धान का कटोरा

मंत्री ताम्रध्वज साहू ने राज्योत्सव स्थल के तैयारियों का लिया जायजा

झूठा सच @ रायपुर :- छत्तीसगढ़ राज्य की 23वीं वर्षगांठ धूमधाम से मनाने की तैयारी चल रही है। राजधानी रायपुर के साइंस कालेज ग्राउंड में 1 नवंबर को आयोजित राज्योत्सव के साथ ही 1 से 3 नवंबर तक राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का भी आयोजन किया जा रहा है। शनिवार को राज्योत्सव एवं राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव की तैयारियो का जायजा लेने के लिए प्रदेश के गृह, लोक निर्माण एवं पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू साइंस कालेज मैदान पहुंचे।साहू ने तय समय पर तैयारियों को पूरा करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। साहू ने राज्योत्सव के अवसर पर तैयार किए जा रहे लोक निर्माण एवं पर्यटन विभाग के स्टाल्स का निरीक्षण किया और इनकी तैयारियों को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। इस मौके पर गृह, लोक निर्माण और पर्यटन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
 
और भी

डायल 112 ने परिजन से बिछड़ जाने वाले बालक को मिलवाया

झूठा सच @ रायपुर / बिलासपुर :- अपने परिजन से बिछड़ जाने वाले बालक को डायल 112 ने मिलवाया। जानकारी के मुताबिक 3 वर्षीय बालक रिहान यादव अपने माता-पिता से बिछड़ गया था। चकरभाठा बिलासपुर डायल 112 की टीम ने पता तलाश कर सुरक्षित परिजन मां कृष्ण कुमारी को सुपुर्द किया। परिजन ने सहृदय धन्यवाद ज्ञापित किया।

बता दें कि डायल 112 योजना पुलिस, एंबुलेंस व अग्निशमन सेवा का एकीकृत रूप है | जिसका संचालन यद्यपि पुलिस द्वारा किया जा रहा है, परन्तु सभी प्रकार की सेवाओं से जुड़ा हुआ है। योजना का उद्देश्य पीड़ितों को तत्काल पुलिस सहायता मुहैया कराना एवं आवश्यकता पड़ने पर अन्य विभागों से सामंजस्य बनाते हुये स्वास्थ्य व अग्निशमन सेवा भी उपलब्ध कराना है।

"एक्के नम्बर सब्बो बर" नाम से ही स्पष्ट है कि सभी आपातकालीन सेवाओं हेतु अलग-अलग नंबरों के स्थान पर केवल एक ही नंबर याद रखा जाये। पुलिस विभाग की पहल पर नेशनल इमरजेंसी रिस्पोंस सिस्टम के तहत् पुलिस सहायता (100) स्वास्थ्य सहायता (108) और अग्निशमन सेवा (101) को एकीकृत करते हुये डायल 112 योजना लागू की गई है।
 
और भी

विदेशी मेहमान छतीसगढ़ आने के लिए अपने देशों से हुए रवाना

  • राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में बिखेंरेगे अपने नृत्य की छटा
  • सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों समेत 9 देशों के कलाकार शामिल महोत्सव में होंगे शामिल
  • मेजबानी के लिए छत्तीसगढ़ पूरी तरह है तैयार
 
झूठा सच @ रायपुर :- छत्तीसगढ़ में आयोजित तृतीय राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में शामिल होने के लिए विदेशी राज्यों के मेहमान छत्तीसगढ़ आने के लिए अपने देशों से रवाना हो चुके हैं। ये विदेशी मेहमान अपने देशों के आदिम संस्कृति को नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत करेंगे। 1 नवंबर से 3 नवंबर तक राजधानी रायपुर के साइंस कालेज ग्राउंड में आयोजित राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों समेत मोजांबिक, मंगोलिया, टोंगो, रशिया, इंडोनेशिया, मालदीव, सर्बिया, न्यूजीलैंड और इजिप्ट के जनजातीय कलाकार शामिल होंगे।

नेशनल ट्राइबल डांस फेस्टिवल में दो कैटेगिरी में प्रतियोगिताएं होंगी। विजेताओं को कुल 20 लाख रुपए के पुरस्कारों का वितरण किया जाएगा। प्रथम स्थान के लिए 05 लाख रुपए, द्वितीय स्थान के लिए 03 लाख रुपए और तृतीय स्थान के लिए 02 लाख रुपए के पुरस्कार दिए जाएंगे। 01 नवंबर को सुबह नृत्य महोत्सव का शुभारंभ होगा और शाम को राज्योत्सव के अवसर पर राज्य अलंकरण दिया जाएगा।

03 नवंबर को नेशनल ट्राइबल डांस फेस्टिवल का समापन होगा। इस महोत्सव के माध्यम से न केवल राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जनजातीय कलाकारों के बीच उनकी कलाओं की साझेदारी होगी, बल्कि वे एक-दूसरे के खान-पान, रीति-रिवाज, शिल्प-शैली को भी देख-समझ सकेंगे। महोत्सव के दौरान संगोष्ठियां भी होंगी, जिनमें जनजातीय विकास के बारे में विमर्श होगा। जाने-माने विशेषज्ञ भी इसमें शामिल होंगे।
और भी

