, उन्होंने बताया कि प्लेन जैसे ही रनवे पर स्पीड पकड़ने लगा, तभी कुछ अजीब-सा लगा. अचानक 5-10 सेकंड के लिए सब जैसे रुक गया था. सन्नाटा, फिर एकदम से ग्रीन और व्हाइट लाइट्स ऑन हो गईं. लगता था जैसे टेकऑफ के लिए पायलट ने पूरा जोर लगा दिया हो. बस फिर क्या था वो रफ्तार सीधा हॉस्टल की बिल्डिंग में जा घुसी.
विश्वास ने बताया कि मेरी सीट प्लेन के जिस हिस्से में थी, वो बिल्डिंग के निचले हिस्से से टकराया होगा. ऊपर के हिस्से में आग लग गई थी, कई लोग वहीं फंसे रह गए. शायद मैं सीट सहित नीचे गिर गया था. मैं जैसे-तैसे निकल पाया. दरवाजा टूट गया था, और सामने कुछ खाली जगह दिखी, तो निकलने की कोशिश की. वे बताते हैं कि दूसरी साइड पर दीवार थी, वहां से शायद कोई नहीं निकल सका. रमेश विश्वास ने बताया कि उनकी आंखों के सामने ही दो एयर होस्टेस, एक अंकल-आंटी और सबकुछ जल रहा था. इस हादसे में विश्वास का बायां हाथ बुरी तरह जल गया, लेकिन जान बच गई. वह बताते हैं कि जैसे ही बाहर आया, आग फैल रही थी. कुछ सेकंड और देर होती तो शायद...
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विमान हादसा : प्रत्यक्षदर्शियों ने बयां की आंखों देखी

  • बोले- ‘कभी नहीं भूल पाएंगे, हमारी जिंदगी का ब्लैक डे जैसा’
अहमदाबाद। गुजरात के अहमदाबाद विमान हादसा रोंगटे खड़े करने वाला था। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पहले हमें आसमान में काला धुआं दिखा, तो लगा कि कहीं आग लगी होगी। इसके बाद पता चला कि एयर इंडिया का विमान क्रैश हो गया। विमान में बहुत से लोग सवार थे। ऐसे में किसी का बच पाना मुश्किल था।
घटनास्थल से महज दो किलोमीटर दूर रहने वाले जयराम रमेश ने बताया कि प्लेन क्रैश के बारे में आसपास के लोगों को जैसे ही जानकारी मिली, तो सभी सहम गए। हमें बताया गया कि एयर इंडिया का विमान क्रैश हो गया। कोई भी बच नहीं पाएगा।
जयराम बताते हैं, "प्लेन क्रैश के बारे में जानकारी मिलने के बाद घटनास्थल पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी पहुंचे और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया गया। यह हादसा बहुत ही भयावह था। फिर मैं सुबह यहां (घटनास्थल) आया। मैंने सोचा कि एक बार यहां पर जाकर देखूं। लेकिन, यहां पर फिलहाल बड़ी संख्या में पुलिस सहित अन्य अधिकारी मौजूद हैं, जो पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। यहां अभी किसी भी आम नागरिक को जाने की इजाजत नहीं है।"
प्रत्यक्षदर्शी राकेश मिश्रा ने भी प्लेन क्रैश के बारे में बताया। उन्होंने कहा, "पूरा प्लेन आग के गोले में तब्दील हो चुका था। मंजर देखकर लग रहा था कि किसी का भी बच पाना मुश्किल ही है। आसपास के लोग भी कुछ भी करने की स्थिति में नहीं थे, क्योंकि यह प्लेन आग के गोले में बदल चुका था। ऐसी स्थिति में कुछ भी नहीं किया जा सकता था।"
वे बताते हैं कि हादसे के बारे में जानकारी मिलने के बाद फौरन पुलिस और दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंच चुकी थी। लेकिन, कुछ भी नहीं किया जा सकता था, क्योंकि तब तक बहुत बड़ा हादसा हो चुका था। हमें इस बात का बहुत दुख है।
घटनास्थल से महज 500 मीटर दूर रहने वाले प्रत्यक्षदर्शी सूरज भाई बताते हैं कि हमें जोरदार धमाके की आवाज सुनाई दी। इसके बाद हम सभी घटनास्थल पर पहुंचे। इसके बाद पुलिस सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। लेकिन, कुछ कर पाना मुश्किल था। अभी घटनास्थल से शवों को निकालने की प्रक्रिया जारी है। बोले, "मेरी 54 साल की उम्र है। मैं अपनी जिंदगी में कभी ऐसा हादसा नहीं देखा था। यह हमारे लिए ब्लैक डे के जैसा है। जिसे हमें अपनी जिंदगी में कभी नहीं भूल पाएंगे।"