संसदीय सचिव गुरूदयाल सिंह बंजारे बतौर मुख्य अतिथि करेंगे शिरकत

  • ज़िला स्तरीय राज्योत्सव कार्यक्रम में

झूठा सच @ रायपुर / धमतरी:-  छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के मौके पर आगामी एक नवंबर को जिला स्तरीय राज्योत्सव कार्यक्रम स्थानीय डॉ.शोभाराम देवांगन स्कूल के एकलव्य खेल मैदान में आयोजित किया जाएगा। यहां विभिन्न विभागीय योजनाओं से संबंधित स्टॉल के अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। शाम पांच बजे से शुरू होने वाले इस कार्यक्रम में संसदीय सचिव, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा, बीस सूत्रीय कार्यान्वयन, वाणिज्यिक कर (जीएसटी)  गुरूदयाल सिंह बंजारे बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे। वे सबसे पहले विभिन्न स्टॉलों का अवलोकन करेंगे, दीप प्रज्जवलन, राज्यगीत का गायन होगा। इसके बाद अतिथियों का उद्बोधन और शाम साढ़े छः से रात साढ़े नौ बजे तक विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे।

कार्यक्रम की अध्यक्षता उपाध्यक्ष, मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण एवं सिहावा विधायक डॉ.लक्ष्मी ध्रुव द्वारा की जाएगी। विशिष्ट अतिथि के तौर पर छत्तीसगढ़ राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल, विधायक कुरूद अजय चन्द्राकर, विधायक धमतरी रंजना साहू उपस्थित रहेंगे। इसके अलावा जिला पंचायत अध्यक्ष कांति सोनवानी, नगरपालिक निगम धमतरी के महापौर  विजय देवांगन, उपाध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग राजकुमारी दीवान, जिला पंचायत उपाध्यक्ष  नीशु चंद्राकर, नगरनिगम सभापति अनुराग मसीह, जनपद अध्यक्ष धमतरी  गूंजा साहू, कुरूद शारदा साहू, मगरलोड ज्योति ठाकुर, जनपद अध्यक्ष नगरी दिनेश्वरी नेताम कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे। साथ ही नगर पंचायत अध्यक्ष कुरूद  तपन चन्द्राकर, मगरलोड  नीतू साहू, आमदी  हेमंत माला, भखारा पुष्पलता देवांगन और नगर पंचायत अध्यक्ष नगरी  अराधना शुक्ला उपस्थित रहेंगे।
 
और भी

राज्योत्सव में दिखेगा छत्तीसगढ़ की विकास गाथा

झूठा सच @ रायपुर :- छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में 01 से 03 नवंबर तक राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव और राज्योत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान छत्तीसगढ़ सहित देश-विदेश की विभिन्न जनजातियों की समृद्ध संस्कृति, परंपरा और लोककलाओं की झलक लोगों को देखने को मिलेगी। छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का यह तीसरा आयोजन है। आयोजन के दौरान छत्तीसगढ़ सरकार के विभिन्न विभागों की लोककल्याणकारी योजनाओं पर आधारित विकास प्रदर्शनी के माध्यम से पिछले पौने चार वर्षों में छत्तीसगढ़ की विकास गाथा भी देखने को मिलेगी।

यहां कार्यक्रम स्थल के सेंट्रल एरिया में जनजातीय लोककला और शिल्प पर केन्द्रित शिल्पग्राम बनाया जाएगा। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ी पकवानों समेत अनेक तरह के लजीज व्यंजनों से सजा फूड जोन भी होगा। साइंस कॉलेज स्थित आयोजन स्थल पर थीम हैंगर में विभिन्न उद्योगों और सार्वजनिक उपक्रमों के स्टॉल लगाए जाएंगे। यहां व्यावसायिक स्टॉल और किताब मेला भी लगाया जाएगा और स्वास्थ्य सहायता केन्द्र भी स्थापित किया जाएगा।

साइंस कॉलेज मैदान पर राज्योत्सव के दौरान विकास प्रदर्शनी में राज्य शासन के 21 विभागों के स्टॉल लगेंगे। इनमें कृषि विभाग-मछलीपालन, पशुपालन, उद्यानिकी विभाग एवं अन्य संबंधित घटक, ऊर्जा विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग, जनसम्पर्क विभाग, संस्कृति एवं पर्यटन विभाग, आदिम जाति, अनुसूचित जाति एवं विकास तथा पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक विकास विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग, समाज कल्याण विभाग, शिक्षा विभाग, जल संसाधन विभाग, श्रम विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, आवास एवं पर्यावरण विभाग, लोक निर्माण विभाग, खनिज संसाधन विभाग, खेल एवं युवा कल्याण विभाग, चिप्स, वन विभाग, परिवहन विभाग के स्टॉलों में विभागीय योजनाओं का विभिन्न मॉडलों, चित्रों, आडियो-वीडियो लघु फिल्म के माध्यम से जीवंत प्रदर्शन किया जाएगा। लोगों को पाम्पलेट और ब्रोशर के द्वारा विभागीय योजनाओं और उपलब्धियों की जानकारी दी जाएगी।

साइंस कॉलेज मैदान के सेट्रल एरिया में बनाए जाने वाले शिल्पग्राम में 40 स्टॉल लगाए जाएंगे। जहां प्रदेश के प्रसिद्ध शिल्पकारों, कलाकारों, बुनकरों, स्व-सहायता समूहों द्वारा निर्मित कलाकृतियों का अनूठा संग्रह देखने को मिलेगा। इनमें घरेलू उपयोग के सामान, कलात्मक सजावटी वस्तुएं, बेलमेटल, लौहशिल्प, काष्ठकला, बांसकला, माटी शिल्प से निर्मित कलाकृतियों प्रदर्शन और विक्रय के लिए उपलब्ध रहेंगी। फूड जोन में 24 स्टॉल लगाए जाएंगे, जहां छत्तीसगढ़ी व्यंजनों के साथ लोग अन्य स्वादिष्ट व्यंजनों का भी स्वाद ले सकेंगे। व्यावसायिक स्टॉलों के लिए निर्धारित स्थान पर 40 स्टॉल लगाए जाएंगे। इसी तरह थीम हैंगर में बाल्को, बीएसपी, एसईसीएल, एनटीपीसी, एनएमडीसी सहित विभिन्न उद्योगों के स्टॉल लगाए जाएंगे।
और भी

राज्योत्सव मेले में होगा ग्रामीण और शहरीअर्थव्यवस्था का अदभूत संगम

झूठा सच @ रायपुर / कवर्धा :- छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस एक नवम्बर को कवर्धा के आचार्य पंथ गृंथमुनि नाम साहेब शासकीय स्नात्कोत्तर महाविद्यालय मैदान में राज्योत्सव मेला का आयोजन किया जाएगा। राज्योत्सव के मुख्यअतिथि पंडरिया विधायक ममता चन्द्राकर होगी। एक दिवसीय राज्योत्सव मेले में इस बार छत्तीसगढ़ की कला-सांस्कृतिक पर आधारित खुबसुरत सांस्कृतिक कार्यक्रमों की छंटा बिखरेगी। राज्योत्सव मेले में छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति, ग्रामीण और शहरी अर्थव्यवस्था का अदभूत संगम की झलक दिखाई देगी। कलेक्टर जनमेजय महोबे के निर्देश पर राज्योत्सव की तैयारियां जोर-शोर से की जा रही है। मेले स्थल पर लगभग पचास स्टॉल बनाए जाएंगे, जिसमें शासकीय विभागों की लोककल्याणकारी योजनाओं की प्रदर्शनी, बैकर्स के अलावा अन्य निजी उद्यमी को आगे बढ़ाने को अवसर भी दिए जाएगें। कलेक्टर ने आयोजन स्थल ग्रामीण अर्थव्यस्था पर आधारित रूरल इंडस्ट्रियल पार्क, गोधन न्याय योजना, वनाधिकार पट्, मुख्यमंत्री हाट-बाजार, सुपोषण अभियान, धन्वतरी मेडकल स्टोर्स, जैसे शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं पर आधारित स्टॉल लगाने के निर्देश भी दिए है। राज्योत्सव का आयोजन मेले के स्वरूप में होगा, इसके लिए मेले स्थल पर की विशेष साफ-सफाई,पर्याप्त बिजली रौशनी की व्यवस्था और पेयजल व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए है।

मेले में कबीरधाम जिले में संचालित अलग-अलग स्कूली बच्चों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी जाएगी। वहीं राज्योत्सव की खुबसुरती बढ़ाने के लिए राज्य के प्रसिद्ध कार्यक्रम लोकरंग अर्जंदा की शानदार प्रस्तुति होगी। सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारंभ शाम 4:30 बजे से होगा। इस सास्कृतिक कार्यक्रमों में बिलासपुर से कलाकार जी उमा महेश संगीत संध्या की प्रस्तुति देंगे। इसके बाद श्रीमती प्रतिमा बारले अपने लोक गायन पंडवानी के माध्यम से महाकाब्य महाभारत कथा पर अधारित अपनी प्रस्तुति देंगी। राज्योंत्सव के मंच पर लगातार सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति होती रहेगी और आगे क्रम में परसा के फूल और प्रमुख कार्यक्रम लोकरंग अर्जुंदा की प्रस्तुति होगी।

राज्योत्सव मेले में छत्तीसगढ़ सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं और कार्यक्रमों पर आधारित इस बार लगभग 50 स्टॉल अलग-अलग विभागों की स्टॉल लगाने की तैयारी चल रही है। आयोजन स्थल पर जिले के नागरिकों की छत्तीसगढ़ शासन की योजनाओं की जानकारी भी दी जाएगी। वहीं बैकर्स भी अपने-अपने स्टॉल लगाएं और बैकिंग सुविधाओं के साथ-साथ शुभनिवेशों के बारे में जानकारी भी ले सकते है।