बता दें कि गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार को एयर इंडिया का विमान टेकऑफ के दौरान क्रैश हो गया था। इस विमान में 242 लोग सवार थे। इनमें से 241 लोगों की मौत की पुष्टि एयर इंडिया की तरफ से की जा चुकी है और एक शख्स बच गया है, जिसका अभी अस्पताल में उपचार चल रहा है।
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तेहरान-तेल अवीव में तनाव, आईजीआईए ने ईरान और इराक जाने वाले यात्रियों के लिए जारी की एडवाइजरी

नई दिल्ली। इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (आईजीआईए) ने शुक्रवार को ईरान और इराक जाने वाले यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी की है। 'आईजीआईए' ने यात्रियों को सलाह दी है कि वह जिस एयरलाइन से उड़ान भर रहे हैं, उससे लेटेस्ट शेड्यूल और अपडेट के बारे में जानकारी लें।
'आईजीआईए' की ओर से यह सलाह ईरान और इजरायल के बीच बढ़ती दुश्मनी के बीच आई है। शुक्रवार सुबह इजरायल ने ईरान पर एयर स्ट्राइक की है। इस ऑपरेशन को इजरायल ने 'नेशन ऑफ लायंस' का नाम दिया है।
'आईजीआईए' ने एडवाइजरी में कहा, "दिल्ली में परिचालन सुचारू रूप से चल रहा है। हालांकि, ईरान, इराक और पड़ोसी क्षेत्र में हवाई क्षेत्र की बदलती परिस्थितियों के चलते कुछ उड़ानों के शेड्यूल प्रभावित हुए हैं। यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वह अपनी उड़ानों के बारे में लेटेस्ट अपडेट के लिए संबंधित एयरलाइन से संपर्क करें। हम सभी यात्रियों से आग्रह करते हैं कि वह सटीक और लेटेस्ट जानकारी के लिए केवल ऑफिशियल सोर्स पर ही भरोसा करें।"
'तेल अवीव' में भारतीय दूतावास ने भी इजरायल में मौजूद भारतीय नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है, जिसमें उनसे सतर्क रहने, अनावश्यक आवाजाही से बचने और स्थानीय सुरक्षा निर्देशों का पालन करने की सलाह दी है।
सोशल मीडिया पर भारतीय मिशन ने इजरायल में रहने वाले या यात्रा करने वाले भारतीय नागरिकों के लिए सावधानी और तैयारियों के महत्व पर जोर दिया है। इजरायल स्थित भारतीय दूतावास ने 'एक्स' पर लिखा, "क्षेत्र में मौजूदा स्थिति को देखते हुए, इजरायल में सभी भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे सतर्क रहें। वह इजरायली अधिकारियों और होम फ्रंट कमांड के बताए गए सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करें। सावधानी बरतें और देश के अंदर गैर-जरूरी यात्रा से बचें। सेफ्टी शेल्टर के करीब रहें।"
इजरायल-ईरान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए भारतीय दूतावास ने अपने नागरिकों से आधिकारिक चैनलों के माध्यम से अपडेट रहने को कहा है। इसके साथ ही आपात स्थिति में मिशन के संपर्क में रहने की सलाह भी दी गई है।
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अहमदाबाद विमान हादसा : एयर इंडिया ने स्थापित किए ‘मित्र एवं सहायता केंद्र’

नई दिल्ली। एयर इंडिया ने गुजरात के अहमदाबाद में हुए विमान हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों और मित्रों की सहायता के लिए ‘मित्र एवं रिश्तेदार सहायता केंद्र’ स्थापित किए जाने की जानकारी दी है। यह ‘मित्र एवं रिश्तेदार सहायता केंद्र’ दिल्ली, मुंबई और गैटविक हवाई अड्डों पर स्थापित किए गए हैं। एयर इंडिया ने इस संबंध में अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर पोस्ट भी किया है।
एयर इंडिया के मुताबिक, इस 'मित्र एवं रिश्तेदार सहायता केंद्र' का उद्देश्य हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों और रिश्तेदारों की मदद करना है। एयरलाइंस ने अपने पोस्ट में बताया, “एयर इंडिया ने उड़ान एआई171 के यात्रियों के परिवारों और प्रियजनों की मदद के लिए अहमदाबाद, मुंबई, दिल्ली और गैटविक हवाई अड्डों पर सहायता केंद्र बनाए हैं। ये केंद्र परिवार वालों को अहमदाबाद की यात्रा में सहायता दे रहे हैं।”
पोस्ट में आगे कहा गया, “भारत के अंदर और बाहर मृतकों के परिजनों के संपर्क के लिए यात्री हॉटलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं। भारत के अंदर रहने वाले लोग 1800-5691-444 नंबर पर संपर्क कर सकते हैं और भारत के बाहर के लोग +91-8062779200 इस नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।”
साथ ही, एयर इंडिया ने कहा कि वह इस संबंध में पल-पल की जानकारी अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर साझा करता रहेगा, ताकि किसी को कोई परेशानी न हो। साथ ही मीडिया से भी अनुरोध किया है कि वह हादसे के संबंध में किसी भी प्रकार की जानकारी प्राप्त करने के लिए इस हॉटलाइन नंबर पर संपर्क करने की कोशिश न करें।
एयर इंडिया ने गुरुवार को अपनी पोस्ट में बताया था कि 12 साल पुराना बोइंग 787-8 विमान 230 यात्रियों और 12 चालक दल के सदस्यों को लेकर 1338 बजे अहमदाबाद से रवाना हुआ था। अपनी पोस्ट में कहा था, “एयर इंडिया मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता है। अब हमारा प्रयास पूरी तरह से प्रभावित लोगों, उनके परिवारों और प्रियजनों की जरूरतों पर केंद्रित है। एयर इंडिया की ओर से देखभाल करने वालों की एक टीम अब अतिरिक्त सहायता प्रदान करने के लिए अहमदाबाद में है। एयर इंडिया इस घटना की जांच कर रहे अधिकारियों को अपना पूरा सहयोग दे रही है।”
शुक्रवार को विमान में सवार 242 लोगों में से 241 लोगों की मौत की पुष्टि की गई। इस हादसे में एक व्यक्ति बच गया है, जिसका उपचार अस्पताल में चल रहा है। यात्रियों में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई शामिल थे। जीवित व्यक्ति भारतीय मूल का ब्रिटिश नागरिक है।
बता दें कि गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार (12 जून) को एयर इंडिया का विमान हादसे का शिकार हो गया था। टेक ऑफ के कुछ सेकंड बाद ही यह विमान क्रैश हो गया था। हादसे के समय विमान में 10 केबिन क्रू समेत 242 लोग सवार थे।
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PM मोदी ने सिविल अस्पताल में विश्वास कुमार रमेश से की मुलाकात

  • एअर इंडिया विमान हादसा : 241 की मौत, एक जिंदा बचा
अहमदाबाद। एअर इंडिया विमान हादसे में बचे यात्री विश्वास कुमार रमेश से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिविल अस्पताल में मुलाकात की है। प्रधानमंत्री ने रमेश का हालचाल जाना है।
अहमदाबाद में गुरुवार दोपहर एअर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्लेन क्रैश हो गया। इसमें 12 क्रू मेंबर समेत 242 लोग सवार थे। अब तक हादसे में केवल एक यात्री के जिंदा बचने की बात आई है। बाकी सभी लोगों की मौत हो गई है।
प्लेन की सीट नंबर 11-A पर बैठे हुए भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक रमेश विश्वास कुमार हादसे में जिंदा बच गए हैं। उनका वीडियो भी सामने आया है। एअर इंडिया की उड़ान संख्या AI-171 अहमदाबाद से लंदन जा रही थी। इसमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक समेत कुल 230 यात्री सवार थे। 103 पुरुष, 114 महिलाएं, 11 बच्चे और 2 नवजात शामिल हैं। बाकी 12 क्रू मेंबर्स थे।
हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का भी निधन हो गया है।