कलेक्टर जनमेजय महोबे ने तैयारियों का जायजा लिया। कलेक्टर ने वहां शासकीय योजनाओं पर आधारित विभिन्न विभागों द्वारा लगाए जाने वाले स्टाल के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्टाल में महिला स्वसहायता समूह के सामग्री, घरेलू साज-सज्जा एवं आवश्यक सजावटी सामग्री, बांसशिल्प एवं हस्तशिल्प का स्टाल लगाएं। उन्होंने गढ़कलेवा के छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का स्टाल लगाने के लिए कहा। कृषि विभाग के स्टाल में शहद, सीताफल, रागी एवं अन्य उत्पाद भी प्रदर्शनी में रखने के निर्देश दिए। उन्होंने मंच, बैठक व्यवस्था एवं अन्य तैयारियों की जानकारी ली। परिसर में साफ-सफाई एवं सजावट करने के लिए कहा।

गौरतलब है कि इस बार राज्योत्सव के अवसर पर जनसामान्य गढ़कलेवा के स्टाल में छत्तीसगढ़ी लजीज व्यंजनों का लुत्फ उठा पाएंगे। सभी स्टाल में नागरिकों को शासकीय योजनाओं तथा उपलब्धियों की जानकारी मिलेगी। महिला स्वसहायता समूह के स्टाल में दीपावली की सजावट के लिए सामग्री विक्रय के लिए उपलब्ध रहेंगे। वहीं राज्योत्सव में जिला पंचायत, नगर पालिका कवर्धा, लोकस्वास्थ्य यांत्रिकी, कृषि, उद्यानिकी, महिला एवं बाल विकास विभाग, आदिमजाति विकास विभाग, जनसंपर्क विभाग, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, वन विभाग, मत्स्य पालन, पशु चिकित्सा, सहकारिता एवं श्रम विभाग, क्रेडा विभाग, आयुष विभाग सहित विभिन्न विभागों के अलावा व बैंकर्स द्वारा स्टाल लगाया जाएगा।
और भी

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में विकास योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा बैठक

झूठा सच @ रायपुर :- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में राज्य में विकास योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा बैठक शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा कर रहे हैं। बैठक में मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी मौजूद है। इससे पहले सीएम भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री घोषणा पोर्टल का शुभारंभ किया है।

 
और भी

VIDEO LIVE : मुख्यमंत्री घोषणा पोर्टल का शुभारंभ कार्यक्रम

झूठा सच @ रायपुर :- रायपुर स्थित सीएम हाउस में भूपेश बघेल ने आज मुख्यमंत्री घोषणा पोर्टल का शुभारंभ किया।

 
और भी

छत्तीसगढ़ के संवेदनशील गांवों में बह रही विकास की बयार

झूठा सच @ रायपुर :- विकास, विश्वास और सुरक्षा की नीति के असर अब बस्तर अंचल के संवेदनशील एवं अति संवेदनशील गांवों में भी देखने को मिलने लगा है। वर्षों से विकास की मुख्यधारा से कोसों दूर इन गांवों में अब विकास की बयार बहने लगी है, जिसके चलते यहां के जन-जीवन में सकारात्मक बदलाव आया है बीजापुर जिले के संवेदनशील एवं अति संवेदनशील गांवों में शासन की विभिन्न योजनाओं के तहत तेजी से निर्माण व विकास के कार्य कराए जा रहे है, जिसके चलते गांवों में बुनियादी सुविधाओं के विकास के साथ-साथ ग्रामीणों को गांव में ही रोजगार मिलने लगा है।

बीजापुर जिले में विगत पौने चार वर्षों में मनरेगा के तहत् 26 हजार 184 कार्य स्वीकृत एवं संचालित कराए गए, जिसके चलते 77 लाख 22 हजार मानव दिवस रोजगार सृजित हुआ है। इससे जिले के एक लाख 19 हजार 306 परिवारों के 02 लाख 54 हजार 378 श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध हुआ है, जिसमें से 100 दिवस का रोजगार पूर्ण करने वाले परिवारों की संख्या 29 हजार 500 है।

बीजापुर जिले के 19 अति संवेदनशील ग्राम पंचायतों में प्रशासन की पहुंच सुनिश्चित हुई। 2017-18 में जहां पहुंचविहीन गांवों की संख्या 40 थी आज उनमें से 19 ग्राम पंचायतों में रोजगारमूलक कार्य कराये जा रहे है। भैरमगढ़ ब्लॉक के मदपाल, पिटेपाल, बेचापाल, बांगोली, ताकीलोड़, चिंगेर, बैल वहीं बीजापुर ब्लॉक के पदमूर, पुसनार, पालनार, बुरजी, कमकानार, पेदाकोरमा, उसूर ब्लॉक के पुजारीकांकेर, कोरसागुड़ा, चिन्नागेलूर, पेल्लमपल्ली, तर्रेम एवं भोपालपटनम ब्लॉक के संड्रा ग्राम पंचायतों में मनरेगा अंतर्गत रोजगार मूलक कार्य किये जा रहे है।
और भी

मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना को मिला राष्ट्रीय स्तर का स्कॉच सिल्वर अवार्ड

झूठा सच @ रायपुर :- देश में सबसे कम बेरोजगारी दर वाले राज्य का गौरव हासिल करने वाले छत्तीसगढ़ राज्य को राष्ट्रीय स्तर पर आज एक और गौरवपूर्ण सम्मान से नवाजा गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ राज्य कौशल विकास प्राधिकरण अंतर्गत संचालित मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना को गुणवत्तायुक्त एवं रोजगार आधारित निःशुल्क कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय स्तर के स्कॉच सिल्वर अवार्ड-2022 से सम्मानित किया गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं उच्च शिक्षा मंत्री तथा कौशल विकास मंत्री उमेश पटेल ने छत्तीसगढ़ राज्य कौशल विकास प्राधिकरण को इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी है।

कौशल विकास मंत्री उमेश पटेल के कुशल मार्गदर्शन युवाओं को बेहतर कौशल विकास प्रशिक्षण प्राप्त हो, इसके लिए कौशल विकास प्राधिकरण के द्वारा युवाओं को उनकी रुचि अनुसार गुणवतायुक्त प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण पाकर युवा लगातार सरकारी और गैर सरकारी विभागों में नौकरी पाने के साथ ही स्वरोजगार को अपना रहे हैं। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत योजना के तहत अब तक 4 लाख 68 हजार 184 युवाओं को प्रशिक्षित किया गया है, जिनमें से 2 लाख 55 हजार 678 युवाओं को नियोजित किया गया है, वर्तमान में 2726 युवा प्रशिक्षणरत हैं।
और भी

आज रेलवे फाटक रहेगा बंद

झूठा सच @ रायपुर / कोरबा:-  दक्षिण पूर्व मध्य रेल्वे अंतर्गत आने वाला कोथारी समपार रेलवे फाटक क्रमांक सीजी 10 किलोमीटर 678/10-12 डाउन लाइन मानव युक्त समपार रेलवे फाटक 29 अक्टूबर को आवागमन के लिए बंद रहेगा। यह रेलवे फाटक सुबह सात बजे से शाम 7 बजे तक अतिआवश्यक मरम्मत का कार्य होने के कारण बंद रहेगा। इस दौरान आवागमन परिवर्तित मार्ग सोहागपुर और नवलपुर फाटक से किया जा सकेगा। रेलवे ने इसके लिए सूचना जारी कर दी है। रेलवे फाटक को जरूरी मरम्मत काम के कारण सड़क मार्ग के यातायात के लिए बंद रखा जायेगा।
और भी

सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती

झूठा सच @ रायपुर / गौरेला पेंड्रा मरवाही :- भारत सरकार युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय विभाग के दिशा निर्देशों के अनुसार प्रति वर्ष 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाता है। सरदार वल्लभ भाई पटेल सर्वोच्च देशभक्ति, दृढ इच्छा शक्ति, दृढ़ विश्वास और साहस के लिये जाने जाते हैं। राष्ट्रीय कार्यान्वयन समिति (एन आई सी) द्वारा 31 अक्टूबर को प्रातः 7 से 9 बजे के बीच पूरे भारत में 75 हजार यूनिटी रन आयोजित करने का निर्णय लिया गया है, जिसमें प्रति जिला 100 युनिटी दौड़ शामिल हो सकते हैं। इस दिन सायकल एवम बाइक रैलियों का भी आयोजन किया जा सकता है। कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु नेहरू युवा केन्द्र संगठन (एन वाई के एस) एवं राष्ट्रीय सेवा योजना (एन एस एस) के स्वयंसेवकों की सक्रिय भागीदारी रहेगी। एकता दौड़ के आयोजन में उच्च शिक्षा विभाग एवं स्कूल शिक्षा विभाग को भी संयुक्त रूप से प्रयास किया जाना है।कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने 31 अक्टूबर को जिले में एकता दौड़ के सफल आयोजन के लिए सम्बन्धित विभागों निर्देशित किया है।
और भी

कांग्रेस के आदिवासी विधायकों की अहम बैठक आज

झूठा सच @ रायपुर :- राजधानी रायपुर में आज कांग्रेस के आदिवासी विधायकों की अहम बैठक होने वाली है। इस बैठक में ST आरक्षण रद्द होने के मुद्दे पर चर्चा होगी। दूसरी ओर छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज ने राज्योत्सव और राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का विरोध करने का फैसला किया है। एक नवम्बर से तीन नवम्बर तक प्रस्तावित इस सरकारी आयोजन के विरोध में आदिवासी समाज के लोग सांसदों, विधायकों और मंत्रियों के घर के बाहर नगाड़ा बजाकर प्रदर्शन करने वाले हैं। आदिवासी समाज की नाराजगी 32त्न आरक्षण खत्म हो जाने की वजह से है। छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज सोहन पोटाई धड़े के कार्यकारी अध्यक्ष बीएस रावटे ने बताया, छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय ने 19 सितम्बर के फैसले से समाज का 32त्न आरक्षण खत्म कर दिया है। 