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एयर इंडिया विमान हादसे वाली जगह पर पहुंचे पीएम मोदी

  • एयर इंडिया प्लेन क्रैश में 265 की मौत
अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अहमदाबाद में एयर इंडिया के प्लेन क्रैश साइट पर पहुंचे। इस दौरान उनके साथ केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री मोदी अहमदाबाद में एक समीक्षा बैठक भी करेंगे। दूसरी ओर घटना स्थल पर स्निफर डॉग्स का स्क्वाड बुला लिया गया है। यहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं। हादसे की जगह को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। पुलिस के साथ-साथ एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर मौजूद है।
गुरुवार को पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने पोस्ट में लिखा, “अहमदाबाद में हुई त्रासदी ने हमें स्तब्ध और दुखी कर दिया है। यह शब्दों से परे दिल दहला देने वाली घटना है। इस दुखद घड़ी में, मेरी संवेदनाएं इससे प्रभावित सभी लोगों के साथ हैं। मैं मंत्रियों और अधिकारियों के संपर्क में हूं जो प्रभावित लोगों की सहायता के लिए काम कर रहे हैं।“
घटना स्थल पर मौजूद एक एनडीआरएफ जवान ने बताया, "अभी स्थिति सामान्य है। जो लोग बाहर मलबा गिरने के बाद जल गए थे, उन्हें निकाल लिया गया है। अब बाकी की तलाशी इमारत के अंदर की जाएगी। बाहर कोई नहीं बचा है। बाहर तलाशी अभियान कल से ही चल रहा था और सभी को वहां से निकाल लिया गया है।"
प्रत्यक्षदर्शी सूरज ने बताया कि गुरुवार को दोपहर 1:40 के आसपास धमाका हुआ, तो हम अपने घर से भागे। घटना स्थल से हमारा घर ज्यादा दूर नहीं था। स्थानीय क्षेत्र से सभी लोग घटनास्थल पर एकत्र हुए। 5-6 मिनट के भीतर, पुलिस, अग्निशमन विभाग और सभी आपातकालीन सेवाएं जल्द ही पहुंच गई। यहां लगातार काम चल रहा है।
दूसरी ओर विजय मेडिकल कॉलेज में एयर इंडिया की फ्लाइट के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद डीएनए सैंपलिंग की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बड़ी संख्या में लोग अपने प्रियजनों के शवों की पहचान के लिए डीएनए सैंपल जमा करा रहे हैं।
एयर इंडिया प्लेन क्रैश में 265 की मौत
अहमदाबाद में गुरुवार दोपहर लंदन जा रही एअर इंडिया की फ्लाइट के भयावह हादसे के बाद हालात बेहद दर्दनाक हैं. अहमदाबाद पुलिस के डिप्टी कमिश्नर कनन देसाई ने मीडिया को बताया कि हादसे के बाद अब तक 265 शवों को सिविल अस्पताल लाया गया है. उन्होंने कहा, “हमें जो संदेश मिला है, उसके अनुसार 265 शव अस्पताल पहुंच चुके हैं.” यह हादसा हालिया वर्षों में भारत की सबसे भीषण विमान दुर्घटनाओं में गिना जा रहा है, जिसने पूरे देश को गहरे शोक में डुबो दिया है.
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भारत में बड़ा विमान हादसा, प्रधानमंत्री मोदी ने गृहमंत्री अमित शाह और नागरिक उड्डयन मंत्री से बात की

  • एयर इंडिया के विमान एआई171 में सवार थे 242 यात्री
ahmedabad plane crash : प्रधानमंत्री मोदी ने गृह मंत्री अमित शाह और नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू से बात की। उन्होंने उनसे अहमदाबाद जाकर यह सुनिश्चित करने को कहा है कि विमान दुर्घटना के बाद प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता दी जाए।
भारत में बड़ा विमान हादसा
गुजरात के अहमदाबाद में बड़ा विमान हादसा हुआ है। दरअसल अहमदाबाद के मेघाणी नगर इलाके में एअर इंडिया का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में 242 यात्री सवार थे। हादसे के बाद आसमान में धुएं का बड़ा गुबार दिखाई दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, विमान अहमदाबाद एयरपोर्ट से टेकऑफ करते ही हादसे का शिकार हो गया। घटनास्थल पर अग्निशमन दल की टीमें पहुंच गई हैं और राहत और बचाव कार्य जारी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एयर इंडिया का विमान एआई171 हादसे का शिकार हुआ है, जो अहमदाबाद से लंदन गैटविक जा रहा था। यह विमान बोइंग B787 एयरक्राफ्ट वीटी-एएनबी था। विमान रिहायशी इलाके में क्रैश हुआ है। ऐसे में बड़ा नुकसान होने की आशंका है। हादसे की सूचना मिलते ही गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल भी अहमदाबाद के लिए रवाना हो गए हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी गुजरात सीएम और अहमदाबाद के कमिश्नर से फोन पर बात की है और उनसे हालात के बारे में जानकारी ली। एअर इंडिया ने भी हादसे की पुष्टि की है और बयान में कहा है कि वे हालात की समीक्षा कर रहे हैं।
डीजीसीए ने बताया कि विमान में दो पायलट और केबिन क्रू के 10 सदस्यों समेत 242 यात्री सवार थे। विमान को कैप्टन सुमीत सभरवाल और फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर उड़ा रहे थे। डीजीसीए ने बताया कि विमान ने अहमदाबाद एयरपोर्ट के रनवे 23 से दोपहर 1.38 पर उड़ान भरी। उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही पायलट ने एटीसी को मेडे की कॉल की थी, लेकिन जब एटीसी ने एयरक्राफ्ट से संपर्क साधने की कोशिश की तो कोई जवाब नहीं मिला। विमान उड़ान भरते ही एयरपोर्ट परिसर के बाहर गिर गया, जिसके बाद धुएं का बड़ा गुबार दिखाई दिया। विमान हादसे के बाद बचाव और राहत कार्य के लिए एनडीआरएफ की कई टीमें मौके पर भेजी गई हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में ऐसा दावा किया जा रहा है कि गुजरात के पूर्व सीएम विजय रूपाणी भी इस विमान में सवार थे।
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अहमदाबाद एअर इंडिया प्लेन क्रैश, 242 लोग थे सवार

अहमदाबाद। गुजरात के अहमदाबाद एयरपोर्ट के पास बड़ा हादसा हुआ. यहां एयरपोर्ट से सटे मेघानी नगर में एअर इंडिया का एक विमान AI 171 टेक ऑफ के दौरान हादसे का शिकार हो गया. बताया जा रहा है कि यह इंटरनेशनल फ्लाइट अहमदाबाद से लंदन जा रही थी. हादसे के बाद हर तरफ धुएं का गुबार देखा गया है और रेस्क्यू के लिए दमकल की कई गाड़ियां मौके पर पहुंच चुकी हैं.
बताया जा रहा है जिस मेघानी नगर में विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ है, वह एक रिहायशी इलाका है और ऐसे में जान-माल की हानि होने की आशंका जताई जा रही है. एयरपोर्ट से मेघानीनगर की दूरी 15 किलोमीटर के करीब है. हादसे के तुरंत बाद फायर ब्रिगेड की 7 गाड़ी मौके पर पहुंच गईं और आग बुझाने का काम शुरू किया.
सोशल मीडिया पर प्लेन क्रैश के कई वीडियो वायरल हैं, जिनमें दुर्घटनास्थल से धुएं का काला गुबार आसमान में उठता हुआ दिखाई दे रहा है. इमरजेंसी टीम की तैनाती मौके पर की गई है. अधिकारियों ने अभी तक दुर्घटना के कारण की पुष्टि नहीं की है. मेघानीनगर क्षेत्र के निकट धारपुर से भारी धुआं दिखाई दे रहा है. क्रैश प्लेन बोइंग का 787 ड्रीमलाइनर बताया जा रहा है, जो 11 साल पुराना था
जानकारी के मुताबिक विमान में 240 से ज्यादा लोगों के सवार होने की बात सामने आ रही है. हालांकि अभी हादसे की वजह और नुकसान की जानकारी नहीं मिली है. फिलहाल अहमदाबाद प्रशासन और दमकल विभाग एक्टिव हो गया है, ताकि ज्यादा नुकसान से बचा जा सके. बीएसफ और एनडीआरएफ की दो टीमें मौके पर पहुंच रही हैं.