राज्य सरकार ने इस फैसले के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में अपील दायर करने की बात कही थी। आज एक महीने से अधिक समय हो गया सरकार अदालत नहीं पहुंच पाई है। हमारे समाज के मंत्री-विधायक भी इस मुद्दे पर कुछ बोल नहीं पा रहे हैं। ऐसी स्थिति में समाज ने फैसला किया है कि जो समाज का काम नहीं करेगा, समाज उसका विरोध करेगा। अभी जिला स्तर पर राज्योत्सव और राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का विरोध किया जाना है। इसके तहत सांसदों, विधायकों और मंत्रियों के घर के बाहर नगाड़ा बजाकर उनको जगाने की कोशिश की जाएगी। रावटे ने कहा, समाज का मानना है कि उनके जनप्रतिनिधि आरक्षण पर मुंह खोलने को तैयार नहीं हैं। उनके रहते हुए भी आदिवासी समाज के साथ धोखा हो रहा है।
और भी

डायल 112 में फिर गूंजी किलकारी, मां और बच्चा दोनों स्वस्थ

झूठा सच @ रायपुर / बिलासपुर :- डायल 112 में फिर किलकारी गूंजी है. मिली जानकारी के मुताबिक बिल्हा बिलासपुर डायल 112 वाहन में प्रसव कराया गया है. अस्पताल ले जाते समय रास्ते में अत्याधिक प्रसव पीड़ा होने से परिजनो की सहायता से प्रसूता का सुरक्षित प्रसव हुआ. फ़िलहाल महिला और नवजात दोनों स्वस्थ है.
 
डायल 112 योजना पुलिस, एंबुलेंस व अग्निशमन सेवा का एकीकृत रूप है | जिसका संचालन यद्यपि पुलिस द्वारा किया जा रहा है, परन्तु सभी प्रकार की सेवाओं से जुड़ा हुआ है। योजना का उद्देश्य पीड़ितों को तत्काल पुलिस सहायता मुहैया कराना एवं आवश्यकता पड़ने पर अन्य विभागों से सामंजस्य बनाते हुये स्वास्थ्य व अग्निशमन सेवा भी उपलब्ध कराना है।

"एक्के नम्बर सब्बो बर" नाम से ही स्पष्ट है कि सभी आपातकालीन सेवाओं हेतु अलग-अलग नंबरों के स्थान पर केवल एक ही नंबर याद रखा जाये। पुलिस विभाग की पहल पर नेशनल इमरजेंसी रिस्पोंस सिस्टम के तहत् पुलिस सहायता (100) स्वास्थ्य सहायता (108) और अग्निशमन सेवा (101) को एकीकृत करते हुये डायल 112 योजना लागू की गई है।
और भी

30 अक्टूबर से रायपुर एयरपोर्ट से मुंबई और कोच्चि के लिए नई फ्लाइट की शुरूआत

झूठा सच @ रायपुर :-  फ्लाइट में यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए अच्छी खबर है. स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट रायपुर से मुंबई और कोच्चि के लिए 30 अक्टूबर से इंडिगो एयरलाइंस की नई फ्लाइट शुरू हो रही है. यह 30 नवंबर तक रायपुर के मुंबई और कोच्चि के बीच चलेगी.इस फ्लाइट के शुरू होने से मुंबई जाने वाले यात्रियों को राहत मिलेगी. वहीं नागरिक उड्डयन विभाग ने घरेलू विमान सेवाओं के लिए शीतकालीन समय सारिणी (विंटर शेड्यूल) जारी किया है. इसमें स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट रायपुर से संचालित दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बैंगलुरू, हैदराबाद, अहमदाबाद, प्रयागराज, जगदलपुर, इंदौर, भोपाल, पुणे, इंदौर, जगदलपुर, भुवनेश्वर और कोलकाता के लिए चल रही फ्लाइटों के समय में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है. हालांकि विंटर सीजन में जयपुर, गोवा के लिए विमानन कंपनियों द्वारा नई फ्लाइटों का संचालन शुरू किए जाने की उम्मीद थी |
और भी

सीएम भूपेश बघेल आज मुख्यमंत्री घोषणा पोर्टल का करेंगे शुभारंभ

झूठा सच @ रायपुर :-  सीएम भूपेश बघेल आज दोपहर 12 बजे मुख्यमंत्री घोषणा पोर्टल का शुभारंभ करेंगे। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राज्य में नये शिक्षा सत्र से 422 हिन्दी माध्यम के नये स्वामी आत्मानंद स्कूल खोलने की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप बिलासपुर जिले में 18 हिन्दी माध्यम के आत्मानंद स्कूल चयनित किये गये हैं। इनमें से प्रथम चरण में 14 स्कूलों की उन्नयन कार्य के लिए 12 करोड़ 17 लाख रूपये की स्वीकृति आज बैठक में दी गई। इन 14 स्वामी आत्मानंद स्कूलों में कोटा विकासखण्ड के तीन स्कूल-शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला रतनपुर, शासकीय बालक उमा शाला बेलगहना शामिल हैं। 