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ED ने 2700 करोड़ की रियल एस्टेट धोखाधड़ी मामले में छापेमारी की

  • 24 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी
जयपुर। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को एक रियल एस्टेट स्कीम से जुड़े 2,700 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बड़ी कार्रवाई की। ईडी ने दिल्ली, राजस्थान और गुजरात में लगभग 24 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की।
एजेंसी सूत्रों के मुताबिक, यह जांच "रेड नेक्सा एवरग्रीन" नाम की एक रियल एस्टेट स्कीम से जुड़ी है, जिसमें बड़े पैमाने पर वित्तीय धोखाधड़ी हुई है। राजस्थान में ईडी की टीमों ने जयपुर, जोधपुर, सीकर और झुंझुनू जैसे शहरों में छापेमारी की। इसके अलावा, अहमदाबाद (गुजरात) और दिल्ली के कुछ इलाकों में भी एक साथ छापे मारे गए। यह पूरी कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत की जा रही है।
"रेड नेक्सा एवरग्रीन" प्रोजेक्ट ने लोगों को ज्यादा मुनाफे या प्रॉपर्टी देने के वादे करके निवेश के लिए लुभाया था, जैसे फ्लैट, जमीन या एक तय समय के बाद ज्यादा रिटर्न देने की बात कही गई थी। आरोप है कि इस स्कीम के जरिए बड़ी संख्या में निवेशकों से ठगी की गई।
इससे पहले राजस्थान पुलिस ने इस धोखाधड़ी में शामिल कई लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। अब ईडी की जांच का मकसद इस घोटाले में पैसे के लेन-देन का पता लगाना और मुख्य लाभ उठाने वालों की पहचान करना है।
जांच अभी जारी है और उम्मीद है कि तलाशी पूरी होने पर और भी जानकारी सामने आएगी। राजस्थान, गुजरात और दिल्ली में लगभग 24 जगहों पर छापेमारी की जा रही है। इस परियोजना में निवेशकों को तय समय तक पैसा लगाने के लिए लुभाया गया था। उनसे वादा किया गया था कि निवेश के बदले में उन्हें प्लॉट या फ्लैट दिए जाएंगे। लेकिन आरोप है कि ये वादे पूरे नहीं किए गए और निवेशकों को धोखा दिया गया।
आख़िर में ठगे गए और निराश निवेशकों ने इस मामले में कई एफआईआर दर्ज कराईं। अधिकारियों ने बताया कि मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल को ध्यान में रखते हुए ईडी ने छापेमारी की है। जैसे ही तलाशी अभियान पूरा होगा, इस घोटाले में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सूत्रों के मुताबिक, अब तक इस मामले की जांच राजस्थान पुलिस कर रही थी, लेकिन अब जब ईडी शामिल हो गया है, तो जल्द ही इस घोटाले से जुड़ी नई जानकारी सामने आने की उम्मीद है।
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देश में तनाव और ध्रुवीकरण बढ़ रहा है : अशोक गहलोत

उदयपुर। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने गुरुवार को कहा कि देश में तनाव और ध्रुवीकरण बढ़ रहा है, जिसे उन्होंने 'लोकतंत्र के लिए खतरनाक' बताया। अशोक गहलोत ने कहा कि लोकतंत्र तभी मजबूत होता है जब सभी धर्म और जातियां एक साथ मिलकर आगे बढ़ती हैं। उन्होंने कहा कि संविधान को बचाना सिर्फ़ चुनाव जीतने से ज़्यादा महत्वपूर्ण है और कहा कि विपक्ष लोगों के अधिकारों की रक्षा करने में अहम भूमिका निभाता है।
मीडियाकर्मियों से बात करते हुए अशोक गहलोत ने कहा, "पूरा देश एक तरह का तनाव और ध्रुवीकरण देख रहा है जो आज़ादी के बाद के भारत में पहली बार है। यह किसी के हित में नहीं है। लोकतंत्र तभी मजबूत होता है जब सभी धर्म और जातियां एक साथ चलती हैं। चुनाव जीतना एक बात है, लेकिन लोकतंत्र को बचाना दूसरी बात है। धीरे-धीरे लोकतंत्र की हत्या हो रही है और संविधान खतरे में है।
राहुल गांधी बार-बार संविधान बचाने की बात कह रहे हैं। लोकतंत्र में विपक्ष महत्वपूर्ण है और विपक्ष के बिना लोकतंत्र में सरकार क्या है?... विपक्ष लोगों के लिए आवाज़ उठाता है..." इससे पहले दिन में, कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने आरोप लगाया कि भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने पारदर्शिता की मांग करने वाले पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के आदेश के 11 दिन बाद ही चुनाव दस्तावेजों तक जनता की पहुंच को प्रतिबंधित कर दिया है।
पार्टी के मीडिया एवं प्रचार विभाग के अध्यक्ष खेड़ा ने दावा किया कि पिछले साल 9 दिसंबर को पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने चुनाव आयोग को हरियाणा चुनाव से सीसीटीवी फुटेज और फॉर्म 17सी रिकॉर्ड साझा करने का निर्देश दिया था, जिसके कारण भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) ने कानून मंत्रालय को चुनाव संचालन नियमों के नियम 93 में बदलाव का प्रस्ताव देते हुए पत्र लिखा था, जिसमें तर्क दिया गया था कि "अन्य सभी कागजात" के निरीक्षण की अनुमति देने से "प्रशासनिक बोझ" पैदा होता है।
एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने आगे दावा किया कि पिछले साल 20 दिसंबर तक नियम में संशोधन कर उसे अधिसूचित कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि "चुनाव से संबंधित अन्य सभी कागजात सार्वजनिक निरीक्षण के लिए खुले रहेंगे" वाक्यांश को "इन नियमों में निर्दिष्ट अन्य सभी कागजात" से बदल दिया गया, जिससे चुपचाप सार्वजनिक पहुंच सीमित हो गई।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक लेख के आधार पर कहा, "सरकार ने पारदर्शिता की मांग करने वाले उच्च न्यायालय के आदेश के मात्र 11 दिन बाद ही चुपचाप चुनाव दस्तावेजों तक सार्वजनिक पहुंच को प्रतिबंधित कर दिया है। 9 दिसंबर, 2024 को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने चुनाव आयोग को हरियाणा चुनावों से सीसीटीवी फुटेज और फॉर्म 17सी रिकॉर्ड साझा करने का निर्देश दिया।" "17 दिसंबर को, चुनाव आयोग ने कानून मंत्रालय को चुनाव संचालन नियमों के नियम 93 में बदलाव का प्रस्ताव देते हुए लिखा था, जिसमें तर्क दिया गया था कि 'अन्य सभी कागजात' के निरीक्षण की अनुमति देने से 'प्रशासनिक बोझ' पैदा होता है। 20 दिसंबर को रात 10:23 बजे तक नियम में संशोधन कर उसे अधिसूचित कर दिया गया। "चुनाव से संबंधित अन्य सभी कागजात सार्वजनिक निरीक्षण के लिए खुले रहेंगे" वाक्यांश को "इन नियमों में निर्दिष्ट अन्य सभी कागजात" से बदल दिया गया, जिससे चुपचाप सार्वजनिक पहुंच सीमित हो गई," खेड़ा ने कहा। कांग्रेस नेता ने दावा किया कि संशोधन ने कानूनी "अस्पष्टता" पैदा की और 1961 से लागू नियम के मूल इरादे का खंडन किया। संशोधन प्रभावी रूप से सीसीटीवी फुटेज, वीडियो रिकॉर्डिंग और अन्य इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड तक पहुंच को अवरुद्ध करता है, जिनमें से कोई भी पुरानी नियम पुस्तिका में 'निर्दिष्ट' नहीं है। उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय द्वारा उन सामग्रियों को जारी करने के आदेश के बाद संशोधन किया गया था। खेड़ा ने कहा, "अदालत के आदेश से अधिसूचना तक सिर्फ 11 दिन का समय और गति, उल्लेखनीय है।" (एएनआई)

 

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भारत के युवाओं की मदद से हम इनोवेशन और टेक्नोलॉजी में प्रगति कर रहे हैं : PM मोदी

दिल्ली। बीते 11 सालों में भारत ने डिजिटल दुनिया में क्रांतिकारी सफर तय किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका श्रेय देश की युवा पीढ़ी को दे रहे हैं। डिजिटल दिशा में 11 साल के कार्यकाल को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने आधिकारिक "एक्स" हैंडल पर एक पोस्ट में लिखा कि भारत के युवाओं की मदद से हम इनोवेशन और टेक्नोलॉजी के अनुप्रयोग में उल्लेखनीय प्रगति कर रहे हैं। ये आत्मनिर्भर बनने और वैश्विक तकनीकी महाशक्ति बनने के प्रयासों को भी मजबूत कर रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने "एक्स" पर अपने एक अन्य पोस्ट में लिखा, "टेक्नोलॉजी की शक्ति का फायदा उठाने से लोगों को अनगिनत लाभ मिले हैं। सर्विस डिलीवरी और ट्रांसपेरेंसी को बहुत बढ़ावा मिला है। इसके अलावा टेक्नोलॉजी सबसे गरीब लोगों के जीवन को सशक्त बनाने का एक साधन बन गई है।" इसके पहले भारत सरकार के "माईगव इंडिया" सोशल मीडिया अकाउंट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिजिटल इंडिया पहल की प्रशंसा की गई। "एक्स" पर किए गए पोस्ट में लिखा गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत डिजिटल इनोवेशन, तकनीक आधारित शासन और वैश्विक विश्वास का केंद्र बना है। मैन्युफैक्चरिंग से लेकर स्पेस टेक्नोलॉजी तक, डिजिटल पेमेंट से लेकर ग्रामीण कनेक्टिविटी तक, परिवर्तन स्पष्ट, प्रभावशाली और स्थायी है।