इसी प्रकार मस्तूरी विकासखण्ड के अंतर्गत शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक स्कूल सीपत, शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक शाला पचपेड़ी एवं शासकीय उमावि पंधी शामिल हैं। तखतपुर विकासखण्ड के अंतर्गत शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला घुटकू, शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला बेलपान एवं शासकीय उमावि रानीडेरा तथा बिल्हा विकासखण्ड के अंतर्गत शासकीय कन्या उमावि चकरभांठा, शासकीय उमाशा बरतोरी, शासकीय बालक उमावि कोनी, शासकीय कन्या उमावि बिल्हा एवं शासकीय उमावि सेंदरी शामिल हैं। हिन्दी माध्यम की उक्त 14 स्कूलों में उन्नयन कार्यों के साथ ही आवश्यक उपकरण एवं सामग्री खरीदने के लिए प्रत्येक स्कूल को 75-75 लाख रूपये की स्वीकृति प्रस्ताव का भी अनुमोदन किया गया।

शासी परिषद की बैठक में इसके साथ ही नगर निगम क्षेत्र की 4 स्कूलों में आवश्यक सामग्री एवं उपकरण खरीदी के लिए 6.20 करोड़ रूपये की प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया है। नगर निगम स्थित हाई स्कूल चिंगराजपारा के लिए 1.73 करोड़, शासकीय कन्या उमावि सरकण्डा के लिए 1.58 करोड़, शासकीय बालक उमावि सरकण्डा के लिए 1.17 करोड़ एवं शासकीय महारानी लक्ष्मीबाई कन्या उमावि बिलासपुर के लिए 1.73 करोड़ रूपये शामिल हैं। मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप अन्य शासकीय स्कूलों का मरम्मत कार्य भी किया जा रहा है। डीएमएफ मद से भी सर्वोच्च प्राथमिकता के इस काम में प्रथम चरण में 230 स्कूलों के लिए लगभग 7 करोड़ की राशि जारी की गई है।
और भी

राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव : रायपुर साइंस कॉलेज मैदान में 1 से 3 नवंबर तक

झूठा सच @ रायपुर :- आधुनिकता के दौड़ से दूर जंगलों में रहने वाली जनजातियों की अपनी समृद्ध संस्कृति है। विभिन्न जनजातियों के अपने तीज-त्यौहार, लोक नृत्य व गीत भी हैं। इन आदिवासियों की कला और संस्कृति को पहचान दिलाने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन छत्तीसगढ़ राज्य के 23वें स्थापना दिवस के अवसर पर 1 से 3 नवंबर तक किया जा रहा है। राज्य में राष्ट्रीय आदिवासी महोत्सव का यह तीसरा आयोजन है। महोत्सव का आयोजन राजधानी रायपुर के साइंस कालेज मैदान में होगा।

छत्तीसगढ़ में 42 तरह की जनजातियां निवासरत

छग राज्य प्राकृतिक संसाधनों से सम्पन्न है। यहां का 44 प्रतिशत भू-भाग वनों से आच्छादित है एवं यहां जनजातियों की जनसंख्या राज्य की कुल जनसंख्या का 31 प्रतिशत है। छत्तीसगढ़ राज्य में 42 तरह की जनजातियां निवास करती हैं। इस महोत्सव के माध्यम से जनजाति कलाकारों को अपनी कला प्रदर्शन का अवसर मिलता है।

आपसी मेल-जोल, कला-संस्कृतियों के आदान-प्रदान के लिए महत्वपूर्ण

महोत्सव के माध्यम से राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जनजातीय कलाकारों के बीच उनकी कलाओं की साझेदारी होगी। वे एक-दूसरे के खान-पान, रीति-रिवाज, शिल्प-शैली को भी देख-समझ सकेंगे। राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के आयोजन से आदिवासी संस्कृति एवं सभ्यता को अंतर्राष्ट्रीय पहचान मिल रही है। यह आयोजन देश और पूरी दुनिया के जनजातीय समुदायों के आपसी मेल-जोल, कला-संस्कृतियों के आदान-प्रदान के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण साबित हो रहा है।

देश विदेश के 1500 से अधिक जनजातीय कलाकार हिस्सा लेंगे

राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के लिए देश के सभी राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों सहित 09 देशों के 1500 आदिवासी कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करेगें। इन कलाकरों में देश के 1400 और विदेशों के 100 प्रतिभागी शामिल होंगे। आयोजन में मोजांबिक, मंगोलिया, टोंगो, रशिया, इंडोनेशिया, मालदीव, सर्बिया, न्यूजीलैंड और इजिप्ट के जनजातीय कलाकार हिस्सा लेंगे।