डिजिटल इंडिया ने कैसे हर नागरिक के लिए शासन को फिर से शुरू किया, इस बारे में भी जानकारी दी गई। "माईगव इंडिया" के अन्य पोस्ट में लिखा है कि 11 साल पहले एक साइलेंट डिजिटल क्रांति शुरू हुई, जिसने भारत के संपर्क, शासन और विकास के तरीके को नया आकार दिया। इस पोस्ट में लिखा गया, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में डिजिटल इंडिया पहल ने टेक्नोलॉजी को सशक्तिकरण का एक मजबूत साधन बनाया। इसने न सिर्फ दूरियों को पाटा, बल्कि नए अवसरों के द्वार खोले और शासन को हर नागरिक के लिए आसान और पारदर्शी बनाया। दूरदराज के गांवों तक इंटरनेट पहुंचाना हो या दुनिया को दिशा देने वाले रीयल-टाइम डिजिटल पेमेंट्स, ये बदलाव सिर्फ आंकड़ों की बात नहीं है। यह लोगों, प्रगति और संभावनाओं की कहानी है।"
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दिल्ली सरकार बाढ़ जैसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार : CM रेखा गुप्ता

नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने बुधवार को बाढ़ नियंत्रण आदेश जारी कर विभागों को राष्ट्रीय राजधानी में किसी भी "बाढ़ जैसी स्थिति" के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि सरकार ऐसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। गुप्ता ने बुधवार को सचिवालय में बाढ़ नियंत्रण पर शीर्ष समिति की बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें मानसून के मौसम से पहले शहर की तैयारियों की समीक्षा की गई और बाढ़ नियंत्रण आदेश 2025 जारी किया गया, जो सभी विभागों के लिए एक मैनुअल या गाइडबुक के रूप में कार्य करता है, एक बयान में कहा गया है। दस्तावेज़ में प्रत्येक विभाग की ज़िम्मेदारियों, आपातकालीन संपर्क बिंदुओं और आपदा प्रबंधन प्रोटोकॉल का विवरण है।
बैठक के बाद गुप्ता ने कहा कि हर साल दिल्ली के निवासी बाढ़ और जलभराव के कारण पीड़ित होते हैं। उन्होंने याद किया कि कैसे अगस्त-सितंबर 2023 में, दिल्ली में अभूतपूर्व बाढ़ आई थी, जब यमुना नदी 208.6 मीटर तक बढ़ गई थी, जिससे कई आवासीय क्षेत्र जलमग्न हो गए थे। उन्होंने कहा कि प्रमुख बाढ़-ग्रस्त क्षेत्रों में नोडल अधिकारी तैनात किए गए हैं और प्रमुख नालों की सफाई की जा रही है, बयान में कहा गया है। गुप्ता ने दावा किया कि पिछली सरकारों ने बाढ़ नियंत्रण को कभी गंभीरता से नहीं लिया और बताया कि 2023 में बैराज के गेट भी नहीं खोले जा सकेंगे।
इसके विपरीत, इस वर्ष सभी प्रमुख बैराजों की बड़े पैमाने पर मरम्मत और रखरखाव किया गया है और प्रमुख नालों से लगभग 20 लाख मीट्रिक टन गाद निकाली गई है। एमसीडी और पीडब्ल्यूडी द्वारा गाद निकालने का लगभग 80-90 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है और बाकी काम जारी है," उन्होंने कहा। सीएम ने कहा कि बाढ़ नियंत्रण आदेश 2025 में जल निकासी व्यवस्था, नदी तटबंधों, पंपिंग स्टेशनों, परिचालन योजनाओं, उपकरणों के विवरण और आपातकालीन संपर्क नंबरों के लिए दिशा-निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री प्रवेश साहिब सिंह, आशीष सूद और मनजिंदर सिंह सिरसा के नेतृत्व में समितियां बनाई गई हैं, जिनमें से प्रत्येक के तहत तीन से चार जिला मजिस्ट्रेट हैं, जिन्हें बाढ़ प्रबंधन की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
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