विदेशी जनजातियों की संस्कृति को भी जानने का मिलेगा मौका

छत्तीसगढ़ में प्रथम बार आयोजित राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन वर्ष 2019 में 27 से 29 दिसम्बर तक किया गया था। इस महोत्सव में कुल 1,262 कलाकारों ने भाग लिया। इनमें 06 देशों के 59 जनजतीय कलाकारों शामिल थे। इसमें भारत के विभिन्न राज्यो सहित श्रीलंका, यूगांडा, मालदीव, थाईलैंड, बंग्लादेश और बेलारूस कलाकारों ने अपने देश के संस्कृति को नृत्य के माध्यम से प्रदर्शित किया।

राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव वर्ष 2021 का आयोजन 28 अक्टूबर से 01 नवंबर तक किया था। जिसमें कुल 1,149 कलाकारों ने भाग लिया। इनमें में 07 देशों के 60 जनजातीय कलाकारों भी शामिल थे। इनमें स्वीजरलैंड, माली, नाइजीरिया, श्रीलंका, फ़िलिस्तीन, यूगांडा और उज्बेकिस्तान के कलाकारों ने भाग लिया।

इस वर्ष राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव वर्ष 2022 का आयोजन 01 से 03 नवंबर तक होगा। इस महोत्सव में कुल 1500 जनजातीय कलाकार भाग लेंगे। इसमें 09 देशों के 100 जनजातीय कलाकार भाग लेेने पहुँचेंगे। इनमें मोजांबिक, मंगोलिया, टोंगो, रशिया, इंडोनेशिया, मालदीव, सर्बिया, न्यूजीलैंड और इजिप्ट के जनजातीय कलाकार हिस्सा लेंगे।

'फसल कटाई और आदिवासी रीति-रिवाज की थीम पर होगा नृत्य महोत्सव

राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में इस बार दो थीम रखी गई है। पहली थीम है 'फसल कटाई पर होने वाले आदिवासी नृत्य' और दूसरी थीम है 'आदिवासी परम् पराएँ और रीति- रिवाज'। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करने के लिए विजेताओं को पुरस्कृत किया जाएगा।

उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रतिभागियों को कुल 20 लाख रुपए का पुरस्कार

राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करने के लिए विजेताओं को पुरस्कृत किया जाएगा। राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के विजेताओं को कुल 20 लाख रुपए के पुरस्कारों का वितरण किया जाएगा। प्रथम स्थान के लिए 05 लाख रुपए, द्वितीय स्थान के लिए 03 लाख रुपए और तृतीय स्थान के लिए 02 लाख रुपए के पुरस्कार दिए जाएंगे।

जनजातीय कला, संस्कृति और विरासत को सहेजने के लिए हो रहे जतन

गौरतलब है कि राज्य सरकार ने विगत् पौने चार वर्षो में छत्तीसगढ़ की लोक तथा जनजाति कला, संस्कृति और विरासत सहेजने और संवारने के लिए बहुत सारे जतन किये है। यहां के पर्यटन स्थलों, कला परपंराओं और संस्कृति के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए विशेष प्रयास किया जा रहा है। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ में राज्य गीत को मान्यता दी गई, इसका मानकीकरण किया गया। राज्य के लोक एवं पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीण स्तर छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक नाम से खेलकूद आयोजन किया जा रहा है।
 
और भी

कुएं में गिरे तीनों हाथी जंगल में सुरक्षित और स्वस्थ्य

झूठा सच @ रायपुर / धमतरी :- वनांचल नगरी के दुगली वन परिक्षेत्र के ग्राम चारगांव में कल रात तकरीबन आठ बजे किसान  रमेश नेताम के खेत के कुएं में तीन हाथी गिर गए थे। इस बात की जानकारी मिलते ही वनमण्डलाधिकारी मयंक पाण्डेय सहित वन अमला मौके पर पहंचा। मौके पर खेत के चारों ओर लगभग 30 हाथी विचरण कर रहे थे। उनमें किसी तरह की बेचैनी नजर नहीं आ रही थी। इससे अनुमान लगाया गया कि खेत के कुएं में गिरे हाथी सुरक्षित हैं। सुरक्षा की दृष्टि से रात में ऑपरेशन रेस्क्यू नहीं करने का निर्णय लिया गया। लेकिन वन अमले ने दो जेसीबी, सर्च लाइट्स, रेत और लकड़ी के लट्ठे आदि की व्यवस्था कर ली थी, ताकि जरूरत पड़ने पर उसका इस्तेमाल किया जाए।

इस बीच सुबह पांच बजे कुएं में गिरे तीन हाथी में से दो हाथी नजदीक के सोलर संयंत्र के सहारे बाहर आ गए। तीसरा हाथी नहीं निकल पा रहा था। इसके लिए वन अमले ने जेसीबी से कुएं के एक छोर को हटाया, ताकि वह हाथी उस छोर से निकल सके। थोड़ी देर में हाथी निकल आया। इस ऑपरेशन का नतीजा काफी संतोषजनक रहा। अब तीनों हाथी जंगल के भीतर सुरक्षित और स्वस्थ हैं।
और भी

Jhutha Sach News

news in hindi

news india

news live

news today

today breaking news

latest news

Aaj ki taaza khabar

Jhootha Sach
Jhootha Sach News
Breaking news
Jhutha Sach news raipur in Chhattisgarh